Thread Rating:
  • 1 Vote(s) - 1 Average
  • 1
  • 2
  • 3
  • 4
  • 5
Adultery प्यार या धोखा
Dr नमस्कार
गोष्ट छान लिहिली आहे डिटेल्स पण मला आवडले
पण एक गोष्ट मात्र नक्की आहे की
ह्याच्या मध्ये झवाझवी फार कमी आहे
लंड उठायला आणि अपडेट संपतो एकाच वेळी.
एक अजून सांगायचे आहे Dr की तुझ्या आईच्या गावात पक्षा ला मारायची काय गरज होती.
Some would say I am the REVERSE 
Like Reply
Do not mention / post any under age /rape content. If found Please use REPORT button.
अध्याय 27
रोहन और सपना एक बड़े बिस्तर में लेते हुए सिगरेट पी रहे थे,दोनों के सर आसपास ही थे और एक ही सिगरेट को वो पास करके पी रहे थे…
“आज कुछ अजीब हुआ यार रोहन ..”
“हा मेरे साथ भी ..”
“क्या ..”
“पहले तुम बताओ की क्या अजीब हुआ..”
“अरे पहले तुम बताओ मेरी बात ज्यादा इम्पोर्टेन्ट नही है..”सपना की बात सुनकर रोहन उसकी ओर मुड़ा सपना भी उसके ओर मुड़ चुकी थी..
उसने सिगरेट रोहन को पास की रोहन ने आखरी कस लगा कर उसे फेक दिया,और पूरा धुंआ सपना के ऊपर छोड़ दिया ..
“छि यार ..”
रोहन थोड़ा हंसा..
“आज फिर से पूर्वी से प्यार हो गया यार “
रोहन एकटक सपना को देख रहा था,सपना ने अपना माथा पिट लिया
“कोई नई बात बता ये क्या अजीब बात हुई तुझे तो साले ऐसा बुखार चढ़ा है की उतरता ही नही ..”
“नई बात हुई यार..आज पूर्वी ने मुझे हिंट दिया की अब भी देर नई हुई है ,मैं अब भी उसे पटा सकता हु ..”सपना के आंखों में अब थोड़ा आश्चर्य था..
“क्या बोली वो ..”
रोहन ने पूरी बात बताई ..
“ओह तो शेख साहब पूर्वी के दिमाग से भी खेल रहे है,”
“मतलब ??”
“मतलब साफ है ,पूर्वी ने कभी ऐसी बात तुझसे नही कही थी ,शादी के बाद शायद ये पहली बार था जब उसने कुछ क्लियर हिंट दिया ओके..”
“हा ..”
“तो साफ है ना की ये रफीक के आने के बाद हुआ,वो उसके साथ अकेले बैठी थी तो कुछ तो उसने कहा होगा जो पूर्वी ऐसी बाते कर रही थी…”
रोहन ने बस सर हिलाया और उसे देखने लगा..
“क्या??”
“तू भी कुछ बोलने वाली थी “
“हा यार वो बल्ला है ना ,साला पता नही उसके लिए कुछ अट्रेक्सन सा आया दिल में “
सपना तो गंभीर थी लेकिन रोहन के होठो में मुस्कान आ गई
“दिल में या यंहा ..”
उसने अपना हाथ सपना के जांघो के बीच रख दिया ,सपना ने उसे एक मुक्का मारा..
“साले तुझे इसके सिवा कुछ सूझता है क्या ,ये सच है यार सचमे ,अगर सेक्स का मन करता तो बात अलग थी लेकिन...लेकिन ये कुछ और था,कुछ अजीब सा..”
रोहन सपन के चहरे को ही देख रहा था सपना थोड़ी गंभीर लग रही थी..
“ये साले वो दोनों आखिर मेरी दोनों जान के साथ कर क्या रहे है,एक आज इतनी गंभीर दिख रही थी और एक तू है तुझे उससे प्यार हो गया..”
सपना अपने विचारों से बाहर आयी
“अरे नही रे ,प्यार व्यार नही लेकिन ..लेकिन कुछ अजीब सा लगा,”
“उसे ही तो प्यार कहते है ना”
“यार उस बल्ला से प्यार..मय गॉड ये क्या हो रहा है मुझे..”सपना सरक कर रोहन के पास आ गई और रोहन ने उसे कसकर अपनी बांहों में जकड़ लिया..
“ऐसा ही रहेगा तो लफड़ा हो जाएगा सपना,हम तो उन लोगो को फसाने की सोच रहे थे वो साले तो हमे ही फंसा रहे है “
“ऐसा नही है यार ,ऐसे नही फसाया जाता किसी को ,वो इतना जेन्युन था की लगा नही की वो मुझे इम्प्रेस कर रहा यही मैं तो खुद ही उसे देखकर इम्प्रेस हो गई ,जानता है साले का बहुत बड़ा है,तुझसे भी बड़ा…”सपना थोड़ी अलग हुई रोहन के होठो में मुस्कान था ..
“साली इसे प्यार नही हवस कहते है,तू उसके साइज से इम्प्रेस हो गई ,या फिर उसके बॉडी से “
रोहन के बात से सपना भी मुस्कुराने लगी
“अरे नही साले सच में कुछ हुआ यंहा,क्या मुझे समझ नही आएगा की प्यार और हवस में क्या अंतर है..”
“हा मेरी जान तू इतनी खेली खाई हो है ,चल एक गेम खेले क्या आज “
सपना उसे ही देख रही थी
“क्या ??”
“आज तू पूर्वी बन जा और मैं बल्ला”
सपना जोरो से हँस पड़ी
“तू बेचारी मासूम सी पूर्वी को उस बल्ला से चुदवायेगा “सपना और भी जोरो से हँसने लगी
“कमीनी नही ..मेरी पूर्वी उस दैत्य के साथ नही मेरा मतलब था की तू मेरे लिए पूर्वी बन जा और मैं तेरे लिए बल्ला..”
सपना अब भी हँस रही थी
“लेकिन बल्ला जैसा बल्ला कहा से लाएगा “
सपना और भी जोरो से हँसने लगी ,रोहन ने थोड़े गुस्से से उसे देखा और उसके ऊपर झपट पड़ा..
अब रोहन सपना ने ऊपर था और उसने सपना का मुह दबा दिया,वो उसके होठो को चूसने लगा..
“बहुत बोल रही है तू अब दिखाता हु तुझे की मेरे बल्ले में कितना दम है,तेरी गीली पिच में ऐसी बैटिंग करूंगा ना की आज तो कई सेंचुरी बना के दिखाऊंगा”
सपना के हाथ भी अब उसके गले को घेर चुके थे,
“आँख बंद कर मेरी जान और अपने बल्ला को याद कर ..”
