28-07-2019, 10:15 PM
Continue update de rha hu fir bhi bhoot km review aate
Please apna review awshy de
Please apna review awshy de
Misc. Erotica रेशमा - मेरी पड़ोसन
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28-07-2019, 10:15 PM
Continue update de rha hu fir bhi bhoot km review aate
Please apna review awshy de
28-07-2019, 10:45 PM
mast update hai bhai...
28-07-2019, 11:51 PM
मस्त जा रहे हो।
29-07-2019, 12:05 AM
Mast hai update
29-07-2019, 12:04 PM
Nice update
29-07-2019, 07:37 PM
Thanks for reading and support
Stay with us... Next update 9 pm
29-07-2019, 08:19 PM
Waiting
29-07-2019, 08:57 PM
Waiting dear
29-07-2019, 10:06 PM
update pls...
29-07-2019, 10:08 PM
MEGAUPDATE 28
रेशमा मेरे साथ रहने से अपना अकेला पन भूल गयी थी उसको तो मेरा मज़ाक करना भी पसंद आ रहा था 2 दिन मे हम बेस्ट फ्रेंड बन गये मैं रेशमा को मज़ाक मज़ाक मे छेड़ने भी लग जाता मेरा अब तक का प्लान कामयाब हो गया था बस धीरे धीरे रेशमा के करीब आना था आज तो लंच करते हुए रेशमा के अकेलेपन का पता भी लगा लूँगा आज तो रेशना के हाथो का खाना मिलेगा मैं तो बस रेशमा के कॉल का इंतज़ार कर रहा था दोपेहर मे रेशमा का कॉल भी आ गया रेशमा से मिलने के लिए तो मैं हमेशा तैयार रहता हूँ जब से रेशमा से बाते शुरू हुई तब से ऑफीस पे ध्यान ही नही दिया वो सब रेशमा के बहो मे आते कवर कर लूँगा लेकिन अबी तो रेशमा को ज़्यादा अहमियत दे रहा था रेशमा ने जल्दी खाना बना लिया रेशमा किसी को अपने घर नही बुलाती थी लेकिन मेरे लिए अब कोई रोक टोक नही थी मुझे रेशमा के लिए गिफ्ट लेकर जाना चाहिए था लेकिन अचानक लंच का प्रोग्राम बना तो कुछ कर भी नही सकता था रेशमा ने डाइनिंग टेबल पर खाना लगाने के बाद कॉल किया फिर भी मैं ज़्यादा से ज़्यादा समय रेशमा के साथ रहना पसंद करूँगा अवी-खाने की स्मेल तो बढ़िया आ रही है रेशमा-तुम फिर शुरू हो गये , अवी-क्या करूँ तुम्हें देखता हूँ तो बस तारीफ करने का दिल करता है रेशमा-मतलब तुम्हारी तारीफ कभी कभी झूठी भी होती है अवी-ग़लत , अभी तो खाने की स्मेल से मेरे मुँह मे पानी आ रहा है रेशमा-तो देर किस बात की है अवी-खाना लगा दो , आज तो उंगली खा लूँगा , रेशमा-किसकी , मेरी या अपनी अवी-खाना टेस्टी हुआ तो तुम्हारे हाथो को चूम लूँगा रेशमा-तो थप्पड़ खाने को भी तैयार रहना अवी-एक किस के लिए तो हज़ारो थप्पड़ खा लूँ रेशमा-ऐसी बातों से कितनो को पटाया है अवी-तुम पट गयी तो , तुम पहली और आख़िरी रहोगी रेशमा-बच्चू मैं शादी शुदा हूँ अवी-तो क्या हुआ , मुझे चल जाएगा रेशमा-तुमसे तो बात करना ही बेकार है और रेशमा ने दो प्लेट मे खाना लगा लिया पनीर की सब्जी थी खाने मे मेरे मनपसंद खाना देखते ही मुँह मे सच मे पानी आ गया अवी-पनीर की हर सब्जी मेरी फवरेट है रेशमा-मैं ने बनाया तो पनीर तुम्हारा फवरेट बन गया अवी-झूठ नही बोल रहा हूँ , चाहो तो मेरी माँ से फोन पर बात करवाऊ रेशमा-नही रहने दो , और मैं ने रेशमा के बनाए हुए खाने का टेस्ट लिया पनीर मुँह मे जाते ही आँख बंद करके टेस्ट का स्वाद लेने लगा