23-06-2019, 12:26 PM
Very hot update, waiting for next update
Romance मोहे रंग दे
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23-06-2019, 12:26 PM
Very hot update, waiting for next update
23-06-2019, 01:15 PM
Bhut umda
23-06-2019, 07:23 PM
Waah kya update diya hai awesome komal
25-06-2019, 07:47 AM
25-06-2019, 05:10 PM
Very nice story maza aa giya aap se ek request hai aap story me other charachers ke bare me unke sex ke bare me adhik likhe to or adhik maza ayega ...guddi and dusari nand ke bare me adhik likhiye new characters story me jaan daal dete hai story me jigasa bani rahti ki ab aage kya hoga kon in nando se sex krega.....aasha hai aap suggestion pe vichar karegi next update ka wait rahega thanx
25-06-2019, 08:59 PM
shabdo ke chayan aur man ke bhavnaao ko bahut achche se darshaya hai.
bahut khub likhto ho aap.
26-06-2019, 07:38 AM
26-06-2019, 08:28 AM
Nice one
26-06-2019, 03:26 PM
26-06-2019, 04:50 PM
Update kab doge komal
28-06-2019, 09:43 AM
(25-06-2019, 05:10 PM)Sameer517 Wrote: Very nice story maza aa giya aap se ek request hai aap story me other charachers ke bare me unke sex ke bare me adhik likhe to or adhik maza ayega ...guddi and dusari nand ke bare me adhik likhiye new characters story me jaan daal dete hai story me jigasa bani rahti ki ab aage kya hoga kon in nando se sex krega.....aasha hai aap suggestion pe vichar karegi next update ka wait rahega thanx यह कहानी साजन सजनी की , एक दूसरे के रंग में रंग जाने की है , इसलिए अभी तो यह कहानी पति पत्नी की है रहेगी , हाँ अगर मैंने इसका अगला भाग लिखा तो हो सकता है , कहानी कुछ और करवट ले , कुछ और ऐसे लोग जुड़ें जिनका जिक्र अभी भी कहानी में आ रहा है , .. पर यह आगे की बात है , .... अभी तो बस ,... मोहे रंग दे
28-06-2019, 09:59 AM
28-06-2019, 03:01 PM
Waiting for next update
आरज़ूएं हज़ार रखते हैं
तो भी हम दिल को मार रखते हैं
29-06-2019, 08:00 AM
30-06-2019, 09:01 AM
01-07-2019, 11:01 AM
शाम
मैं निकली तैयार हो के तो वो तो नहीं थे ,... पर गुड्डो और मिली थीं , मुझे लेने आयी थीं। " जल्दी नहीं है भाभी , .... बड़ी भाभी ने कहा साढ़े छह बजे के बाद ही ,... निकलने को। " मिली बोली कल शाम को चाट का प्रोग्राम था छत पर आज साउथ इंडियन चाइनीज पिज्जा ,... और उस के बाद गाने का ,.... घर की औरतें रहती सिर्फ गाने में ,... मुझे भी अभी तैयार होने में थोड़ा टाइम था , मेकअप और ज्वेलरी ,... और उसमें किसी की हेल्प भी लगती , मैंने मिली को बोला ,... लेकिन तबतक उसका बुलावा आ गया , बाहर से नन्दोई जी अपनी साली