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दीदी: आअह्हह्ह्ह्ह भाई… ऐसे ही ठोक अपनी बहन को
मैं: ओह्ह्ह्ह मेरी रानी … कब से मेरे लंड तेरी चुत में जाने को मचल रहा था…..
दीदी: उईईईईई भाई… तो निकल ले अपनी ठरक … और चोद अपनी दीदी को
मेरा लंड घापा घप दीदी की बूर में जा रहा था… मैं अपना लंड पूरा बाहर निकालता और फिर जड़ तक पेल देता… दीदी भी गांड उछाल कर चुदवा रही थी और बहुत लाउड मॉनिंग कर रही थी….. ओह्ह्ह्हह्हह उईईईईई ईईई फ़क मी डार्लिंग…..फ़क योर सिस्टर बेबी……
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
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और चोद अपनी दीदी को
मेरा लंड घापा घप दीदी की बूर में जा रहा था… मैं अपना लंड पूरा बाहर निकालता और फिर जड़ तक पेल देता… दीदी भी गांड उछाल कर चुदवा रही थी और बहुत लाउड मॉनिंग कर रही थी….. ओह्ह्ह्हह्हह उईईईईई ईईई फ़क मी डार्लिंग…..फ़क योर सिस्टर बेबी……
मैं दीदी की चूचियों को दबा दबा कर चूस रहा था और दीदी को चोद रहा था…अह्हह्ह्ह्ह भाई.
. और तेज भाई…
मैंने बहुत तेजी से दीदी की चुत मार रहा था… आआह्ह्ह्हह भइईईई मजा आ गया… तू तो आज बहनचोद बन गया… उफ्फ्फ्फ्फ़ दीदी काश ऐसा बदन डेली भोगने को मिलता …
दीदी: तू चिंता मत कर भाई.. अब तो तू कभी भी चोद सकता है मुझे…
मैं: थैंक्स दीदी…
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If this story is over then let's post another story. You have plenty of such stories.
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thanks
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(13-04-2019, 12:11 AM)bhavna Wrote: If this story is over then let's post another story. You have plenty of such stories.
simple n nice story...
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14-08-2019, 03:29 PM
(This post was last modified: 14-08-2019, 03:31 PM by neerathemall. Edited 2 times in total. Edited 2 times in total.)
शादीशुदा बहन का चुदाई
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(14-08-2019, 03:29 PM)neerathemall Wrote: शादीशुदा बहन का चुदाई
 [video=youtube]http://https://youtu.be/XcRaPZFQNW0?t=118[/video]
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14-08-2019, 03:33 PM
(This post was last modified: 14-08-2019, 03:34 PM by neerathemall. Edited 1 time in total. Edited 1 time in total.)
https://youtu.be/XcRaPZFQNW0?t=118
[color=rgba(0, 0, 0, 0.87)] शादीशुदा बहन का चुदाई | Hindi Audio Story #Silent Night[/color]
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शादीशुदा बहन का चुदाई | Hindi Audio Story #Silent Night
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दीदी की मचलती जवानी और मेरी नादानी
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
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मेरे घर में केवल 3 लोग हैं. पिता के गुजरने के बाद मेरी माँ को उनकी जगह नौकरी मिल गई. माँ के काम के चलते ज्यादातर समय हम दोनों भाई बहन घर पर अकेले रहते थे. मेरी दीदी का नाम नीतू है. उनकी उम्र 24 साल है, वो मुझसे ढाई साल बड़ी हैं. उनकी लम्बाई 5 फुट 4 इंच है, रंग गोरा है और भरा हुआ शरीर है. वो बहुत सेक्सी दिखती हैं. उनका फिगर 38-28-36 का है. उनकी अभी शादी नहीं हुई है. वो एकदम काम की देवी का रूप लगती हैं. उनकी बड़ी सी गांड इतनी जबरदस्त मटकती है, जब वो जीन्स पहनकर चलती हैं कि सब देखने वालों के लंड खड़े हो जाते हैं.
