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Misc. Erotica रेशमा - मेरी पड़ोसन
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Sorry Friends
Mera lappy khrab ho gya tha esliye update nahi dd pa rha tha .
Aaj rat me update dunga
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Update 45


रेशमा मुझे प्यार करती है बस बताती नही थी
पर अभी तो हाँ कर दिया
रेशमा के हाँ करते ही मैं हवा मे उड़ रहा था
क्या करूँ क्या ना करूँ
ये करूँ कि वो करूँ , इस वजह से कुछ नही कर पा रहा था
रेशमा ने अपना इरादा क्यूँ बदल दिया ये जानना था
मैं ने रेशमा को बाहों मे लिया तो रेशमा ने हम दोनो के उपर ब्लंकेट ले लिया
रेशमा- क्या हुआ ,
अवी-तुम्हारे हाँ करने की बात हजम नही हो रही है
रेशमा- ये सच है , मुझे भी तुमसे प्यार हुआ है
अवी-वो ठीक है पर तुम्हारे हाँ करते ही ये करूँगा वो करूँगा सोचा था पर एग्ज़ाइट मे कुछ नही कर
पा रहा हूँ
रेशमा- अब तो मैं तुम्हारी हूँ , इतनी जल्दबाज़ी क्यूँ
अवी-कुछ देर बात करते है फिर तुम्हें प्यार करना सीखूंगा
रेशमा- क्या पूछना चाहते हो
अवी-तुम.बाल्कनी से आई हो
रेशमा- हाँ
अवी-सिर्फ़ साड़ी मे , ऐसा क्यूँ
रेशमा- ये तुम्हारी दी हुई है तो इसी मे तुम्हारी होना चाहती थी , तुम और भी कुछ देते तो वो पहन
कर आती पर सिर्फ़ साड़ी थी तो वही पहन कर आ गयी
अवी-तुम इस साड़ी मे हॉट सेक्सी खूबसूरत , क्या कहूँ अप्सरा लग रही हो
रेशमा- थॅंक्स , पर तुम.बिना कपड़ो के क्यूँ हो
अवी-तुम्हें याद कर रहा था , और मैं अकेला रहता हूँ तो ऐसे रहता हूँ
रेशमा- अच्छी आदत है
अवी-तुम भी अब यही आदत डाल दो
रेशमा- तुम्हारी कोई बात को अब मना नही करूँगी
अवी-ये हुई ना बात,, पर क्या मैं जान सकता हूँ तुमने इतनी जल्दी इरादा कैसे बदल दिया
रेशमा- तुम कितने सच्चे हो ये समझ गयी
अवी-ठीक से बताओ
रेशमा- तुम्हारी जगह कोई और होता तो मेरा फ़ायदा उठा लेता पर तुमने सच बताया , और मैं ऐसे
तुम्हें दूसरो के साथ कंपेर करूँगी ये भी बताया , तुम बहुत अजीब हो , तुम्हारी यही बात मुझे
अच्छी लगी थी
अवी-और
रेशमा- तुम्हारी हर बात अच्छी लगती है , तुम मुझे प्यार भी करते हो और मेरा ख़याल भी रखते हो ,
इतना तो मेरा हज़्बेंड भी नही करता
अवी-और
रेशमा- तुम.मेरे हज़्बेंड ना होकर सारे काम हज़्बेंड वाले कर रहे थे , मुझे शादी के बाद जो
ख़ुसीया मेरे हज़्बेंड ने नही दी वो तुमने दी
तुम्हारी जितनी तारीफ करू उतनी कम है
तुम्हारे प्यार करने का तरीका भी अलग था
तुम जब मुझसे दूर गये तो मैं बस तुम्हारे बारे में सोचती रह गयी
अवी-मैं भी , देखा नही उस दिन लिफ्ट मे क्या किया था
रेशमा- मैं भी वही करने वाली थी तुम्हें देख कर पर शादी और समझ मुझे रोक रही थी
अवी-और अब
रेशमा- आज तो मेरे हज़्बेंड को भी ये याद नही रहा कि मेरा बर्तडे है पर तुमने मेरे
बर्तडे मनाया गिफ्ट दिया , मेरे लिए आज कितने तड़फ़े ये देखा , तुम्हारे प्यार को फील किया , तुम वहाँ
आए मुझे ढूँढते हुए जहाँ के बारे में मेरी परछाई को भी पता नही था
तुमने प्यार करके जो ख़ुसी दी वो ख़ुसी सोने नही दे रही थी
तुम्हारी जगह कोई और होता तो एक बार किया तो बार बार करने की धमकी देता
पर तुम तो दोस्त बना कर लिमिट मे रहे
तुमने मुझे हर सिचुशन के पीछे की रिलिटी दिखाई
कॉकरोच की वजह से क्या कर सकते थे तुम फिर भी कुछ नही किया
मैं तुम्हें रोक भी नही पाती
पर तुम दोस्त बन कर ही रहे
मैं बस अब ये चाहती हूँ कि मेरे अपार्टमेंट मे रखी हुई शेम्पियन की बॉटल ख़तम हो जाए
मेरा प्रेमी उस बॉटल को मेरे साथ सेलेब्रेट करे
क्या तुम मेरी प्रेमी बनोगे
हर जनम मे
अवी-अगले जनम मे तुम्हारा हज़्बेंड बनूंगा
रेशमा- तो इस जनम मे मुझे प्यार ही प्यार करो
अवी-अब हम मिया बीवी जैसे ही रहेंगे
रेशमा- मैं सारी शर्म छोड़ कर आई हूँ
अवी-तुम बेफिकर रहो , आज के बाद शरम क्या होती है वो भूल जाओगी सिर्फ़ याद रखोगी मेरा प्यार
रेशमा- तुम बस कह रहे हो
अवी-मेरी प्यारी रेशमा डार्लिंग तुम्हें मेरा प्यार भी दिखाता हूँ , सुहागरात तो हो गयी हमारी अब उसी
सुहागरात को कंटिन्यू करता हूँ
रेशमा- क्या मतलब
अवी-तुम्हारी सेक्सी गंद का उद्घाटन भी करूँगा आज

