23-07-2019, 10:20 PM
Nice one. Keep going...
Misc. Erotica रेशमा - मेरी पड़ोसन
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23-07-2019, 10:20 PM
Nice one. Keep going...
24-07-2019, 12:08 AM
Awesome ....keep going
24-07-2019, 01:34 PM
Thanks for reading and support
Stay with us..... New update evening me
24-07-2019, 06:02 PM
waiting dear ..
24-07-2019, 06:35 PM
superb going , waiting for next...........
24-07-2019, 08:21 PM
Waiting dear
24-07-2019, 09:40 PM
Update 25
इंटरनेट पे सर्च करता रहा कि कोई अच्छी पोयम मिल जाए लेकिन काम नही बना फिर स्टोर मे जाकर एक ग्रीटिंग लिया सॉरी वाला और एक लेटर पे लिखा कि "गुलाब के फूल को कोई कैसे कुचल सकता है , गुलाब के फूल को तो प्यार किया जाता है ,मैं ने प्यार ही किया , सॉरी , पर क्या करता तुम्हें थप्पड़ मारते हुए तुम्हारे चेहरे के एक्शप्रेशन देख कर हिम्मत ही नही हुई कि थप्पड़ मार सकूँ , तुम्हें कोई थप्पड़ मार ही नही सकता , ऐसे मे मैं ने छोटी गुस्ताख़ी कर दी , दोस्ती मे इतना तो चलता है , तुम जब ये पढ़ोगी तो सोचोगी कि ये क्या लिख दिया , कुछ अच्छी पोयम.लिख देते या ग्रीटिंग कार्ड देते, मैं ने ग्रीटिंग भी लिया लेकिन उस पर तो दूसरे के दिल का हाल लिखा होता है , मुझे तो खुद सॉरी बोलना था , माफ़ कर देना अगर बुरा लगा हो तो , और इस पेज को फाड़ना मत क्यूँ कि ये सब लिखने के लिए पहले दस पेजस फाड़ चुका हूँ , और 1घंटा वेस्ट किया है , 1सेकेंड के किस के बदले 1 घंटा लग गया , मेरे लिए नही कम.से कम.उस 10पेजस के लिए माफ़ करना , या फिर उस 1 घंटे के लिए माफ़ करना जो ये लेटर लिखने के लिए लगाया था " बहुत फालतू सा माफी नामा लिख दिया कोई फाड़ेगा तो हसी आ जाएगी मुझे खुद हसी आ रही थी कि मैं ने क्या लिखा है पर रेशमा भी पढ़ी लिखी है उसको मेरा लेटर पढ़ कर हसी ज़रूर आएगी एक चूतिया लवर की तरह लेटर लिखा था कभी कभी स्मार्ट लड़की के लिए ऐसा लेटर बहुत बड़ा रोल प्ले करता है मैं ने ग्रीटिंग कार्ड फेक दिया और उस लेटर के साथ गुलाब का फूल भी ले लिया और शाम मे मैं ने लेटर को एक गिफ्ट के साथ रेशमा के डोर के सामने रख दिया और बेल बजा कर सीढ़ियों के पीछे छुप गया रेशमा ने डोर खोला और गिफ्ट देख कर इधर उधर देखने लगी फिर गिफ्ट को अंदर लेकर गयी मैं अपने अपार्टमेंट मे चला गया पता नही क्या कहेगी रेशमा लेकिन मैं ने अपना काम कर दिया और आज तो रेशमा ने कुछ नही किया होगा देखते है कल रेशमा क्या कहती है मुझे मैं तो रेशमा के बारे में ही सोच रहा था उसका क्या रियेक्शन होगा एक पल के लिए लगा कि बाल्कनी