को याद कर रहे थे ,... मैंने उसे खदेड़ा और कान में बोला , " अरे तेरे जीजू कुछ मांग रहे हो दे देना ,.. ज्यादा तड़पाना मत , थोड़ी सी पेट पूजा कहीं भी कभी भी " अब गुड्डो और मैं ,..., उससे मैंने सब राज उगलवा लिया ,... अनुज , मेरे देवर ने आज दुपहरिया में नंबर लगा लिया था , और अबकी भरतपुर अच्छी तरह लूट गया था , सबेरे सबेरे नन्दोई ने उसपर नंबर लगाया था और दोपहर में मेरे देवर ने भरतपुर लूट लिया ,... मैंने उसे गले लगा लिया ,... " अरे यार ये तो कुछ नहीं है , चौबीस घण्टे में मेरे ऊपर तो छह बार चढ़ाई हो गयी , ... " खिलखिलाते हुए मैं बोली , वो भी अब ,...एकदम पक्की चुलबुली ,... बोली अभी मेरे चौबीस घण्टे पूरे होने में दस घंटे बचे हैं। उसने मुझे नेकलेस पहनने में , चोली कस के पीछे बाँधने में , हेल्प की। आज मैंने बैकलेस चोली और ट्रेडिशनल साडी पहनी थी , मैंने भी गुड्डो का आज कल से भी तगड़ा मेकअप किया , एकदम हॉट लुक ,... लेकिन तब तक मीता गयी इनकी कजिन , मुझसे एक साल छोटी अभी ग्यारहवें में पढ़ती थी। " भाभी , आज आप का गाना होगा , ... " वो बोली , और जोड़ा गला साफ़ करके रखियेगा कोई बहाना नहीं चलेगा , " अरे आज तुम ननदें कान साफ कर के रखना , ... तुम ननदों का असली हाल चाल का बखान होगा ,... " मैंने उसे चिढ़ाया और उसके गालों को पिंच कर लिया। मैं उन दोनों के साथ बाहर निकली तो दरवाजे के बाहर नन्दोई जी खड़े थे , उन्होंने मुझे रोक लिया। मिली अपने किसी कजिन से गप मार रही थी , नन्दोई जी से मेरी अब पक्की दोस्ती हो गयी थी और वो वैसे भी मज़ाक करने में एकदम खुल कर ,... और उनकी बेशरम निगाहे मेरी खूब डीप कट बैकलेस चोली की गहराइयों में झाँकतीं , ललचाती , और मैं क्यों मौका छोड़ देती , आँचल ठीक करने के बहाने मैंने और आँचल एक बार गिरा दिया , फिर तो सिर्फ गहराई ही नहीं बल्कि ,.... नन्दोई जी , एकदम पक्के , जोर से अपने सीने पर हाथ मारने का उन्होंने नाटक किया ,... पर बोली मैं उनकी शोख अभी बीए फर्स्ट ईयर में पहुंची साली , जिसपर कल से वो लाइन मार रहे थे , मिली ,... उसकी ओर इशारा करते मैंने चिढ़ाया , " मिली , मिली की नहीं ,... "
01-07-2019, 11:15 AM
नन्दोई जी
नन्दोई जी , एकदम पक्के , जोर से अपने सीने पर हाथ मारने का उन्होंने नाटक किया ,... पर बोली मैं उनकी शोख अभी बीए फर्स्ट ईयर में पहुंची साली , जिसपर कल से वो लाइन मार रहे थे , मिली ,... उसकी ओर इशारा करते मैंने चिढ़ाया , " मिली , मिली की नहीं ,... " वो जोर से खुल कर हँसे , और इनकी यही हंसी मुझे पसंद थी , ( असल में मुझे लेने गुड्डो और मिली दोनों आयी थी , लेकिन बाहर से ननदोई जी की आवाज मिली का नाम ले कर आयी और मैंने उसे ठेल कर उसके जीजू के पास भेज दिया ) " मिली लेकिन,... " मेरी आँखों में आँख डाल कर वो बोले ,... और मैं उन की बात समझ गयी , " बोलिये न कली खिली की नहीं ,... " मैंने उन्हें चिढ़ाते हुए छेड़ा ,... " खिल जायेगी , ...