Thread Rating:
  • 0 Vote(s) - 0 Average
  • 1
  • 2
  • 3
  • 4
  • 5
Romance काला इश्क़!
update 57


 उस दिन के बाद से ऋतू में अचानक ही बहुत बदलाव आने लगे, उसने बिना मुझे पूछे-बताये एक जॉब ढूँढी और संडे को मुझे चौंकाते हुए बोली; "जानू! मैंने एक पार्ट टाइम जॉब ढूँढ ली है! नेक्स्ट सैटरडे से ज्वाइन कर रही हूँ|" अब ये सुन कर मैं चौंक गया; "क्या? क्या जर्रूरत है तुझे जॉब करने की?"

"जर्रूरत है.... बहुत जर्रूरत है!" ऋतू ने कुछ सोचते हुए कहा| 
"किस बात की जर्रूरत है?" मैंने ऋतू से प्यार से पुछा|


"आप कहते हो ना की हमें फ्यूचर के बारे में सोचना चाहिए, तो मैं भी वही कर रही हूँ| इस पार्ट टाइम जॉब से मुझे ऑफिस का एक्सपीरियंस मिलेगा, कल को जब मैं फुल टाइम जॉब के लिए जाऊँगी तो ये एक्सपीरियंस वहाँ मेरे काम आएगा|" जो वो कह रही थी वो सही भी था| 
"पर कॉलेज और जॉब कैसे मैनेज करेगी?" मैंने चिंता जताते हुए कहा|


"वो सब मैं देख लूँगी! आपको कोई शिकायत नहीं मिलेगी|" ऋतू ने आत्मविश्वास से कहा|

"अच्छा एक बात बता, तेरे जॉब ज्वाइन करने के बाद हम सैटरडे-संडे कैसे मिलेंगे?" मैंने पुछा| ऋतू के पास मेरी इस बात का कोई जवाब नहीं था!

“We’ll figure out something?” ऋतू बोली|

“NO YOU’VE TO FIGURE OUT SOMETHING!” मैंने हँसते हुए सारी बात ऋतू पर डाल दी, ऋतू भी मुस्कुराने लगी और उसने जिम्मेदारी ले ली|


मैंने ऋतू का माथा चूमा और उसने मुझे कस कर अपनी बाहों में जकड़ लिया| मैं खुश था की वो अब जिम्मेदारी उठाना चाहती है, पर वो ये नैन जानती थी की ये फैसला इतना आसान नहीं जितना वो सोच रही है| पिछलीबार जब उसने अनु मैडम का प्रोजेक्ट ज्वाइन किया था तब वहाँ मैं भी काम करता था और ऋतू के लिए मैं सहारा था, पर नए ऑफिस में नए लोगों के साथ एडजस्ट करना इतना आसान नहीं था| कम से कम ऋतू के लिए तो बिलकुल आसान नहीं होगा, मैं चाहता तो ये बात मैं ऋतू को समझा सकता था पर वो शायद इस बात को नहीं मानती| जब खुद एक्सपीरियंस करेगी तब मानेगी! 

उसके ऑफिस का पहले दिन मैं उसे खुद छोड़ने गया, main gate पर उसे 'all the best' कहा और ऋतू मुस्कुराते हुए अंदर चली गई| उस दिन ऋतू ने मुझे 100 बार फ़ोन किया, कुछ न कुछ पूछने के लिए| वो बहुत nervous थी और छोटी-छोटी चीजें जैसे की file कैसे save करते हैं पूछने लगी| मैं उसकी nervousness समझ सकता था और मैं उससे आज बहुत ज्यादा ही प्यार से बात कर रहा था| 4-5 दिन लगे ऋतू की nervousness खत्म होने में, पर अब हमारा सैटरडे-संडे मिलने का प्रोग्राम कम होने लगा था| ऋतू कई बार weekdays में भी ऑफिस जाने लगी थी, हमारा प्यार बस फ़ोन कॉल और वीडियो कॉल तक ही सिमट कर रह गया था| अब इसका कोई न कोई इलाज तो निकालना ही था तो मैंने सर से रिक्वेस्ट की ओवरटाइम करने की| पर उन्होंने साफ़ मना कर दिया|

                  इधर महीना भर हुआ की ऋतू का मन मुझे मिलने के लिए बेचैन होने लगा था| एक दिन की बात थी हम दोनों रात को वीडियो कॉल कर रहे थे, ऋतू अचानक से रो पड़ी| "जानू! मुझसे नहीं हो रहा ये सब! आपके बिना मेरा हाल बहुत बुरा है... काम करने का मन नहीं कर रहा| मैं सच में idiot हूँ, आपने कहा था की हम नहीं मिल पाएंगे पर फिर भी मैंने जिद्द की! प्लीज जानू!....मुझे ये जॉब नहीं करनी....प्लीज......"

