26-11-2019, 06:53 PM
(This post was last modified: 27-11-2019, 12:19 AM by babasandy. Edited 10 times in total. Edited 10 times in total.)
अब दिनेश और रवि ने मेरी रूपाली दीदी को सैंडविच बना लिया था.. और ऊपर से नीचे से मेरी दीदी के दोनों छिद्रों में गपा गप गपा गप गपा गप दिए जा रहे थे मोटा लंड .... मेरी दीदी भी ताल से ताल मिला कर उनका साथ दे रही थी.... तकरीबन 10 मिनट तक लगातार मेरी दीदी की गांड और बुर में फुल स्पीड से तूफान मचा डाला उन दोनों ने....
हर धक्के में लंड सुपाड़े तक बाहर निकालते और फिर पूरी ताकत से लंड जड़ तक , गांड और बुर के अंदर ...मेरी दीदी का बुरा हाल था..
जैसे कोई धुनिया रुई धुनें उस तरह ..
साथ में मेरी रूपाली दीदी की चूंचियां उनके मजबूत हाथों में , बस लग रहां था की निचोड़ के दम लेंगे।
कुछ ही देर में दर्द मजे में बदल गया रूपाली दीदी का...चीखों की जगह सिसिकिया... उन दोनों के हर धक्के का जवाब मेरी दीदी भी धक्के से अब दे रही थी।
आधे घंटे से ऊपर ही हो गया , धक्के पे धक्का... मेरी रूपाली दीदी तो लगभग 4 बार झड़ गई थी... और फिर दिनेश और रवि ने भी मेरी दीदी की गांड और चूत म एक साथ अपना मोटा मुसल पूरी ताकत से एकदम अंदर तक ,... डाल के पिचकारी मार दी.. मेरी दीदी के दोनों क्षेत्रों को भर दिया मलाई से अपनी..... मेरी रूपाली दीदी की जाँघों पर भी गाढ़ी सफ़ेद थक्केदार मलाई बह रही थी।...
तीनों ही अब थक के चूर हो गए थे... छत पर बिल्कुल शांति थी... मेरी दीदी तो जैसे बेहोश हो गई थी....
कुछ देर और उसी हालत में सुस्तआने के बाद वह तीनों उठ के खड़े होकर छत पर ढूंढ ढूंढ कर अपने कपड़े पहनने लगे.....
मेरी रूपाली दीदी के खुले उभारों पर दांतों के और नाखूनों के निशान काफी ऊपर तक , साफ दिखाई दे रहे थे.... बड़ी मुश्किल से मेरी दीदी खड़ी हो होकर लड़खड़ाते हुए अपना लहंगा और चोली पहनने लगी... उनकी टांगे लड़खड़ा रही थी.... अपनी चोली के धागों को बांधने के बाद मेरी रूपाली दीदी शिकायत भरी नजरों से दिनेश को देख रही थी... और दिनेश बड़ी बेशर्मी से मुस्कुरा रहा था..
मेरी जान ...बुरा क्यों मान गई... इतने दिनों बाद तुझे पाकर मैं थोड़ा बहक गया था... दिनेश ने बड़े प्यार से मेरी रूपाली दीदी को कहा..
देखो दिनेश.. हम दोनों के बीच में जो कुछ भी था पूरा गांव जानता है. पर अब यह पुरानी बात हो चुकी है... ना सिर्फ मैं एक शादीशुदा औरत हूं बल्कि बच्ची की मां भी हूं... मेरी कुछ मर्यादा है... अब मैं तुम्हारी नहीं हूं अब मैं किसी और की हूं.. अपनी मर्यादा की सीमा तोड़कर मैं तुम्हारे पास मदद के लिए इसलिए आई थी कि तुम मुझे पहले से जानते हो..... पर आज तुम दोनों ने मेरी मजबूरी का फायदा उठाया है.... मेरी दीदी ने दोनों को ही कहा..
रूपाली सुनो मेरी बात... हम लोग बुरे इंसान नहीं है... बस हम लोग थोड़ा बहुत इंजॉय करना चाहते है..... माना कि तुम्हारी मजबूरी का फायदा उठा कर आज हम दोनों ने तुम्हारी मारी है... पर इसके बदले में तुम्हें मजा भी तो दिया है... बार-बार पानी छोड़ रही थी तुम..... रवि ने कहा...
रवि की बातें सुनकर मेरी रूपाली दीदी शर्म से पानी पानी हो गई..
