25-01-2019, 10:33 PM
रोहित ने सर को रीमा की जांघो के पास घुसा दिया और अपने ओंठ रीमा की चूत के मुहाने तक ले आया और अपनी खुरधुरी गीली जीभ से रीमा के गुलाबी चूत ओंठो को चाट रहा था |
रीमा कामुकता भरी तरंगो में गोते लगाने लगी , उसने अपने ओठो को ही काटना शुरू कर दिया था | अपनी उंगलिया ही पाने होठो पर फिराने लगी अपने स्तनों को मसलने लगी | रोहित बस रीमा की चूत घाटी में ही खोया हुआ था | रीमा जोर जोर से सिसकारियां भर कर अपने ही ओंठ चबाने लगी |
थोड़ी देर बात रोहित नीचे से होता हुआ ऊपर बढ़कर रीमा सर के पास आ गया | रीमा ने अपने दहकते ओठ रोहित के ओंठो से सटा दिए | दोनों की गरम सांसे एक दुसरे के चेहरे तपाने लगी | रीमा ने रोहित का हाथ नीचे से खीच कर पाने स्तन पर रख दिया | रोहित रीमा के सुडौल सख्त स्तन दबाने लगा मसलने लगा | रोहित दोनों हाथो से रीमा के दोनों स्तन को मसलने लगा, और जोर से रीमा के निचले ओठ पर अपने दांत गडा दिए | फिरनीचे आकर उसके कड़े हो चुके निपल्ल चूसने लगा, उन्हें दांतों के बीच लेकर काटने लगा | चुदाई के लिए बुरी तरह से गरमाई औरत के जिस्म में ये सब हरकते उसकी उत्तेजना आनंद और बढ़ा देती है | नीचे रोहित लंड बुरी तरह तनकर फूल गया था | वो रीमा की जांघो के बीच बनी चूत घाटी के चिकने मैदान में दो जिस्मो के बीच पिसता हुआ रीमा के चुभ रहा था | रोहित के तपते लंड की चुभन अकडन सब रीमा को महसूस हो रही थी | रीमा ने एक हाथ नीचे डाल कर तपते लंड को पाने हाथो में थम लिया और सहलाने लगी | रीमा १० मिनट के अन्दर फिर से पूरी तरह उत्त्तेजित हो गयी थी, उसकी चूत फिर से रस बहाने लगी थी , सांसे तेज हो गयी थी, गर्मी से तपता बदन फिर से पसीने से सरोबार होने लगा था | यही हाल रोहित का भी था | दोनों एक दुसरे के धड़कते दिल महसूस का सकते थे | काफी देर तक जब चूमे चाटने काटने मसलने रगड़ने का सिलसिला ख़त्म नहीं हुआ | तो रीमा हांफते हुए – आज क्या मुझे चुमते चूसते हो रहोगे ?
