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Adultery Angel Diya
#1
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I am new to this forum and would like to write one stories well i am not good in writing but try to write which gives fun and enjoyment to everyone.
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#2
(08-09-2024, 03:44 PM)meetwantsu Wrote: I am new to this forum and would like to write one stories well i am not good in writing but try to write which gives fun and enjoyment to everyone.

you don't need to be good at writing....just start normally
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#3
Please start
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#4
ये  कहानी है एक बेहद ही खूबसूरत लड़की दिया की जिसकी उम्र मात्र 18 वर्ष है जिसने अभी 12th का एग्जाम दिया है और उसकी तमन्ना है एक फैशन डिज़ाइनर बनने की जिसके लिए वो काफी मेहनत कर रही है I

रमा -  दिया की माँ उम्र 42 वर्ष एक हाउसवाइफ है I
अशोक - दिया के पिताजी उम्र 47 वर्ष जो की एक बैंक मैनेजर है I
रवि -  दिया के माँ के एक कजिन भाई उम्र लगभग 27  वर्ष जो की एक फ्री लांसर कंसलटेंट है और हॉबी से एक फोटोग्राफर I
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#5
Update -1

सुबह के सात बजे दिया की अचानक से नींद खुलती है तो उसे घर में आज कुछ जायदा चहल पहल की आवाज सुनाई देती है वो अपनी आंखे मलते हुए ड्राइंग रूम में आती है तो अपने मम्मी और पापा को सोफे पर चाय की चुस्कियां लेते हुई कुछ बाते करते हुई सुनती है तभी उसकी मम्मी उसे देखकर उसे अपने पास बुलाती है और बैठने का इशारा करती है I

दिया - माँ क्या बात है आज आप इतनी सुबह सुबह क्या डिसकस कर रही हो और आज आप कुछ जायदा ही एक्ससिटेड लग रही हो क्या बात है

रमा - अरे दिया मै तुझे बताना भूल गई आज रवि आने वाला है मेरा दूर का कजिन भाई वो २ महीने यही रहने वाला है I

दिया - क्या ? ऐसा कौनसा मेहमान या रिश्तेदार है जो २ महीने के लिए किसी के घर पर रुकता है भला, माँ आपका दिमाग ख़राब हो गया है क्या की किसी रिश्तेदार को दो महीने के लिए घर पर रखो, पापा समझाओ न माँ को I

अशोक -  बेटा तुम्हारी माँ को कोई आज तक समझा पाया है जो मै अब समझा पाउँगा वैसे तुम्हारी माँ का भाई है दो महीने की बात है और हमारे घर में इतनी जगह है कोई फर्क नहीं पड़ता रिश्तेदार ही है और तुम्हारी माँ का भाई है उसकी ख़ुशी इसी में है तो मेरी और तुम्हारी ख़ुशी भी इसी में होनी चाहिए ी

दिया - पापा आप भी न हमेशा अपने बीवी की साइड लेते है I  लेकिन माँ वो दो महीने यहाँ रह कर क्या करने वाले है ?

रमा - बेटा वो एक  कंसल्टेंट है   और मुंबई में रहता है उसका कोई प्रोजेक्ट है जिसके लिए उसे यहाँ २ महीने रहना है उसका फ़ोन आया था तो वो बोल रहा था की वो कोई PG ढूंढ रहा है २ महीने के लिए तो मैंने ही बोलै की PG की क्या जरूरत है तुम यही रह लेना उसने काफी मना किआ  लेकिन मै नहीं मानी और उसे मैंने यहाँ रहने के लिए मना लिया I