रोहन ने अपना हाथ उसके टीशर्ट में डाल दिया और उसके मम्मो को दबाने लगा,सपना ने आंखे बंद की उसे लगा जैसे बल्ला का मजबूत हाथ उसके उजोरो को सहला रहा है,उसने मुह से सिसकियां निकलने लगी,रोहन का हाथ उसके जांघो के बीच पहुचा वो पेंट से हाथ अंदर घुसाया,थोड़ी ही देर में ही सपना की योनि से फुहार छूटने लगी थी,रोहन ने पिच तो गीली कर दी थी अब उसे बल्ला चलाना था,उसने सपना के चहरे को ध्यान से देखा और फिर पूर्वी को याद करने लगा,उसने भी अपनी आंखे बंद की ,उसके कानो में सुबह पूर्वी द्वारा बोले गए शब्द गूंज रहे थे,अब भी उसके पास मौका था पूर्वी को पाने का,उसने उस दिन को याद किया जब पूर्वी उसके सामने नंगी थी,उसे उसकी वो योनि याद आयी,रोहन ने सपना की योनि में फिर से उंगली डाल दी,उसके गीलेपन का आभास करने लगा,उसे लगा जैसे यही पूर्वी की योनि हो,वो मस्त होकर सपना पर टूट पड़ा था,वो उसे चूमे जा रहा था,
“पूर्वी आई लव यू..”
“आह बल्ला आगे बड़ो ना …’सपना ने रोहन को और भी जोरो से कस लिया
“पूर्वी मेरी जान आई लव यू...मेरी जान आह”
रोहन के हाथ सपना की योनि में जोरो से चल रहे थे,उसे जैसे खयाल ही नही रहा की उसके नीचे आखिर है कौन ,वही हाल सपना का भी था...वो बल्ला के शरीर को महसूस कर रही थी,उसकी ही उंगलियां उसके योनि की दीवारों पर घिस रहे थे,वो पनिया गई थी और ज्यादा और ज्यादा पनिया रही थी,उसने जोरो से रोहन को पकड़ रखा था और वो उसे आने और भी पास खींचना चाहती थी,अपनी अंदर उसे महसूस करना चाहती थी..
“रोहन ने जल्दी से सपना के कपड़े निकाल दिए और खुद ही बिना आंखे खोले ही नंगा हो गया,सपना ने भी अपने टांगो को फैलाने में कोई भी देरी नही की और दोनों पैरों को रोहन के कमर से जकड़ लिया ,और रोहन के लिंग को अपने हाथो में पकड़ कर उसे अपने योनि में घिसने लगी ,उसे याद आया की बल्ला का लिंग कितना बड़ा था,उसने रोहन के बाद सबसे बड़ा लिंग उसका ही देखा था,आज रोहन का लिंग भी उसे बिल्कुल ही नया लग रहा था,वो उसे बेताबी से सहला रही थी और अपने योनि में घुसाने की कोसिस भी कर रही थी ..
“बल्ला डाल दो ना अंदर ..”
“पूर्वी मेरी जान ,कितनी प्यारी और नाजुक है तू ..”
रोहन ने सपना के सर को जोरो से पकड़ा और उसके गीली योनि में अपना लिंग सरकते चला गया,,दोनों के मुह से ही कहारे निकलने लगी थी,सेक्स के सुख से भी ज्यादा अपने साथी से मिलने का सुख होता है जिसका आनंद दोनों ही ले रहे थे,दोनों ही अपने अपने सपनो में खोए हुए एक दूसरे के जिस्म का आनंद ले रहे थे,दोनों ही गहराई में डूबे हुए थे और इस मजे को और भी ज्यादा समय तक महसूस करने में लगे थे,दोनों ही खुद को पूरी तरह से छोड़ चुके थे अपने फेंटेसी में डूबने के लिए…
और बिस्तर में तूफान मचा...कमर हिल रहे थे,आवाजे और सिसकियों से कमरा गूंज रहा था,आज तूफान कुछ ज्यादा ही देर तक चलने वाला था…………
*********
वही दूसरी तरफ भी कुछ ऐसा ही तूफान मचा हुआ था…
“पूर्वी मेरी जान आई लव यू..”
गौरव का कमर तेजी से चल रहा था,दोनों ही नग्न अवस्था में एक दूसरे से लिपटे हुए लेटे हुए थे,गौरव अपने पूरे जोश से पूर्वी के योनि में अपने लिंग को घुसाने में लगा हुआ था ,तूफान यंहा भी मचा था एक गौरव के लिए बिस्तर में और दूसरी ओर पूर्वी के लिए उसके मन में..
गौरव के धक्कों से वो मजा नही ले पा रही थी,जब भी वो आंखे बंद करती तो कभी रफीक तो कभी रोहन का चहरा उसके सामने आ जाता था,बहुत देर तक वो ऐसे ही बस पत्नी धर्म निभाने के लिए लेटी रही वो आंखे बंद करने से डर रही थी,आख्रिर उसने फैसला किया की वो आंखे बंद करेगी ,
“आह पूर्वी ..”
रफीक तेजी से धक्के लगा रहा था,उसका मजबूत जिस्म पूर्वी के नाजुक जिस्म को पूरी तरह से ढक चुका था,वो उसके जिस्म की मजबूती अपने जिस्म में महसूस कर पा रही थी,
“आई लव यु बेबी..”
धक्के तेज हो रहे थे और पूर्वी ने रोहन के सर को अपने मुह के पास खिंचा और उसके होठो में अपने होठो को घुसा दिया,रोहन पूर्वी के नाजुक होठो को जोरो से चूसें जा रहा था,पूर्वी को ऐसा सुख मिल रहा था जिसकी कल्पना भी वो नही कर पाई थी,रोहन उसके होठो को और भी जोरो से चूस रहा था,
“आह आई एम कमिंग बेबी “
रफीक की आवाज पूर्वी के कानो में पड़ी वो भी चाहती थी की रफीक उसकी योनि को पूरी तरह  से भिगो दे..और रोहन छूटा,अपने पूरे वेग में उसने पूर्वी के योनि में अपना लावा भर दिया पूर्वी थक कर चूर हो चुकी थी उसने रफीक और रोहन का लावा अपने गर्भ में जाते हुए महसूस किया और इसी आभास से उसका झरना भी छूट पड़ा…
उसने गौरव को जोरो से कस लिया था,जो अपनी हांफती सांस सम्हाल रहा था,पूर्वी को लगा जैसे उसने रोहन के मजबूत जिस्म को अपने बांहों में भरा है और रफीक का मुस्कुराता हुआ चहरा उसके आंखों में घूम गया,वो अपनी उखड़ी हुई सांसों को सम्हालने लगी लेकिन उसके चहरे में तृप्ति का एक भाव था वही होठो में एक मुस्कान………...
Like Reply
This is the best story right now ! //// pe chutiya ko bohat ghatiya response mil rha hai but this story is on fire. keep Writing the way you're writing it !
It's all about getting laid
Like Reply
Ab to man puri tarah se bahaj gayw aur tan bahakne ki kagar par hain..... Purvi aud sapna dono ke
Rohan ke man me to purvi pehle se hi thi.... Lekin gaurav ke man me kya hai
Dekhte hain age
Like Reply
Sir i think poorvi sapana jaisi nahi hi.
