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Misc. Erotica सेक्स, उत्तेजना और कामुकता -
#80
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दीपा की मस्ती

दीपा की शादी अभी एक साल पहले ही मनोज से हुई है। मनोज एम बी ए है और एक अच्छी कंपनी में सेल्स एग्जीक्यूटिव है। अच्छी तनख्वाह और गाडी-फ्लैट सब कंपनी की ओर से है। कंपनी तनख्वाह अच्छी देती है तो काम भी जम का लेती है। मनोज महीने में 10 दिन तो बाहर रहता ही है। अब सेल्स में है तो रात को डिनर पार्टी और शराब से कैसे बचा जा सकता है। पर दीपा ने सख्त हिदायत दे रखी है कि सिर्फ एक पेग पीना है। मतलब गाड़ी खुद चलाकर लानी है और कभी भी रात सूनी नहीं जानी चाहिए। दीपा ने अपने आपको बहुत मेन्टेन कर रखा है। हालांकि अभी नयी शादी है, फिर भी हर रोज योग और जिम उसकी दिनचर्या में है।

दीपा और मनोज सेक्स के और ब्लू फिल्म्स के नशेड़ी हैं। कोई दिन जब मनोज बड़ोदरा में हो तो बिना पोर्न मूवी देखे और बिना वाइब्रेंट सेक्स के सो नहीं सकते। मनोज को दीपा बिना कपड़ों के ही अच्छी लगती है। उसकी तो इच्छा ये रहती है कि जब वो डोरबेल बजाये तो दीपा बिना कपड़ों के ही दरवाजा खोले। दीपा ऐसा कर भी रही थी, पर एक दिन धोखा होते होते बचा, तब से दीपा ने ऐसा करने से मना कर दिया।

हुआ यूं कि मनोज जब भी ऑफिस से चलता था तो वो दीपा को फ़ोन कर देता। दीपा फटाफट हल्का नाश्ता और चाय बना कर तैयार रहती और मनोज के आते ही बिना कपड़ों के उसकी बाँहों में आ जाती। फिर तो सोफे पर, बाथरूम में, किचन में, हर जगह मनोज की चूमा चाटी चलती। एक बार ऐसे ही मनोज ने ऑफिस से फोन कर दिया। ऑफिस से घर का रास्ता दस मिनट का था। दीपा ने पूरी तैयारी कर ली और कपड़े उतार कर सिर्फ ब्रा पैंटी में मनोज का इन्तजार करने लगी। डोरबेल बजी तो वो भाग कर दरवाजा खोलने लगी। तभी बाहर से आवाज आई- मेम साहब किराने का सामान ले लीजिये। दीपा को ध्यान आया कि दिन में उसने सामान का आर्डर किया था। उसे तो काटो तो खून नहीं ... अभी अगर वो दरवाजा खोल देती तो? खैर उसने फटाफट कपड़े पहन कर सामान लिया। पीछे पीछे मनोज भी आ गया। वो दीपा का गुस्से का चेहरा देख कर सारा माजरा समझ गया। हँसते हुए उसने कहा कैट आई से देखकर ही दरवाजा खोला करो। पर उस दिन से दीपा ने कोई रिस्क नहीं लिया।

