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Misc. Erotica सेक्स, उत्तेजना और कामुकता -
#44
Heart 
 12 बजे गेट पर आहट हुई, रवि था। श्वेता ने कमरे में बिलकुल अँधेरा किया और चुपके से गेट खोल दिया। रवि अंदर आया, उसे अंधेरे में कुछ नहीं दिखा। श्वेता डोर के पीछे थी, उसने डोर लॉक किया। रवि पीछे मुड़ा और सीधे श्वेता की बाँहों में पहुंचा। दोनों चिपट गए, एक दूसरे के अंदर समाने की ऐसी आग लगी थी दोनों के बदन में जो बुझ ही नहीं रही थी।


रवि ने एक मद्धम सी लाइट जलाई, श्वेता का यह रूप उसके लिए अप्रत्याशित था, वो भूखे शेर की तरह फिर लिपट गया अपनी माशूका से। अब उसने उसके मम्मों को जोर जोर से चूसना शुरू किया तो

श्वेता बोली- क्या कर रहे हो, इन्हें खा जाओगे क्या.. मैं कहीं भागी थोड़े ही जा रही हूँ!

पर जब रवि नहीं मन तो श्वेता ने उसका बरमूडा नीचे करके उसका लंड कसके दबाना शुरू किया, अब रवि को मालूम पड़ा कि दर्द क्या होता है। जैसे ही उसने मम्मों को छोड़ा, श्वेता नीचे बैठ गई और रवि का लंड पूरा मुंह में ले लिया। अब श्वेता ने इतनी जोर जोर से गन्ने की तरह रवि के लंड को चूसा की रवि को लगा वो अब बर्दाश्त नहीं कर पायेगा... उसने जबरदस्ती अपना लंड श्वेता से छुड़ाया। दोनों हंसते हुए अलग हुए और रवि ने श्वेता को गोदी में उठाया और बेड पर जा पटका। बेड स्प्रिंग का होने से बहुत गुदगुदा था। रवि उछल कर खुद भी उसके पास लेट गया और दोनों के होंठ मिल गए... दोनों बहुत खुश थे। रवि नीचे हुआ और 69 पोजीशन में आ गए दोनों... श्वेता के मुख में रवि का लंड था और रवि श्वेता की चिकनी चूत में जीभ घुसाए था। थोड़ी देर की चुसाई में ही दोनों इतनी गर्म हो गए कि रवि श्वेता को लिटाकर उसके ऊपर लेट गया और उसकी चूत में अपना लंड करके उसके मम्मों से अपनी छाती चिपटा कर उसके होठों से अपने होंठ मिला कर ऊपर नीचे होने लगा।

उसने श्वेता की बाहें ऊपर लिटा रखी थी और उसके दोनों बाहें थाम कर वो आगे पीछे हो रहा था, चुदाई के इस नए ढंग ने श्वेता की चूत में आग लगा दी, वो भी अब रवि का साथ देने लगी। और अचानक उसने रवि को नीचे पलटा, चढ़ गई उसके ऊपर और करने लगी जोर जोर से चुदाई। अब उसके मुख से बहुत आवाज निकल रहीं थी। चोदते चोदते जब वो हांफ गई तो रवि ने भी नीचे से धक्के देने शुरू किये पर उसका लंड था कि छूटने को तैयार नहीं था। रवि अब श्वेता को नीचे कर के उसके ऊपर चढ़ा और पूरा लंड पेल दिया एक ही झटके में... दस-बारह झटकों में ही रवि ने अपना माल श्वेता की चूत में भर दिया और निढाल होकर श्वेता के बगल में ही लेट गया। अगले दिन एग्जीबिशन में जाना था तो दोनों एक डीप किस करके अलग हुए और रवि अपने रूम में जाकर सो गया।

उधर माही ने श्वेता का फोन काट कर फ्रिज से जूस की दो कैन निकाली। जूस पीते समय उसने हिना से कहा- दिल्ली में श्वेता रवि के होटल में ही रूक रही है तो आज क्यों न तुम भी यहीं रुक जाओ।

हिना को डर लग रहा था, वो बोली- नहीं, यह ठीक नहीं होगा।

माही बुझे मन से हिना को छोड़ने उसके घर आया। और वो जैसे ही वापस जाने के लिए पलटा, हिना उससे लिपट गई और

बोली- आज तुम यहीं रुक जाओ!

माही मान गया और अपनी कार गेट से अंदर खड़ी करके दोनों अंदर आये। माही ने हिना को गोदी में उठा लिया और हिना उसकी कमर में टांगें लगा कर लटक गई।

दोनों के होंठ मिले हुए थे।

हिना बोली- मैं नहा कर आती हूँ, फिर डिनर के लिए चलेंगे।

माही बोला- चलो साथ ही नहाते हैं और डिनर का आर्डर कर देते हैं, यहीं आ जायेगा।

हिना ने बाथटब भरने लगा दिया और फ्रिज से एक बियर निकाल लाई। माही बियर देखकर खुश हो गया और दोनों कपड़े उतार कर बियर लेकर बाथ टब में उतर गए। माही ने बियर का एक सिप खुद लिया, एक हिना को पिलाया और बाथटब में नीचे लेट कर हिना को अपने ऊपर गोदी में लिटा लिया। उसने अपनी टाँगें चौड़ा रखी थीं और हिना उनके बीच में थी। हिना ने माही का लंड पकड़ लिया और उसे सहलाने लगी। माही भी अपने दोनों हाथों से हिना के मम्मों को मालिश कर रहा था। हिना ने अपनी गर्दन घुमाकर अपनी और माही की जीभों का मिलन करा दिया। माही नीचे खिसका, हिना भी नीचे हो गई, अब शावर की मोड़ी धार उसकी चूत पर गिर रही थी। पानी की धार हिना को दूसरे लंड का सा मजा दे रही थी।