रेशमा- कितने गंदे बोलते हो
अवी-तुम बताओ क्या कहूँ उसको
रेशमा- जो कहना वो कहो , जो करना है वो करो मैं तुम्हारी ही हूँ
फिर क्या था
मैं फिर से रेशमा के साथ सुहागरात मानने लगा !
रेशमा के साथ सुहागरात मनाने को मैं तैयार था
मैं रेशमा को फिर से प्यार करने को बेताब था
और अब तो इतने जल्दी मौका भी मिल गया
आज तो रेशमा की गुलाबी पिंकी को मैं अपने लंड से लाल कर दूँगा.
रेशमा के साथ कबड्डी खेलने का समय आ गया था.
थोड़ी देर हम ऐसे एक दूसरे के बदन की गर्मी को फील करने लगे.
और रेशमा का मुँह मैं ने बंद कर दिया.
रेशमा के रेड होंठो से मेरे होंठ मिल गये. और इसकी के साथ हमारे प्यार करना शुरू हो गया.
मैं ने रेशमा को अपने साथ प्यार करने को तैयार कर लिया.
रेशमा जैसी खूबसूरत औरत का साथ मिले बेड पे तो जो मज़ा आएगा प्यार करने मे उसको
इमॅजिन भी नही कर सकते
पार्टनर अगर दिल से प्यार करने वाला मिल जाए तो बेड टूट जाते है.
पार्टनर जानवर बन कर प्यार करे तो कपड़े फट जाते है.
और मैं जानवर बन गया तो चूत और गंद फट जाती है.
अब देखना है रेशमा मेरा कितना साथ देती है.
अभी तो रेशमा के होंठो से स्टार्ट किया है. बहुत लंबा सफ़र तय करना है.
रेशमा के मुँह के बाद चूत फिर गंद का नंबर आएगा. पर पहले मुँह तो मीठा कर दूं
रेशमा के होंठो मे काफ़ी रस जमा हो गया था. अगर यहाँ ये हाल है तो नीचे क्या होगा.
आज तो मेरी किस्मत खुल गयी है.
रेशमा मेरी हो गयी
मैं रेशमा के दोनो होंठो को बारी बारी चूसने लगा.
रेशमा भी मुझे किस करते हुए मेरा साथ दे रही थी.
इस किस को और मज़ेदार बनाने के लिए मैं ने किस करना बंद किया.और ब्लंकेट की निकाल कर फेक
दिया
रेशमा मेरे शरीर को देख कर अपने हाथ अपने बदन पर घुमाने लगी.रेशमा साड़ी मे थी तो
मैं नंगा था
रेशमा मेरे लंड की सुंदरता की कल्पना करने लगी.
मैं ने अपने लंड पर हाथ लगा कर रेशमा को दिखाया.
रेशमा ने मेरी तरफ उंगली दिखा कर अपनी तरफ आने को कहा.
मेरे उसके पास आते ही उसने लंड को पकड़ लिया.और लंड की ताक़त हार्डनेस को फील कर खुश हो गयी.
उसकी खुशी को जानने के लिए मैं उसके उपर आकर किस करने लगा.और उसकी साड़ी निकाल दी
अब तो किस करने मे डबल मज़ा आ रहा था .एक तो हम नंगे थे जिस से एक दूसरे के बदन को
रगड़ने से मज़ा आ रहा था. और रेशमा मेरे लंड की ताक़त और बढ़ाने के लिए मुझे जोश के साथ
किस कर रही थी.
मैं भी रेशमा के प्यारे होंठो को जिसने मेरी इतनी तारीफ की है उसको चूसने लगा.
रेशमा को मेरे साथ प्यार करने से अच्छा लग रहा था.
रेशमा को प्यार वाला सेक्स चाहिए जिसमे पार्टनर की खुशी का ध्यान रखा जाए.
रेशमा इसी लिए अपने दिल से मुझे किस कर रही थी.
रेशमा को मेरे बारे में सब अच्छा लग रहा था. उसे उम्मीद थी कि आज उसे बहुत प्यार मिलेगा.
रेशमा की ऐसी चुदाई करूँगा कि उसे मुझसे जो चाहिए वो मिल जाए. अब तक उसने अपने हज़्बेंड से
उम्मीद लगाई हुई थी पर वो उम्मीद पूरी नही हुई. पर मैं रेशमा को उसकी खुशी लौटाने की पूरी
कोशिस करूँगा.
रेशमा के नशीले होंठो का नशा मैं पीने लगा.ताकि मैं अपने लंड को एक्सट्रा एनर्जी दे सकूँ.
इस नशे को मैं वापस रेशमा को पिलाने लगा. अपनी जीभ रेशमा के मुँह मे डाल कर.
रेशमा खुद के होंठो का नशा पीने से और नशीली हो गयी. नागिन से ज़्यादा नशा रेशमा मे था.
मैं रेशमा को ऐसा प्यार करना चाहता था कि वो इस पल को हमेशा याद रखे
हम किस करने मे पूरी तरह से खो गये थे.
ऐसे खो गये कि हम किस करते हुए एक दूसरे के होंठो को काटने लगे.
काटने के दर्द से हमारा जोश बढ़ कर किस को वाइल्ड बना रहा था.
क्या किस था हमारा, उसके नाख़ून मेरी पीठ मे चुभ रहे थे. तो मैं उसके रेशमी बालो को
बिखरा रहा था.

