04-12-2019, 08:52 PM
फिर अंकल बोले रश्मि मेरे पास आकर बैठो.. रश्मि बोली अंकल बहुत देर हो चुकी है हमें अब चलना चाहिए.... मे कपड़े पहनती हूँ आप भी जल्दी से चाय खत्म करो .. इतना कहकर रश्मि कमरे से बाहर कपड़े उतारने के लिए निकली.. फिर बिना कपड़ों को लिए ही अंदर भागी.. और ड्रम के पीछे जाकर बैठ गईं तभी बाहर से दो आदमी अंदर आये एक गोरा था और एक काला ...
गोरा बोला अरे खान साब अकेले अकेले ही माल खा रहे हो... यारों को तो भूल ही गए..
अंकल उठे और तौलिया लपेटते हुए बोले नहीं यार ये कोई बाजारू नहीं है... ये मेरी दोस्त है......
तभी गोरा आदमी बोला खान भाई इस कालू ने मुझको बताया कि खान भाई एक मस्त रंडी लेकर आए हैं.. कमरे मे 2 घंटे से हैं
अब ये तो मुझे भी पता है तुम यहाँ या तो बीवी के साथ रहते हो या फिर रंडी बजाते हो..
अब ये तुम्हारी दोस्त हैं तो अपनी तो भाभी हुई... फिर ये हमसे क्यों शर्मा रही हैं....
रश्मि बैठी हुई सब बातें सुन रही थी..
तभी गोरा वाला बोला अरे भाभी जी हमसे क्यों शर्मा रही हो हम तो तुम्हारे देवर ही लगते हैं.... चलो बाहर आ जाओ....
रश्मि बोली आप लोग बाहर जाओ मैं नंगी बैठी हूँ...
फिर गोरा बोला ::अरे भाभीजी ये तो हमको भी पता है कि आप नंगी हो.. पर हम आपको ऐसे ही देखना चाहते हैं....
फिर अंकल बोले ::::अरे मन्नू भाई सब कुछ तो हम साथ करते हैं
पर ये उनमे से नहीं है ये सिर्फ मेरी दोस्त है... मे इसके साथ ऐसा वैसा कुछ नहीं कर रहा था
फिर वो गोरा मन्नू बोला.... हां भाई तुम तो बहुत शरीफ हो...
और तुमसे शरीफ ये लड़की है....
देखो 2 घंटे से बंद कमरे मे चुद रही है और ये बुड्ढे भाई साब कह रहे हैं कि ये उनकी दोस्त है..
भाई अब तो हमको भी इसकी दिलवा नहीं तो शोर मचा कर सबको बुलवायेंगे.. ऐसा कहकर वो बाहर निकला और उसने रश्मि के कपड़े उतार कर अपनी कमरे से बांध लिए.... फिर उसकी कच्छी उतार कर नाक से लगा ली और बड़ी ही बेशर्मी से सूंघने लगा...
रश्मि बहुत ज्यादा डर रही थी..
फिर मन्नू बोला इसकी कच्छी मे ही इतनी बढ़िया महक है तो इसकी चूत तो जानलेवा होगी...
अब अंकल को गुस्सा आने लगा.. वो मन्नू को मारने लगे...
तभी काले वाले ने दोनों को रोका और बोला अरे भाइयो एक रंडी के लिए क्यों लड़ाई कर रहे हो.... फिर उसने मन्नू को बोला भाई ये नहीं दिलवा रहा तो ना सही चल इसके साथ चलते हैं.. जितने रूपये लेगी उतने देना फिर अनवर के सामने ही घोड़ी बना कर चोदना साली को..
फिर अंकल उन दोनों को अलग लेकर गए और बोलने लगे भाई इसे बड़ी मुश्किल से पटाया है.. ज़ब मे पेल लूँगा तब तुम दोनों को भी दिलवा दूंगा बस अभी ड्रामा मत करो... फिर उन तीनो ने कान मे कुछ
बातें करी.. अब तीनो अंदर आ गए फिर कालू बोला भाभीजी हमसे डरो मत हम गलत आदमी नहीं हैं दिन रात मेहनत करते हैं.. और कभी कभी मूड बना लेते हैं.. चलो हमें माफ़ कर दो...
