Thread Rating:
  • 16 Vote(s) - 2.38 Average
  • 1
  • 2
  • 3
  • 4
  • 5
Adultery रीमा की दबी वासना
दीदी ने एक बार फिर अपनी उंगलियां फंसा करके अपनी चूत के अंदरूनी ओंठो को आखिरी तक फैला दिया | इसके बाद शायद उनकी चूत के ओंठ नहीं फ़ैल सकते थे | दीदी ने मुझसे करीब से अपनी कुंवारी चूत के दर्शन करने को कहा | 

दीदी - अच्छे से देख लो इसके बाद तुमारी दीदी की ये कुंवारी चूत तुम्हे कभी देखने को नहीं मिलेगी | अपनी दीदी की कुंवारी चूत आखिरी बार देख लो | इसके बाद इसका कुंवारापन तुम ही लूट लोगे | मै बहुत  ही करीब से दीदी की कुंवारी चूत को अपने दिलो दिमाग में उतारने लगा | पता है रीमा मैडम आज तक मुझे दीदी की कुंवारी चूत याद है | सब कुछ, वही गुलामी रंगत लिए उनकी पतली पंखुडियां | और जब दीदी ने उन्हें खीच कर फैला दिया था | तो अन्दर से एक बहुत ही संकरा पेन्सिल जितना छेद नजर आया जिसके चारो तरह सफ़ेद झिल्ली लगी हुई थी | मैंने कभी नहीं सोचा था किसी लड़की की कुंवारी चूत इतना करीब से देखने को मिलेगी | चारो तरह से गोल छल्ला बनाती हुई उनकी गुलाबी चूत बस एक सकरे छेद में खुल रही थी | 
दीदी - अभी कुछ देर बाद तू इसे फाड़कर एक बड़ा सा छेद कर देगा यहाँ |
मै - दीदी क्या और कोई तरीका नहीं चोदने का, जिससे आपकी झिल्ली भी न फाटे और चूत की चुदाई भी हो जाये | 
दीदी हंस पड़ी - पागल है क्या, चूत चुदेगी तो फिर कुंवारी थोड़े न रहेगी | 
मै - दीदी आपका छेद तो बहुत छोटा है ये इतना मोटा लंड इसमें घुसेगा कैसे |
दीदी - जैसे मुहँ में घुस गया था | चूत में एक बार लंड घुसने तो दे | 
मै - दीदी आप क्या कह रही हो मुझे कुछ समझ नहीं आ रहा है | 
दीदी - लंड अपनी जगह खुय्द बना लेगा और चूत उसको खुद बखुद रास्ता दे देगी | पहली बार है इसलिए तुझे ज्यादा मेहनत करनी होगी और मुझे भी थोड़ा दर्द होगा लेकिन अब सवाल जवाब का टाइम नहीं है करके देख सब पता चल जायेगा | 
अनायास ही मेरी जीभ मेरे मुहँ से निकल कर दीदी की चूत का रस पीने चल दी | मैंने अपनी जुबान दीदी की चूत में ठेल दी और दीदी की गुलाबी कुंवारी चूत चाटने लगा | दीदी तो जैसे वासना से नहा गयी | दीदी के एक लम्बी सिसकारी भरी, उनका बदन मेरी जीभ के उनकी कुंवारी कोरी चूत पर खुरदुरे स्पर्श से रोमाचित होकर काँप गया | उसके बाद दीदी ने मुझे अपना चूत दाना चूसने को बोला | मै मस्त होकर दीदी का चूत दाना चूसता रहा | दीदी की जांघो और उनकी चूत का मखमली नरम अहसास मेरे रोम रोम में उत्तेजना भरे दे रहा था | मै सर घुसाए बस दीदी के चूत दाने को चूसता रहा | दीदी की चूत पानी की धार बहाने लगी इससे दीदी की चूत और जांघो का इलाका गीला होने लगा | पहली बार मैंने भी दीदी की चूत का रस चखा | क्या स्वाद था मै तो दीदी की चूत का रस पीकर मस्त हो गया और जोश से दीदी का चूत दाना चूसने लगा | 

[Image: 3d9dba3aa49a90cb4b58f51912d947f8.jpg]