दिया - ठीक है माँ जैसा तुम्हे ठीक लगे, ऐसा कह कर दिया अपने कमरे में चली गई I

दिया ने अभी 12th के एग्जाम दिए थे और उसका सपना एक फैशन डिज़ाइनर बनने का था और इसी के लिए वो अपना ग्रेजुएशन किसी बाहर की यूनिवर्सिटी में फैशन डिजाइनिंग में करना चाहती थी उसने कई universites में अप्लाई किआ था और एक दो जगह उसकी काउंसलिंग भी हो चुकी थी और उसके इस सपने को पूरा करने के लिए उसके माँ और पापा दोनों का पूरा सपोर्ट था I अशोक और रमा की एक ही औलाद थी इसे इन्होने बड़े लाड प्यार से पाला था और दिया शुरू से पढाई और बाकी चीजों में काफी अछि थी इसलिए उसके माँ बाप भी चाहते थे उसका जो सपना हो पूरा हो I दिया ने अभी अपनी उम्र के 18 वे वर्ष में प्रवेश किआ था, देखने में वो बला की खूबसूरत थी, रंग रूप ऐसा था की ऊपर वाले बहुत ही फुर्सत से उसके एक एक अंग को निखारा है कोई भी उसे पहली नजर में देखे तो पागल हो जाये,   लेकिन दिया बहुत जायदा लोगो से घुलती मिलती नहीं थे,  उसके दोस्त भी काफी लिमिटेड थे वो बहुत ही फोकस्सड लड़की थी उसका लाइफ का एक ही एजेंडा था एक सफल फैशन डिज़ाइनर बनने का जिसके लिए वो काफी मेहनत कर रही है I

सुबह के १० बजे दिया उसकी माँ और उसके पापा सब लोक एक साथ ब्रेकफास्ट कर रहे है और आपस में बात कर रहे है ी

अशोक - दिया बेटा तुमने कुछ सोचा कहा एडमिशन लेना है कोई यूनिवर्सिटी फाइनल हुई
दिया -    पापा अभी तो मै रिसर्च ही कर रही हु बहुत जल्दी डिसिशन ले लुंगी मै जल्दबाजी में कोई decision नहीं लेना चाहती ये लाइफ और
           करियर का बहुत इम्पोर्टेन्ट डिसिशन है लेकिन पापा ये सोच लिए है की ग्रेजुएशन तो  इंडिया से बाहर ही करना है I
रमा - बेटा यहाँ भी तो अच्छी यूनिवर्सिटीज है बाहर ही क्यों जाना सोच हम तेरे बिना कैसे रहेंगे I
दिया - अरे माँ हमेशा के लिए नहीं जा रही कुछ साल के लिए उसके बाद काम मुझे यही इंडिया में करना है आप जायदा चिंता मत करो ी
अशोक - अरे रमा तुम बेकार में ही फ़िक्र करती हो अभी उसको अपने करियर पर फोकस करने दो अगर बाहर पढ़ कर उसका करियर सेटल
           होता है तो वो बाहर से ही ग्रेजुएशन करेगी इसमें मै तुम्हारी बात नहीं मानूंगा ी
दिया - वाह पापा आज तो अपने कमाल ही कर दिया माँ की बात न मानने की बात करके लग रहा है की आप सिर्फ अपने ब्रांच के बॉस नहीं
        इस घर के भी बॉस है ी
अशोक - न न  बेटा इस घर की बॉस तो तुम्हारी माँ ही है उनसे इस पोस्ट को कोई नहीं छिन सकता ी  ऐसा कह कर दोनों बाप बेटी जोर जोर
          से हंसने लगे I

लगभग 11 बजे door bell बजने की आवाज हुई दिया अपने कमरे में बैठी लैपटॉप पर कुछ काम कर रही थी तभी उसके कानो में ड्राइंग रूम से उसकी माँ की आवाज आई अरे रवि तुम तो पहचान में ही नहीं आ रहे हो कितने सालो के बाद देखा, माँ कैसी है तुम्हारी आओ बैठो, दीदी मै ठीक हु और माँ भी ठीक है,  दिया के कानो में एक रौबीली सी आवाज पड़ी और वो समझ गई ये उसका कजिन मामा है , दिया ने बाहर की आवाजों को इग्नोर किया और अपने काम में लग गई थोड़ी देर बाद बाहर से आवाज आनी बंद हो गई तो वो समझ गई की मामू अपने रूम में चले गई है और माँ किचन में लंच की तैयारी में लग गई है I लगभग 1 बजे दिया के कानो में माँ की आवाज आई दिया बेटा आओ खाना खा लो I

माँ की आवाज सुनकर दिया अनमने ढंग से उठी और डाइनिंग एरिया में खाना खाने के लिए जाने लगी जैसे ही वो डाइनिंग टेबल के पास पहुंची उसने देखा की डाइनिंग चेयर पर एक यंग डैशिंग नौजवान बैठा दिया को समझते देर नहीं लगी यही वो मामू है जो दो महीने यहाँ रहने वाले है दोनों के नजरे मिली और दिया के मुँह से निकला hi जवाब में रवि ने भी बोला हेलो

रमा - ये आजकल के बच्चे अरे ये मामू है तुझसे उम्र में बड़े इनको प्रणाम करो न की hi अभी तुम इंडिया में ही हो बाहर नहीं चली गई हो

दिया - प्रणाम मामू आप कैसे है ?