फिर अंकल ने मन्नू की पीठ में ऊँगली घुसा दी.
तुरंत ही मन्नू बोला भाई कालू तू बिलकुल सही कह रहा है.
पर इसका मे कैसे भरोसा करूँ की ये रंडी नहीं है..
फिर कालू बोला भाई इसमे कौन सी बड़ी बात है अभी इसकी चूत देखते हैं... अगर फ़टी हुई होगी तो गस्ती है.. अगर सील पैक है तो भाभीजी के पैर पकड़ लेंगे...
इस पर मन्नू बोला ठीक है... तुम क्या कहते हो अनवर भाई
अंकल बोले भाई वो तो ठीक है पर ज़ब तुम ये सब देख ही लोगे तो उसकी क्या इज्जत रह जाएगी.....
फिर कालू बोला खान साब भाभी माँ समान होती है.. और माँ अपने बच्चे के सामने नंगी हो ही सकती है...
मन्नू बोला तू ठीक कहता है कालू..
अब भाभी से बोलो अपनी चूत दिखाने को...
अंकल ने रश्मि से मायूसी मे बोला क्या तुम इन्हे दिखा सकती हो.
रश्मि ने भी बड़ी डरी हुई नजरों से अंकल की तरफ देखा..
अंकल ने उसकी तरफ नजरों से भरोसा दिलाया कि वो कुछ गलत नहीं होने देंगे....
तभी कालू और मन्नू रश्मि के पास पहुँचे और उसे चूतड़ों के बल बैठा दिया., फिर मन्नू ने रश्मि कि दोनों टांगे ऊपर उठा दी,
टांगे उठते ही रश्मि कि चूत उन दोनों के सामने थी चूत बिलकुल बंद थी.. अब मन्नू ने टांगे कालू को पकड़ा दी और अपनी उंगलियों से रश्मि कि चूत कि फांके खोल कर देखा... फिर उसने हसकर अंकल से बोला खान भाई ये तो चली हुई है इसकी चूत तो देखो.. कितना पानी फेंक रही है..
अब अंकल ने आगे बढ़ कर देखा तो मन्नू ने अपनी दो उंगलियां रश्मि कि चूत पर फिरायीं और फिर उन दोनों को गाढ़ी लार सी दिखाई...
फिर उस लार को चाट लिया... अब उसने अपनी बीच वाली ऊँगली एक झटके से उसकी चूत मे डाल दी,, रश्मि एकदम आई ई ई करके चिल्ला पड़ी पर ऊँगली ती भीतर तक जा चुकी थी फिर मन्नू ने अपनी ऊँगली कई बार बाहर भीतर करी रश्मि चिल्लाती रही पर वो नहीं माना.. तब अंकल ने मन्नू को पकड़ कर पीछे फेंक दिया... फिर बोले में इसके साथ 2 सालों से हूँ ,,,, ये मैंने ही खोली थी... हम दोनों एक दूसरे को पसंद करते हैं पर में शादीशुदा हूँ इसलिए छिप छिप कर मिलते हैं...
फिर मन्नू बोला खान तुम झूठ बोल रहे हो...
