06-12-2019, 08:37 PM
अब रश्मि कपड़े पहनने लगी तो अंकल ने रश्मि के पीछे जाकर उसकी दोनों चूचियाँ पकड़ ली रश्मि ने उनके हाथ पकड़ते हुए कहा,,, अंकल क्या अभी मन नहीं भरा,, अंकल बोले तुम्हारी चूचियों को देखकर मन नहीं मानता,,,पता नहीं फिर कब मिलेंगी ,, फिर अंकल जोर से दबाने लगे,,,,
रश्मि ने फिर पीछे मुड़कर कहा अभी ये दोनों मुझसे भाभी कह रहे थे तो मतलब में तुम्हारी ही हूँ तो प्लीज अभी छोड़ो बहुत दर्द हो रहा है तुम पहले ही बहुत देर दबा चुके हो,,,, रश्मि ये सब उनकी आँखों में देखकर बोल रही थी,,, अंकल उसके होठों को ही देख रहे थे फिर रश्मि से बोले क्या में तुम्हारे लिप्स एक बार फिर चूम लूँ,,,,
रश्मि ने मुस्कुराते हुए अपने होंठ उनके होठों के पास कर
दिए,,, अंकल ने झुककर उसके होंठ अपने होठों में कैद कर लिए,,,
अभी अंकल पूरे जोश में उसके होंठ चूस रहे थे रश्मि भी उनका पूरा साथ दे रही थी,,,, दोनों के मूँह पर दोनों बहुत सारा थूंक था अंकल इतनी जोर से उसका मुँह चूस रहे थे
रश्मि को सांस लेने में तकलीफ होने लगी थी,,, उसने अब अपना मुँह अंकल से थोड़ी दूर हटाया फिर बोली,,, अंकल आज क्या मुझे खाकर ही मानोगे,,, मुझे सांस तो ले लेने दो,
में कहीं भाग थोड़ी रही हूँ,,,,
उनकी बातें सुनकर मुझे जोश चढ़ चुका था में लण्ड हिलाने लगा......
फिर अंकल ने रश्मि के चूतड़ों को पकड़ कर जोर से दबा दिया फिर बोले अब ज़ब तुम मेरी हो तो मुझे अंकल क्यों बुलाया,,,
रश्मि ने सॉरी बोला,,, फिर हसकर बोली अब अंकल की उमर के हो तो अंकल ही बोलूंगी ना,,, अंकल बोले एक बार मेरे नीचे आ जा फिर किसी को भी अंकल कहने से पहले सौ बार सोचेगी,,,
फिर अंकल ने उसका मूँह खुलवाया और अपनी जीभ उसके मुँह मे डाल दी रश्मि उसे अच्छी तरह चूसने लगी,,,
अंकल उसके चूतड़ों को बार बार दबाते फिर सहलाते कई बार उसके चूतड़ों को फैला कर उसकी गाँड़ के छेद को टटोलते अब रश्मि फिर से गर्म होने लगी,,,, इधर अंकल जो पर्दा लपेटे थे वो खुल गया था उनका लण्ड भी शायद खड़ा था,,, रश्मि बोली अंकल आपका...
वो इतना ही बोल पायी की अंकल ने उसके चूतड़ों पर चटाक से थप्पड़ मारा,,, रश्मि उई मम्मी करके रहे गईं
फिर अंकल बोले,,,,, दोबारा अंकल मत बोलना
रश्मि दर्द और कामुक आवाज में बोली ठीक है अंकल ji,,,,
अंकल ने उसकी आँखों में देखा
रश्मि फिर मुस्कुराकर बोली सॉरी जी,
अब अंकल ने रश्मि को घुमा दिया और उसकी गर्दन पर अपने होंठ लगा दिए और अपने हाथों से रश्मि की चूचियों को दबाने लगे.... रश्मि इस श..श ... श करके उनके सिर को अपने दोनों हाथों से पकड़ कर अपनी गर्दन पर दबाने लगी,,,,, और जोश में आकर
ऊपर नीचे होने लगी ,,, अंकल भी अब अपना लण्ड रश्मि के चूतड़ों की दरार मैं फिराने लगे,,,
रश्मि की सिसकियाँ पूरे कमरे में गूँज रही थीं अब अंकल ने रश्मि का हाथ पीछे करके अपने लण्ड पर लगा दिया
रश्मि को जैसे कोई करंट सा लगा उसने अपना हाथ वापस खींच लिया अंकल ने फिर उसका हाथ पकडकर अपना लण्ड उसकी मुठ्ठी मे बंद करवा दिया फिर रश्मि को बोले जान इसे थोड़ा आगे पीछे करो,,
रश्मि आहिस्ता आहिस्ता उसको सहलाने लगी अब अंकल ने एक हाथ उसकी चूत पर रख दिया रश्मि कांप गईं,,, फिर अंकल उसकी चूत को अपने हाथों से ऊपर नीचे सहलाने लगे अब रश्मि बुरी तरह से अंगड़ाई लेने लगी..... अब अंकल ने रश्मि को को कमर से पकड़ कर उठा लिया और चारपाई पर लिटा दिया फिर उसके चेहरे की तरफ अपना लण्ड कर दिया,,, रश्मि की आंखे खुली की खुली रह गईं.....