I respect poorvi charecter.. please dont .
Like Reply
Dr. This story was supposed to be adultery and that's what you're trying to make it. Just don't listen to a few bastards who are preaching you for making characters sluts or whatever. If they are so pure what are they doing here on xossipy or ////.
It's all about getting laid
Like Reply
(30-06-2019, 09:33 AM)Deadman1 Wrote: Dr. This story was supposed to be adultery and that's what you're trying to make it. Just don't listen to a few bastards who are preaching you for making characters sluts or whatever. If they are so pure what are they doing here on xossipy or ////.

My point exactly 
It's just that making a character slut without a reason seems a lot more pathetic 
But I am sure writer will give the reasons 
Also sapna could be slut but now out of nowhere purvi isn't in the love too 
That's quite funny
Some would say I am the REVERSE 
Like Reply
Nice update
Like Reply
अध्याय 28
उसी रात
रफीक और बल्ला बैठे शराब पी रहे थे,
“रफीक भाई ये डॉ के चक्कर में हम यंहा आ तो गए लेकिन लेकिन लगता है साला सच में इन लड़कियों से प्यार हो जाएगा …”
बल्ला की बात सुनकर रफीक थोड़े देर तक तो चुप था लेकिन फिर खूब हंसा ..
“सही कहा भाई,क्या लड़की है पूर्वी ,कितनी शरीफ,मासूम और प्यारी दिल करता है की चुम लू”
“हा भाई मेरी सपना भी कितनी सेक्सी है दिल करता है की …”
वो इतना ही बोल कर रुक गया ,रफीक उसे देखकर हँसने लगा
“क्या दिल करता है ??की ..”
बल्ला थोड़ा झेंपा
“भाई सच बोलूं उसके बारे में गंदा बोलने का भी मन नही कर रहा”
रफीक फिर से हंसा लेकिन फिर उसके होठो में एक संजीदगी आ गई..
“लगता है ये साली हम जैसे कमीनो को भी शरीफ बना देंगी,”
उसने अपने ग्लास में रखा पेग एक ही झटके में अंदर कर लिया…
“भाई अगर ऐसा हुआ तो हमे तो इनसे बच के रहना चाहिए,हम तो लड़कियों को चोद कर फेकने वाले लोग है,हमारा काम कैसे चलेगा अगर हम ही शरीफ हो गए तो काम कैसे चलेगा हमारा”
“हम्म बात तो सच है तेरी ,अब बच तो सकते नही हमे बुलाया ही इसीलिए गया है की हम इनके साथ समय बिताए और इन्हें यकीन दिलाये की हम शेख है लेकिन ...लेकिन हमे सम्हाल कर रहना होगा कही हमे इन लड़कियों से प्यार ना हो जाए वरना साला पता चला अपना राज खुद ही खोल देंगे “
इस बार रफीक और बल्ला दोनों ही संजीदा थे ………..
************
रोहन और सपना, रोहन के ऑफिस में बैठे हुए उस शख्स का इंतजार कर रहे थे जो उनके पिता की मीटिंग की ऑडियो टेप लाने वाला था..
वो बेचैन लग रहे थे..
आखिरकार उन्हें टेप मिल ही गई ,
उस शख्स के जाने के बाद तुरंत ही रोहन ने उसे अपने कम्प्यूटर में लोड किया और दोनों कान गड़ाए सुनने लगे..
कुछ देर यू ही फॉर्मल बातचीत होती रही ...फिर ओबराय(रोहन के पिता) की आवाज सुनाई दी
“यार ये तस्वीर का क्या चक्कर है कुछ समझ आया …”
“समझ तो मुझे भी नही आ रहा है की आखिर ये तस्वीर उस औरत के पास कैसे आयी,ये तो हमारे गोवा वाले फॉर्महाउस में हमने खिंचाई थी,लेकिन एक प्रॉब्लम ये भी है की एक शेख का बेटा भी आ गया है,मुझे पता लगा की वो यंहा कोई केमिकल फेक्ट्री खोलने के लिए आया है,शायद ये भी उसी फार्मूले का ही चक्कर है,क्योकि वो शायद उसी शेख का बीटा है जिसने उस लड़की को गायब किया था ..”लखानी(सपना के पिता) ने कहा
“huuummm खबर तो मुझे भी यही लगी है ,लेकिन वो अभी तक जमीन देख रहा है,अभी प्रोसेस लंबा होगा,बिजनेस का कोई चांस नही है उसके साथ “कपूर सोचते हुए बोला जिससे लखानी गुस्सा हो गया..
“इसीलिए मैं इस साले से इतनी नफरत करता हु ,हम यंहा अपने बच्चों की परेशानी को लेकर बैठे यही और ये साला  बिजनेस की सोच रहा है “लखानी ने मुह सिकोड़ा लेकिन फिर कपूर बोल उठा
“अरे नही बिजनेस की बात इसलिए लाया क्योकि वो आजकल हमारे बच्चों के साथ ही घूम रहा है ,और ये तस्वीर भी सपना के hod के पास ही उसे मिली थी,और जंहा तक मुझे पता चला है की पूर्वी का पति गौरव भी उस लड़की के साथ ही पढ़ता था जब उस लड़की ने फार्मूला बनाया था,तो यार मैं क्यो ना सोचु की कही ये हमारे पैसे को लेकर कोई गेम तो नही है ,हर चीज हमारे बच्चों के इर्दगिर्द ही घुम रही है ,हमने वो फार्मूला उस लड़की से हासिल करने की कोशिस की थी याद है ना आज फिर से उसी फार्मूले के चक्कर में कोई कांड होने वाला है,रोहन के मुह से फार्मूले की बात सुनकर मैं थोड़ा चौका जरूर था लेकिन जब अब पूरी बात हमारे सामने है तो मुझे तो लगता है की ये सब उसी के इर्दगिर्द की ही चीजे है ,हो ना हो वो वही फार्मूला है जो वो मालती ने छुपा के रखा है जो रोहन मुझे बताने की कोशिस कर रहा था लेकिन सपना ने उसे चुप करवा दिया और बात पलट दिया,मैंने पता लगवाया है  की मालती भी उस समय उस लड़की की प्रोफेसर थी ,साले मुझे बिजनेस की फिक्र नही है मुझे तो अपनी बेटी की सबसे ज्यादा फिक्र है ,ना जाने वो फार्मूला सही है भी की नही लेकिन जिस लड़की ने वो फार्मूला बनाया था और जिसे हमने उसे लालच दिखाकर और अपनी ताकत दिखाकर उसे छिनने की कोशिस की थी आज उसी लड़की का एक करीबी दोस्त मेरी बेटी का पति है ,तो चिंता वाली बात तो मेरे लिए भी ज्यादा है “कपूर की आवाज में सच में चिंता थी ..
“अच्छा और मेरी बेटी भी तो उसके साथ ही काम कर रही है ,तुझे लगता है की मुझे उसकी चिंता नही है “लखानी बोल पड़ा ..