मे जाकर देख लूँ फिर सोचा कि कल ऐसे मिलूँगा कि जैसे कुछ हुआ ही ना हो बस बात बनी रहे रेशमा ज़्यादा गुस्सा ना हो रेशमा अब गुस्सा तो होगी नही ऐसा लग रहा था रेशमा को भी पता होगा कि दोस्ती मे इतना तो चलता ही है ऐसे मे मैं रिलॅक्स हो सकता हूँ मैं बस अब कल के बारे में सोच रहा था कल तो रेशमा के गालो पर किस किया अब वो दिन दूर नही होगा जब रेशमा के गुलाबी होंठो पे किस करूँगा मैं कल रेशमा के साथ जॉगिंग पर गया था तो आज भी सुबह तैयार हो गया जॉगिंग पर जाने के लिए रेशमा के अपार्टमेंट की डोर बेल बजाई रेशमा उठ चुकी थी लेकिन उसने ट्रॅक सूट नही पहना था अवी-क्या हुआ तुम तैयार नही हुई रेशमा-वो मैं आज नही आ पाउन्गि , तुम अकेले जाओ अवी-क्यू क्या हुआ रेशमा-कुछ नही बस आज तुम अकेले जाओ , चाहो तो मेरी कार लेकर जा सकते हो , प्लेस तो तुम्हें पता है मैं रेशमा के अपार्टमेंट के अंदर आ गया रेशमा ने कल के पप्पी के बारे में कुछ नही कहा रेशमा- तुम आज अकेले जाओ अवी-क्यूँ तुम कल की मेरे हरकत से तो ऐसा नही बोल रही हो रेशमा-ये बात तो ...... अवी-देखो कल जो हुआ उसके लिए सॉरी बोला है , दोस्ती मे इतना तो चलता है रेशमा-बात वो नही है अवी-मतलब मैं ने किस किया तुम्हें अच्छा लगा रेशमा-उस बात पे मुझे गुस्सा आ रहा है , पर ये तुम्हारी पहली ग़लती समझ कर माफ़ कर रही हूँ अवी-सच मे गुस्सा आया था या फिर अब मैं कह रहा हूँ इस लिए गुस्सा हो रेशमा-तुम्हें ऐसा नही करना चाहिए था अवी-तुमने ही तो कहा था कि थप्पड़ मारो रेशमा-थप्पड़ मारने को कहा था किस करने को नही अवी-थप्पड़ मारने वाला था पर तुम्हारे मासूम चेहरे को देख कर रुक गया , और तुमने तो बोल दिया कि थप्पड़ मारो पर तुम खुद नही चाहती कि मैं थप्पड़ मारू रेशमा-वो मैं अवी-अब उस बात को भूल जाओ और चलो जॉगिंग करने रेशमा-उस बात को मैं ने ज़्यादा सीरीयस नही लिया अवी-तो क्या बात है रेशमा-थोड़ी तबीयत ठीक नही है मुझे पता था कि बात क्या है रेशमा की ब्रा पैंटी मेरे पास है जो एक पीस था उसके पास वो कल पहन लिया था और कल ऑफीस जाते समय लेने वाली थी ब्रा पैंटी मेरे किस से कुछ खरीद नही पाई जब प्यास लगती है तभी कुआँ खोदा जाता है रेशमा को जब ज़रूरत पड़ी तभी उसको याद आया कि उसको शॉपिंग करनी थी बस अब मुझे कैसे कहेगी कि उसकी ब्रा पैंटी मेरे पास है इसी लिए तबीयत का बहाना बना रही है अवी-चलो डॉक्टर के पास रेशमा-डॉक्टर की ज़रूरत नही है बस थोड़ा आराम करूँगी तो ठीक हो जाएगा अवी-झूठ मत बोलो रेशमा-झूठ अवी-अगर तबीयत ठीक ना होती तो ऐसा नही कहती कि डॉक्टर के पास नही जाना पड़ेगा रेशमा-इतनी सुबह कहा डॉक्टर मिलता है अवी-लेकिन