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Adultery Diwali ka Jua (with Pictures)
#7
अब सब कुछ क्लियर था उसके माइंड में, कैसे कब और क्या करना है, सब उसने सोच लिया था. 
अगले दिन निमेश तैयार होकर अरुण के पास पहुँच गया, सुबह का वक़्त था, अरुण अभी जिम से आया ही था, उसने संजना को बुलाकर कह दिया की आज से निमेश उसका ड्राइवर है,
संजना को निमेश बिल्कुल भी पसंद नही था, ख़ासकर कल जिस बेशर्मी से वो नहा रहा था, उसके बाद तो उसके काले कलूटे शरीर से उसे नफ़रत सी हो गयी थी..|

पर अपने पति के सामने उसकी एक नही चलती थी, एक तो मंत्री लोगो का रुतबा अलग ही होता है, ऐसे में उनकी बात को उसने एक नौकर के सामने मानने से इनकार कर दिया तो उसे पता था की अरुण कैसी-2 बातें सुनाएगा उसे.. इसलिए उसने बुझे मन से, मुस्कुराते हुए हाँ कर दी.

वो बोली : “ओक, आपने सोचा है तो ठीक ही होगा,…”

और फिर निमेश की तरफ मुँह करके बोली : “तुम गाड़ी निकालो, मुझे अभी जिम जाना है…मैं बस अभी आई..”

निमेश ओके मेमसाब् बोलता हुआ बाहर निकल गया, पर जाते-2 उसकी नज़रों ने संजना के गुदाज जिस्म को अच्छे से चोद डाला था.. नाइट सूट में, खासकर छोटी सी निक्कर में वो बड़ी ही सैक्सी लग रही थी.
[Image: 8191002_002_7490.jpg]
ये सब अरुण एक चेयर पर बैठा बड़ी बारीकी से देख रहा था, उसे पता था की इस वक़्त निमेश के मन में क्या चल रहा होगा, पर फिर भी अपनी हीरोइन जैसी बीवी को उसने इस भेड़िए के साथ जाने को राज़ी कर लिया था..

और वैसे भी उनके जाने के बाद अरुण के पास करीब 2 घंटे का टाइम था, जिसमे वो नम्रता के साथ कुछ मज़े ले सकता था, इसलिए वो उनके निकलने का इंतजार करने लगा.

कुछ ही देर में संजना तैयार होकर बाहर निकल गयी, अरुण ने उसे बाय कहा और अंदर आकर बैठ गया.

निमेश ने जब संजना को गाड़ी की तरफ आते हुए देखा तो वो एक पल के लिए तो पलकें झपकाना ही भूल गया, वो अपनी जिम वाली ड्रेस में, अपनी सैक्सी कमर मटकाती हुई उसकी तरफ ही आ रही थी.

एकदम टाइट ड्रेस होने की वजह से उसके शरीर का हर कट नज़र आ रहा था, खासकर संजना की निकली हुई गांड, उसके गुदाज और कर्वी बदन को देखकर निमेश का लंड एकदम से खड़ा हो गया, वो झट्ट से पलटकर गाड़ी में आ बैठा ताकि वो उसके खड़े लंड को ना देख पाए.

संजना ( अंदर बैठती हुई) : “जब मैं आऊं तो गाड़ी का दरवाजा खोला करो मेरे लिए , समझे ”

“जी मैमसाहब ”

मन ही मन वो अपनी इस नयी नौकरी के लिए नम्रता और अरुण साहब का धन्यवाद दे रहा था, जिसकी बदौलत उसे हर समय संजना मेडम के साथ रहने का मौका मिलेगा.

उसके मन में कई ख्याली पुलाव बनने शुरू हो गये थे, पर वो इस बात से अंजान था की उससे भी ज़्यादा पुलाव और प्लान तो अरुण बना चुका है, उसकी बीवी को चोदने के लिए.

अब देखना ये था की किसके प्लान पहले कारगार सिद्ध होंगे और किसकी बीवी पहले चुदेगी.