रवि - मै ठीक हु तुम काफी बड़ी हो गई हो काफी सालो के बाद देख रहा हु I

रमा -  हां लगभग १२ साल पहले तब ये ६ साल की थी समय बीते देर नहीं लगता I

फिर तीनो लोग बाते करते करते खाना खाने लगे खाना खा कर दिया वापस अपने कमरे में आकर अपने लैपटॉप से चिपक गई I थोड़ी देर बाद उसकी माँ रमा उसके कमरे में आती है और बोलती है

रमा - दिया मै तेरे पापा के ऑफिस जा रही हु वह से हम दोनों को शॉपिंग के लिए जाना है घर का कुछ सामान लेना है हम शाम तक वापस आ जायेंगे इस बीच तुम घर का ध्यान रखना और रवि को कुछ चाहिए होगा तो देख लेना अभी उसे कुछ टाइम लगेगा एडजस्ट करने मे।

दिया - ठीक है माँ आप जाओ मै सबका ध्यान रख लुंगी I

रमा - मेरी प्यारी बच्ची कितनी बड़ी हो गई है ऐसा कह कर रमा ने दिया के सर पर प्यार भरा हाथ फेरा और कमरे से बाहर निकल गई ।
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#6
nice beginning.... keep it continue
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#7
Good going, Please keep updating.
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#8
Update - 2

दिया अपने रूम में बैठ कर लैपटॉप पर काम कर रही थी लगभग ५ बजे उसे ध्यान आया की उसके घर में कोई मेहमान भी है और माँ बोल कर गई थी उनका ख्याल रखने को तो वो लैपटॉप बंद कर उठी और बाहर  आ कर उसने रवि के कमरे को खटखटाया रवि ने दरवाजा खोला

दिया -  मुस्कुराते हुए पुछा कॉफ़ी ?

रवि बोला - हां , मैं बनाऊ

दिया - नहीं नहीं मैं बना लूंगी आप लिविंग रूम में आ जाइये मैं कॉफ़ी बना कर लाती हु  I

रवि - है तुम बनाओ मैं आता हु ी

रवि थोड़ी देर बाद लिविंग रूम में सोफे पर जा कर बैठ जाता है और कुछ ही देर में दिया ट्रे में दो कॉफ़ी के मग ले कर आती रवि को कॉफ़ी देकर वो भी अपना कॉफ़ी का मग लेकर सोफे पर बैठ जाती है और दोनों कॉफ़ी पीने लगते है I

रवि गौर से दिया को देखता है वो गजब की खूबसूरत लग रही थी उसने एक डेनिम का शॉर्ट्स और और एक क्रॉप टीशर्ट पहन राखी थी शॉर्ट्स के बहार उसकी गोरी गोरी मांसल पिण्डलिया और क्रॉप टॉप से झांकते उसका नाभि का हिस्सा उसे बला की खूबसूरती प्रदान कर रहा था रवि चाह कर भी अपने नजरे उसपर से हटा नहीं पा रहा था लेकिन वो सावधानी से उसे देख रहा था की दिया को ऐसे न लगे की वो उसे ही निहार रहा है I

रवि - और दिया  तुम आजकल क्या कर रही हो तुमने अभी अपने 12th  के एग्जाम दिए है न ?

दिया - हां और मैंने कई यूनिवर्सिटीज में फैशन डिजाइनिंग के लिए अप्लाई किआ है, मेरा एक ही गोल है लाइफ में की मुझे एक टॉप का फैशन डिज़ाइनर बनना है I

रवि- वाह ख़ुशी हुई ये सुनकर की तुम अपने करियर के प्रति कितनी फोकस हो I

दिया भी ये सुनकर हौले से मुस्कुरा दी I फिर दोनों कॉफ़ी ख़तम कर के अपने अपने कमरे में चले गए शाम को दिया की माँ और पापा दोनों एक साथ घर वापस आते है और उसकी माँ फिर रात का खाना बनाने लगती है दिया के पापा लिविंग रूम में टीवी पर न्यूज़ देखने लगते है I