रेशमा तो मुझे देखती रह गयी रेशमा समझ गयी कि मुझे उसका खाना पसंद आ गया पहला नीवाला खाते ही मैं ने रेशमा के हाथ को पकड़ कर चूम लिया रेशमा देखती रह गयी अवी-तुमने मेरे माँ की याद दिला दी , वही टेस्ट , वही प्यार था इस खाने मे प्यार बोलना ज़रूरी था रेशमा-बस बस और ज़्यादा तारीफ करोगे तो मेरा पेट भर जाएगा अवी-सच मे रेशमा तुम्हारे हाथो मे जादू है , रेशमा-तुम्हें मेरा खाना सच मे पसंद आया या मुझे खुश करने के लिए बोल रहे हो अवी-मेरी माँ की कसम , अब तक खाया हुआ बेस्ट खाना है ये रेशमा मेरे तारीफ करने से खुश हो गयी अवी-खास खास तुम्हारी शादी ना हुई होती तो मैं तुमसे शादी करता , और रोज तुम्हारे खाने की तारीफ करता , और रोज मुझे टेस्टी खाना खाने को मिलता रेशमा- कुछ भी अवी- तुम खुद खा कर देखो , रूको मैं ही खिलाता हूँ और मैं ने एक नीवाला रेशमा की तरफ बढ़ाया रेशमा मुझे देखती रह गयी पर उसने मेरे हाथ से नीवाला खा लिया मेरी बाते और मेरे हाथो से खाना खाते सुनते रेशमा की आँख मे आँसू आ गये रेशमा अपने आसू छुपाने लगी पर मैं ने देख लिए आसू अवी-सॉरी , मेरी वजह से तुम्हारी आँख मे आसू आ गये रेशमा-ये आँसू तुम्हारी वजह से नही मेरी किस्मत की वजह से आए है अवी-क्यूँ क्या हुआ रेशमा-एक तुम हो जो मेरे खाने की तारीफ कर रहे हो और एक मेरा हज़्बेंड है जिस ने कभी ये भी नही कहा कि खाना अच्छा बना है , बस भुक्कड़ की तरह ख़ाता है और ये भी नही पूछता कि मैं ने खाना खाया कि नही अवी-शायद तुम्हारी किस्मत मे यही लिखा हो रेशमा-पता नही क्यूँ मेरी किस्मत ऐसी है अवी-तुम्हारा हज़्बेंड यहाँ नही है तो भूल जाओ कि तुम शादी शुदा हो , और अपनी लाइफ को एंजाय करो रेशमा-क्या मतलब अवी-तुम ये चुप चाप गुम्सुम रहना बंद करो , देखो 2 दिन मे तुम हर पल हँसती आ रही हो रेशमा-जब से तुम्हारी दोस्त बनी हूँ तब से हसना भी सिख गयी हूँ अवी-दोस्त होते है हंसाने के लिए , और तुम.ना हँसते हुए और खूबसूरत लगती हो रेशमा-पर क्या फ़ायदा ऐसी खूबसूरती का , जिसके लिए है वो तो बहुत दूर जाके बैठा है , अवी-ऐसा मत कहो , खूबसूरती को ऐसे बर्बाद मत करो रेशमा-तो क्या करूँ अवी-मैं हूँ ना रेशमा-क्या ? अवी-मुझसे दोस्ती की है तो मेरे साथ जीना शुरू करो , देखो मैं तुम्हें कभी रोने नही दूँगा रेशमा-थॅंक्स अवी-अब एक प्यारी सी स्माइल दो , एक कातिल स्माइल भी दे सकती हो या फिर सेक्सी स्माइल भी दे सकती हो या फिर झूठीस्माइल भी कर सकती हो रेशमा-बस बस , वरना हंस हंस कर मेरा पेट दुख जाएगा अवी-अभी तो और टाइप है स्माइल के रेशमा-तुम क्या एक दिन मे हंसा कर जाना चाहते हो अवी-सच कहूँ तो जब मुंबई मे आया तो सोचा कि जल्दी वापस जाउन्गा , लेकिन जब से तुमसे मिला हूँ तो सोचा कि अब यही रहूँगा रेशमा-मेरे लिए अवी-दोस्त के लिए रेशमा-थॅंक्स अवी-वैसे तुम्हारी शादी अरेंज मॅरेज थी रेशमा-हाँ , अवी-तुम इतनी.खूबसूरत हो तो.