“अबे चुप करो यार तुम दोनों,हम सभी जानते है की हम एक दूसरे के बच्चों को भी अपने बच्चों जैसा ही मानते है ,सपना और पूर्वी दोनों ही अभी गौरव के संपर्क में है और किसी ना किसी तरह से उस फार्मूले से संबंधित भी है और हमे उनकी चिता करनी ही चाहिए,लेकिन बात इतने साल पुरानी हो गई है ,अगर ऐसा कोई फार्मूला अब भी किसी के पास है तो बात समझ भी आती है लेकिन ...ये फ़ोटो ..?? याद करो सालों कही हमने कुछ ऐसा तो नही किया था जो आज हमारे बच्चों के जिंदगी की आफत बन जाए “
ओबराय की बात सुनकर दोनों चुप हो गए और सोचने लगे किसी को भी कुछ ऐसा समझ नही आ रहा था …
“अच्छा एक काम करते है शुरू से सोचते है जब से हमे इस फार्मूले के बारे में पता चला “
ओबराय ने सुझाव दिया सभी ने सहमति में सर भी हिलाया ...अब ओबराय ने बोलना शुरू किया
“जंहा मैं गलत हो जाऊ तो मुझे सुधार देना ओके,तो शुरुवात हुई थी प्रोफेसर मित्तल से ,जब वो हमारे पास एक प्रपोजल लेकर आये थे,हम तीनो अपने बिजनेस में बिजी थे और मित्तल जो की केमेस्ट्री का प्रोफेसर था हमारे पास अपने एक फार्मूले को लेकर आया था याद है ,ये बात वही से तो शुरू होती है ना,(सभी ने सर हिलाया ) तो प्रोफेसर हमारे पास आया और अपना फार्मूला दिखाया जिससे हम एक ऐसी दवाई बना सकते थे जिससे कई रोग आसानी से ठीक हो सके ,वो हमसे और रिसर्च करने की सुविधा और पैसे चाहता था बदले में हमे उससे दवाई बनाकर बेचने की अथारटी मिलती ,यंहा तक ठीक है (सभी ने फिर से सर हिलाया )..तो हम फार्मा के क्षेत्र में जाना चाहते थे और वो फार्मूला हमे अच्छा भी लगा तो हमने उसे हा कह दिया ,लेकिन तुम दोनों चूतिये अपनी हिस्सेदारी को लेकर फिर से लड़ने लगे ,और डील कैंसल हो गई ,लेकिन कपूर ने मित्तल से सीक्रेट डील की जिसका हमे पता नही था ,ठीक है कपूर (कपूर ने सर हिलाया) ..तो कपूर ने मित्तल को पैसे दिए और मित्तल ने अपना रिसर्च बढ़ाया..लगभग 5 साल बाद हमे पता चला की मित्तल जो प्रयोग कर रहा है उसमें कपूर उसकी मदद कर रहा है,हमने तुझे कुछ नही बोला लेकिन लखानी को ये बाद पसंद नही आयी और उसने मित्तल को खरीदने की कोशिस की ,मित्तल ने उससे भी पैसे ले लिए ..यंहा तक ठीक…”सब ने फिर से हा में सर हिलाया
“तो बात आगे बड़ी और लगभग 2 सालों के बाद मित्तल के प्रयोगशाला में आग लगी और सबकुछ के साथ मित्तल भी खत्म हो गया..और तुम दोनों दारू पीकर मेरे पास रोने आ गए ठीक”
ये कहते हुए ओबराय के होठो में एक स्वाभाविक मुस्कान खिल गई थी..दोनों भी मुस्कुराते हुए हा में सर हिला गए ..
“तुम दोनों को पता लगा की तुम्हारा पैसा तो डूब गया,लेकिन कुछ सालों के बाद तुम्हे पता लगा की मित्तल की एक बेटी भी थी जो की बेहद ही इंटेलिजेंट है और उसने हमारे ही शहर के कालेज में दाखिला लिया है,तुम दोनों को ये आस लगी की हो ना हो मित्तल की रिसर्च का पता उसकी बेटी को भी होगा क्योकि वो अक्सर मित्तल के साथ ही प्रयोगशाला में तुम्हे दिख जाती थी,लेकिन इस बार तुम दोनों ने साथ काम करने का फैसला लिया और हम तीनो उस लड़की के पास पहुचे,और उसने हमे बताया की सच में मित्तल का फार्मूला उसके पास है लेकिन उसमें कई कमियां है और वो उसे दूर करके एक ऐसा फार्मूला बनाना चाहती है जो की एक साधारण से इंसान को सुपर ह्यूमन बना दे ,हम तीनो चौके और हम उसके प्रोजेक्ट में पैसा पानी की तरह बहाने को भी राजी होई गए लेकिन उसने साफ माना कर दिया ,यही हमारे ईगो को ठेस पहुची और हमने उसे धमकाना शुरू कर दिया,अब ये सोचो की क्या हमने कुछ ऐसा किया था उस समय जो बेहद बुरा हो ,बिजनेस के लिए इतना तो हर बिजनेस मेन करता है ,यानी हमने गुंडों से उसे डराया था,उसे मारने की धमकी, सिक्युरिटी से उसे डराने की कोशिस ..बस इतना ही तो किया था हमने,..या तुम सालों ने कोई होशियारी दिखाई थी…”
“नही यार बस जो किया था हम तीनो ने साथ मिलकर ही तो किया था,वो लड़की फिर भी डर ही नही रही थी ना ही पैसे ही ही मान रही थी,मैंने तो और कुछ भी नही किया था इस साले लखानी का मुझे नही पता …”
कपूर ने लखानी की ओर देखा
“नही नही मैंने भी कुछ ऐसा नही किया था फिर हमे गोवा जाना हो गया जंहा की ये फ़ोटो है और फिर आकर पता चला की यंहा उस लड़की के साथ कुछ बुरा हो गया है और उसे कोई शेख उठाकर ले गया ,या शायद वो खुद चली गई अभी तक कुछ क्लियर नही हुआ “
“ह्म्म्म तो इस केस में हमारा तो कोई हाथ नही था फिर ये साला तस्वीर का क्या चक्कर है “
ओबराय ने अपनी बात रखी ..
“ह्म्म्म यार मुझे पूर्वी के लिए डर है क्योकि गौरव भी तो उस लड़की का दोस्त था ना,और फिर मालती उस समय उनलोगों की प्रोफेसर थी अगर मालती के पास वो फ़ोटो था तो कही ऐसा तो नही की गौरव ने जानबूझकर पूर्वी को फसाया हो ,हो सकता है की वो लोग हमारे ऊपर नजर रखे हो ,या उन्हें लगता हो की उस लड़की के गायब होने में हमारा कोई हाथ है और फ़ोटो इसलिए क्योकि इसमें हम तीनो का पूरा परिवार एक साथ है,ना जाने वो किसको टारगेट कर रहे थे,शायद सबको जो उनके हाथ में आ जाए “
कपूर की बात सुनकर सभी गंभीर हो गए
“लेकिन ...इससे उन्हें क्या मिलेगा,मतलब बेचारी पूर्वी को आखिर उस फार्मूले के बारे में क्या पता “
लखानी ने शक व्यक्त किया
“लेकिन बात फार्मूले की हो ही ना बात बदले की हो,कही गौरव पूर्वी के जरिये हमसे बदला तो नही लेना चाहता “कपूर की आवाज में चिंता और भी बढ़ गई थी…
“नही यार वैसा लड़का तो लगता नही मुझे वो ,जिस तरह से सपना और गौरव उसके बारे में बताते है मुझे तो नही लगता की ऐसा कुछ होगा …”ओबराय ने कपूर को दिलासा देने वाले स्वर में कहा ..
