20-01-2019, 02:03 PM
Update 13 , एक बार फिर माँ की चुदाई
"आह....कर्ण ....क्यों निकाला बाहर ....मत तड़पाओ ...फक मी ...." गरिमा आँखें बंद किये हुए बोली ।
"पागल लड़की तू जिसे लन्ड समझ रही है वो तो उंगली थी इस दानव की " राहुल ने मन में कहा । उसकी नज़रों के सामने उसकी फूल सी नाज़ुक बहन की चूत में एक दानव अपना डेढ़ फुट लम्बा और एक लीटर की पेप्सी की बोतल जितना मोटा लौड़ा घुसाने जा रहा था पर गरिमा का नाज़ुक और कामुक बदन और उसके मासूम चेहरे पर कामुकता भरी बेसब्री राहुल को भी कामोतेजक कर रहे थे ।"डाल भी दे बहन चोद" राहुल ने मन मे गाली निकाली ।
कर्ण ने गरिमा कि टाँगों को फैला लिया और उसकी चूत के गुलाबी होंठों को खोल अपना मोटा लन्ड मुंड उसपर टिका दिया और एक कस के धक्का दे मारा ...."आई....माँ.... मर गयी" गरिमा कि दर्द भरी चीख पूरे कमरे में गूँज गयी । उसकी आँखें बाहर को निकल आईं थीं ,कर्ण के अंदर का दानव शायद उसकी दर्द भरी चीख सुन कर शांत हो गया वो रुक गया ।
राहुल गरिमा की चूत चुदाई देख पाता इससे पहले कर्ण के फ़ोन की घंटी बजी उसने फ़ोन स्पीकर पर लगाया फोन पर कोई लड़की थी "भाई कँहा हो आप मेहता जी की लड़की का किडनैप हो गया है जल्दी आओ"
कर्ण-आता हूँ ।
इससे पहले राहुल कुछ समझ पाता कर्ण फिर से इंसानी रूप में आ चुका था । उसने जल्दी से गरिमा की चूत से अपना लन्ड बाहर निकाला और गरिमा के होंठो को चूमते हुए बोला सॉरी जान जाना होगा मुझे माफ़ कर देना । राहुल गरिमा के चेहरे पर उदासी साफ देख सकता था पर गरिमा ने कर्ण को रुकने के लिए नहीं कहा बल्कि वो चुपचाप अपने कपड़े लेकर बाथरूम में चली गयी । और उसके पीछे-2 कर्ण भी अपने कपड़े उठा कर बाथरूम में चला गया ।
उन दोनों के बाथरूम में चले जाने के बाद राहुल उनके कमरे से चुपचाप बाहर निकल आया और घर की तरफ भागा क्योंकि वो पहले ही काफी लेट हो चुका था ।
वो चुपके से घर में दाखिल हुआ और अपने तहखाने में घुस गया । उसकी आँखों में बिल्कुल नींद नहीं थी ,पिछले दो दिनों में इतना कुछ हुआ था जिस पर उसे विश्वास नहीं हो रहा था वो सोच रहा था कौन हूँ मैं, रमा के घर पर मेरे मां बाप ने क्यों छोड़ दिया , कौन हैं मेरे माँ बाप ऐसी बातें सोचकर वो परेशान सा होता जा रहा था । तभी रमा उसके तहखाने में दाखिल हुई और चुपचाप उसकी बगल में लेट गयी और उसके माथे को सहलाते हुए बोली -
रमा-क्या हुआ बेटा ? तनु या गरिमा ने कुछ कहा क्या ?