किस करने मे जिस तरह रेशमा साथ दे रही थी उस से चुदाई करने मे मज़ा आने वाला था.
रेशमा ने मेरे नीचे होंठ को ज़्यादा चूसा था .और मैं ने तो एक बार रेशमा के दोनो होंठो के
अपने होंठो के बीच मे लिया था.
किस करने की एक लिमिट थी हम ने वो लिमिट भी पार कर ली.
लेकिन हमे किस को रोकना था.हमे सास लेने की ज़रूरत थी.मैं बिनारेशमा को प्यार किए मरना
नही चाहता था
रेशमा और मैं एक दूसरे के तरफ देख कर हाँफने लगे.
रेशमा ने मुझे ऐसे देखते हुए अपनी आँखे बंद की.
और अपने रेशमी बालो से अपने चेहरे को छुपाने लगी .
रेशमा को उसका नाम सूट करता है.उसके रेशमी बालो पर उसका नाम बदल कर रेशमा रखा
होगा ऐसा लग रहा था.
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शानदार!
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NICE KEEP IT UP
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Thanks for reading and support
Stay with us...
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Awaiting
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Awaiting!?
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Update 46



मैं उसी पोज़िशन मे रेशमा की चूत मारता रहा .
पानी निकलने से रेशमा ठंडी पड़ गयी थी और फिर से धक्के खाने से फिर जोश मे आ गयी.
रेशमा के जोश मे आते ही मैं ने लंड बाहर निकाल लिया और बेड पर लेट गया.



