11-11-2019, 05:31 PM
उसने उसके मोटे-2 मुम्मों को घूरते हुए कहा.
काजल ने शरमा कर अपना मुँह झुका लिया....वो समझ गयी की उसका इशारा किस तरफ है...
काजल उसके सामने अपनी टांगे मोड़ कर बैठ गयी ... राणा ने पत्ते बाँटे और खेल शुरू हुआ.
जैसा की डिसाईड हो चुका था, ब्लाइंड 500 की चली गयी...3-3 ब्लाइंड चलने के बाद एकदम से राणा ने ब्लाइंड को बढ़ाकर 1000 कर दिया...काजल ने भी 1000 की ब्लाइंड चल दी..
2 ब्लाइंड चलने के बाद ना जाने काजल के मन मे क्या आया, उसने अपने पत्ते उठा लिए...राणा तो सोच कर बैठा था की वो तब तक नही उठाएगा, जब तक काजल नही उठाती...पैसे की कमी तो थी नही उसके पास...इसलिए वो पीछे नही हटना चाहता था..
काजल के पास हमेशा की तरह चाल चलने लायक पत्ते आए थे...9 का पेयर था उसके पास..
उसने अगले ही पल 2 हज़ार की चाल चल दी..अब राणा ने भी अपने पत्ते उठा लिए..उसके पास सबसे बड़ा पत्ता बादशाह था...कुछ ख़ास नही था उसके पास, और सामने से चाल भी आ चुकी थी...पर फिर भी काजल के चेहरे पर थोड़ी और खुशी देखने के लिए उसने भी 2 हज़ार बीच में फेंके और शो माँग लिया..
राणा ने अपने पत्ते सामने रखे और काजल ने अपने...और दोनो तरफ के पत्ते देखकर काजल ने खुशी से एक चीख मार दी...और सारे पैसे अपनी तरफ कर लिए.
नीचे बैठे केशव को वो खुशी से भरी चीख सुनाई दे गयी...और वो समझ गया की उपर की कमाई शुरू हो चुकी है..
राणा : "काजल...तुम्हारी किस्मत सच मे बड़ी कमाल की है...वैसे तो मैने आज तक किसी लड़की के साथ जुआ नही खेला...आज खेला भी तो तुम्हारे साथ , जिसके हाथों हारने में भी कोई परेशानी नही है मुझे...''
काजल समझ गयी की वो उसके उपर लाइन मार रहा है...अब खूबसूरत लड़कियों की ये सबसे बड़ी प्राब्लम होती है...उन्हे पता होता है की एक बंदा पहले से सेट है उनके हाथ (केशव) पर फिर भी नये आशिक़ों को वो मना नही करती..अपने उपर मरने वालों मे एक और नाम लिखवाने में भला किसे प्राब्लम हो सकती है..
राणा की दिलफेंकी वैसे भी पूरे मोहल्ले मे माशूर थी..गली से निकलते हुए पहले भी वो कई बार उसकी भूखी आँखों का सामना कर चुकी थी...पर आज माहौल अलग था...वो अपने पैसे लुटवाने के लिए उसके सामने तैयार बैठा था...और उपर से उसपर लाइन भी मार रहा था...दोनो ही बातें काजल को पसंद आ रही थी.
काजल ने गोर किया की राणा का हाथ अभी भी उसके लंड के उपर सरक रहा है...जैसे वो जान बूझकर उसे अपने लंड को दिखाना चाहता था..काजल की चूत में भी खुजली सी होने लगी...शायद केशव होता उसके सामने तो वो भी अपनी चूत वाले हिस्से को रगड़कर वहाँ की खुजली मिटा लेती..पर राणा के सामने ऐसा करना उसे सही नही लगा...वो बस अपनी दोनो जांघों को भींच कर आपस मे रगड़ने लगी..ताकि राणा को पता ना चले की वो कर क्या रही है.
काजल ने शरमा कर अपना मुँह झुका लिया....वो समझ गयी की उसका इशारा किस तरफ है...
काजल उसके सामने अपनी टांगे मोड़ कर बैठ गयी ... राणा ने पत्ते बाँटे और खेल शुरू हुआ.
जैसा की डिसाईड हो चुका था, ब्लाइंड 500 की चली गयी...3-3 ब्लाइंड चलने के बाद एकदम से राणा ने ब्लाइंड को बढ़ाकर 1000 कर दिया...काजल ने भी 1000 की ब्लाइंड चल दी..
2 ब्लाइंड चलने के बाद ना जाने काजल के मन मे क्या आया, उसने अपने पत्ते उठा लिए...राणा तो सोच कर बैठा था की वो तब तक नही उठाएगा, जब तक काजल नही उठाती...पैसे की कमी तो थी नही उसके पास...इसलिए वो पीछे नही हटना चाहता था..
काजल के पास हमेशा की तरह चाल चलने लायक पत्ते आए थे...9 का पेयर था उसके पास..
उसने अगले ही पल 2 हज़ार की चाल चल दी..अब राणा ने भी अपने पत्ते उठा लिए..उसके पास सबसे बड़ा पत्ता बादशाह था...कुछ ख़ास नही था उसके पास, और सामने से चाल भी आ चुकी थी...पर फिर भी काजल के चेहरे पर थोड़ी और खुशी देखने के लिए उसने भी 2 हज़ार बीच में फेंके और शो माँग लिया..
राणा ने अपने पत्ते सामने रखे और काजल ने अपने...और दोनो तरफ के पत्ते देखकर काजल ने खुशी से एक चीख मार दी...और सारे पैसे अपनी तरफ कर लिए.
नीचे बैठे केशव को वो खुशी से भरी चीख सुनाई दे गयी...और वो समझ गया की उपर की कमाई शुरू हो चुकी है..
राणा : "काजल...तुम्हारी किस्मत सच मे बड़ी कमाल की है...वैसे तो मैने आज तक किसी लड़की के साथ जुआ नही खेला...आज खेला भी तो तुम्हारे साथ , जिसके हाथों हारने में भी कोई परेशानी नही है मुझे...''
काजल समझ गयी की वो उसके उपर लाइन मार रहा है...अब खूबसूरत लड़कियों की ये सबसे बड़ी प्राब्लम होती है...उन्हे पता होता है की एक बंदा पहले से सेट है उनके हाथ (केशव) पर फिर भी नये आशिक़ों को वो मना नही करती..अपने उपर मरने वालों मे एक और नाम लिखवाने में भला किसे प्राब्लम हो सकती है..
राणा की दिलफेंकी वैसे भी पूरे मोहल्ले मे माशूर थी..गली से निकलते हुए पहले भी वो कई बार उसकी भूखी आँखों का सामना कर चुकी थी...पर आज माहौल अलग था...वो अपने पैसे लुटवाने के लिए उसके सामने तैयार बैठा था...और उपर से उसपर लाइन भी मार रहा था...दोनो ही बातें काजल को पसंद आ रही थी.
काजल ने गोर किया की राणा का हाथ अभी भी उसके लंड के उपर सरक रहा है...जैसे वो जान बूझकर उसे अपने लंड को दिखाना चाहता था..काजल की चूत में भी खुजली सी होने लगी...शायद केशव होता उसके सामने तो वो भी अपनी चूत वाले हिस्से को रगड़कर वहाँ की खुजली मिटा लेती..पर राणा के सामने ऐसा करना उसे सही नही लगा...वो बस अपनी दोनो जांघों को भींच कर आपस मे रगड़ने लगी..ताकि राणा को पता ना चले की वो कर क्या रही है.