राहुल -नहीं माँ,
रमा-फिर क्या बात है ? उदास क्यों है मेरा भोंदू ? उसने एक हाथ राहुल के पाजामे के ऊपर से उसका लन्ड सहलाते हुए पूछा ।
राहुल-मां , मैं कौन हूँ मेरे माँ -बाप ने मुझे क्यों तुम्हारे घर के बाहर छोड़ दिया था ,कोई इतना बेरहम कैसे हो सकता है ।
रमा-तुम्हारे माँ बाप की कोई मजबूरी रही होगी ,और उन्होंने इस बात का पूरा ख्याल रखा था कि तुम्हें कोई तकलीफ न हो ,इसलिए जिस टोकरी में तुम मिले थे उसमें बहुत से पैसे भी थे उसी से तो इन्होंने दुकान और यह घर खरीदा था । बेटा उनकी कोई मजबूरी रही होगी । रमा ने राहुल को चूमते हुए कहा और अपनी मैक्सी ऊपर कर अपना मोटा मम्मा राहुल के होंठो के साथ लगा दिया ,पुराने 100 वाट वाले बल्ब की मद्धम रोशनी में राहुल रमा को पहली बार इतने पास से देख रहा था ,कितनी आकर्षक है बिल्कुल माधुरी राहुल ने मन में सोचा और उसका लन्ड एक झटके में पूरा तन गया ।
रमा(राहुल के लन्ड के तनाव को महसूस करती है और उसके बड़े हब्शी लन्ड को पाजामे की कैद से आज़ाद करते हुए पूछती है)-ऐसा क्या सोच लिया जो तुम्हारा लन्ड अचानक चूहे से अजगर बन गया ?
राहुल-माँ तुम्हारे मम्में कितने बड़े और सुंदर है और तुम बिल्कुल माधुरी सी दिखती हो कितनी सुंदर हो तुम ।
रमा(उसके मोटे लन्ड को अपनी चूत पर सेट करते हुए) -आज तो बडी बातें आ रही हैं मेरे भोंदू राजा को ,चल अब अपनी इस रंडी माँ की चूत में अपना मूसल लन्ड डाल दे ।
राहुल रमा को पीठ के बल लिटा देता है और खुद उसके ऊपर आ जाता है और अपने होंठों को रमा के होंठों पे रखते हुए एक जोरदार धक्का दे मरता है उसका लन्ड रमा की भीगी चूत के सब अवरोध तोड़ता हुआ हुआ उसके गर्भाशय से टकराता है दर्द की एक मीठी लहर रमा के बदन में दौड़ जाती है रमा अपनी बाजुओं से राहुल को जकड़ लेती है "कितना गर्म और मोटा लौड़ा है तेरा मेरी तो जान ही निकाल दी तूने" रमा राहुल के कान में फुसफुसाती है । "आपने ही तो डालने को कहा था" राहुल धक्के मारते हुए कहता है । "आह आह आह....रा...राह....राहुल बड़ा जालिम लन्ड है रे तेरा ....अपनी माँ को चोदते हुए उसके मम्में मसल उसे निचोड़ किसी रंडी की तरह चोद न मेरी चूत बडी प्यासी है....आह...आह....मां चोद..." रमा राहुल के जानदार धक्कों से मदहोश होते हुए कह रही थी । राहुल रमा को उसके मोटे मम्मों से पकड़ते हुए अपने धक्कों की रफ्तार को बढ़ा देता है और किसी मशीन की तरह रमा को चोदता जाता है ,रमा इतनी जानदार चुदाई से न जाने कितनी बार झड़ती है उसकी चूत तो जैसे पानी का झरना बन चुकी थी पर राहुल उसे बिना रुके पूरी रफ्तार चोदता ही जा रहा था ,उसके हर धक्के के साथ रमा का पूरा बदन थर्रा रहा था वो तो जैसे आज किसी अगल ही दुनिया में थी वो पागलों जैसे कभी राहुल को नोचती कभी ,चूमती कभी उसके बाल खींचती एक घण्टे की बेरहम चुदाई के बाद राहुल ने उसकी चूत में ही पानी छोड़ दिया और लन्ड को उसकी चूत में घुसाए हुए उसके ऊपर निढाल हो कर गिर गया