रात लगभग ९ बजे रमा सबको आवाज देकर डिनर के लिए बुलाती है और फिर एक बार सब लोग डाइनिंग टेबल पर डिनर के लिए एक साथ बैठते है I

दिया अपने रूम में बैठ कर लैपटॉप पर काम कर रही थी लगभग ५ बजे उसे ध्यान आया की उसके घर में कोई मेहमान भी है और माँ बोल कर गई थी उनका ख्याल रखने को तो वो लैपटॉप बंद कर उठी और बाहर  आ कर उसने रवि के कमरे को खटखटाया रवि ने दरवाजा खोला
दिया -  मुस्कुराते हुए पुछा कॉफ़ी ?
रवि बोला - हां , मैं बनाऊ
दिया - नहीं नहीं मैं बना लूंगी आप लिविंग रूम में आ जाइये मैं कॉफ़ी बना कर लाती हु  I
रवि - है तुम बनाओ मैं आता हु ी
रवि थोड़ी देर बाद लिविंग रूम में सोफे पर जा कर बैठ जाता है और कुछ ही देर में दिया ट्रे में दो कॉफ़ी के मग ले कर आती रवि को कॉफ़ी देकर वो भी अपना कॉफ़ी का मग लेकर सोफे पर बैठ जाती है और दोनों कॉफ़ी पीने लगते है I

रवि गौर से दिया को देखता है वो गजब की खूबसूरत लग रही थी उसने एक डेनिम का शॉर्ट्स और और एक क्रॉप टीशर्ट पहन राखी थी शॉर्ट्स के बहार उसकी गोरी गोरी मांसल पिण्डलिया और क्रॉप टॉप से झांकते उसका नाभि का हिस्सा उसे बला की खूबसूरती प्रदान कर रहा था रवि चाहा कर भी अपने नजरे उसपर से हटा नहीं पा रहा था लेकिन वो सावधानी से उसे देख रहा था की दिया को ऐसे न लगे की वो उसे ही निहार रहा है I

रवि - और दिया  तुम आजकल क्या कर रही हो तुमने अभी अपने 12th  के एग्जाम दिए है न ?

दिया - हां और मैंने कई यूनिवर्सिटीज में फैशन डिजाइनिंग के लिए अप्लाई किआ है, मेरा एक ही गोल है लाइफ में की मुझे एक टॉप का फैशन डिज़ाइनर बनना है I

रवि- वाह ख़ुशी हुई ये सुनकर की तुम अपने करियर के प्रति कितनी फोकस हो I

दिया भी ये सुनकर हौले से मुस्कुरा दी I फिर दोनों कॉफ़ी ख़तम कर के अपने अपने कमरे में चले गए शाम को दिया की माँ और पापा दोनों एक साथ घर वापस आते है और उसकी माँ फिर रात का खाना बनाने लगती है दिया के पापा लिविंग रूम में टीवी पर न्यूज़ देखने लगते है I

रात लगभग 9बजे रमा सबको आवाज देकर डिनर के लिए बुलाती है और फिर एक बार सब लोग डाइनिंग टेबल पर डिनर के लिए एक साथ बैठते है I

दिया - मम्मी पापा मुझे आप लोगो से एक बहुत जरूरी बात करनी है

अशोक - बोलो बेटा

रमा - हां बोलो न क्या जरूरी बात है

दिया - मुझे न्यूयोर्क की यूनिवर्सिटी से के फैशन शो के कम्पटीशन में पार्टिसिपेट करने के लिए ऑफर आया है और अगर मैं  फाइनल राउंड में पहुंच गई तो मुझे न्यूयोर्क में कम्पटीशन के ग्रैंड फिनाले में पार्टिसिपेट करने का मौका मिलेगा फाइनल में सिर्फ ३ लोग ही पहुंच पाएंगे और जो भी फाइनल में विनर होगा उसे उनकी यूनिवर्सिटी में 100% स्कॉलर्शिप मिलेगी और फैशन डिजाइनिंग में ग्रेजुएशन करने का मौका मिलेगा और साथ ही उसका पुरे ग्रेजुएशन पीरियड में यूनिवर्सिटी के हॉस्टल में रहने का भी फ्री  स्टे मिलेगा I

रवि - क्या बात है दिया ये तो बहुत जबरदस्त opportunity है लगभग मौका है की तुम अपनी ग्रेजुएशन न्यूयोर्क के एक फेमस इंस्टिट्यूट से कर सकती हो वो भी बिना कोई फीस दिए I