“अब फ़ोटो मालती के पास क्यो थी ये वो ही बता सकती है ,क्या किया जाए की उससे उगलवाया जाए,केडनेप करवा ले साली को ,हमारे बच्चों का सवाल है …”इस बार लखानी थोड़े गुस्से में था ,लेकिन उसकी बात सुनकर इधर रिकार्डिंग सुन रखे सपना और गौरव भी चौक गए ..
“नही नही यार क्यो लफड़ा बढ़ाने की बात कर रहा है हमारे बच्चों को कुछ नही होगा ,और कपूर तू फिक्र मत कर पूर्वी को भी कुछ नही होगा,रोहन और सपना उसके साथ है,और अगर उस गौरव के बच्चे ने ऐसा कुछ करने की सोची भी तो साले को अपने हाथो से मौत के घाट उतारूंगा,लेकिन मुझे लगता है की मालती को किडनैप करना सही प्लान नही होगा,क्योना इस बारे में हम रोहन और सपना से सलाह ले ले..”ओबराय की बात सुनकर शायद दोनों ही चौक गए
“मतलब क्या है तेरा वो शेख फिर से इंडिया में आने की कोशिस कर रहा है जिसने पहले ही एक लड़की को गायब कर दिया जिसका आजतक कोई पता नही चल पाया है,और साले तू इसे बच्चों का खेल समझ रहा है”कपूर भड़क गया था
“तुझे क्या लगता है की हमारे बच्चे अभी भी बच्चे ही है ,साले वो हमारा खून है,और जब हम उनकी उम्र में थे तो कितने करामाती है भूल गया,इनके उम्र में हमने अपने बाप का बिजेस खुद ही सम्हालना शुरू कर दिया था,वो बड़े हो गए है और अगर हम उन्हें सच्चाई बता दे तो शायद वो इसे ठीक से समझ सके ,तुम लोग बोलो तो मैं रोहन से अकेले में इसके बारे में बात करू,हा मुझे भी समझ आ रहा है की अगर हमारे सामने सच्चाई नही आयी तो खतरा हो सकता है लेकिन अब उस खतरे के बारे में हमे अपने बच्चों को भी बता ही देना चाहिए,पूर्वी को नही तो कम से कम रोहन और सपना को तो बता ही देना चाहिए ताकि वो दोनों ही सम्हल कर रहे और पूर्वी को भी बचाये और साथ ही सपना मालती की खास बन चुकी है क्या पता उसे किडनैप करवाने की जरूरत ही ना पड़े बात ऐसे ही पता लग जाए,और अगर कुछ ना हुआ तो हमारे पास अपना तरीका तो है ही ,किडनैप करवा लेंगे साली को फिर तो उसका बाप भी बताएगा की ये फोटो उसके पास क्यों है ..”
ओबराय की बात से वंहा थोड़े देर के लिए शांति छा गई
“हम्म ठीक है लेकिन रोहन नही सपना को भी इस बारे में बता,क्योकि मुझे रोहन के दिमाग पर भरोसा नही है ,”
कपूर की बात सुनकर वंहा बैठ हर व्यक्ति हँसने लगा साथ ही उनकी बात सुन रही सपना भी जबकि रोहन ने अपना मुह बनाया ..
…………………..
“तो रोहन बात अब हमतक आने वाली है ,मालती को अगर इन लोगो ने किडनैप किया तो मुश्किल हो जाएगी जबरदस्ती में प्रॉब्लम्स खड़ी होंगी ,उन्हें हमे अपनी बातों से रोकना है और उन्हें यकीन भी दिलाना है की हम उसे अपने तरीके से हैंडल कर लेंगे,और यार मालती के ऊपर कुछ कर उसे तुझे भी सम्हालना है,प्लान पता है ना की तुझे क्या करना है और कैसे फोटो का राज उसके मुह से निकलवाना है…”
सपना ने बड़ी उम्मीद से रोहन को देखा ,रोहन ने बस मुस्कुराते हुए अपना सर हिलाया ………….
Like Reply
Dr. Sahab bohat jaldi khol rhe ho suspense let it be a secret for long adultery kya bacha fir isme. Kharab response achchi kahani ki maa behn kar deta hai
It's all about getting laid
Like Reply
Nice update
Like Reply
अध्याय 29
हल्की हल्की बारिश की फुहारों में भीगा हुआ गौरव अभी घर के पोर्च में खड़ा था,पास ही खिड़की से फैलती हुई रोशनी से वंहा थोड़ी रोशनी थी,वो बेचैनी से खुद की भावनाओ पर काबू पाकर वंहा चहलकदमी कर रहा था,कमरे की खिड़की ना पूरी बंद थी ना ही पूरी खुली,लेकिन जितनी भी खुली थी उससे पता चल रहा था की अंदर तेज लाइट जल रही है वही वंहा से आती हुई आवाजे भी उसे साफ सुनाई दे रही थी ,वो बेचैन और भी बेचैन हो रहा था ,उसने खिड़की से झांकने की भी कोशिस की लेकिन उसे कुछ दिखाई नही दिया,हा परछाईया जरूर दिखाई पड़ी जिससे प्रतीत होता था की एक लड़की अपने कपड़े उतार कर फेक रही है वही एक मर्द भी अपने कपड़े उतार कर नंग हो रहा है,उसने दो नंगे जिस्म की परछाइयों को आपसे में लपटते देखा था और फिर दोनों ही बिस्तर में गिर गए ..
सिसकियां तेज हो रही थी जिससे गौरव की बेचैनी और भी बढ़ रही थी ,गौरव की भी सांस तेज होने लगी थी..
“अअअअअअअ हहहह ...रोहन ..”
एक चीख से ऐसा लगा जैसे लड़की की योनि में लड़के का लिंग प्रवेश कर चुका है,कहने की बात नही थी की लिंग रोहन का था..
रोहन का नाम सुनकर गौरव को तेज झटका सा लगा लेकिन वो खुद को सम्हालने की कोशिस कर रहा था,वो चाहता था की वो दरवाजा पिट कर दोनों को उस प्रेममिलाप से बाहर निकाले लेकिन फिर वो मोबाइल पर आये उस मेसेज को देखकर चुप रह जाता था,उसे इंतजार करने को कहा गया था जबतक की ये खेल खत्म नही हो जाता,शायद उसे ये जानबूझ कर दिखाया या सुनाया जा रहा था ताकि उसे अपनी गलती का अहसास हो सके…..