अंकल बोले रश्मि अब ये तुम्हारा है इसे प्यार करो....
रश्मि कुछ कहना चाह रही थी पर कह नहीं पायी उससे पहले ही अंकल ने अपना लण्ड उसके होंठों पर लगा दिया,,,
फिर अंकल बोले ये आज तक सिर्फ महक के ही मुँह मे गया है अब ये तुम्हारे लिए तरस रहा है फटाफट मुँह खोलो और इसे प्यार करो,,,,
रश्मि बोली नहीं अंकल आज काफ़ी हो चुका. बाकी फिर कभी करेंगे..
अब अंकल ने रश्मि की चूत को अपनी मुट्ठी में लेकर जोर से मसल दिया और बोले,,,,,,,,,,,,,,, फिर अंकल
रश्मि चिल्ला पड़ी आई,, फिर उसने कुछ कहने के लिए मुँह खोला ही था तभी अंकल ने अपना लण्ड उसके मुँह पर रख दिया....
उनके लण्ड से चिकनाई टपक रही थी जो उसकी जीभ से छू गयी और फिर जैसे ही रश्मि ने मुँह बंद किया उसके होठों पर भी वही चिकनाई
लग गई रश्मि ने अपना मुँह पोंछने के लिए हाथ उठाया तो अंकल ने उसका हाथ पकड़ लिया,,, फिर बोले इसे मत साफ करो इसे चख लो ये स्वाद में खराब है पर बहुत ताकत की चीज है,,,,
और फिर उन्होंने अपना लण्ड उसके होठों पर रगड दिया,,,,
उसके होंठ पूरी तरह गीले हो चुके थे,,,,अब अंकल ने एक हाथ की उंगलियों से उसकी निप्पल को खींचना और इधर उधर घुमाना शुरू कर दिया,,
रश्मि पूरी तरह गरम् हो चुकी थी....
अंकल बार बार रश्मि से कहते रश्मि इसे प्यार करो,,,,,
अब रश्मि ने उनके लण्ड के टोपे पर एक किश किया
अब अंकल ने सिसकी ली और उसके बालों में हाथ फिरा कर बोले शाबाश जान,,,,
अब रश्मि ने उनका लण्ड अपने हाथ से पकड़ा और ऊपर से नीचे तक चूमना शुरू कर दिया..
अंकल के लण्ड से बहुत सारी लार टपक रही थी
अब अंकल ने लण्ड पकडकर उसका टोपा रश्मि के होठों की तरफ कर दिया फिर अंकल बोले अब इसे चुसो जान....
रश्मि को थोड़ा अजीब सा लग रहा था पर ना चाहते हुए भी उसने मुँह खोल दिया अंकल लण्ड उसके मुँह में घुसाने लगे,,
रश्मि ने पूरा मुँह फाड़कर लण्ड अंदर जाने दिया लेकिन लण्ड मोटा था,,, सिर्फ उसका टोपा ही उसके मुँह में बन पाया,,,, अंकल ने फिर जोर लगाया तो रश्मि गूं गूं गूं गूं करने लगी और उसने अंकल के पेट पर हाथ लगाकर धक्का मार दिया और बोली आप तो बिलकुल राक्षस हो,, मेरी बिलकुल फ़िक्र नहीं कर रहे...