दिया - हां लेकिन अगर मैं  विनर हुई और उसके लिए मल्टीप्ल राउंड क्लियर करना होगा और फाइनल में  पहुंच कर फिर न्यूयोर्क में फैशन शो में पार्टिसिपेट करना होगा और ये बहुत टफ जर्नी होगी I

रवि - हां जर्नी टफ है लेकिन सोचो अगर तुमने ये जर्नी पार कर ली तो तुम्हे तुम्हारा लाइफ का ड्रीम है वो पूरा करने का मौका मिलेगा और तुम अपने सारे सपने पुरे कर पाओगी I

अशोक - बेटा लेकिन तुमने सोचा है की तुम ये सब अकेले कैसे कर पाओगी I

रमा - हां बेटा ये सुनने में तो बहुत सुन्दर लग रहा है लेकिन इसे पाने के लिए जीतोड़ मेहनत करनी होगी तुम अच्छे से सोच लो की अगर तुम्हे इसमें पार्टिसिपेट करना है तो कैसे करोगी अकेले ये सब बाकी मैं और पापा तुम्हारे साथ हमेशा है तुम्हारे सपने को पूरा करने के लिए I

अशोक - हां बेटा हमारा सपोर्ट पूरा है लेकिन करना तुम्हे ही है तो तुम ठीक तरह से सोच विचार कर लो ये एक अच्छा मौका है तुम्हे अपने सपने को पूरा करने के लिए इसलिए तुम अच्छे से सोच विचार कर डिसीजन लो और जो भी तुम डिसीजन लोगी तुम्हारे मम्मी और पापा तुम्हारे साथ खड़े होंगे I

रवि - मेरा सोचना है की तुम्हे इस मौके को हाथ से जाने नहीं देना चाहिए और तुम्हे जरूर पार्टिसिपेट करना चाहिए  हारना और जीतना बाद की बात है लेकिन मौका को हाथ से गवाना समझदारी नहीं

दिया - हां मामू आप की बात बिलकुल सही है लेकिन मई अकेले इतना सब कैसे करुँगी यही सोच सोच कर परेशान हु

रवि - तुम्हे बिलकुल भी परेशान होने की जरूरत नहीं है तुम participitation फॉर्म fill  करके अप्लाई करो बाकी सब भी हो जायेगा जहा चाह वह राह I

दिया - लेकिन मामू मैं अकेले इतना सब कैसे करुँगी I

रवि - दिया घबराओ नहीं मैं  तुम्हारे साथ खड़ा हूँ मई तुम्हे सपोर्ट और हेल्प करूँगा I

ये सुनकर रमा और अशोक के चहरे पर एक मुस्कराहट आ गई और दिया के चेहरा भी खिल उठा I

दिया - मामू आप करेंगे मुझे सपोर्ट ?

रवि - हां मैं अभी दो महीने यही हूँ और मेरा काम भी वर्क फ्रॉम होम है तो मैं तुम्हारी पूरी हेल्प कर सकता हूँ तुम और मैं कल से ही इस प्रोजेक्ट पर लग जाते है तुम आज इसे अप्लाई कर दो कल हम सारी प्लानिंग करते है और तुम्हारे न्यूयोर्क जाने का रास्ता बनाते है I

ये सुन कर दिया रमा और अशोक तीनो के चेहरे खिलखिला उठे I

रमा - रवि लगता है ये मौका और तुम्हारा आना दोनों ही एक संयोग है शायद ऊपरवाला की कृपा है उसी ने तुम्हे यहाँ भेजा की तुम दिया के सपने को पूरा करने में उसकी मदद करो और तुम दिया की मदद करोगे तो मैं और अशोक भी निश्चिन्त रहेंगे I

रवि - अरे दीदी आप और जीजाजी बिलकुल भी चिंता न करे मेरे से जो बन पड़ेगा वो  करूँगा दिया के लिए I

फिर सब लोग डिनर ख़तम कर के अपने अपने कमरे में सोने चले जाते है I
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#9
Update -3

दिया अपने कमरे में आकर बिस्तर पर लेट गई और सोचने लगी की वो कितनी लकी है की उसके माँ बाप कितने सप्पोर्टिव है जो उसको सपोर्ट करते है और फिर भगवान् ने रवि मामू को भी उसकी मदद के लिए भेज दिया यही सब सोचते सोचते वो सो जाती है I