कल सुबह के पहले ,... " फुसफुसाते हुए उन्होंने मुझे राजदार बना लिया। मैं समझ गयी आज चार बजे सुबह जैसे उन्होंने गुड्डी को बुलाकर ,... जब सबसे गहरी नींद में लोग होते हैं ,... उसकी बिल में सेंध लगा दी थी , एकदम उसी तरह ,... " " मुर्गा बोलने के पहले , मुर्गा बोल देगा ,...सच में ननदोई जी आप का भी ,... लेकिन वो माल देखिये कैसा है , है न वो भी लेने लायक ,... " आखिर उनकी सालियाँ थीं तो मेरी ननदें , मज़ाक का रिश्ता हम दोनों का था ,... मैंने उनका ध्यान मीता की ओर दिलाया ,.. एकदम सोलहवां सावन ,... जस्ट नए नए आये जोबन ,... वो गुड्डो के साथ , दोनों एक दोसे वाले के स्टाल पर खड़ी , "माल तो यार मस्त है , लेकिन अभी मेरा ध्यान मेरे सामने वाले माल पर है ,... " उन्होंने अब मुझे फंसाया। " देखिये नन्दोई जी , वो तो आप ने कल ही साफ़ कर दिया था , वो भी सब के सामने , ... जिसकी बहन को नहीं छोड़ा , .... उसकी बीबी कैसे बचेगी। तो अभी तो उनकी बहनों से काम चलाइये ,... हाँ अपनी सलहज के लिए आपने खुद होली का मौका तय कर दिया है , बस अब तो तीन महीने भी नहीं है ,... " मैं हँसते हुए बोली , " दो महीने बारह दिन ,... लेकिन मान लो सलहज मना कर दे तो ,... " " वाह नन्दोई जी , अगर सलहज मना भी करे , रोक टोक भी करे , हाथ पकड़ ले , गुस्सा हो जाए ,... तो क्या आप मान जाएंगे ,... " खिलखिलाते हुए मैं बोलीं। " एकदम नहीं ,... नहीं मानेगी सीधे से तो जबरदस्ती ,.... " नन्दोई जी ने अपना इरादा साफ़ कर दिया। " और अगर आप ने जबरदस्ती नहीं किया न ,... तो बस हमारी आप की कुट्टी , वो भी पक्की वाली " मैंने भी धमकी दे दी , लेकिन तब तक सासू जी की आवाज सुनाई दी , ' सब लोग जल्दी करना , साढ़े सात पौने आठ तक ख़तम कर के , आठ बजे से गाना बजाना शुरू होगा , और हाँ उसके पहले , सारे मरद , छत से नीचे ,... कोई भी छत पर दिखना नहीं चाहिए , सिर्फ लड़कियां औरतें ,... " बात सही थी , मेरे जेठ , ससुर , रिश्ते में ऐसे लोग ,... तो खुल के गाने वाली मस्ती कैसे होती और बेचारे नन्दोई जी का चेहरा उतर गया , ... लेकिन मैं थीं न रास्ता निकालने के लिए , " मैं भी ,... फिर कोमल तेरा गाना ,... " " आप को तो सुनना ही होगा ,... " मैंने मंझली ननद , उनकी पत्नी की ओर इशारा करके बोला , " दीदी की सारी ननदों और सास की नाम सहित लिस्ट मेरे पास है , ...