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Romance काला इश्क़!
#60
update 35

अगले दिन मैं उठ कर, नाहा धो कर ऑफिस पहुँचा और बॉस के सामने अपनी छुट्टी की अर्जी रख दी| "सर मुझे 4 दिन की छुट्टी चाहिए, घर पर पूजा-पाठ है! मैं मंडे ज्वाइन कर लूँगा|" सर ने मुझे देखे बिना ही ठीक है कह दिया, मैं भी वापस बाहर आ कर डेस्क पर पहले से ही रखी फाइल्स निपटाने लगा| लंच टाइम मैं उठ कर बाहर जा रहा था की अनु मैडम आ गईं और मुझसे बोलीं; "मानु जी! आपके सर ने बताया की आप कल गाँव जा रहे हो? कोई इमरजेंसी तो नहीं?"

"नहीं mam, वो घर में पूजा है इसलिए जा रहा हूँ| And sorry इस संडे प्रोजेक्ट पर काम नहीं कर पाउँगा, मैं संडे शाम तक लौटूँगा| आज मैं PPTs फाइनल कर दूँगा और वो आपने उन्हें पिछले पाँच साल के फाइनेंसियल स्टेटमेंट्स मँगवा लिए?" पर मैडम का तो जैसे मेरी बातों पर ध्यान ही नहीं था, उनकी आँखें मुझ पर टिकी थीं पर ध्यान कहीं और था! मैं ने हवा में मैडम के चेहरे के सामने हाथ हिला कर मैडम की तन्द्रा भंग करते हुए पूछा; "क्या हुआ mam?" उन्होंने बस कुछ नहीं कहा और वो अपने केबिन की तरफ चली गईं मैं भी कुछ सोचते हुए नीचे आ गया और चाय पी रहा था| मैंने जेब से फ़ोन निकाला और घर फ़ोन किया ये जानने के लिए की वहाँ सब कुछ कैसा है? कहीं पता चले की वहाँ से कोई शहर आ टपके और काण्ड हो जाए! पिताजी ने फ़ोन उठाया तो वो मुझ पर ही बरस पड़े; "तुम दोनों के पास इतना भी समय नहीं की घर आ जाओ? पढ़ाई और काम-धंधे में इतने व्यस्त हो की घर की कोई चिंता ही नहीं? पहले तो हफ्ते में दो दिन के लिए तुम्हारी शक्ल दिख जाती थी अब तो महीने होंको आये तुम्हें देखे हुए? तुम लोगों की सूरत तो छोडो आवाज सुनने को कान तरस गए और तुम लोग हो की बस अपनी मस्ती में मस्त हो! इसीलिए तुम दोनों को शहर भेजा था?"  पिताजी की बात जायज थी पर यहाँ ऋतू और मेरे काम के कारन हम गाँव नहीं जा आ रहे थे|

"पिताजी आपसे हाथ जोड़ कर माफ़ी माँगता हूँ! मैं या ऋतू आप सब की दी हुई आजादी का गलत फायदा नहीं उठा रहे, दरअसल मेरे ऑफिस में आज कल एक नया प्रोजेक्ट चल रहा है और इसलिए मैं सैटरडे-संडे ओवरटाइम कर रहा हूँ| कुछ महीनों में वो खत्म हो जायेगा तो मैं फिर से सैटरडे-संडे आ जाऊँगा| बल्कि मैं इस संडे ऑफिस के कुछ काम से आ रहा हूँ और ऋतू को घर छोड़ जाऊँगा, उसके कॉलेज की छुट्टियाँ हैं| मैं ताऊ जी से भी माफ़ी मांग लूँगा, पर अफ्ले आप तो माफ़ कर दीजिये|" मेरी सेंटीमेंटल बातें सुन कर पिताजी को तसल्ली हुई और उनका गुस्सा शांत हो गया| अभी मैंने कॉल रखा ही था की ऋतू का फ़ोन आ गया|

