10-11-2019, 10:10 PM
वो हारकर पस्त हो जाती है..पर केशव अपनी हार नही मानता...और शायद इसलिए वो पिछले 1 साल से किसी और की तरफ देखती तक नही है...ऐसी चुदाई करने वाला बी एफ आसानी से थोड़े ही मिलता है आख़िर.
केशव : "चलो , छोड़ो अब ये सब सच बुलवाने वाली गेम्स...मेरे दिमाग़ मे कुछ आ रहा है...वो चेक करने दो पहले मुझे...''
और फिर से उसने दोनों को 3-3 पत्ते बाँटे...और फिर बिना ब्लाइंड या चाल चले केशव ने दोनो के पत्ते पलट कर सीधे कर दिए..
केशव ने अपने पत्ते देखे...ऐसे ही थे..बेकार से...पर काजल के पत्ते इस बार भी कमाल के थे...उसके पास पान का कलर आया था...
केशव ने फिर से पत्ते बाँटे और फिर से उन्हे पलट कर सीधा किया...इस बार भी काजल के पास इकके का पेयर आया...
वो फिर से पत्ते बाँटने लगा