"अरे जान तो छोड़ दो ना!" मैंने कहा|

"पर....?" ऋतू कुछ सोच में पड़ गई|

"यार कोई भी बहाना बना दे और रिजाइन कर दे!" मैंने सरलता से कहा और ऋतू का चेहरा फिर से खिल गया| अगले ही दिन उसने ऑफिस में ये कह दिया की उसकी शादी तय हो गई है और इसलिए उसे जॉब छोड़ने पड़ रही है| शाम को जब उसने मुझे ये बात बताई तो मुझे बड़ी हँसी आई| चलो ऋतू को ये बात समझ आ गई की जिंदगी में कोई भी फैसला लेने से पहले उसके Pros and Cons सोच लेने चाहिए| उस दिन के बाद से ऋतू ने अपना ध्यान पढ़ाई में लगा दिया, सैटरडे-संडे हम दोनों के लिए होते थे| इस डेढ़ दिन में हम एक दूसरे को खूब प्यार करते और दिन बस एक दूसरे की बाहों में ही बीतता| दिन-महीने बीते और फिर ऋतू का जन्मदिन आ गया और मैं तो छुट्टी के लिए पहले से ही बोल चूका था इसलिए कोई दिक्कत नहीं हुई| इस बार हम लॉन्ग ड्राइव पर निकले और फिर बाहर ही खाना-पीना हुआ, फिर घर वालों से बात कराई और सब ने इस बार बड़े प्यार से उसे आशीर्वाद दिया| अगले दिन चूँकि ऑफिस था तो इसलिए हम वो रात साथ नहीं गुजार पाए पर ऋतू को इसका जरा भी गिला नहीं था क्योंकि उसने पूरा दिन बहुत एन्जॉय किया था|


कुछ महीने और बीते फिर मेरा जन्मदिन आया और इस दिन की तैयारी ऋतू ने करनी थी| रात को ठीक बारह बज कर एक मिनट पर उसने मुझे कॉल किया और birthday wish किया, फिर अगली सुबह मैं उसे लेने पहुँचा और ऋतू ने सीधा शॉपिंग जाने को कहा| ऋतू ने अपनी पूरी एक महीने की सैलरी बचाई थी, थी तो वो चिल्लर ही पर उसका मन था मेरे लिए कुछ खरीदने को इसलिए हम दोनों मॉल आ गए| Shirts की प्राइस देख कर ऋतू को उसकी सैलरी पर हँसी आ गई और वो बोली; "इतने में तो मुश्किल से एक शर्ट-पैंट आएगी|"

"वो भी नहीं आएगी!" मैंने हँसते हुए कहा| ऋतू ने पर्स से एक लॉलीपॉप निकाली और उसे चूसते हुए बोली; "हाँ पर एक तरीका है? आप मुझे उधार दे दो, मैं आपको 'In Kind' वापस कर दूँगी!" ऋतू ने मुझे आँख मारते हुए कहा| 


[Image: RituSuckinglolipop.gif]