आप तो कान साफ़ करके रखिये ,... अपनी माँ बहनों का हाल सुनने के लिए , बुरा मत मानियेगा , एडवांस माफ़ी मांग ले रही हूँ , " उन्हें चिढ़ाते मैं बोली। और रास्ता भी बता दिया , ... मेरे कमरे में अपने साले के साथ ,... आखिर छत से भगाने की बात हुयी थी , और सिर्फ मेरा कमरा ही छत पर था , और बाकी खुली बड़ी सी छत ,.... यहाँ तक की आस पास भी कोई मकान नहीं थे सिर्फ आम , जामुन नीम के ऊँचे ऊँचे पेड़ , और उनसे छन कर आती चांदनी ,... गाने का प्रोग्राम हमारे कमरे के ठीक सामने ही था , ... और आखिर ये तो कमरे में ही रहने वाले थे ,... बस ननदोई जी भी अपने साले के साथ ,... हाँ कमरे की बत्ती एकदम बंद , परफेक्ट ब्लैकआउट , ... खिड़की ऑलमोस्ट बंद , ... और कोई आवाज नहीं ,... बाकी किसी को पता भी नहीं चलेगा ,... " लेकिन तब तक जेठानी ने मुझे इशारा कर के बुलाया , और मैं ननदोई जी से बोल के चली , " चलती हूँ , नन्दोई जी , ... मिलती हूँ ब्रेक के बाद लेकिन देखिये आप वाली बेचारी तड़प रही है, कली खिलने के लिए , ... " मैंने उनका ध्यान मिली की ओर दिखाया , वो बेचारी बार बार हम दोनों की ओर देख रही थी। मैं जेठानी जी के पास पहुंची और और मिली अपनी एक सहेली के साथ , अपने जीजू के पास। जेठानी ने मुझे अपने पास बुला लिया और मेरे देवर सभी वहीँ मंडरा रहे थे , ... खाना पीना शुरू हो गया था ,.. " तम सब नयी भाभी बेचारी भूखी बैठी है और तुम सब ,... " जेठानी ने देवरों को हड़काया , और मुझसे सासु जी वाली बात बताई , " जल्दी से कुछ खा पी लो ,... और आज तुझे आज सारी ननदों की फाड़ के रख देनी है , ठीक आठ बजे गाना शुरू हो जाएगा ,... अबतक मैं अकेली थी आज मैं और तुम मिल के , एक और एक मिल के ग्यारह हो गएँ हैं ,... "
01-07-2019, 04:24 PM
देवर
मैं जेठानी जी के पास पहुंची और और मिली अपनी एक सहेली के साथ , अपने जीजू के पास। जेठानी ने मुझे अपने पास बुला लिया और मेरे देवर सभी वहीँ मंडरा रहे थे , ... खाना पीना शुरू हो गया था ,.. " तम सब नयी भाभी बेचारी भूखी बैठी है और तुम सब ,... " जेठानी ने देवरों को हड़काया , और मुझसे सासु जी वाली बात बताई , " जल्दी से कुछ खा पी लो ,... और आज तुझे आज सारी ननदों की फाड़ के रख देनी है , ठीक आठ बजे गाना शुरू हो जाएगा ,... अबतक मैं अकेली थी आज मैं और तुम मिल के , एक और एक मिल के ग्यारह हो गएँ हैं ,... " " एकदम दीदी ,... " और अनुज डोसा की एक प्लेट लेकर खड़ा था , मैंने उसी के प्लेट से दोसे का एक टुकड़ा लेकर खा लिया और चिढ़ाया , " क्यों अकेले अकेले , ... " जेठानी तब तक कुछ दूर निकल गयी थीं , हलके से मैंने अनुज को छेड़ा ,... " सुना है आज किसी की दिन दहाड़े , ... लाटरी निकल आयी ,... " वो शरमाया और मुस्कराया भी , फिर हलके से बोला , ... " भाभी कल आप ने सेटिंग न करवाई होती न , तो बस अब तक मैं लार टपकाता रहा , ... " " टपका तो तूने दिया ही , हाँ लार की जगह कुछ और ही ,... फिर यार भाभियाँ होती किस लिए हैं , बस भाभी को पटा के रखो , फ़ायदा ही फायदा। " वैसे तो मेरे पांच छह देवर थे , हाँ सगा कोई नहीं , ये लोग दो भाई थे , कोई न छोटा भाई थी न कोई बहन ,... पर जैसे मेरे घर में था , घनघोर ज्वाइंट फेमली , लेकिन सब लोग अलग अलग आस पास के शहर में