“तुम बड़ी करारी हो जान कब से तुम्हारे साथ ये करना चाह रहा था..”
रोहन जैसे उस नंगे जिस्म पर टूट ही पड़ा था,सिसकियां और भी तेज हो रही थी और आउच आह जैसी आवाज जोरो से आने लगी थी..
“तुम तो उस कमीनी सपना के साथ ही चिपके रहते हो ,मेरे ऊपर तो तुम्हारा ख्याल भी नही गया”
“ऐसी बात नही है मेरी जान तुम तो मेरी जान हो ,तुम्हारे हुस्न का तो मैं हमेशा से ही कायल रहा हु”
रोहन का ये बोलना था की गु गु की आवाज आने लगी थी,जैसे रोहन ने अपने होठो को उसके होठो से लगा दिया हो ,चूमने और चूसने में भी इतनी शिद्दत थी की आवाजे बाहर तक सुनाई दे जाती थी..
इधर गौरव के सब्र का बांध टूटने को हो रहा था,वो गुस्से में आ चुका था लेकिन कुछ कर नही सकता था,आवाजे तेज हो रही थी और वैसे ही गौरव की सांस भी …
“आह रोहन ...फक मि डार्लिंग ,तुम्हारे जैसा आज तक नही लिया मैंने ,आह रोहन फक मि ..”
आवाजे तेज हो रही थी ,अंत समीप ही था…
“ओह बेबी यू यार टू गुड ,आह आह आई एम कमिंग बेबी ..”
“या फक मि हार्ड ,मेरे अंदर ही गिरा दो..यस “
गौरव ने सिचुएशन को समझकर अपने चहरे में आये हुए पसीने को पोछा थोड़ी देर में ही कमरे से आवाजे आनी बंद हो गई थी ...और थोड़े ही देर में घर का दरवाजा खुला ..
“ओह गौरव हाय..”
रोहन के होठो में एक कमीनी सी मुस्कान थी वो अपनी पेंट की चैन लगा रहा था,
गौरव ने उसका कोई भी जवाब नही दिया वो अंदर जाने के लिए हुआ लेकिन रोहन ने उसे रोक दिया ..
“रिलेक्स मेन ,मैं बियर लेने जा रहा हु जो भी काम हो थोड़ा जल्दी निपटान क्या है तुम्हारे कारण बस एक ही राउंड हो पाया है ,आज पहली बार है तो रात भर करने का मुड़ है..होप मेरे आने तक तुम अपना काम निपटा लोगे…”
गौरव ने फिर से कोई जवाब नही दिया लेकिन रोहन के होठो में वही कमीनी सी मुस्कान थी उसने गौरव को बिना कुछ कहे ही अपना बाइक स्टार्ट किया और वंहा से निकल गया….
गौरव अंदर आ चुका था…
“व्हाट द फक ...ये सब हो क्या रहा है यंहा पर तुम मुझे इम्पोर्टेन्ट काम बोलकर यंहा बुलाती हो और फिर ये सब ..क्या दिखाना चाहती हो तुम मुझे ..”
उधर से बस एक कातिल सी मुस्कान आयी
“यही की तुम अकेले नही हो ,मेरे कई दीवाने है जो मेरे एक इशारे पर कुछ भी कर सकते है..”
“तुमने ये दिखाने के लिए मुझे यंहा बुलाया था”
गौरव बुरी तरह से झल्ला गया
“क्या ये जानना भी तुम्हारे लिए इम्पोर्टेन्ट काम नही है “
“रोहन तुम्हारा यूज़ कर रहा है मालती ..”
गौरव झल्ला कर बोला,वही मालती हँसने लगी
“तुमने मुझे यूज़ किया गौरव,जब से पूर्वी तुम्हारे जीवन में आयी तुमने मुझे चाय में गिरी मख्खी की तरह निकाल कर फेक दिया,तुम्हे क्या लगा की तुम्हारे बिना मैं अकेली हो जाऊंगी नही गौरव नही ,चूत गुड़ की तरह होती है अगर खुल जाए तो मख्खियां खुद ब खुद आसपास झूमने लगती है ...वैसे रोहन बता रहा था की पूर्वी का गुड़ भी काफी मीठा है..”
मालती जोरो से हंसी वही गौरव का पारा चढ़ गया 
“इनफ इस इनफ मालती पूर्वी को बीच में मत लाओ ..”
गौरव लगभग चीखा लेकिन उसके चीख में वो आवाज नही थी ..
“अच्छा सारा गुड़ तुम खाओ और हम रहे भूखे...भूलना मत गौरव की अगर हमारे संबंधों का पता पूर्वी को चल गया ना तो वो तुम्हारे पास एक पल भी नही रुकेगी ..”
इस बार मालती की बात सुनकर गौरव जोरो से हँसने लगा था ..
“उसे हमारे बारे में सब पता है,उसे शादी से पहले ही पता था चूतिया  ने बताया था”
मालती बुरी तरह से चौकी 
“किस चूतिया ने “
“अरे डॉ चुटिया..चुन्नीलाल “
“ओह तो वो कमीना भी …...उसने कविता को तुमसे अलग कर दिया और अब पूर्वी को भी अलग करना चाहता है..आखिर ऐसी क्या बात हो गई जो उसने पूर्वी को ये सब बताया था “
मालती के चहरे में आ रहे चिंता के भाव से गौरव के चहरे पर भी चिंता के भाव आने लगे थे,वो नही चाहता था की मालती को उसके बारे में कोई भी शक हो ..
“वो सब छोड़ो तुमने मुझे क्यो बुलाया था और के कमीना रोहन यंहा क्यो आया है ,मालती मेरी बात मानो ये साला बहुत कमीना है तुम्हे पटा कर तुम्हारा यूज़ करेगा..,”
मालती जोरो से हंसी 
“तुम्हे मेरी बहुत फिक्र हो रही है गौरव बाबू,मेरी फिक्र मत करो और मैंने तुम्हे यही दिखाने के लिए बुलाया था लेकिन तुम्हारी बात सुनकर मेरा दिमाग खटकने लगा है,
“तुम अपना दिमाग मत खटकाओ और आइंदा ऐसे मेरा समय बर्बाद करने की कोशिस भी मत करना,तुम्हारा जीवन है जिससे चाहो चुड़वाओ ..”
गौरव गुस्से से निकल रहा था तभी उसे मालती की आवाज सुनाई दी 
“यही बात अपनी बीबी को भी बोल देना,क्योकि मुझे लगता है की कुछ दिनों बाद तुम्हे मेरी जगह तुम्हरी बीबी मिलेगी ..”
गौरव को मालती की जोरो की हंसी सुनाई दी उसे गुस्सा तो बहुत आया था लेकिन वो कुछ करना नही चाहता था……. 
Like Reply
Dr sahab update new turn wala tha.

Lekin bahut chhota laga...
Abhi aage dekhte hain...