मैं ऋतु का मतलब समझ गया की घर जा कर मुझे In Kind में क्या मिलेगा| उसने मुझे 2 शर्ट और पैंट दिन तरय करने को, इधर मेरा ध्यान उसके लॉलीपॉप चूसते होठों से हट ही नहीं रहा था| ऋतू भी समझ गई थी की मैं क्या देख रहा हूँ, उसने जबरदस्ती मुझे trial room में धकेल दिया और शर्ट try कर के दिखाने को कहा| मैंने पहले एक शर्ट और पैंट try कर के ऋतू को दिखाई तो वो लॉलीपॉप चूसते हुए नॉटी तरीक से बोली; "हाय!!!!" अब मुझसे उसका ये रूप बर्दाश्त नहीं हो रहा था| मैंने इधर-उधर देखा की कोई हमें देख तो नहीं रहा और फिर ऋतू का हाथ पकड़ कर उसे अंदर खींच लिया| ऋतू ने अपने मन से लॉलीपॉप निकाल दी और मैंने अपने दोनों हाथों से उसका चेहरा थामा और उसके गुलाबी होठों को चूम लिया| ऋतू के मुंह से मुझे स्ट्रॉबेर्री की खुशबु आ रही थी| मैंने अपनी जीभ को ऋतू के मुंह में दाखिल किया और स्ट्रॉबेर्री फ्लेवर को चखने लगा| पर मेरा लंड नीचे बेकाबू होने लगा और उसमें दर्द हो रहा था| ऋतू का हाथ अपने आप ही उस पर आ गया और वो उकडून हो कर नीचे बैठ गई| उसने पैंट की ज़िप खोली और मैंने पैंट का बटन खोला| फिर ऋतू ने अपनी पतली-पतली उँगलियों से मेरे लंड को कच्छे से आजाद किया और चमड़ी पीछे खींच कर सुपाडे को मुँह में भर लिया| जैसे ही सुपाडे ने ऋतू के मुँह में प्रवेश किया और वो ऋतू के ऊपर वाले तालु से टकराया मेरी सिसकारी निकल गई; "स्स्सस्स्स्स....ऋतू!!!" और इधर ऋतू ने अपने मुँह को आगे-पीछे करना शुरू कर दिया| मैं अपने दोनों हाथ पीछे बांधे अपनी कमर आगे-पीछे करने लगा| मैं और ऋतू बिलकुल एक लय के साथ काम में लगे थे| जब ऋतू अपना मुँह पीछे खींचती ठीक उसी समय मैं अपनी कमर पीछे खींचता और फिर जैसे ही ऋतू अपना मुँह आगे लाती मैं भी अपनी कमर उसके मुँह की तरफ धकेल देता| फिर ऋतू को क्या सूझा की उसने मेरा लंड अपने मुँह से निकाला और उसके हाथ में जो लॉलीपॉप थी उसे चूसने लगी| फिर अगले ही पल उस लॉलीपॉप को निकाल उसने फिर से मेरा लंड अपने मुँह में भर लिया| अब वो मेरे लंड को चूसने लगी जैसे की वो लॉलीपॉप हो, अब मेरी हालत ख़राब होने लगी थी| मैंने अपना लंड उसके मुँह से निकला और हिलाते हुए अपना सारा माल उसके मुँह में उतार दिया| 


[Image: h56crb6i0cck.jpg]
(कृपया GIF play करने के लिए पिक्चर पर क्लिक करें|) 

घी सा गाढ़ा मेरा माल उसकी जीभ पर निकला और साथ-साथ थोड़ा उसके होठों और नाक पर फ़ैल गया| ऋतू सब चाट कर पी गई और फिर अपने पर्स से टिश्यू निकाल कर अपना मुँह साफ़ किया|

"Now we're even!" ऋतू ने मुस्कुराते हुए कहा| मैंने ऋतू के गाल पर प्यार से चपत लगाईं और फिर वो मेरे गले लग गई| अपने कपडे दुरुस्त कर हम दोनों बाहर आये, वो तो शुक्र है किसी ने हमें देखा नहीं| वो शर्ट और पैंट खरीद कर हम दोनों घर आ गए|

       घर पहुँचे ही थे की ऋतू ने किसी को फ़ोन कर के बुला लिया| "कुछ नहीं, बस आपके लिए एक सरप्राइज है!" ऋतू ने मुझसे पर्स लिया और उसमें से 500 रूपए निकाल कर पर्स वापस दे दिया| इतने में घर से फ़ोन आ गया और सब ने बड़े बधाइयाँ दी और ऊपर से ताई जी ने शादी की भी बात छेड़ दी! जैसे-तैसे उन्हें टाल कर मैंने कॉल काटा की दरवाजे पर दस्तक हुई| ऋतू ने खुद दरवाजा खोला और पैसे दे कर कुछ बॉक्स जैसा ले लिया| फिर उस बॉक्स को टेबल पर रख कर बोली; "Happy Birthday जानू!" उस बॉक्स में केक था और केक पर भी हैप्पी बर्थडे जानू लिखा था! मैंने कैंडल बुझा कर एक पीस काटा और ऋतू को खिलाया, ऋतू ने केक के ऊपर की क्रीम अपनी ऊँगली से निकाली और मेरे होठों पर लगा दी और उचक कर मेरी गोद में चढ़ कर मेरे होठों को चूसने लगी| केक का स्वाद अब मुझे ऋतू के मुँह से आ रहा था| 


