01-11-2019, 01:08 AM
महल वाकई में बहुत बड़ा था , मैं और शबनम उस बुड्ढे के पीछे चलते चलते महल के गलियारों से बने हुये बागीचे में पहुचे , जहाँ पर रानी साहिबा बैठी हुयी थी । आज के समय में भी उन्होने अपनी रजवाडों जैसी शान बरकरार रखी थी ।
शबनम ने झुक कर सलामी दी तो मैने भी उनको अभिवादन किया । उन्होनें मूझे बैठने का इशारा किया तो मैं उनके सामने पड़ी हुयी बांस की कुर्सी पर बैठ गया ।
"हमने तुमको एक बहुत खास काम से बुलाया है ।" कह कर वो उठी और मूझे अपने पीछे आने का इशारा किया
मैं और शबनम उनके पीछे हो लिये , अब हम महल के ऊपरी हिस्से में जा रहे थे ।
वो एक बहुत बड़ा कमरा था , बिस्तर के बीचोंबीच कोई एक चादर ओढ़ कर लेता हुआ था ।
रानी साहिबा ने चादर खींच दिया , उफ्फ क्या गुलाबी रंग मानो दूध में मिलाया हो ।
पर बिस्तर पर से जैसे ही चादर हटा, एक दुर्गन्ध पूरे कमरे में फैल गयी । उस लड़की के सारे कपड़े मल मूत्र से सने हुये थे ।
" इसकी सफाई करो , और नहला कर नीचे लाओ । " रानी साहिबा की आवाज में गुस्सा और दर्द एक साथ महसूस किया मैने ।
वो तेजी से वहाँ से निकली और हम भी उनके पीछे हो लिये ।
नीचे दरबान ए खास में तब तक हमारे खाने पीने का बंदोबस्त हो चुका था पर मेरी अब सारी इक्षा मर गयी थी ।
जारी है ....
शबनम ने झुक कर सलामी दी तो मैने भी उनको अभिवादन किया । उन्होनें मूझे बैठने का इशारा किया तो मैं उनके सामने पड़ी हुयी बांस की कुर्सी पर बैठ गया ।
"हमने तुमको एक बहुत खास काम से बुलाया है ।" कह कर वो उठी और मूझे अपने पीछे आने का इशारा किया
मैं और शबनम उनके पीछे हो लिये , अब हम महल के ऊपरी हिस्से में जा रहे थे ।
वो एक बहुत बड़ा कमरा था , बिस्तर के बीचोंबीच कोई एक चादर ओढ़ कर लेता हुआ था ।
रानी साहिबा ने चादर खींच दिया , उफ्फ क्या गुलाबी रंग मानो दूध में मिलाया हो ।
पर बिस्तर पर से जैसे ही चादर हटा, एक दुर्गन्ध पूरे कमरे में फैल गयी । उस लड़की के सारे कपड़े मल मूत्र से सने हुये थे ।
" इसकी सफाई करो , और नहला कर नीचे लाओ । " रानी साहिबा की आवाज में गुस्सा और दर्द एक साथ महसूस किया मैने ।
वो तेजी से वहाँ से निकली और हम भी उनके पीछे हो लिये ।
नीचे दरबान ए खास में तब तक हमारे खाने पीने का बंदोबस्त हो चुका था पर मेरी अब सारी इक्षा मर गयी थी ।
जारी है ....