Ki... Malti ki kahi bat kab sahi sanit hogi
Like Reply
Nice update
Like Reply
waah waah
Like Reply
Intzar..... Dr sahab
Like Reply
अध्याय 30
सुबह सुबह का समय था और पूर्वी और गौरव जिम में गए हुए थे,गौरव के दिमाग में अब भी मालती के कहे शब्द गूंज रहे थे,वो दूर से ही रफीक और रोहन को पूर्वी से हँस हँस कर बाते करता हुआ देख रहा था..
“क्या हुआ गौरव जी दिल में जलन हो रही है क्या ..”
सपना ने इठलाते हुए कहा जिससे गौरव का पारा और भी बढ़ गया था..
“कल लेब क्यो नही आयी थी ..??”
“क्यो मेरे बिना मन नही लगता क्या ?”सपना ने उसे चिढ़ाया,लेकिन गौरव मजाक के मूड में बिल्कुल भी नही था
“अगर तुम अपना काम सही तरीके से नही करोगी तो मैं तुम्हे प्रोजेक्ट से निकाल दूंगा,और हमे टेस्टिंग के लिए लोग चाहिए जो तुम्हारा जिम्मा है ..”
गौरव की बात सुनकर सपना थोड़ी चौकी 
“टेस्टिंग अभी से ??”
“हा तुम्हारा ध्यान तो ना जाने कहा रहता है,मैंने कुछ सेम्पल तैयार कर लिए है और उसकी टेस्टिंग भी करवानी पड़ेगी तभी रिजल्ट समझ आएगा ,आज मेरे सर में बहुत ही दर्द है किसी अच्छे और भरोसेमंद डॉ को जानती हो ..”
सपना का दिमाग खटकने लगा था
“भरोसेमंद मतलब..”
“हमे टेस्टिंग के समय एक डॉ की भी जरूरत पड़ने वाली है ,कोई ऐसा जो भरोसेमंद हो ,तुम्हारे तो बहुत कनेक्सन है इस सिटी में तुम ही कोई डॉ ढूंढ कर लाओ “
सपना सोच में पड़ गई 
“डॉ पांडे न्यूरोलॉजिस्ट है उनकी मेरे पिता जी से बहुत बनती यही वो चलेंगे..”
गौरव कुछ देर सोचा..
“लेकिन वो तो बहुत ही बड़े डॉ है फीस जायद लेंगे,और क्या वो भरोसेमंद होंगे”
“फीस की आप चिंता मत कीजिये वो मैं देख लुंगी ,और रही भरोसे की बात तो वो मुझे अच्छे से जानते है “
“लेकिन लेब की कोई बात लीक नही होनी चाहिए हम दोनों की जान पर आफत आ सकती है यही नही सिक्युरिटी केस भी बन सकता है ..”
सपना ने हामी भरी लेकिन उसके दिमाग में अब भी कई सवाल मचल रहे थे..
“ठीक तो आज उसे लेकर आ जाओ लेब...कुछ सवाल जवाब करना होगा उनसे “
“हमको खुद ही जाना होगा वंहा ,”
“ओके,तो एक घंटे में मिलो मेरे घर के सामने,आज मेरा जिम में मूड नही लग रहा है,अब तो काम खत्म करके ही आऊंगा “
गौरव पूर्वी की तरफ देख कर बोला और जल्दी से ही निकल गया…
*********
कुछ ही देर के बाद वो डॉ पांडे के हॉस्पिटल में थे…
“तो तुम कह रहे हो की तुम इसका प्रयोग इंसानों पार कर के दिखना चाहते हो “
“जी डॉ”
“लेकिन इसके लिए तो हमे स्पेसल परमिशन लेनी पड़ेगी “
“बिना परमिशन के ये नही हो सकता??? क्योकि मैं इसे राज ही रहने देना चाहता हु “
“ऐसा कैसे हो सकता है अगर किसी की जान चली गई या कोई गंभीर बीमारी हो गई तो “
पांडे के चहरे में गंभीर भाव उमड़ रहे थे
“डॉ किसी और पर नही अगर ये मैं अपने ही ऊपर टेस्ट करू तो,आपको बस मेरा निरक्षण करना होगा और अगर कोई प्रॉब्लम हुई तो उसे हल करना होगा”
गौरव की बात सुनकर दोनों ही अचंभित हो गए थे…
“लेकिन गौरव इसमें बहुत ही खतरा है,अभी हम आधे में ही पहुचे है “
सपना बोल पड़ी 
“जितना हमने इसे बना लिया है उतना ही काफी है और दो दिन से मैं इसपर पर्सनली काम कर रहा हु ,समय आ गया है की अब इसे टेस्ट किया जाए “
गौरव ने इतने कांफिडेंस के साथ कहा था की सपना और डॉ दोनों ही सोच में पड़ गए थे…….
******* 
वो लेब से निकल कर अपना समान लेकर हॉस्पिटल के एक कमरे में पहुच चुके थे,सपना उन कागजो को बड़े ही ध्यान से देख रही थी उसे यकिन नही हो रहा था की गौरव ने इतना काम एक ही दिन में कर डाला है,वो नए केमिकल फार्मूलों को देख कर दंग थी ,उसे बहुत कुछ समझ ही नही आ रहा था,सबसे ज्यादा जरूरी चीज ये थी की आखिर गौरव की बनाई ये दवाई इंसानों पर कैसे असर करेगी ,वो खुद ही इसे अपने ऊपर टेस्ट करना चाहती थी लेकिन डॉ चुतिया ने उसे पहले ही से ही समझा रखा था की गौरव की बनाई किसी भी दवाई पर वो कभी भरोसा मत करे…
गौरव ने इसे एक इंजेक्सन के रूप में बनाया था,डॉ पांडे और सपना की मौजूदगी में आखिर उसने वो इंगजेक्सन अपने अंदर डाल लिया..
गौरव अभी बिस्तर में लेटा हुआ था और मशीनों द्वारा उसकी सांसे ,उसकी धड़कन ,और उसके मस्तिष्क से निकलने वाले तरंगों की जांच की जा रही थी,इंगजेक्शन लिए हुए आधे घंटे हो चुके थे लेकिन अभी तक गौरव को कुछ भी महसूस नही हो रहा था,सब कुछ बिल्कुल ही नार्मल था,कभी कभी उसकी हार्टबीट बढ़ जाती लेकिन फिर वो नार्मल हो जाता था,कभी कभी उसके मानसिक तरंगे अत्यंत ही विचलित हो जाते लेकिन कुछ ही सेकंड में फिर से नार्मल हो जाते,डॉ पांडे भी कोई भी परिणाम निकालने में असमर्थ थे,गौरव आँखे बंद कीये लेटा हुआ था अचानक उसने अपनी आंखे खोली…
“कुछ पता चला डॉ…”
“नही सब कुछ सामान्य ही लग रहा है “
“हम्म ओके मुझे लगता है की अब हमे चलना चाहिए..”
गौरव बेड से उठा और बाहर निकल गया..उसके पीछे सपना भी दौड़ती हुई पहुची ..