मनोज को दीपा के गोल गोल दूध जैसे मम्मे और गुलाब की पंखुरी सी नाजुक चूत चाटने में बड़ा ही मजा आता था। मनोज को xxx मूवीज का बहुत शौक था। दीपा भी अपनी हॉस्टल लाइफ में मस्तराम की कहानी पढ़ कर और अपनी रूममेट से लेस्बो होकर सेक्स के शुरूआती मजे लूट चुकी है। वो मनोज के साथ सिगरेट के सुट्टे भी मार लेती थी। मनोज सिगरेट पीता था पर घर पर कम ही पीता था क्योंकि उसे मालूम था कि उसने सिगरेट जलाई तो दीपा भी पीयेगी और ये वो नहीं चाहता था। पर अब दीपा को कोई संकोच या डर तो था नहीं तो कभी कभी मनोज की गैरमौजूदगी में भी वो जला लेती। हाँ शाम को मनोज ऑफिस से आने के बाद एक सिगरेट जरूर सुलगाता और उसमें से आधी तो दीपा ही पीती। अब दीपा अपना पैकेट छिपाकर खरीदती और दिन में एक दो सिगरेट मनोज की बिना जानकारी के उड़ा लेती। पोर्न मूवी देखते समय मनोज अक्सर उससे फंतासी की बातें करता। मनोज ने दीपा को बता रखा था कि शादी से पहले उसकी एक गर्लफ्रेंड थी और दोनों के जिस्मानी सम्बन्ध भी थे। पर अब शादी के बाद वो सिर्फ दीपा का है।

दीपा ने उसे कभी नहीं बताया कि वो और उसकी सहेल लेस्बो होती थीं और एक दूसरे कि चूत रगड़ना और उंगली या मोमबत्ती से करना उनका रोज का ही काम था। उसकी सहेली पता नहीं कहाँ से सेक्सी फोटो की मेगजीन ले आती। जिनकी फोटो देख देख दोनों चूत रगड़ती। दीपा का हॉस्टल लाइफ में रवि नाम के लड़के से इश्क का चक्कर भी जोरों से चला। अब हॉस्टल में तो ये सब आम बात थी। दीपा की रूममेट तो अपने प्रेमी के साथ रातें भी गुजार चुकी थी। पर दीपा ने अपना प्यार केवल चूमा चाटी तक ही सीमित रखा था। एक बार वो रवि के साथ मूवी हॉल में बहक भी गयी तो रवि ने उसकी चूत में उंगली कर दी थी और दीपा को अपना लंड पकड़वा दिया था। पर हॉल में इससे ज्यादा कुछ हो नहीं पाया। लौटते में टैक्सी में रवि ने ड्राइवर को 500 का नोट दिया और कहा कि वो कहीं सुनसान जगह गाड़ी रोक दे और दस मिनट के लिए चला जाए। हालांकि दीपा डर रही थी पर खुमारी तो उस पर भी चढ़ी थी। गाड़ी में रवि ने उससे सेक्स करना चाहा तो दीपा ने साफ़ मना कर दिया। पर फिर भी रवि कि जिद पर उसे रवि का लंड चूसना पड़ा और रवि ने उसके मम्मे चूसे। दीपा को ये सब आगे के लिए अच्छा नहीं लगा और वो संभल गयी। इसके बाद उसकी और रवि की दूरी बढ़ गयी क्योंकि रवि बार बार उसे सेक्स के लिए कहता, जो दीपा नहीं चाहती थी।

मनोज ने दीपा को बताया कि उसका हॉस्टल में एक रूममेट था सुनील ... वो अब दुबई में व्यवसाय करता है। दोनों आज भी बहुत अच्छे दोस्त हैं। शादी के समय सुनील आ नहीं पाया था। तो मनोज और सुनीत रूम में खूब मस्ती करते थे। एक दूसरे के लंड से खेलना और पानी निकाल देना उनका शगल था। सुनील का लंड मनोज के लंड से मोटा और लम्बा था। मनोज अक्सर दीपा से कहता कि अब जब वो सुनील से मिलेंगे तो सुनील का लंड वो दीपा को जरूर दिखायेगा। दीपा उसे इस बात पर हँसती हुई नाराज होती कि क्या फालतू की बात करते हो, उसे नहीं देखना किसी और का लंड। सुनील ने कई बार मनोज दीपा को दुबई बुलाया पर जाना ही नहीं हो पाया। इस बीच सुनील की भी शादी तय हो गयी। मनोज दीपा ने जाने का प्रोग्राम बना लिया पर अचानक जाने वाले दिन ही मनोज के पिताजी को अहमदाबाद में हार्ट अटैक आ गया तो वो लोग नहीं जा पाए।

