25-01-2019, 10:28 AM
मेरे मुँह से ऐसी बातें सुनकर करुणा गर्म होने लगी और मुझसे कहने लगी- “मैंने अपनी सहेलियों से सुना है की पहली बार कराने में बहुत दर्द होता है...”
मैंने जानबूझ कर अंजान बनते हुए कहा- “क्या कराने में दर्द होता है?”
करुणा ने मेरी बात सुनकर अपने गले की थूक गटकते हुए कहा- “वोही दीदी जो रोहन और बिंदिया कर रहे थे...”
मैं करुणा के मुँह से गंदी बातें निकलवाना चाहती थी इसीलिए मैंने उससे कहा- “रोहन और बिंदिया क्या कर रहे थे? बता क्यों नहीं रही?”
करुणा ने हार मानते हुए कहा- “दीदी आप बहुत बदमाश हो, आप जानबूझ कर मेरे मुँह से वो लफ्ज़ सुनना चाहती हो। मैंने सुना है की लड़की की पहली चुदाई के वक़्त बहुत दर्द होता है...”
मैं करुणा को खुलता हुआ देखकर खुश होते हुए बोली- “पगली, पहली चुदाई में जो दर्द होता है वो उस मजे से कई गुना कम है जो हमें पूरी जिंदगी मिलता है...”
करुणा ने फिर से कहा- “मगर आपकी चूत और बिंदिया की चूत बहुत बड़ी है। मगर मेरी इस छोटी सी चूत में इतना बड़ा लण्ड कैसे घुसेगा? मैं तो मर ही जाऊँगी..."
करुणा की बात सुनकर मैंने उसे समझते हुए कहा- “पगली, हमारी चूत भी पहले छोटी थी। मगर एक बार चुदवाने के बाद औरत की चूत अपने आप खुलने लगती है...”
करुणा ने फिर से कहा- “मगर दीदी मेरी चूत तो इतनी छोटी है की मैं अपनी उंगली घुसाने की कोशिश करती हूँ। तो मुझे दर्द होने लगता है। फिर इतना बड़ा लण्ड मेरी चूत में कैसे घुसेगा?”
मैंने करुणा की बात सुनकर उससे कहा- “अरे पगली, भगवान ने औरत की चूत बनाई ही ऐसी है की पहली चुदाई से पहले उसमें उंगली भी नहीं घुसती, मगर एक बार उसकी झिल्ली टूट जाए तो फिर उसमें कितना भी बड़ा लण्ड घुसाओ कुछ नहीं होता...”
करुणा ने मेरी बात सुनकर कहा- “दीदी आपकी बातें सुनकर मेरी चूत में अजीब किस्म की गुदगुदी होने लगती है, और मुझे भी किसी मर्द से चुदवाने को जी करता है...”
करुणा की बात सुनकर मैंने उससे कहा- “तुम्हें मोहित कैसा लगता है?”
मैंने जानबूझ कर अंजान बनते हुए कहा- “क्या कराने में दर्द होता है?”
करुणा ने मेरी बात सुनकर अपने गले की थूक गटकते हुए कहा- “वोही दीदी जो रोहन और बिंदिया कर रहे थे...”
मैं करुणा के मुँह से गंदी बातें निकलवाना चाहती थी इसीलिए मैंने उससे कहा- “रोहन और बिंदिया क्या कर रहे थे? बता क्यों नहीं रही?”
करुणा ने हार मानते हुए कहा- “दीदी आप बहुत बदमाश हो, आप जानबूझ कर मेरे मुँह से वो लफ्ज़ सुनना चाहती हो। मैंने सुना है की लड़की की पहली चुदाई के वक़्त बहुत दर्द होता है...”
मैं करुणा को खुलता हुआ देखकर खुश होते हुए बोली- “पगली, पहली चुदाई में जो दर्द होता है वो उस मजे से कई गुना कम है जो हमें पूरी जिंदगी मिलता है...”
करुणा ने फिर से कहा- “मगर आपकी चूत और बिंदिया की चूत बहुत बड़ी है। मगर मेरी इस छोटी सी चूत में इतना बड़ा लण्ड कैसे घुसेगा? मैं तो मर ही जाऊँगी..."
करुणा की बात सुनकर मैंने उसे समझते हुए कहा- “पगली, हमारी चूत भी पहले छोटी थी। मगर एक बार चुदवाने के बाद औरत की चूत अपने आप खुलने लगती है...”
करुणा ने फिर से कहा- “मगर दीदी मेरी चूत तो इतनी छोटी है की मैं अपनी उंगली घुसाने की कोशिश करती हूँ। तो मुझे दर्द होने लगता है। फिर इतना बड़ा लण्ड मेरी चूत में कैसे घुसेगा?”
मैंने करुणा की बात सुनकर उससे कहा- “अरे पगली, भगवान ने औरत की चूत बनाई ही ऐसी है की पहली चुदाई से पहले उसमें उंगली भी नहीं घुसती, मगर एक बार उसकी झिल्ली टूट जाए तो फिर उसमें कितना भी बड़ा लण्ड घुसाओ कुछ नहीं होता...”
करुणा ने मेरी बात सुनकर कहा- “दीदी आपकी बातें सुनकर मेरी चूत में अजीब किस्म की गुदगुदी होने लगती है, और मुझे भी किसी मर्द से चुदवाने को जी करता है...”
करुणा की बात सुनकर मैंने उससे कहा- “तुम्हें मोहित कैसा लगता है?”