कोई अच्छा लड़का नही मिला रेशमा-मेरे मम्मी पापा ने बिना पूछे शादी तय कर दी , पैसे देख कर शादी हुई अवी-जाने दो ,, अब मैं आ गया हूँ ना , तुम्हारा हज़्बेंड तुम्हें पैसे देगा और मैं तुम्हें खुशी दूँगा रेशमा-इसका ग़लत मतलब तो नही हैना अवी-नही , अगर हमे ग़लती करनी हो तो एक दूसरे से सहमति से करेंगे रेशमा-मतलब ग़लती करना चाहते हो अवी-तुम हाँ कहो तो रेशमा-नही अवी-तो बात ख़तम , चलो खाना खाते है , तुम्हारी और तारीफ करनी है रेशमा-फिर नही खाउन्गी मैं खाना , तुम्हारी तारीफ से मेरा पेट भर जाता है अवी-वैसे पता है ऐसी तारीफ हमेशा लड़की को पटाने के लिए करते है रेशमा-पता है अवी-तुम्हें बुरा नही लगता या डाउट नही होता मुझ पे रेशमा-शादी के बाद अब हँसने लगी हूँ तो रोना शुरू क्यूँ करू अवी-नाइस आन्सर रेशमा-वैसे तुम मेरे बारे में बहुत पूछ रहे हो कुछ अपने बारे में बताओ अवी-मेरे घर मे माता पिता है एक बड़े भैया भाभी है , भाभी जल्दी.माँ बनेगी , मेरी एक गर्लफ्रेंड है , जिस से 2 साल बाद शादी करूँगा , उसका नाम.माला है रेशमा-एक बार मे सब कुछ बता दिया अवी-मेरे बारे में जान कर ज़्यादा टाइम वेस्ट नही करना चाहता था रेशमा-तो तुम माला से शादी करोगे अवी-हाँ रेशमा-अगर मैं डाइवोर्स लूँ और कहूँ कि तुमसे शादी करना चाहती हो तो क्या कहोगे अवी-देखो सच बोलूँगा , मैं माला से प्यार करता हूँ , उसकी जगह कोई नही ले सकती , शादी माला से ही करूँगा रेशमा-तुम मेरी इतनी तारीफ करते हो फिर भी अवी-अगर तुम माला से पहले मिलती तो ज़रूर तुमसे शादी करता , लेकिन सच यही है कि.मैं माला को प्यार करता हूँ रेशमा-मतलब मैं सेफ हूँ , तुम से मुझे कोई ख़तरा नही है अवी-तो इस लिए पूछा मुझे लगा तुम्हारे दिल मे मेरे लिए कुछ कुछ हो रहा है रेशमा-देख रही थी कि तुम क्या कहोगे , तुमने जो जवाब दिया वो बहुत कम लोग जवाब देते है अवी-सच बोलना अच्छा रहता है , रेशमा-माला लकी है अवी-क्यूँ ? रेशमा-ऐसे ही अवी-ऐसे ही कुछ नही होता रेशमा-तुम इतने अच्छे हो कि तुम्हारी बीवी बहुत लकी होगी अवी-तुम भी लकी हो जो मेरा जैसा दोस्त मिला है रेशमा-अच्छा , मैं नही ,तुम लकी हो जो मेरी जैसी दोस्त मिली है अवी-तो इस बात पे ड्रिंक हो जाए रेशमा-मैं ड्रिंक नही करती अवी-रेड वाइन रेशमा-कभी कभी , अवी-तुम्हें किसी दिन डिन्नर पर ले जाउन्गा रेशमा-मैं ने लंच पे बुलाया तो तुम डिन्नर पर ले जाओगे अवी-हाँ , चलोगि रेशमा-जब ले जाना चाहो तब ले जाना और हम ऐसे खाना खाते हुए बाते करने लगे रेशमा अपनी शादी की बाते बता कर दुखी भी हो रही थी खाना खाने के बाद हम.काफ़ी देर तक बाते करने लगे रेशमा को.मुझसे बात करना अच्छा लग रहा था जब से मुझसे मिली है तब से उसके चेहरे की हसी वापस आ गयी है अब देखो पूरी तरह से बदल गयी है रेशमा उसको पता है कि मैं डेंजर हूँ तो उसने पूछ लिया कि मेरा इरादा क्या है रेशमा मेरे बहुत करीब आ रही है रेशमा की बाते कभी कभी ऐसी लगती जैसे वो मुझे लाइक करने लगी है रेशमा को मेरा साथ बहुत पसंद था अब तो हम रोज जॉगिंग को.जाते वहाँ तो रेशमा मेरी वाइफ जैसे रहती उसको अब अंकल आंटी की बाते अच्छी लगती हम तो उसके सामने पति पत्नी जैसे रहते उसके बाद हसी मज़ाक करते उस बात पर मुझे तो जॉगिंग वाला पार्ट अच्छा लगता क्यूँ कि उस समय रेशमा मेरी बीवी बन जाती थी ______________________________
29-07-2019, 11:39 PM
बहुत बढ़िया तरीके से बात आगे बढ़ाई हैं। Nice Story. Keep it up dear...