हिना कामाग्नि में उछलने लगी और जब बर्दाश्त न हुआ तो वो पलटी और माही का लंड अपनी चूत में लेकर के उछलने लगी।

कुछ देर बाद माही ने उसे घोड़ी बनाया और पेल दिया अपना लंड उसकी चूत में... चाहता तो वो उसकी गांड मारना था पर हिना ने मना कर दिया। थोड़ी देर की पेलम पिलाई के बाद माही ने अपना माल खाली कर दिया, पानी में सब धुल गया। हिना ने नीचे से टब की कॉर्क निकाल दी और दोनों खड़े होकर नहाये और फिर बाहर आये। दोनों ने पहले तो बियर ख़त्म करी। बाहर लॉन में दोनों ने लगभग बिना कपड़ों यानी हिना ने तो केवल एक स्लीवलेस शार्ट फ्रॉक पहनी जिसमें बैठते ही उसकी चूत दिख रही थी और मियां माही तो केवल रवि की एक लुंगी लपेटे ही बैठे थे जिसमें से उनके मुंगेरी लाल बार बार बाहर आ जाते थे। हिना की फ्रॉक का गला इतना ढीला और डीप था कि वो जिसे ही झुकती उसके मम्मों का साइज़ दिख जाता और मुंगेरी लाल फिर सलामी देने बाहर आ जाते। इतने में माही ने डिनर का जो आर्डर किया था, वो आ गया। जैसे तैसे खाना निबटा कर माही ने प्लेट्स और पॉलिथीन अपनी गाड़ी में रखी। वो बियर की खाली बोतल भी रखना नहीं भूला। 11 बज चुके थे, मुंगेरी लाल धावा बोलने को तैयार थे। कुदरत का क्या करिश्मा था इधर माही और हिना अपनी जिन्दगी का नया तजुर्बा कर चुके थे और एक नई इबारत लिखने की तैयारी में थे, उधर श्वेता और रवि ने कामसूत्र की कई विधाएं अपना कर चुदाई की नई मिसाल कायम कर ली थी।

दोनों जोड़े यह सोच कर बेवफाई कर रहे थे कि वो आज अपने पार्टनर से छिपा कर ये गुल खिला रहे हैं।

हिना बाथरूम से ब्रश करके बाहर आई, इधर माही भी बाहर वाश बेसिन पर फ्रेश हो गया था। इधर उधर की लाइट बंद करते हुए हिना मुस्कुराते हुए बेडरूम की ओर गई, पीछे पीछे माही भी आया, पीछे से ही हिना को पकड़ लिया और उसके कान को अपने जीभ से चुभलाया तो हिना को गुदगुदी हुई, वो पलटी तो चिपक गई माही से! माही ने अपनी बलिष्ठ बाँहों में उसको जकड़ कर उसके होठों पे अपने होंठ रख दिए। उसका लंड लुंगी से निकल रहा था, उसने खड़े खड़े ही हिना की फ्रॉक उठा कर अपना लंड उसकी चूत में घुसा दिया।

हिना सिहर गई, बोली- चलो, बेड पर चलो।

बेड पर पहुंचते पहुंचते दोनों के कपड़े उतर गए थे। माही ने दिन में ही हिना को चूत साफ़ करने को कहा था तो पता नहीं कब टाइम निकल कर हिना ने चूत चिकनी कर ली थी। अब जब माही ने अपना मुँह उसकी चूत में लगाया तो चिकनी चूत देखकर उसने दोनों हाथों से उसकी चूत की फलक को चौड़ा किया और अपनी जीभ घुसा दी। थोड़ी देर में ही हिना पागल हो गई और अब उसकी बारी थी माही का लंड चूसने की...

तो उसने बेड पर लेटे लेटे ही माही का लंड अपने मुख में कर लिया और जोर शोर से उसे चूसने लग। माही उसके मम्मे मसल रहा था। अब बर्दाश्त की इन्तेहा हो रही थी, हिना ने लंड का चूस चूस कर बुरा हाल कर दिया था। माही हिना पर चढ़ गया और उसकी टांगों को चौड़ा करके अपना पूरा लंड पेल दिया। माही ने चुदाई की स्पीड धीमी रखी और अंदर से बाहर करते समय लंड को पूरा बाहर और फिर धीमी स्पीड में पूरा अंदर तक ठेला। इस स्लो मोशन की चुदाई में हिना को बहुत मजा आ रहा था,

वो बड़बड़ाने लगी- और जोर से चोदो ना मेरे राजा... आज चोद चोद कर इसका भुरता बना दो। तुम तो कह रहे थे कि आज इसे फाड़ दोगे... तो फ़ाड़ो ना मेरी जान... बहुत मजा आ रहा है।

अब माही ने भी स्पीड बढ़ा दी। स्पीड बढ़ने से हिना की आवाज भी बढ़ती गई... और एक धमाके के साथ माही ने अपना सारा माल हिना की चूत में भर दिया। हिना ने माही को कस के चिपका लिया, वो उसका लंड भी अपनी चूत से नहीं निकालने दे रही थी। दोनों निढाल होकर बगल बगल ही सो गए।
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RE: सेक्स, उत्तेजना और कामुकता - - by usaiha2 - 06-12-2019, 07:32 PM



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