तो आप ये तो जान ही चुके हैं कि मेरी नीतू दीदी बला की खूबसूरत हैं.
दीदी मेरे साथ बहुत ही घुलमिल कर रहती थीं. हम दोनों अक्सर देर रात तक अकेले गप्पें मारते और मजाक करते रहते थे. दीदी के बारे में अपने दिल की एक बात बताऊँ.. तो वो मुझे बहुत अच्छी लगती थीं, पर उनको मैंने कभी गलत नजरिए से नहीं देखा था.
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लेकिन उस दिन की घटना के बाद से दीदी के लिए मेरा नजरिया ही बदल गया. उस दिन दीदी अपनी सहेली की शादी में जाने के लिए तैयार हो रही थीं. जब वो तैयार होकर अपने कमरे से बाहर आईं तो एक पल के लिए मेरी साँसें थम गईं.
गोरे बदन पे लाल रंग की साड़ी, जिसका पल्लू जालीदार था. जालीदार पल्लू होने की वजह से पूरा ब्लाउज साफ दिखाई पड़ रहा था. उभरी हुई छाती, गहरे गले का ब्लाउज पहने हुए दीदी एकदम मादक माल लग रही थीं. दीदी ने साड़ी नाभि के नीचे बांधी ताकि उनकी नाभि की रिंग एकदम साफ दिखाई दे. दीदी स्वर्ग की अप्सरा रंभा के समान लग रही थीं.
दीदी ने मुझसे उन्हें अपनी सहेली के घर तक छोड़ने को कहा. इतना कह कर दीदी आगे बढ़ गईं. जैसे ही मैंने पीछे से उनकी गदराई हुई गांड को ठुमकते हुए देखा तो मेरे होश उड़ गए.
मैं दीदी को छोड़ कर घर वापस आ गया.
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रात के करीब दस बज चुके थे. माँ ने मुझे खाना दिया और अपने कमरे में सोने चली गईं. मैं खाना खाकर अपने कमरे में गया, पर मेरा ध्यान मेरी दीदी से हट ही नहीं रहा था. मैं उनके कमरे में गया, लाईट जलाई और सीधा उनके बाथरूम में घुस गया. बाथरूम में एक किनारे पे उनकी नाईटी रखी थी, जैसे ही मैंने उसको उठाया, उसमें से उनकी ब्रा और पैन्टी नीचे गिर गई. दीदी की ब्रा और पैन्टी को देख कर मुझपे मदहोशी सी छाने लगी. मैंने ब्रा और पैन्टी को सूंघा. सूंघते ही मुझे नशा सा होने लगा. मैंने पहली बार दीदी को सोचकर मुठ मारी और सारा मुठ उनकी ब्रा और पैन्टी पे गिरा कर सोने चला गया.
अगले दिन जब दीदी वापस आईं तो मैं सो रहा था. जब उठा तो फ्रेश हो कर नाश्ते की टेबल पे गया. दीदी पहले से ही वहां थीं और मुझे घूर रही थीं. मैं समझ गया कि दीदी ने ब्रा और पैन्टी में लगे मेरे मुठ को देख लिया है. दीदी ने कुछ नहीं बोला और अपने कमरे में चली गईं.
अब मैं अपनी दीदी को बहन की नजर से नहीं बल्कि एक जवान लड़की की नजर से देखने लगा. मेरा पूरा ध्यान अब दीदी पे ही रहने लगा. मैं उनकी जवानी की झलक पाने का कोई मौका नहीं गंवाता था. झाडू पोंछा करते वक्त जब वो झुकती थीं तो मैं उनकी चूचियों को गौर से देखता. शायद उन्हें भी पता था कि मेरा ध्यान उन्हीं पर है, इसलिए वो जानबूझ कर ऐसी हरकतें करती थीं, जिससे मेरा ध्यान उन पर जाए.
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