कार चलाते हुए निमेश बेक मिरर से बार-2 संजना मेडम को देख रहा था
वो जिस आडया से अपने बालो को बार-2 पीछे करके फोन पर बात कर रही थी, निमेश तो उसका दीवाना हो गया, उसकी नज़र ख़ासतोर से उसके पिंक कलर के होंठों पर थी, जो इतने मोटे थे की उन्हे चबाने मे कितना मज़ा आएगा, यही सोचकर उसका लंड अकड़े जा रहा था, बड़ी मुश्किल से वो कार चला पा रहा था क्योंकि बार-2 उसका हाथ अपने लंड को एडजस्ट करने में बिज़ी था.

जिम पहुँचकर , कार से दूर जाते हुए निमेश एक बार फिर से उसकी लचक रही गांड और कसी हुई जाँघे देखकर सम्मोहित सा हो गया…
उसने अपने लंड को मसलते हुए कसम खाई की अब कुछ भी हो जाए, वो उसकी गांड ज़रूर मारकर रहेगा.
[Image: 339923_06big.jpg]

गाड़ी को पार्किंग में लगाकर, अपनी संजना मेडम के बारे में सोचते-2 वो अपने लंड को रगड़ता रहा…
अचानक उसके मन में ना जाने क्या आया और वो उठकर पीछे वाली सीट पर जाकर बैठ गया…
ठीक उसी जगह जहाँ संजना बैठी थी…
उस जगह से निकल रही संजना की गांड की गर्मी को महसूस करके वो और उत्तेजित हो गया और उसने अपना लंड बाहर निकाल लिया..
हालाँकि दोपहर का समय था पर गाड़ी VIP थी इसलिए उसके काले शीशो से अंदर का कुछ भी देख पाना संभव नही था…
वो संजना के बारे में सोचता हुआ, उसे गंदी-2 गालियाँ देता हुआ, अपना लंड मसलने लगा..
”भेंन की लौड़ी …..तेरी माँ चोदूगा साली….कुतिया ……संजना …….. तेरी मोटी गांड में अपना लंड पेलुँगा साली……. अहह……. तेरे मोटे मुममे चूस्कर उन्हे सूजा दूँगा…….उम्म्म्म…….तेरे होंठों को चूस्कर सारा रस पियूँगा साली……उसमें अपना काला लंड डालकर सारा माल तेरी हलक में निकालूँगा……..”

और जो बाते वो बोल रहा था, उन्हे बंद आँखो से देख भी रहा था
और कुछ ही देर में वो भरभराकर झड़ने लगा…
[Image: 395733_18big.jpg]

निमेश को तो ऐसा एहसास हुआ जैसे उसका सारा माल संजना के खुले हुए मुँह के अंदर जा रहा है

जबकि वो जा रहा था उसकी मखमली सीट पर

एक के बाद एक कई पिचकारियाँ मारकर उसने अपने लंड का पानी सीट पर बिखेर दिया…
और उसे जब होश आया तो कार की सीट की हालत देखकर उसके तोते उड़ गये…
उसने जल्दी से अपना रुमाल निकालकर सीट सॉफ की, पर उसका गीलापन जल्दी जाना संभव नही था…

वो वापिस अपनी सीट पर आकर बैठ गया.

कुछ ही देर में संजना आती हुई दिखाई दी, जिम के बाद उसने अपने कपड़े चेंज कर लिए थे, क्योंकि अब उसे किट्टी पार्टी में जाना था..

निमेश तो उसके बदले हुए रूप को देखकर एक बार फिर से टकटकी लगाए उसे देखता रहा…
ऐसी सुंदरता की मूरत कम ही देखने को मिलती है.

निमेश फ़ौरन गाड़ी से बाहर निकला और उसने संजना के लिए कार का दरवाजा खोला..
इस बार उसकी मुस्तेदी देखकर संजना को अच्छा लगा..
वो अंदर घुसी और सीट पर बैठ गयी…
पर बैठते हुए उसका हाथ जब सीट पर लगा तो वहां कुछ गीलापन महसूस करके उसने तुरंत अपना हाथ वापिस खींच लिया…. इतनी देर में निमेश ने गाड़ी स्टार्ट की और चल दिया.

