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Fantasy प्रेम... आत्मा की भूख है..
#41
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#42
मुझे दरद भी बहुत हो रहा था इस लिए अब दीदी मेरे बूब्स को चूस


रही थी अब मुझे उसकी चूत चाटनी थी. कुछ देर यू ही रुकने के बाद

बाबूजी ने धीरे धीरे से लॉड को अंदर बाहर करना शुरू किया

शुरू मे तो बहुत दरद हुआ लेकिन फिर चूत ने लॉड को आक्सेप्ट कर

लिया ओर इतनी जगहे आराम से दे दी कि वो आंदार बाहर हो सके. अब बाबूजी

मुझे मेरी कमर से पकड़ के धीरे धीरे चोद रहे थे अब दरद गायब

होने लगा था ओर मुझे मज़ा आने लगा था. मुझे लॉड से चुदवाने

मे आनंद आने लगा था मेरे मूह से कंपकंपियन सी निकल रही

थी ऊओररर तीज़्ज़ज ब्ब्बाअब्ब्बुउउज्जीइ ऊओररर त्ट्तीएजज़्ज़्ज प्प्पुउर्र्रीए

ज्ज्ज्ूओर्रर सस्सीए कक्चछूड्दडिईईईए आआज्जज प्प्प्ल्ल्लज़्ज़्ज़

ब्ब्ब्बाआबब्बुऊुज्जििीइ प्प्प्ल्ल्लज़्ज़्ज़ प्प्प्ूउर्रीए ज्ज्ज्ूओर्रर्ससीई हहाऐईइ

म्‍म्माररर ददडीइयजज्जी मम्मूउुज्झहही हहाऐईयईईई फ़फफ़ाआड्द्ड़

दडीइयजज्ज़िि म्‍म्मीर्ररीि कक्चहूुूत्त्त कक्कूव हहाऐईइ प्प्प्ल्लज़्ज़्ज़ ऊररर

ज्ज्जूर्र सस्सीए हहााईइ म्‍म्मीरररी र्रााज्जा फ़फफादद्ड़

ददडीइयजज्ज़िईईए आआज्जजज आअप्प्पननन्ी ब्बबाहहुउऊ क्क्की कचहूुूथत्

प्प्प्ुउउर्री ज्ज्ज्ूओर्रर ससीई और बाबूजी ने भी अब थोड़ी तेज़ी से चोदना

शुरू कर दिया था ओर मेरे मूह से आवाज़ें निकल रही थी ह्ह्हाआईईइ

म्‍म्माआअ उूउउइइ म्‍म्म्माआअ हहाऐईयइ ऊओररर्र ट्टीएजज्ज़ हहाऐईयइ

म्‍म्माईिईन्न म्‍म्म्माअरररर ग्ग्गाऐइ हहाऐईइ प्प्प्ल्लज़्ज़ ऊओररर त्ट्तीएजज्ज़

हहाऐईयइ प्पल्लज़्ज़्ज़ और बाबूजी पूरे ज़ोश से मुझे चोदने लगे अब वो पूरे

ज़ोर से धक्के मार रहे थेमुझे लग रहा था जैसे कोई लोहे का डंडा

मेरी चूत मे घूम रहा हो मैं नीचे चिल्ला रही थी हाई और तेज

बाबूजी और तेज हाईईईई आअहह ह उउउइइ ऊओररर ट्टीज़्ज़ज्ज आअहह

प्पल्ल्लज़्ज़्ज़ पूरे ज़ोर से चोदिए मुझे हाईईईईईईई ऊओह

मीररीममाआआआआआआआ हॅयियी आहह अहह ऊऊऊऊऊओह

बाबूजी के धक्के तेज़ी पकड़ते जा रहे थे करीब 5 मिंट बाद मैं

झाड़ गई और शांत हो गई बाबूजी बोले की चलो अब शालु को चोद्ता हूँ

तो मैने कहा कि हाई बाबूजी इसे बाहर मत निकालिए जब तक ये झाड़ाता

नही है तब तक आप मुझे ही चोदिए प्ल्ज़ मैं नही निकालने दूँगी इसे

तब तक प्ल्ज़ तो वो बोले कि ठीक है और उन्होने फिर से मेरी कमर पकड़

के धीरी धीरे धक्के लगाने शुरू कर दिए मेरे बूस भी मसलने

लगे मैं दीदी की चूत चाट रही थी दीदी बाबूजी की गोलिओं को चाट

रही थी मैं फिर से गरम होने लगी थी मुझे फिर से मज़ा आने लगा

बाबूजी बोले कि ये बताओ कि मेरा कम तुम पिओगी या तुम्हारी चूत मे ही

निकालना है मुझे फिर से मज़ा आने लगा था सो मैने कहा कि नही

बाबूजी पिउन्गि बाद मे पहला कम आप मेरी चूत मे ही निकाल

दीजिए हाईईइ बहुत मज़ा आ रहा है
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#43
बाबूजी बोले कि वो क्यो तो मैने


