19-11-2019, 03:55 PM
मुझे उसकी अदाएं बहूत ही सेक्सी लग रही थी. मैंने फिर उसके होठ को चूमा और गाल को चूमते हुए गरदन को किश ईया और फिर उसके बूब्स के निप्पल को दांतो से दबाया, उसके आह निकल गए. वो चहक उठी मैं फिर निचे आया और उसके नाभि में अपनी जीभ घुसा कर सहलाने लगा. वो अब शांत हो गई पर अपने हाथो से तकिये को पकड़ रही थी और उसके होठ उसके दांतो के अंदर था. वो काफी कामुक हो गई थी. मैं फिर निचे आया और फिर से चूत पे हाथ फेरा, दोस्तों अब पूजा की चूत काफी गीली हो गई थी. और गरम हो गई थी. मेरा लंड भी काफी मोटा हो गया था. अब ऐसा लग रहा था की अगर मैं अब नहीं चोदा तो शायद सारा माल बाहर ही निकल जायेगा.
मैंने अपने लंड को उसके चूत पर सेट किया, और एक जोर से धक्का मारा, मेरा लंड छिटक गया, चूत के अंदर नहीं गया, क्यों की मैं चूत चोदने में अनारी थी. मैं इसके पहले कभी सेक्स नहीं किया था. पूजा बोली ठीक से करो दर्द हो रहा है मेरे फिर से उसके चूत पर अपने लंड को सेट किया और जोर से धक्का दिया अबकी बार पूरा लंड उसके चूत में चला गया. वो पहले दर्द से छटपटा गई फिर उसने, धीरे धीरे अपने गांड को हिलाने लगी और मैंने भी धीरे धीरे अपने लंड को उसके चूत से अंदर बाहर करने लगा. अब दोनों वाइल्ड हो गए थे,, मैंने उसको जोर जोर से चोदने लगा, वो आह आह आह आह कर रही थी. मैंने चुचिओं को मसल रहा था और गचा गच्च उसके चूत में अपना मोटा लंड पेल रहा था. वो आह आह आह आह मैं भी जोर जोर से हाय हाय हाय कर के लंड को दे रहा था. और वो मुझे जोर से अपने बाहों में जकड ली और अपने पैरों से वो मुझे फंस ली और जोर जोर से अपने गांड को उच्छालने लगी. आप ये कहानी नॉनवेज स्टोरी डॉट कॉम पर पढ़ रहे है.
और फिर मेरा सारा माल, पूजा के चूत में समा गया और और मैं निढाल हो गया और वो भी निढाल हो गई, जब होश आया और सर को ऊपर उठा कर देखा तो दरवाजे पर मेरी बहन अंजना खड़ी थी. मैंने डर गया और पूजा तेज से अपने सारे कपडे उठा कर बाथरूम के तरफ भागी. मैंने अपने कपडे ले लिए और दरवाजे के साइड में जाकर पहने लगा. मैंने कहा अंजना को सॉरी, अब ऐसा नहीं होगा. अंजना बोली सॉरी, सॉरी ओरी से काम नहीं चलेगा. जब ये लड़की घर जाएगी मुझे भी ऐसे ही करना. मैंने कहा क्या कह रही हो अंजना बोली हां मैं सही कह रही हु,
मैंने अपने लंड को उसके चूत पर सेट किया, और एक जोर से धक्का मारा, मेरा लंड छिटक गया, चूत के अंदर नहीं गया, क्यों की मैं चूत चोदने में अनारी थी. मैं इसके पहले कभी सेक्स नहीं किया था. पूजा बोली ठीक से करो दर्द हो रहा है मेरे फिर से उसके चूत पर अपने लंड को सेट किया और जोर से धक्का दिया अबकी बार पूरा लंड उसके चूत में चला गया. वो पहले दर्द से छटपटा गई फिर उसने, धीरे धीरे अपने गांड को हिलाने लगी और मैंने भी धीरे धीरे अपने लंड को उसके चूत से अंदर बाहर करने लगा. अब दोनों वाइल्ड हो गए थे,, मैंने उसको जोर जोर से चोदने लगा, वो आह आह आह आह कर रही थी. मैंने चुचिओं को मसल रहा था और गचा गच्च उसके चूत में अपना मोटा लंड पेल रहा था. वो आह आह आह आह मैं भी जोर जोर से हाय हाय हाय कर के लंड को दे रहा था. और वो मुझे जोर से अपने बाहों में जकड ली और अपने पैरों से वो मुझे फंस ली और जोर जोर से अपने गांड को उच्छालने लगी. आप ये कहानी नॉनवेज स्टोरी डॉट कॉम पर पढ़ रहे है.
और फिर मेरा सारा माल, पूजा के चूत में समा गया और और मैं निढाल हो गया और वो भी निढाल हो गई, जब होश आया और सर को ऊपर उठा कर देखा तो दरवाजे पर मेरी बहन अंजना खड़ी थी. मैंने डर गया और पूजा तेज से अपने सारे कपडे उठा कर बाथरूम के तरफ भागी. मैंने अपने कपडे ले लिए और दरवाजे के साइड में जाकर पहने लगा. मैंने कहा अंजना को सॉरी, अब ऐसा नहीं होगा. अंजना बोली सॉरी, सॉरी ओरी से काम नहीं चलेगा. जब ये लड़की घर जाएगी मुझे भी ऐसे ही करना. मैंने कहा क्या कह रही हो अंजना बोली हां मैं सही कह रही हु,
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.