फिर अंकल बोले सॉरी जान तीन चार महीने से मुझे कोई नहीं मिली इसलिए जोश मे करने लगा.. फिर उसके बालों में हाथ फिरा कर लण्ड फिर उसके होंठों के पास कर दिया... अब रश्मि ने खुद लण्ड पकड़ा और अपने होंठ उसके टोपे पर रख दिए... फिर किसी बच्चे की तरह पूरे टोपे को चूमने लगी अंकल के लण्ड से लार टपक रही थी अंकल ने उसे चाटने को कहा रश्मि ने जीभ पूरे टोपे पर घुमा कर पूरा टोपा साफ कर दिया अब अंकल रश्मि के ऊपर 69 की तरह लेट गए और उसकी चूत पर मुँह लगा दिया,,, जैसे ही रश्मि की चूत से अंकल ने मुँह लगाया.. रश्मि हंस पड़ी.
अंकल बोले क्या हुआ
रश्मि : गुदगुदी हो रही है
अब अंकल ने अपनी छोटी ऊँगली उसकी चूत की दरार में फिरा दी
रश्मि ने अपने चूतड उचका दिए अब अंकल ने दोनों हाथों से उसकी चूत खोली और अपनी जीभ उसकी चूत पर फिरा दी रश्मि मजे में चूतड़ उचकाने लगी.. फिर जोर जोर से सिसकियाँ लेने लगी..
अंकल ने जोर जोर से उसकी चूत चाटनी शुरू कर दी
रश्मि पागलों की तरह अपना सिर और पैर पटकने लगी फिर
अंकल ने अपने हाथ नीचे ले जाकर लण्ड को रश्मि के मुँह पर लगा दिया..
रश्मि ने भी लपक कर उसे मुँह मे ले लिया.....
अंकल ने उसके मुँह में लण्ड घुसाना निकालना शुरू कर दिया था अंकल सुपड सुपड़ कर उसकी चूत चाट रहे थे साथ ही साथ रश्मि के मुँह को भी चोद रहे थे रश्मि बड़े जोश मे चूत उचका रही थी फिर रश्मि ने कांपना शुरू कर दिया.और वो बिलकुल शांत हो गईं ... अब अंकल उठे और उन्होंने रश्मि के पैर चौड़े कर दिए,,,, रश्मि का पूरा मुँह उसके थूक और लण्ड की लार से भीगा हुआ था... उन्होंने रश्मि की चूत पर लण्ड सेट करा ही था कि रश्मि उठ कर बैठ गई और घर जाने को कहने लगी पर अंकल बोले आज से यहीं तेरा घर है और आज हमारी सुहागरात मनेगी..
......
....
Sorry doston बाकी कल अपडेट मिलेगा
रश्मि ने फिर पीछे मुड़कर कहा अभी ये दोनों मुझसे भाभी कह रहे थे तो मतलब में तुम्हारी ही हूँ तो प्लीज अभी छोड़ो बहुत दर्द हो रहा है तुम पहले ही बहुत देर दबा चुके हो,,,, रश्मि ये सब उनकी आँखों में देखकर बोल रही थी,,, अंकल उसके होठों को ही देख रहे थे फिर रश्मि से बोले क्या में तुम्हारे लिप्स एक बार फिर चूम लूँ,,,,
रश्मि ने मुस्कुराते हुए अपने होंठ उनके होठों के पास कर
दिए,,, अंकल ने झुककर उसके होंठ अपने होठों में कैद कर लिए,,,
अभी अंकल पूरे जोश में उसके होंठ चूस रहे थे रश्मि भी उनका पूरा साथ दे रही थी,,,, दोनों के मूँह पर दोनों बहुत सारा थूंक था अंकल इतनी जोर से उसका मुँह चूस रहे थे
रश्मि को सांस लेने में तकलीफ होने लगी थी,,, उसने अब अपना मुँह अंकल से थोड़ी दूर हटाया फिर बोली,,, अंकल आज क्या मुझे खाकर ही मानोगे,,, मुझे सांस तो ले लेने दो,
में कहीं भाग थोड़ी रही हूँ,,,,
उनकी बातें सुनकर मुझे जोश चढ़ चुका था में लण्ड हिलाने लगा......
