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Misc. Erotica सेक्स, उत्तेजना और कामुकता -
#33
Heart 
मैं उससे बोला:- मैं सच कह रहा हूँ।


संजना अभी भी उसी नग्न अवस्थामें थी, गदराया बदन, सुडौल शरीर, काफी सुदर चेहरा। रोहित ने एक नजर सन्जू को देखा, सन्जू ने भी रोहित को देखा। तभी मैंने सन्जू को रोहित के सामने बेड पर पटक दिया और अब तक खड़ा हो चुका अपना लंड को उसकी चूत में घुसा दिया l सन्जू की चूत अभी तक गीली ही थी सो फच की आवाज के साथ मेरा लंड अन्दर चला गया और मैं उसे रोहित के सामने ही चोदने लगा। ये सब देखकर रोहित का लंड पैन्ट में हरकत करने लगा और कुछ पैन्ट में उभार भी आ गया। ये सब सन्जू देख रही थी.

मैं बोला:- क्या देख रही हो?

वो बोली:- उसकी पैन्ट में।

आखिर सन्जू की भी लगातार इमेजिन कर कर के कहीं ना कहीं उसके मन में भी पराये लंड से चुदवाने की इच्छा थी। लेकिन स्त्री अपने आप को सीमित कर के रखती है।

मैं सन्जू को और जोर से चोदने लगा, वो जोर जोर से आहें भरने लगी और पूरा कामातुर हो गई, शायद पहली बार किसी गैरके सामने चुदनेसे उसे कुछ ज्यादा मजा आ रहा था। वो इस्स्सस ... आह ... ओह... करते जारही थी। वो अब इस पोजिशन में थी कि उसकी शर्म हया सब खत्म हो गई थी और वो सिर्फ मजे ले रही थी।

करीब पांच ही मिनट के चुदाई के बाद वो बोली:- और जोर से कीजिये ना... मेरा हाने वाला है।

मैं बोला:- रुको, अब रोहित से चुदवाओ।

मैंने अपना लंड निकाल लिया और रोहित जो अब तक मूकदर्शक बन कर ये सब देख रहा था, को पास बुलाया और उसकी पैन्ट नीचे सरका दी। उसने जांघिया नहीं पहना था, उसका लंड एका-एक बाहर आ गया जो पूरा खड़ा था। सन्जू उसे पूरा ध्यान से देख रही थी। रोहित का लंड मुझसे लंबाई में छोटा यानि कि लगभग 5.5 इंच का था, लेकिन मोटाई मेरे ही जितना था। उसका लंड गोरापन लिये हुए था और उसका सुपारा, जो हल्का खुल गया था, पूरा गुलाबी था, जबकि मेरा लंड काला हो गया था।

संजना पहली बार किसी पराये मर्दका लंड अपनी आंखों से देख रही थी, उसका भी जल्दी से इससे चुदवाने का मन हो रहा था। आखिर कितनी भी पतिव्रता है ... आखिर है तो एक जवान औरत ही ना ... वैसे भी वो अपने चरमोत्कर्ष पर थी। मैंने संजना को इशारा किया तो सन्जू बेड से नीचे आई और अपने कोमल हाथों से रोहित के लंड को छुआ, अपने दोनों हाथों से उसे पकड़ा तो रोहित का लंड की पूरी नसें उभर कर सामने आ गई उसने आंख मूँद लिया।

सन्जू मुझसे बोली:- येतो बहुत ही ज्यादा गोरा है।

मैंने उसे इशारा किया कि इन्जोय करो। उसने एक दो बार हाथ को आगे पीछे किया और एकाएक रोहित का लंड की चमड़ी को पीछे कर उसका पूरा लंड अपने मुंह में ले लिया। इससे रोहित कसमसाया और आँखें खोल कर इस्स... सअअ .अअ... की लंबी सित्कारी निकाली। संजना के चेरी रेड लिपस्टिक वाले होंठों के अन्दर रोहित को गोरा लंड बड़ा ही कामुक लग रहा था।

अभी रोहित का लंड संजना के मुंह में 10 सेकेंड भी नहीं रहा होगा कि रोहित का लंड फड़कता अनुभव हुआ। और ये क्या...संजना उम्म ... अ ... उम्म कर रही थी और इधर रोहित के लंड से पूरा वीर्य संजना के मुख में छुट गया। संजना को उबकायी सी आई, वो उल्टी जैसा ओं ... ओं करने लगी और रोहित का लंड मुंह से निकाल दिया l

उसने थोड़ा सा मुंह खोलातो मैंने देखा कि संजना का पूरा मुंह वीर्य से भरा है, उसका पूरा मुख सफेद तथा अत्यधिक गाढ़ा वीर्य से भरा हुआ था। वीर्य इतना गाढा़ और अधिक था कि संजना के मुख से चिपक गया था। वो इसे थूकना चाह रही थी पर थूक नहीं पा रही थी तो वो उसे धीरे धीरे कर के गटक गई। सन्जू की आंखें पूरी नशीली हो गई थी।

वो मुझसे बोली:- बस यही... ये मुझको खुश करने वाला था? ये तो 10 सेकेंड में ही झड़ गया। तब तक रोहित, जो पसीने से तर-बतर था,

बोला:- भाभी जी, ये मैंने जिदगी में पहली बार किया था तो बरदाश्त नहीं हो पाया।

अब संजना बोली:- आपका ये तो चेला फेल हो गया, अब मेरी संतुष्टि का क्या?

मैं बोला:- मैं हूँ ना जान!