29-07-2019, 11:53 PM
Very nice ....jldi jldi next update dena bhai
30-07-2019, 01:19 AM
Keep posting
30-07-2019, 10:48 AM
Nice update ..
waiting for next ..
30-07-2019, 06:01 PM
Bahut badiya....
30-07-2019, 06:02 PM
Nice update
Waiting next
30-07-2019, 07:15 PM
Waiting for next update
30-07-2019, 09:59 PM
MEGAUPDATE 29
हर दिन रेशमा से नज़दीकियाँ बढ़ रही थी रेशमा का अकेलापन दूर हो गया था उसको मेरे रूप मे एक दोस्त मिल गया था उसको मेरा साथ अच्छा लग रहा था उसके सामने तो मैं एक चुदाई एक्सपर्ट था फिर भी रेशमा को मेरा साथ अच्छा लगता था सुबह सुबह जॉगिंग करने से हमारे दिन की शुरुआत होती थी जॉगिंग करते हुए हम पति पत्नी बन जाते फिर सुबह का नाश्ता और टी तो रेशमा के घर पे ही होता था हम सबसे उपेर के फ्लोर पर रहते थे जिस से किसी का डर नही था मिस्टर गुप्ता और मिसेज़ गुप्ता तो अपने रूम मे ही रहती थी जिस से रेशमा और मैं आराम से मिलते थे सुबह का नाश्ता काफ़ी लंबा चलता लेकिन हम दोनो ऑफीस भी चले जाते ऑफीस जाते हुए मेसेज मेसेज भी खेल लेते मतलब दूर होकर भी हमारी बात चालू रहती अब तो जैसे आदत सी हो गयी थी मैं माला से ज़्यादा रेशमा से फोन पर बात करने लगा रेशमा तो जैसे अपने पति को भूल ही गयी थी उसको तो बस मैं ही याद रहता था ऑफीस के बाद तो डिन्नर रेशमा के घर ही होता था डिन्नर के बाद भी हम साथ मे मूवी देखते हुए बाते करते लेकिन मैं ने कभी लिमिट क्रॉस नही की रेशमा को ये अच्छा लग रहा था कि हसी मज़ाक एक लिमिट मे है रेशमा तो मुझे सब कुछ बताने लगी ये भी बताया कि उसका एक बाय्फ्रेंड था कॉलेज के दिनो मे मतलब उसके राज़ भी मुझे पता चल रहे थे रेशमा का मुझ पर बहुत विश्वास था मैं ने भी ये विश्वास टूटने नही दिया मैं तो रेशमा के साथ सेक्स करना चाहता था पर अब सेक्स दूर दूर तक मेरे दिमाग़ मे नही आ रहा था रेशमा अच्छी लगने लगी थी मुझे बहुत अकेली थी रेशमा उसका अकेलापन देख कर मेरे दिमाग़ मे सेक्स का क्रीड़ा कभी आया ही नही देखते देखते एक महीना बीत गया अब तो सारी दीवार ख़तम हो गयी थी हमारे बीच की अब तो हम एक दूसरे के बिना नही रह सकते थे इस बीच मैं ने रेशमा को मूवी दिखाने का प्लान बनाया रेशमा तो अब मुझे ना नही कह सकती थी वो भी तैयार हो गयी मेरे साथ मूवी देखने को चलने के लिए रेशमा ने जीन्स और टीशर्ट पहन ली जिस मे वो सेक्सी ही सेक्सी लग रही थी मैं तो बस देखता ही रह गया रेशमा- मुँह बंद करो वरना मक्खी चली जाएगी अवी-तुम ना दिन ब दिन जवान होती जा रही हो रेशमा-अगर फिर तारीफ की तो मैं वापस चली जाउन्गी और रेशमा वापस जाकर सलवार कमीज़ पहन कर आ गयी मैं भी ना बिना वजह तारीफ की रेशमा- अब चलो और फिर तारीफ की तो वापस जाउन्गी तो अकेले मूवी देखना अवी- आज तो कॉर्नर की सीट ली है , इतना अच्छा चान्स मिस नही करूँगा रेशमा-तो ये चल रहा है तुम्हारे दिमाग़ मे