06-12-2019, 07:09 PM
2 मिनट के बाद सन्जू स्वयं बोली:- कुछ इमेजिन करने बोलिए ना! मैं समझ गया कि वो किसी को इमेजिन कर के चुदवाना चाहती है. (यहाँ मैं बता दूँ कि जैसा कि आपने मेरी पूर्व की कहानी में पढ़ा ही होगा कि मैं और सन्जू अक्सर इमेजिन करके चुदाई करते हैं)
मैं बोला:- ठीक है, किसको इमेजिन करोगी?
वो बोली:- जो आप कहो? (मैं जानता था कि उसके मन में कुछ है इसीलिए उसने पहल की है।)
मैं बोला:- नहीं, तुम कहो, मैं तो हमेशा कहता हूँ. और तुम संकोच मत करो, येतो सिर्फ इमेजिनेशन है जिससे मुझे कोई ऐतराज नहीं। वो थोड़ी सकुचा कर धीमी आवाज में बोली:- आज मैंने सेक्स वीडियो में एक महिला को एक कम उम्र के लड़के के साथ सेक्स करते देखा था. तो आप वो छोटा लड़का और मैं तो मैं हूँ ही। मैंने ये कभी ट्राई नहीं किया था इसलिए मुझे भी रोमांच आ गया और हाँ बोल कर रोल प्ले शुरु कर दिया।
वो उसी पोज में चुदवाते हुए बोली:- हाँ बाबू, मुझे जोर से चोदो ना।
मैं बोला:- हाँ भाभी, चोद रहा हूँ!
और सन्जू को चोदने लगा. वो हाँ ... ऐसे ही ... आह ... ईस्सस कर रही थी। 10 मिनट इसी पोज में चोदने के बाद एकाएक मैंने उसकी एक टांग को नीचे कर दी और एक टांग अपने कंधे के ऊपर कर के अपना स्पीड बढ़ाकर चोदने लगा।
सन्जू आह ... आह ... ओह ... ईसअअ करने लगी। स्पीड में चोदने से उसकी चूची पूरी हिल रही थी जिससे मुझे और मजा आ रहा था। सन्जू को देखने से भी ऐसा प्रतीत हो रहा था जैसे वो जन्नत के मजे ले रही है। इस पोज में लगभग 05 मिनट चोदवाने के बाद सन्जू बोली:- सुनो ना ऐ लड़का अब डोगी स्टाईल में करो ना। फिर सन्जू अपना पोज बदल कर डोगी स्टाईल में आ गई। इस पोज में सन्जू का गांड का उभार स्पश्ट दिखता है। सन्जू का गांड उसके शरीर के अपेक्षा काफी बड़ा और उभरा हुआ है यहाँ तक कि मेरे गांड से भी बड़ा है और इस पोज में तो और ज्यादा बड़ा दिखता है। उसका मांसल जांघ भी कयामत ढाती है। अब मैं सन्जू को इसी पोज में पूरा वेग से चोदने लगा। वो पूरा उम्ह ... उम्ह ... हुं ... आह ... ओह ... ओह ... कर रही थी।
इस पोज में लगभग 10 मिनट चोदवाने के बाद वो अचानक बोली:+ औ... र अअअ... जो... अअ.. र से क..रो। मैंने अपना पूरा वेग बढ़़ा दिया और सन्जू को चोदने लगा. पूरा कमरा उसके आंह ... उंह ... उई ... ईसस्स ... से तथा मेरे लंड के चूत में अन्दर बाहर करने से फच्च ... फच्चच की आवाज से गूंज रहा था। मेरी बीवी की चूची और उसकी गांड पूरा जोर जोर से हिल रही थी। लग रहा था जैसे अब वो झड़ने वाली थी. और थी भी वही बात...वो बोली:- मेरा होने वाला है। अचानक मेरे घर के मेन गेट की घंटी बजने लगी और बाहर से आवाज आई:- दूध ले लीजिए।
सन्जू पूरा गुस्साई कि अभी ही इसे आना था और बोली:- दूध लेने छोड़िये ना अभी मुझे कीजिए ना,
मैं बोला:- नहीं, वो चिल्लाते रहेगा l और मैंने अपनी बीवी की चूत से लंड निकाला और गमछा लपेट कर दूध लेने जाने लगा। सन्जू मन मसोस कर रह गई।
मैंने दरवाजा खोला तो दूध देने वाला लड़का खड़ा था। एकाएक मेरे दिमाग में एक खुराफात सूझी। मैंने उसे बोला:- बाबू, अभी और कितने घर दूध देने जाना है?