रेशमा-क्या हुआ
अवी-मेरे उपर आ जाओ
रेशमा मेरे लंड पर अपनी चूत रख कर बैठ गयी.

इस तरह प्यार करना रेशमा के लिए नया था
वो मेरे साथ प्यार खुल कर करना चाहती थी
और मस्ती करते हुए लंड पर उछलने लगी.
मैं भी नीचे से धक्के मार रहा था .जिस से रेशमा को ज़्यादा मज़ा आ रहा था.
मज़ा जितना ज़्यादा आएगा चूत से पानी भी ज़्यादा निकलेगा.
रेशमा मेरे लंड पर उछलते उछलते झड गयी .और मेरे लंड पर बैठ गयी
पर रेशमा आज रुकने वाली नही थी
रेशमा मेरे उपर से उठ गयी और घोड़ी बन गयी.




मैं रेशमा के पीछे आ गया. और एक झटके मे लंड अंदर डाल दिया.



एक झटके मे दूसरी पोज़िशन मे ,रेशमा की एक चीख निकल गयी.
मैं अपने काम मे लगा हुआ था.
घोड़ी बनाकर चुदाई करने मे ,धक्के मारने मे ज़्यादा मज़ा आता था.
घोड़ी बनाकर हर धक्का जोरदार लगने लगता था.



हर धक्के के साथ चुतड़ों से छपक की आवाज़ ,चूत मारने का मज़ा और बढ़ा देता.
मैं और रेशमा इस लंबी चुदाई को पूरी तरह से एंजाय कर रहे थे.
मैं ने कुछ धक्के इतने जोरदार मारे कि रेशमा को लगा होगा कि मेरा पानी निकल रहा होगा.



मेरे धक्के इतने जोरदार थे कि ,और रेशमा भी झड गयी.और बेड पर गिर गयी. मैं भी रेशमा के
साथ उनके उपर गिर गया.
रेशमा को हर पोज़िशन मे प्यार करना चाहता था
उसको घर के हर एक कौने मे ले जाके प्यार करना चाहता था
मैं ने लंड बाहर निकाला. रेशमा पलट गयी. और मैं ने लंड को वापस चूत मे डाला.
रेशमा ने अपना पानी मेरे लंड को पिला दिया
इस के बाद तो जैसे हमारे प्यार का सिलसिला चलता गया


अभी तो चूत को प्यार किया है
गंद को भी मेरा लंड प्यार करने के मूड मे था
रेशमा तो बाथरूम मे जाकर फ्रेश हो गयी
पर जब आई तो सीधे मेरे लंड पर हमला बोल दिया
क्यूँ कि अब उसकी बारी थी मुझे प्यार करने की
अवी-अब तुम्हारी बारी है
रेशमा-तुम्हारा जवाब नही, मैं तुम्हें निराश नही करूँगी.
मैं खड़ा हो गया और रेशमा ने मेरे सामने घुटनो के बल बैठ कर मेरे लंड को हाथ मे ले
लिया.
मेरे लंड को देख कर रेशमा की आँखो मे हल्की चमक आ गयी.
वैसे उसके हज़्बेंड के और मेरे लंड मे बहुत फरक था


