29-11-2019, 03:31 PM
दोपहर को 12 बजे रश्मि आ गई... वो थोड़ी बुझी बुझी लग रही थी
रात की बात याद करके मेरी हिम्मत नहीं हुई कि मै उससे कुछ पूछ सकूँ.
थोड़ी देर अंकल ने काम करा फिर बोले बेटा कुछ खाने को बना है क्या. बहुत जोर से भूख लगी है..
मैं अंदर खाना लेने चला गया.. रश्मि लेटी हुई थी.. मेने खाना देखा तो खाना खत्म हो चुका था. मै रश्मि से बोलना तो नहीं चाह रहा था पर खाना बनाने के लिए मुझे बोलना ही पड़ा
रश्मि बोली भाई कितना खाना खाता है तू..
मैंने बोला आज से अंकल भी कुछ दिन हमारे यहीं खाना खाएंगे
रश्मि बोली ठीक है भाई मैं अभी खाना बनाकर लाती हूँ..
मैं जल्दी से बाहर निकल आया..
थोड़ी देर बाद रश्मि खाना लेकर आ गई उसने झुककर खाना अंकल को दिया.. झुकने से उसके सूट मे से उसकी चूचियाँ अंकल को दिखने लगी. अंकल उन्हें बड़े गौर से देखते रहे फिर अंकल ने खाना पकड़ा और रश्मि से बोले बेटा बड़ी जल्दी खाना बना लिया... और खुशबू भी गजब कि आ रही है.. फिर रश्मि जाने लगी तब अंकल बोले बेटा आज कुछ उदास लग रही हो क्या कोई परेशानी है..
रश्मि बोली नहीं अंकल कोई खास नहीं बस थोड़ा सा पेट मे दर्द है..
अंकल बोले कोई बात नहीं बेटा सब ठीक हो जायेगा..
फिर रश्मि चलने को हुई तो अंकल बोले बेटा बैठो कुछ देर हमारे साथ आज अजय नहीं है तो मेरा मन नहीं लग रहा है..
रश्मि वही बैठ गई...
अंकल ने थोड़ा सा खाना खाया फिर रश्मि कि तारीफ करते हुए बोले काश इतना स्वादिस्ट खाना मेरी बीवी बनाती तो मै उसके हाथ चूम लेता रश्मि ने अंकल कि तरफ देखा फिर शर्मा कर नजर झुका ली थोड़ा खाना खाकर अंकल फिर बोले अगर ये खाना मुझे मेरी शादी से पहले खिलाया होता तो मै तुमसे ही शादी कर लेता.....
.....
....
...
रश्मि शर्माती हुई सिर्फ सुन रही थी
ज़ब खाना खत्म हो गया तब अंकल बोले बेटा अब तुम्हारा दर्द कैसा है
रश्मि शर्मा कर बोली सही हूँ अंकल..
फिर अंकल बोले बेटा क्या डॉक्टर के पास ले चलूँ..
रश्मि फिर हंसकर बोली नहीं अंकल ऐसी कोई बात नहीं है अंकल जी मे अपने आप ठीक हो जाऊंगी..
फिर अंकल बोले बेटा बिना दवा के जल्दी ठीक नहीं हो पाओगी.. चलो मेरे साथ....... मेरी पहचान का एक बढ़िया डॉक्टर है कोई खास पैसे भी नहीं लेता और आराम तुरंत मिल जाता है..
रश्मि फिर नजरें घुमा कर बोली नहीं अंकल बस 2,,,, 3 दिन कि ही बात है मे ठीक हो जाऊंगी....
तभी दुकान पर कोई आ गया और अंकल उनसे बातें करने लगे...
रश्मि घर मे जाने लगी
रात की बात याद करके मेरी हिम्मत नहीं हुई कि मै उससे कुछ पूछ सकूँ.
थोड़ी देर अंकल ने काम करा फिर बोले बेटा कुछ खाने को बना है क्या. बहुत जोर से भूख लगी है..
मैं अंदर खाना लेने चला गया.. रश्मि लेटी हुई थी.. मेने खाना देखा तो खाना खत्म हो चुका था. मै रश्मि से बोलना तो नहीं चाह रहा था पर खाना बनाने के लिए मुझे बोलना ही पड़ा
रश्मि बोली भाई कितना खाना खाता है तू..
मैंने बोला आज से अंकल भी कुछ दिन हमारे यहीं खाना खाएंगे
रश्मि बोली ठीक है भाई मैं अभी खाना बनाकर लाती हूँ..
मैं जल्दी से बाहर निकल आया..
थोड़ी देर बाद रश्मि खाना लेकर आ गई उसने झुककर खाना अंकल को दिया.. झुकने से उसके सूट मे से उसकी चूचियाँ अंकल को दिखने लगी. अंकल उन्हें बड़े गौर से देखते रहे फिर अंकल ने खाना पकड़ा और रश्मि से बोले बेटा बड़ी जल्दी खाना बना लिया... और खुशबू भी गजब कि आ रही है.. फिर रश्मि जाने लगी तब अंकल बोले बेटा आज कुछ उदास लग रही हो क्या कोई परेशानी है..
रश्मि बोली नहीं अंकल कोई खास नहीं बस थोड़ा सा पेट मे दर्द है..
अंकल बोले कोई बात नहीं बेटा सब ठीक हो जायेगा..
फिर रश्मि चलने को हुई तो अंकल बोले बेटा बैठो कुछ देर हमारे साथ आज अजय नहीं है तो मेरा मन नहीं लग रहा है..
रश्मि वही बैठ गई...
अंकल ने थोड़ा सा खाना खाया फिर रश्मि कि तारीफ करते हुए बोले काश इतना स्वादिस्ट खाना मेरी बीवी बनाती तो मै उसके हाथ चूम लेता रश्मि ने अंकल कि तरफ देखा फिर शर्मा कर नजर झुका ली थोड़ा खाना खाकर अंकल फिर बोले अगर ये खाना मुझे मेरी शादी से पहले खिलाया होता तो मै तुमसे ही शादी कर लेता.....
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रश्मि शर्माती हुई सिर्फ सुन रही थी
ज़ब खाना खत्म हो गया तब अंकल बोले बेटा अब तुम्हारा दर्द कैसा है
रश्मि शर्मा कर बोली सही हूँ अंकल..
फिर अंकल बोले बेटा क्या डॉक्टर के पास ले चलूँ..
रश्मि फिर हंसकर बोली नहीं अंकल ऐसी कोई बात नहीं है अंकल जी मे अपने आप ठीक हो जाऊंगी..
फिर अंकल बोले बेटा बिना दवा के जल्दी ठीक नहीं हो पाओगी.. चलो मेरे साथ....... मेरी पहचान का एक बढ़िया डॉक्टर है कोई खास पैसे भी नहीं लेता और आराम तुरंत मिल जाता है..
रश्मि फिर नजरें घुमा कर बोली नहीं अंकल बस 2,,,, 3 दिन कि ही बात है मे ठीक हो जाऊंगी....
तभी दुकान पर कोई आ गया और अंकल उनसे बातें करने लगे...
रश्मि घर मे जाने लगी