06-12-2019, 07:33 PM
सुबह 5 बजे माही की आँख खुली, हिना सो रही थी। माही ने उसका मम्मा मुँह में लिया और उंगली उसकी चूत में कर दी।
हिना ने मुस्कुराते हुए आँख खोल दी।
जब उसने माही का फनफनाता हुआ लंड तैयार देखा तो उसका भी मन मचल गया और वो चिपट गई माही से और अपने हाथ से उसका लंड अपनी चूत में कर किया।
एक बार फिर गुत्थम गुत्था होकर चुदाई हुई। माही ने जल्दी ही फिर हिना की चूत भर दी। माही अब उसे छोड़ कर जल्दी से उठा और कपड़े पहन कर अपने घर के लिए निकल लिया। हिना ने भी उठकर अपने और कमरे को ठीक करना शुरू किया।
बेड शीट पर पड़े माही और उसके प्यार के निशान मिटने जरूरी थे। उसने वाशिंग मशीन में सब कुछ डाला पर उस हैण्ड टॉवल को जिसमें माही के प्यार के निशान थे, संभाल कर अपनी वार्डरोब में रख दिया।
घर ठीक करते करते उसे 8 बज गए। बाहर ऑफिस बॉय आ गया था, उसे उसने ऑफिस की चाभी दी और खुद नहाने घुस गई। बाथटब में लेटे लेटे उसे बीते पलों की याद बहुत प्यारी लगीं। गत दिन उसकी जिन्दगी का एक अनोखा दिन था। रवि से बेवफाई का उसे पता नहीं क्यों अफ़सोस नहीं था और जब से माही ने बताया था कि रवि और श्वेता एक ही होटल में रुक रहे हैं, तभी से उसके मन में यह ख्याल आया था कि आज रात वो भी माही के साथ बिताए।
नहा कर उसने माही को फोन किया, पूछा- लंच में क्या लोगे? हिना ने कह दिया- मैं लंच भिजवा दूँगी।
इस पर माही बोला- तुम खुद ही ले आना, अंदर ऑफिस में खा लेंगे।
हिना खुश हो गई।
रवि का फोन भी आया कि वो शाम 8 बजे तक पहुंचेगा। हिना ने बढ़िया सा लंच बना कर पैक किया और 2 बजे करीब माही के ऑफिस अपने ड्राईवर के साथ पहुंची। जैसा उन दोनों का तय हुआ था, हिना ने लंच अपने ड्राईवर से अंदर भिजवाया, खुद गाड़ी में बैठी रही, तो माही खुद आया और उसे भी अंदर ले गया। हिना ने साड़ी पहनी थी क्योंकि मार्किट में ऑफिस था। माही उसे अन्दर बिठा कर बाहर वाले ऑफिस में चला गया और उसके लिए कोल्ड ड्रिंक भिजवा दी। थोड़ी देर बाद माही अंदर आया और डोर लॉक करके दोनों चिपक गए। माही हिना के साथ बिताये हर पल से खुश था। हालाँकि हिना की चुदाई पिछले 24 घंटे में भरपूर हो चुकी थी पर मन अभी भरा नहीं था। माही ने उसे वहाँ पड़ी सेटी पर लिटा कर एक बार पूरा पेल कर चुदाई करी और अपने हेंकी को उसे पोंछने को दे दिया, जिसे हिना ने अपनी चूत में ही फिट कर लिया, क्योंकि इतनी चुदाई हुई थी उसकी और उसकी चूत को इतना माल मिला था पीने को कि चूत लगातार टपक रही थी। माही ने धीरे से गेट का लॉक खोल दिया और दोनों लंच करने लगे। माही ने बीच में किसी काम से अपने सर्वेंट को अंदर बुलाया ताकि यह सबूत रहे कि उसने और हिना दोनों ने लंच अलग अलग किया था।
रात को श्वेता और रवि अपने अपने घर 8.30 तक पहुँच गए। रात को श्वेता ने भी माही का और हिना ने रवि का लंड यह कह कर खूब निचोड़ा कि 'दो दिन हो गए चूत प्यासी है...' और माही और रवि ने भी चुदाई घमासान की यह कह कर कि दो दिन से माल रुका हुआ है तुम्हारी चूत के इंतज़ार में...
