04-12-2019, 03:18 AM
पार्टी वाले दिन शाम को मेरे बॉस ने मुझे पिक किया और वो मुझे देखते ही बोला- वाह आज तुम बहुत सेक्सी लग रही हो.
मैंने हंस कर बॉस की बात पर उनको थैंक्स बोला.
पार्टी उसके दोस्त के किसी फार्महाउस पर थी, वहां पर सिर्फ उसके दोस्त और उनकी गर्ल फ्रेंड्स थीं. सभी ने बहुत सेक्सी कपड़े पहने हुए थे. पार्टी शुरू हो गयी और उसके दोस्त मेरे पास ड्रिंक ले कर आ गए. मैंने शराब पीने से इंकार किया, पर उन्होंने मुझे मना लिया और कुछ ड्रिंक्स पिला दी.फिर हम सभी डांस करने में लग गए. मैं अपने बॉस के साथ डांस कर रही थी. रात के 10 बजे का टाइम हुआ था. डांस करते हुए मेरे चूचे उसकी छाती से टच हो रहे थे. मेरी जांघें उसकी जांघों से टच हो रही थीं. हम दोनों नशे में थे.तभी उसने मेरी पीठ पर प्यार से सहलाना शुरू कर दिया. अब मैं मस्त होती जा रही थी. तभी मैंने देखा उसका एक दोस्त अपनी सहेली को गोद में उठाकर ऊपर किसी कमरे में ले गया. इसी बीच मेरे बॉस ने मुझे अपनी तरफ खींचा और मुझे कसकर अपनी छाती से लगा लिया. इससे मेरे शरीर में एक कम्पन सी होने लगी. मेरे बॉस के सभी दोस्त हमारी तरफ देख रहे थे. मुझे बहुत गुस्सा आया, पर मैंने सोचा यह मेरा बॉस है. अगर मैंने कुछ कहा, तो काम खराब हो सकता है, मुझे नौकरी में भी दिक्कत आ सकती है.बॉस ने अपना हाथ मेरी पीठ से चूतड़ों पर सहलाना शुरू कर दिया. मैंने सोचा कि चलो इतना तो मैं झेल सकती हूँ. मुझे मजा भी आ रहा था. तभी मेरे बॉस ने मेरे कान में मुझसे कहा- मैं तुमसे प्यार करता हूँ.
यह कह कर उसने अपने होंठ मेरे होंठों से जोड़ दिए. मुझे कुछ समझ में नहीं आ रहा था. मैं अभी भी यही मान रही थी कि इससे ज्यादा कुछ नहीं होगा.
कुछ देर किस करने के बाद मैंने कहा- सब देख रहे हैं.
तभी मेरे बॉस ने मुझे अपनी गोद में उठा लिया और मुझे ऊपर किसी कमरे में ले गया.
उसने मुझे बेड पर लिटा दिया और दरवाज़े को बंद कर दिया. जब दरवाजा बंद हुआ, तब मुझे अहसास हुआ.
मैं भगवान को स्मरण करने लगी- हे भगवान . … आज तो मेरी चूत पक्का चुदेगी.
इससे पहले मैं कुछ कहती, बॉस मेरे ऊपर चढ़ गया. वो मुझे किस करने लगा. मैं भी काफी दिन से चुदी नही थी तो मुझे भी नशे की मदहोशी में उसका साथ अच्छा लगने लगा. कुछ ही देर में हम दोनों पागलों की तरह एक दूसरे के होंठों को चूसने में मस्त हो गए थे.
कुछ देर बाद उसने मेरी गालों को चूसना शुरू कर दिया. उसने अपने दांतों से मेरे गालों को दबा दबा कर उनका पूरा रस पी लिया. उसके बाद मुझे पता ही नहीं चला कि कब उसने मुझे पूरी नंगी कर दिया और खुद भी पूरा नंगा हो गया.
मैंने आंखें खोलीं और उसका लंड देखा, तो मैं हैरान सी हो गई. बॉस का लंड बहुत मोटा और लम्बा था.
जब एक लड़की किसी मर्द के सामने नंगी हो जाती है. उसके बाद लड़की के हाथ में कुछ नहीं बचता है. फिर मर्ज़ी उसी मर्द की होती है कि वो लड़की की चुदाई कितने टाइम तक करता है.