मनोज सेक्स के दौरान दीपा को उकसाता था कि अगर दीपा की चुदाई उसके साथ एक और आदमी भी करे तो दीपा को मजा आ जाएगा। हालाँकि दीपा को ये सब बातें पसंद नहीं थी पर वो सोचती थी ये सब बेड की बातें हैं तो वो भी मनोज का इस गप्पखोरी में साथ दे देती। जब भी मनोज उसकी चूत चाटता तो दीपा को बहुत मजा आता। वो भी हर जगह जहां भी उसे मौका मिलता, अपनी चूत चटवाने को तैयार रहती। मनोज ने एक दो बार कहा भी कि जब सुनील तेरी चूत चाटेगा तो उसे देखने में बहुत मजा आएगा। इस पर दीपा कहती कि फिर तुम क्या करोगे? तुम ना सुनील का नीचे लेटकर लंड चाट लेना क्योंकि बहुत दिन हो गए तुम्हें भी किसी का लंड चूसे। इतना सुनते ही मनोज अपना लंड दीपा के मुंह में कर देता। दीपा ने तो मानों लंड चूसने में पी एच डी कर रखी थी। वो ऐसा मस्त होकर लंड चूसती कि मनोज को लगता कि वो जन्नत की सैर कर रहा है और उसका लंड अभी पानी छोड़ देगा। एक दिन मनोज का ऑफिस से दीपा के पास फोन आया कि दो दिन बाद सुनील आ रहा है मुंबई। तो मनोज ने दो-तीन दिन के लिए उसे वडोदरा बुलाया है। वो अगले शुक्रवार को आएगा सुबह ... और सोमवार को वापिस चला जाएगा।

शाम को जब मनोज घर आया तो उस समय यही टॉपिक था कि सुनील की खातिर कैसे करनी है। दीपा ने सारा प्रोग्राम पहले ही बना लिया था। दीपा की प्लानिंग बढ़िया होती है, ये मनोज जानता था तो उसने उस प्रोग्राम को ही अप्रूव कर दिया। रात को सेक्स के दौरान फिर मनोज सुनील को ले आया। वो मजे लेते हुए दीपा से बोला तुम्हें तो तीन दिन दो दो लंडों को चूसना पड़ेगा। दीपा एक बार तो उससे नाराज हो गयी देखो मजाक की बात मजाक तक ही रखो। पर मनोज तो मस्ती के मूड में आ गया था कि एक बार सुनील का लंड देख लोगी तो अपने आप ही मन कर जाएगा तुम्हारा। दीपा ने भी झक मार के कह दिया कि चलो उस समय की उस समय देखी जायेगी, फिलहाल तो मनोज उसकी चुदाई करे जम के। असल में सेक्स की बातें इतनी गर्म हो जाती थीं कि दीपा कि चूत भी गीली हो जाती थी।

अगले दिन मनोज के ऑफिस जाने के बाद दीपा ने सोचा कि चलो पार्लर हो आती हूँ। वहां उसे पार्लर वाली ने ऐसा पटाया कि वो फुल बॉडी पैकेज ले लिया। मतलब पूरी बॉडी की वेक्सिंग, पेडीक्योर, मेनीक्योर, फेशियल ... पता नहीं क्या क्या! पार्लर से निकली तो सामने ही सेलून में घुस गयी और बालों को नया लुक दे आई। आज वो भी मूड में थी तो कुछ शौपिंग भी कर ली। हालाँकि रात को मनोज के साथ शौपिंग पर जाना था। मनोज को बियर, ड्रिंक्स वगैरह भी लेने थे। रात को मनोज के साथ शौपिंग करते समय दीपा ने मनोज के कहने पर एक-दो शोर्ट ड्रेस भी लीं। दीपा गोरी थी तो उस पर हर ड्रेस अच्छी लगती थी। दीपा को एक स्कर्ट और टॉप बहुत पसंद आया, पर वो शोर्ट लगा तो उसने मना कर दिया लेने से ... पर मनोज ने उसे जबरदस्ती दिला दिया। दीपा ने एक लाल रंग का थ्री पीस नाईट सूट लिया जो बहुत ही सेक्सी था। दीपा को बहुत पसंद आया तो उसने एक और वैसा ही सुनील की वाइफ के लिए भी ले लिया। उस सूट में ब्रा-पेंटी और घुटनों तक का गाउन था। उन लोगों ने तनिष्क से एक हल्का नेकलेस सेट भी सुनील की वाइफ के लिए और एक सोने की टाईपिन सुनील के लिए ली।

