20-01-2019, 08:19 AM
खाना विद अ डिफरेंस
ट वाज 'डिफरेंट'।
मुंह खोल , मुन्ना ,
और पहला कौर मैंने अपने हाथ से खिलाया। उनकी टेस्ट बड्स ने जैसे विद्रोह कर दिया हो , चेहरा एकदम गिनगिना गया।
[i]लेकिन तुरंत मेरे होंठ 'ऐक्शन ' में आ गए और न सिर्फ उनके होंठो का खूब रसीला एक चुम्मा लिया ,उनके सर को दोनों हाथों से पकड़ के , कचकचा कर , बल्कि जीभ भी उनके मुंह में ठेल दी और जो कौर अभी भी उनके मुंह में अटका था उसे सीधे पूरी तरह अंदर ठेल के ही उसने दम लिया। [/i]
[i]अगला कौर भी खिलाया मेरे होंठों ने , खूब कुचा कुचाया , मेरे मुख रस से लिथड़ा।
[/i]
और मुझे कोहबर याद अाया जब तीन चार घंटे तक एक छोटी सी सुपाड़ी को एक छोटे से पान में रख कर मेरे मुंह में रखवाया गया था और फिर उसे एक दूसरे पान में रखकर , मेरे कूचे कुचाये पान को उन्हें ,…
" गुड ब्वॉय अच्छा लग रहा है न , " मैंने गाल पे चूमते पुछा और फिर अगला कौर ,
साथ में मेरा बायां हाथ पाजामे के ऊपर से 'उसे ' सहला रहा था , दबा रहा था।
कुछ ही देर में ' वो ' कुनमुनाने' लगा , जोर जोर से।
मेरा हाथ पाजामे के अंदर था और एक झटके में खीच कर चमड़ा खोल दिया , सुपाड़ा बाहर।
[i][i]" लगता है फिर उस छिनाल ननद के कच्चे टिकोरे याद आ रहे हैं , चल कोई बात नहीं अबकी तुझे टिकोरों का भी स्वाद चखाउंगी , बस आने दो मौका। "[/i][/i]
[i][i]मैंने जोर से दबाया और एक बूँद , प्री कम की निकल के सुपाड़े पे।
[/i][/i]
मैंने अंगूठे से उसे समेटा और सीधे अपने गरम गरम होंठों होंठों पे ,
और उसके बाद , मेरे होंठ सीधे उनके होंठ पे।
उनका प्री कम ,… डेजर्ट की तरह।
' अरे सिर्फ कच्चे टिकोरे ही नहीं सब कुछ दिलवाऊँगी उसका बहुत तड़पाया है उसने मेरे मुन्ने को न " मैंने फिर बोला।
कभी मेरे हाथ से कौर उनके मुंह में जा रहा था और कभी होंठों से।
साथ में ढेर सारे फोटोग्राफ्स , और कई सेल्फी भी हम दोनों की।
भला हो स्मार्ट फोन वालों का।
[i][i]उनके चेहरे का क्लोज अप ,चमकती दमकती बड़ी बड़ी लाल बिंदी ,मैं उन्हें 'क्या खिला ' रही थी , प्लेट्स में ‘क्या क्या’ था। एक छोटा सा वीडियो भी। [/i][/i]
ट वाज 'डिफरेंट'।
मुंह खोल , मुन्ना ,
और पहला कौर मैंने अपने हाथ से खिलाया। उनकी टेस्ट बड्स ने जैसे विद्रोह कर दिया हो , चेहरा एकदम गिनगिना गया।
[i]लेकिन तुरंत मेरे होंठ 'ऐक्शन ' में आ गए और न सिर्फ उनके होंठो का खूब रसीला एक चुम्मा लिया ,उनके सर को दोनों हाथों से पकड़ के , कचकचा कर , बल्कि जीभ भी उनके मुंह में ठेल दी और जो कौर अभी भी उनके मुंह में अटका था उसे सीधे पूरी तरह अंदर ठेल के ही उसने दम लिया। [/i]
[i]अगला कौर भी खिलाया मेरे होंठों ने , खूब कुचा कुचाया , मेरे मुख रस से लिथड़ा।
[/i]
और मुझे कोहबर याद अाया जब तीन चार घंटे तक एक छोटी सी सुपाड़ी को एक छोटे से पान में रख कर मेरे मुंह में रखवाया गया था और फिर उसे एक दूसरे पान में रखकर , मेरे कूचे कुचाये पान को उन्हें ,…
" गुड ब्वॉय अच्छा लग रहा है न , " मैंने गाल पे चूमते पुछा और फिर अगला कौर ,
साथ में मेरा बायां हाथ पाजामे के ऊपर से 'उसे ' सहला रहा था , दबा रहा था।
कुछ ही देर में ' वो ' कुनमुनाने' लगा , जोर जोर से।
मेरा हाथ पाजामे के अंदर था और एक झटके में खीच कर चमड़ा खोल दिया , सुपाड़ा बाहर।
[i][i]" लगता है फिर उस छिनाल ननद के कच्चे टिकोरे याद आ रहे हैं , चल कोई बात नहीं अबकी तुझे टिकोरों का भी स्वाद चखाउंगी , बस आने दो मौका। "[/i][/i]
[i][i]मैंने जोर से दबाया और एक बूँद , प्री कम की निकल के सुपाड़े पे।
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मैंने अंगूठे से उसे समेटा और सीधे अपने गरम गरम होंठों होंठों पे ,
और उसके बाद , मेरे होंठ सीधे उनके होंठ पे।
उनका प्री कम ,… डेजर्ट की तरह।
' अरे सिर्फ कच्चे टिकोरे ही नहीं सब कुछ दिलवाऊँगी उसका बहुत तड़पाया है उसने मेरे मुन्ने को न " मैंने फिर बोला।
कभी मेरे हाथ से कौर उनके मुंह में जा रहा था और कभी होंठों से।
साथ में ढेर सारे फोटोग्राफ्स , और कई सेल्फी भी हम दोनों की।
भला हो स्मार्ट फोन वालों का।
[i][i]उनके चेहरे का क्लोज अप ,चमकती दमकती बड़ी बड़ी लाल बिंदी ,मैं उन्हें 'क्या खिला ' रही थी , प्लेट्स में ‘क्या क्या’ था। एक छोटा सा वीडियो भी। [/i][/i]