अवी-मूवी देखना वो भी तुम्हारी जैसी हॉट लड़की के साथ जाए तो कॉर्नर सीट ही लेनी पड़ती है रेशमा-तुम्हारी बाते हो गयी होगी तो चले और हम सिनिमा हॉल मे आ गये रेशमा बहुत दिनो बाद मूवी देखने आई थी शादी के बाद पहली मूवी होगी उसकी रेशमा-पता है लास्ट टाइम मैं कॉलेज मे अपने फ्रेंड के साथ आई थी मूवी देखने अवी-तुम्हारा हज़्बेंड कभी मूवी दिखाने नही लाया रेशमा-उसको तो बस पैसे चाहिए , प्यार नही है अवी-चलो फिर मैं तुम्हें प्यार कर लेता हूँ मेरी बात सुनते ही रेशमा ने मेरे पेट पे एक मुक्का मारा , और ऐसे छेड़ छाड़ करते हुए हम हॉल मे आ गये हमारी सीट कॉर्नर की थी सीट नंबर देखते ही रेशमा ने मेरी तरफ देखा उसको लगा कि पहले मैं मज़ाक कर था कॉर्नर की सीट के बारे में अवी-शो फुल था बस यही सीट थी , रेशमा-तो तुम्हें कॉर्नर सीट ऐसे मिल गयी , कॉर्नर सीट पहले फुल हो जाती है अवी-मुझे क्या पता , और मैं तो पहली बार आया हूँ इस सिनिमा हॉल मे हम.बाते करने मे ज़्यादा समय लगा रहे थे जिस से मूवी चालू हो गयी रेशमा-अब चलो अपनी सीट पे बैठ जाते है वरना लोग चिल्लाना शुरू कर देंगे हम.अपनी सीट पर आए और जैसे रेशमा सीट पर बैठने लगी तो वो झट से खड़ी हो गयी अवी-व्हाट , मैं ने चेक किया तो वो सीट टूटी हुई थी तभी सोचु कि इतने आराम से कॉर्नोर सीट क्यूँ मिली रेशमा-इस लिए कॉर्नर सीट मिली तुम्हें , ये सीट किसी ने नही ली होगी अवी-मैं यहाँ के वर्कर को बुलाता हूँ मैं ने आवाज़ दे कर वर्कर की बुलाया लेकिन लोग बहुत चिल्ला रहे थे कि हम.बैठ जाए मैं ने वर्कर को बात बताई तो उसने कहा कि इसमे वो कुछ नही कर सकता मूवी देखना है तो देखो वरना मेनेज़र से बात करके पैसे वापस लो क्यूँ कि मूवी शुरू होने से लोग चिल्ला रहे थे हम पर अवी-क्या करे , वापस चले रेशमा-मूवी अच्छी थी वर्कर- अरे साब अपनी बीवी को गोद मे लेकर बैठ कर मूवी देखो , ऐसा चान्स सबको नही मिलता , मूवी भी देख पाओगे और मज़ा भी हो जाएगा और वो वर्कर चला गया रेशमा मेरी तरफ देखने लगी अवी-चले वापस रेशमा-मुझे मूवी देखनी थी , बहुत सालो बाद सिनिमा हॉल मे आई हूँ और मूवी तो मेरे फेव हीरो की है रेशमा ने घर पे भी मूवी देखती थी पर सिनिमा हॉल का मज़ा पॉपकॉर्न के साथ उठाना चाहती थी अवी-ठीक है फिर और मैं सीट पर बैठ गया और रेशमा मेरी गोद मे बैठ गयी हर तरफ अंधेरा था तो किसी को कुछ फरक नही पड़ा अवी-तुम आराम से बैठो रेशमा-तुम सिचुयेशन का अड्वांटेजस मत लो अवी-नही लूँगा रेशमा तो मूवी देखने लगी पर रेशमा का नरम.