"जानू! मुझे बहुत डर लग रहा है! अगर हमारे पीछे से घर से कोई यहाँ आ गया तो?" ऋतू ने डरते हुए कहा|

"ये सब पहले नहीं सोचा था?" मैंने ऋतू को ताना मरते हुए कहा| "मैं तो साफ़ कह दूँगा की ये लड़की (ऋतू) मुझे बरगला कर ले गई थी!" मेरी बात सुनते ही ऋतू के मुंह से "Hwwwwwwwwwwww!!! " निकला और में जोर से हँस दिया| मिनट भर तक पेट पकड़ के हँसने के बाद मैं बोला; "तू चिंता मत कर, मैंने अभी घर कॉल किया था और घरवाले अभूत गुस्सा हो रहे थे| बड़ी मुश्किल से मैंने पिताजी को समझाया है और वादा किया है की इस संडे तुझे घर छोड़ दूँगा कुछ दिनों के लिए, क्योंकि तेरे कॉलेज की छुट्टी है|" ये सुनते ही ऋतू बोली; "ये अच्छा है! मुझे ही फंसा दो आप?! मैं वहाँ अकेली इतने दिन आपके बिना क्या करुँगी?!"

"जयपुर का प्लान किसने बनाया था?" मैंने पूछा और ऋतू समझ गई की ये उसकी गलती की सज़ा है| "अगली बार अगर इस तरह का पन्गा खड़ा किया न तो देख ले फिर?!" मैंने ऋतू को सचेत करते हुए कहा|

"I promise अगलीबार कुछ भी करने से पहले आप से पूछूँगी| वैसे आज कितने बजे मिल रहे हैं?"

"आज मुश्किल है, प्रोजेक्ट की PPTs पूरी करनी है वरना मैडम अकेले कैसे करेंगी और हाँ.... याद से मैडम को कल फ़ोन कर के बता देना की तुम इस संडे नहीं आने वाली और प्लीज ये मत कहना की घर पर पूजा है! वो बहाना मैंने मारा है|" मेरी बात खत्म हुई और ऋतू वापस कॉलेज लेक्चर अटेंड करने चली गई| मैं भी चाय पी कर वापस आ गया और डेस्कटॉप पर काम करने लगा| उस दिन मैडम से मेरी बात सिर्फ मेल पर ही हो रही थी क्योंकि मैडम लंच के बाद निकल गईं थी| अगले दिन सुबह जब मैं ऑफिस पहुँचा तो बॉस और मैडम को लगा की मेरा जाना कैंसिल हो गया; "जी शाम की बस है और वो PPT वाला काम फाइनल करना था इसलिए आ गया|" इतना कह कर मैं कल वाली PPTs में मैडम के बातये हुए करेक्शन कर रहा था| लंच के बाद मैं सर को बोल कर निकल गया, मैडम पहले ही जा चुकी थीं| मैं घर पहुँच कर तैयार हो कर एक बैग में अपने कुछ कपडे ले कर निकला और ऋतू के हॉस्टल पहुँचा| आंटी जी चूँकि वहीँ थीं तो उन्होंने जबरदस्ती रोक लिया और चाय पिलाई और पूछने लगी; "क्या घर में सत्य नारायण की पूजा है?" अब मैं बड़ा ही धार्मिक आदमी हूँ इसलिए मैं जान बुझ कर चुप रहा और ऋतू की तरफ देखते हुए मैंने चाय का कप अपने होठों से लगा लिया; "जी आंटी जी!" ऋतू बोली| चाय पी कर हम निकले और एक ऑटो में बैठ गए| "भगवान् के नाम से झूठ बोला है तूने, इस पाप की भागीदार तू ही है|" मैंने ऋतू को छेड़ते हुए कहा| "कोई नहीं जी! आपके प्यार के लिए ये पाप भी सर आँखों पर|" ऋतू ने जवाब दिया|

