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Adultery पूस की रात एक कामुक कहानी
#8
निशा भाभी की वासना जागृत हो चुकी थी, भाभी बिस्तर से खड़ी हुई और अपनी चूचियों को ब्रा से आजाद कर दिया | अंकल भाभी के बड़े-बड़े, सुडौल चूचों को देख कर एकदम दंग रह गये | भाभी जब बाथरूम जाने के लिए मुड़ी तो उसके अत्यन्त बड़े चूतड़ों को देख कर अंकल के दिल धड़कन अचानक बढ़ गई | भाभी जब बाथरूम से आई तो अंकल ने कहा- बेटी, चूचियों को दबाने से चूत का मुँह थोड़ा फ़ैल जाता है, जिससे चूत में आसानी से लंड के सुपारे का प्रवेश हो जायेगा |

यह सुनकर भाभी ने कहा- ठीक है अंकलजी, आप मेरी चूचियों को दबा लीजिये पर इसे आप ज्यादा जोर से मत दबाइयेगा क्योंकि ये बहुत ही टाइट हैं, जोर से दबाने से दर्द होने लगता है |

रवि - ठीक है बेटी, आराम से दबाऊंगा | फिर अंकल ने भाभी से कहा- बेटी, तुम अपने चूतड़ों की दोनों फाँकों को फैला कर मेरे गोद में मेरे लंड पर बैठ जाओ, फिर मैं तुम्हारी चूचियों को दबाऊँगा | ऐसा सुनकर भाभी अपने विशाल चूतड़ों को चीर कर उसे अंकल के मोटे लंड पर रखकर गोद में बैठ गई | अब अंकल आगे अपने हाथ बढ़ा कर अपने सामने आम के जैसे लटक रहीं भाभी की चूचियों को दबाना शुरू कर दिया, उनके निप्पलों को चुटकी से मसलना शुरू कर दिया |

भाभी ने मस्ती में अपनी आँखें बंद कर ली और मीठी-मीठी कराहें लेने लगी | फिर अंकल भाभी को अपने गोद में आमने-सामने बिठा कर उनकी निप्पल को चुसना शुरू कर दिया | भाभी तो मानो आनन्द के सागर में गोते लगा रही थी | निशा भाभी की चूचियों को कुछ देर तक दबाने के बाद अंकलजी ने निशा से कहा- बेटी, अब मैं लेट जाता हूँ और तुम मेरे लंड पर बैठ जाओ और फिर मैं तुम्हारी चूत का निरीक्षण करता हूँ, बेटी मेरे लंड पर सावधानी से बैठना, केवल सुपारा ही अपने चूत में घुसाना |

इसके बाद अंकल लेट कर अपने खड़े लंड को सीधा करके अपनी हाथों से पकड़ लिया, निशा भाभी ने अपनी चूत की संकरे से छेद को अंकल के भयंकर सुपारा पर रख कर धीरे से बैठ गई, अंकल का मोटा सुपारा भाभी की चूत को फैलाता हुआ उसमें घुस गया तो अंकल ने कहा- बहू, अब तुम अपने कूल्हों को धीरे-धीरे ऊपर-नीचे करो तो मैं पता करता हूँ कि तुम्हारी चूत कितनी टाइट है |

भाभी धीरे-धीरे अपनी गांड को ऊपर-नीचे करने लगी, तभी अंकल ने पूछा- बेटी, दर्द नहीं न हो रहा है?

भाभी- नहीं अंकलजी!

रवि - बेटी गांड को ऊपर-नीचे करने में करने में कैसा लग रहा है है?भाभी ने शरमाते हुए कहा- अंकलजी, अच्छा लग रहा है |

अंकल- बहुत अच्छे, पर बेटी जरा ध्यान से अपने चूतड़ को ऊपर-नीचे करना करना, कहीं सुपारे से ज्यादा लंड तुम्हारे चूत में न घुस जाये | भाभी ने कोई जवाब नहीं दिया, वो मस्ती की लहरों पर सवार थी | थोड़ी देर बाद अंकल ने देखा की निशा अपने चूतड़ को नीचे दबाते हुए लंड को अपने चूत और घुसा रही है | अंकल की खुशी का तो ठिकाना ही नहीं रहा | अंकल का आधा लंड निशा के चूत में घुस गया था, फिर निशा ने थोड़ा ताकत लगते हुए अंकल के पूरे लंड को अपनी अत्यंत तंग चूत में पूरा समा लिया | अंकल को तो विश्वास ही नहीं हो रहा था कि निशा ने अपनी छोटी से चूत में उनका पूरा 10 इंच लम्बा लंड समाहित कर लिया है |