दिया सुबह सुबह सो कर उठती है जल्दी से फ्रेश हो कर वो रवि के रूम के बाहर जाकर उसका दरवाजा खटखटाती है रवि दरवाजा खोलता है और सामने दिया को देखकर हलके से मुस्कुराता है I

रवि- अरे दिया तुम आओ बैठो

दिया - सॉरी मैं आपको सुबह सुबह डिस्टर्ब करने आ गई लेकिन मुझे आपसे फोटोशूट के बारे में डिसकस करना था क्योंकि मैंने पार्टिसिपेशन फॉर्म तो सबमिट कर दिया लेकिन अब मुझे शॉर्टलिस्ट के लिए अपने कलेक्शन का शूट भेजना है I

रवि हाँ हाँ क्यों नहीं तो करते है शूट तुम्हारा अभी भेजने के लिए तो कलेक्शन रेडी है न ?

दिया - हां वो तो रेडी है लेकिन शूट कहा कैसे करेंगे वो समझ नहीं आ रहा और कितना खर्चा आयेगा इसका भी मुझे अंदाजा नहीं है I

रवि - अरे तुम क्यों परेशान हो रही हो सब हो जायेगा मैं हु न I

दिया - हां लेकिन कौन करेगा फोटो शूट फोटोग्राफर मॉडल स्टूडियो ये सब का arrangment करना होगा I

रवि - अरे फोटोग्राफर तो तुम्हारे सामने बैठा है I

दिया - आप ??? आप करेंगे शूट ?

रवि - हां मैं करूँगा शूट I

ऐसा कह कर रवि अपनी कमरे में अलमारी की तरफ बढ़ा और उसमे से एक छोटा सा सूटकेस जैसा बैग निकला और फिर उसे बिस्तर पर रख कर खोल दिया दिया भी अपने चेयर से उठी और उस बैग की तरफ आई रवि ने जैसे ही बैग खोला दिया का मुँह खुला का खुला रह गया वो बैग एक कैमरा का case था उसके अंदर एक बहुत ही एडवांस DSLR कैमरा और कई तरह के कैमरा लेन्सेस थे I

दिया - आप फोटोग्राफी करते है ?

रवि - हां दिया मुझे फोटोग्राफी का शौक है बचपन से और मैंने कुछ अवार्ड्स भी जीते है अगर तुम्हे मेरे ऊपर भरोसा है तो मैं शूट कर सकता हु I

दिया - कैसी बातें करते है आप आपके ऊपर भरोसा है और आपके भरोसे ही मैं इसमें पार्टिसिपेट कर रही हु लेकिन मॉडल और स्टूडियो ??

तभी रवि दिया के करीब आता है और अपने दोनों हाथ दिया के कंधे पर रखता है दिया के कंधे पर जैसे ही रवि के हाथ आते है वो सिहर उठती है और रवि एक दम से उसे कंधे पर दबाव बना कर उसे धीरे से कमरे की दिवार पर रखे शीशे के सामने ले आता है शीशे के सामने दिया खरी होती और पीछे रवि और उसके दोनों हाथ दिया के कंधे पर होते है ...

रवि - ये रही मॉडल

दिया - चौंकते हुए मॉडल और मैं ?

रवि - देखो अपने आप को तुम क्या मॉडल से काम हो I

दिया गजब की हॉट लग रही थी उसने एक लिनेन का शॉर्ट्स पहना था जिसमे उसकी मखमली टाँगे और उसकी मांसल जाँघे किसी को घायल करने के लिए काफी थे फिर उसने एक क्रॉप स्लीवलेस टॉप पहना था टॉप और शॉर्ट्स के बीच उसका समतल पेट और नाभि गजब ढा रहे थे और उसके स्लीवलेस टॉप के स्ट्रेप और उसकी ब्लैक ब्रा के स्ट्रेप उसके दूधिया कंधो पर उसकी हॉटनेस को और बढ़ा रहे थे और रवि का हाथ उन दोनों स्ट्रैप के ऊपर उसके कंधो पर था ...

पहली बार रवि के दिल में दिया को देख कर हलचल हुई और दूसरी तरफ दिया अपने कंधो पर रवि के हाथो का स्पर्श पा कर एक अजीब सी सिहरन महसूस कर रही थी..