फिर भी उन्होंने सर उठाके कहा - रवि.... आज जो हुआ सो हुआ... मैं इसे भूल जाऊंगी.. तुम दोनों भी भूल जाना.. पर जिस मुसीबत में मैं हूं... जिसकी खातिर मैं तुम्हारे पास आई... तुम दोनों को तो पता ही है ना.... बोलते बोलते मेरी दीदी रुक गई.. उनकी आंखों में आंसू आ गए...
हां वह असलम और जुनैद वाला कांड... जो जंगल में हुआ था उसी की बात कर रही हो ना,...... रवि ने पूछा...
हां वही कह रही हूं.... जुनैद ने मेरा जीना हराम कर रखा है... रात को फोन करता है और गंदी गंदी बातें करता है... दीदी ने रोते हुए कहा...
क्या गंदी गंदी बातें करता है मुझे अच्छी तरह बताओ... रवि ने गंभीरता से कहा.
रात में वीडियो कॉल करता है... कभी-कभी तो दिन में भी करता है... मुझे नंगी होने के लिए बोलता है... फिर कभी मूली तो कभी गाजर .. अंदर घुसआने के लिए कहता है... आगे भी और पीछे भी.... बोलते हुए मेरी दीदी की आंखों के आंसू रुकने का नाम नहीं ले रहे थे...
और तुम उसकी हर बात मानती हो... रवि ने कहा...
तुम ही बताओ और मैं क्या कर सकती हूं.... उन कमीनों ने मेरी वीडियो बना लि है... बार-बार धमकी देते हैं कि वह वीडियो वह लोग इंटरनेट पर डालने की...... बोलो भला ...उनकी बात ना मानने का मेरे पास कोई रास्ता नहीं है... उस कुत्ते ऑटो वाले सुरेश ने मेरी पूरी वीडियो निकाली थी जब वह दोनों गुंडे जंगल में मेरा रेप कर रहे थे... मेरी दीदी बोली..
तुम्हारी बात कुछ हद तक तो सही है.... पर तुम्हारे " रेप" का वीडियो जुनैद ने मुझे भी भेजा था... जब मैंने तुम्हारे बारे में बात की थी उससे... जिस तरह तुम जुनैद और असलम के लण्ड पर उछल रही थी.. उसे देखकर तो मुझे कुछ और ही लगा..... रवि ने कामुक लहजे में कहा...
उसकी बातें सुनकर मेरी दीदी शर्म के मारे जमीन में गड़ी जा रही थी..
रवि की बातें पूरी तरह गलत भी नहीं थी... क्योंकि जंगल में मेरी दीदी के साथ जो कांड हुआ था वह मेरी आंखों के सामने हुआ था... भले ही आखिरी राउंड में मैं झोपड़ी के बाहर खड़ा था और सुन रहा था उनकी कामुक चीखें और सिसकियां.... पर मेरी मौजूदगी में भी दीदी ने कई बार चरम सुख का अनुभव किया था...
शर्म के मारे मेरी दीदी की आंखें जमीन में गड़ी हुई थी पर फिर भी वह बोली.... रवि मैं तुमसे झूठ नहीं बोलूंगी... मेरा बदन मेरे काबू से बाहर हो चुका था.... मैंने भी सुख लिया... पर इसका मतलब यह नहीं कि वह सारी घटना मेरी मर्जी से हुई... मैंने कभी सपने में भी नहीं सोचा था कि मेरे साथ ऐसा होगा..... मेरी रूपाली दीदी शरमाते हुए बोल रही थी..
देख मेरी जान... मुझे तेरे बारे में सब कुछ पता है.. तू पहले भी एक बहुत अच्छी लड़की थी... और आज भी एक बहुत अच्छी औरत और मा है.... पर एक बात समझ कि तू बहुत बुरी हालत में फंस चुकी है... असलम और जुनैद कोई छोटे-मोटे गुंडे नहीं है... जुनैद तो फिर भी रवि की जान पहचान का है और इसकी थोड़ी बहुत बात भी मानता है... पर साला बहुत बड़ा हारामी है असलम.... उसने तो कितने मर्डर और ना जाने कितने रेप किए है....... तुम्हें तो पता ही होगा कि उसने हमारे गांव की ना जाने कितनी लड़कियों को सड़क पर दौड़ा दौड़ा कर चोदा है सब लोगों के सामने... शादी के पहले मेरी सुचिता दीदी का उसने क्या हाल किया था तुम सबको तो अच्छी पता है...... मेरे पापा ने सिक्युरिटी में रिपोर्ट दी .. उसका क्या हुआ... सिक्युरिटी असलम का झांट भी नहीं उखाड़ सकी...... इस बार दिनेश बोल रहा था... उसकी आंखों में भी चिंता थी...