रोहित रीमा को पूरी तरह से भोगना चाहता थ और रीमा के जिस्म के हर अंग को भी उसका भागीदार बनाना चाहता था | वो चाहता थ अकी ये चुदाई का अहसास रीमा के जिस्म का हर रोम रोम महसूस करे | रोहित ने रीमा की बात को अनसुना कर दिया | रीमा से अब रहा नहीं जा रहा था, उसकी चूत अब झरना बन चुकी थी उसकी चूत के बहते पानी से उसकी जांघे गीली हो गयी थी | रीमा – चूसने रगड़ने से फुर्सत मिल गयी तो नीचे का भी कुछ ख्याल करोगे |
रोहित भी आज रीमा के मुहँ से सुनना ही चाहता था – मजा नहीं आ रहा क्या, जो कहना है खुलकर बोलो, इस समय ये कोड वर्ड मेरे दिमाग में नहीं घुसने वाले |
रीमा – तुम तो मुझे चूम चाट कर मस्त हो और उसे क्या ऐसे ही तड़पाते रहोगे | रोहित ने इशारे से सवालिया मुद्रा बनायीं |
रीमा वासना के समंदर में गोते लगा रही थी फिर भी झिझक रही थी, लेकिन उसने झिझक किनारे रख बेशर्मी ओढ़ने में ही भलाई समझी, आखिर अपने जिस्म की आग भी तो बुझानी थी, अगर इसी तरह झिझकती रहेगी तो कैसे होगा – मुझे पता है तुम क्या सुनना चाहते हो, जान बूझकर मासूम बन रहे हो, सुनना चाहते हो तो सुनो | मै कह रही हूँ अपने लंड को कब तक ऐसे तड़पाते रहोगे, उसे मेरी चूत में डालोगे या नहीं | चूत बहुत देर से झरने की तरह बह रही है | अब चोद भी दो न |
रोहित को अपने कानो पर यकीं नहीं हुआ – क्या कहा तुमने मैंने ठीक से सुना नहीं |
रीमा भी बेशर्म बन गयी – हाय कितने दुष्ट हो तुम, मैंने सब कुछ तो साफ़ साफ़ बोला है फिर भी नाटक कर रहे हो, अपना मुसल लंड डालो न मेरी चूत में, देखो न बिना लंड के कैसे मेरी चूत तड़प रही है | चोदो न उसे प्लीज
रोहित – सच में चोदु |
रीमा – हाँ अब चोदो भी, देखो कितना पानी बहा रही है मेरी चूत चुदने के लिए |
रोहित- मुझसे क्यों कह रही हो तुम भी तो चोद सकती हो | अपने हाथ से मेरा लंड पकड़कर अपनी चूत में डाल लो |
इतना कहकर वह रीमा को लिए लिए ही उल्टा हो गया | अब रीमा रोहित के ऊपर आ गयी थी और रोहित बिस्तर पर पीठ के बल लेता था | उसने लेटे लेटे ही फिर से रीमा के मम्मे चूसने शुरू कर दिया और उसी में मगन हो गया | वो चाहता था इस चुदाई को रीमा ड्राइव करे और जब कुछ देर तक जब रीमा सिर्फ तना हुआ गरम लंड ही सहलाती रही और कुछ नहीं किया तो रोहित बोल पड़ा – देखो मुझे तो अभी इन्हें आधे घंटे और चुसना है, इतने सुघड़ सुडौल गोल गोल सफ़ेद तने हुए ठोस स्तन और उस पर विराजमान नुकीली चुचियाँ कहाँ मिलते है, इसलिए तुम्हे जो करना है वो अपने आप कर लो |
रीमा खीझते हुए – इतना मोटा है इतना बड़ा है ऊपर से फूल कर अकड़ गया तुमारा लंड, कैसे डालू इसको मै अन्दर, मेरी तो इसे देखकर ही जान सुखी जा रही है |
रोहित -एक बार लंड को कसकर अपने हाथ से पकड़ो , अपनी चूत के छेद पर लगावो तो सही, फिर धीरे धीरे उसके ऊपर अपने बदन का वजन बढाओ | जितना जोर लगावोगी उतना ही घुसेगा, पूरा थोड़े ही घुस जायेगा एक साथ |