कहा कि हॅयियी बबबबूजी मैं आब्ब्भी ताअक प्ररेज्न्ननेंट नाही हुउऊइ

हूओन पल्लज़्ज़्ज़ आअप्प्प्प म्मुज्ज्झे प्र्र्रेग्नीन्त कर द्दीइजिई म्‍म्मायना

आअप्प्प्प क्कीए बाकचईए की म्माआ ब्बबांन्ना कक्चाहहति हहूओंन्न

मम्मूुझही आअपपंनी ब्बाची की म्मा ब्बबांन्ना दडीइयजज्ज़िई वो बोले

कि वो क्यो तो मैने कहा कि ता कि उसका भी आपके बेटे की तरह लंड ना

हो बल्कि आप की तरह लॉडा हो वो जिसे भी चोदे आप की तरह ही

चोदे वो बोले कि ठीक है और उन्होने आपने धक्को की सपीड़ बढ़ा दी

करीब 15 मिंट बाबूजी मुझे चोद्ते रहे और बोले कि मैं झड़ने वाला

हूँ मैं भी झड़ने को तैयार थी सो मैने उन्हे और जोश दिलाने के लिए

कहा कि हाइईइ ब्बाबबबुऊुजि पल्लज़्ज़ ओर ज़ोर से हाईईईईईईईईईईईईईईईईई

आहह म्मूउज़्झहही म्‍म्माआ ब्बबांन्ना दीजीई प्लज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़ ओर फिर

बाबूजी के धक्को की सपीड़ फुल हो गई और मेरी चीखें निकलने लगी

हॅयियी मैं मर गई है मेरी चूत फट गई हाइममाआ माररर गाइइ

माऐन्न्न्नाहियिइ आहह उउउइइ म्‍म्माआ ओर फिर हम दोनो एक साथ ही

झाड़ गये बाबूजी के लॉड से निकली हुई एक लंबी पिचकारी मेरी चूत मे

समा गई ओर बाबूजी मेरे उपर यू ही लेट गये करीब 15 मिंट यू पड़े

रहने के बाद बाबूजी उठे ओर मुझे सीधी कर के मुझे बाहों मैं भर

लिया और बोले कि कैसा लगा मेरी जान मज़ा आयआ की नही तो मैने कहा

की बाबूजी आप एक रात की बात करते थे ना तो मैने नेक्स्ट 10 दिन

और रात आप के नाम कर दिए हैं अब आप चाहें तो शॉप खोलें और

चाहें तो ना खोलें और लगातार 10 रात दिन मेरी चूत मे यू ही अपना

लॉडा डाले पड़े रहे ओर मुझे चोद्ते रहें तो वो बोले ठीक है जैसा

तुम कहो तभी दीदी बोल पड़ी कि बाबूजी अब आप आपनी बहू से ही चिपके

रहेंगे या बेटी का भी कुछ ख्याल करेंगे तो उन्होने कहा कि घबराती क्यो

हो अब तुम्हारी तरफ ही आते है.
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#44
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#45
वो बोली कि अरे भाभी आप तो चुद गई अब मुझे भी मज़ा ले लेने दो


तो मैने कहा कि ठीक है तो बाबूजी जी ने उसकी तरफ मूह किया और बोले

कि लो बेटी तुम मेरे लॉड को चाट के साफ करो तब तक मैं तुम्हारी

भाभी चूत को चाट के साफ कर्दु और उसके पानी का स्वाद चख लूँ तो

वो बोली कि ठीक है बाबूजी.