और मैं संजना को डॉगी स्टाईल में करके रोहित के सामनेही उसे पूरी ताकतसे चोदने लगा।संजना को डॉगी स्टाईल में काफी मजा आता है। चुदाई इतनी जबरदस्त थी कि पूरा दिवान हिल रहा था और सन्जू की चूची हिलोरें ले रही थी। लगभग 10 मिनट चुदाई के बाद संजना बोली:- अब मैं झड़ने वाली हूँ। और एकाएक उसका शरीर अकड़ा और वो आह ... अअ ... उम्म्ह... अहह... हय... याह... अ..अ... अ...अ की लंबी सीत्कार के साथ झड़ गई और पेट के बल ही बेड पर पस्त हो गई।

मैं बोला:- मेरा अब तक नहीं हुआ है.

वो बोली;- अब मुझसे बरदाश्त नहीं होगा।

तो मैं बोला;- ठीक है! अपने मुंह से ही कर दो!

और अपना लंड उसके मुख में घुसा दिया तो वो चूसने लगी।

लगभग 2 मिनट चूसने के बाद मेरा झड़ने वाला था। वो जान गई तो बोली:- बाहर निकालिये!

परंतु मैंने उसके मुख में ही वीर्य निकाल दिया।

संजना ने मेरा वीर्य को बाहर थूक दिया।

मैंने सन्जू को कहा:-ये क्या बात हुई? तुम रोहित का सारा वीर्य पी गई और मेरा थूक दिया?

सन्जू ने कहा:- प्लीज बुरा मत मानियेगा, लेकिन इसके वीर्य में जरा सा भी गंध नहीं थी, मुझे बड़ा अच्छा लगा।

मैं बोला:- हाँ समझ सकता हूँ! आखिर इसका जीवन का पहला वीर्य स्त्राव था, ये गंध रहित ही रहता है। ये सब करने के बाद जब हम दोनों ने रोहित को देखा तो 'ये क्या ... रोहित का लंड तो पूर्व की तरह ही फिर से अकड़ कर तैयार हो गया था और फुफकार मार रहा था।'

सन्जू बोली:- अरे इतनी जल्दी फिर से खड़ा हो गया?

रोहित फिर हम लोगों के पास आया और बोला:- भैया, एक बार मुझे भी भाभी को चोदने दो ना?

सन्जू बोली:- बिल्कुल नहीं!

वो मायूस हो गया, बोला:- भाभी प्लीज ... मैंने जिंदगी में कभी भी चुदाई नहीं की है।

मैं सन्जू से बोला:- सन्जू मान जाओ ना, बेचारा कितना मासूम है. और वैसे भी ये 2-4 झटके में ही तो गोल हो जायेगा।

इस बात पर सन्जू बोली;- इसीलिए तो ... ये तो डाल कर ही झड़ जायेगा।

लेकिन फिर काफी मनाने पर वो मान गई और पीठ के बल लेट गई और मेरी आंखों के सामने पहले बार किसी दूसरे का लंड अपने चूत में ले रही थी। रोहित ने अपना लंड, जो कि काफी टाईट था, को सन्जू की चूतमें टिकाया और घुसाने लगा, पर सन्जू की चूत सूख चुकी थी। मैंने उसकी चूत में थोड़ा वेसलीन लगा दिया।

अब रोहित ने दोबारा अपना लंड मेरी बीवी की चूत में घुसाया तो उसका लंड चूत में घप्प के आवाज के साथ प्रवेश कर गया। सन्जू को कुछ ज्यादा भराव महसूस हुआ उसकी टाईटनेस के वजह से। लंड घुसने के साथ ही रोहित शांत हो गया और संजनाके नंगे शरीरपर लेट गया। संजना को अजीब लगा, उसने पूछा:- क्या हुआ?

मुझे लगा जैसे वो झड़ गया. मैं बोला:- क्या रे ... झड़ गया क्या?

तो संजना बोली:- नहीं झड़ा तो नहीं है।

रोहित कुछ नहीं बोला और उसने सन्जू के लाल लाल होंठों पर अपना होंठ सटाना चाहे तो सन्जू ने मना कर दिया और कहा:- ये सिर्फ मेरे पति के लिए हैं।

फिर रोहित, जिसका मुंह सन्जू के सीने पर था, ने सन्जू की बायीं चूची के निप्पल को अपने मुंह में ले लिया और लगा चूसने! सन्जू को गुदगुदी हुई पर वो कुछ नहीं बोली। अब रोहित उसी स्थिति में सन्जू की कभी इस चूची को तो कभी उस चूची को बेतहाशा चूसे जा रहा था। अब धीरे धीरे फिर संजना को वासना का नशा चढ़ने लगा था, उसने आंखें मूँद ली थी।

लगभग 5 मिनट चूची को चूसने के बाद रोहित बिना लंड निकाले खड़ा हुआ और संजना को धीरे धीरे चोदने लगा। संजना भी अब मजे लेने लगी थी और उम्म्ह... अहह... हय... याह... कर रही थी। औरत में यही गुण है कि वो दूसरी बार अगर मर्द चाहे तो तुरंत तैयार हो जाती है। रोहित लगभग 2-3 मिनट तक चोदे जा रहा था. मुझे आश्चर्य हुआ कि वही लड़का है जो पहली बार 10 सकेंड में खल्लास हो गया था।
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RE: सेक्स, उत्तेजना और कामुकता - - by usaiha2 - 06-12-2019, 07:10 PM



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