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Adultery जोरू का गुलाम उर्फ़ जे के जी
समधन -समधन



[Image: MIL-Screenshot-2018-11-17-23-49-07-569-935x1024.jpg]





शादी के समय जो उनकी आम से चिढ थी वो जग जाहिर थी और ऊपर से उनकी मायके वालियों ने खूब गा गा के बताया भी था, तो मम्मी को तो अच्छी तरह से मालूम था ऊपर से जो मेरी छुटकी ननदिया से बेट लगी थी ,उन्हें उनके मायके में आम खिलाने कीवो भी उन्हें मालूम थी।

 
 
" हे अगर इन्हें ऐसे तेरी ससुराल वालियां देख ले तो क्या हो , " 

खिलखलाते हुए माँ ने मुझसे पूछा।


[Image: Mom-b.jpg]
 
" मम्मी सब की फट जायेगी। " हंस के मैं बोली।


[Image: Teej-177360418d47ef94d4868a0a88a5f2b1.jpg]
 
" चल इससे याद आया , जिसकी सबसे ज्यादा फटी है , मेरी समधन से सोचती हूँ बात कर लूँ। ज़रा नंबर लगा। " वो बोलीं ,
 
" अरे मम्मी ,अपने दामाद से बोलिये लगाने को , वैसे भी आप उन्हें अपनी समधन का यार बनाने वाली हैं " मैंने चुटकी ली। 


और उनको भी चिढ़ाया ,
 
" अरे मॉम सिर्फ फोन लगाने को बोल रही हैं और  कुछ नहीं ,लगा दीजिये न। "
 
" तू क्या सोचती है मेरे मुन्ने को देख झट से फोन लगाएगा , अरे अभी फोन लगायेगा और महीने भर में सब कुछ , ये लगाने में हिचकेगा , मेरी समधन लगवाने में , " 

उनके गाल पे चिकोटी काटती वो बोलीं।
 
मजबूरी में उन्होंने फोन लगाया और माम ने स्पीकर फोन आन कर दिया।
 
 
दोनों समधनों की चर्चा चालू हो गयी ,लेकिन बिचारी मेरी सास को ये नहीं मालूम था की स्पीकर फोन ऑन है और उनका बेटा ठीक उसके बगल में कान पारे बैठा है।
 
" आपकी याद बहुत आती है और सिर्फ मुझे नहीं ,मेरे सारे देवरों ,नन्दोइयों , बहनोईयोँ को , आपकी बहु के चाचा ,मौसा फूफा सब ,... " 


मॉम ने बात शुरू की।
 
" मालुम है मुझे , और मुझे भी याद आती है , शादी में जब तीन दिन बरात में आपके गाँव गयी थीतब से , और क्या उन्हें याद आता होगा , क्यों याद आता होगा , ये भी मुझे मालूम है।


खिलखिलाते हुए मेरी सास बोलीं।


[Image: boobs-jethani-14054088-248867345507149-7...4382-n.jpg]
 
" बिचारे वो और बाकी गाँव वाले भी आपकी सेवा का मौक़ा खोज रहे हैं लेकिन आप दुबारा आयी ही नहीं।


मम्मी एकदम मूड में गयी.


" अरे पूरे तीन दिन तक तो थी ,और मैंने मना किया , अब वो दूर दूर से देख के ललचाते रहे , तो उनकी गलती है

जो सोया सो खोया ,... " 

हँसते हुए मेरी सास ने भी उसी तरह जवाब दिया और फिर उलटा हमला बोल दिया ,
 
और आप तो दुल्हन के चाचा ,फूफा ,मौसा से सेवा करवाती होंगी , आखिर आप के देवर , ननदोई ,बहनोई लगेंगे रिश्ता भी है करवाने वाला।

उन्होंने मेरी मम्मी से पूछा। 

[Image: Bengali-MM-th.jpg]
 
" रिश्ता तो आप से भी है बल्कि दुहरा है ,समधन का।  और एक बार आपके गद्दर उभार देख के तो सब बौरा गए हैं और मुझसे बोलते हैं बस एक मौक़ा ,... दिलवा दूँ , ... आधा दर्जन से ऊपर समधी होंगे आप के। नाम ले के टनटना  जाता है अभी तक उनसब का। "


मम्मी कौन हार मानने वाली थीं। 

फिर जोड़ा उन्होंने ,
अरे अभी गाँव में मौसम भी  अच्छा है , गन्ने ,अरहर के खेत ,अमराई में झूला ,कबड्डी खेलने का बढ़िया मौसम है। "


मेरी सास जोर से हंसी। 

इस तरह की बातें उन्हें भी बहुत भाती थीं , द्विअर्थी डायलाग , खुले हुए मजाक , 'अच्छी वाली गारियाँ ' .
 