                                                  हम दोनों ही बस स्टॉप पहुँच गए पर काम्या और उसका बंदा अभी तक नहीं आये थे| बस आने में अभी करीब आधा घंटा था और मैं और ऋतू आराम से बैठे बातें कर रहे थे| इतने में मैडम का फ़ोन आया और मैं उनका कॉल लेने के लिए बाहर आ गया और हमारी बातें कुछ मेल वगैरह की हो रही थीं| तभी काम्या और उसका बंदा आ गए और सीधा ऋतू के पास बैठ गए| मेरी नजर अभी उन पर नहीं पड़ी थी, इतने में मेरी तरफ एक लड़का चलता हुआ आया| आँखों पर काला चस्म, लेदर जैकेट और मुँह में च्युइंग गम खाते हुए वो मेरे पास रूक गया| मैंने मैडम से एक मिनट होल्ड करने को कहा, उनका कॉल होल्ड पर डालते हुए उसकी तरफ देखते हुए सवालियां नजरों से देखने लगा और तभी वो खुद बोल पड़ा; "Hi! I'm Rohit!" उसने हाथ मिलाने को आगे बढ़ाया पर मैं अब भी सोच में था की ये कौन है? मेरी उलझन समझ कर वो खुद बोला; "I'm Kamya's boyfriend!" ये सुन कर मैं उसे ऊपर से नीचे फिर से देखने लगा और उसे कहा; "Just a sec! Mam I’ll call you back.” और मैंने मैडम का कॉल काटा और उस अजीब से चूतिये को देख कर मेरी हँसी बाहर आने को बेचैन हो गई| ठण्ड अभी शुरू नहीं हुई थी ये चुटिया लेदर जैकेट पहन के आया था| "You must be Manu?! Ritika’s boyfriend.” उसने बड़े अमेरिकन एक्सेंट के साथ कहा और मेरी हँसी मेरे चेहरे पर झलकने लगी पर मैंने वो फिर भी जैसे-तैसे दबाई और हाँ में सर हिलाया| इतने में काम्या आगई और उसके कंधे पर हाथ रख कर खड़ी हो गई और बड़ी अकड़ से मेरी तरफ देखने लगी; "How did you like him?” मैं जानता था की मैंने कुछ कहने के लिए मुँह खोला तो मेरे मुँह से हँसी निकल जायेगी इसलिए मैंने बस थम्ब्स अप का निशाँ दिखाया और जाने लगा| तभी रोहित मुझे रोकते हुए बोला; "I’m going to get some mineral water, would you like some?” मैंने बस ना में सर हिलाया और ऋतू के पास आ कर बैठ गया| ऋतू ने मेरी तरफ देखा और पूछा; "कैसा लगा रोहित?"

"नजाने क्या मजबूरी रही होगी काम्या की!" मेरे मुँह से बस इतना निकला की ऋतू और मैं दहाड़े मार के हँसने लगे| वहाँ बैठे सारे लोग हमें देख रहे थे और तभी काम्या भी आ गई| उसे देख हमें और भी हँसी आ रही थी और वो बेचारी अनजान हमसे हँसी का कारन पूछ रही थी| ऋतू ने बात घुमा दी और ये बोल दिया की ऑफिस की बात थी! थोड़ी देर में रोहित पानी की बोतल ले आया और हमारे सामने बैठ गया| तभी उसकी नजर ऋतू की रिंग पर गई और उसने पूछ ही लिया, अपनी अमेरिकन एक्सेंट में; "That's a nice ring, who gave you?" ऋतू के जवाब देने से पहले ही काम्या ने उसकी पीठ पर थपकी दी और बोली; "Duffer मानु जी ने दी और किस की हिम्मत है जो रितिका को रिंग देगा?" इतना कहते हुए काम्या ने कॉलेज के पहले दिन वाला काण्ड दोहरा दिया जिसे सुन कर रोहित चुप हो गया| बेचारा complex फील करने लगा तो मैंने सोचा की कोई और टॉपिक छेड़ा जाए; "So guys what’s the plan? Where are we staying and what are we doing?”

