07-12-2019, 10:49 AM
अनु भाभी
यह कहानी सच्ची घटना पर आधारित है। इस कहानी के तीन पात्र है, एक वीर दूसरा उसका दोस्त मुकुल और तीसरी मुकुल की बीबी अनुराधा(अनु)। इन तीनो का छोटा सा परिचय देता हूँ, फिर कहानी की शुरुआत करूँगा।
मुकुल की उम्र ३०है, वो साधारण कद काठी का गौर वर्णीय हैंडसम लड़का है। जो सरकारी क्लर्क है।
अनुराधा(अनु) मुकुल की बीबी है। उसकी उम्र २० वर्ष, देखने में काफी गोरि, तीखे नयन नक्से और सेक्सी फिगर (३४-२४-३४) वाली है। उसे देखने वाले सभी उसे एक ही नज़र में उसपर लट्टू हो जाते है। और उसकी मधुर आवाज़ सुन कर तो भले भलो का ईमान डोल जाता है। अब और ज्यादा समय न गंवाते हुए सीधे घटना पर आता हूँ।
बात उस समय की है जब मुकुल और अनुराधा भाभी की शादी को दो सल पुरे हुए थे। और मुकुल ने अपनी २री एनीवर्सरी के लिए मनाली जाने का प्रोग्राम बनाया जिसमे उसने मुझे भी शामिल कर लिया था। क्योंकि मुकुल को ड्राइविंग अच्छे से नहीं आती थी। हमारा वंहा ३ नाईट और ४ दिन रुकने का प्रोग्राम था। प्रोग्रम के मुताबिक मैं मुकुल के घर उस दिन समय पर पहुंचा तब तक मुकुल और अनु(अनुराधा) भी तैयार थे। मुकुल के पास मारुती डिज़ायर गाड़ी थी। हम तीनो उससे अपने गंतव्य स्थल को निकल पड़े।
हमें मनाली पहुंचते पहुंचते सुबह के १०।३० बज गए। हम सीधे होटल में चेक इन करने के बाद ब्रेकफास्ट लिया और फिर हमारे प्रोग्राम के मुताबिक साइट सिन के लिए निकल पड़े। दिनभर आस पास के सुन्दर नज़रो का लुफ्त उठाया। लंच भी बहार ही एक ढाबे पर किया। शाम तक हम तीनो थक कर होटल वापस आये तब शाम के ७ बजे थे। दिन भर में हम तीनो ने बहुत मस्ती की और एक यादगार दिन बिताया साथ में। मुकुल और अनु भी ड्रेस चेंज करके वीर के रूम पर ही आगये क्योंकि हमने रिसेप्शन पर चाय नास्ता का आर्डर दिया और वीर के रूम में भेजने को कहा था। मुकुल ने एक बॉक्सर के ऊपर टी-शर्ट पहनी थी, और अनु ने हाफ स्लीव की नाईटी पहनी थी। जिसका कपड़ा पतला होने के कारन उसमेसे उसकी ब्रा और पेंटी भी साफ साफ नज़र आ रही थी, और बहुत ही सेक्सी लग रही थी। कुछ ही समय में वेटर ने चाय नास्ता ले कर आया। वीर के कहने पर उसने हमें सर्व करके चलागया। हमलोगो ने बातचीत करते हुए नास्ता समाप्त किया। इस बिच मुकुल बोला की उसे बहुत थकन लग रही है तो थोड़ी देर सोना पड़ेगा वरना बीमार पड़ जाऊंगा, कहकर अपने रूम में चला गया। उसने जाते हुए अनु का कंधा दबाया उसे आने का इशारा किया। अनु ने वीर को नजर भर के देखा और वीर मुस्कुरा दिया। वो रुक गई । मुकुल सोने चला गया।
अब रूम में वीर और अनु दोनों ही रह गए थे। अनु और वीर अबतक काफी खुल गए थे। दोनों ऐसे ही बैठे बैठे बातचीत कर रहे थे, हल्का हल्का हसी मज़ाक भी कर रहे थे।
वीर : "मैं तो यह सोच रहा था की तुम इतनी सुन्दर हो, तुम्हारे कॉलेज में बहुत चहने वाले होंग, कोई बॉय फ्रेंड वगैरह"
अनु :"कॉलेज में मेरे २ बॉयफ्रेंड थे"
वीर: "एक साथ दो!"
अनु: "नहीं पहला वाला ६ महीने तक था फिर ब्रेकअप हो गया"
वीर: "क्यों?"
अनु: "उसको मेरे साथ फिजिकल होना था और मैं तब रेडी नहीं थी तो ब्रेक उप कर लिया। फिर दूसरा बॉयफ्रेड् बना, जिसके साथ 21/2 साल तक फ्रेंडशिप रही"
वीर: "उसने फिजिकल होने का नहीं बोला?"
अनु: "पहले ब्रेक उप के बाद ही सहेलियो से पता चल गया की फिजिकल नहीं हुए तो बॉयफ्रेंड का टिकना मुश्किल है। इसलिए फिर दूसरे वाले से फिजिकल हो गयी"
वीर: "ओहः, चिंता मत करो, मैं मुकुल को नहीं बताऊँगा"
अनु: "तुम्हारी कोई गर्लफ्रेंड तो होगी!"
वीर: "कॉलेज में एक लड़की को चाहता था, पर उसका पहले से एक बॉयफ्रेंड था तो कभी उसको बोल ही नहीं पाया"
अनु: "अरे तो क्या हुआ! तुम तो उसको चाहते थे न, बोल देते अपने दिल की बात। फिर उसकी इच्छा की वो स्वीकार करे या न करे। तुम तो अपनी बात रखते"
वीर: "मैंने सोचा जब मिलनी ही नहीं हैं तो बोलने का क्या फायदा"
अनु: "ऐसे थोड़े ही होता है। बोलकर अपनी कोशिश तो कर ही सकते थे। चलो मैं तुम्हे आज तुम्हारी अधूरी तमन्ना पूरी करवाती हू। क्या नाम था उस लड़की का बताओ"
उस लड़की का नाम वीरने "अनु" बताया। अनु को बड़ा आस्चर्य हुआ मगर उसको क्या पता की मैं झूठ बोलकर उसी की बात कर रहा था।
अनु: "हम सहेलिया कॉलेज टाइम पर यह वाला खेल बहुत खेलती थी। ठीक हैं तो तुम मुझको अपनी कॉलेज की वो वाली अनु समझ लो। फिर मैं तुम्हे २ मिनट दूंगी, तुम्हे मुझको वो वाली अनु समझ कर जो भी मेरे साथ कहना करना हैं वो कर लो"
वीर: "कुछ भी कह और कर सकता हूँ?"
अनु: "हॉ, यही तो खेल हैं, तभी तो बिना डर के रियल फीलिंग आएगी"
अनु अब सोफ़े से उठ कर वीरके सामने खडी हो गयी। वीरके लिए यह खुला इनविटेशन था की वीर उसके साथ कुछ भी कर सकता है। क्या वो सच में सीरियस थी या सिर्फ एक खेल? वीर भी अब खड़ा हो गया। अनुने अपने हाथ फैला दिए और कहा की मेरे २ मिनट शुरू होते हैं अब। वीर सीधा आगे बढ़कर अनुको अपने गले से लगा लिया। वीरने अनुको कस के गले लगया था और अनुके बूब्स वीरके सीने से चिपक कर दबे हुए थे और वीरको अच्छा लग रहा था।