23-01-2019, 05:28 PM
मेरा जनम 12 साल बाद हुआ,
रंग लायी मेरे चाहने वालों की दुआ;
जब मैं बिलकुल चूची थी,
तब मैं फ्रॉक मैं सोती थी;
फिर मेरे आकार का विस्तार हुआ,
निम्बू बड़ के अनार हुआ;
जब मैं बढ़ने लगी,
सब की नज़र मुझ पर पड़ने लगी;
हुआ फिर ब्रा मेरा घर,
अब लगने लगा मुझे डर;
जब मेरा साइज़ हुआ बड़ा,
जाने कितनो का फिर हुआ खड़ा;
भीड़ में लड़कों ने हाथ मारा,
मुझे एहसास हुआ बहुत प्यारा;
फिर न जाने कितनो ने दबाया,
सच कहूं तो बड़ा मज़ा आया;
किसी ने प्यार से सहलाया,
किसी को प्यार से चुसवाया;
किसी ने मुझे मसल दिया,
किसी ने मुझ पर अपना रगड़ दिया;
अब जब मैं गयी झूल,
सारे मुझ को गए भूल।
रंग लायी मेरे चाहने वालों की दुआ;
जब मैं बिलकुल चूची थी,
तब मैं फ्रॉक मैं सोती थी;
फिर मेरे आकार का विस्तार हुआ,
निम्बू बड़ के अनार हुआ;
जब मैं बढ़ने लगी,
सब की नज़र मुझ पर पड़ने लगी;
हुआ फिर ब्रा मेरा घर,
अब लगने लगा मुझे डर;
जब मेरा साइज़ हुआ बड़ा,
जाने कितनो का फिर हुआ खड़ा;
भीड़ में लड़कों ने हाथ मारा,
मुझे एहसास हुआ बहुत प्यारा;
फिर न जाने कितनो ने दबाया,
सच कहूं तो बड़ा मज़ा आया;
किसी ने प्यार से सहलाया,
किसी को प्यार से चुसवाया;
किसी ने मुझे मसल दिया,
किसी ने मुझ पर अपना रगड़ दिया;
अब जब मैं गयी झूल,
सारे मुझ को गए भूल।