हिना ने मुस्कुराते हुए आँख खोल दी।
जब उसने माही का फनफनाता हुआ लंड तैयार देखा तो उसका भी मन मचल गया और वो चिपट गई माही से और अपने हाथ से उसका लंड अपनी चूत में कर किया।
एक बार फिर गुत्थम गुत्था होकर चुदाई हुई। माही ने जल्दी ही फिर हिना की चूत भर दी। माही अब उसे छोड़ कर जल्दी से उठा और कपड़े पहन कर अपने घर के लिए निकल लिया। हिना ने भी उठकर अपने और कमरे को ठीक करना शुरू किया।
बेड शीट पर पड़े माही और उसके प्यार के निशान मिटने जरूरी थे। उसने वाशिंग मशीन में सब कुछ डाला पर उस हैण्ड टॉवल को जिसमें माही के प्यार के निशान थे, संभाल कर अपनी वार्डरोब में रख दिया।
घर ठीक करते करते उसे 8 बज गए। बाहर ऑफिस बॉय आ गया था, उसे उसने ऑफिस की चाभी दी और खुद नहाने घुस गई। बाथटब में लेटे लेटे उसे बीते पलों की याद बहुत प्यारी लगीं। गत दिन उसकी जिन्दगी का एक अनोखा दिन था। रवि से बेवफाई का उसे पता नहीं क्यों अफ़सोस नहीं था और जब से माही ने बताया था कि रवि और श्वेता एक ही होटल में रुक रहे हैं, तभी से उसके मन में यह ख्याल आया था कि आज रात वो भी माही के साथ बिताए।
नहा कर उसने माही को फोन किया, पूछा- लंच में क्या लोगे? हिना ने कह दिया- मैं लंच भिजवा दूँगी।
इस पर माही बोला- तुम खुद ही ले आना, अंदर ऑफिस में खा लेंगे।
हिना खुश हो गई।
रवि का फोन भी आया कि वो शाम 8 बजे तक पहुंचेगा। हिना ने बढ़िया सा लंच बना कर पैक किया और 2 बजे करीब माही के ऑफिस अपने ड्राईवर के साथ पहुंची। जैसा उन दोनों का तय हुआ था, हिना ने लंच अपने ड्राईवर से अंदर भिजवाया, खुद गाड़ी में बैठी रही, तो माही खुद आया और उसे भी अंदर ले गया। हिना ने साड़ी पहनी थी क्योंकि मार्किट में ऑफिस था। माही उसे अन्दर बिठा कर बाहर वाले ऑफिस में चला गया और उसके लिए कोल्ड ड्रिंक भिजवा दी। थोड़ी देर बाद माही अंदर आया और डोर लॉक करके दोनों चिपक गए। माही हिना के साथ बिताये हर पल से खुश था। हालाँकि हिना की चुदाई पिछले 24 घंटे में भरपूर हो चुकी थी पर मन अभी भरा नहीं था। माही ने उसे वहाँ पड़ी सेटी पर लिटा कर एक बार पूरा पेल कर चुदाई करी और अपने हेंकी को उसे पोंछने को दे दिया, जिसे हिना ने अपनी चूत में ही फिट कर लिया, क्योंकि इतनी चुदाई हुई थी उसकी और उसकी चूत को इतना माल मिला था पीने को कि चूत लगातार टपक रही थी। माही ने धीरे से गेट का लॉक खोल दिया और दोनों लंच करने लगे। माही ने बीच में किसी काम से अपने सर्वेंट को अंदर बुलाया ताकि यह सबूत रहे कि उसने और हिना दोनों ने लंच अलग अलग किया था।
रात को श्वेता और रवि अपने अपने घर 8.30 तक पहुँच गए। रात को श्वेता ने भी माही का और हिना ने रवि का लंड यह कह कर खूब निचोड़ा कि 'दो दिन हो गए चूत प्यासी है...' और माही और रवि ने भी चुदाई घमासान की यह कह कर कि दो दिन से माल रुका हुआ है तुम्हारी चूत के इंतज़ार में...