रहते थे , सिर्फ अनुज , इनका ममेरा भाई उसी शहर में ,... तो मेरा रोज का देवर तो वही होना था , .. एलवल , मुहल्ला ,... जहाँ मेरी ससुराल थी बस वहां से आधे किलोमीटर भी नहीं होगा , पास का ही मुहल्ला ,... उफ़ मैने पहले अपने बारे में तो बताया ही नहीं की मेरा गाँव ,... इनके घर से मुश्किल से दो ढाई घंटे का रास्ता ,... मेरा गाँव बनारस से जुड़ा अब तो ऑलमोस्ट शहर की सीमा पर ,... बनारस से आजमगढ़ जो सड़क जाती ही , वहीँ पर पांडेपुर पड़ता है , जहां का गुलाब जामुन बहुत मशहूर है , एक सड़क आजमगढ़ ,गोरखपुर की ओर ,... जो पूर्वांचल के भूगोल से परिचित हैं वो समझ जाएंगे ,... वहीँ से सड़क लमही की ओर जाती है , जी प्रेमचंद जी का गाँव ,... उसी सड़क पर ,... मेन रोड से मुश्किल से चार पांच किलोमीटर अंदर , ..एक खड़ंजे वाली सड़क गाँव के पास तक जाती है , बस वही गाँव ,... है अभी भी गाँव ही ,... हम लोगों का घर भी एकदम पुराने जमाने की तरह दो खंद का एक पक्का , एक आधा कच्चा आधा पक्का , सामने बहुत बड़ी सी खुली जमीन उसमें दो बड़े बड़े पुराने कुंवे , एक तालाब , ... उसी कुंवे से अब तो पाइप का कनेक्शन था घर में लकिन तब भी कभी कभी सीधे कुंवे के पानी से नहाने का मन हो तो कहारिन भर के ले आती थी , ... लाइट भी थी , ... पर जितना आती थी उससे ज्यादा जाती थी ,... घर से सटी ही एक बहुत बड़ी हम लोगों की एक आम की बाग़ , दो ढाई सौ पेड़ तो होंगे ही , ... खूब गझिन ,... जी तो ये मेरा मायका था , ... घंटे भर से कम समय में बनारस पहुँच जाते थे और इनका शहर ,... जी बताया नहीं क्या ,... बस सड़क से बरात आयी थी और मैं विदा होकर , .... तीन दिन की बरात के बाद ,... जी आजमगढ़ ,... बस वहीँ , ... और इनके घर के पास की ही मोहल्ला था एलवल जहाँ वो मेरा ममेरा देवर अनुज और मेरी ममेरी ननद , गुड्डी ,.. ननदों में सबसे छोटी ,... मेरी सबसे छोटी बहन छुटकी से भी आठ नौ महीने छोटी होगी , अभी आठवें में पढ़ती थी , ... लेकिन ऐसी बच्ची भी नहीं थी , चौदहवां लग रहा था , और फिर जब भौजाइयां ननद को छेड़ती हैं तो उमर का लिहाज कहाँ करती हैं ,... और वो गारी वारी से चिढ़ती भी थी बहुत , मुंह फुला लेती थी एकदम ,...इसलिए सब उस के पीछे भी ,... हम लोगों के घर के पास ही एक गवर्मेंट गर्ल्स कालेज था , वहीँ पढ़ती थी , छत पर दिखता था , बस सड़क के पार ,... अनुज के डोसा खाते देख , मेरे बाकी देवर भी भी ,... " भाभी , पिज्जा लीजिये न एकदम गरम है ,... " एक ने बोला तो दूसरा चाइनीज ले कर ,... पर तबतक मंझली ननद , वही नन्दोई जी वाली आगयी और उन्होंने अपने भाइयों को उकसाया , " अरे भाभी से पूछते नहीं है डाल देते हैं , कैसे देवर हो तुम सब ,... "
01-07-2019, 06:52 PM
Bohat hi shaandar update diya Komal
03-07-2019, 07:46 AM
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