ये झांट भर कि लौंडिया तुम्हारा लण्ड नहीं ले सकती,,,,, याद है
पिछली बार ज़ब तुम उस रंडी को लाये थे तब वो बेहोश हो गई थी और हमारा नंबर ही नहीं आया था., उसके फ़टे फटाये भोसड़े मे भी 6 टांके आए थे,,,,
ये शायद नई है इसने पहले तुम से तो नहीं पिलवाया... पर पिलवाया जरूर है...,,,,
फिर अंकल ने उसे चुप रहने और रश्मि से माफ़ी मांगने को कहा,,,,
अब मन्नू ने,,, रश्मि के हाथ जोड़े और बोला भाभी जी मुझे माफ़ कर दो,,,,
रश्मि अब थोड़ी नार्मल हो गईं थी,,
फिर मन्नू बोला भाभी जी क्या तुमने मुझे माफ़ कर दिया,,,,
अब रश्मि मुस्कुरा पड़ी फिर उसने हां में सिर हिला दिया,,,
अब मन्नू ने उसकी कुर्ती और सलवार अपनी कमर से खोली और रश्मि को दे दिए,,, फिर रश्मि बोली मन्नू जी वो मेरी कच्छी तो दे दो,,
मन्नू ने कहा भाभी जी उसे मेरे ही पास रहने दो,,, मेरी तो बीवी ही नहीं है में उसे ही सूंघकर काम चला लूँगा,,,
फिर कालू बोला अरे मन्नू अब इस कच्छी कि जरुरत नहीं पड़ेगी,,,, अपनी भाभी हैं ना रश्मि ने अब कालू की तरफ आंखें बड़ी करके देखा,,,
कालू बोला मेरा मतलब है कि अब अपनी भाभी जी हैं ही तो या तो अपनी सहेली से सेटिंग करवा देंगीं या फिर अपनी बहन से,,,,,
अब चारों लोग हँस पड़े ,,
फिर मन्नू बोला भाभी जी क्या आपकी बहन है,,,,
अब रश्मि बोली,,, हां दो हैं एक छोटी और एक बड़ी बताओ कौन सी सेट करवा दूँ,,, फिर रश्मि जोर से हँस पड़ी,,, फिर उसने मन्नू से कहा, मन्नू जी प्लीज अब कच्छी तो दे दो बिना कच्छी के कपड़े पहनने पर भी अंदर नंगा नंगा सा लगता है,,,
मन्नू ने कच्छी निकाल कर रश्मि कि ओर हाथ कर दिए,, पर तभी अंकल ने वो कच्छी छीनी और बोले ये तो मेरे ही काम आएगी,,, तुम लोगों ने मेरा काम ही नहीं होने दिया,,,, अब रश्मि उनसबसे खुल गई थी वो उठी और अंकल से कच्छी छीनते हुए बोली आपके बैग में मेरी एक कच्छी तो पहले से ही रखी है और अब इसको भी
, रहे हो..... फिर रश्मि कालू और मन्नू तीनों हँसने लगे पर अंकल चुपचाप खडे थे,,,,
गोरा बोला अरे खान साब अकेले अकेले ही माल खा रहे हो... यारों को तो भूल ही गए..
अंकल उठे और तौलिया लपेटते हुए बोले नहीं यार ये कोई बाजारू नहीं है... ये मेरी दोस्त है......
तभी गोरा आदमी बोला खान भाई इस कालू ने मुझको बताया कि खान भाई एक मस्त रंडी लेकर आए हैं.. कमरे मे 2 घंटे से हैं
अब ये तो मुझे भी पता है तुम यहाँ या तो बीवी के साथ रहते हो या फिर रंडी बजाते हो..
अब ये तुम्हारी दोस्त हैं तो अपनी तो भाभी हुई... फिर ये हमसे क्यों शर्मा रही हैं....
रश्मि बैठी हुई सब बातें सुन रही थी..
तभी गोरा वाला बोला अरे भाभी जी हमसे क्यों शर्मा रही हो हम तो तुम्हारे देवर ही लगते हैं.... चलो बाहर आ जाओ....
रश्मि बोली आप लोग बाहर जाओ मैं नंगी बैठी हूँ...
फिर गोरा बोला ::अरे भाभीजी ये तो हमको भी पता है कि आप नंगी हो.. पर हम आपको ऐसे ही देखना चाहते हैं....
फिर अंकल बोले ::::अरे मन्नू भाई सब कुछ तो हम साथ करते हैं
पर ये उनमे से नहीं है ये सिर्फ मेरी दोस्त है... मे इसके साथ ऐसा वैसा कुछ नहीं कर रहा था
फिर वो गोरा मन्नू बोला.... हां भाई तुम तो बहुत शरीफ हो...
और तुमसे शरीफ ये लड़की है....