अपने टाइट चूत में पूरा लंड सामने के बाद निशा ने थोड़ी देर सुस्ताया फिर अपनी कसी हुई चूत से रवि अंकल को घपाघप चोदने लगी | निशा भाभी अपने बड़े चूतड़ों को खूब ऊपर-नीचे कर रही थी, चूतड़ ऊपर-नीचे करने में भाभी की बड़ी-बड़ी चूचियाँ बहुत मस्त तरीके से हिल रही थी | भाभी की अत्यंत कसी चूत होने के कारण घप-घप की बहुत भद्दी आवाज़ पूरे कमरे में गूंज रही थी |

चुदाई के कारण भाभी की चूत की खुशबू चारों तरफ फ़ैल गई थी | अंकल और भाभी दोनों के मुँह से आह-ऊह की आवाज़ निकल रही थी | तभी अंकल ने भाभी से कहा- बेटी, तुम यह क्या कर रही हो? मेरे लंड को अपनी चूत में पूरा समा के मुझे चोद रही हो? तो भाभी ने मुस्कुराते हुए कहा- इतने भी भोले मत बनो, अंकलजी, आप बहुत ही चालाक हो, मुझे ललचाने के लिए आपने अपना गधा जैसा मोटा लंड दिखा दिया और अब बहुत भोले बन रहे हो, इतना मोटा और लम्बा लंड देखकर तो कोई भी लड़की एकदम पागल हो जाएगी | मैं तो बहुत लकी हूँ जो मुझे इतना बड़ा घोड़े जैसा लंड लेने का सौभाग्य प्राप्त हुआ | आई लव यू अंकल जी!

ऐसा सुनकर अंकल ने मुस्कुराते हुए कहा- बेटी, अब बताओ, तुम्हें मुझसे से ज्यादा मजा आ रहा है कि अपने पति से आता है?निशा- अंकलजी, मेरे पति का साइज़ तो आपसे आधा है, आपको चुदवाने में तो मुझे स्वर्ग जैसा आनन्द मिल रहा है | अब तो मैं आपसे खूब चुदवाऊंगी | अंकल- निशा बेटी, मैंने सपने में भी नहीं सोचा था कि मुझ जैसे बदसूरत, बुड्ढे आदमी के 10 इंच लम्बे काले लंड पर एक 22 साल की गोरी, ख़ूबसूरत लड़की बैठकर उसे अपने गुलाबी चूत में पूरा समा कर अपनी गांड ऊपर-नीचे करके मुझे घपाघप चोदेगी | मैं तो एक अत्यंत ही भाग्यशाली व्यक्ति हूँ |

निशा- अंकलजी, मैं भी बहुत खुशनसीब हूँ, इतना विशाल लंड का सौभाग्य तो बिरले को ही प्राप्त होता है | आपका लंड तो देखते ही मेरी चूत से पानी निकलने लगा था | फिर अंकल ने भाभी को लिटा दिया और उनकी टांगों को फैला कर चूत को चौड़ा कर दिया, फिर चूत के छेद पर थूक लगाकर अपना सुपारा चूत के छेद पर रख के जोर से धक्का मारा, भाभी दर्द से चिल्ला उठी | अंकल का आधा लंड भाभी की चूत में समा चुका था फिर थोड़ी देर रुकने के बाद अंकल ने एक जोर का धक्का मारा तो अंकल का 10 इंच लम्बा पूरा लंड भाभी की चूत में घच से घुस गया, इसके बाद अंकल ने धीरे-धीरे अपने लंड को अन्दर-बाहर करना शुरू कर दिया |

फिर थोड़े देर के बाद अंकल ने भाभी की पतली कमर को पकड़ कर बेरहमी से जोर-जोर से धक्के मारने शुरू कर दिया | निशा 'मम्मी- उई मम्मी' बोलकर कर आनंद भरी कराह ले रही थी | बीच-बीच में अंकल का मोटा लंड भाभी के तंग चूत में फँस जाता था तो अंकल जोर का धक्का मारकर उसे छुड़ाते जिससे भाभी कराह उठती |
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RE: पूस की रात एक कामुक कहानी - by masala44 - 15-11-2019, 08:38 PM



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