बात कुछ और है रेशमा-कुछ नही , बस आज बोला है , दोस्ती मे इतना तो चलता है रेशमा-बात वो नही है अवी-मतलब मैं ने किस किया तुम्हें अच्छा लगा रेशमा-उस बात पे मुझे गुस्सा आ रहा है , पर ये तुम्हारी पहली ग़लती समझ कर माफ़ कर रही हूँ अवी-सच मे गुस्सा आया था या फिर अब मैं कह रहा हूँ इस लिए गुस्सा हो रेशमा-तुम्हें ऐसा नही करना चाहिए था अवी-तुमने ही तो कहा था कि थप्पड़ मारो रेशमा-थप्पड़ मारने को कहा था किस करने को नही अवी-थप्पड़ मारने वाला था पर तुम्हारे मासूम चेहरे को देख कर रुक गया , और तुमने तो बोल दिया कि थप्पड़ मारो पर तुम खुद नही चाहती कि मैं थप्पड़ मारू रेशमा-वो मैं अवी-अब उस बात को भूल जाओ और चलो जॉगिंग करने रेशमा-उस बात को मैं ने ज़्यादा सीरीयस नही लिया अवी-तो क्या बात है रेशमा-थोड़ी तबीयत ठीक नही है मुझे पता था कि बात क्या है रेशमा की ब्रा पैंटी मेरे पास है जो एक पीस था उसके पास वो कल पहन लिया था और कल ऑफीस जाते समय लेने वाली थी ब्रा पैंटी मेरे किस से कुछ खरीद नही पाई जब प्यास लगती है तभी कुआँ खोदा जाता है रेशमा को जब ज़रूरत पड़ी तभी उसको याद आया कि उसको शॉपिंग करनी थी बस अब मुझे कैसे कहेगी कि उसकी ब्रा पैंटी मेरे पास है इसी लिए तबीयत का बहाना बना रही है अवी-चलो डॉक्टर के पास रेशमा-डॉक्टर की ज़रूरत नही है बस थोड़ा आराम करूँगी तो ठीक हो जाएगा अवी-झूठ मत बोलो रेशमा-झूठ अवी-अगर तबीयत ठीक ना होती तो ऐसा नही कहती कि डॉक्टर के पास नही जाना पड़ेगा रेशमा-इतनी सुबह कहा डॉक्टर मिलता है अवी-लेकिन बात कुछ और है रेशमा-कुछ नही , बस आज मूड नही है अवी-कही कल आंटी ने मुझे तुम्हारा हज़्बेंड कहा इस लिए तो जाना नही चाहती रेशमा-ये बात भी नही है अवी-मतलब तुम्हें अच्छा लगा था जब आंटी ने मुझे तुम्हारा हज़्बेंड बोला था रेशमा-तुम कुछ भी मतलब निकालते हो अवी-तो बताओ बात क्या है , दोस्त मदद करने को होते है रेशमा-तुम्हें नही बता सकती अवी-फिर ठीक है मैं यहाँ से कही नही जाउन्गा जब तक तुम बताओगि नही रेशमा-तुम एक मर्द हो तुम्हें कैसे बता सकती हूँ अवी-तुम्हारे पीरियड चालू ............ मेरी बात सुनते ही शॉक्ड हो गयी कितनी आसानी से बोल दिया मैं ने मेरी बात से तो रेशमा शरमा गयी उसको तो समझ नही आया कि क्या कहे ,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,_____
24-07-2019, 09:56 PM
bht bdia update bt bht hi chota he ab jab agla
update kro to plz pura ek lamba update krna
24-07-2019, 10:26 PM
Nice conversation
24-07-2019, 10:53 PM
Nice update
25-07-2019, 02:00 AM
Thanks for reading and support
Stay with us.....