देखो 2 घंटे से बंद कमरे मे चुद रही है और ये बुड्ढे भाई साब कह रहे हैं कि ये उनकी दोस्त है..
भाई अब तो हमको भी इसकी दिलवा नहीं तो शोर मचा कर सबको बुलवायेंगे.. ऐसा कहकर वो बाहर निकला और उसने रश्मि के कपड़े उतार कर अपनी कमरे से बांध लिए.... फिर उसकी कच्छी उतार कर नाक से लगा ली और बड़ी ही बेशर्मी से सूंघने लगा...
रश्मि बहुत ज्यादा डर रही थी..
फिर मन्नू बोला इसकी कच्छी मे ही इतनी बढ़िया महक है तो इसकी चूत तो जानलेवा होगी...
अब अंकल को गुस्सा आने लगा.. वो मन्नू को मारने लगे...
तभी काले वाले ने दोनों को रोका और बोला अरे भाइयो एक रंडी के लिए क्यों लड़ाई कर रहे हो.... फिर उसने मन्नू को बोला भाई ये नहीं दिलवा रहा तो ना सही चल इसके साथ चलते हैं.. जितने रूपये लेगी उतने देना फिर अनवर के सामने ही घोड़ी बना कर चोदना साली को..
फिर अंकल उन दोनों को अलग लेकर गए और बोलने लगे भाई इसे बड़ी मुश्किल से पटाया है.. ज़ब मे पेल लूँगा तब तुम दोनों को भी दिलवा दूंगा बस अभी ड्रामा मत करो... फिर उन तीनो ने कान मे कुछ
बातें करी.. अब तीनो अंदर आ गए फिर कालू बोला भाभीजी हमसे डरो मत हम गलत आदमी नहीं हैं दिन रात मेहनत करते हैं.. और कभी कभी मूड बना लेते हैं.. चलो हमें माफ़ कर दो...
फिर अंकल ने मन्नू की पीठ में ऊँगली घुसा दी.
तुरंत ही मन्नू बोला भाई कालू तू बिलकुल सही कह रहा है.
पर इसका मे कैसे भरोसा करूँ की ये रंडी नहीं है..
फिर कालू बोला भाई इसमे कौन सी बड़ी बात है अभी इसकी चूत देखते हैं... अगर फ़टी हुई होगी तो गस्ती है.. अगर सील पैक है तो भाभीजी के पैर पकड़ लेंगे...
इस पर मन्नू बोला ठीक है... तुम क्या कहते हो अनवर भाई
अंकल बोले भाई वो तो ठीक है पर ज़ब तुम ये सब देख ही लोगे तो उसकी क्या इज्जत रह जाएगी.....
फिर कालू बोला खान साब भाभी माँ समान होती है.. और माँ अपने बच्चे के सामने नंगी हो ही सकती है...
मन्नू बोला तू ठीक कहता है कालू..
अब भाभी से बोलो अपनी चूत दिखाने को...
अंकल ने रश्मि से मायूसी मे बोला क्या तुम इन्हे दिखा सकती हो.
रश्मि ने भी बड़ी डरी हुई नजरों से अंकल की तरफ देखा..
अंकल ने उसकी तरफ नजरों से भरोसा दिलाया कि वो कुछ गलत नहीं होने देंगे....
तभी कालू और मन्नू रश्मि के पास पहुँचे और उसे चूतड़ों के बल बैठा दिया., फिर मन्नू ने रश्मि कि दोनों टांगे ऊपर उठा दी,
टांगे उठते ही रश्मि कि चूत उन दोनों के सामने थी चूत बिलकुल बंद थी.. अब मन्नू ने टांगे कालू को पकड़ा दी और अपनी उंगलियों से रश्मि कि चूत कि फांके खोल कर देखा... फिर उसने हसकर अंकल से बोला खान भाई ये तो चली हुई है इसकी चूत तो देखो.. कितना पानी फेंक रही है..