सुचिता दीदी से याद आया... दिनेश की बड़ी बहन..... मेरी रूपाली दीदी से 4 साल बड़ी... पर दोनों पक्की सहेलियां.... सुचिता दीदी वाली कहानी आपको आगे बताऊंगा.....
देख यार पुरानी बातें भूल जा... इस समस्या का कुछ ना कुछ हल तो निकालना ही पड़ेगा... मुझ पर भरोसा रखो...जुनैद को मैं अच्छी तरह जानता हूं.... वह भी बुरा आदमी है पर मेरी बात को जरूर समझेगा... रूपाली तू विश्वास कर मेरा... रवि बोल रहा था..
मुझे अब तुम दोनों की बातों का कोई विश्वास नहीं.. तुम दोनों ने आज मेरे साथ जैसा किया यहां अभी .. उसके बाद तो विश्वास करने के लिए कुछ नहीं बचा...... जुनैद ने मुझे कल धमकी दी कि कल वह मेरे घर आएगा और या तो मुझे उठा कर ले जाएगा यहां से या फिर सबके सामने मेरे साथ करेगा जो उस दिन जंगल में किया था... मुझे तभी भरोसा होगा जब तुम मेरे सामने उसे फोन करोगे... मेरी रूपाली दीदी ने अविश्वास भरी नजरों से रवि को देखते हुए कहा...
रवि भी लाचार हो गया मेरी दीदी की बातें सुनकर.... उसने फोन लगा दिया जुनैद को और लाउडस्पीकर ऑन कर दिया...
हेलो कैसा है रवि.... फोन की दूसरी तरफ से जुनैद की कड़कती आवाज गूंजी ....
मैं अच्छा हूं जुनेद भाई आप बताओ आप कैसे हो... रवि ने जवाब दिया...
मैं तो मस्त हूं तू बता भाई क्यों याद किया.... जुनेद बोला..
जुनैद भाई... आपको बोला था ना हमारे गांव की रूपाली के बारे में.... आ...ओ... उसी के बारे में बात करनी थी.... रवि बोला..
…. आह बहन चोद..…. आह ... उस रंडी का यार नाम मत ले तू... मेरी रूपाली रांड का नाम सुन मेरा लौड़ा टनटना जाता है... जुनैद बेहद कामुक आवाजें निकाल रहा था..
मेरी बात तो सुन लो जुनैद भाई... बोला रवि....
हर धक्के में लंड सुपाड़े तक बाहर निकालते और फिर पूरी ताकत से लंड जड़ तक , गांड और बुर के अंदर ...मेरी दीदी का बुरा हाल था..
जैसे कोई धुनिया रुई धुनें उस तरह ..
साथ में मेरी रूपाली दीदी की चूंचियां उनके मजबूत हाथों में , बस लग रहां था की निचोड़ के दम लेंगे।
कुछ ही देर में दर्द मजे में बदल गया रूपाली दीदी का...चीखों की जगह सिसिकिया... उन दोनों के हर धक्के का जवाब मेरी दीदी भी धक्के से अब दे रही थी।
आधे घंटे से ऊपर ही हो गया , धक्के पे धक्का... मेरी रूपाली दीदी तो लगभग 4 बार झड़ गई थी... और फिर दिनेश और रवि ने भी मेरी दीदी की गांड और चूत म एक साथ अपना मोटा मुसल पूरी ताकत से एकदम अंदर तक ,... डाल के पिचकारी मार दी.. मेरी दीदी के दोनों क्षेत्रों को भर दिया मलाई से अपनी..... मेरी रूपाली दीदी की जाँघों पर भी गाढ़ी सफ़ेद थक्केदार मलाई बह रही थी।...
तीनों ही अब थक के चूर हो गए थे... छत पर बिल्कुल शांति थी... मेरी दीदी तो जैसे बेहोश हो गई थी....
कुछ देर और उसी हालत में सुस्तआने के बाद वह तीनों उठ के खड़े होकर छत पर ढूंढ ढूंढ कर अपने कपड़े पहनने लगे.....