 दीदी की चूत लगतातर पानी छोड़ रही थी |  कुछ देर तक मैं दीदी की चूत के दाने को ऐसे ही चूसता रहा फिर दीदी पीछे हट गई और उन्होंने अपनी फैले हुए चूत के होठों को भी समेत लिया |  मैं बस दीदी की चूत की गुलाबी रंगत देख रहा था दीदी के चूत के बाहरी ओंठ पूरी तरह से अलग हुए थे और दीदी की चूत के अंदरूनी पतले ओंठ फिर से  भी आपस में चिपक गए | 
 दीदी बोली - कैसी लगी मेरी कुंवारी चूत | 
मै - दीदी ये तो जन्नत का द्वार है ये मिल जाये फिर कुछ जरुरत नहीं है | 
 दीदी बोली - तुझे पता है तूने जिस उम्र में तूने मेरी कुंवारी चूत का मुहाना देख लिया है इस उम्र में लड़के किसी लड़की को नंगी देखने को भी नहीं पाते हैं | रही बात इस चूत को देखने की बड़े बड़े अच्छे खासे मर्द तरसते है चूत के दर्शन को |  तू बहुत लकी है क्योंकि तू मेरा बहुत खास है  इसलिए मेरे सबसे वर्जित खास अंग को देखने को प् गया | तेरे लिए सब न्योछावर | 
मै - हाँ दीदी मै सच में बहुत लकी हूँ | आपने मुझे अपना सबसे खास वर्जित अंग दिखा दिया | अपनी कुंवारी चूत दिखा दी | 
 दीदी -  तुझे मैंने अपनी जिंदगी की सबसे खास चीज दिखा दी है | 
मै - हाँ दीदी जब से आपकी कुंवारी गुलाबी चूत के दर्अशन किये है मै खुद को स्बपेशल समझने लगा हूँ | 
दीदी - अभी तो कुछ भी नहीं है अब इसके बाद  मै तुझे मेरी जिंदगी की सबसे खास चीज भी देने वाली हूं पता है वह क्या है| 
 मैंने पूछा - दीदी नहीं मुझे नहीं मालूम | 
दीदी - पगले इतनी देर तो बोल रही हूँ वह मेरी कुंवारी चूत जो मैं तुझे देने वाली है | तू मेरी कुंवारी चूत चोदने वाला है| 
 मैं मासूम बना रहा - दीदी कुंवारी चूत इसी को कहते हैं जिसके ऊपर वो सफ़ेद झिल्ली होती है | 
दीदी बोली - हाँ भोंदू अपनी इतनी देर से तुझे यही तो समझा रही हूं अगर किसी लड़की की चूत के छेद में यह झिल्ली है   तो समझ लो वह कुंवारी है उसे किसी ने नहीं चोदा है | अब तू अपना लंड  घुसेड़ कर जब इस कुंवारी चूत को देगा तो ये झिल्ली फट जाएगी |
और तू मुझे एक लड़की से औरत बना देगा |
मै - और दीदी मै क्या बन जाऊंगा | 
दीदी - तू बच्चा से मर्द बन जायेगा | कुंवारी चूत चोदने वाला असली मर्द | 
मै - मै मर्द बन जाऊंगा दीदी | 
दीदी -   हां रे अभी से तेरा लंड  इतना मोटा लम्बा  हो जाता है खड़ा होने के बाद,  इसको कौन कहेगा यह लंड एक हाई कॉलेज के लड़के का है तेरा लंड तो मर्दों से भी पार है  | पता नहीं जब बड़ा हो करके पूरी तरह से तो जवान होगा तो न जाने कितनी औरतों की चूत को फाड़ देगा उनकी रात की नींद उड़ा देगा | जब तू उनकी चूत में अपने लंड को पेलेगा तो उनकी चीखें आस-पड़ोस के गली मोहल्ले तक सुनाई देंगी |  इतना मोटा और बड़ा लंड  इतनी कम उम्र के किसी लड़के के पास मैंने नहीं देखा है | इसीलिए तो मैं तेरी दीवानी हो गई मैं एक तगड़े लंड से अपना कुंवारा पन खोना चाहती थी और वह भी ऐसे इंसान से जो सबसे खास हो तूने आज तक हमारे बीच का राज हमारे बीच रहने दिया है इसीलिए तो मेरा बहुत खास है | 
[+] 1 user Likes vijayveg's post
Like Reply


Messages In This Thread
RE: रीमा की दबी वासना - by vijayveg - 10-11-2019, 09:07 PM



Users browsing this thread: 1 Guest(s)