रीमा अभी भी दुविधा में थी |
रोहित – ठीक है मै तुमारी मदद करता हूँ लेकिन एक बार सुपाडा तुमारी चिकनी चूत में घुस गया, फिर आगे तुम्हे ही सब करना होगा | रीमा मादक नजरो से रोहित की शरारत समझ रही थी | रोहित ने रीमा को अपना तपता गरम मोटा लंड पकड़वाया और उसे ऊपर की तरफ अपने से ९० डिग्री पर सीधा करवाया | फिर रीमा की कमर को अपने दोनों हाथो से जकड लिया और लड़ को थोड़ा सा आगे की तरफ झुकाने को कहा | धीरे से रीमा की कमर को नीचे की तरफ ठेल दिया | रीमा ने लंड को बिलकुल चूत के छेद के सामने थामे रखा | सुपाडा अब बिलकुल चूत के मुहाने पर था | रोहित ने रीमा से नीचे की तरह जोर लगाने को बोला | रीमा ने नीचे की तरह खुद को ठेला और सुपाडा चूत के मुहाने में फंस गया | रोहित ने मौके की नजाकत को समझते हुए रीमा की कमर को कसकर नीचे की तरफ दबा दिया, रोहित के लंड का मोटा हुआ फूला लाल सुपाडा रीमा की चूत के मुहाने को चीरता हुआ अंदर घुस गया | रीमा के चेहरे पर दर्द की लकीरे उभर आई | और साथ में एक लम्बी मादक कराह – ऊऊफ़ोफ़्फ़्फ़्फ़ आआआह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह् आआआआआईईईईईईईई ओह गॉड, कितना मोटा है | रोहित रीमा की कमर थामे रहा और थोड़ी देर रूककर फिर एक झटका लगाया , रोहित का सुपाडे सहित आधा लंड रीमा की चूत में घुस गया | रीमा की चिकनी चूत की दीवारे जो पहले से ही चूत रस से सरोबार थी आसानी से फैलाती चली गयी , रीमा के मुहँ से फिर एक मादक कराह निकल गयी – आआआआअह्हह्हह्हह्हह्हह ऊऊऊऊऊऊऊओईईईईईईईईईईइम्मम्मम्मम्मम्मम्मम्मम्मम्ममाआआआआआआ ओह गॉड सो बिग |
रोहित – अब मेरा काम हो गया, अब खुद ही चोदो अपनी चूत को | रोहित फिर से उसके भरी पूरी छाती की घाटियों में खो गया | रीमा ने एक लम्बी साँस ली, कामुक नजर से रोहित को देखा और हलके से अपनी कमर हिलाई | रीमा की चूत में लंड कसकर धंसा था इसलिए एक मिमी भी आगे पीछे नहीं हुआ | रीमा ने अपने चूत दाने को रगड़ना शुरू किया और दुसरे हाथ से रोहित के लंड को थामे रखा | रीमा ने एक बार फिर से कमर को हल्का झटका दिया, लेकिन कुछ नहीं हुआ | इसी बीच रोहित ने रीमा को अपने सीने से चिपका लिया और एक लम्बा डीप किस करने लगा | इससे उसका लंड रीमा की चूत से फिसल कर बाहर आ गया | इसी बीच रोहित ने रीमा को फिर से ऊपर की तरफ सीधी किया और रोहित का लंड रीमा की चूत की गहराई में घुसता चला गया | रीमा ने आंखे बंदकर खुद को ऊपर उठाया और फिर ने नीचे की तरफ झटका दिया, रोहित का लंड दो इंच बाहर निकला और फिर रीमा की चूत में घुस गया | रीमा को समझ आ गया, क्या करना है और कैसे करना है | अब रीमा जोर से अपनी कमर आगे पीछे हिलाने लगी थी, उसकी चिकनी चूत में उसी की चूत रस से सना मोटा मुसल लंड सरसराता हुआ अन्दर बाहर हो रहा था | ऐसा भी नहीं था की लंड आसानी से चूत में जा रहा था | रीमा को लंड अन्दर ठेलने के लिए काफी ताकत लगनी पड़ रही थी, अब रीमा ने झटके लगाने की लय बना ली थी और उसी लयबद्ध अंदाज में अपनी कमर ऊपर नीचे कर रही थी, उसकी चूत अपने रस से रोहित के लंड को सरोबार किये हुए थी | रीमा फिर से कराहे भरने लगी – ओह्ह या ऊह्ह या ओह्ह यस रोहित , मै तुमको चोद रही हूँ आह्ह्ह यकीन नहीं होता ऊऊफ़्फ़्फ़्फ़|