लेकिन देखने मे मेरा लंड सबको पसंद आ जाए ऐसा था
रेशमा मुझे ना नही कहेगी ये उसने कहा था इस लिए वो मेरा लंड चूसने को तैयार हुई.
वरना उसने अपने हज़्बेंड का लंड चूसा नही होगा
और रेशमा को देख कर मेरा लंड अपने विकराल रूप मे आ गया था.
सब रेशमा के हाथ मे था जिस से उसने लंड फुदकने लगा
मेरा लंड रेशमा के मुँह के सामने आ गया. ऐसा आया कि जैसे रेशमा के सामने कोई स्नेक
आया हो.
रेशमा ने मेरे लंड को एक बार देखा और मेरी तरफ देख कर स्माइल की.
उसकी स्माइल बता रही थी कि उसे इसी की तलाश थी.
और मेरे लंड को पसंद करने के एक्सपेस्षन दिए .अपने हज़्बेंड के काले लंड के सामने मेरा
लंड रेशमा को पसंद आया.
रेशमा कुछ देर लंड को देखती रही .क्यूँ कि ये आज से उसका होगा
रेशमा ने लंड की एक फोटो अपने दिल मे छुपा कर रख दी.
और रेशमा ने लंड के टोपे पे किस किया और मेरे तरफ देख कर अपनी आँखो की चमक दिखाने
लगी.
मैं ने रेशमा को आगे बढ़ने को कहा.
रेशमा ने लंड पे जीभ से टच किया,रेशमा की जीभ के टच से मेरे मुँह से आह निकल गयी
रेशमा मेरे मुँह की आवाज़ सुनकर खुश होकर लंड को अपनी जीभ से चाटने लगी.
उसकी जीभ की ठंडक से मेरे लंड को आराम मिलने लगा.
मेरा लंड देखते ही उनको उनका सपना पूरा होता हुआ नज़र आ गया.
मेरे लंड को देखते ही उनके मुँह मे पानी आ जाता .और वो मेरे लंड पे ऐसे टूट पड़ी की वो सालोसे
भूकी हो.
बाकियो की तरह रेशमा भी मेरे लंड को प्यार कर रही थी.

फिर रेशमा ने लंड के टोपे को मुँह मे भर लिया
मेरे लंड का टोपा रेशमा के मुँह मे देख कर ऐसा लगा जैसे मेरा लंड रेशमा के लिए बना हो
ऐसा प्यार करने लगी कि मेरे लंड ने उसको हमेशा मिलने का प्रॉमिस कर दिया.
रेशमा के साथ क्या होगा वो प्यार करने के बाद पता चलेगा
रेशमा बड़े प्यार से मेरे लंड को चूस रही थी.
लंड को एक 2 बार मुँह मे लेकर बाहर निकाल कर गीला करने लगी.
लंड गीला करने के बाद रेशमा लंड चूसने लगी
रेशमा के लंड चूसने से मेरे मुँह से आवाज़े निकलने लगी.
अया आआआः आआआः की आवाज़े करने लगा
रेशमा ने लंड चूसना शुरू किया और जितना हो सकता था उतना लंड मुँह मे भर लिया और उसे
लॉलीपोप की तरह चूसने लगी
रेशमा के ऐसा करने से मैं रेशमा के रेशमी बालो पे हाथ घुमाने लगा.
हाथ घूमते हुए रेशमा के सिर को पकड़ कर लंड पर आगे पीछे करने लगे जैसे रेशमा के
मुँह को ही छोड़ रहा हूँ
मेरे ऐसा करने से रेशमा ने कोई विरोध नही किया और मेरी गंद को पकड़ कर सहारा लिया और
खुद अपने मुँह को तेज़ी से आगे पीछे करने लगी.
रेशमा तो मुझे पूरा खुश कर रही थी.
रेशमा के मुँह से गू गून गून की आवाज़े आ रही थी और फिर लंड चूसवाने का मज़ा लेने के
बाद मैं ने रेशमा के सिर को छोड़ा
रेशमा ने लंड को अपने मुँह से बाहर निकाला .मेरा लंड रेशमा के थूक से चमक रहा था
रेशमा ने लंड बाहर निकलते ही उस पे किस करना शुरू किया.
रेशमा लंड को प्यार कर रही थी ,यहाँ तक कि आंडो को चूस रही थी.
इतना हम दोनो के लिए काफ़ी था.
रेशमा ने मेरे लंड को चूस कर अपने प्यार से लंड को खुश कर दिया.
अब लंड और गंद का खेल शुरू होने वाला था.
मैं ने रेशमा को बेड पर लिटा दिया .और उसको एक किस किया.
अवी-तुम तैयार हो
रेशमा-हाँ,
रेशमा की मंज़ूरी मिलते मैं ने अपना लंड रेशमा की गंद से मिलना करवा ने को तैयार करने
लगा
______________________________
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Shandaar
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wow!!
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Nice one.
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Great waiting for next
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Awaiting updates
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Update 47

रेशमा की गंद मे लंड डालने से पहले उसको तैयार भी करना था
मैं ने हाथ पर तेल डालकर लंड पर तेल लगाने को कहा.