" अरे पिछली बार तो आयी थी तीन दिन रही ,कबड्डी के मैदान में आपके।  लेकिन पकड़ने को कौन कहे , ...  पर एक बात मानती हूँ आपके यार जबरदस्त हैं वहां , एक से एक पहवान पाल रखे हैं ,सोच के मुंह में पानी जाता है।

मेरी सास बोलीं।

[Image: bengali-mm-swastika-206611dc9edac9fe1544...767c03.jpg]
 
इतना अच्छा मौका तो मैं भी नहीं चूकती ,और वो तो मम्मी थीं , झटाक से बोलीं ,
 
" किस मुंह में ऊपर वाले या नीचे वाले , ... इसीलिए तो कह रही हूँ जाइये , मुंह का स्वाद भी बदल जाएगा। और एक जवाबी मैच भी

हाँ अबकी एक एक पे  तीन तीन होगा , एक साथ तीन तीन चढ़ेंगे आपके ऊपर

फिर देखतीं हूँ कैसे नहीं आपकी चिकनी चिरैया चूं नहीं बोलती। जितने आपके अगवाड़े के दीवाने हैं उतने ही पिछवाड़े के भी।
 
बात मम्मी की एकदम सही थी ,मेरी सासु के चूतड़ एकदम मस्त , नगाड़े जैसे , कोई शीघ्र पतन का रोगी हो तो देख के झड़ जाए।


[Image: ass-saree-d30806b42344da9e31bc5fbfafe607e9.jpg]
 
" अभी तो तीरथ करने जा रही हूँ, गंगा नहाने। ये लोग आएंगे  हफ्ते दस दिन  के लिए बस उसी के एक दिन पहले। अब ये लोग जाएंगे तो घर पे कोई रहेगा ,वरना बड़ी बहू बिचारि अकेली ही रहती , तो अच्छा मौक़ा मिला है।

सासु माँ ने अपनी मजबूरी बतायी।
 
मम्मी की अंकगणित बहुत तेज थी ,झट से जोड़ लिया उन्होंने , दिन बाद हम लोग जाएंगे , दिन इनके मायके रहेंगे ,यानी पंद्रह दिन बाद मम्मी की समधन वापस अपने अड्डे पर।  कन्विंस करने में मम्मी का जवाब नहीं था ,इतना बड़ा बिजनेस चलाती थीं , उन्होंने अपना तुरुप का पत्ता फेंका।
 
" अरे ये तो बहुत अच्छा है।  फिर तो आपका पुराना किया धरा सब साफ़ हो जाएगा , लौटते ही नए यारों का खाता खोल दीजिये।  

आप गंगा में डुबकी लगा के लौटिए, और यहाँ कोई तैयार बैठा है आपकी पोखर में डुबकी लगाने के लिए। "
 
और इसके साथ ही मम्मी ने इनके खूंटे को बाहर निकाल के खुल के मुठियाना शुरू कर दिया

[Image: holding-cock-tumblr-o050lrr-Zd-H1uk76xgo1-400.gif]


और फिर एक तगड़ा झटका दिया तो इनका लीची ऐसा सुपाड़ा बाहर, मम्मी उसे अपने अंगूठे से रगड़ रही थीं।  


बस तुरंत ही वो टनाटन।
 
मैं उनके लैपी पर काम कर रही थी ,दोनों समधनों की बात सुन रही थी ,

[Image: Laptop-media-139444979973395100.jpg]


पर मम्मी की ये हरकत देख के अपनी मुस्कराहट नहीं रोक पाई।



 
 
" सुबह सुबह आप भी ,  ..." उधर से मेरी सास की अनिश्चित सी आवाज सुनाई पड़ी।
 
 " सच कह रही हूँ , कहिये तो उसके औजार का फोटो भेजूं , अगर पसंद हो तो ऑफर कैंसल।  अरे आखिर कोई गंगा नहान तीरथ काहें करता है , पाप धोने के लिए ,लेकिन उसके लिए कुछ गड़बड़ करना भी तो चाहिए न।  और आप लौट के आएँगी तो फिर तोचलिएउस के बाद,… “

[Image: holding-cock-download-1.jpg]

उधर से कोई जवाब नहीं आया तो मम्मी ने फिर आग सुलगायी ,
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ANUSHKA IS ASHWIN'S SWEET WIFE - by ashw - 05-04-2019, 06:02 AM
RE: जोरू का गुलाम उर्फ़ जे के जी - by komaalrani - 24-11-2019, 02:14 PM



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