बदन मेरे उपर आते ही मेरा लंड खड़ा होने लगा रेशमा मूवी मे खोई थी उसके फेव हीरो की मूव थी मुझे तो रेशमा का वेट कुछ नही लग रहा था पर मेरा लंड पूरी तरह से खड़ा हो गया मेरा लंड तो रेशना की गंद मे चुभने लगा रेशमा को मेरा लंड फील होने लगा रेशमा समझ गयी कि ये क्या है रेशमा वैसे बैठ कर मूवी देखती रही पर वो मेरे लंड को भी फील कर रही थी मैं इस सिचुयेशन का अड्वॅंटेज ले सकता था पर मैं ने ऐसा नही किया रेशमा के बदन हाथ घुमा कर उसको तैयार कर सकता था छेड़छाड़ भी कर सकता था पर मैं ने अपने हाथ दूर रखे बस मेरा लंड छेड़छाड़ कर रहा था वो भी मेरे बस मे नही था वरना लंड को भी रेशमा को टच करने नही देता मैं ने जो नेचुरेली हो रहा था उसका ही मान लिया रेशमा को भी लग रहा था कि मैं कुछ कर क्यूँ नही रहा हूँ रेशमा तो फुल तैयार थी अगर अभी तोड़ा ट्राइ किया तो वो मना नही कर पाएगी लेकिन मैं आराम से पाना चाहता था रेशमा को उसकी मर्ज़ी से रेशमा को पाना चाहता था अब बस सेक्स की भूक नही थी मेरे अंदर प्यार की भूक थी रेशमा तो मेरे लंड के टच से मस्ती मे आ गयी थी बहुत दिनो बाद उसको लंड का टच मिला था ऐसा टच मिला कि उसके अंदर के अरमान बाहर निकलने लगे रेशमा की कमर हिल रही थी जैसे वो जल्दी लंड अंदर लेना चाहती हो रेशमा तो मस्ती मे आ गयी मुझे लग रहा था कि रेशमा के बॉल मसल दूं उसकी ऊट मे उंगली करूँ उसके गुलाबी होंठो को चूसना शुरू करूँ सलवार को नीचे करके लंड अंदर पेल दूं लोगो को मारो गोली और यही रेशमा के साथ शुरू हो जाउ मेरे अंदर तो आग लग गयी थी पर मैं कंट्रोल मे था उधर रेशमा बहुत मस्ती मे आ रही थी वो अपनी गंद को रगड़ रही थी मेरे लंड पर वो तो भूल ही गयी थी कि वो कहाँ है और किसके साथ है लेकिन मैं बस उसको खेलने दे रहा था मेरे हाथ तो उसकी चूत को टच करने को बेताब थे मैं रेशमा को.मसल्ने को मरा जा रहा था लेकिन रेशमा को.एक बार के लिए नही हमेशा के लिए पाना चाहता था मैं उसका दिल जीतना चाहता था मूवी किस को देखनी थी हमको तो ऐसे ही मज़ा आ रहा था हम दोनो एक आग मे तड़प रहे थे अपने आग की गर्मी निकलने को भी तैयार थी दोनो के अंदर अरमानो को जो लावा उबल रहा था वो एक साथ बाहर निकल गया आज बहुत दिनो बाद हमको शरीर सुख मिला था रेशमा ने चैन की सास ली होगी उसका जो मुझ पर विश्वास था वो टूटने नही दिया जो हुआ वो रेशमा की तरफ से हुआ जब रेशमा होश मे आई तो समझ गयी कि मैं ने उसको टच भी नही किया रेशमा ने बस एक बार मेरी तरफ देखा अवी-ये सब नेचुरेली हुआ है , मर्द और औरत पास आएँगे तो ये सब अपने आप हो जाता है रेशमा-थॅंक्स अवी-थॅंक्स किस लिए रेशमा-मुझे समझ ने के लिए और इंटर्वल हो गया अवी-और मूवी देखनी है या वापस चले रेशमा-वापस चलते है रेशमा तो पहले वॉशरूम होकर आई फिर हम घर आ गये आज अधूरी मूवी देखी पर आज हम दोनो की आग थोड़ी शांत हुई रेशमा घर आते ही नज़रें नही मिला रही थी मैं रेशमा की फीलिंग के समझ सकता था .मैं ने अब रेशमा के साथ मज़ाक नही किया और अपने रूम मे चला गया रेशमा को आज अच्छी नींद आएगी और रेशमा के दिल मे मेरे लिए प्यार पैदा हो गया ______________________________
30-07-2019, 11:09 PM
Very nice time line
31-07-2019, 12:37 AM
Good...
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