“Chill bro! I got it!” रोहित ने कूल बनते हुए कहा|

“Oh really? But can you share it with us?” मैंने कहा तो रोहित बड़े ऐटिटूड में बोला; "Once we reach Jaipur we’re gonna check into a hotel, rest and head out for party at night!”

“Okay! But what’s the name of the hotel we’re checking into? And what’re we doing for 3 days?” मैंने रोहित की गलती निकालते हुए पूछा|

"Sex …Sex….Sex” उसने बड़े casually जवाब दिया, पर ये सुन कर रितिका और काम्या गुस्से में उसे देखने लगीं|

“What? I thought we’re going for sex?” ये सुनते ही काम्या ने अपना पर्स उठाया और उस के मुँह पर मारा| “भोसड़ी के मेरा बर्थडे मानाने जा रहा है या हनीमून?" काम्या के मुँह से गाली सुनते ही मेरी तगड़ी वाली हँसी छूट गई और ऋतू आँख फाड़े मुझे देखने लगी|

“Yaar I was joking!” रोहित ने हँसते हुए कहा पर काम्या का गुस्सा खत्म नहीं हुआ; "साले तुझे बोला था न रितिका के सामने जुबान संभाल के बात करिओ, पर नहीं तूने तो अपनी गांड मरवानी है! सारे बनाये हुए इम्प्रैशन की माँ चोद दी तूने बहनचोद!"  "तू कभी नहीं सुधरेगी!" ऋतू ने काम्या को गुस्से से देखते हुए अपने दाँत पीसते हुए कहा| मेरा हँसनाबंद हो चूका था, अब मुझे सब समझ आने लगा था| कॉलेज ज्वाइन करने से पहले मैंने ऋतू को समझाया था की अपने दोस्त सोच समझ कर बनाना| नशेड़ी,गंजेड़ियों, लौंडियाबाजों से दूर रहना और अगर लड़की से दोस्ती की तो कम से कम वो गाली न देती हो! काम्या गाली देती थी और ऋतू मुझसे ये बात छुपाना चाहती थी| मैंने ऋतू की तरफ देखा और दबी हुई आवाज में कहा; "Seriously??!" ऋतू ने कान पकडे और मुझे सॉरी कहा पर अब कुछ हो भी क्या सकता था|

"Jokes apart, होटल कौन सा बुक हुआ है?" मैंने पूछा|

"वहाँ पहुँच कर देखते हैं!" रोहित अब भी बड़ा निश्चिन्त था| माने आगे कुछ नहीं कहा और चुप-चाप अपना फ़ोन निकाला और Oyo पर दो रूम बुक किये| फिर फ़ोन दोनों की तरफ घुमाया और उन्हें दिखाते हुए बोला; "Rooms बुक हो गये हैं|"

"देख साले और सीख मानु जी से!" काम्या ने रोहित को घुसा मारते हुए कहा| बस के आने कस टाइम हो चूका था और गनीमत है की उसकी टिकट्स काम्या ने बुक करा दी थी| Volvo Super Deluxe आ कर खड़ी हुई और हम चारों अपनी-अपनी सीट्स पर बैठ गए| काम्या और रोहित ठीक हमारे सामने वाली सीट्स पर थे|खिड़की पर ऋतू बैठी थी, मैं aisle सीट में और उधर रोहित खिड़की पर और काम्या aisle सीट पर| 10 मिनट बाद ही बस चल पड़ी और रोहित ने मुझे देखते हुए अपना हाथ काम्या के कन्धों पर रख दिया| पर मुझे कोई दिखावा करने की जर्रूरत नहीं थी, ऋतू खुद ही मेरे कंधे पर सर रख चुकी थी और अपने दोनों हाथों से उसने मेरे दाएँ हाथ को पकड़ लिया| “Did you plan all this?” मैंने ऋतू से बड़े प्यार से पूछा| पर वो मेरी बात समझ नहीं पाई और बोली; "मैं कुछ समझी नहीं?"