उसका नाम रोहित था, वो बोला:- भैया जी, बस लास्ट आप ही के यहाँ था।
मैं बोला:- ठीक है, थोड़ी देर यहीं रुको, मैं महीने का पैसा जोड़कर देता हूँ। (अब मैं थोड़ा उस दूध वाले के विषय में बता दूँ। उसका नाम रोहित है, ग्वाला है, उम्र कोई 18 साल होगी। काफी दुबला पतला शरीर, वजन मुश्किल से 35-40 किलो होगा, लंबाई लगभग सन्जू के ही जितनी। लेकिन दिखने में काफी गोरा और सुन्दर था।)
मैं अपने बेडरूम में आया तो सन्जू उसी नग्न अवस्था में मेरा इंतजार कर रही थी,
वो बोली:- आइये ना जल्दी से, वो चला गया ना?
मैं बोला:- आता हूँ!
और उसके पास जाकर उसे बोला:- अच्छा बताओ अभी तुम किससे चुदवा रही थी?
वो मुस्कुराती हुई बोली:- आप नहीं जानते क्या?
मैं बोला:- जानता हूँ ... फिर भी तुम्हारे मुख से सुनना चाहता हूँ।
वो धीरे से बोली:+ एक 18 साल के लड़के से।
और वो मुझसे चुदवाने के लिए आतुर हो गई।
मैंने पूछा:- कैसा लग रहा है वो लड़का?
वो बोली:+ बहुत अच्छा।
मैं बोला:- जो लड़का दूध देने आता है, उस जैसा?
वो थोड़ा चुप रही, फिर वो बोली:- हाँ।
इन सब बातों से उसकी कामलालसा और ज्यादा भड़क रही थी, वो बोली:- अब आ भी जाइए ना!
मैं बोला:- अब उसी दूध वाले को ही इमेजिन करना!
वो बोली:- ठीक है।
एकाएक मैंने उसे बोला:- अच्छा, सच में वो लड़का चोदने के लिए मिल जाये तो तुम उससे चुदवाओगी?
वो एकदम से नाराज हो गई और मुझे बुरा भला कहने लगी, बोली:- आप क्या मुझे कोई वेश्या समझते हैं? मैं एक ऊंचे कुल खानदान की बेटी हूँ, आईंदा ऐसे शब्द अपने मुंह से नहीं निकालियेगा।
वो फिर बोली:- इमेजिन करना अलग बात है, वो भी मैं आपके खातिर करती हूँ, सिर्फ आपको खुश करने के लिए, इसका मतलब ये नहीं कि आप मुझे वेश्या बना दें।
मुझे लगा कि ये तो भड़क रही है। मैंने उसे समझाया:- सोचो तुम्हें इमेजिन करनेमें इतना मजा आता है तो सच में कितना मजा आयेगा।
वो बोली:- देखिये, मैं आपसे बहुत प्यार करती हूँ और मैं आपके साथ सेक्स से पूरी तरह संतुष्ट हूँ।
मैं बोला:- मैं जानता हूँ. और मैं भी तुमसे बहुत प्यार करता हूँ और इससे मेरा प्यार कम नहीं होगा। यह मेरी फेन्टेसी है जो दिलो दिमाग पे छायी हुई हैl प्लीज मेरे खातिर ये कर लो, मैं तुम्हारा एहसानमन्द रहूँगा। मैंने सन्जू के पैऱ पकड़ लिये और गिड़गिड़ाने लगा और बोला:- प्लीज!
वो बोली:- आप क्यों जिदकर रहेहैं? यह गलत है।
मैं बोला:- ये मेरे विश्वास से हो रहा है और मेरा विश्वास और तुम पर बढ़ेगा ही, कम नहीं होगा।
वो चुप रही।
मैंने फिर अंतिम बाण छोड़ते हुए कहा:- तुम्हें मेरी कसम, प्लीज मेरी बात मान लो।
वो बोली:- हद है, आप कैसे मर्द हैं?