फिर अंकल ने रश्मि के चूतड़ों को पकड़ कर जोर से दबा दिया फिर बोले अब ज़ब तुम मेरी हो तो मुझे अंकल क्यों बुलाया,,,
रश्मि ने सॉरी बोला,,, फिर हसकर बोली अब अंकल की उमर के हो तो अंकल ही बोलूंगी ना,,, अंकल बोले एक बार मेरे नीचे आ जा फिर किसी को भी अंकल कहने से पहले सौ बार सोचेगी,,,
फिर अंकल ने उसका मूँह खुलवाया और अपनी जीभ उसके मुँह मे डाल दी रश्मि उसे अच्छी तरह चूसने लगी,,,
अंकल उसके चूतड़ों को बार बार दबाते फिर सहलाते कई बार उसके चूतड़ों को फैला कर उसकी गाँड़ के छेद को टटोलते अब रश्मि फिर से गर्म होने लगी,,,, इधर अंकल जो पर्दा लपेटे थे वो खुल गया था उनका लण्ड भी शायद खड़ा था,,, रश्मि बोली अंकल आपका...
वो इतना ही बोल पायी की अंकल ने उसके चूतड़ों पर चटाक से थप्पड़ मारा,,, रश्मि उई मम्मी करके रहे गईं
फिर अंकल बोले,,,,, दोबारा अंकल मत बोलना
रश्मि दर्द और कामुक आवाज में बोली ठीक है अंकल ji,,,,
अंकल ने उसकी आँखों में देखा
रश्मि फिर मुस्कुराकर बोली सॉरी जी,
अब अंकल ने रश्मि को घुमा दिया और उसकी गर्दन पर अपने होंठ लगा दिए और अपने हाथों से रश्मि की चूचियों को दबाने लगे.... रश्मि इस श..श ... श करके उनके सिर को अपने दोनों हाथों से पकड़ कर अपनी गर्दन पर दबाने लगी,,,,, और जोश में आकर
ऊपर नीचे होने लगी ,,, अंकल भी अब अपना लण्ड रश्मि के चूतड़ों की दरार मैं फिराने लगे,,,
रश्मि की सिसकियाँ पूरे कमरे में गूँज रही थीं अब अंकल ने रश्मि का हाथ पीछे करके अपने लण्ड पर लगा दिया
रश्मि को जैसे कोई करंट सा लगा उसने अपना हाथ वापस खींच लिया अंकल ने फिर उसका हाथ पकडकर अपना लण्ड उसकी मुठ्ठी मे बंद करवा दिया फिर रश्मि को बोले जान इसे थोड़ा आगे पीछे करो,,
रश्मि आहिस्ता आहिस्ता उसको सहलाने लगी अब अंकल ने एक हाथ उसकी चूत पर रख दिया रश्मि कांप गईं,,, फिर अंकल उसकी चूत को अपने हाथों से ऊपर नीचे सहलाने लगे अब रश्मि बुरी तरह से अंगड़ाई लेने लगी..... अब अंकल ने रश्मि को को कमर से पकड़ कर उठा लिया और चारपाई पर लिटा दिया फिर उसके चेहरे की तरफ अपना लण्ड कर दिया,,, रश्मि की आंखे खुली की खुली रह गईं.....
अंकल बोले रश्मि अब ये तुम्हारा है इसे प्यार करो....
रश्मि कुछ कहना चाह रही थी पर कह नहीं पायी उससे पहले ही अंकल ने अपना लण्ड उसके होंठों पर लगा दिया,,,
फिर अंकल बोले ये आज तक सिर्फ महक के ही मुँह मे गया है अब ये तुम्हारे लिए तरस रहा है फटाफट मुँह खोलो और इसे प्यार करो,,,,
रश्मि बोली नहीं अंकल आज काफ़ी हो चुका. बाकी फिर कभी करेंगे..
अब अंकल ने रश्मि की चूत को अपनी मुट्ठी में लेकर जोर से मसल दिया और बोले,,,,,,,,,,,,,,, फिर अंकल
रश्मि चिल्ला पड़ी आई,, फिर उसने कुछ कहने के लिए मुँह खोला ही था तभी अंकल ने अपना लण्ड उसके मुँह पर रख दिया....
उनके लण्ड से चिकनाई टपक रही थी जो उसकी जीभ से छू गयी और फिर जैसे ही रश्मि ने मुँह बंद किया उसके होठों पर भी वही चिकनाई
लग गई रश्मि ने अपना मुँह पोंछने के लिए हाथ उठाया तो अंकल ने उसका हाथ पकड़ लिया,,, फिर बोले इसे मत साफ करो इसे चख लो ये स्वाद में खराब है पर बहुत ताकत की चीज है,,,,
और फिर उन्होंने अपना लण्ड उसके होठों पर रगड दिया,,,,
उसके होंठ पूरी तरह गीले हो चुके थे,,,,अब अंकल ने एक हाथ की उंगलियों से उसकी निप्पल को खींचना और इधर उधर घुमाना शुरू कर दिया,,
रश्मि पूरी तरह गरम् हो चुकी थी....