मैंने अपने हाथ अपनी चूत पर रख दिए. मेरा बॉस मुस्करा रहा था. उसे मेरे चूचे दिख रहे थे, वो कसे हुए थे.
तभी उसने मेरे मम्मों को अपने हाथों में लेकर निचोड़ना शुरू कर दिया. मैं ज़ोर ज़ोर से मादक सिसकारियां लेने लगी थी. वो मेरे निप्पलों को अपने दांतों से दबा कर बड़े प्यार से काट रहा था. कभी निप्पल काटता, कभी उनको चूसता.
अब तक मेरे दिमाग पर भी वासना चढ़ चुकी थी. सब कुछ बहुत तेज़ी से हो रहा था. बॉस के हाथ में एक खूबसूरत पंजाबन सरदारनी थी. मेरे जिस्म को वो एक भूखे भेड़िए की तरह नोंच रहा था. मैं अब कुछ नहीं कर सकती थी, उसके दांतों के निशान मुझे अपने शरीर पर महसूस होने लगे थे.
कुछ पल बाद उसने मुझे उल्टा कर दिया और मेरे चूतड़ों को चूसना शुरू कर दिया.
मुझे कोई होश नहीं रह गया था. बॉस ने मेरी टांगों को उठाया और मेरी फूल जैसी चूत को चूसना शुरू कर दिया. चूत पर बॉस की जीभ का अहसास होते ही मेरे पूरे शरीर में कम्पन होने लग गयी.
मेरी आवाजें आने लगी थीं- आह … आई … उह ओह शीउई!
कुछ देर तक मेरी बुर चूसने के बाद उसने मेरी टांगों को उठाकर मुझे बोला कि इनको पकड़ो.
मैंने न जाने किस मद में मस्त होकर अपनी दोनों टांगें पकड़ लीं.
इसके बाद बॉस ने अपना लंड मेरी चूत पर रगड़ना चालू कर दिया.
मैंने बॉस से कहा- प्लीज़ सर अन्दर मत डालना.आपका बहुत बड़ा है.
वो बोला- कुछ नहीं होगा मेरी जान … बस ऊपर ऊपर ही करूंगा, पूरा अन्दर नहीं डालूँगा.
मैंने हंस कर बॉस की बात पर उनको थैंक्स बोला.
पार्टी उसके दोस्त के किसी फार्महाउस पर थी, वहां पर सिर्फ उसके दोस्त और उनकी गर्ल फ्रेंड्स थीं. सभी ने बहुत सेक्सी कपड़े पहने हुए थे. पार्टी शुरू हो गयी और उसके दोस्त मेरे पास ड्रिंक ले कर आ गए. मैंने शराब पीने से इंकार किया, पर उन्होंने मुझे मना लिया और कुछ ड्रिंक्स पिला दी.फिर हम सभी डांस करने में लग गए. मैं अपने बॉस के साथ डांस कर रही थी. रात के 10 बजे का टाइम हुआ था. डांस करते हुए मेरे चूचे उसकी छाती से टच हो रहे थे. मेरी जांघें उसकी जांघों से टच हो रही थीं. हम दोनों नशे में थे.तभी उसने मेरी पीठ पर प्यार से सहलाना शुरू कर दिया. अब मैं मस्त होती जा रही थी. तभी मैंने देखा उसका एक दोस्त अपनी सहेली को गोद में उठाकर ऊपर किसी कमरे में ले गया. इसी बीच मेरे बॉस ने मुझे अपनी तरफ खींचा और मुझे कसकर अपनी छाती से लगा लिया. इससे मेरे शरीर में एक कम्पन सी होने लगी. मेरे बॉस के सभी दोस्त हमारी तरफ देख रहे थे. मुझे बहुत गुस्सा आया, पर मैंने सोचा यह मेरा बॉस है. अगर मैंने कुछ कहा, तो काम खराब हो सकता है, मुझे नौकरी में भी दिक्कत आ सकती है.बॉस ने अपना हाथ मेरी पीठ से चूतड़ों पर सहलाना शुरू कर दिया. मैंने सोचा कि चलो इतना तो मैं झेल सकती हूँ. मुझे मजा भी आ रहा था. तभी मेरे बॉस ने मेरे कान में मुझसे कहा- मैं तुमसे प्यार करता हूँ.