और सो गया आखिर आज राहुल की यह चौथी चुदाई थी बेचारा उसी हालत में गहरी नींद में सो गया । रमा ने किसी तरह करवट ली और उसे अपने ऊपर से हटाया और अपने हाथों से खींचकर उसका लन्ड अपनी चूत से बाहर निकाला राहुल का सोया हुआ लन्ड भी कम से कम 6 इंच लम्बा और 2 इंच मोटा था और किसी साँप जैसा लग रहा था ,रमा ने चाटकर उसके लन्ड को साफ किया फिर राहुल को कपड़े पहनाए और अपनी नाइटी ठीक करके चुपचाप अपने कमरे में जाकर अपने नपुंसक पति की बगल में सो गई ।
दोस्तों आपको माँ बेटे की चुदाई कैसी लगी ज़रूर बताना ।
"आह....कर्ण ....क्यों निकाला बाहर ....मत तड़पाओ ...फक मी ...." गरिमा आँखें बंद किये हुए बोली ।
"पागल लड़की तू जिसे लन्ड समझ रही है वो तो उंगली थी इस दानव की " राहुल ने मन में कहा । उसकी नज़रों के सामने उसकी फूल सी नाज़ुक बहन की चूत में एक दानव अपना डेढ़ फुट लम्बा और एक लीटर की पेप्सी की बोतल जितना मोटा लौड़ा घुसाने जा रहा था पर गरिमा का नाज़ुक और कामुक बदन और उसके मासूम चेहरे पर कामुकता भरी बेसब्री राहुल को भी कामोतेजक कर रहे थे ।"डाल भी दे बहन चोद" राहुल ने मन मे गाली निकाली ।
कर्ण ने गरिमा कि टाँगों को फैला लिया और उसकी चूत के गुलाबी होंठों को खोल अपना मोटा लन्ड मुंड उसपर टिका दिया और एक कस के धक्का दे मारा ...."आई....माँ.... मर गयी" गरिमा कि दर्द भरी चीख पूरे कमरे में गूँज गयी । उसकी आँखें बाहर को निकल आईं थीं ,कर्ण के अंदर का दानव शायद उसकी दर्द भरी चीख सुन कर शांत हो गया वो रुक गया ।
राहुल गरिमा की चूत चुदाई देख पाता इससे पहले कर्ण के फ़ोन की घंटी बजी उसने फ़ोन स्पीकर पर लगाया फोन पर कोई लड़की थी "भाई कँहा हो आप मेहता जी की लड़की का किडनैप हो गया है जल्दी आओ"
कर्ण-आता हूँ ।
इससे पहले राहुल कुछ समझ पाता कर्ण फिर से इंसानी रूप में आ चुका था । उसने जल्दी से गरिमा की चूत से अपना लन्ड बाहर निकाला और गरिमा के होंठो को चूमते हुए बोला सॉरी जान जाना होगा मुझे माफ़ कर देना । राहुल गरिमा के चेहरे पर उदासी साफ देख सकता था पर गरिमा ने कर्ण को रुकने के लिए नहीं कहा बल्कि वो चुपचाप अपने कपड़े लेकर बाथरूम में चली गयी । और उसके पीछे-2 कर्ण भी अपने कपड़े उठा कर बाथरूम में चला गया ।
उन दोनों के बाथरूम में चले जाने के बाद राहुल उनके कमरे से चुपचाप बाहर निकल आया और घर की तरफ भागा क्योंकि वो पहले ही काफी लेट हो चुका था ।
वो चुपके से घर में दाखिल हुआ और अपने तहखाने में घुस गया । उसकी आँखों में बिल्कुल नींद नहीं थी ,पिछले दो दिनों में इतना कुछ हुआ था जिस पर उसे विश्वास नहीं हो रहा था वो सोच रहा था कौन हूँ मैं, रमा के घर पर मेरे मां बाप ने क्यों छोड़ दिया , कौन हैं मेरे माँ बाप ऐसी बातें सोचकर वो परेशान सा होता जा रहा था । तभी रमा उसके तहखाने में दाखिल हुई और चुपचाप उसकी बगल में लेट गयी और उसके माथे को सहलाते हुए बोली -
रमा-क्या हुआ बेटा ? तनु या गरिमा ने कुछ कहा क्या ?