[Image: RituNMeKiss.gif]


ऋतू की बुर की हालत अब खराब होने लगी थी, मैंने ऋतू को नीचे उतारा और हम दोनों ने अपने-अपने कपडे निकाल फेंके! ऋतू पलंग पर अपनी टांगें खोल कर

बैठ गई और तब मुझे उसकी बुर से रस टपकता हुआ दिखाई दिया| 



[Image: wla9z4ug2ks4.jpg]
(कृपया GIF play करने के लिए पिक्चर पर क्लिक करें|) 


इससे पहले की मैं आगे बढ़ कर वो रस चख पाता, ऋतू पलट गई और अपनी गांड मेरी ओर घुमा दी| अब उसकी गांड देख कर तो लंड नाचने लगा और ठुमके मार के मुझे उस तरफ चलने को कहने लगा| इधर ऋतू नीचे को झुक गई और अपनी गांड ओर ऊपर की तरफ उठा दी| 


[Image: mh83238lt3xl.jpg]
(कृपया GIF play करने के लिए पिक्चर पर क्लिक करें|) 

अब तो मुझे उसकी गांड और भी बड़ी दिखने लगी| मैंने पीछे से अपना लंड उसकी बुर में पेल दिया ओर पूरे-पूरे धक्के मारने लगा| हर धक्के के साथ लंड जड़ समेत पूरा अंदर उतर जाता, मेरे हर धक्के से ऋतू की कराह निकलने लगी थी| "आह...जानू!...उम्म्म...आअह्ह्ह!!!!" दस मिनट की दमदार चुदाई और ऋतू के साथ मैं उसकी बुर में ही झड़ गया|


"थैंक यू जान! ये वाला बर्थडे सबसे बेस्ट था!" मैंने सांसें कण्ट्रोल करते हुए कहा| ऋतू उठी और मेरे पास आ कर मेरे ऊपर चढ़ कर लेट गई| हम घंटे भर तक ऐसे ही पड़े रहे और तब उठे जब पेट में 'गुर्र्ररर' की आवाज आई| ऋतू ने कुछ खाने के लिए आर्डर किया और हम दोनों मुँह-हाथ-लंड-बुर धो कर, कपडे पहन कर फिर से एक दूसरे के आगोश में बैठ गए| कुछ देर बाद ऋतू बोली; "जानू! आपकी 'अनु' का फ़ोन आया था?" मैं ये सुन कर थोड़ा हैरान हुआ क्योंकि वाक़ई में इतने महीनों में उन्होंने मुझे कोई कॉल/मैसेज नहीं किया था| मैं चुप रहा क्योंकि उस टाइम मैं क्या कहता?! "यही दोस्ती होती है क्या? जब उनकी इज्जत उस ट्रैन के डिब्बे में खतरे में थी तब आप उनके साथ थे ना? उनके डाइवोर्स के वक़्त में आप उनके साथ थे ना? उनके कारन ही आपका नाम कोर्ट केस में घसींटा गया और उन्हीं के कारन आपने वो जॉब छोड़ी और उन्होंने आज तक आपको कभी कॉल या मैसेज किया? वो तो बैंगलोर चली गईं और वहाँ मजे कर रहीं हैं, ते देखो..." ये कहते हुए ऋतू ने अपने फ़ोन में उनकी फेसबुक प्रोफाइल दिखाई जिसमें वो कहीं घूमने गईं थीं और अपने दोस्तों के साथ 'चिल' कर रहीं थीं| "जब इंसान का काम निकल जाता है तो वो उस इंसान को भूल जाता है जो उसके बुरे वक़्त में उसके साथ था|" ऋतू ने बहुत गंभीर होते हुए मुझे कहा ऐसा लगा जैसे वो मुझे जिंदगी का पाठ पढ़ा रही हो! "यार! मैं मानता हूँ जो तुम कह रही हो वो सही है पर मैंने सिर्फ दोस्ती निभाई थी उसके बदले में अगर उन्होंने मुँह मोड़ लिया तो इसमें मेरी क्या गलती है?" मैंने कहा पर ऋतू आज मेरी क्लास लेने के चक्कर में थी; "इसका मतलब ये तो नहीं की लोग आपका फायदा उठाते रहे? Mr. कुमार को एक बलि का बकरा चाहिए था तो उन्होंने आपको चुना, इनको अपने पति से प्यार नहीं मिला तो आपसे दोस्ती कर ली और जब दोनों का काम निकल गया तो आप को छोड़ गए! ये कैसी दोस्ती?" ऋतू की बात सुन मैं मुस्कुरा दिए और मेरी ये मुस्कराहट देखते ही ऋतू पूछने लगी; "आप क्यों मुस्कुरा रहे हो?"