रोहित – यस बेबी तुम मुझे चोद रही, आह यस आह ऐसे ही बस ऐसे ही चोदती रहो |
रीमा के बदन का पसीना रोहित पर टपक रहा था और रीमा बुरी तरह हांफ रही थी | उसकी चूत की दीवारे रोहित के कड़क लंड की नसे तक महसूस कर रही थी | बीच बीच में रोमांच के लिए रोहित भी अपनी कमर को झटका दे देता था और रीमा के मुहँ से हल्की कराह निकल जाती – आऊउच आआहाअहाहहह्हह्ह्ह्ह , रोहित प्लीज ......... आआआआआआह्हह्हह्हाआआआअ डोंट दो थिस, मै तुमको चोद रही हूँ न |
रीमा के साथ रोहित भी कराह रहा था | उसके चेहरे पर भी उत्तेजना के लक्षण दिखाई देंने लगे थे, वो अपनी वासना और रीमा से मिल रहे इस कामसुख को आंख बंद किये महसूस कर रहा था | रीमा ने अब तेजी से कमर उठानी गिरानी तेज कर दी थी, उसके कमर के झटके तेज हो गए थे | उसके नरम चुताड़ो की गरम गरम थापे रोहित की सख्त ठोस जांघो पर सुनाई दे रही थी | कमरे में रीमा के चुताड़ो की थप थप और उसकी कराहे बस यही दो आवजे गूँज रही थी | रीमा की अब साँस फूलने लगी थी, काफी देर से वो रोहित के लंड पर झटके लगा रही थी, रीमा को थमता देख रोहित ने नीचे से अपनी कमर हिलानी तेज कर दी और अपने हाथो से उसकी पतनी नाजुक कमर को जकड लिया, ताकि लंड को रीमा की चूत में पेलने समय उसकी चूत और कमर स्थिर रहे |
रीमा झुककर रोहित के ऊपर पसर गयी, रोहित नीचे से ही रीमा की चूत में लड़ पेलता रहा, रोहित अपने लंड साइज़ के पुरे स्ट्रोक लगाने लगा था | रीमा को अपने बच्चेदानी पर रोहित का सुपाडा महसूस होने लगा था | रीमा तो अब बस चुदना चाहती थी, बस जमकर चुदना चाहती थी | इस बार पिछली बार की तरह न दर्द था, न ही उसकी चूत सुखी थी इसलिए रोहित का लंड ट सटासट रीमा की चूत में जा रहा था | कुछ देर पहले हुई चुदाई के कारन उसकी चूत की दीवारे भी नरम थी |
रोहित ने अपना शरीर निढाल छोड़’ दिया और अपने पैर पीछे की तरफ फैला दिए | रोहित ने एक झटके में पूरा जोर लगा दिया, रोहित का लंड रीमा की बच्चेदानी से जा टकराया, रीमा का वही दर्द लौट आया – आआआआआआआआह्हीईईईईईईईईईइ माँ मर गयी आआआआईईईईईअऊऊऊऊऊ आआआआह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्, प्लीज बहुत दर्द हो रहा है |
अब तक चुदाई के मजे ले रही रीमा अब दर्द बर्दास्त करने लगी | रोहित को अपनी गलती का अहसास हो गया | उसने रीमा को अपने ऊपर से उतारा और उसकी नाभि का निचला हिस्सा सहलाने लगा | जैसे ही रीमा का दर्द कम हुआ उसने पेट के बल रीमा को बिस्तर पर उलटा लिटा दिया और उसकी चूत त्रिकोण घाटी के नीचे एक नरम तकिया लगा दी |
