25-01-2019, 10:27 AM
मैंने मोहित से कहा- “मेरी तबीयत खराब थी इसीलिए आ गई..”
मोहित ने फिर मुझसे कहा- “आँटी कहाँ है?”
मैंने कहा- “वो बाजार से समान खरीदने गई हैं...”
मोहित यह सुनकर मुझे खींचते हुए अपनी बाहों में भर लिया और मेरे होंठों को चूमने लगा।
मैंने मोहित को अपने से दूर करते हुए कहा- “मोहित छोड़ो, मेरी तबीयत सही नहीं है...”
मोहित ने मुझे अपनी बाहों से आजाद कर दिया और अपने कमरे की तरफ जाते हुए कहा- “मैं अपने कमरे में जा रहा हूँ, तुम आराम कर लो...”
मोहित के जाते ही मैंने सुख की साँस ली। मैं दौड़ते हुए अपने कमरे में घुसी। मैंने सोनू को बाथरूम से निकालते हुए कहा- “चलो अभी भागो, किसी ने देख लिया तो तुम्हारी खैर नहीं...”
सोनू पहले से डरा हुआ था। मेरी बात सुनकर वो और डर गया और दौड़ते हुए वहाँ से भाग गया। सोनू के जाते ही मैं नहाने बाथरूम में चली गई। मैं फ्रेश होकर बाहर अपने कमरे में आ गई और लेटते हुए आँटी के बारे में सोचने लगी, उसके बारे में सोचते-सोचते कब मुझे नींद आ गई पता ही नहीं चला।
आँटी ने मुझे उठाते हुए कहा- “धन्नो उठो, बहुत नींद कर ली, लंच तो कर लो..”
मैं अपनी आँखें मलते हुए उठी और बाथरूम में जाकर फ्रेश होकर अपने कमरे से निकलकर बाहर आ गई। बिंदिया, करुणा भी आ गई थी, और वो दोनों खाने की टेबल पर बैठकर मोहित से बातें कर रही थी। हम सबने मिलकर खाना खाया और उठकर अपने-अपने कमरे में जाने लगे।
मैं करुणा के साथ उसके कमरे में चली गई और दरवाजा अंदर से बंद करते हुए उससे बातें करने लगी। मैंने बातें करते हुए करुणा से पूछा- “रात को मजा आया था?”
करुणा शर्म के मारे लाल हो गई और अपना सिर नीचे झुकते हुए कहा अपना कंधा हाँ में हिला दिया।
मैंने उससे पूछा- “तुम्हारे दिल नहीं करता किसी लड़के से चुदवाने के लिए? तुम्हरी दीदी को देखो कैसे अपने होने वाले पति से मजे ले रही थी। मुझसे शर्माओ मत मैं भी तुम्हारे जैसी लड़की हूँ..”
करुणा ने थोड़ी हिमत करते हुए कहा- “दिल तो करता है, मगर डर लगता है...”
मैंने कहा- “किसका बात डर लगता है?”
करुणा ने कहा- “अगर किसी को पता चल गया तो? या बच्चा हो गया तो? मैं किसी को मुँह दिखाने के लायक नहीं रहूँगी, और फिर मुझसे कौन शादी करेगा?”
मैं उसकी बात सुनते हुए हँसने लगी और कहा- “पगली किसी को कुछ पता नहीं चलेगा... मेरे बारे में आज तक किसी को पता चला है? और तुम्हारी मम्मी के बारे में आज तक किसी को पता चला है? और बच्चा रोकने की टैब्लेट मिलती है.”
मेरी बात सुनकर करुणा ने हैरान होते हुए पूछा- “धन्नो मम्मी के बारे में तुम क्या कह रही हो? क्या वो भी ऐसे काम करती हैं?”
मैंने हँसते हुए कहा- “करुणा तुम अब बच्ची नहीं रही। तुम अब एक जवान लड़की हो, तुम्हें तो पता होना चाहिये की एक औरत मर्द के बिना नहीं जी सकती... और आँटी की उमर ही क्या है? वो भी एक औरत हैं। उसको भी तो लण्ड चाहिये?”