रेशमा अपनी गंद मे उंगली डाल कर गंद का छेद खोल रही थी.
मैं ने भी अपने लंड पर तेल लगाने लगा.
उसको भी सब कुछ पता था सेक्स के खेल के बारे में
पर उसका हज़्बेंड ने उसको कुछ पूछा ही नही
मेरे कहते ही देखो कैसे तैयार हो रही है
लोग आग लगाने के लिए तेल डालते है. और मैं हमारी अंदर की आग को शांत करने को तेल लगा रहा
हूँ



दोनो आग मे कितना फरक होता है. एक जलने से दर्द होता है और दूसरी बदन की आग बुझने से
सुकून मिलता है
बदन की आग मे हर कोई जलना चाहता .आज रेशमा मेरे साथ जलने को तैयार हुई थी.
रेशमा को ज़्यादा दर्द देने के मूड मे नही था. जिस से मैं ने अपने लंड को अच्छे से चिकना किया.
हम दोनो अपने काम मे लगे हुए थे. रेशमा ने अपनी गंद चिकनी कर ली और मैं ने अपने लंड
को तेल से नहला दिया.
मेरा लंड तेल लगते ही चमकने लगा .जिस देख कर रेशमा खुद को रोक नही पाई और मेरे लंड को
अपने हाथो मे पकड़ के सहलाने लगी.
रेशना के नरम हाथो मे मेरा सख़्त लंड आते ही रेशमा के बदन मे 440 का झटका लगा.
ये तो शुरुआत है


मेरे झटके पड़ेंगे तब ये 440 के झटके को रेशमा भूल जाएगी.



रेशमा ने मेरे लंड को अपने हाथो से सहलाने के बाद घोड़ी बन गयी. और अपना मुँह
बेड पर रखे हुए पिल्लो मे रख दिया.

मैं रेशमा के पीछे आ गया .और रेशमा की गंद को देखने लगा.
रेशमा के गोरे गोरे चूतड़ पर एक थप्पड़ मारा. जिस से रेशमा के बदन मे हलचल होने
लगी.
मैं ने लंड को उसके चूतड़ पर मारना शुरू किया.जिस से रेशमा को अच्छा लगने लगा.
दोनो चूतड़ पर कभी थप्पड़ तो कभी लंड मारने लगा .जिस से रेशमा को मज़ा आने लगा.
रेशमा की गंद फूली हुई नही थी क्यूँ कि इस पे अभी तक मेहनत नही की थी.
पहली बार मैं मेहनत करने वाला हूँ.
मैं लंड को दोनो चूतड़ के दरार मे फँसा कर रगड़ने लगा.इस से रेशमा गरम होने लगी.
रेशमा को इस से मज़ा आने लगा ,क्यूँ कि लंड चूत और गंद दोनो से रगड़ रहा था.
रेशमा को मज़ा देने के बाद मैं रेशमा को दर्द देने के लिए तैयार हो गया.
लंड को रेशमा के गंद के छेद पर रख दिया ,लंड को अपनी गंद पर फील करते रेशमा का बदन
कापने लगा.


मेरे लंड की गर्मी अपनी गंद के छेद पे महसूस करते रेशमा को गुदगुदी हो ने लगी.
लंड की मोटाई और लंबाई का अहसास गंद को कराने का समय आ गया था.
लंड का टोपा गंद के छेद मे जाने को तैयार था.
पर इतनी भी जल्दी क्या है. पहले ग्रीन सिंगल तो मिल जाए.
लंड को अंदर ना डालने से रेशमा पलट गयी. और मेरी तरफ देख कर अंदर डालने को कहा.
ट्रेन को सिंगल मिलते ही पहला झटका मारने का समय आ गया था .