रात को मनोज ने जानबूझकर एक थ्रीसम सेक्स मूवी लगायी अपने बड़े टीवी स्क्रीन पर, जिसमें एक दोस्त अपनी बीवी अपने दोस्त के साथ शेयर करता है। मूवी देख कर दोनों गर्म हो गए थे और मनोज का वाही पुराना राग छिड़ गया। आज वो एक नयी बात ले आया, बोला कि रोज तो हम दोनों साथ नहाते ही हैं, उस दिन तीनों साथ नहायेंगे।

दीपा नाराज होती बोली- मैं नहीं नहाऊँगी तुम दोनों के साथ ... तुम दोनों नहा लेना।

खैर वासना तो चढ़ी हुई थी दोनों पर। सेक्स के दौरान मनोज ने सुनील के लंड का फिर जिक्र किया तो

दीपा भी कह बैठी- जब तुम ऑफिस जाओगे, तब पीछे से मौज करुँगी सुनील के साथ।

यह सुन कर मनोज की चुदाई की स्पीड और बढ़ गयी।

तीसरे दिन सुनील को आना था दोपहर को, तो यह तय हुआ कि मनोज अपने ऑफिस से सुनील को लेता हुआ घर आ जाएगा और लंच कर के वो सुनील को लेकर ऑफिस चला जाएगा। वहां से वो लोग घूम फिर कर रात को घर आयेंगे। मनोज के जाने के बाद दीपा ने घर को अच्छे से व्यवस्थित कर लिया। कुछ स्नैक्स वगैरह की कच्ची तैयारी कर ली, बियर फ्रिज में लगा दी और अपने को परफेक्ट कर लिया। उसने जींस और टाईट टॉप पहना था, जिसमें उसके मम्मे उभरकर आ रहे थे। दीपा इन ड्रेस्सेस में एक अल्हड़ कॉलेज स्टूडेंट नजर आती थी। रेड नेल पेंट, रेड लिपस्टिक और रेड हेयर बैंड में उसकी जवानी निकली पड़ रही थी। दीपा ने आज सिगरेट पीने की कसर निकाल ली क्योंकि पता नहीं सुनील के सामने मौका मिलेगा या नहीं। आज उसने अपनी चूत स्पेशल वेक्सिंग कर ली, पता नहीं मनोज क्या बवाल बना दे और उसे सुनील के साथ, खैर 12 बजे करीब मनोज का फोन आ गया कि उसने सुनील को रिसीव कर लिया है। पर सुनील को किसी से मिलना है, तो वह उसके साथ ही रहेगा और दो ढाई के बीच में घर पहुंचेंगे।

3 बजे करीब दोनों आये। सुनील बहुत ही स्मार्ट और हंसमुख लगा दीपा को। उसने दीपा को आलिंगन किया और उसके गाल पर किस किया। हालाँकि दीपा को उसका ये लगाव दोस्ताना ही लगा। मनोज ने हँसते हुए दीपा के दूसरे गाल पर किस कर लिया। सुनील ने दीपा के लिए लाया उसका गिफ्ट दिया। एक बहुत सुंदर ड्रेस और मैचिंग का नेकलेस लाया था वो।

दीपा ने उसको थैंक्स बोला तो

सुनील बोला- सिर्फ सूखा थैंक्स?