यह कह कर उसने अपने होंठ मेरे होंठों से जोड़ दिए. मुझे कुछ समझ में नहीं आ रहा था. मैं अभी भी यही मान रही थी कि इससे ज्यादा कुछ नहीं होगा.
कुछ देर किस करने के बाद मैंने कहा- सब देख रहे हैं.
तभी मेरे बॉस ने मुझे अपनी गोद में उठा लिया और मुझे ऊपर किसी कमरे में ले गया.
उसने मुझे बेड पर लिटा दिया और दरवाज़े को बंद कर दिया. जब दरवाजा बंद हुआ, तब मुझे अहसास हुआ.
मैं भगवान को स्मरण करने लगी- हे भगवान . … आज तो मेरी चूत पक्का चुदेगी.
इससे पहले मैं कुछ कहती, बॉस मेरे ऊपर चढ़ गया. वो मुझे किस करने लगा. मैं भी काफी दिन से चुदी नही थी तो मुझे भी नशे की मदहोशी में उसका साथ अच्छा लगने लगा. कुछ ही देर में हम दोनों पागलों की तरह एक दूसरे के होंठों को चूसने में मस्त हो गए थे.
कुछ देर बाद उसने मेरी गालों को चूसना शुरू कर दिया. उसने अपने दांतों से मेरे गालों को दबा दबा कर उनका पूरा रस पी लिया. उसके बाद मुझे पता ही नहीं चला कि कब उसने मुझे पूरी नंगी कर दिया और खुद भी पूरा नंगा हो गया.
मैंने आंखें खोलीं और उसका लंड देखा, तो मैं हैरान सी हो गई. बॉस का लंड बहुत मोटा और लम्बा था.
जब एक लड़की किसी मर्द के सामने नंगी हो जाती है. उसके बाद लड़की के हाथ में कुछ नहीं बचता है. फिर मर्ज़ी उसी मर्द की होती है कि वो लड़की की चुदाई कितने टाइम तक करता है.
मैंने अपने हाथ अपनी चूत पर रख दिए. मेरा बॉस मुस्करा रहा था. उसे मेरे चूचे दिख रहे थे, वो कसे हुए थे.
तभी उसने मेरे मम्मों को अपने हाथों में लेकर निचोड़ना शुरू कर दिया. मैं ज़ोर ज़ोर से मादक सिसकारियां लेने लगी थी. वो मेरे निप्पलों को अपने दांतों से दबा कर बड़े प्यार से काट रहा था. कभी निप्पल काटता, कभी उनको चूसता.
अब तक मेरे दिमाग पर भी वासना चढ़ चुकी थी. सब कुछ बहुत तेज़ी से हो रहा था. बॉस के हाथ में एक खूबसूरत पंजाबन सरदारनी थी. मेरे जिस्म को वो एक भूखे भेड़िए की तरह नोंच रहा था. मैं अब कुछ नहीं कर सकती थी, उसके दांतों के निशान मुझे अपने शरीर पर महसूस होने लगे थे.
कुछ पल बाद उसने मुझे उल्टा कर दिया और मेरे चूतड़ों को चूसना शुरू कर दिया.
मुझे कोई होश नहीं रह गया था. बॉस ने मेरी टांगों को उठाया और मेरी फूल जैसी चूत को चूसना शुरू कर दिया. चूत पर बॉस की जीभ का अहसास होते ही मेरे पूरे शरीर में कम्पन होने लग गयी.
मेरी आवाजें आने लगी थीं- आह … आई … उह ओह शीउई!
कुछ देर तक मेरी बुर चूसने के बाद उसने मेरी टांगों को उठाकर मुझे बोला कि इनको पकड़ो.
मैंने न जाने किस मद में मस्त होकर अपनी दोनों टांगें पकड़ लीं.
इसके बाद बॉस ने अपना लंड मेरी चूत पर रगड़ना चालू कर दिया.
मैंने बॉस से कहा- प्लीज़ सर अन्दर मत डालना.आपका बहुत बड़ा है.
वो बोला- कुछ नहीं होगा मेरी जान … बस ऊपर ऊपर ही करूंगा, पूरा अन्दर नहीं डालूँगा.
ਅਮਨ ( ਪੰਜਾਬਣ ਜੱਟੀ )