राहुल -नहीं माँ,
रमा-फिर क्या बात है ? उदास क्यों है मेरा भोंदू ? उसने एक हाथ राहुल के पाजामे के ऊपर से उसका लन्ड सहलाते हुए पूछा ।
राहुल-मां , मैं कौन हूँ मेरे माँ -बाप ने मुझे क्यों तुम्हारे घर के बाहर छोड़ दिया था ,कोई इतना बेरहम कैसे हो सकता है ।
रमा-तुम्हारे माँ बाप की कोई मजबूरी रही होगी ,और उन्होंने इस बात का पूरा ख्याल रखा था कि तुम्हें कोई तकलीफ न हो ,इसलिए जिस टोकरी में तुम मिले थे उसमें बहुत से पैसे भी थे उसी से तो इन्होंने दुकान और यह घर खरीदा था । बेटा उनकी कोई मजबूरी रही होगी । रमा ने राहुल को चूमते हुए कहा और अपनी मैक्सी ऊपर कर अपना मोटा मम्मा राहुल के होंठो के साथ लगा दिया ,पुराने 100 वाट वाले बल्ब की मद्धम रोशनी में राहुल रमा को पहली बार इतने पास से देख रहा था ,कितनी आकर्षक है बिल्कुल माधुरी राहुल ने मन में सोचा और उसका लन्ड एक झटके में पूरा तन गया ।
रमा(राहुल के लन्ड के तनाव को महसूस करती है और उसके बड़े हब्शी लन्ड को पाजामे की कैद से आज़ाद करते हुए पूछती है)-ऐसा क्या सोच लिया जो तुम्हारा लन्ड अचानक चूहे से अजगर बन गया ?
राहुल-माँ तुम्हारे मम्में कितने बड़े और सुंदर है और तुम बिल्कुल माधुरी सी दिखती हो कितनी सुंदर हो तुम ।
रमा(उसके मोटे लन्ड को अपनी चूत पर सेट करते हुए) -आज तो बडी बातें आ रही हैं मेरे भोंदू राजा को ,चल अब अपनी इस रंडी माँ की चूत में अपना मूसल लन्ड डाल दे ।
राहुल रमा को पीठ के बल लिटा देता है और खुद उसके ऊपर आ जाता है और अपने होंठों को रमा के होंठों पे रखते हुए एक जोरदार धक्का दे मरता है उसका लन्ड रमा की भीगी चूत के सब अवरोध तोड़ता हुआ हुआ उसके गर्भाशय से टकराता है दर्द की एक मीठी लहर रमा के बदन में दौड़ जाती है रमा अपनी बाजुओं से राहुल को जकड़ लेती है "कितना गर्म और मोटा लौड़ा है तेरा मेरी तो जान ही निकाल दी तूने" रमा राहुल के कान में फुसफुसाती है । "आपने ही तो डालने को कहा था" राहुल धक्के मारते हुए कहता है । "आह आह आह....रा...राह....राहुल बड़ा जालिम लन्ड है रे तेरा ....अपनी माँ को चोदते हुए उसके मम्में मसल उसे निचोड़ किसी रंडी की तरह चोद न मेरी चूत बडी प्यासी है....आह...आह....मां चोद..." रमा राहुल के जानदार धक्कों से मदहोश होते हुए कह रही थी । राहुल रमा को उसके मोटे मम्मों से पकड़ते हुए अपने धक्कों की रफ्तार को बढ़ा देता है और किसी मशीन की तरह रमा को चोदता जाता है ,रमा इतनी जानदार चुदाई से न जाने कितनी बार झड़ती है उसकी चूत तो जैसे पानी का झरना बन चुकी थी पर राहुल उसे बिना रुके पूरी रफ्तार चोदता ही जा रहा था ,उसके हर धक्के के साथ रमा का पूरा बदन थर्रा रहा था वो तो जैसे आज किसी अगल ही दुनिया में थी वो पागलों जैसे कभी राहुल को नोचती कभी ,चूमती कभी उसके बाल खींचती एक घण्टे की बेरहम चुदाई के बाद राहुल ने उसकी चूत में ही पानी छोड़ दिया और लन्ड को उसकी चूत में घुसाए हुए उसके ऊपर निढाल हो कर गिर गया और सो गया आखिर आज राहुल की यह चौथी चुदाई थी बेचारा उसी हालत में गहरी नींद में सो गया । रमा ने किसी तरह करवट ली और उसे अपने ऊपर से हटाया और अपने हाथों से खींचकर उसका लन्ड अपनी चूत से बाहर निकाला राहुल का सोया हुआ लन्ड भी कम से कम 6 इंच लम्बा और 2 इंच मोटा था और किसी साँप जैसा लग रहा था ,रमा ने चाटकर उसके लन्ड को साफ किया फिर राहुल को कपड़े पहनाए और अपनी नाइटी ठीक करके चुपचाप अपने कमरे में जाकर अपने नपुंसक पति की बगल में सो गई ।
दोस्तों आपको माँ बेटे की चुदाई कैसी लगी ज़रूर बताना ।
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