फिर दीदी ने बाबूजी के लॉड को चाट के साफ किया और बाबूजी मेरी चूत को

चाट के साफ करने लगे. 5-7 मिंट चाटने के बाद बाबूजी ने दीदी की

तरफ मुख किया और बोले कि बेटी साफ हो गया कि नही तो वो बोली की साफ

हो गया है तब तक बाबूजी का लॉडा फिर से फनफनाने लगा था तो वो

बोले कि देखो बेटी तुम्हारी चूत फाड़ने को कैसे मचल रहा है ये तो

वो बोली कि बाबूजी अब फाड़ भी दीजिए कि बातों मैं ही फाड़ेंगे.अब बाबूजी

ने दीदी को घुटनो के बल उल्टा खड़ा किया और उसकी चूत चाटने लगे

दीदी मेरी चूत चाटने लगी 10 मिंट चाटने के बाद बाबूजी ने उसकी चूत

पे लॉडा रखा और धक्का मार दिया तो दीदी भी चीख उठी

हाईईईईईईईईईईईईईईईईईईई मररर गैइइ बाअब्ब्बुउउज्जीईईईईईईईइ

आआआआआआहह बाबूजी ने दो धक्के और मारे और पूरा

लॉडा घुसा दिया दीदी की चूत मे अब दीदी चीख भी रही थी मज़ा

भी ले रही थी बाबूजी आपने धक्को की रफ़्तार बढ़ाते जा रहे थे. दीदी

अब झड़ने वाली थी वो चीख रही थी हाईईईई बाबूजी फाड़ दीजिए मेरी

चूत को ज़ोर से चोदिए आपनी बेटी को आअहह आहह्ा आहह उउउइइ

म्माआ ऊओह औच्च आहह्ा आहह ओर फिर दीदी झाड़ गई और शांत हो

गई लेकिन बाबूजी के धक्के रुकने का नाम नही ले रहे थे तो दीदी बोली

की हाई बाबूजी आप और कितना टाइम लगाएँगे झड़ने मे तो वो बोले कि

कोई 5-7 मिंट तो दीदी बोली की आप तो मुझे घोड़ी समझ के घोड़े की

तरह चोद रहे हैं आप तो बहुत जबरदस्त स्ट्रोक मार रहे हैं हाई

रहम कीजिए आपनी बेटी पे तो मैने कहा क्या बातहै दीदी बहुत जल्दी थक

गई आप तो कहती थी कि सारी रात भी चुद सकती हैं तो वो बोली कि

मैं तुम्हारे जितना नही सह सकती भाभी आप की सहन शक्ति बहुत

ज़यादा है तो बाबूजी बोले कि बोलो बेटी आपना कम तुम्हारी भी चूत मे

निकाल दूँ क्या तो वो बोली कि नही बाबूजी ऐसा मत कीजिएगा उन्हे पता

चल जाएगा अगर कोई गड़बड़ हो गई तो क्यो कि वो तो मुझे कोंडुम लगा

के चोद्ते हैं. तो बाबूजी बोले कि फिर मैं क्या करू तो दीदी बोली कि

ऐसा कीजिए कि अभी आप आपना लॉडा बाहर निकाल लीजिए तो वो बोले कि

ऐसे कैसे निकाल लूँ अभी तो तुम्हारी चूत को और फड़ुँगा तो वो बोली कि

फाड़ लीजिएगा लेकिन मेरी एक बात तो सुन लीजिए
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#46
मैने कहा कि बताओ तो वो


बोली की भाभी आप बाबूजी के बच्चे की मा बनना चाहती हैं तो एक काम

करते हैं कि रोज पहले बाबूजी आप को चोद लिया करेंगे और अपना कम

आपकी चूत मे निकाल दिया करेंगे फिर मुझे छोड़ लिया करेंगे और जब

मैं झाड़ जाया करूँगी तो तुम्हे चोद लिया करेंगे ता कि अपना कम

तुम्हारी चूत मे निकाल सकें तो मैने कहा कि ये भी ठीक है ओर मैं

खुश हो गई क्यो कि मुझे एक बार और बाबूजी से चुदवाने का चान्स मिलने

वाला था. बाबूजी भी मुझे देख कर मुस्कुरा उठे और मेरी मुस्कुराहट को

ताड़ गये ओर बोले कि बहुत खुश हो बहू तो मैने कहा कि हाई मेरे

राजा जी आप से चुदवाने का अवसर मिले ओर मैं खुश ना होउ ये हो सकता

है भला तो बाबूजी ने अपना लॉडा दीदी की चूत से निकाला और मेरी

तरफ देख कर बोले कि देखो बहू ये तुम्हारी तरफ देख कर कैसे

खुश हो रहा है तो मैने कहा कि बाबूजी अब आप मुझे बहू नही आपनी

जान कहिए क्यो कि अब आप मेरे साजन बन गये हैं क्यो कि अब मैं आप

के बच्चे की मोम बनूँगी. वो बोले कि ठीक है फिर आपना लॉडा मेरे मूह

के पास ले आए ओर बोले कि लो इसे साफ कर्लो तो मैं उनके लॉड को

पागलों की तरह चाटने लगी उस्मै से निकलने वाले पानी को गटकने

लगी. फिर बाबूजी ने मुझे सीधी लिटा लिया और मेरी कमर के नीचे तकिया

रख लिया फिर मेरी चूत चाटने लगे ओर दीदी मेरे मूह पे आपनी चूत कर

के उल्टी खड़ी हो गई ओर मैं उनकी चूत चाटने लगी. बाबूजी मेरी चूत

चाट रहे थे मेरी सिसकियाँ निकल रही थी मैं कह रही थी

हाइईईईईईईईईईईईईई बाबूजजििइईईईईईईईईई अब ओर्र्र्र्ररर मत तदफ़ईए ना

पल्ल्ल्ल्ल्लज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़ डाल दीजिए ना लॉड को चूत मे ओर बाबूजी ने भी