मेरी रूपाली दीदी के खुले उभारों पर दांतों के और नाखूनों के निशान काफी ऊपर तक , साफ दिखाई दे रहे थे.... बड़ी मुश्किल से मेरी दीदी खड़ी हो होकर लड़खड़ाते हुए अपना लहंगा और चोली पहनने लगी... उनकी टांगे लड़खड़ा रही थी.... अपनी चोली के धागों को बांधने के बाद मेरी रूपाली दीदी शिकायत भरी नजरों से दिनेश को देख रही थी... और दिनेश बड़ी बेशर्मी से मुस्कुरा रहा था..
मेरी जान ...बुरा क्यों मान गई... इतने दिनों बाद तुझे पाकर मैं थोड़ा बहक गया था... दिनेश ने बड़े प्यार से मेरी रूपाली दीदी को कहा..
देखो दिनेश.. हम दोनों के बीच में जो कुछ भी था पूरा गांव जानता है. पर अब यह पुरानी बात हो चुकी है... ना सिर्फ मैं एक शादीशुदा औरत हूं बल्कि बच्ची की मां भी हूं... मेरी कुछ मर्यादा है... अब मैं तुम्हारी नहीं हूं अब मैं किसी और की हूं.. अपनी मर्यादा की सीमा तोड़कर मैं तुम्हारे पास मदद के लिए इसलिए आई थी कि तुम मुझे पहले से जानते हो..... पर आज तुम दोनों ने मेरी मजबूरी का फायदा उठाया है.... मेरी दीदी ने दोनों को ही कहा..
रूपाली सुनो मेरी बात... हम लोग बुरे इंसान नहीं है... बस हम लोग थोड़ा बहुत इंजॉय करना चाहते है..... माना कि तुम्हारी मजबूरी का फायदा उठा कर आज हम दोनों ने तुम्हारी मारी है... पर इसके बदले में तुम्हें मजा भी तो दिया है... बार-बार पानी छोड़ रही थी तुम..... रवि ने कहा...
रवि की बातें सुनकर मेरी रूपाली दीदी शर्म से पानी पानी हो गई..
फिर भी उन्होंने सर उठाके कहा - रवि.... आज जो हुआ सो हुआ... मैं इसे भूल जाऊंगी.. तुम दोनों भी भूल जाना.. पर जिस मुसीबत में मैं हूं... जिसकी खातिर मैं तुम्हारे पास आई... तुम दोनों को तो पता ही है ना.... बोलते बोलते मेरी दीदी रुक गई.. उनकी आंखों में आंसू आ गए...
हां वह असलम और जुनैद वाला कांड... जो जंगल में हुआ था उसी की बात कर रही हो ना,...... रवि ने पूछा...
हां वही कह रही हूं.... जुनैद ने मेरा जीना हराम कर रखा है... रात को फोन करता है और गंदी गंदी बातें करता है... दीदी ने रोते हुए कहा...
क्या गंदी गंदी बातें करता है मुझे अच्छी तरह बताओ... रवि ने गंभीरता से कहा.
रात में वीडियो कॉल करता है... कभी-कभी तो दिन में भी करता है... मुझे नंगी होने के लिए बोलता है... फिर कभी मूली तो कभी गाजर .. अंदर घुसआने के लिए कहता है... आगे भी और पीछे भी.... बोलते हुए मेरी दीदी की आंखों के आंसू रुकने का नाम नहीं ले रहे थे...
और तुम उसकी हर बात मानती हो... रवि ने कहा...
तुम ही बताओ और मैं क्या कर सकती हूं.... उन कमीनों ने मेरी वीडियो बना लि है... बार-बार धमकी देते हैं कि वह वीडियो वह लोग इंटरनेट पर डालने की...... बोलो भला ...उनकी बात ना मानने का मेरे पास कोई रास्ता नहीं है... उस कुत्ते ऑटो वाले सुरेश ने मेरी पूरी वीडियो निकाली थी जब वह दोनों गुंडे जंगल में मेरा रेप कर रहे थे... मेरी दीदी बोली..
तुम्हारी बात कुछ हद तक तो सही है.... पर तुम्हारे " रेप" का वीडियो जुनैद ने मुझे भी भेजा था... जब मैंने तुम्हारे बारे में बात की थी उससे... जिस तरह तुम जुनैद और असलम के लण्ड पर उछल रही थी.. उसे देखकर तो मुझे कुछ और ही लगा..... रवि ने कामुक लहजे में कहा...
उसकी बातें सुनकर मेरी दीदी शर्म के मारे जमीन में गड़ी जा रही थी..
