Thread Rating:
  • 3 Vote(s) - 1.67 Average
  • 1
  • 2
  • 3
  • 4
  • 5
Misc. Erotica काजल, दीवाली और जुए का खेल (with pics )
#43
काजल आकर केशव के सामने बैठ गयी
[Image: kaley_cuoco_nips2.gif]
और बोली : "चलो...अब एक बार फिर से पत्ते बाँटो ...मैं भी देखना चाहती हू की तुम्हारी बात मे कितनी सच्चाई है..''

केशव ने बड़ी ही मुश्किल से अपना ध्यान उसकी छातियों और खड़े हुए निप्पल्स से हटाया..और पत्ते बाँटने लगा...पत्ते बाँटने के बाद उसने पहले अपने पत्ते उठा कर देखेउसके पास 5 का पेयर आया था..यानी चाल चलने लायक थे वो..और फिर उसने काजल के पत्ते पलट कर देखे...

काजल के पास बादशाह का पेयर आया था.

केशव की आँखो मे चमक  गयीवो बोला : "देखा....मैने कहा था ना...''

काजल : "ये भी शायद इत्तेफ़ाक से  गये हो...एक बार और बाँटो..''

केशव : "अब तो मुझे पूरा विश्वास हैजितनी बार भी बँटवा लो ये पत्तेहर बार तुम ही जीतोगी कल की तरह..''

उसने फिर से पत्ते बाँटे...और इस बार भी काजल ही जीती...उसके पास चिड़ी का कलर आया था..

केशव ने गड्डी काजल को दी और उसे पत्ते बाँटने के लिए कहा...काजल ने पत्ते बाँटे और इस बार भी वही जीती...केशव के पास सबसे बड़ा पत्ता इक्का था...और काजल के पास इकके का पेयर..

अगली 4 गेम्स भी काजल ही जीती...केशव ने जगह बदल कर भी देखि..गड्डी को अच्छी तरह से फेंटकर भी पत्ते बांटे ..हर तरह से बदलाव करके देख लियापर वो काजल से हर बार हार ही रहा था...उसने चार जगह पत्ते बांटकर भी देखे,पर उसमे भी सिर्फ काजल के पत्ते बड़े निकले और हर बार हारने के बाद उसके चेहरे पर एक अलग ही खुशी  जाती..

अंत मे केशव बोला : "देखा लिया ना दीदी...मेरी बात बिल्कुल सही निकली...आज जब आप कपड़े बदल कर आई तो उसी वक़्त अगर ब्रा -पेंटी उतार कर  जाती तो शायद आज हम बहुत पैसे जीत जाते...''

यानी उसका भाई ये अच्छी तरह से नोट कर रहा था की कल उसने अंदर कुछ नही पहना हुआ था..अपने भाई के मुँह से सीधा अपनी ब्रा पेंटी का शब्द सुनकर उसका चेहरा शर्म से लाल सुर्ख हो उठा...
Like Reply


Messages In This Thread
RE: काजल, दीवाली और जुए का खेल (with pics ) - by sisfucker31 - 10-11-2019, 11:47 PM



Users browsing this thread: 35 Guest(s)