11-11-2019, 08:17 PM
(This post was last modified: 11-11-2019, 08:24 PM by sisfucker31. Edited 1 time in total. Edited 1 time in total.)
अपनी पेंट की जीप तो वो खोल ही चुका था, और उसके लंड का उभार सिर्फ़ अंडरवीयर में क़ैद होकर सॉफ दिखाई दे रहा था..इस बार उसने अपने अंडरवीयर को नीचे खींचा और लंड को नंगा कर दिया...उसका काला नाग फ़ुफ़कारता हुआ सा सबकी नज़रों के सामने आ गया..
काजल वो देख चुकी थी, पर फिर भी उसके मुँह से आह निकल ही गयी...बिल्लू और गणेश के लिए ये कोई नया नही था, उन सबने मिलकर पहले भी कई रंडियों को चोदा था, इसलिए एक दूसरे का लंड देखना आम बात थी उनके लिए..
पर सारिका का क्या, वो तो नयी थी इन सबके लिए...उसने तो आज तक अपनी लाइफ मे सिर्फ़ और सिर्फ़ केशव का 7 इंची लंड ही देखा था..उसके लिए ऐसा 11 इंची लंड देखकना किसी बड़े झटके से कम नही था...और उपर से राणा ने उसे वापिस अंडरवीयर में धकेलने की भी कोई जहमत नही उठाई...पेंट की जीप की लंबाई के पीछे उसका लंड किसी खीरे जैसा लग रहा था..बस फ़र्क ये था की उसपर मोटी-2 नसें चमक रही थी..जिसे देखकर घोड़ी पर बैठी सारिका की स्पीड थोड़ी और तेज हो गयी और इस बार सबने उसकी हिलने की हरकत को नोट किया और समझ भी लिया की वो कर क्या रही है..
काजल ने उसे ऐसा ना करने के लिए कहा, क्योंकि सबकी नज़रें सारिका पर ही थी इस वक़्त..
काजल ने इस बार 4 हज़ार रुपय फेंक कर शो माँग ही लिया..क्योंकि उसे अंदर से लगने लग गया था की वो ये गेम हारने वाली है..
उसके पास पान का कलर था, और नंबर थे 4,5 और गुलाम...
राणा ने अपने पत्ते फेंके, उसके पास भी पान का कलर था था, और नंबर थे 2,9, और बेगम...
यानी राणा वो गेम जीत गया...उसने सारे पैसे अपनी तरफ कर लिए..और उनमे से कुछ नोट उठा कर अपनी खड़े हुए लंड से छुआ दिए...और इस बार अपने लंड को पूरा बाहर खींचकर...और उसमे से निकल रहा प्रीकम उन नोटों पर लगाकर...
उसकी हँसी मे बिल्लू और गणेश भी उसका साथ दे रहे थे...शायद तीनों ने आँखों ही आँखों मे ये डिसाईड कर लिया था की आज की रात वो क्या करने वाले हैं..
और राणा को अपने लंड की कलम से लाल नोटों पर कुछ लिखता देखकर सारिका तो बावली हो गयी...उसने पहली बार उसकी लंबाई को पूरी तरह से देखा...वो काफ़ी लंबा था...केशव के मुक़ाबले काफ़ी लंबा..उसक तो दिल कर गया उसे अपने अंदर लेने का..
काजल वो देख चुकी थी, पर फिर भी उसके मुँह से आह निकल ही गयी...बिल्लू और गणेश के लिए ये कोई नया नही था, उन सबने मिलकर पहले भी कई रंडियों को चोदा था, इसलिए एक दूसरे का लंड देखना आम बात थी उनके लिए..
पर सारिका का क्या, वो तो नयी थी इन सबके लिए...उसने तो आज तक अपनी लाइफ मे सिर्फ़ और सिर्फ़ केशव का 7 इंची लंड ही देखा था..उसके लिए ऐसा 11 इंची लंड देखकना किसी बड़े झटके से कम नही था...और उपर से राणा ने उसे वापिस अंडरवीयर में धकेलने की भी कोई जहमत नही उठाई...पेंट की जीप की लंबाई के पीछे उसका लंड किसी खीरे जैसा लग रहा था..बस फ़र्क ये था की उसपर मोटी-2 नसें चमक रही थी..जिसे देखकर घोड़ी पर बैठी सारिका की स्पीड थोड़ी और तेज हो गयी और इस बार सबने उसकी हिलने की हरकत को नोट किया और समझ भी लिया की वो कर क्या रही है..
काजल ने उसे ऐसा ना करने के लिए कहा, क्योंकि सबकी नज़रें सारिका पर ही थी इस वक़्त..
काजल ने इस बार 4 हज़ार रुपय फेंक कर शो माँग ही लिया..क्योंकि उसे अंदर से लगने लग गया था की वो ये गेम हारने वाली है..
उसके पास पान का कलर था, और नंबर थे 4,5 और गुलाम...
राणा ने अपने पत्ते फेंके, उसके पास भी पान का कलर था था, और नंबर थे 2,9, और बेगम...
यानी राणा वो गेम जीत गया...उसने सारे पैसे अपनी तरफ कर लिए..और उनमे से कुछ नोट उठा कर अपनी खड़े हुए लंड से छुआ दिए...और इस बार अपने लंड को पूरा बाहर खींचकर...और उसमे से निकल रहा प्रीकम उन नोटों पर लगाकर...
उसकी हँसी मे बिल्लू और गणेश भी उसका साथ दे रहे थे...शायद तीनों ने आँखों ही आँखों मे ये डिसाईड कर लिया था की आज की रात वो क्या करने वाले हैं..
और राणा को अपने लंड की कलम से लाल नोटों पर कुछ लिखता देखकर सारिका तो बावली हो गयी...उसने पहली बार उसकी लंबाई को पूरी तरह से देखा...वो काफ़ी लंबा था...केशव के मुक़ाबले काफ़ी लंबा..उसक तो दिल कर गया उसे अपने अंदर लेने का..