अब वो उसके ऊपर आ गया | रोहित अब रीमा के पीछे से उसकी चूत चोदने जा रहा था | उसने रीमा की जांघो के बीच में पैर फंसाकर उसकी जांघे फैलाई, अपना लंड रीमा की चूत के खुले छेद पर सेट किया, अपने दोनों हाथो को रीमा के नीचे ले जाकर उसके दोनों स्तन पकड़ लिए और उसकी चूत में लंड पेल दिया |
रीमा फिर मादक कराहे भरने लगी – आआआआऐईईईईईईईऊऊऊऊऊऊऊऊ, ऊऊऊऊहूऊऊओह्ह आआह्ह्हह्हहहहहह ऊऊह्ह्ह्ह, प्लीज रोहित चोदो मुझे, अपने लंड से जमकर चोदो, बरसो की प्यास बुझा दो, खूब चोदो मुझे, अन्दर तक चोदो |
रीमा कामुकता भरी तरंगो में गोते लगाने लगी , उसने अपने ओठो को ही काटना शुरू कर दिया था | अपनी उंगलिया ही पाने होठो पर फिराने लगी अपने स्तनों को मसलने लगी | रोहित बस रीमा की चूत घाटी में ही खोया हुआ था | रीमा जोर जोर से सिसकारियां भर कर अपने ही ओंठ चबाने लगी |
थोड़ी देर बात रोहित नीचे से होता हुआ ऊपर बढ़कर रीमा सर के पास आ गया | रीमा ने अपने दहकते ओठ रोहित के ओंठो से सटा दिए | दोनों की गरम सांसे एक दुसरे के चेहरे तपाने लगी | रीमा ने रोहित का हाथ नीचे से खीच कर पाने स्तन पर रख दिया | रोहित रीमा के सुडौल सख्त स्तन दबाने लगा मसलने लगा | रोहित दोनों हाथो से रीमा के दोनों स्तन को मसलने लगा, और जोर से रीमा के निचले ओठ पर अपने दांत गडा दिए | फिरनीचे आकर उसके कड़े हो चुके निपल्ल चूसने लगा, उन्हें दांतों के बीच लेकर काटने लगा | चुदाई के लिए बुरी तरह से गरमाई औरत के जिस्म में ये सब हरकते उसकी उत्तेजना आनंद और बढ़ा देती है | नीचे रोहित लंड बुरी तरह तनकर फूल गया था | वो रीमा की जांघो के बीच बनी चूत घाटी के चिकने मैदान में दो जिस्मो के बीच पिसता हुआ रीमा के चुभ रहा था | रोहित के तपते लंड की चुभन अकडन सब रीमा को महसूस हो रही थी | रीमा ने एक हाथ नीचे डाल कर तपते लंड को पाने हाथो में थम लिया और सहलाने लगी | रीमा १० मिनट के अन्दर फिर से पूरी तरह उत्त्तेजित हो गयी थी, उसकी चूत फिर से रस बहाने लगी थी , सांसे तेज हो गयी थी, गर्मी से तपता बदन फिर से पसीने से सरोबार होने लगा था | यही हाल रोहित का भी था | दोनों एक दुसरे के धड़कते दिल महसूस का सकते थे | काफी देर तक जब चूमे चाटने काटने मसलने रगड़ने का सिलसिला ख़त्म नहीं हुआ | तो रीमा हांफते हुए – आज क्या मुझे चुमते चूसते हो रहोगे ?
रोहित रीमा को पूरी तरह से भोगना चाहता थ और रीमा के जिस्म के हर अंग को भी उसका भागीदार बनाना चाहता था | वो चाहता थ अकी ये चुदाई का अहसास रीमा के जिस्म का हर रोम रोम महसूस करे | रोहित ने रीमा की बात को अनसुना कर दिया | रीमा से अब रहा नहीं जा रहा था, उसकी चूत अब झरना बन चुकी थी उसकी चूत के बहते पानी से उसकी जांघे गीली हो गयी थी | रीमा – चूसने रगड़ने से फुर्सत मिल गयी तो नीचे का भी कुछ ख्याल करोगे |
