10-11-2019, 11:48 PM
और उसके चेहरे पर एक अलग ही तरह की मुस्कान आ गयी..पर वो कुछ बोली नही..
केशव समझ गया की शायद उसने कुछ ज़्यादा ही बोल दिया है
केशव : "सॉरी दीदी....वो मुझे शायद ऐसे नही बोलना चाहिए था..''
और इतना कहकर वो अपनी जगह से उठा और लगभग भागता हुआ सा उपर अपने कमरे की तरफ चल दिया.ऐसे भागकर जाने की एक वजह और भी थी , काजल से इस तरह बात करते हुए वो बुरी तरह से उत्तेजित हो चुका था और उसका लंड टेंट बना चुका था उसके पायजामे में.
वो सीधा अपने कमरे में गया और अपने बेड पर बैठकर पायजामे को नीचे किया और . लंड हाथ मे पकड़ कर ज़ोर से मसलने लगा...
''ओह....... दीदी .................क्या करते हो आप................अहह ....... क्या चीज़ हो यार..............''
और उसकी बंद आँखो के सामने उसकी बहन की नंगी छातियाँ घूम रही थी..
और वो ज़ोर-2 से अपने लंड को मसलते हुए मूठ मारने लगा.