फिर बोली:- मैं तो सब कुछ आप ही के लिए करती हूँ, अगर आप नहीं तो मेरे लिए दुनिया में कुछ नहीं।
फिर एक लंबी सांस लेकर बोली:- ठीक है, पर ये संभव कैसे है?
मेरी खुशी का ठिकाना नहीं रहा और मैं बोला:- वो तुम मुझ पे छोड़ दो।
वो अब बोली:- अब तो आप मुझे खुश कीजिये.
और यह कहकर सन्जू मेरे होंठों को चूसने लगी। सन्जू अभी तक संतुष्ट नहीं हुई थी और वो उसके लिए व्याकुल थी।
एकाएक मैं बोला:- अब रही बात खुश करने की ... तो तुम उसी ग्वाले से भी खुश हो सकती हो।
वो बोली:- वो कैसे संभव है?
मैंने कहा:- वो बाहर खड़ा है!
वो बोली:- आप कितने बदमाश हैं. यानि कि ये सब आपकी प्लानिंग थी।
मैं सिर्फ हंस दिया और बोला' कि तुम इसी अवस्था में रहना।
मैं बाहर गया और रोहित को कहा:- अन्दर आ जाओ, भाभी से पैसा ले लो।
वो बेचारा मासूम जैसे ही मेरे बेडरुम में घुसा, वो संजना को नंगी देखकर उल्टे पैर पीछे भागा.
तभी मैंने पीछे से उसे रोका और पूछा:- क्या हुआ?
वो लगभग डरते हुए बोला:- भैया, मुझे माफ कर दो, मैं नहीं जानता था! और वो गिड़गिड़ाने लगा।
मैंने उसे शांत किया और बोला:- कोई बात नहीं, अन्दर आओ।
वो बोला:- नहीं भैया! (वो अभी डर रहा था।)
मैं उसका हाथ पकड़कर अन्दर ले गया और बोला:- अपनी भाभी को चोदोगे?
वो तो जैसे हक्का बक्का हो गया:- उसे लगा कि मैं उसे टोर्चर कर रहा हूँ और उससे नाराज हूँ। वो फिर माफी मांगने लगा।
मैं बोला:- ठीक है, किसको इमेजिन करोगी?
वो बोली:- जो आप कहो? (मैं जानता था कि उसके मन में कुछ है इसीलिए उसने पहल की है।)
मैं बोला:- नहीं, तुम कहो, मैं तो हमेशा कहता हूँ. और तुम संकोच मत करो, येतो सिर्फ इमेजिनेशन है जिससे मुझे कोई ऐतराज नहीं। वो थोड़ी सकुचा कर धीमी आवाज में बोली:- आज मैंने सेक्स वीडियो में एक महिला को एक कम उम्र के लड़के के साथ सेक्स करते देखा था. तो आप वो छोटा लड़का और मैं तो मैं हूँ ही। मैंने ये कभी ट्राई नहीं किया था इसलिए मुझे भी रोमांच आ गया और हाँ बोल कर रोल प्ले शुरु कर दिया।
वो उसी पोज में चुदवाते हुए बोली:- हाँ बाबू, मुझे जोर से चोदो ना।
मैं बोला:- हाँ भाभी, चोद रहा हूँ!
