11-11-2019, 10:57 AM
यहाँ प्राब्लम ये थी की काजल पकड़ी गयी थी , अपने भाई के लंड को चूसते हुए..
सारिका : "काआआजल ......तुम !!!!!!!!!!!!!......और वो भी अपने भाई के साथ .......''
तब तक काजल संभल चुकी थी...और ये भी सोच चुकी थी की उसे कैसे वो सिचुएशन हेंडल करनी है..
केशव भी समझ चुका था की कोई बड़िया वाला सीन होने वाला है वहाँ पर..
सारिका के गुस्से का काजल ने बड़े ही प्यार से जवाब दिया..: "हाँ ....मैं ...क्यो....इतनी परेशान क्यो हो रही है तू मुझे ये सब करते देखकर..''
सारिका : "मतलब....तू ये भी नही जानती की मैं परेशान क्यो हूँ ...तू मेरे बाय्फ्रेंड के साथ, और उसके भी उपर अपने खुद के भाई के साथ ये सब कर रही है...तुझे शर्म नही आती...''
काजल : "पर ये सब तो मैं तेरे कहने पर ही कर रही हू..''
अब हैरान होने की बारी सारिका के साथ-2 केशव की भी थी..
सारिका : "मेरे कहने पर ???? क्या मतलब है तेरा..!!!''
काजल : "तुझे याद है, तूने ही एक बार कहा था की हम एक दूसरे के पार्टनर्स को आपस मे शेयर करेंगे...फिर चाहे वो बाय्फ्रेंड हो या हसबैंड ''
सारिका (दिमाग़ पर ज़ोर डालते हुए) : "हाँ ...याद है...पर वो तो 2 साल पहले की बात है...और वो बात अलग थी...यहाँ तो तू अपने खुद के भाई के साथ ये सब कर रही है..''
काजल : "देख...मुझे इस बात से कोई फ़र्क नही पड़ता की तेरा बाय्फ्रेंड कौन है....अगर तेरा बी एफ एक रिक्शा चलाने वाला भी होता तो भी मैं यही करती, मेरा भाई है, तब भी मैं यही कर रही हू...''
सारिका का तो दिमाग़ ही चकरा गया उसकी दलील सुनकर...और केशव मन में अपनी बहन की तारीफ किए बिना नही रह पाया..
काजल : "पिछली बार जब मैने तुम दोनो को रंगे हाथ पकड़ा था तो मुझे भी ऐसे ही शॉक लगा था...हमारे बीच भले ही बातचीत बंद है, पर मैं अपने वादे को आज तक नही भूली हू...जैसे की मैं अब तक अपनी दोस्ती को भी नही भूली...तुझे अपनी दोस्ती और वो वादा याद दिलाने के लिए ही मैने ये सब किया है..''
काजल ने बड़ी ही चालाकी से सारिका का ध्यान अभी के इन्सिडेंट से हटा कर अपनी दोस्ती के इमोशनल पॉइंट की तरफ कर दिया था..
काजल : "उस दिन ही मैने सोच लिया था की भले ही तुझे ये बात याद नही है, पर मैं अपनी दोस्ती में किया हुआ वो वादा नही भूलूंगी, जो हमने एक साथ किया था...की हम एक दूसरे के पार्टनर्स को ऐसे ही खुश करेंगे, जैसे खुद के पार्ट्नर को करते हैं...मुझे भी पता है की अपने भाई के साथ ये सब करना ग़लत है, पर मेरे लिए भाई से बढ़कर अपनी दोस्ती में किया हुआ वादा है...जो शायद तू भूल चुकी है...अपनी दोस्ती की तरह..''
सारिका : "काआआजल ......तुम !!!!!!!!!!!!!......और वो भी अपने भाई के साथ .......''
तब तक काजल संभल चुकी थी...और ये भी सोच चुकी थी की उसे कैसे वो सिचुएशन हेंडल करनी है..
केशव भी समझ चुका था की कोई बड़िया वाला सीन होने वाला है वहाँ पर..
सारिका के गुस्से का काजल ने बड़े ही प्यार से जवाब दिया..: "हाँ ....मैं ...क्यो....इतनी परेशान क्यो हो रही है तू मुझे ये सब करते देखकर..''
सारिका : "मतलब....तू ये भी नही जानती की मैं परेशान क्यो हूँ ...तू मेरे बाय्फ्रेंड के साथ, और उसके भी उपर अपने खुद के भाई के साथ ये सब कर रही है...तुझे शर्म नही आती...''
काजल : "पर ये सब तो मैं तेरे कहने पर ही कर रही हू..''
अब हैरान होने की बारी सारिका के साथ-2 केशव की भी थी..
सारिका : "मेरे कहने पर ???? क्या मतलब है तेरा..!!!''
काजल : "तुझे याद है, तूने ही एक बार कहा था की हम एक दूसरे के पार्टनर्स को आपस मे शेयर करेंगे...फिर चाहे वो बाय्फ्रेंड हो या हसबैंड ''
सारिका (दिमाग़ पर ज़ोर डालते हुए) : "हाँ ...याद है...पर वो तो 2 साल पहले की बात है...और वो बात अलग थी...यहाँ तो तू अपने खुद के भाई के साथ ये सब कर रही है..''
काजल : "देख...मुझे इस बात से कोई फ़र्क नही पड़ता की तेरा बाय्फ्रेंड कौन है....अगर तेरा बी एफ एक रिक्शा चलाने वाला भी होता तो भी मैं यही करती, मेरा भाई है, तब भी मैं यही कर रही हू...''
सारिका का तो दिमाग़ ही चकरा गया उसकी दलील सुनकर...और केशव मन में अपनी बहन की तारीफ किए बिना नही रह पाया..
काजल : "पिछली बार जब मैने तुम दोनो को रंगे हाथ पकड़ा था तो मुझे भी ऐसे ही शॉक लगा था...हमारे बीच भले ही बातचीत बंद है, पर मैं अपने वादे को आज तक नही भूली हू...जैसे की मैं अब तक अपनी दोस्ती को भी नही भूली...तुझे अपनी दोस्ती और वो वादा याद दिलाने के लिए ही मैने ये सब किया है..''
काजल ने बड़ी ही चालाकी से सारिका का ध्यान अभी के इन्सिडेंट से हटा कर अपनी दोस्ती के इमोशनल पॉइंट की तरफ कर दिया था..
काजल : "उस दिन ही मैने सोच लिया था की भले ही तुझे ये बात याद नही है, पर मैं अपनी दोस्ती में किया हुआ वो वादा नही भूलूंगी, जो हमने एक साथ किया था...की हम एक दूसरे के पार्टनर्स को ऐसे ही खुश करेंगे, जैसे खुद के पार्ट्नर को करते हैं...मुझे भी पता है की अपने भाई के साथ ये सब करना ग़लत है, पर मेरे लिए भाई से बढ़कर अपनी दोस्ती में किया हुआ वादा है...जो शायद तू भूल चुकी है...अपनी दोस्ती की तरह..''