मेरी बात मान ली लड को मेरी चूत के द्वार पे लगा दिया और एक

जोरदार धक्का मारा एक ही झटके मे पूरा लॉडा मेरी चूत मे घुसा

दिया मेरे मूह से आह निकल गई फिर बाबूजी ने आपना कमाल दिखाना

शुरू कर दिया और ज़ोर दार स्टॉर्क लगाने लगे मेरे मूह से आवाज़ें निकल

रही थी आहह उउउहह उउई म्‍म्माआ और बाबूजी और तेज होते जा

रहे थे अब मुझे बहुत मज़ा आ रहा था मैं झड़ने को तैयार थी सो

चीखने लगी आहह उउउहह हाऐईयईईईईईईईई आहहहहहह

आहह अहह्ा हह है बाबूजी ओर तेज और तेज हाई और तेज हॅयियी हाईईइ

आहह ओर तेज चोदिए मुझे हाई मुझे मा बना दीजिए आपने बच्चे की

हॅयियी आअहह आअहह है प्लक्ष्ज़ और ज़ोर से. और अब बाबूजी भी 10 मिंट से

मुझे चोद रहे थे झड़ने को तैयार थे वो भी पूरे जोश से कह

रहे थे पूरा जोरदार धक्का मार के कहते थे ये लो और मेरी आहह निकल

जाती थी वो कहते थे ये लो बेटा ही होगा ये लो लॉड का स्वाद ये लो

चुदो. और फिर हम दोनो एक साथ झाड़ गये ओर बाबूजी ने आपना सारा कम

मेरी चूत मे निकाल दिया. फिर उस रात बाबूजी ने दीदी को एक बार और

मुझे दो बार यानी कि एक बार मुझे और दूसरी बार दीदी के बाद चोदा

मुझे बहुत ही मज़ा आया और फिर हम तीनो ही एक तरफ मैं और एक

तरफ दीदी बीच मैं बाबूजी नंगे ही सो गये सुबह सब से पहले मैं

उठी और उठते ही सब से पहले बाबूजी के लॉड को किस किया फिर नंगी

ही उन दोनो के लिए चाइ बना के ले आई फिर हम तीनो ने चाइ पी.

फिर मैने कहा कि एक बात कहु अगर आप लोग मनोगे तो वो दोनो बोले कि

कहो तो मैने कहा कि जब तक हम तीनो घर पे हुआ करेंगे हम बिल्कुल

नंगे ही घूमेंगे कोई भी कपड़ा नही पहनेगे तो वो बोले की ठीक है.

तो दोस्तो देख लो चुदाई की प्यासी काम की मारी दोनो चूतो ने आख़िर मज़े ले

ही लिए बाकी कहानी 
क्रमशः............
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#47
Angel Next update wating  Blush
                                                                                                                                                                                                                            α.°•✮•° 乇 єM͜͡
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#48
गतान्क से आगे.............