“गौरव तुम्हे कुछ भी फील नही हो रहा..”
“अभी तक तो नही ..खैर छोड़ो सब समान लेब में पहुचा दो ,मेरे ख्याल से हमे थोडा और काम करने की जरूरत है “
इतना कहकर गौरव मायूसी के साथ वंहा से निकल गया था..
***********
गौरव अपने घर में बैठा हुआ शराब पी रहा था तभी दरवाजा खुला और पूर्वी अंदर आयी,शाम हो चुकी थी और पूर्वी अपने काम से बिल्कुल ही थक चुकी थी वो भी आकर सोफे में धड़ाम से बैठ गई ,उसने गौरव के चहरे को ध्यान से देखा ,उसकी आंखे लाल थी,उसका शरीर भी ऐसा लग रहा था जैसे किसी को बेहद जोरो से बुखार आ गया हो ,वो उसके पास पहुची और उसके माथे को छुआ वो सच में तप रहा था..
“गौरव तुम्हे तो बुखार है “
“आ गई मादरचोद अपने यारो से चुदवाकर “
गौरव ई बात सुनकर मानो पूर्वी को सांप सूंघ गया हो ,वो बेहद ही डर गई थी उसे लगा जैसे गौरव के शरीर से कोई और ही शख्स उससे बात कर रहा है ,गौरव ने कभी उससे इस तरीके से बात नही की थी ….
“गौरव तुम पागल हो गए हो क्या ये क्या बक रहे हो “
“मैं बक रहा हु ,तू साली रांड उस कमीने की बीवी है ना तो खून तो असर दिखायेगा ही ,तेरा बाप कभी कविता को धमकाया करता था ,साली तू भी उसी का खून है “
गौरव के आंखों में ना जाने कितना नशा था ,पूर्वी बेहद ही डर गई थी उसकी भुजाये फड़कने लगी थी
“मार डालूंगा तुझे भी और तेरे बाप के तीनो दोस्तो को भी,क्या बोला था तेरे बाप ने मुझे भिखारी की औलाद अब बताता हु की ये भिखारी अब क्या कर सकता है”
गौरव ने पास ही रखी हुई बोतल तोड़ी और पूर्वी की ओर झपटा,पूर्वी को कुछ भी समझ नही आया,उसका ये रूप दानवों जैसा था,वो गुस्से से लाल हुआ जा रहा था,पूर्वी दरवाजे की ओर भागने को हुई लेकिन पास ही रखे सोफे से टकराकर गिर गई ,गौरव अब पूर्वी के पैरों के ही पास था,कमरे में लगे बड़े से दर्पण में उसका शरीर पूरी तरह से दिख रहा था,गौरव की नजर उस दर्पण पर पड़ी और अचानक ही उसकी आंखों में कई और भाव आने लगे..
“कविता...तूने ये क्या कर दिया ,देख मैं कैसा हो गया हु ,मैं दैत्य बन गया हु,काश तूने मुझे वो पूरा फार्मूला बताया होता तो ये नही होता..”
गौरव अजीब तरह से रो रहा था,तभी पूर्वी को अहसास हुआ की दरवाजा खुला हुआ है,उसकी ये पुरानी आदत थी की वो दरवाजे को बंद करना भूल जाती थी,और शायद ये गंदी आदत आज उसके लिए किसी वरदान सी लग रही थी,सामने रफीक खड़ा गौरव को ही देख रहा था,उसके साथ बल्ला और रोहन भी थे..
गौरव की नजर कांच से जाकर सीधे ही उन तीनो पर पड़ी..
“ओह तो इस रंडी को बचाने उसके यार आये है “
“गौरव ये सब क्या है “रफीक की आवाज भी कांप रही थी उसे कुछ समझ नही आ रहा था की आखिर ये क्या हो रहा है ,
“वो सब बाद में समझूंगा पहले तुम पूर्वी को बचाओ और इसे सम्हालो “सपना की बात सुनते ही तीनो मर्द गौरव पर टूट पड़े सपना ने पीछे से सामने आते हुए पूरी को तुरंत ही बाहर निकाला और सीधे गाड़ी में बिठा दिया ..
“ये सब क्या है सपना “
“पता नही शायद दवा का साइड इफेक्ट ,आज ही गौरव ने इसे इंजेक्ट किया था लेकिन दोपहर में उसे कुछ भी नही हुआ था,जब मैंने डॉ चूतिया को ये बताया तो उसने गौरव पर नजर रखने के लिए कहा,दोपहर से शाम हो गए लेकिन गौरव घर से बाहर ही नही आया था,मैं अपने कुछ आदमियों के साथ आसपास ही थी ,तभी तुम रफीक रोहन और बल्ला के साथ यंहा आ गई ,तुम्हे छोड़कर वो बात कर रहे थे लेकिन आवाज सुनकर वो भी दरवाजे की तरफ भागे,”
पूर्वी कुछ पूछती उससे पहले ही घर के अंदर से चीखे आनी शुरू हो गई थी,रोहन बुरी तरह से जख्मी हो कर बाहर निकला,वंहा घमासान मचा हुआ था,सपना ने तुरंत अपने आदमियों को अंदर भेजा जो की 5 थे..
अंदर बल्ला और रफीक की भी हालत गौरव ने मार मार कर खराब कर रखी थी ..
“मादरचोद इस साले चूतिये को क्या हो गया जो ये इतना ताकतवर हो गया साला बउरा गया है क्या “बल्ला बुरी तरह से झुंझला गया था,दोनों ही अव्वल दर्जे के गुंडे थे लेकिन गौरव ने उनकी भी फाड़ कर रख दी थी ..
तभी 5 लोग और भी अंदर आये गौरव कमरे के एक कोने में खड़ा था वही बाकी उसकी ओर देखते हुए खड़े थे,नए आये पाँचो लोगो ने बन्दूखे तान ली थी जिसे देखकर गौरव बस मुस्कुरा रहा था..
“नही नही इसे गोली मत मारना “रफीक ने उनसे कहा 
“नही मरेंगे तो साला हमे मार देगा”उसमें से एक ने कहा लेकिन अगले ही पल गौरव ने पास रखी आलमारी को उनके ऊपर ऐसे फेका जैसे कोई खिलौना हो ..सभी उससे बचने के लिए भागे और गोलियां चलाने लगे लेकिन गौरव दौड़ता हुआ आया और रफीक को पकड़ कर खिड़की से बाहर कूद चुका था, वो रफीक को किसी बच्चे की तरह उठा कर भाग रहा था ,बाकी लोग बस गोलियां ही बरसाते रहे और वो गायब हो गया………...
Like Reply
Gazab...... Dr sahab....

Jabardast action... Ye bhi drug effect ka naya karnama ban raha hai....
Lekin isme hero hai heroin ki bajay.... To dekhte hain kya hota hai aage
Like Reply
waah waah...

Gaurav HEMAN ban gaya hai...
Like Reply
Super
Like Reply




Users browsing this thread: 5 Guest(s)