"जान! मैंने सिवाय तुम्हारे कभी किसी से कुछ expect ही नहीं किया! राखी, मोहिनी, अनु सब जानती थीं की आज मेरा जन्मदिन है पर मुझे इनके कॉल नहीं आने का जरा भी दुःख नहीं| हाँ तुमने जो कहा वो सही है और मैं मानता हूँ की मैं लोगों की कुछ ज्यादा ही मदद कर देता हूँ या ये कहूँ की मैं उन्हें ना नहीं कह पाता| आज से मैं खुद को चेंज करूँगा और किसी की भी मदद करने से पहले देख लूँगा की कहीं उसके चक्कर में मेरा नुक्सान ना हो जाये|" ये सुन कर तो जैसे ऋतू को लगा की उसका पढ़ाया हुआ सबक मेरे पल्ले पड़ गया और वो खुश हो गई| तभी खाना आ गया और हमने पेट भर के खाया और शाम को मैं ऋतू को हॉस्टल छोड़ आया|


कुछ दिन बीते और फिर पता चला की कुमार की कंपनी बंद हो गई और मेरे दो colleagues अरुण और सिद्धार्थ की जॉब छूट गई| सिद्धार्थ ने तो नई जॉब जुगाड़ से ढूँढ ली थी पर अरुण के पास अब भी जॉब नहीं थी| मैंने अपनी कंपनी में बात की और सर से उसकी थोड़ी सिफारिश की और सर मान गए पर उसे पोस्टिंग बरेली में मिली|


फिर एक दिन पता चला की मोहिनी की शादी तय हो गई है, शायद अब उसने Move on करने का तय किया था| उसकी शादी बड़े धूम-धाम से हुई, पता नहीं मुझे ऐसा लगा की कहीं मेरे सामने जाने से मोहिनी का जख्म हरा न हो जाए| पर चूँकि शादी का बुलावा हमारे पूरे घर को गया था तो मजबूरन मुझे भी सब के साथ जाना ही पड़ा| अब सब के सब सबसे पहले मेरे घर आने वाले थे तो एक दिन पहले मुझे और ऋतू को मिल कर ढंग से सफाई करनी पड़ी| ऋतू की सारी चीजें मैंने उसे दे दी, उसकी पैंटी, ब्रा, टॉप्स, एयरिंग्स, कंघी, मंगलसूत्र, चूड़ियाँ, साड़ियाँ सब! पूरे घर को इस कदर साफ़ किया की वहाँ ऋतू का एक DNA तक नहीं बचा| "हाय! मेरे जिस्म की पूरी महक आपने भगा दी!" ऋतू मुझे छेड़ते हुए बोली| मैंने ऋतू को बाहों में भरा और कहा; "घर से ही गई है ना? मेरे जिस्म से तो तेरी महक नहीं गई ना?" ये सुन कर ऋतू शर्मा गई और मेरे सीने में अपना सर छुपा लिया| जब सब लोग घर आये तो चकाचक घर को देख कर सब ने बड़ी तारीफ की, माँ और ताई जी तो घूम-घूम कर निरक्षण करने लगीं की कहीं कोई गलती निकाल सकें| फिर वहाँ से सब ऋतू के हॉस्टल पहुँचे और वहाँ आंटी जी ने बड़े अच्छे से सब का स्वागत किया| वो पूरा दिन ना तो मैं मोहिनी से मिल पाया ना ही कोई मौका मिला था| रात को जब बरात आई और खाना-पीना हुआ उसके बाद  सब लोग एक-एक कर अपनी फोटो खिंचवाने स्टेज पर चढ़ने लगे| अब हमें भी चढ़ना था और शगुन देना था, मैं सबसे आखिर में खड़ा था पर मोहिनी ने फोटो खींचने के बाद मुझे आवाज दे कर बुलाया; 'अरे मानु जी! आप कहाँ जा रहे हो? मेरे हस्बैंड से तो मिल लो?" ये कहते हुए उसने मेरा intro अपने हस्बैंड से करवाया| "ये हैं मेरे गुरु जी! कॉलेज में यही मुझे 'एकाउंट्स की शिक्षा देते थे!!!'" मोहिनी ने हँसते हुए कहा| उसके पति को लगा की मैं उसका टीचर हूँ; "यार इतना भी बुड्ढा मत बना, अभी तो मेरी शादी भी नहीं हुई?" ये सुन कर हम तीनों हँस दिए|