फिर मैने उठी और कहा कि नाश्ते मे क्या लेंगे तो वो बोले कि थोड़ा

दूध पिला दो तो मैं झट से उनकी गोद मे बैठ गई और बोला कि जितना

चाहे पी लीजिए तो दीदी बोली कि आप अपनी बहू का दूध पीजिए मैं

नाश्ता बना लेती हूँ तो बाबूजी बोले कि दूध तो मैं तुम दोनो का ही

पीऊंगा फिर यू ही हँसी मज़ाक करते हुए हम दोनो नाश्ता बनाने चली

गई और बाबूजी नहाने चले गये. हम नाश्ता बना के ले आई तो बाबूजी

भी नहा के आ चुके थे और नंगे ही बैठे थे हम तीनो ने नाश्ता

किया बाबूजी तैयार हो गये और जाने लगे तो मैने कहा कि बाबूजी दिल

नही कर रहा आप को आज भेजने को आज आप घर पे ही रहिए तो वो बोले

की सारी रात फिर तुम दोनो के साथ हूँ चिंता मत करो तो मैने कहा

ठीक है और मैं उनके पास बैठ गई और उनकी पेंट की ज़िप खोलने लगी

तो वो बोले कि क्या करने लगी हो तो मैने कहा कि सारा दिन मुझसे दूर

रहेगा इसे प्यार तो कर लेने दीजिए और मैने उनके लॉड को निकाल कर

चूस लिया और कहा कि अब जाइए तो वो बल कि तुम्हारी याद मुझे सारा दिन

सताएगी लेकिन काम भी ज़रूरी है और वो चले गये. फिर मैने और दीदी

ने घर के काम निपटाए और नहाने लगी हम दोनो साथ ही नहा रही थी

कि दीदी मेरी चूत देख कर बोली कि तुम्हारी तो बिकल्कुल सूज गई है तो

मैने कहा कि दीदी कितनी बार तो बाबूजी ने रगड़ दिया है इसे सुजेगी ही

और हम दोनो खुश थी दीदी कह रही थी भाभी आप का आइडिया तो कमाल का

निकला बाबूजी खुद ही राज़ी हो गये हमे चोदने को अब तो 10 दिन पूरी

ऐश करेंगी हम दोनो तो मैने कहा कि वो तो है ही.
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#49
सारा दिन हम घर पे बोर होती रही ओर करीब 8 बजे बाबूजी आ गये


दीदी तब खाना बना रही थी तो डोर मैने ही ओपन कि बाबूजी अंदर आ

गये तो मैने डोर लॉक किया ओर बाबूजी से लिपट गई और बोली कि आप की

बहुत याद आ रही थी ओर मैं बैठ कर पागलों की तरह उनकी पेंट

खोलने लगी तो वो बोले कि मुझे अंदर तो आ जाने दो तो मैने कहा कि

नही पहले मुझे इसके दर्शन करने हैं जिसके लए सुबह से तड़फ़ रही

हूँ तो बाबूजी ने अपनी पेंट उतार दी और फिर मैने उनके लॉड को चूस

लिया और फिर हम उनके रूम मैं आ गये तब तक दीदी भी खाना ले कर आ

गई थी फिर पहले तो हम तीनो ने अपने कपड़े उतारे और फिर खाना खाने

लगे. करीब 9 बजे हम लोग लेट कर टीवी देख रहे थे एक तरफ मैं एक

तरफ दीदी बीच मैं बाबूजी. बाबूजी बोले कि एक बताओगि तुम दोनो

हमने कहा कि कहिए तो वो बोले कि क्या तुम दोनो ने कभी गंद भी

मरवाई है तो मैने कहा कि नही अभी तक तो नही और दीदी भी बोली कि

नही तो वो बोले की इसका मतलब है आज मुझे दो कुँवारी गंदें फाड़ने

का अवसर भी मिल जाएगा. मैं तो ये सुनकर कांप सी गई ओर बोली कि नही

मैं गंद नही मराउन्गि आप तो मुझे मार ही देंगे इतना बड़ा लॉडा

नही से पाएगी मेरी गंद आपका. तो वो बोले कि घबराओ मत गंद तो मैं

मारूँगा ही तो दीदी बोली कि गंद मैं भी नही मराउन्गि तो वो बोले कि

देखते हैं और फिर उन्होने हमारे बूब्स सहलाना शुरू कर दिए. फिर

उन्होने कहा कि बहू मेरी जान ये देखो आज ये तुम्हारी गंद मारने को

मचल रहा है मैने कहा कि प्लीज़ गंद का नाम मत लीजिए तो वो बोले कि

वो तो मुझे मारनी ही है वो मेरी चूत और गंद को बार चाटने लगे

मुझे मज़ा आने लगा और मैं दीदी की चूत और गंद चाटने लगी. फिर

बाबूजी ने मुझे आपने लॉड को चाटने को कहा और मेरे मूह मे डाल

दिया उनका 9इंच के करीब लॉडा मेरे मूह मैं चला गया था ओर मेरे

गले से जा लगा था और मुझे सांस लेने मे भी मुस्किल हो रही थी

लेकिन मैने उनके लॉड को चूसना बंद नही किया. करीब 10 मिंट बाद

बाबूजी ने मुझे घोड़ी बना दिया तो मेरी रूह तक कांप गई ये सोच कर

कि आज मेरी गंद फटने वाली है वो भी लंड से नही लॉड से. बाबूजी

ने थोड़ा से आयिल लगाया मेरी गंद पे और लॉड को गंद के मुख पे रख

दिया. मेरी तो रूह तक कांप उठी फिर बाबूजी ने एक धक्का मारा 

लॉडा 3इंच तक अंदर पहुँचा दिया लेकिन मेरी चीखें निकल गई मैं

चिल्लाने लगी हाईईईई बाबूजी मेरे राजा जी मेरे साजन जी मैं मरगई प्लीज़

निकाल लीजिए अपने लॉड को बाहर और मैं छटपटाने लगी और मैने लॉडा

निकालने की कोशिश की लेकिन मैं नही निकल पाई क्यो कि बाबूजी की

मजबूत बाहों की पकड़ ने मुझे कमर से पकड़ा हुआ था
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#50
उन्होने दीदी से