"काम्या को मेरे घर मुझे मानाने के लिए भेजना?"

"बिलकुल नहीं!" ऋतू ने चौंकते हुए कहा|

"तो फिर वो मेरे घर कैसे आई? किसने एड्रेस दिया उसे मेरा?"

"उसने बाजार में आपको कई बार देखा था और एक आध-बार वो आपके घर के पास से गुजरी तब उसने आपको घर में घुसते-निकलते हुए देखा था| जब मैंने उसे आपसे इंट्रोडस करवाया था तब बाद में उसने बताया की वो तो आपको जानती है, मेरा मतलब की आप कहाँ रहते हो ये जानती है!"

"अच्छा जी?!" मैंने ऋतू को चिढ़ाते हुए कहा और ऋतू फिर से मेरे सीने पर सर रख कर बैठ गई|
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काला इश्क़! - by Rockstar_Rocky - 09-10-2019, 11:13 AM
RE: काला इश्क़! - by asha10783 - 12-10-2019, 05:29 AM
RE: काला इश्क़! - by Black Horse - 13-10-2019, 11:32 AM
RE: काला इश्क़! - by Arv313 - 13-10-2019, 01:16 PM
RE: काला इश्क़! - by Sam Fisher - 14-10-2019, 10:05 PM
RE: काला इश्क़! - by uttu7887 - 24-10-2019, 08:23 AM
RE: काला इश्क़! - by smartashi84 - 25-10-2019, 04:38 PM
RE: काला इश्क़! - by smartashi84 - 04-11-2019, 10:46 AM
RE: काला इश्क़! - by smartashi84 - 05-11-2019, 03:07 PM
RE: काला इश्क़! - by uttu7887 - 12-11-2019, 07:47 PM
RE: काला इश्क़! - by Arv313 - 12-11-2019, 09:49 PM
RE: काला इश्क़! - by Rockstar_Rocky - 13-11-2019, 08:35 PM
RE: काला इश्क़! - by smartashi84 - 14-11-2019, 03:30 PM
RE: काला इश्क़! - by uttu7887 - 19-11-2019, 09:19 PM
RE: काला इश्क़! - by Dev rathore - 23-11-2019, 07:05 AM
RE: काला इश्क़! - by smartashi84 - 25-11-2019, 04:04 PM
RE: काला इश्क़! - by smartashi84 - 27-11-2019, 02:29 PM
RE: काला इश्क़! - by smartashi84 - 27-11-2019, 03:38 PM
RE: काला इश्क़! - by chodu baba - 27-11-2019, 06:57 PM
RE: काला इश्क़! - by Prativiveka - 27-11-2019, 10:40 PM
RE: काला इश्क़! - by chodu baba - 28-11-2019, 01:02 AM
RE: काला इश्क़! - by chodu baba - 28-11-2019, 04:23 PM
RE: काला इश्क़! - by chodu baba - 28-11-2019, 07:51 PM
RE: काला इश्क़! - by chodu baba - 30-11-2019, 10:46 PM
RE: काला इश्क़! - by smartashi84 - 09-12-2019, 11:19 AM
RE: काला इश्क़! - by Arv313 - 10-12-2019, 11:11 PM
RE: काला इश्क़! - by Prativiveka - 11-12-2019, 07:28 AM
RE: काला इश्क़! - by Prativiveka - 15-12-2019, 09:55 PM
RE: काला इश्क़! - by Arv313 - 16-12-2019, 07:55 PM
RE: काला इश्क़! - by Arv313 - 16-12-2019, 08:00 PM
RE: काला इश्क़! - by Prativiveka - 16-12-2019, 08:59 PM
RE: काला इश्क़! - by Prativiveka - 16-12-2019, 10:48 PM
RE: काला इश्क़! - by harrydresden - 17-12-2019, 12:12 AM
RE: काला इश्क़! - by smartashi84 - 17-12-2019, 04:26 PM