हँसते हुए दीपा ने उसे एक किस भी कर दिया और बोली- थैंक्स।

दीपा ने सुनील से पूछा- भाईसाहब, जूस या बियर क्या लेंगे, वैसे खाना तैयार है।

सुनील ने बनावटी गुस्सा दिखाते हुए कहा- दीपा, अगर भाईसाहब बनाना है तो मैं चला। मुझे सुनील बोलो या मनोज को भी भाईसाहब ही बोलती हो?

दीपा ने हँसते हुए कहा- चल सुनील ...ज्यादा सयाना मत बन, बोल क्या लेगा बियर या जूस, वैसे अपुन का खाना भी रेडी!

(कह कर उसने सुनील की ओर देखा, जैसे पूछ रही हो कि क्या ये ठीक है।)

सुनील ने जोर से हँसते हुए कहा- ओय्ये मनोज तेरी तो बड़ी पटाखा निकली। हाँ जी, ये चलेगा और इसके साथ जूस भी चलेगा। पर भूख जोर की लगी है तो लंच भी फटाफट।

हंसी मजाक में लंच करते 4 बज गए।

मनोज बोला- मेरी एक क्लाइंट के साथ मीटिंग है पांच बजे, मैं उस से फ्री होकर आता हूँ।

उसने सुनील से पूछा- तू मेरे साथ चलेगा या घर पर ही रहेगा?

सुनील बोला- नहीं तू जा, और अच्छा है जितनी देर में आये।

सब हंस पड़े।

मनोज के जाने के बाद दीपा ने सुनील से आराम से कपड़े ढीले करके लेटने को कहा और उसे उसका रूम दिखा दिया ताकि वो रसोई समेट ले। सुनील ने जल्दी से कपड़े बदले और शॉर्ट्स और टी शर्ट पहन कर आ गया। तब तक दीपा भी अपना काम निपटा चुकी थी। और दोनों सोफे पर बैठ गए। सुनील ने दीपा से पूछ कर सिगरेट सुलगानी चाही। उसने दीपा से माचिस मांगी तो दीपा ने वहीं पास से लाइटर दे दिया। सुनील ने पूछा भी कि मनोज तो हॉस्टल में भी कभी कभी ही पीता था। दीपा चुप रही, उसकी सिगरेट की हुड़क उठ गयी थी, पर उसने ये सोच के अपने को काबू किया कि पता नहीं मनोज सुनील को बताना चाहेगा या नहीं। सुनील और दीपा की खूब छन रही थी। सुनील भी बातूनी था, अपनी और मनोज की सारी पोल पट्टी उसने दीपा से खोल ली। दीपा के लिए कुछ भी नया नहीं था। हालाँकि सुनील ने ये बात नहीं कही कि वो और मनोज एक दूसरे के लंड से क्या बदमाशी करते थे।

सुनील को दीपा ने ये बता दिया कि मनोज कि चाहत होती थी कि वो कम से कम कपड़ों में दरवाजा खोले तो सुनील ने हंसते हुए उसको बताया कि वो किराने वाले लड़के का किस्सा मनोज ने उसे बताया था। दोनों ने मनोज को हैरान करने के लिए एक प्लान बनाया। 6 बजते बजते मनोज आ गया। उसने जैसे ही बेल बजाई, दरवाजा खोला सुनील ने, वो टॉवल लपेटकर खड़ा था। मनोज को देखते ही उसने आगे से टॉवल खोल दिया और

सुनील बोला- आओ जानू चलो प्यार करें।

हँसते हुए मनोज ने कहा- बदमाश, अभी मारता हूँ तेरी गांड।

कह कर उसने सुनील का टॉवल खींचना चाह पर तब तक दीपा भी हँसती हुई आ गयी तो उसने सुनील को मनोज से छुड़वा दिया,