संजना ने गोर से उस जगह को देखा और सोचने लगी की शायद उसकी जिम वाली बॉटल से पानी गिरा होगा..
पर उसे ध्यान आया की आज तो वो बॉटल लाई ही नही थी… | फिर ये कैसा गीलापन है…. कार में आ रही हल्की महक से उसे कुछ शक सा हो रहा था…
उसने एक बार फिर अपना हाथ उस सीट पर रगड़ा और धीरे से उसे अपने नाक के पास लाकर सूँघा, और उसकी नाक में एक तेज महक आ टकराई…
और वो महक इतनी तेज थी की एक पल के लिए संजना का सिर ही घूम सा गया…
जैसे उसने कोई देसी दारू सूंघ ली हो…
एक नशा सा चढ़ गया उसके सिर और आँखो में.

और शादी के इतने सालो में वो ये बात तो समझ ही चुकी थी की ये महक किस चीज़ की है…
बस उसे इस बात का अंदाज़ा नही था की ये इतनी तेज भी हो सकती है….
उसके दिमाग ने उबलना शुरू कर दिया…
यानी ये निमेश उसकी कार की पिछली सीट पर बैठकर ये काम कर रहा था.

उसने वहां बैठकर मास्टरबेट किया और अपना पानी वहीं गिरा दिया….इसकी इतनी हिम्मत….उसका सारा शरीर गुस्से से काँप सा रहा था…
पर उस गुस्से के साथ-2 उसमे उत्तेजना भी थी…
जो ना जाने कब उसमें बुरी तरह से भर सी गयी थी…
शायद उसी पल से जब से उसने वो महक सूँघी थी…
ना चाहते हुए भी उसकी उत्तेजना ने उसके गुस्से को ओवेरटेक कर लिया और अब वो शांत लेकिन उत्तेजना से भरकर वहीं बैठी रही…

निमेश अपनी ही धुन में गाड़ी चला रहा था….हालाँकि वो बेक मिरर से संजना को भी ताड़ रहा था पर उसके अंदर चल रहे अंतर्द्वंद को वो नही देख पा रहा था.

और पिछली सीट पर बैठी संजना के हाथ एक बार फिर से उस गीली सीट की तरफ सरकने लगे…
और फिर ना जाने क्या आया उसके दिमाग़ में की उसने अपनी नर्म उंगलियों को उस जगह पर रगड़ना शुरू कर दिया…
जैसे वो उस सीट से सारा रस अपनी उंगलियों में समेट रही हो….
और फिर बाहर की तरफ देखते हुए उसने अपनी उन उंगलियों को अपने होंठो के पास रखा और फिर एकदम से उन्हे मुँह में डालकर चूस लिया….
एक अजीब सा तीखा स्वाद उसकी जीभ पर आ गया…
एक ऐसा स्वाद जो उसने पहली बार महसूस लिया था…
और वो शायद इसलिए की ऐसे बस्ती में रहने वाले का वीर्य उसने पहली बार टेस्ट किया था…
आज से पहले उसने सिर्फ़ अपने कॉलेज टाइम में अपने बाय्फ्रेंड का और उसके बाद शादी के बाद अपने पति का चूसा था…

पर अब ये टेस्ट करके उसे ऐसा फील हो र्हा था जैसे वो आज तक वो बिना मसाले की सब्जी खाती आ रही थी
असली तीखापन और महक तो इसमें थी…
कल भी उसने जब निमेश को नहाते हुए अपना लंड रगड़ते देखा था तो उसकी चूत में एक गीलापन आया था, पर अब जो हो रहा था उसके बाद तो उसकी चूत ने जो पानी निकाला था उससे नीचे की सीट तक गीली हो चुकी थी…
वो तो शुक्र था की उसने जो कपड़े पहने हुए थे उनमे गीलापन दिखाई नही देना था वरना कोई भी पीछे से देखकर बता सकता था की इस औरत की चूत रिस रही है.

कुछ ही देर में वो उस क्लब हाउस में पहुँच गये जहाँ पर किट्टी पार्टी थी….
पर संजना अपनी ही दुनिया में खोई हुई अपनी एक उंगली को मुँह में डाले चूस रही थी.

निमेश कार से उतरा और उसने दरवाजा खोलकर कहा : “मेडम…मेडम…हम पहुँच गये हैं….”