"Anything special that I should know?" मोहिनी के पति ने पुछा|

"बहुत बोलती है ये... प्लीज इसे बोलने मत देना वरना ये ऐसा रेडियो है जो शुरू हो जाए तो बंद नहीं होता|"  मैंने मोहिनी का मजाक उड़ाते हुए कहा| मोहिनी ने मुझे प्यार से एक घूँसा मारा| "देख लिया मारती भी है! Insurance करवाया है ना अपना? कहीं टूट-फूट जाओ तो!" हम तीनों खूब हांसे और मुझे ये जान कर ख़ुशी हुई की मोहिनी इस शादी से बहुत खुश है| पूरी शादी में ऋतू मुझसे दूर रही थी और माँ और ताई जी के साथ बैठी रहती| एक पल के लिए तो मैं भी सोच में पड़ गया की इतनी समझदार कैसे हो गई?
[+] 2 users Like Rockstar_Rocky's post
Like Reply


Messages In This Thread
काला इश्क़! - by Rockstar_Rocky - 09-10-2019, 11:13 AM
RE: काला इश्क़! - by asha10783 - 12-10-2019, 05:29 AM
RE: काला इश्क़! - by Black Horse - 13-10-2019, 11:32 AM
RE: काला इश्क़! - by Arv313 - 13-10-2019, 01:16 PM
RE: काला इश्क़! - by Sam Fisher - 14-10-2019, 10:05 PM
RE: काला इश्क़! - by uttu7887 - 24-10-2019, 08:23 AM
RE: काला इश्क़! - by smartashi84 - 25-10-2019, 04:38 PM
RE: काला इश्क़! - by smartashi84 - 04-11-2019, 10:46 AM
RE: काला इश्क़! - by smartashi84 - 05-11-2019, 03:07 PM
RE: काला इश्क़! - by uttu7887 - 12-11-2019, 07:47 PM
RE: काला इश्क़! - by Arv313 - 12-11-2019, 09:49 PM
RE: काला इश्क़! - by smartashi84 - 14-11-2019, 03:30 PM
RE: काला इश्क़! - by uttu7887 - 19-11-2019, 09:19 PM
RE: काला इश्क़! - by Dev rathore - 23-11-2019, 07:05 AM
RE: काला इश्क़! - by smartashi84 - 25-11-2019, 04:04 PM
RE: काला इश्क़! - by smartashi84 - 27-11-2019, 02:29 PM
RE: काला इश्क़! - by smartashi84 - 27-11-2019, 03:38 PM
RE: काला इश्क़! - by chodu baba - 27-11-2019, 06:57 PM
RE: काला इश्क़! - by Prativiveka - 27-11-2019, 10:40 PM
RE: काला इश्क़! - by chodu baba - 28-11-2019, 01:02 AM
RE: काला इश्क़! - by chodu baba - 28-11-2019, 04:23 PM
RE: काला इश्क़! - by chodu baba - 28-11-2019, 07:51 PM
RE: काला इश्क़! - by chodu baba - 30-11-2019, 10:46 PM
RE: काला इश्क़! - by Rockstar_Rocky - 06-12-2019, 07:23 PM
RE: काला इश्क़! - by smartashi84 - 09-12-2019, 11:19 AM
RE: काला इश्क़! - by Arv313 - 10-12-2019, 11:11 PM
RE: काला इश्क़! - by Prativiveka - 11-12-2019, 07:28 AM
RE: काला इश्क़! - by Prativiveka - 15-12-2019, 09:55 PM
RE: काला इश्क़! - by Arv313 - 16-12-2019, 07:55 PM
RE: काला इश्क़! - by Arv313 - 16-12-2019, 08:00 PM
RE: काला इश्क़! - by Prativiveka - 16-12-2019, 08:59 PM
RE: काला इश्क़! - by Prativiveka - 16-12-2019, 10:48 PM
RE: काला इश्क़! - by harrydresden - 17-12-2019, 12:12 AM