अब अंकल ने आगे बढ़ कर देखा तो मन्नू ने अपनी दो उंगलियां रश्मि कि चूत पर फिरायीं और फिर उन दोनों को गाढ़ी लार सी दिखाई...
फिर उस लार को चाट लिया... अब उसने अपनी बीच वाली ऊँगली एक झटके से उसकी चूत मे डाल दी,, रश्मि एकदम आई ई ई करके चिल्ला पड़ी पर ऊँगली ती भीतर तक जा चुकी थी फिर मन्नू ने अपनी ऊँगली कई बार बाहर भीतर करी रश्मि चिल्लाती रही पर वो नहीं माना.. तब अंकल ने मन्नू को पकड़ कर पीछे फेंक दिया... फिर बोले में इसके साथ 2 सालों से हूँ ,,,, ये मैंने ही खोली थी... हम दोनों एक दूसरे को पसंद करते हैं पर में शादीशुदा हूँ इसलिए छिप छिप कर मिलते हैं...
फिर मन्नू बोला खान तुम झूठ बोल रहे हो...
ये झांट भर कि लौंडिया तुम्हारा लण्ड नहीं ले सकती,,,,, याद है
पिछली बार ज़ब तुम उस रंडी को लाये थे तब वो बेहोश हो गई थी और हमारा नंबर ही नहीं आया था., उसके फ़टे फटाये भोसड़े मे भी 6 टांके आए थे,,,,
ये शायद नई है इसने पहले तुम से तो नहीं पिलवाया... पर पिलवाया जरूर है...,,,,
फिर अंकल ने उसे चुप रहने और रश्मि से माफ़ी मांगने को कहा,,,,
अब मन्नू ने,,, रश्मि के हाथ जोड़े और बोला भाभी जी मुझे माफ़ कर दो,,,,
रश्मि अब थोड़ी नार्मल हो गईं थी,,
फिर मन्नू बोला भाभी जी क्या तुमने मुझे माफ़ कर दिया,,,,
अब रश्मि मुस्कुरा पड़ी फिर उसने हां में सिर हिला दिया,,,
अब मन्नू ने उसकी कुर्ती और सलवार अपनी कमर से खोली और रश्मि को दे दिए,,, फिर रश्मि बोली मन्नू जी वो मेरी कच्छी तो दे दो,,
मन्नू ने कहा भाभी जी उसे मेरे ही पास रहने दो,,, मेरी तो बीवी ही नहीं है में उसे ही सूंघकर काम चला लूँगा,,,
फिर कालू बोला अरे मन्नू अब इस कच्छी कि जरुरत नहीं पड़ेगी,,,, अपनी भाभी हैं ना रश्मि ने अब कालू की तरफ आंखें बड़ी करके देखा,,,
कालू बोला मेरा मतलब है कि अब अपनी भाभी जी हैं ही तो या तो अपनी सहेली से सेटिंग करवा देंगीं या फिर अपनी बहन से,,,,,
अब चारों लोग हँस पड़े ,,
फिर मन्नू बोला भाभी जी क्या आपकी बहन है,,,,
अब रश्मि बोली,,, हां दो हैं एक छोटी और एक बड़ी बताओ कौन सी सेट करवा दूँ,,, फिर रश्मि जोर से हँस पड़ी,,, फिर उसने मन्नू से कहा, मन्नू जी प्लीज अब कच्छी तो दे दो बिना कच्छी के कपड़े पहनने पर भी अंदर नंगा नंगा सा लगता है,,,
मन्नू ने कच्छी निकाल कर रश्मि कि ओर हाथ कर दिए,, पर तभी अंकल ने वो कच्छी छीनी और बोले ये तो मेरे ही काम आएगी,,, तुम लोगों ने मेरा काम ही नहीं होने दिया,,,, अब रश्मि उनसबसे खुल गई थी वो उठी और अंकल से कच्छी छीनते हुए बोली आपके बैग में मेरी एक कच्छी तो पहले से ही रखी है और अब इसको भी
, रहे हो..... फिर रश्मि कालू और मन्नू तीनों हँसने लगे पर अंकल चुपचाप खडे थे,,,,