रोहित भी आज रीमा के मुहँ से सुनना ही चाहता था – मजा नहीं आ रहा क्या, जो कहना है खुलकर बोलो, इस समय ये कोड वर्ड मेरे दिमाग में नहीं घुसने वाले |
रीमा – तुम तो मुझे चूम चाट कर मस्त हो और उसे क्या ऐसे ही तड़पाते रहोगे | रोहित ने इशारे से सवालिया मुद्रा बनायीं |
रीमा वासना के समंदर में गोते लगा रही थी फिर भी झिझक रही थी, लेकिन उसने झिझक किनारे रख बेशर्मी ओढ़ने में ही भलाई समझी, आखिर अपने जिस्म की आग भी तो बुझानी थी, अगर इसी तरह झिझकती रहेगी तो कैसे होगा – मुझे पता है तुम क्या सुनना चाहते हो, जान बूझकर मासूम बन रहे हो, सुनना चाहते हो तो सुनो | मै कह रही हूँ अपने लंड को कब तक ऐसे तड़पाते रहोगे, उसे मेरी चूत में डालोगे या नहीं | चूत बहुत देर से झरने की तरह बह रही है | अब चोद भी दो न |
रोहित को अपने कानो पर यकीं नहीं हुआ – क्या कहा तुमने मैंने ठीक से सुना नहीं |
रीमा भी बेशर्म बन गयी – हाय कितने दुष्ट हो तुम, मैंने सब कुछ तो साफ़ साफ़ बोला है फिर भी नाटक कर रहे हो, अपना मुसल लंड डालो न मेरी चूत में, देखो न बिना लंड के कैसे मेरी चूत तड़प रही है | चोदो न उसे प्लीज
रोहित – सच में चोदु |
रीमा – हाँ अब चोदो भी, देखो कितना पानी बहा रही है मेरी चूत चुदने के लिए |
रोहित- मुझसे क्यों कह रही हो तुम भी तो चोद सकती हो | अपने हाथ से मेरा लंड पकड़कर अपनी चूत में डाल लो |
इतना कहकर वह रीमा को लिए लिए ही उल्टा हो गया | अब रीमा रोहित के ऊपर आ गयी थी और रोहित बिस्तर पर पीठ के बल लेता था | उसने लेटे लेटे ही फिर से रीमा के मम्मे चूसने शुरू कर दिया और उसी में मगन हो गया | वो चाहता था इस चुदाई को रीमा ड्राइव करे और जब कुछ देर तक जब रीमा सिर्फ तना हुआ गरम लंड ही सहलाती रही और कुछ नहीं किया तो रोहित बोल पड़ा – देखो मुझे तो अभी इन्हें आधे घंटे और चुसना है, इतने सुघड़ सुडौल गोल गोल सफ़ेद तने हुए ठोस स्तन और उस पर विराजमान नुकीली चुचियाँ कहाँ मिलते है, इसलिए तुम्हे जो करना है वो अपने आप कर लो |
रीमा खीझते हुए – इतना मोटा है इतना बड़ा है ऊपर से फूल कर अकड़ गया तुमारा लंड, कैसे डालू इसको मै अन्दर, मेरी तो इसे देखकर ही जान सुखी जा रही है |
रोहित -एक बार लंड को कसकर अपने हाथ से पकड़ो , अपनी चूत के छेद पर लगावो तो सही, फिर धीरे धीरे उसके ऊपर अपने बदन का वजन बढाओ | जितना जोर लगावोगी उतना ही घुसेगा, पूरा थोड़े ही घुस जायेगा एक साथ |
रीमा अभी भी दुविधा में थी |
रोहित – ठीक है मै तुमारी मदद करता हूँ लेकिन एक बार सुपाडा तुमारी चिकनी चूत में घुस गया, फिर आगे तुम्हे ही सब करना होगा | रीमा मादक नजरो से रोहित की शरारत समझ रही थी | रोहित ने रीमा को अपना तपता गरम मोटा लंड पकड़वाया और उसे ऊपर की तरफ अपने से ९० डिग्री पर सीधा करवाया | फिर रीमा की कमर को अपने दोनों हाथो से जकड लिया और लड़ को थोड़ा सा आगे की तरफ झुकाने को कहा | धीरे से रीमा की कमर को नीचे की तरफ ठेल दिया | रीमा ने लंड को बिलकुल