10-11-2019, 10:34 PM
काजल ने सोचा 'अच्छा, तो ये कारण है केशव के रोज इतनी लेट हॉस्पिटल पहुंचने का, सारिका कभी मेरे सामने तो घर पर आ नहीं सकती , इसलिए मेरे ऑफिस जाने के बाद के टाइम पर ही आई है ,अब मज़ा आएगा...उपर का सीन देखने लायक होगा'
उसने जल्दी से गैस को बंद किया और दबे पाँव उपर चल दी..
अपनी पुरानी सहेली और अपने प्यारे भाई को रंगे हाथों पकड़ने.
सारिका भागती हुई सी केशव के रूम मे पहुँची..वो चादर तान कर सो रहा था..
सारिका : "गुड मॉर्निंग जानू...देखो मैं आ गयी...''
पर वो जाग रहा होता तो जवाब देता न...रात को वो ना जाने कितनी देर तक अपनी बहन और जुए के बारे मे सोचता रहा था..
सारिका : "अब ये नाटक छोड़ो...मुझे पता है तुम जाग रहे हो...नीचे का दरवाजा तुमने मेरे लिए ही खोलकर रखा था ना आज...''
पर फिर भी कोई जवाब नही मिला..
सारिका आगे बड़ी और उसने एक ही झटके मे केशव की चादर खींच कर अलग कर दी..
और जो उसने सामने देखा , उसे अपनी आँखो पर विश्वास नही हुआ..
उसने जल्दी से गैस को बंद किया और दबे पाँव उपर चल दी..
अपनी पुरानी सहेली और अपने प्यारे भाई को रंगे हाथों पकड़ने.
सारिका भागती हुई सी केशव के रूम मे पहुँची..वो चादर तान कर सो रहा था..
सारिका : "गुड मॉर्निंग जानू...देखो मैं आ गयी...''
पर वो जाग रहा होता तो जवाब देता न...रात को वो ना जाने कितनी देर तक अपनी बहन और जुए के बारे मे सोचता रहा था..
सारिका : "अब ये नाटक छोड़ो...मुझे पता है तुम जाग रहे हो...नीचे का दरवाजा तुमने मेरे लिए ही खोलकर रखा था ना आज...''
पर फिर भी कोई जवाब नही मिला..
सारिका आगे बड़ी और उसने एक ही झटके मे केशव की चादर खींच कर अलग कर दी..
और जो उसने सामने देखा , उसे अपनी आँखो पर विश्वास नही हुआ..