रवि की बातें पूरी तरह गलत भी नहीं थी... क्योंकि जंगल में मेरी दीदी के साथ जो कांड हुआ था वह मेरी आंखों के सामने हुआ था... भले ही आखिरी राउंड में मैं झोपड़ी के बाहर खड़ा था और सुन रहा था उनकी कामुक चीखें और सिसकियां.... पर मेरी मौजूदगी में भी दीदी ने कई बार चरम सुख का अनुभव किया था...
शर्म के मारे मेरी दीदी की आंखें जमीन में गड़ी हुई थी पर फिर भी वह बोली.... रवि मैं तुमसे झूठ नहीं बोलूंगी... मेरा बदन मेरे काबू से बाहर हो चुका था.... मैंने भी सुख लिया... पर इसका मतलब यह नहीं कि वह सारी घटना मेरी मर्जी से हुई... मैंने कभी सपने में भी नहीं सोचा था कि मेरे साथ ऐसा होगा..... मेरी रूपाली दीदी शरमाते हुए बोल रही थी..
देख मेरी जान... मुझे तेरे बारे में सब कुछ पता है.. तू पहले भी एक बहुत अच्छी लड़की थी... और आज भी एक बहुत अच्छी औरत और मा है.... पर एक बात समझ कि तू बहुत बुरी हालत में फंस चुकी है... असलम और जुनैद कोई छोटे-मोटे गुंडे नहीं है... जुनैद तो फिर भी रवि की जान पहचान का है और इसकी थोड़ी बहुत बात भी मानता है... पर साला बहुत बड़ा हारामी है असलम.... उसने तो कितने मर्डर और ना जाने कितने रेप किए है....... तुम्हें तो पता ही होगा कि उसने हमारे गांव की ना जाने कितनी लड़कियों को सड़क पर दौड़ा दौड़ा कर चोदा है सब लोगों के सामने... शादी के पहले मेरी सुचिता दीदी का उसने क्या हाल किया था तुम सबको तो अच्छी पता है...... मेरे पापा ने सिक्युरिटी में रिपोर्ट दी .. उसका क्या हुआ... सिक्युरिटी असलम का झांट भी नहीं उखाड़ सकी...... इस बार दिनेश बोल रहा था... उसकी आंखों में भी चिंता थी...
सुचिता दीदी से याद आया... दिनेश की बड़ी बहन..... मेरी रूपाली दीदी से 4 साल बड़ी... पर दोनों पक्की सहेलियां.... सुचिता दीदी वाली कहानी आपको आगे बताऊंगा.....
देख यार पुरानी बातें भूल जा... इस समस्या का कुछ ना कुछ हल तो निकालना ही पड़ेगा... मुझ पर भरोसा रखो...जुनैद को मैं अच्छी तरह जानता हूं.... वह भी बुरा आदमी है पर मेरी बात को जरूर समझेगा... रूपाली तू विश्वास कर मेरा... रवि बोल रहा था..
मुझे अब तुम दोनों की बातों का कोई विश्वास नहीं.. तुम दोनों ने आज मेरे साथ जैसा किया यहां अभी .. उसके बाद तो विश्वास करने के लिए कुछ नहीं बचा...... जुनैद ने मुझे कल धमकी दी कि कल वह मेरे घर आएगा और या तो मुझे उठा कर ले जाएगा यहां से या फिर सबके सामने मेरे साथ करेगा जो उस दिन जंगल में किया था... मुझे तभी भरोसा होगा जब तुम मेरे सामने उसे फोन करोगे... मेरी रूपाली दीदी ने अविश्वास भरी नजरों से रवि को देखते हुए कहा...
रवि भी लाचार हो गया मेरी दीदी की बातें सुनकर.... उसने फोन लगा दिया जुनैद को और लाउडस्पीकर ऑन कर दिया...
हेलो कैसा है रवि.... फोन की दूसरी तरफ से जुनैद की कड़कती आवाज गूंजी ....
मैं अच्छा हूं जुनेद भाई आप बताओ आप कैसे हो... रवि ने जवाब दिया...
मैं तो मस्त हूं तू बता भाई क्यों याद किया.... जुनेद बोला..
जुनैद भाई... आपको बोला था ना हमारे गांव की रूपाली के बारे में.... आ...ओ... उसी के बारे में बात करनी थी.... रवि बोला..
…. आह बहन चोद..…. आह ... उस रंडी का यार नाम मत ले तू... मेरी रूपाली रांड का नाम सुन मेरा लौड़ा टनटना जाता है... जुनैद बेहद कामुक आवाजें निकाल रहा था..
मेरी बात तो सुन लो जुनैद भाई... बोला रवि....