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Adultery जोरू का गुलाम उर्फ़ जे के जी
कन्या भोग







[Image: 6163157fedeb2d2aad3e79d4380e1951.jpg]

वैसे उस पार्टी में मम्मी की सहेली ने जो एक्सक्लूसिव पार्ट आफ पार्टी थी ,उसमें जो ' कन्या भोग ' हुआ ( और जिसका खुल के मजा मैंने भी लिया ) सब की सब कच्ची कलियाँ , बिना भोगी ,... मिड टीन्स , 

,आधी से ज्यादा तो मिसेज मोइत्रा की कबूतरियों की ही उमर की थीं ,दो चार मेरी ममेरी ननद की उमर की होंगी

 
मेरे अलावा ज्यादातर लेट थर्टीज ( मेरी मम्मी की एज वाले ग्रुप से ) और कुछ फार्टिज में

सब की सब पक्की एम् आई एल ऍफ़ वाली , ... 

[Image: Mil-stripping-saree-10.jpg]


और कच्ची कलियाँ मैंने बताया , आधी से ज्यादा मिसेज मोइत्रा की कबुतरियों की तरह हाईस्कूल वाली , कुछ मेरी ममेरी ननद, इनके माल गुड्डी की तरह इंटर , ... उससे बड़ी कोई नहीं , ... सब की सब एकदम कच्ची कलियाँ ,  

और दो चार को छोड़ के , बाकी कभी ' भोगी' भी नहीं गयी। 
 
मेरे हवाले जो की की गयी , एकदम नयी बछेड़ी , ... दर्जा आठ में पढ़ती थी


[Image: ecf22c9f2cbb0fd32e7fd96fd764b1c3.jpg]


हाथ पैर भी बहुत फेंक रही थी जब उससे कहा गया की कपडे उतारने पड़ेंगे


मौसी बोलीं ,

दे आज की तू खास गेस्ट है , इसलिए सबसे कमसिन तुझे दे रही हूँ , लेकिन सुबह तक इसे एकदम ,... 


[Image: MIL-W-Indian-wife-removing-blouse-in-saree.jpg]


 
मैं मौसी से हँसते बोलीमौसी आप और मम्मी वाली के कान काटेगी ये ,...
 
शिल्पा नाम था उसका , ...

एक झंझट और , वो पूरी तरह से तोपी ढाँकी , शलवार कुरता , चुन्नी भी चौपत के , जैसे गाँव की मिडिल स्कूल की लड़कियां ,


 
ऐसा नहीं था की मैंने लड़कियों के साथ , ... 


बोर्डिंग में कितनी बार मैंने , ... रैगिंग में तो सब जूनियर्स के कपडे उतरवाने में , ... और उसके बाद ,

पुरुष के मामले में यह पहले और अकेले थे अबतक , लेकिन कन्या रस जब मैं इंटर में थी तभी से ,...


[Image: lez-kiss-13993528.gif]
 
बस शुरुआत मैंने दुप्पटे से की , ... 

वो सोच रही थी मैं शलवार का नाडा खोलूंगी और वो दोनों हाथों से उस कस के दबोचे थी जैसे पता नहीं कौन सा खजाना वहां छुपा हो , ...

जबतक वो सम्हले सम्हले उसका दुपट्टा मेरे हाथ में ,  

फिर तो जैसे शेरनी किसी हिरणी के बच्चे को दबोचती है

मैंने सिर्फ कस के उसे दबोच कर पूरी ताकत से उसे चार पांच मिनट सिर्फ दबा के रखा , ... वो छुड़ाने की कोशिश करती रही , हाथ पैर फेंकती रही ,
 
मैं बीच में थोड़ी ढील दे देती और उसकी हरकते बढ़ जातीं , लेकिन मैं नाडा खोलने की कोशिश करती , उसका कुरता उतारने की

हाँ , हाथ बार बार ले जरूर जाती कभी उसकी जाँघों के बीच

बस वो पूरी ताकत से मुझे धकेलने की कोशिश करती , हटाने की जुगत लगाती

मैं दोनों अपनी टाँगे फैलाकर उसके ऊपर चढ़ कर बैठ गयी थी , और बस उसे उठने नहीं दे रही थी ,
 
कुछ देर में वो अपनी कोशिशों से जब थक गयी , तो मैंने पहले तो अपने दोनों हाथों से उसकी कलाइयों को  दबोचा

फिर मेरे घुटने उसके कंधे पर थे , और एक हाथ से उसकी दोनों फसी हुयी कलाई पकड़ कर


उसी के दुपट्टे से दोनों कलाइयाँ कस के बाँध दी , अब  वो लाख उछले कूदे

उसके हाथ मेरे रास्ते में बाधा  नहीं बन सकते थे ,
 
फिर पहले कुरता खुला , छोटी सी ब्रा भी हटी ,
 
एकदम मस्त चूजे , २८ नंबर के जस्ट रहे थे




उसे लगा की लड़कों की तरह मैं वहां हाथ लगाउंगी , लेकिन मैं भी ,
 
पहले प्यार से मैंने उस हल्के हलके चूमना शुरू किया वो भी होंठों और गालों पर नहीं , कानों के नीचे गले पर

कंधे पर और फिर गालों और होंठों पर

[Image: lesbian-kiss-tumblr-nwsajn3u-Xc1tbywgho10-r1-500.gif]

जब उसने मेरे किस का हलके हलके जवाब देना शुरू किया तो मैंने नए रहे कबूतरों से दोस्ती करनी शुरू की , ...