और सन्जू को चोदने लगा. वो हाँ ... ऐसे ही ... आह ... ईस्सस कर रही थी। 10 मिनट इसी पोज में चोदने के बाद एकाएक मैंने उसकी एक टांग को नीचे कर दी और एक टांग अपने कंधे के ऊपर कर के अपना स्पीड बढ़ाकर चोदने लगा।
सन्जू आह ... आह ... ओह ... ईसअअ करने लगी। स्पीड में चोदने से उसकी चूची पूरी हिल रही थी जिससे मुझे और मजा आ रहा था। सन्जू को देखने से भी ऐसा प्रतीत हो रहा था जैसे वो जन्नत के मजे ले रही है। इस पोज में लगभग 05 मिनट चोदवाने के बाद सन्जू बोली:- सुनो ना ऐ लड़का अब डोगी स्टाईल में करो ना। फिर सन्जू अपना पोज बदल कर डोगी स्टाईल में आ गई। इस पोज में सन्जू का गांड का उभार स्पश्ट दिखता है। सन्जू का गांड उसके शरीर के अपेक्षा काफी बड़ा और उभरा हुआ है यहाँ तक कि मेरे गांड से भी बड़ा है और इस पोज में तो और ज्यादा बड़ा दिखता है। उसका मांसल जांघ भी कयामत ढाती है। अब मैं सन्जू को इसी पोज में पूरा वेग से चोदने लगा। वो पूरा उम्ह ... उम्ह ... हुं ... आह ... ओह ... ओह ... कर रही थी।
इस पोज में लगभग 10 मिनट चोदवाने के बाद वो अचानक बोली:+ औ... र अअअ... जो... अअ.. र से क..रो। मैंने अपना पूरा वेग बढ़़ा दिया और सन्जू को चोदने लगा. पूरा कमरा उसके आंह ... उंह ... उई ... ईसस्स ... से तथा मेरे लंड के चूत में अन्दर बाहर करने से फच्च ... फच्चच की आवाज से गूंज रहा था। मेरी बीवी की चूची और उसकी गांड पूरा जोर जोर से हिल रही थी। लग रहा था जैसे अब वो झड़ने वाली थी. और थी भी वही बात...वो बोली:- मेरा होने वाला है। अचानक मेरे घर के मेन गेट की घंटी बजने लगी और बाहर से आवाज आई:- दूध ले लीजिए।
सन्जू पूरा गुस्साई कि अभी ही इसे आना था और बोली:- दूध लेने छोड़िये ना अभी मुझे कीजिए ना,
मैं बोला:- नहीं, वो चिल्लाते रहेगा l और मैंने अपनी बीवी की चूत से लंड निकाला और गमछा लपेट कर दूध लेने जाने लगा। सन्जू मन मसोस कर रह गई।
मैंने दरवाजा खोला तो दूध देने वाला लड़का खड़ा था। एकाएक मेरे दिमाग में एक खुराफात सूझी। मैंने उसे बोला:- बाबू, अभी और कितने घर दूध देने जाना है?
उसका नाम रोहित था, वो बोला:- भैया जी, बस लास्ट आप ही के यहाँ था।
मैं बोला:- ठीक है, थोड़ी देर यहीं रुको, मैं महीने का पैसा जोड़कर देता हूँ। (अब मैं थोड़ा उस दूध वाले के विषय में बता दूँ। उसका नाम रोहित है, ग्वाला है, उम्र कोई 18 साल होगी। काफी दुबला पतला शरीर, वजन मुश्किल से 35-40 किलो होगा, लंबाई लगभग सन्जू के ही जितनी। लेकिन दिखने में काफी गोरा और सुन्दर था।)
मैं अपने बेडरूम में आया तो सन्जू उसी नग्न अवस्था में मेरा इंतजार कर रही थी,
वो बोली:- आइये ना जल्दी से, वो चला गया ना?
मैं बोला:- आता हूँ!
और उसके पास जाकर उसे बोला:- अच्छा बताओ अभी तुम किससे चुदवा रही थी?
वो मुस्कुराती हुई बोली:- आप नहीं जानते क्या?
मैं बोला:- जानता हूँ ... फिर भी तुम्हारे मुख से सुनना चाहता हूँ।
वो धीरे से बोली:+ एक 18 साल के लड़के से।
और वो मुझसे चुदवाने के लिए आतुर हो गई।
मैंने पूछा:- कैसा लग रहा है वो लड़का?
वो बोली:+ बहुत अच्छा।
मैं बोला:- जो लड़का दूध देने आता है, उस जैसा?
वो थोड़ा चुप रही, फिर वो बोली:- हाँ।
इन सब बातों से उसकी कामलालसा और ज्यादा भड़क रही थी, वो बोली:- अब आ भी जाइए ना!
मैं बोला:- अब उसी दूध वाले को ही इमेजिन करना!