तब जाकर संजना को होश आया… उसने अपना हुलिया ठीक किया और अंदर चल दी… पर जाते -2 उसे ये एहसास भी हो गया था की वो जहाँ बैठी थी वो जघा गीली हो चुकी है… और अगर निमेश एक बार फिर से पिछली सीट पर जाकर बैठा तो उसे ये पता चलते देर नही लगेगी की वो सीट उसकी चूत के रस की वजह से गीली हुई है… इसलिए वो चलते-2 वापिस पलटी और निमेश से बोली : “सुनो….तुम भी मेरे साथ अंदर चलो..कुछ खा लेना”

अब भला निमेश कैसे मना करता… उसने गाड़ी पार्किंग में लगाई और संजना के साथ अंदर पहुँच गया.

आज निमेश का दिल कह रहा था की उसके साथ कुछ अच्छा होने वाला है

अंदर जाकर संजना ने निमेश को एक कोने में टेबल पर बिठा दिया और खुद अपनी फ्रेंड्स के पास पहुँचकर उनके साथ बातें करने लगी.

संजना ने निमेश की टेबल पर भी कुछ खाने का समान भिजवा दिया, और वो खुद अपनी फ्रेंड्स के साथ बैठकर खाने-पीने में बिजी हो गयी
कुछ देर तक बाते करते हुए, स्नेक्स खाते हुए 1 घंटा ऐसे ही बीत गया…और फिर शुरू हुआ टेबल पर ताश के पत्तो का खेल… जो हर बार खेला जाता था.

निमेश ने जब दूर बैठकर देखा की ताश की गड्डी निकल आई है तो उसकी आँखो की चमक बड़ गयी…
वो तो रोज का खेलने वाला था और ऐसे मे ताश की गड्डी का खेल चले तो अपने आप इंटेरेस्ट बड़ ही जाता है.

सभी लेडीज़ 4 – 4 के ग्रुप में ताश खेलने लगी….पर निमेश का ध्यान तो संजना मेडम वाले ग्रुप पर था
शुरू में संजना ने रम्मी खेली….
फिर सीप का खेल खेला….जो अक्सर औरतें खेलती रहती है….
और हर गेम में पैसे भी लग रहे थे..यानी प्रॉपर जुआ चल रहा था टेबल पर…
निमेश ने आजतक औरतों को जुआ खेलते हुए नही देखा था…
और वो भी इतनी हाइ सोसायटी की…इसलिए वो टकटकी लगाए उनका खेल देखता रहा…

कुछ देर में संजना और उसके ग्रुप वाले 3 पत्ती खेलने लगे..

ये देखकर निमेश और भी खुश हुआ… क्योंकि इस खेल में तो वो उस्ताद था.

वो आराम बैठकर अपनी मेडम का खेल देखने लगा..
और पहली गेम में ही उसे पता चल गया की उनमे से कोई भी मंझा हुआ खिलाड़ी नही है.

हालाँकि वो बड़ी-2 ब्लाइंड और चालें चल रहे थे, पर दिमाग़ लगाकर कोई भी नही खेल रहा था…
एक बार में ही 10 हज़ार की टेबल हो रही थी…
जो निमेश के लिए काफ़ी ज़्यादा थी…
पर उन अमीर औरतों के लिए शायद ये नॉर्मल था.

संजना इस वक़्त अपनी सबसे बड़ी प्रतिद्वंदी आरती चोपड़ा के साथ खेल रही थी, और सभी को पता था की दोनो में से कोई भी झुकने को तैयार नही होता.. आरती के पति पहले CM रह चुके थे और आज की डेट में संजना के पति मंत्री थे….
इसलिए दोनो में से कोई भी अपने आप को कम नही समझता था.

पर संजना के खेलने का तरीका ही ऐसा था की वो 10 मिनट में करीब 30 हज़ार रुपय हार गयी…
हालाँकि 2-3 गेम्स जीती भी थी उसने पर ज़्यादातर हार रही थी वो |

आरती अपनी सहेलियों से घिरी, अपने पत्तो के दम से हर बार जीत के बाद खुल कर हँसती…उसकी सहेलियाँ तालियाँ बजाती जो संजना के दिल पर करारे थप्पड़ की तरह पड़ती.