रेशमा की पतली कमर को एक हाथ से पकड़ कर लंड ज़्यादा तेल से फिसल ना जाए इस लिए एक हाथ से लंड
को पकड़ कर रखा.
रेशमा ने अपनी गंद को दिला छोड़ दिया ,और मैं ने पहला झटका मार कर लंड का टोपा रेशमा
की गंद मे फिट कर दिया.
लंड के टोपे को गंद ने कस के पकड़ लिया .ऐसा लग रहा था की टोपा कहीं गायब हो गया हो.
टोपा अंदर जाते ही रेशमा ने गंद टाइट कर ली. जिस से टोपा गंद मे फस गया.
रेशमा को अपनी गंद पे जलन होने लगी.
ऐसा मीठा दर्द रेशमा खाने को तैयार थी.
मैं ने दूसरा झटका मारने की जगह ज़ोर लगा कर टोपा बाहर निकाल लिया.
पट्च की आवाज़ करके लंड रेशमा की गंद से बाहर आ गया.जैसे की बॉटल का ढक्कन निकलता है
वैसे ही लंड निकल गया.
लंड बाहर निकलते ही गंद का छेद बंद होने लगा था कि तेल की बॉटल का मुँह गंद मे डाल दिया .
और तेल को रेशमा की गंद मे अंदर तक पिचकारी मारने लगा.
ऐसा करते ही रेशमा ने अपनी गंद ढीली कर दी. तेल गंद के अंदर तक जाने लगा. क्यूँ कि बॉटल पर मैं
प्रेशर दे रहा था
फिर बॉटल की जगह वापस लंड रेशमा की गंद पर लगा दिया. और फिर से शुरुआत करने लगा
मेरे ऐसा करने से रेशमा को ज़्यादा दर्द नही होगा .और उसकी चीखे नही निकलेंगी.
रेशमा का जो मैं ख़याल रख रहा था वो रेशमा को पसंद आया.
पार्टनर की खुशी का ध्यान रखना भी ज़रूरी होता है.
पहला झटका धीरे से मारने के साथ ही टोपा गंद मे फिसल कर अंदर चला गया.
मे बी इस बार रेशमा को ज़्यादा दर्द नही हुआ होगा.
रेशमा ने अपने मुँह पर कपड़ा बाँध रखा था और पूरा चेहरा पिल्लो मे दबा रखा था.


ना रेशमा का चेहरा देख सकता था और ना रेशमा की चीखे सुन पा रहा था.
टोपा अंदर जाते ही मैं ने दोनो हाथ से कमर पकड़ कर दूसरा झटका मारा.
इस बार लंड ऐसी जगह गया था वहाँ अब तक कोई नही गया था.
आधा लंड रेशमा की कुवारि गंद मे चला गया.
लंड अंदर जाते ही रेशमा ने गंद टाइट कर के ढीली कर दी. टाइट इस लिए कि ताकि मैं और अंदर ना जा


सकूँ .और ढीली इस लिए कि ताकि वो अपना दर्द कम कर सके.
रेशमा को आज पूरा सुख मिलने वाला था.
गंद मे लंड पर्फेक्ट फिट हो चुका था. लंड पर गंद ने अपना दबाव बनाए रखा था.
रेशमा अपना एक हाथ नीचे से अपनी चूत पर ले जाके सहलने लगी.
रेशमा की चीख मुझे सुनाई नही दी. पर उसके बदन मे हो रही हलचल हुई वो मुझे बता रही
थी उसको दर्द हो रहा है.
मैं अपने हाथ को उसके पेट पर घुमाने लगा ताकि उसका दर्द थोड़ा कम हो सके.
अभी तो आधा लंड अंदर गया था जिस से उसको ज़्यादा दर्द नही हो रहा था.
वहाँ तक मैं ने तेल डाल रखा था
रेशमा अपनी चूत को लगातार सहला रही थी.
उसके ऐसे सहलाने से लग रहा था कि उसका पानी निकल जाएगा.


पहले तो रेशमा दर्द कम करने के लिए चूत सहला रही थी. पर अब वो अच्छा लगने से पानी
निकालना चाहती थी.
ये बात मेरे दिमाग़ मे आते ही मैं ने ये मोका सही समझा.
रेशमा लगातार अपनी चूत सहला रही थी जैसे कि उसका पानी निकलने वाला हो.
वो ऐसे मोड़ पे थी जहाँ पर चूत सहलाना रोक नही सकती थी
इसी का फ़ायदा उठा कर मैं ने एक झटके मे पूरा लंड अंदर डालने वाला स्ट्रोक लगाया.
लंड गंद को चीरता हुआ अंदर चला गया.
गंद की चिरने से रेशमा के बदन मे दर्द होने लगा.