वो बोली:- ठीक है।
एकाएक मैंने उसे बोला:- अच्छा, सच में वो लड़का चोदने के लिए मिल जाये तो तुम उससे चुदवाओगी?
वो एकदम से नाराज हो गई और मुझे बुरा भला कहने लगी, बोली:- आप क्या मुझे कोई वेश्या समझते हैं? मैं एक ऊंचे कुल खानदान की बेटी हूँ, आईंदा ऐसे शब्द अपने मुंह से नहीं निकालियेगा।
वो फिर बोली:- इमेजिन करना अलग बात है, वो भी मैं आपके खातिर करती हूँ, सिर्फ आपको खुश करने के लिए, इसका मतलब ये नहीं कि आप मुझे वेश्या बना दें।
मुझे लगा कि ये तो भड़क रही है। मैंने उसे समझाया:- सोचो तुम्हें इमेजिन करनेमें इतना मजा आता है तो सच में कितना मजा आयेगा।
वो बोली:- देखिये, मैं आपसे बहुत प्यार करती हूँ और मैं आपके साथ सेक्स से पूरी तरह संतुष्ट हूँ।
मैं बोला:- मैं जानता हूँ. और मैं भी तुमसे बहुत प्यार करता हूँ और इससे मेरा प्यार कम नहीं होगा। यह मेरी फेन्टेसी है जो दिलो दिमाग पे छायी हुई हैl प्लीज मेरे खातिर ये कर लो, मैं तुम्हारा एहसानमन्द रहूँगा। मैंने सन्जू के पैऱ पकड़ लिये और गिड़गिड़ाने लगा और बोला:- प्लीज!
वो बोली:- आप क्यों जिदकर रहेहैं? यह गलत है।
मैं बोला:- ये मेरे विश्वास से हो रहा है और मेरा विश्वास और तुम पर बढ़ेगा ही, कम नहीं होगा।
वो चुप रही।
मैंने फिर अंतिम बाण छोड़ते हुए कहा:- तुम्हें मेरी कसम, प्लीज मेरी बात मान लो।
वो बोली:- हद है, आप कैसे मर्द हैं?
फिर बोली:- मैं तो सब कुछ आप ही के लिए करती हूँ, अगर आप नहीं तो मेरे लिए दुनिया में कुछ नहीं।
फिर एक लंबी सांस लेकर बोली:- ठीक है, पर ये संभव कैसे है?
मेरी खुशी का ठिकाना नहीं रहा और मैं बोला:- वो तुम मुझ पे छोड़ दो।
वो अब बोली:- अब तो आप मुझे खुश कीजिये.
और यह कहकर सन्जू मेरे होंठों को चूसने लगी। सन्जू अभी तक संतुष्ट नहीं हुई थी और वो उसके लिए व्याकुल थी।
एकाएक मैं बोला:- अब रही बात खुश करने की ... तो तुम उसी ग्वाले से भी खुश हो सकती हो।
वो बोली:- वो कैसे संभव है?
मैंने कहा:- वो बाहर खड़ा है!
वो बोली:- आप कितने बदमाश हैं. यानि कि ये सब आपकी प्लानिंग थी।
मैं सिर्फ हंस दिया और बोला' कि तुम इसी अवस्था में रहना।
मैं बाहर गया और रोहित को कहा:- अन्दर आ जाओ, भाभी से पैसा ले लो।
वो बेचारा मासूम जैसे ही मेरे बेडरुम में घुसा, वो संजना को नंगी देखकर उल्टे पैर पीछे भागा.
तभी मैंने पीछे से उसे रोका और पूछा:- क्या हुआ?
वो लगभग डरते हुए बोला:- भैया, मुझे माफ कर दो, मैं नहीं जानता था! और वो गिड़गिड़ाने लगा।
मैंने उसे शांत किया और बोला:- कोई बात नहीं, अन्दर आओ।
वो बोला:- नहीं भैया! (वो अभी डर रहा था।)
मैं उसका हाथ पकड़कर अन्दर ले गया और बोला:- अपनी भाभी को चोदोगे?
वो तो जैसे हक्का बक्का हो गया:- उसे लगा कि मैं उसे टोर्चर कर रहा हूँ और उससे नाराज हूँ। वो फिर माफी मांगने लगा।