संजना के चेहरे से उसका गुस्सा सॉफ दिख रहा था…
उसे पैसे हारने का गम नही था, उसे गम था तो सिर्फ़ ये की वो गेम हार रही थी और वो भी अपनी सबसे बड़ी दुश्मन मिसेज चोपड़ा से…जो वो हरगिज़ नही चाहती थी.

अगली गेम जब शुरू हुई तो दोनो ने 1-1 हज़ार की ब्लाइंड चलने के बाद आरती ने अपने पत्ते उठाए और देखते के साथ ही चाल चल दी…उसके चेहरे पर फिर से एक मुस्कान आ गयी , यानी उसके पास अच्छे पत्ते आये थे

सामने से चाल आती देखकर जैसे ही संजना ने पत्ते उठाने चाहे, पीछे से निमेश की आवाज़ आई : “मेडम…आप पत्ते मत देखो…ब्लाइंड चलो…”

आवाज़ सुनते ही संजना चोंक गयी…
पीछे मुड़कर देखा तो निमेश उसके ठीक पीछे खड़ा था…
एक पल के लिए तो वो डर सी गयी…
पर फिर सामान्य होकर उसने आरती की तरफ देखा… वो बोली : “इट्स ओके .. तुम अपने ड्राइवर की हेल्प ले सकती हो…. क्या पता तुम कुछ पैसे जीत जाओ…”
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Messages In This Thread
Diwali ka Jua (with Pictures) - by badmaster122 - 04-11-2019, 04:48 PM
RE: Diwali ka Jua (with Pictures) - by badmaster122 - 05-11-2019, 12:18 PM
RE: Diwali ka Jua (with Pictures) - by Rohit - 05-11-2019, 03:02 PM
RE: Diwali ka Jua (with Pictures) - by Bregs - 05-11-2019, 09:00 PM
RE: Diwali ka Jua (with Pictures) - by nidhi96 - 06-11-2019, 07:40 PM
RE: Diwali ka Jua (with Pictures) - by Hot Ass - 06-11-2019, 09:04 PM
RE: Diwali ka Jua (with Pictures) - by nidhi96 - 10-11-2019, 10:00 AM
RE: Diwali ka Jua (with Pictures) - by Pussyfan - 08-11-2019, 06:09 PM
RE: Diwali ka Jua (with Pictures) - by Pussyfan - 09-11-2019, 12:46 PM
RE: Diwali ka Jua (with Pictures) - by Johnyfun - 11-11-2019, 12:08 PM
RE: Diwali ka Jua (with Pictures) - by RamjiLal - 12-11-2019, 08:42 PM
RE: Diwali ka Jua (with Pictures) - by Bregs - 13-11-2019, 12:22 AM
RE: Diwali ka Jua (with Pictures) - by Introvert - 13-11-2019, 03:44 PM
RE: Diwali ka Jua (with Pictures) - by Apple Pie - 13-11-2019, 06:19 PM
RE: Diwali ka Jua (with Pictures) - by shan123 - 13-11-2019, 06:22 PM
RE: Diwali ka Jua (with Pictures) - by Bregs - 13-11-2019, 07:15 PM
RE: Diwali ka Jua (with Pictures) - by Mafiadon - 13-11-2019, 07:48 PM
RE: Diwali ka Jua (with Pictures) - by Rumana - 14-11-2019, 09:41 AM
RE: Diwali ka Jua (with Pictures) - by Rajun - 14-11-2019, 02:01 PM
RE: Diwali ka Jua (with Pictures) - by RamjiLal - 15-11-2019, 02:41 PM
RE: Diwali ka Jua (with Pictures) - by jaunpur - 15-11-2019, 03:12 PM
RE: Diwali ka Jua (with Pictures) - by RamjiLal - 15-11-2019, 05:25 PM
RE: Diwali ka Jua (with Pictures) - by nidhi96 - 24-12-2019, 02:29 AM
RE: Diwali ka Jua (with Pictures) - by nidhi96 - 24-12-2019, 02:32 AM
RE: Diwali ka Jua (with Pictures) - by parag197 - 25-11-2019, 01:33 AM
RE: Diwali ka Jua (with Pictures) - by Sheri34d - 26-11-2019, 12:01 PM



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