RE: काला इश्क़! - by vedprakash - 18-12-2019, 05:58 AM
RE: काला इश्क़! - by smartashi84 - 18-12-2019, 10:55 AM
RE: काला इश्क़! - by Jizzdeepika - 18-12-2019, 08:27 PM
RE: काला इश्क़! - by harrydresden - 18-12-2019, 11:29 PM
RE: काला इश्क़! - by Jizzdeepika - 19-12-2019, 09:50 PM
RE: काला इश्क़! - by Arv313 - 19-12-2019, 11:05 PM
RE: काला इश्क़! - by Prativiveka - 20-12-2019, 06:28 AM
RE: काला इश्क़! - by Arv313 - 21-12-2019, 07:01 AM
RE: काला इश्क़! - by Jizzdeepika - 21-12-2019, 07:34 AM
RE: काला इश्क़! - by smartashi84 - 21-12-2019, 02:34 PM
RE: काला इश्क़! - by Prativiveka - 21-12-2019, 10:16 PM
RE: काला इश्क़! - by Prativiveka - 21-12-2019, 10:16 PM
RE: काला इश्क़! - by Jizzdeepika - 22-12-2019, 08:58 PM
RE: काला इश्क़! - by Prativiveka - 23-12-2019, 05:58 AM
RE: काला इश्क़! - by smartashi84 - 23-12-2019, 11:02 AM
RE: काला इश्क़! - by harrydresden - 23-12-2019, 10:37 PM
RE: काला इश्क़! - by smartashi84 - 24-12-2019, 03:23 PM
RE: काला इश्क़! - by Prativiveka - 24-12-2019, 10:21 PM
RE: काला इश्क़! - by Prativiveka - 24-12-2019, 10:24 PM
RE: काला इश्क़! - by johnni - 25-12-2019, 01:31 PM
RE: काला इश्क़! - by smartashi84 - 26-12-2019, 12:58 PM
RE: काला इश्क़! - by johnni - 26-12-2019, 10:32 PM
RE: काला इश्क़! - by nts - 26-12-2019, 10:41 PM
RE: काला इश्क़! - by vedprakash - 28-12-2019, 05:50 AM
RE: काला इश्क़! - by Jizzdeepika - 28-12-2019, 07:24 AM
RE: काला इश्क़! - by smartashi84 - 30-12-2019, 11:19 AM
RE: काला इश्क़! - by harrydresden - 30-12-2019, 10:16 PM
RE: काला इश्क़! - by smartashi84 - 31-12-2019, 01:45 PM
RE: काला इश्क़! - by Prativiveka - 31-12-2019, 10:35 PM
RE: काला इश्क़! - by Jizzdeepika - 01-01-2020, 09:31 AM
RE: काला इश्क़! - by Prativiveka - 02-01-2020, 07:34 AM
RE: काला इश्क़! - by smartashi84 - 02-01-2020, 11:21 AM
RE: काला इश्क़! - by smartashi84 - 03-01-2020, 12:09 PM
RE: काला इश्क़! - by smartashi84 - 04-01-2020, 05:01 PM
RE: काला इश्क़! - by uttu7887 - 04-01-2020, 09:45 PM
RE: काला इश्क़! - by smartashi84 - 06-01-2020, 02:47 PM
RE: काला इश्क़! - by smartashi84 - 08-01-2020, 12:45 PM
RE: काला इश्क़! - by harrydresden - 08-01-2020, 05:01 PM
RE: काला इश्क़! - by Jizzdeepika - 09-01-2020, 08:49 AM
RE: काला इश्क़! - by Prativiveka - 08-01-2020, 10:07 PM
RE: काला इश्क़! - by Jizzdeepika - 10-01-2020, 03:06 PM
RE: काला इश्क़! - by Ashuk - 10-01-2020, 11:36 PM
RE: काला इश्क़! - by kill_l - 12-11-2020, 03:20 PM



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