कहा कि आपनी भाभी को समझाओ और इसे पकड़ के रखो और इसके बूब्स को

सक करो दीदी वैसा ही करने लगी और कहने लगी कि भाभी सह लो

थोड़ा ही दर्द होगा फिर तो मज़ा ही आना है. तो मैने कहा कि मैं तो

मरी जा रही हूँ प्ल्ज़ निकाल लीजिए लेकिन मुझे पता था कि अब बाबूजी

बाहर नही निकालेंगे सो तड़पती और छटपताती रही फिर बाबूजी ने एक

और धक्का मारा उनका लॉडा 8इंच के करीब आंदार चला गया मैं फिर

चीख उठी लेकिन अब बाबूजी ने परवाह नही की और एक और धक्के से पूरा ही

लॉडा मेरी गंद मे घुसा दिया अब धीरे धीरे आंदार बाहर करने

लगे दीदी अब भी मेरे बूब्स सक कर रही थी सो अब मुझे थोड़ी राहत

मिल रही थी दरद तो अभी भी हो रहा था लेकिन अब कम होने लगा था

बाबूजी की रफ़्तार धीरे धीरे बढ़ने लगी थी फिर वो पूरे जोश

मे धक्के मारने लगे मैं आ आहह आह आह आयी हाई हाई आह आह

उउउ उउउ आहह आह आह हहाइईइ उउउइ हहहिी आहह आहह आअहह

चिल्लाति रही फिर करीब 15 मिंट बाद उन्होने लॉड को गांद मे से

निकाला ओर सारा कम मेरे चुतड़ों पे डाल दिया फिर मेरे उपर ही लेट

गये 20 मिंट बाद दीदी से बोले कि चलो अब तुम्हारी गंद की भी सील

तोड़ता हूँ. फिर बाबूजी ने दीदी को भी गरम किया और उनकी भी गंद मारी

दीदी बहुत तदपि और छूटने की कोशिश भी की लेकिन मैने और बाबूजी ने

उन्हे हिलने ही नही दिया.

दीदी की गंद मारने के बाद बाबूजी ने मुझे लिटा कर मुझे चोदा फिर

दीदी को इस तरह वो 10 रातें हम ने बहुत मज़े किए. बीच मे एक

सनडे को भी बाबूजी घर पे रहे और सारा दिन हम ने जम के मस्ती की

थी. फिर 10 दिन बाद दीदी को फ़ोन. आ गया जीजू का कि तुम वापिस आ जाओ

तो वो वापिस चली गई लेकिन मेरे पति के आने मे अभी एक दिन बाकी

था जिस दिन दीदी गई तो वो बोली कि भाभी आज तो जम के चुदाइ करना आज तो

तुम अकेली ही हो आज तो मैं जा रही हूँ मैने जान बूझ कर कहा कि

तुम्हारे बिना वो मज़ा नही आएगा तो दीदी बोली की भाभी एक वादा करोगी

मैने कहा कि बोलो तो बोली की बाबूजी से चुदने के बाद मेरा मान कर

रहा है कि मुझे और भी लुंडों का टेस्ट देखना चाहिए अगर कोई लंड

फँसता दिखा तो आओगी मेरे साथ उसे चखने के लए तो मैने कह दिया कि

ठीक है ओके. फिर दीदी चली गई
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#51
[Image: GZWRUl1ak-AALciu.jpg]
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#52
उस रात मैने खाना 7 बजे ही बना