मोहित ने फिर मुझसे कहा- “आँटी कहाँ है?”
मैंने कहा- “वो बाजार से समान खरीदने गई हैं...”
मोहित यह सुनकर मुझे खींचते हुए अपनी बाहों में भर लिया और मेरे होंठों को चूमने लगा।
मैंने मोहित को अपने से दूर करते हुए कहा- “मोहित छोड़ो, मेरी तबीयत सही नहीं है...”
मोहित ने मुझे अपनी बाहों से आजाद कर दिया और अपने कमरे की तरफ जाते हुए कहा- “मैं अपने कमरे में जा रहा हूँ, तुम आराम कर लो...”
मोहित के जाते ही मैंने सुख की साँस ली। मैं दौड़ते हुए अपने कमरे में घुसी। मैंने सोनू को बाथरूम से निकालते हुए कहा- “चलो अभी भागो, किसी ने देख लिया तो तुम्हारी खैर नहीं...”
सोनू पहले से डरा हुआ था। मेरी बात सुनकर वो और डर गया और दौड़ते हुए वहाँ से भाग गया। सोनू के जाते ही मैं नहाने बाथरूम में चली गई। मैं फ्रेश होकर बाहर अपने कमरे में आ गई और लेटते हुए आँटी के बारे में सोचने लगी, उसके बारे में सोचते-सोचते कब मुझे नींद आ गई पता ही नहीं चला।
आँटी ने मुझे उठाते हुए कहा- “धन्नो उठो, बहुत नींद कर ली, लंच तो कर लो..”
मैं अपनी आँखें मलते हुए उठी और बाथरूम में जाकर फ्रेश होकर अपने कमरे से निकलकर बाहर आ गई। बिंदिया, करुणा भी आ गई थी, और वो दोनों खाने की टेबल पर बैठकर मोहित से बातें कर रही थी। हम सबने मिलकर खाना खाया और उठकर अपने-अपने कमरे में जाने लगे।
मैं करुणा के साथ उसके कमरे में चली गई और दरवाजा अंदर से बंद करते हुए उससे बातें करने लगी। मैंने बातें करते हुए करुणा से पूछा- “रात को मजा आया था?”
करुणा शर्म के मारे लाल हो गई और अपना सिर नीचे झुकते हुए कहा अपना कंधा हाँ में हिला दिया।
मैंने उससे पूछा- “तुम्हारे दिल नहीं करता किसी लड़के से चुदवाने के लिए? तुम्हरी दीदी को देखो कैसे अपने होने वाले पति से मजे ले रही थी। मुझसे शर्माओ मत मैं भी तुम्हारे जैसी लड़की हूँ..”
करुणा ने थोड़ी हिमत करते हुए कहा- “दिल तो करता है, मगर डर लगता है...”
मैंने कहा- “किसका बात डर लगता है?”
करुणा ने कहा- “अगर किसी को पता चल गया तो? या बच्चा हो गया तो? मैं किसी को मुँह दिखाने के लायक नहीं रहूँगी, और फिर मुझसे कौन शादी करेगा?”
मैं उसकी बात सुनते हुए हँसने लगी और कहा- “पगली किसी को कुछ पता नहीं चलेगा... मेरे बारे में आज तक किसी को पता चला है? और तुम्हारी मम्मी के बारे में आज तक किसी को पता चला है? और बच्चा रोकने की टैब्लेट मिलती है.”
मेरी बात सुनकर करुणा ने हैरान होते हुए पूछा- “धन्नो मम्मी के बारे में तुम क्या कह रही हो? क्या वो भी ऐसे काम करती हैं?”
मैंने हँसते हुए कहा- “करुणा तुम अब बच्ची नहीं रही। तुम अब एक जवान लड़की हो, तुम्हें तो पता होना चाहिये की एक औरत मर्द के बिना नहीं जी सकती... और आँटी की उमर ही क्या है? वो भी एक औरत हैं। उसको भी तो लण्ड चाहिये?”