RE: काला इश्क़! - by smartashi84 - 17-12-2019, 04:26 PM
RE: काला इश्क़! - by vedprakash - 18-12-2019, 05:58 AM
RE: काला इश्क़! - by smartashi84 - 18-12-2019, 10:55 AM
RE: काला इश्क़! - by Jizzdeepika - 18-12-2019, 08:27 PM
RE: काला इश्क़! - by harrydresden - 18-12-2019, 11:29 PM
RE: काला इश्क़! - by Jizzdeepika - 19-12-2019, 09:50 PM
RE: काला इश्क़! - by Arv313 - 19-12-2019, 11:05 PM
RE: काला इश्क़! - by Prativiveka - 20-12-2019, 06:28 AM
RE: काला इश्क़! - by Arv313 - 21-12-2019, 07:01 AM
RE: काला इश्क़! - by Jizzdeepika - 21-12-2019, 07:34 AM
RE: काला इश्क़! - by smartashi84 - 21-12-2019, 02:34 PM
RE: काला इश्क़! - by Prativiveka - 21-12-2019, 10:16 PM
RE: काला इश्क़! - by Prativiveka - 21-12-2019, 10:16 PM
RE: काला इश्क़! - by Jizzdeepika - 22-12-2019, 08:58 PM
RE: काला इश्क़! - by Prativiveka - 23-12-2019, 05:58 AM
RE: काला इश्क़! - by smartashi84 - 23-12-2019, 11:02 AM
RE: काला इश्क़! - by harrydresden - 23-12-2019, 10:37 PM
RE: काला इश्क़! - by smartashi84 - 24-12-2019, 03:23 PM
RE: काला इश्क़! - by Prativiveka - 24-12-2019, 10:21 PM
RE: काला इश्क़! - by Prativiveka - 24-12-2019, 10:24 PM
RE: काला इश्क़! - by johnni - 25-12-2019, 01:31 PM
RE: काला इश्क़! - by smartashi84 - 26-12-2019, 12:58 PM
RE: काला इश्क़! - by johnni - 26-12-2019, 10:32 PM
RE: काला इश्क़! - by nts - 26-12-2019, 10:41 PM
RE: काला इश्क़! - by vedprakash - 28-12-2019, 05:50 AM
RE: काला इश्क़! - by Jizzdeepika - 28-12-2019, 07:24 AM
RE: काला इश्क़! - by smartashi84 - 30-12-2019, 11:19 AM
RE: काला इश्क़! - by harrydresden - 30-12-2019, 10:16 PM
RE: काला इश्क़! - by smartashi84 - 31-12-2019, 01:45 PM
RE: काला इश्क़! - by Prativiveka - 31-12-2019, 10:35 PM
RE: काला इश्क़! - by Jizzdeepika - 01-01-2020, 09:31 AM
RE: काला इश्क़! - by Prativiveka - 02-01-2020, 07:34 AM
RE: काला इश्क़! - by smartashi84 - 02-01-2020, 11:21 AM
RE: काला इश्क़! - by smartashi84 - 03-01-2020, 12:09 PM
RE: काला इश्क़! - by smartashi84 - 04-01-2020, 05:01 PM
RE: काला इश्क़! - by uttu7887 - 04-01-2020, 09:45 PM
RE: काला इश्क़! - by smartashi84 - 06-01-2020, 02:47 PM
RE: काला इश्क़! - by smartashi84 - 08-01-2020, 12:45 PM
RE: काला इश्क़! - by harrydresden - 08-01-2020, 05:01 PM
RE: काला इश्क़! - by Jizzdeepika - 09-01-2020, 08:49 AM
RE: काला इश्क़! - by Prativiveka - 08-01-2020, 10:07 PM
RE: काला इश्क़! - by Jizzdeepika - 10-01-2020, 03:06 PM
RE: काला इश्क़! - by Ashuk - 10-01-2020, 11:36 PM
RE: काला इश्क़! - by kill_l - 12-11-2020, 03:20 PM



Users browsing this thread: 1 Guest(s)