25-01-2019, 10:42 PM
(This post was last modified: 25-01-2019, 10:59 PM by vijayveg. Edited 1 time in total. Edited 1 time in total.)
रोहित का लंड भी अब सनसनाहट महसूस करने लगा | उसका लंड खून से जितना फूल सकता था फूल चूका था, रोहित को लगने लगा अब वो बस झड़ने वाला ही है | उसकी गोलियों में गरम लावा मथकर तैयार हो चूका और बाहर निकलने को बेताब था रोहित ने अपने धक्को की सीमा अधिकतम कर दी, रीमा के मुहँ से बस – आंह आअहहह अहहहहहह्हाहः आआआआआआआआह्हीईईईईईईईईईइ की कराहे निकल रही थी |
रीमा-ह्हह्ह्हह्फ्फ्फ़ चोदो रोहित और तेज चोदो, जमकर चोदो आआआअह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्हाआआआआआ आअह्ह्ह्ह ह्ह्ह्हहह्ह्ह्फ़ह्ह्हफ्ह्ह्फ़ याआह्ह्ह याह्ह्हह्ह चोदो और चोदो खूब चोदो, पूरा लंड घुसा दो |
रोहित – रीमा मैं झड़ने वाला हूँ |
रीमा - भर दो मेरी चूत अपने गरम लावे से | भर दो लबालब मेरी चूत, ऊपर तक भर दो, आआआआअह्हह्हह आआईइऐऐईईईईईईईइ |
रोहित ने पूरी स्पीड से 5 – 8 दक्के लगाये और उसका बांध टूट गया |
रोहित - रीमा मै झड रहा हूँ, आअहाआअहाआह्ह रीमा मै तुमारी चूत में झड़ने लगा हूँ | मेरा गरम लंड रस बस तुमारी चूत की दीवारों को बस सीचने वाला ही है |
रोहित की गोलियों से बहता हुआ गरम गाढ़ा सफ़ेद लावा गोली की स्पीड से चला और रोहित की पिचकारी छूटने लगी |
आह आह आह आह आह एक के बाद एक 11 पिचकारियो से रोहित ने रीमा की चूत लबालब भर दी और उसके जांघो पर से लंड रस रिसने लगा | रोहित ने झटके लगाने बंद कर दिए और रीमा के ऊपर ही पसर गया | रीमा उसका पसीने से भरा चेहरा चूमने लगी | दोनों अपनी बेकाबू हो गयी सांसे काबू करने लगे | कुछ देर तक दोनों ऐसे लेटे रहे, फिर रीमा बड़ी सावधानी से सीधी हो गयी और रोहित के सफ़ेद लंड रस से सने लंड के निकलते ही चूत से चूत रस और लंड रस के मिश्रण बहने लगा |
चूत की दीवारों से रिस रहे चूत रस और लंड रस के मिश्रण को अपने हाथो से पोछ कर चटाने लगी | रोहित का लंड शिथिल होने लगा | रीमा ने अपनी कमर उठा कर चूत का मुहँ हल्का ऊपर की तरफ कर दिया जिससे सफ़ेद गाढे लंड रस की एक भी बूंद बहकर बाहर न निकले, रोहित का लंड सिकुड़ कर रीमा की चूत से बाहर निकल आया था | रोहित उसे रीमा के मुहँ के पास ले गया | लंड रस और चूत रस से सने लंड को चाट चाट कर रीमा ने साफ़ कर दिया था | रोहित एक छोटा बाउल ले आया जिसमे रीमा ने अपनी चूत में भरे लंड लंड रस को निचोड़ा और गटक गटक कर पी गयी |
रोहित अभी भी रीमा की गुलाबी चूत से खेल रहा था उसकी चूत पर उंगली फिर रहा था | रीमा ने पांव सिकोड़कर दोनों हाथो से चुतड फैला दिए ताकि रोहित उसकी चुदी हुए गुलाबी चूत ओ ठीक से देख सके | रीमा की चूत के गुलाबी ओठ फैलाते चले गए और रोहित की आँखों के सामने रीमा की गुलाबी चूत फैलकर खुल गयी उसका छेद रोहित को साफ़ साफ़ नजर आ रहा था |
रीमा - अब खुस, देख ली मेरी चुदी हुई खुली चूत | देख लिया न कि तुमारे लंड ने इतनी देर में मेरी कसी हुई चूत का कितना बड़ा छेद बनाया है | अब तो खुश हो खोल दिया न मेरी चूत का छेद | रोहित ने उसकी चूत में गहराई तक जीभ डाल कर कसकर रीमा की चूत को चूस लिया | और रीमा के बगल में आकर लेट गया | रीमा ने भी अपने चुताड़ो पर से हाथ हटा लिया और जांघे समेत ली |
रात के १ बज चुके थे चुके थे, अब दोनों सचमुच थक चुके | रोहित ने पहले अपने घर जाने की सोची, फिर कुछ सोचकर वही रूक गया और रीमा से नंगे बदन से लिपटकर सोने की कोशिश करने लगा | असल मे वो नहीं चाहता था की रीमा को चोदने के तुरंत बाद ही वो अपने घर भाग जाये | इससे रीमा को बुरा लग सकता था और वो रीमा जैसी खूबसूरत चूत को किसी भी कीमत खोने का जोखिम नहीं उठा सकता था | तीन बार झड़ने और बुरी तरह थकने के बावजूद रोहित की आँखों में नीद का नामोनिशान नहीं था | उसके जीवन के ड्रीम चुदाई थी | ये एक ऐसा एक्सपीरियंस था जो वो शायद ही भूले | रीमा जल्दी ही नीद के आगोश में चली गयी | जब वो पूरी तरह आश्वस्त हो गया की रीमा सो गयी है तो उसने चुपचाप अपने कपड़े उठाये, बाहर आकर पहने और दबे पांव से अपने घर की तरफ निकल गया | सुबह उसे जल्दी उठकर प्रियम को कॉलेज के लिए भी तो तैयार करना है |