उसकी बॉडी  टेंशन से स्टिफ हो गयी ,

तो मैंने वहां से उँगलियाँ हटा ली और फिर सिर्फ उँगलियों के सिरे से कभी उसकी पीठ पर कभी पेट पर जस्ट टैप कर रही थी मारे
 
कुछ देर बाद मेरे होठ उन नए रहे जवानी के फूलों के चारो ओर , ... और अबकी जब मेरी उँगलियाँ ,
 
निप्स बस समझिये ढूंढने पड़ते ,... जैसे मटर की नयी रही कच्ची फलियों में मटर के दाने होते हैं उसी की साइज के

[Image: nips-tumblr-orm9w76-BKX1u74mh9o1-1280.jpg]
 
लेकिन बड़े सेंसिटिव , जैसे मैंने निप्स  पर जीभ की टिप से फ्लिक करना शुरू किया , ... वो सिसकने लगी , ... 

और मुझे खजाने की चाभी मिल गयी , चाहे मर्द हो या औरत , चाहे कोई खूब खेली खायी चार चार बच्चों की माँ हो या एकदम कच्ची कली , ... सब की देह में एक दो प्वाइंट ऐसे होते हैं जो उसके शरीर के , मन के तिलस्म के बटन होते हैं


कितना भी हाथ पैर मारे वो , अगर एक बार उस जगह हाथ लग गया तो खुद टाँगे फैला देगी ,...
 
और वो बटन मुझे मिल गया था ,
 
लेकिन लड़का हो या लड़की पहले खूब तड़पाना चाहिए , ... तो मैंने भी,

बस जीभ की टिप बस छुला के हटा लेती , ... और जब वो खुद उचकने लगी तो मैंने बस होंठों के बीच दबा दबा कर खूब हलके हलके उन्हें चूसना शुरू किया ,


[Image: Guddi-Nips-suck-11807731.gif]
 
ऐसा नहीं था की उसका हाथ पैर  पटकना बंद हो गया , ... 

हाथ तो खैर मैंने उसी के दुपट्टे से कस के बांधे थे , ... लेकिन जब मैंने शलवार का नाडा पकड़ा तो एक बार फिर से 


उसने अपनी दोनों जाँघों को भींच लिया , ...
 
नाडा खोलने की किसे जल्दी थी ,
 
मेरे होंठ निप सक कर रहे थे , और मेरा एक हाथ उस कच्ची कली , आंठवी वाली के नए रहे उभार को सहला रहा था ,
 
 
दूसरे हाथ से मैंने उसकी जाँघों के ऊपरी हिस्से को शलवार के ऊपर से सहलाना शुरू किया , ... बस थोड़ी देर में उसकी भिंची जाँघे ढीली पड़ने लगीं , ...  जैसे नेचुरली सरक कर मेरा हाथ पहले तो जाँघों के बीच
 
सीधे उसकी सोन चिरैया के ऊपर , शलवार के ऊपर से ही
 
मैंने दबाया सहलाया , बस ऐसे ही हाथ रखे रही और एक बार फिर से अपना पूरा ध्यान उसके निप्स पर

अब मैं हलके से नहीं बल्कि कस के चूस रही थी , और मेरा हाथ भी नयी आयी चूँचियों को मसल रहा था रगड़ रहा था ,
 
और वो सिसक रही थी , कस कस  के , ...
[Image: Lez-nip-suck-19626778.gif]

 
जाँघों के बीच वाला हाथ भी अब चालू हो गया , शलवार के ऊपर से उसकी सहेली को सहलाने दुलराने में , ... अपनी टाँगे उसकी टांगों के बीच डालकर मैंने फंसा रखी थी , वो लाख कोशिश कर डाले , अब उसकी जाँघे दूर दूर ही रहनी थी। 
 
एक हाथ शलवार के ऊपर से सहला रहा था , और अब मेरे होंठों ने निप  बदल लिया , हाथ दूसरे हाथ की सहायता करने ,
 
शलवार का नाडा बड़े आराम से खुला , ... 

उसने थोड़ा चूतड़ उचकाए , लेकिन तबतक शलवार सरक कर उसकी जाँघों के नीचे ,
 
और पहली बार उसकी गुलाबो पर किसी का हाथ पड़ा , बस जस्ट टच , खूब हलके से पूरी हथेली मेरी ,...


[Image: Lez-fingering-tumblr-nwsajn3u-Xc1tbywgho3-500.gif]
 
 
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ANUSHKA IS ASHWIN'S SWEET WIFE - by ashw - 05-04-2019, 06:02 AM
RE: जोरू का गुलाम उर्फ़ जे के जी - by komaalrani - 05-12-2019, 06:33 AM



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