अंकल बार बार रश्मि से कहते रश्मि इसे प्यार करो,,,,,
अब रश्मि ने उनके लण्ड के टोपे पर एक किश किया
अब अंकल ने सिसकी ली और उसके बालों में हाथ फिरा कर बोले शाबाश जान,,,,
अब रश्मि ने उनका लण्ड अपने हाथ से पकड़ा और ऊपर से नीचे तक चूमना शुरू कर दिया..
अंकल के लण्ड से बहुत सारी लार टपक रही थी
अब अंकल ने लण्ड पकडकर उसका टोपा रश्मि के होठों की तरफ कर दिया फिर अंकल बोले अब इसे चुसो जान....
रश्मि को थोड़ा अजीब सा लग रहा था पर ना चाहते हुए भी उसने मुँह खोल दिया अंकल लण्ड उसके मुँह में घुसाने लगे,,
रश्मि ने पूरा मुँह फाड़कर लण्ड अंदर जाने दिया लेकिन लण्ड मोटा था,,, सिर्फ उसका टोपा ही उसके मुँह में बन पाया,,,, अंकल ने फिर जोर लगाया तो रश्मि गूं गूं गूं गूं करने लगी और उसने अंकल के पेट पर हाथ लगाकर धक्का मार दिया और बोली आप तो बिलकुल राक्षस हो,, मेरी बिलकुल फ़िक्र नहीं कर रहे...
फिर अंकल बोले सॉरी जान तीन चार महीने से मुझे कोई नहीं मिली इसलिए जोश मे करने लगा.. फिर उसके बालों में हाथ फिरा कर लण्ड फिर उसके होंठों के पास कर दिया... अब रश्मि ने खुद लण्ड पकड़ा और अपने होंठ उसके टोपे पर रख दिए... फिर किसी बच्चे की तरह पूरे टोपे को चूमने लगी अंकल के लण्ड से लार टपक रही थी अंकल ने उसे चाटने को कहा रश्मि ने जीभ पूरे टोपे पर घुमा कर पूरा टोपा साफ कर दिया अब अंकल रश्मि के ऊपर 69 की तरह लेट गए और उसकी चूत पर मुँह लगा दिया,,, जैसे ही रश्मि की चूत से अंकल ने मुँह लगाया.. रश्मि हंस पड़ी.
अंकल बोले क्या हुआ
रश्मि : गुदगुदी हो रही है
अब अंकल ने अपनी छोटी ऊँगली उसकी चूत की दरार में फिरा दी
रश्मि ने अपने चूतड उचका दिए अब अंकल ने दोनों हाथों से उसकी चूत खोली और अपनी जीभ उसकी चूत पर फिरा दी रश्मि मजे में चूतड़ उचकाने लगी.. फिर जोर जोर से सिसकियाँ लेने लगी..
अंकल ने जोर जोर से उसकी चूत चाटनी शुरू कर दी
रश्मि पागलों की तरह अपना सिर और पैर पटकने लगी फिर
अंकल ने अपने हाथ नीचे ले जाकर लण्ड को रश्मि के मुँह पर लगा दिया..
रश्मि ने भी लपक कर उसे मुँह मे ले लिया.....
अंकल ने उसके मुँह में लण्ड घुसाना निकालना शुरू कर दिया था अंकल सुपड सुपड़ कर उसकी चूत चाट रहे थे साथ ही साथ रश्मि के मुँह को भी चोद रहे थे रश्मि बड़े जोश मे चूत उचका रही थी फिर रश्मि ने कांपना शुरू कर दिया.और वो बिलकुल शांत हो गईं ... अब अंकल उठे और उन्होंने रश्मि के पैर चौड़े कर दिए,,,, रश्मि का पूरा मुँह उसके थूक और लण्ड की लार से भीगा हुआ था... उन्होंने रश्मि की चूत पर लण्ड सेट करा ही था कि रश्मि उठ कर बैठ गई और घर जाने को कहने लगी पर अंकल बोले आज से यहीं तेरा घर है और आज हमारी सुहागरात मनेगी..
......
....
Sorry doston बाकी कल अपडेट मिलेगा