25-07-2019, 07:46 PM
Nice again
Waiting next
26-07-2019, 07:06 PM
Waiting for update
26-07-2019, 08:32 PM
Update 26
रेशमा-तुम एक मर्द हो तुम्हें कैसे बता सकती हूँ अवी-तुम्हारे पीरियड चालू ............ मेरी बात सुनते ही शॉक्ड हो गयी कितनी आसानी से बोल दिया मैं ने मेरी बात से तो रेशमा शरमा गयी उसको तो समझ नही आया कि क्या कहे रेशमा-तुम्हें शरम नही आती अवी-इसमे शरमाना क्या , हम 21सेंचुरी मे रहते है , यहाँ तक कि पढ़े लिखे है रेशमा-तो इसका ये मतलब नही कि ऐसी बात करो अवी-तुम तो गाओं की लड़की जैसी बात कर रही हो , तुम मेच्यूर हो , जॉब करती हो , शादी शुदा हो , पढ़ी लिखी हो , अकेली बिंदास रहती हो फिर सीधे सीधे बात करने मे क्या बुरा है रेशमा-ऐसे बात नही करते अवी-मतलब तुम्हें पीरियड है रेशमा-तुम ......., नही है अवी-तो बात क्या है रेशमा-तुम मेरा सर खाना बंद करो अवी-दोस्त होते ही है सर खाने को रेशमा-तुमसे दोस्ती किए 2 दिन नही हुए और तुम तो ऐसे बात कर रहे हो जैसे की मुझे सालो से जानते हो अवी-सॉरी ,मुझे लगा था कि हम दोस्त है और मैं छोटा चेहरा लेके वहाँ से जाने लगा रेशमा को ये देख कर बुरा लगा रेशमा ने मुझे रोक दिया रेशमा-मेरे कहने का ये मतलब नही था अवी-दोस्त दोस्त होते है , दोस्ती मे नया पुराना कुछ नही होता रेशमा-पर लड़के लड़किया तो होती है अवी-अब क्या लड़का और क्या लड़की , सब एक जैसे ही है रेशमा-मतलब तुम बिना पता लगाए जाओगे नही अवी-हाँ , रेशमा ने लंबी सास ली रेशमा-मेरे कुछ कपड़े मिस्सिंग है जिस से मैं जॉगिंग को नही आ सकती अवी-कल दिया ना जॉगिंग सूट रेशमा-सूट तो है लेकिन अवी-समझा , कही अंडरगरमेंट की बात तो नही कर रही है हो मैं बिंदास तरीके से बोल रहा था रेशमा तो पानी पानी हो रही थी बस रेशमा ने हाँ मे गर्दन घुमा दी अवी-पर मैं ने तो सारे कपड़े दे दिए थे रेशमा-नही वो वाले कपड़े नही थे अवी-पर मैं ने सब तो दे दिए , अलमारी मे जो रखे थे वो सारे कपड़े दे दिए थे रेशमा-अलमारी मे , कपड़े तो बाल्कनी मे गिरे थे ना अवी-वो मैं ...... मैं ने जानबूझ कर अलमारी कहा जानबूझ कर पकड़ा गया ताकि रेशमा वाली बात बता सकूँ रेशमा मुझे घूर्ने लगी रेशमा-क्या चल रहा है तुम्हारा अवी-शायद वो ले गयी होगी रेशमा-वो कौन अवी-मेरे ऑफीस वाली रेशमा रेशमा-तुम तो घर पर नही थे अवी-झूठ कहा था , सनडे और मंडे को मैं घर पर ही था , रेशमा के साथ , तुम समझ रही हो ना रेशमा-हाँ ,, फिर झूठ क्यूँ कहा अवी-ताकि कोई डिस्ट्रब ना करे, रेशमा-तो मेरे कपड़े अलमारी मे अवी- वो रेशमा ने सारे घर को क्लीन किया तो बाल्कनी के कपड़े भी अलमारी मे रख दिए , अवी- और मुझे बताया कि कपड़े अलमारी मे है , और वो चली गयी , जब अलमारी मे देखा तो लॅडीस के कपड़े दिखे तो रेशमा को कॉल किया तो उसने बताया कि कपड़े बाल्कनी मे थे , अवी- मुझे लगा वो तुम्हारे होंगे तो देने आ गया रेशमा-तो