रीमा-ह्हह्ह्हह्फ्फ्फ़ चोदो रोहित और तेज चोदो, जमकर चोदो आआआअह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्हाआआआआआ आअह्ह्ह्ह ह्ह्ह्हहह्ह्ह्फ़ह्ह्हफ्ह्ह्फ़ याआह्ह्ह याह्ह्हह्ह चोदो और चोदो खूब चोदो, पूरा लंड घुसा दो |
रोहित – रीमा मैं झड़ने वाला हूँ |
रीमा - भर दो मेरी चूत अपने गरम लावे से | भर दो लबालब मेरी चूत, ऊपर तक भर दो, आआआआअह्हह्हह आआईइऐऐईईईईईईईइ |
रोहित ने पूरी स्पीड से 5 – 8 दक्के लगाये और उसका बांध टूट गया |
रोहित - रीमा मै झड रहा हूँ, आअहाआअहाआह्ह रीमा मै तुमारी चूत में झड़ने लगा हूँ | मेरा गरम लंड रस बस तुमारी चूत की दीवारों को बस सीचने वाला ही है |
रोहित की गोलियों से बहता हुआ गरम गाढ़ा सफ़ेद लावा गोली की स्पीड से चला और रोहित की पिचकारी छूटने लगी |
आह आह आह आह आह एक के बाद एक 11 पिचकारियो से रोहित ने रीमा की चूत लबालब भर दी और उसके जांघो पर से लंड रस रिसने लगा | रोहित ने झटके लगाने बंद कर दिए और रीमा के ऊपर ही पसर गया | रीमा उसका पसीने से भरा चेहरा चूमने लगी | दोनों अपनी बेकाबू हो गयी सांसे काबू करने लगे | कुछ देर तक दोनों ऐसे लेटे रहे, फिर रीमा बड़ी सावधानी से सीधी हो गयी और रोहित के सफ़ेद लंड रस से सने लंड के निकलते ही चूत से चूत रस और लंड रस के मिश्रण बहने लगा |
चूत की दीवारों से रिस रहे चूत रस और लंड रस के मिश्रण को अपने हाथो से पोछ कर चटाने लगी | रोहित का लंड शिथिल होने लगा | रीमा ने अपनी कमर उठा कर चूत का मुहँ हल्का ऊपर की तरफ कर दिया जिससे सफ़ेद गाढे लंड रस की एक भी बूंद बहकर बाहर न निकले, रोहित का लंड सिकुड़ कर रीमा की चूत से बाहर निकल आया था | रोहित उसे रीमा के मुहँ के पास ले गया | लंड रस और चूत रस से सने लंड को चाट चाट कर रीमा ने साफ़ कर दिया था | रोहित एक छोटा बाउल ले आया जिसमे रीमा ने अपनी चूत में भरे लंड लंड रस को निचोड़ा और गटक गटक कर पी गयी |
रोहित अभी भी रीमा की गुलाबी चूत से खेल रहा था उसकी चूत पर उंगली फिर रहा था | रीमा ने पांव सिकोड़कर दोनों हाथो से चुतड फैला दिए ताकि रोहित उसकी चुदी हुए गुलाबी चूत ओ ठीक से देख सके | रीमा की चूत के गुलाबी ओठ फैलाते चले गए और रोहित की आँखों के सामने रीमा की गुलाबी चूत फैलकर खुल गयी उसका छेद रोहित को साफ़ साफ़ नजर आ रहा था |
रीमा - अब खुस, देख ली मेरी चुदी हुई खुली चूत | देख लिया न कि तुमारे लंड ने इतनी देर में मेरी कसी हुई चूत का कितना बड़ा छेद बनाया है | अब तो खुश हो खोल दिया न मेरी चूत का छेद | रोहित ने उसकी चूत में गहराई तक जीभ डाल कर कसकर रीमा की चूत को चूस लिया | और रीमा के बगल में आकर लेट गया | रीमा ने भी अपने चुताड़ो पर से हाथ हटा लिया और जांघे समेत ली |
रात के १ बज चुके थे चुके थे, अब दोनों सचमुच थक चुके | रोहित ने पहले अपने घर जाने की सोची, फिर कुछ सोचकर वही रूक गया और रीमा से नंगे बदन से लिपटकर सोने की कोशिश करने लगा | असल मे वो नहीं चाहता था की रीमा को चोदने के तुरंत बाद ही वो अपने घर भाग जाये | इससे रीमा को बुरा लग सकता था और वो रीमा जैसी खूबसूरत चूत को किसी भी कीमत खोने का जोखिम नहीं उठा सकता था | तीन बार झड़ने और बुरी तरह थकने के बावजूद रोहित की आँखों में नीद का नामोनिशान नहीं था | उसके जीवन के ड्रीम चुदाई थी | ये एक ऐसा एक्सपीरियंस था जो वो शायद ही भूले | रीमा जल्दी ही नीद के आगोश में चली गयी | जब वो पूरी तरह आश्वस्त हो गया की रीमा सो गयी है तो उसने चुपचाप अपने कपड़े उठाये, बाहर आकर पहने और दबे पांव से अपने घर की तरफ निकल गया | सुबह उसे जल्दी उठकर प्रियम को कॉलेज के लिए भी तो तैयार करना है |