लिया था और बाबूजी भी 7 बजे ही आ गये तो मैने पूछा की आज आप

जल्दी को आ गये तो बोले कि आज हमारे पास आख़िरी रात है आज मैं

तुम्हे सारी रात जी भर के चोदना चाहता हूँ ओर मैं तो तैयार ही थी

पहले से ही. मैने बाबूजी को खाना खिलाया मैने भी उनके साथ ही

खा लिया करीब 8 बजे हम दोनो नंगे बैठे हुए थे बाबूजी मेरे

बूब्स को सक कर रहे थे और कह रहे थे कि आज मज़ा आएगा तुम्हारी

दीदी तो जल्दी ही थक जाती थी लेकिन तुम बहुत ही गजब की चीज़ हो आज

मैं सिर्फ़ तुम्हे ही चोदुन्गा पूरे प्यार से.बाबूजी मेरे बूब्स को सक कर

रहे थे एक हाथ से मेरी चूत को सहला भी रहे थे मैं भी उनके

लॉड से खेल रही थी. फिर वो उठे और मेरी चूत को चाटने लगे 

मेरी चूत मे उंगली डाल के हिलाने लगे मुझ पे मदहोशी सी छाने लगी

थी. मैं तड़पने लगी बाबूजी को लंड चूत मे डालने को कहने लगी

लेकिन वो कहने लगे कि और तड़पो जितना तड़पोगी उतना ही प्यार से चुदोगि

वो मेरे बूब्स सक करते और चूत मे उंगी करते रहे अब मेरे सबर

की इंतहा हो चुकी थी सो मैने उन्हे नीचे लिटा लिया खुद उनके उपर

चढ़ गई आपने चुतड़ों को उपर नीचे करने लगी बाबूजी भी पूरे

ज़ोर से नीचे से स्ट्रोक लगाने लगे. मैं खलास होने वाली थी सो सिसकने

लगी आहह आह आह है हहाई अहह्ा ह्ह्हहहौउउह्ह्ह्ह ईइउउउ हहु

हहाऐईइ आहह आहह अहहह आहह बाबूजी प्ल्ज़ तेज ओर तेज हहाइईइ ओर

तेज हाई ओर तेज हाई ओर तेज मुझे मम्मी बना दीजिए हाई बना दीजिए हाई हाई

आह आह आह आह ओर फिर मैं खलास हो गई लेकिन बाबूजी के स्ट्रोक

अभी जारी थे. फिर उन्होने मुझे बेड के किनारे पे कर लिया और खुद नीचे

खड़े हो गये मेरी दोनो टाँगो को आपने कंधे

पे रख लिया और जोरदार स्ट्रोक शुरू कर दिए अब मेरी आहह आहह ुआआई

म्माआ मराई गई कोई बचा लो मुझे आहह उउउहह आहह उउउइ आह

हाीइ हहाइईइ म्माआ हहाइईइ आअहह अहहहा हाईईइ की आवाज़ें रूम

मे गूंजने लगी
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#53
उनके धक्को से रूम मे छप चॅप की आवाज़ गूँज रही


थी वो पूरे ज़ोर से मुझे चोद रहे थे मेरी चूत गीली होने की वजह से

पच पच कर रही थी.मैं दुबारा से झड़ने वाली थी बाबूजी का भी

पानी निकलने वाला था मैं फिर जानत मे पहुँच गई थी और चीख

रही थी. आहह ह आह आह आह आ फिर हम दोनो एक साथ ही

झाड़ गये. बाबूजी ने पूरा कम मेरी चूत मे छोड़ दिया. फिर मेरे

उपर ही लेट गये.15 मिंट बाद उठे और मेरी चूत को चाटने लगे फिर

चाट चाट के साफ कर दिया फिर मुझे आपने लॉड को साफ करने का

मौका दिया. फिर मुझे बाहों मे भर के बोले कि सच मे मेरी जान

जितना मज़ा मुझे तुम्हे चोद के आया है उतना आज तक तुम्हारी सांस या

तुम्हारी दीदी ने भी नही दिया तो मैने कहा कि मेरे राजा जितना मज़ा

मुझे आप से मिला है मुझे भी किसी से नही मिला मुझे पूर्ण

संतुष्टि आप से ही हुई है और अब तो मैं आप के बच्चे को भी जनम दे

दूँगी तो वो बोले कि तुम्हे कैसे पता तो मैने कहा कि मुझे आज से

4दिन पहले पीरियड आना था जो कि अभी तक नही आया है तो वो बोले कि

हो सकता है तुम्हारे पति के चोदने की वजह से ना आया हो तो मैने

कहा कि नही क्यो कि हम गरबनिरोधक गोलिओं का पर्योग करते थे और

जिस दिन वो गये उस्दिन भी मैने गोली खा ली थी लेकिन जिस दिन आप से

पहली बार चुदी थी उस दिन से गोली नही खाई थी सो आप ने आपना

कमाल दिखा दिया है तो वो बोले कि अगर किसी को शक हो गया तो मैने

कहा कि कल वो आ रहे हैं तो उनसे कहूँगी कि जिस दिन आप गये हो

उस्दिन मैं गोली खाना भूल गई थी और अब पीरियड नही आया है सो अब

हम ये बच्चा रख लेते हैं वो तो काफ़ी देर से कह रहे थे बच्चे के

लए लेकिन मैं ही मज़ा लेने की वजह से मना कर रही थी लेकिन आप से

चुदने के बाद आप के बच्चे को जनम देने की तमन्ना पैदा हो गई थी.
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#54
ये