ये बात है , तुम तो बहुत फास्ट निकले अवी-आज कल तो ये सब चलता है , रेशमा-तभी सोचु कि जॉगिंग सूट तुमने दूसरे दिन क्यूँ दिया अवी-रेशमा ने सारे कपड़े अलग अलग रखे थे , मेरे जॉगिंग सूट के साथ तुम्हारे सूट रख दिया जो कल दे दिया रेशमा-तो अंडरगार्मेंट भी होंगे अवी-वो तो नही थे , रेशमा-वही होंगे कहा जा सकते है अवी-मैं रेशमा को कॉल करके देखता हूँ , रेशमा-उसने लेकर गये होंगे तो अवी-तो क्या हुआ , उस के पास से लेकर आता हूँ , रेशमा-दुबई से खरीदे थे थोड़े महँगे थे जिस से तुम्हारी गर्लफ्रेंड लेकर गयी होगी अवी-शायद , और वो मेरी गर्लफ्रेंड नही है , बस टाइम पास थी , बहुत चालू है , पहले लगा कि मुझे प्यार करती है पर बाद मे ऑफीस से पता चला कि वो ये सब प्यार का नाटक प्रमोशन पाने के लिए कर रही है रेशमा-तो दे दिया प्रमोशन अवी-देना पड़ा , पर अब उसका चॅप्टर क्लोज़ हो गया है , इस बार लास्ट टाइम मिले थे रेशमा-तभी उसकी जान ले ली अवी-क्या ? रेशमा-कुछ नही अवी-तो आज जॉगिंग नही जा सकते रेशमा-वही तो कह रही हूँ अवी-और ऑफीस रेशमा-उसको आज छुट्टी अवी-मैं दोपेहर तक लेकर आ जाउन्गा तुम्हारे कपड़े रेशमा-थॅंक्स अवी-और सॉरी मेरी वजह से तुम्हें परेशानी हुई रेशमा-इसमे तुम्हारी क्या ग़लती है अवी-फिर भी मेरी वजह से हुआ है रेशमा-कोई बात नही , अब तुम अकेले जॉगिंग को जाओ अवी-अब तो टाइम हो गया है , आज रहने देता हूँ वरना आंटी कहेंगी कि रेशमा को क्यूँ नही लाया फिर ग़लत समझ बैठेंगी पहले तो रेशमा समझी नही पर जब समझ मे आया तो शर्मा गयी उनको लगेगा कि रेशमा की चुदाई की जिस से वो सुबह उठ ही नही पाई रेशमा इस बात को ख़तम करने के लिए किचन मे चली गयी फिर रेशमा ने हम दोनो के लिए टी और नाश्ता बनाया फिर से रेशमा की तारीफ शुरू कर दी और रेशमा के साथ फ्री होने लगा ______________________________
26-07-2019, 08:56 PM
Lage raho avi bhai
26-07-2019, 10:58 PM
Keep writing bhai
27-07-2019, 12:04 AM
लगता हैं नेक्स्ट एपिसोड में अवी रेशमा की ले ही लेगा। वो नहीं ले पाया तो रेशमा अवी का ले लेगी। देखते हैं लेखक कितना late करेगा।
27-07-2019, 05:31 AM
Thanks for reading and support
Stay with us...
28-07-2019, 06:52 AM
Osm update bro
28-07-2019, 10:14 PM
MEGAUPDATE 27
रेशमा को खुल कर बात करने पे मज़बूर किया अब रेशमा आराम से बात कर रही थी उसकी सारी झिझक निकाल दी थी पर अब नेक्स्ट स्टेप चलनी थी वरना दिन भर बिना पैंटी के घूमती रहेगी मैं ये काम.