रेशमा के मुँह से दबी हुई चीख सुनाई दी.
मे बी रेशमा की आँखो से पानी निकल रहा हो
मेरे लंड मे भी दर्द होने लगा. गंद बहुत टाइट थी.
मेरा ऐसा हाल था तो रेशमा का क्या हाल हो रहा होगा.
रेशमा ने दर्द की वजह से अपनी चूत को सहलाना बंद करके अपने हाथ से दबा दिया था.
ऐसे तो रेशमा को बहुत दर्द होगा.
मुझे कुछ तो करना होगा. मैं ने रेशमा का हाथ उसकी चूत से हटा दिया और अपनी 2 उंगली उसकी
चूत मे डाल कर ज़ोर से अंदर बाहर करने लगा.
रेशमा ने बेड को कस के पकड़ रखा था. पर वो ज़्यादा चीख नही रही थी.
रेशमा ऐसी हालत मे थी जहाँ पर उसे दर्द हो रहा था और चूत का पानी ना निकलने से बेचैनी
हो रही थी.


जितनी जल्दी पानी निकल जाएगा उतनी जल्दी उसका दर्द कम होगा.
रेशमा का पानी निकलने का नाम नही ले रहा था.
ऐसे मे मैं ने अपनी उंगली अंदर बाहर करने की गति बढ़ा दी. और रेशमा का पानी निकालने लगा.
पानी निकलते ही रेशमा का बदन हल्का हो गया और लंड को रेशमा की गंद मे हिलाने को मदद हुई.
गंद मे लंड हिलने से रेशमा की गंद मे सुकून के साथ दर्द होने लगा.
मैं थोड़ा उपर हो गया जिस से अंदर थोड़ा बाहर निकालते तेल डाल कर फिर अंदर कर लिया.
रेशमा को मेरे ऐसा करने से थोड़ा दर्द हुआ पर ये तो होना ही था.
मैं ने धीरे धीरे अपना आधा लंड बाहर निकाला और तेल लंड पर डाल कर फिर अंदर पुश किया.
फिर से लंड को थोड़ा ज़्यादा बाहर निकाल कर तेल के साथ अंदर पेल दिया.
लंड बाहर निकालते समय रेशमा गंद ढीली कर देती जिस से लंड बाहर निकल जाता और उसके टाइट करने
से पहले लंड अंदर डाल देता
रेशमा की गंद मे थोड़ी देर दर्द होगा पर फिर मज़ा आएगा
रेशमा की मदमस्त गंद को मारने मे मुझे मज़ा आएगा इस मे कोई डाउट नही था.
रेशमा की गंद मे लंड पूरा बाहर निकाल कर अंदर डालने लगा जिस से गंद मे लंड के लिए अच्छी
ख़ासी जगह बन गयी.
रेशमा का दर्द भी कम हो गया था. रेशमा ने अपने हाथ ढीले छोड़ दिए.
मेरे बार बार लंड बाहर निकाल कर अंदर डालने सेरेशमा का बदन कभी ढीला तो कभी टाइट हो जाता.
रेशमा को मेरा ऐसे धीरे धीरे गंद मे जगह बनाना अच्छा लगने लगा
रेशमा को अपनी गंद चुदाई मे मज़ा मिले इसी की पूरी कोशिस कर रहा था
रेशमा का दर्द कम हुआ ऐसा मुझे फील होते ही मैं मे गंद मारना शुरू किया.
गंद मारना शुरू होते ही रेशमा ने गंद ढीली छोड़ दी और मेरा साथ देने लगी.
मैं थोड़ी देर धीरे धीरे गंद मे लंड पेलने लगा
गंद मे मेरे हल्के हल्के धक्के से रेशमा को ज़्यादा मज़ा मिलने लगा.
ऐसा मज़ा वो भी मुझसे पा कर रेशमा खुश थी.
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(08-09-2019, 01:34 PM)Mummykaladla Wrote: Bhai kya app is story ke asli writer ho

Ese do logo ne likha hai
Sanyog se ek main hu
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AWAITING UPDATES
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This story was written by fuckeravi 123 in xossip.
But he wrote in roman.
You translate it in hindi..
Good job
Welldone
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Last update thodi der me
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