चूत के छेद के सामने थामे रखा | सुपाडा अब बिलकुल चूत के मुहाने पर था | रोहित ने रीमा से नीचे की तरह जोर लगाने को बोला | रीमा ने नीचे की तरह खुद को ठेला और सुपाडा चूत के मुहाने में फंस गया | रोहित ने मौके की नजाकत को समझते हुए रीमा की कमर को कसकर नीचे की तरफ दबा दिया, रोहित के लंड का मोटा हुआ फूला लाल सुपाडा रीमा की चूत के मुहाने को चीरता हुआ अंदर घुस गया | रीमा के चेहरे पर दर्द की लकीरे उभर आई | और साथ में एक लम्बी मादक कराह – ऊऊफ़ोफ़्फ़्फ़्फ़ आआआह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह् आआआआआईईईईईईईई ओह गॉड, कितना मोटा है | रोहित रीमा की कमर थामे रहा और थोड़ी देर रूककर फिर एक झटका लगाया , रोहित का सुपाडे सहित आधा लंड रीमा की चूत में घुस गया | रीमा की चिकनी चूत की दीवारे जो पहले से ही चूत रस से सरोबार थी आसानी से फैलाती चली गयी , रीमा के मुहँ से फिर एक मादक कराह निकल गयी – आआआआअह्हह्हह्हह्हह्हह ऊऊऊऊऊऊऊओईईईईईईईईईईइम्मम्मम्मम्मम्मम्मम्मम्मम्ममाआआआआआआ ओह गॉड सो बिग |
रोहित – अब मेरा काम हो गया, अब खुद ही चोदो अपनी चूत को | रोहित फिर से उसके भरी पूरी छाती की घाटियों में खो गया | रीमा ने एक लम्बी साँस ली, कामुक नजर से रोहित को देखा और हलके से अपनी कमर हिलाई | रीमा की चूत में लंड कसकर धंसा था इसलिए एक मिमी भी आगे पीछे नहीं हुआ | रीमा ने अपने चूत दाने को रगड़ना शुरू किया और दुसरे हाथ से रोहित के लंड को थामे रखा | रीमा ने एक बार फिर से कमर को हल्का झटका दिया, लेकिन कुछ नहीं हुआ | इसी बीच रोहित ने रीमा को अपने सीने से चिपका लिया और एक लम्बा डीप किस करने लगा | इससे उसका लंड रीमा की चूत से फिसल कर बाहर आ गया | इसी बीच रोहित ने रीमा को फिर से ऊपर की तरफ सीधी किया और रोहित का लंड रीमा की चूत की गहराई में घुसता चला गया | रीमा ने आंखे बंदकर खुद को ऊपर उठाया और फिर ने नीचे की तरफ झटका दिया, रोहित का लंड दो इंच बाहर निकला और फिर रीमा की चूत में घुस गया | रीमा को समझ आ गया, क्या करना है और कैसे करना है | अब रीमा जोर से अपनी कमर आगे पीछे हिलाने लगी थी, उसकी चिकनी चूत में उसी की चूत रस से सना मोटा मुसल लंड सरसराता हुआ अन्दर बाहर हो रहा था | ऐसा भी नहीं था की लंड आसानी से चूत में जा रहा था | रीमा को लंड अन्दर ठेलने के लिए काफी ताकत लगनी पड़ रही थी, अब रीमा ने झटके लगाने की लय बना ली थी और उसी लयबद्ध अंदाज में अपनी कमर ऊपर नीचे कर रही थी, उसकी चूत अपने रस से रोहित के लंड को सरोबार किये हुए थी | रीमा फिर से कराहे भरने लगी – ओह्ह या ऊह्ह या ओह्ह यस रोहित , मै तुमको चोद रही हूँ आह्ह्ह यकीन नहीं होता ऊऊफ़्फ़्फ़्फ़|
रोहित – यस बेबी तुम मुझे चोद रही, आह यस आह ऐसे ही बस ऐसे ही चोदती रहो |