दीपा बोली- रात को कर लेना।

सब लोग हँसते हुए चाय की मेज पर आये, चाय पीकर

मनोज बोला- फटाफट तैयार हो जाओ, बाहर चलेंगे और डिनर बाहर ही लेंगे।

सभी फटाफट तैयार हुए। सुनील और मनोज ने तो जींस और टीशर्ट पहनी पर दीपा ने एक फ्रॉक ड्रेस डाली। सुनील ने तो उसे देखते ही जोर से आहें भरी,

सुनील बोला- ओह माई डार्लिंग ... तुम पहले बता देतीं कि तुम इतनी सेक्सी हो तो में शाम को ही तुम्हें पटा लेता और भगा ले जाता।

मनोज बोला- तो अब क्या बिगड़ा है, अब ले जा, दो दिन बाद छोड़ जाना। या फिर दुबई वाली को यहाँ भेज दे, इसको वहां ले जा।

सब हँसते हुए गाड़ी मे निकल गए। सुनील ने सिगरेट सुलगाई और एक मनोज को दी तो मनोज ने अपनी सिगरेट पीते पीते एक बार पीछे दीपा को दे दी। अब दीपा को क्या परेशानी थी, उसने सुट्टे मार दिए।

अब सुनील चौंका बोला- तुम पीती हो तो दोपहर को क्यों नहीं मेरा साथ दिया?

दीपा बोली- तब मेरा मन नहीं था और मैं सिर्फ मनोज के साथ ही पीती हूँ।

सुनील बोला- अबे मनोज तेरी बीवी तो बड़ी पति वाली है, मेरी तो मेरे बिना सारे काम कर लेती है, पता नहीं आज रात कहीं किसी को ओबलाइज न कर रही हो।

यह बात उसने मजाक में कही थी तो पीछे से दीपा ने एक धौल लगा दिया उसके, घूम फिर कर डिनर करके रात को 11 बजे सब लोग लौटे।

दीपा तो कपड़े बदलकर बेडरूम में चली गयी पर सुनील और मनोज सिर्फ शॉर्ट्स में बाहर बालकनी में बैठ कर ड्रिंक लेने लगे। दीपा का भी मन तो अंदर लग नहीं रहा था तो वो भी बरमूडा और ढीली टॉप में उन दोनों के पास ही आ गयी। बाहर दो ही कुर्सी थीं, दीपा वापिस मुड़ी एक और कुर्सी लाने तो वहाँ इतनी जगह ही नहीं थी कि तीन कुर्सी और टेबल पड़ सके।

सुनील मुस्कुरा के बोला- आइये आप हमारी कुर्सी शेयर कर लीजिये या हमारी गोद हाजिर है।

दीपा मुस्कुराती और इठलाती हुई मनोज की गोदी में जा बैठी। मनोज ने सिगरेट जला रखी थी। दीपा ने सिगरेट ले ली और एक लम्बा कश खींच कर धुंए का गुबार सुनील के ऊपर छोड़ दिया और मुस्कुरा दी। एक पेग मनोज ने दीपा के लिए भी बनाना चाहा तो दीपा ने मन कर दिया,

दीपा बोली- तुम्हारे से ले लूंगी।

इस पर सुनील ने मुस्कुराते हुए अपना पेग उसकी ओर बढ़ाया तो दीपा ने एक सिप उसमें से ले लिया। अब हंसी मजाक नॉनवेज तक पहुँचने लगी। दीपा उठ कर जाने लगी,

मनोज ने पूछा- क्या हुआ?

तो दीपा हंस कर उसके खड़े लंड की ओर इशारा कर के बोली- ये बैठने नहीं दे रहा।

वो बेड रूम में चली गयी।

आधा घंटे बाद मनोज भी रूम में आ गया।

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RE: सेक्स, उत्तेजना और कामुकता - - by usaiha2 - 07-12-2019, 06:24 PM



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