10-11-2019, 10:17 PM
काजल को उसकी बात मे तर्क नज़र आया...क्योंकि ये बात डॉक्टर ने उसे भी कही थी...पर इतने पैसे कहाँ से लाती वो, यही सोचकर उसने उस बात पर ज़्यादा ध्यान नही दिया था..कहने को तो ये सरकारी हॉस्पिटल था पर उसमे भी उनके पैसे लग ही रहे थे....और रोज -2 आने-जाने की मशक्कत भी अलग से करनी पड़ती थी.अगर माँ को घर ले आएँ तो ये सारी चिंता और परेशानी ख़त्म हो जाएगी.
काजल : "पर असली में खेलते हुए अगर मैं हार गयी तो, मेरा मतलब है की अगर खेलते हुए लक्क ने मेरा साथ नही दिया तो ??"
केशव : "आप उसकी चिंता मत करो , मै सब संभाल लूंगा "
काजल चुप हो गयी....केशव समझ गया की वो उसकी बातों पर विचार कर रही है.
केशव : "दीदी...आप इतना मत सोचो...आजकल तो सभी के घर पर जुआ चलता है...कल भी मै अपने दोस्त गुल्लू के घर पर ही खेल रहा था...और उसकी बीबी को तो आप जानती ही हो, रूबी, वो भी खेल रही थी उसके साथ...अब ऐसा त्योहार का माहोल हो तो घर की औरतों का भी थोड़ा बहुत एंटरटेनमेंट हो जाता है...''
काजल तो पहले ही मान चुकी थी...केशव बेकार मे अभी तक उसे मनाने के लिए इधर-उधर की बातें कर रहा था..
वो जैसे ही बोला 'और वो जो मेरा दोस्त है ना.....'
काजल : "ओके ..बाबा ...समझ गयी....अब चुप कर जा....समझ गयी मैं...''
काजल ने हंसते हुए कहा तो केशव भी खुशी के मारे उछल पड़ा...और प्रेम भाव मे आकर वो काजल से लिपट गया..
केशव : "ओह ...दीदी ....मुझे पता था की आप ज़रूर समझोगी...भले ही ये ग़लत तरीका है पैसे कमाने का..पर हमें इस समय इन पैसो की बहुत ज़रूरत है...''
काजल : "पर असली में खेलते हुए अगर मैं हार गयी तो, मेरा मतलब है की अगर खेलते हुए लक्क ने मेरा साथ नही दिया तो ??"
केशव : "आप उसकी चिंता मत करो , मै सब संभाल लूंगा "
काजल चुप हो गयी....केशव समझ गया की वो उसकी बातों पर विचार कर रही है.
केशव : "दीदी...आप इतना मत सोचो...आजकल तो सभी के घर पर जुआ चलता है...कल भी मै अपने दोस्त गुल्लू के घर पर ही खेल रहा था...और उसकी बीबी को तो आप जानती ही हो, रूबी, वो भी खेल रही थी उसके साथ...अब ऐसा त्योहार का माहोल हो तो घर की औरतों का भी थोड़ा बहुत एंटरटेनमेंट हो जाता है...''
काजल तो पहले ही मान चुकी थी...केशव बेकार मे अभी तक उसे मनाने के लिए इधर-उधर की बातें कर रहा था..
वो जैसे ही बोला 'और वो जो मेरा दोस्त है ना.....'
काजल : "ओके ..बाबा ...समझ गयी....अब चुप कर जा....समझ गयी मैं...''
काजल ने हंसते हुए कहा तो केशव भी खुशी के मारे उछल पड़ा...और प्रेम भाव मे आकर वो काजल से लिपट गया..
केशव : "ओह ...दीदी ....मुझे पता था की आप ज़रूर समझोगी...भले ही ये ग़लत तरीका है पैसे कमाने का..पर हमें इस समय इन पैसो की बहुत ज़रूरत है...''