रीमा के बदन का पसीना रोहित पर टपक रहा था और रीमा बुरी तरह हांफ रही थी | उसकी चूत की दीवारे रोहित के कड़क लंड की नसे तक महसूस कर रही थी | बीच बीच में रोमांच के लिए रोहित भी अपनी कमर को झटका दे देता था और रीमा के मुहँ से हल्की कराह निकल जाती – आऊउच आआहाअहाहहह्हह्ह्ह्ह , रोहित प्लीज ......... आआआआआआह्हह्हह्हाआआआअ डोंट दो थिस, मै तुमको चोद रही हूँ न |
रीमा के साथ रोहित भी कराह रहा था | उसके चेहरे पर भी उत्तेजना के लक्षण दिखाई देंने लगे थे, वो अपनी वासना और रीमा से मिल रहे इस कामसुख को आंख बंद किये महसूस कर रहा था | रीमा ने अब तेजी से कमर उठानी गिरानी तेज कर दी थी, उसके कमर के झटके तेज हो गए थे | उसके नरम चुताड़ो की गरम गरम थापे रोहित की सख्त ठोस जांघो पर सुनाई दे रही थी | कमरे में रीमा के चुताड़ो की थप थप और उसकी कराहे बस यही दो आवजे गूँज रही थी | रीमा की अब साँस फूलने लगी थी, काफी देर से वो रोहित के लंड पर झटके लगा रही थी, रीमा को थमता देख रोहित ने नीचे से अपनी कमर हिलानी तेज कर दी और अपने हाथो से उसकी पतनी नाजुक कमर को जकड लिया, ताकि लंड को रीमा की चूत में पेलने समय उसकी चूत और कमर स्थिर रहे |
रीमा झुककर रोहित के ऊपर पसर गयी, रोहित नीचे से ही रीमा की चूत में लड़ पेलता रहा, रोहित अपने लंड साइज़ के पुरे स्ट्रोक लगाने लगा था | रीमा को अपने बच्चेदानी पर रोहित का सुपाडा महसूस होने लगा था | रीमा तो अब बस चुदना चाहती थी, बस जमकर चुदना चाहती थी | इस बार पिछली बार की तरह न दर्द था, न ही उसकी चूत सुखी थी इसलिए रोहित का लंड ट सटासट रीमा की चूत में जा रहा था | कुछ देर पहले हुई चुदाई के कारन उसकी चूत की दीवारे भी नरम थी |
रोहित ने अपना शरीर निढाल छोड़’ दिया और अपने पैर पीछे की तरफ फैला दिए | रोहित ने एक झटके में पूरा जोर लगा दिया, रोहित का लंड रीमा की बच्चेदानी से जा टकराया, रीमा का वही दर्द लौट आया – आआआआआआआआह्हीईईईईईईईईईइ माँ मर गयी आआआआईईईईईअऊऊऊऊऊ आआआआह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्, प्लीज बहुत दर्द हो रहा है |
अब तक चुदाई के मजे ले रही रीमा अब दर्द बर्दास्त करने लगी | रोहित को अपनी गलती का अहसास हो गया | उसने रीमा को अपने ऊपर से उतारा और उसकी नाभि का निचला हिस्सा सहलाने लगा | जैसे ही रीमा का दर्द कम हुआ उसने पेट के बल रीमा को बिस्तर पर उलटा लिटा दिया और उसकी चूत त्रिकोण घाटी के नीचे एक नरम तकिया लगा दी |
अब वो उसके ऊपर आ गया | रोहित अब रीमा के पीछे से उसकी चूत चोदने जा रहा था | उसने रीमा की जांघो के बीच में पैर फंसाकर उसकी जांघे फैलाई, अपना लंड रीमा की चूत के खुले छेद पर सेट किया, अपने दोनों हाथो को रीमा के नीचे ले जाकर उसके दोनों स्तन पकड़ लिए और उसकी चूत में लंड पेल दिया |
रीमा फिर मादक कराहे भरने लगी – आआआआऐईईईईईईईऊऊऊऊऊऊऊऊ, ऊऊऊऊहूऊऊओह्ह आआह्ह्हह्हहहहहह ऊऊह्ह्ह्ह, प्लीज रोहित चोदो मुझे, अपने लंड से जमकर चोदो, बरसो की प्यास बुझा दो, खूब चोदो मुझे, अन्दर तक चोदो |