सुन कर बाबूजी ने मुझे बाहों मे भर लिया और कहने लगे कि सच मे

तुम मेरी जान हो मेरी रानी हो काश कि तुम मेरी बीवी होती तो मैने

कहा कि वो तो मैं अब बन ही गई हूँ मेरे साजन जी मेरे राजा जी. तो

वो बोले कि लेकिन हम सिर्फ़ आज की रात ही साथ हैं तो मैने कहा कि

आप चिंता क्यो करते हैं जिस दिन भी आप का मन करे मुझे चोदने का

उसी दिन मैं इंतज़ाम कर दिया करूँगी बस आप सुबह मुझे इशारा कर दिया

कीजिएगा तो वो बोले कि क्या तुम्हारा मन नही करेगा तो मैने कहा कि

अगर मेरे मन पे चलेंगे तो फिर तो ये रोज ही तैयार रहा करेगा तो वो

बोले कि ठीक है लेकिन तुम करोगी क्या तो मैने कहा कि वो भी आप को

तभी बता दूँगी वो बोले ठीक है फिर उस रात उन्होने एक बार मेरी

गंद और उसके बाद 4 बार मेरी चूत की धज़ियाँ उड़ाई. उस्दिन वो

सुबह भी लेट ही गये शॉप पे जाने से पहले भी मुझे एक बार चोद कर

गये. फिर उस दिन मेरे पति घर पे आ गये और दो दिन बाद मेरा देवर

देवरानी और सासू मा भी घर पे आ गये मैने अपने प्लान के मुताबिक

अपने पति को बच्चे के बारे मे बता दिया.

अब बाबूजी जब भी मुझे अकेले देखते तो बाहों मैं भर लेते थे . कोई

10 दिन बाद उन्होने मुझे इशारा किया सुबह ही तो मैने कहा कि ठीक है

और रात को सब को दूध पिलाने की ड्यूटी मेरी थी सो मैने सभी के दूध

मे नींद की गोलियाँ मिला दी और सब को दूध पीला दिया बाबूजी को मैने

दूध पीने से मना कर दिया था उन्हे सुबह ही कह दिया था कि आज आप

कहना कि मुझे दूध नही पीना है मैने तो पीना ही नही था फिर

जब सब सो गये तो मैं बाबूजी के रूम मे गई और उन्हे हाल मे बुला

लाई तो वो बोले कि कोई उठ जायगा तो मैने उन्हे बता दिया कि कोई नही

उठेगा फिर उन्होने दो घंटे मुझे जम के चोदा फिर तो हम हर 10

दिन बाद और जब मेरे पति टूर पे जाते थे तो दूसरे या तीसरे दिन जम

के मज़ा लेते थे. कभी कभी ससुर जी दिन मे भी मुझे चोद लेते

थे क्यो कि मेरे पति ऑफीस जाते थे मेरे देवर देवरानी भी जॉब करते

थे और घर पे मैं अकेली होती थी सासू जी शॉप पे और मैं ससुर जी के

लॉड के टॉप पे होती थी, मैने उस दिन के ठीक 9महीने बाद एक बेटे को

जनम दिया जिस दिन बाबूजी ने मुझे पहली बार चोदा था. उस बच्चे के

बाद भी जब भी बाबूजी को मौका मिलता वो मुझे चोदते थे.सो

कैसी लगी आप को

कहानी.  ये कहानी यही पर ख़तम होती है फिर मिलेंगे किसी नई कहानी 

के साथ l
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#55
[Image: e7352d3a7fd900a45bbc4b7e95b610d6.jpg]

याद किसी की आ ही जाती है,रोते-रोते।
उम्र गुजर गयी है,गम-ए-हिज्र ढोते-ढोते।।
सब कुछ गंवा दिया है,पास बचा क्या है।
खोने की आदत सी हो गयी,खोते-खोते।।
दिन तो गुजर जाता है , मशरूफियत मे।
पुरखतर होने लगती है , शाम होते-होते।।
खिंजा अड़ी है,चमन उजाड़ने पे अपना।
मगर हम थके नही हैं, शजर बोते-बोते।।
हर आहट पे जाग जाते हैं, हम अक्सर।
तेरे आने का गुमां होता है , सोते-सोते
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