17-01-2025, 04:49 PM
(01-03-2023, 12:11 AM)sahebraopawar Wrote:
लवकरात लवकर पूर्ण नागडी कर त्या रांडेला लय ईच्छा झालीय तिला नागडी बघायची
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.

Fantasy वैदेही परशुरामी
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