जल्दी करना चाहता था वरना रेशमा तो मार्केट जाकर जुगाड़ कर लेगी मैं ने रेशमा की सारी पैंटी और ब्रा बेड पर फेक दी और मार्केट चला गया कुछ ऑर्डिनरी ब्रा पैंटी लाने शॉप मे ब्रा पैंटी लेने मे बड़ा मज़ा आया किसी भी साइज़ की देना ऐसा कहा तो शॉपगर्ल हँसने लगी बड़ा हँसी मज़ाक हुआ शॉप मे फिर फाइनली रेशमा को उसका फिगर पूछ लिया और 7 8 सेट ले लिए शॉप गर्ल तो देखती रह गयी , मैं ने उस ब्रा पैंटी के लेबेल निकाल कर थोड़ा चुरा मुरा कर दिया ताकि लगे कि पुरानी है फिर मैं वापस अपार्टमेंट मे आ गया और खरीदी हुई ब्रा पैंटी भी बेड पर फेक दी अब थोड़ी छेड़छाड़ हो जाए मेरी पड़ोसन के साथ मैं ने सारी ब्रा पैंटी को मिक्स कर दिया अब मज़ा आएगा जब रेशमा के सामने उसकी ब्रा पैंटी को मज़ा लूँगा मैं ने रेशमा को बाल्कनी से आवाज़ दी रेशमा-ऐसे मेरे नाम से क्यूँ चिल्ला रहे हो अवी-क्या करूँ तुम्हारा नंबर नही है मेरे पास रेशमा-तो माँग लेते ना अवी-अब बता दो और रेशमा का नंबर ले लिया और अपने अपार्टमेंट मे आ गया तो रेशमा हॅंग हो गयी कि आवाज़ क्यूँ दी बताया नही मैं हॉल मे आकर रेशमा को कॉल किया रेशमा-हेलो कौन बोल रहा है अवी-मैं अवी रेशमा-तुम , तुम क्या पागल हो अवी-तुमने तो कहा कि तुम्हारे नाम.से चिल्लाऊ नही , कॉल करके बताना जो बताना है रेशमा-कहो क्यूँ कॉल किया अवी-वो मैं तुम्हारे कपड़े लेकर आ गया हूँ रेशमा-तो लेकर आ जाओ मेरे यहाँ अवी-तुम खुद आओ क्यूँ कि थोड़ी प्राब्लम है रेशमा-क्या हुआ अवी-तुम आओ तो सही रेशमा-ठीक है आ रही हूँ और रेशमा मेरे अपार्टमेंट मे आ गयी सलवार कमीज़ मे थी ताकि मैं कुछ देख ना सकूँ अवी-अच्छा हुआ तुम आ गयी रेशमा-क्या प्राब्लम.हुई अब अवी-वो रेशमा तो अपने घर पर नही मिली , रेशमा-तो ये बात फोन पर भी बता सकते थे अवी-वो रेशमा घर पर नही थी तो उसके घर जाकर जितने अंडरगार्मेंट मिले उतने ले आया रेशमा-व्हाट अवी-वो कह रही थी कि शाम मे देर से ओफ्फसे से आएगी तब तक रुकना होगा , इस लिए मैं सारे अंडरगार्मेंट्स ले आया रेशमा-तुम सच मे पागल हो अवी-अब तुम खुद सेलेक्ट कर लो तुम्हारे कौन्से है रेशमा-कहाँ है मैं रेशमा को लेकर बेडरूम मे आ गया बेडरूम मे आते ही बेड पर पड़े अंडरगार्मेंट को देख कर शॉक्ड हुई रेशमा को शरम भी आ रही थी ऐसे मेरे सामने सारी ब्रा पैंटी थी अपने ब्रा पैंटी को सेलेक्ट करना वो भी मेरे सामने , कुछ बीविया तो अपने पति के सामने भी शॉप मे ब्रा पैंटी नही लेती अब तो एक अंजान मर्द के सामने , फिर भी रेशमा ने हिम्मत से काम लिया और सर नीचे करके ब्रा पैंटी ढूँढने लगी अवी-अच्छे से देखना वरना फिर कहोगी कि रेशमा-देख रही हूँ अवी-रेशमा की बहन के उसकी माँ के सबके लेकर आया हूँ रेशमा-व्हाट अवी-मेरा मतलब है जो हाथ मे मिला वो लेकर आया रेशमा-तुम बाहर रूको मैं देखती हूँ अवी-मैं मदद करता हूँ रेशमा के कुछ कहने से पहले मैं ने कुछ ब्रा पैंटी उठा ली और एक पैंटी को देखने लगा जी स्ट्रिंग वाली पैंटी थी अवी-ये देखो , ग़लती से बच्चे की लंगोट लेकर आया हूँ रेशमा-वो ..... अवी-ये क्या पीछे से सिर्फ़ स्ट्रिंग है रेशमा- वो दो मुझे अवी-ये तुम्हारी है रेशमा-दो मुझे अवी-पर ये तो फट गयी है , पीछे का कुछ नही है रेशमा-वो ऐसे ही होती है अवी-झूठ मत बोलो रेशमा-तुम नाटक मत करो , तुम्हें भी पता है , दो मुझे अवी-सच मे मैं ने ऐसी पैंटी नही देखी रेशमा-अपनी बीबी को खरीद कर देना , वो दुबई से ली थी अवी-कितनी छोटी है रेशमा ने कुछ नही कहा और मेरे हाथ से पनटी च्चीं ली मैं फिर से ऐसे मज़ाक करने लगा रेशमा ने एक पैंटी उठा कर देखी मुझे पता था कि वो मैं ने खरीदी है अवी-वो तुम्हारी नही होगी रेशमा-क्या अवी-वो तुम्हारी नही होगी रेशमा-तुम्हें कैसे पता अवी-क्यूँ कि मैं इस पैंटी को पहचानता हूँ , उस दिन रेशमा यही पैंटी पहन रखी थी मेरी बात से तो मेरी पड़ोसन पानी पानी हो गयी उसको तो गला सुख गया अवी-वो तुम्हारी नही है , रेशमा को भी याद आया कि उस दिन रेशमा ऐसी ही पैंटी पहनी थी रेशमा-हो गया अवी-पक्का हो गया ना रेशमा-हाँ , अब सारे कपड़े मिल गये अवी-तो ये तुम्हारे नही है रेशमा-नही अवी-ये जो बेड पर है ये अंडरगार्मेंट होते है ,, तुम्हारे तो बहुत अजीब थे रेशमा-चुप रहो , कुछ तो शरम करो अवी-शर्म तो तब करता जब तुम्हें उस कपड़े मे देखता रेशमा-तुम्हें मज़ा आ रहा है मुझे छेड़ने मे अवी-सच मे , मुझे ताज्जुब हो रहा है जी स्ट्रिंग की पैंटी कैसे पहनती है , क्या छुपाता होगा रेशमा-तुम अपनी बीवी को खरीद कर देना तब देख लेना अवी-तब तक नींद नही आएगी रेशमा-ये भोला बनना बंद करो , मैं जानती हूँ कि तुम ऐसा बोल कर मुझे पहन कर दिखाने को बोलॉगे अवी-ऐसा मैं नही तुम चाहती हो रेशमा-मैं नही तुम ये बोलने वाले थे अवी-जिसके दिल मे जो होता है वो ज़ुबान पर जल्दी आता है रेशमा-तुमसे जीतना मुश्किल है अवी-तो तुम्हें कपड़े मिल गये ना रेशमा-हाँ अवी-तो कल जॉगिंग पर जाएँगे साथ मे रेशमा-तुम जॉगिंग करने पे कुछ ज़्यादा ही फोकस कर रहे हो अवी-क्यूँ कि उस समय तुम मेरी बीवी बन जाती हो रेशमा-व्हाट अवी-सबको लगता है कि तुम मेरी बीवी हो , रियल मे ऐसा नही हो सकता पर लोगो के ऐसा कहने पे अच्छा लगता है रेशमा-सब मर्द एक जैसे ही होते है अवी-तुमने इतनी जल्दी शादी क्यूँ की , मेरा इंतज़ार करती रेशमा-काश तुम जल्दी जाते , ( मेरे नशीब मे मोटा सांड लिखा था तो क्या कर सकते है ) रेशमा ने धीरे से कहा अवी-कुछ कहा तुमने रेशमा-यही कि तुम ऑफीस नही गये अवी-आज तुम्हारी वजह से छुट्टी ले ली , कल जॉगिंग जो जाना था और हम दोनो के चेहरे पर स्माइल आ गयी रेशमा-थॅंक्स अवी-वेलकम डियर रेशमा-तो आज हम दोनो घर पर है तो आज का लंच तुम मेरे यहाँ कर सकते हो अवी-सच फिर तो रोज ऑफीस नही जाउन्गा रेशमा-तुम लाइन मारना बंद करो अवी-सॉरी , पर हसी मज़ाक तो चलेगा ना रेशमा-हाँ , लेकिन एक लिमिट मे अवी-लिमिट क्रॉस हो गयी तो तुम बता देना रेशमा-बता दूँगी और रेशमा ने मुझे लंच के लिए इन्वाइट किया रेशमा के जाते ही मैं बाथरूम मे जाकर मूठ मारने का सोच रहा था पर सोचा कि अब तो रेशमा की चूत मे वीर्य डालूँगा ______________________________ |
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