रवि - दिया तुम बहुत ही खूबसूरत और आकर्षक हो तुम्हारा फिगर भी गज़ब का है तो मेरे ख्याल से तुम्हे ही मॉडल बनना चाहिए और वैसे भी ये तुम्हारा कलेक्शन है अगर तुम खुद मॉडलिंग करोगी तो तुम दिल से काम करोगी और सिलेक्शन के चान्सेस बढ़ जायेंगे I
ऐसा कह कर रवि ने दोनों कंधे पर हल्का सा दबाव बनाया दिया को अजीब से कसमसाहट हुई रवि के हाथो के दबाव से कही न कही उसे रवि की छुअन अपने शरीर पर अच्छी लग रही थी और उसे एक अजीब सा एहसास हो रहा था ..

दिया - और स्टूडियो का क्या शूट कहा करेंगे ?

रवि - अरे दिया अपने घर में जो नीचे वाला फ्लोर के हाल है वो तो अभी खाली है अभी उसमे कोई किरायेदार भी नहीं तो मैंने दीदी से सुबह बात कर ली है मैं उसे स्टूडियो में कन्वर्ट कर दूंगा कुछ टाइम के लिए जब तक तुम्हारा ये प्रोजेक्ट है तो हमें कही और जाने की जरूरत नहीं है हम सब कुछ घर पर ही मैनेज कर लेंगे I

दिया एकदम से रवि की तरफ घूमी और मुस्कुरा कर बोली आप क्या इंसान हो में कल रात से ये सोच सोच कर परेशान थी की कैसे ये सब होगा और अपने एक पल में ही साड़ी चीजे मैनेज कर दी I

रवि ने दिया के दोनों हाथ को अपने हाथ में लेकर हौले से दबाते हुए बोले तुम्हे परेशान होने की जररूअत बिलकुल भी नहीं है तुम बस अपने कलेक्शंस पर ध्यान दो बाकी शूट की साड़ी जिम्मेदारी मुझ पर छोड़ दो I

ओह्ह मामू आप ग्रेट हो ऐसा कह कर दिया ने रवि को एकदम से हग कर लिआ और चहकते हुए बोली थैंक यू

यूँ तो दिया ने नार्मल खुश होकर हग किया था लेकिन रवि के लिए ये शॉकिंग था

रवि को एकदम से दिया का इस तरह से हग करना अजीब तो लगा लेकिन अच्छा भी लगा उसके पूरे शरीर में करंट सा दौर गया दिया यूँ तो थी सिर्फ अट्ठारह की लेकिन उसका शरीर पूर्ण विकसित था वो बला की खूबसूरत थी यौवन ऐसा की ऐसा लगता था ईश्वर ने उसके शरीर की सरंचना बहुत ही इत्मीनान से करि है उसका वक्ष स्थल बहुत ही सुडौल और न ही जायदा बड़ा और न ही जायदा छोटा था उस क्रॉप टॉप में दिया की ब्रा की लाइनिंग साफ़ नज़र आ रही थी और साथ ही नजर आ रहे थे उस ब्रा लाइनिंग के अंदर विक्षित सुडौल वक्ष जो काफी कैसे हुए नजर आ रहे थे और रवि की नजर रुक रुक कर उसके वक्ष स्थल पर चली ही जाती थी

रवि - कल से हम शूट की तैयारी शुरू करते है मई कल स्टूडियो का सारा सामान खरीद लाता हूँ जिससे की स्टूडियो कल रेडी हो जाये और परसो तुम्हारे कलेक्शन का शूट कर लेते है I

दिया - वाह हम लोग परसो शूट भी कर लेंगे I

रवि - हां लेकिन हमें एक मेकअप आर्टिस्ट और एक हेयर स्टाइलिस्ट की जरूरत पड़ेगी उसका इंतज़ाम तुम्हे करना होगा I

दिया- हां हां वो मैं अरैंजमैंट कर लूंगी I

रवि - दिया तुम मुझे अपना कलेक्शन दिखाओ न प्लीज जिसका हम शूट करने वाले है I

दिया - हां क्यों नहीं आप चलिए न मैंने नीचे के फ्लोर में अपना एक मिनी स्टूडियो बना रखा है जहा मैं अपनी साड़ी डिजाइनिंग करती हूँ I

रवि और दिया अपने कमरे से बाहर निकलते है लिविंग रूम में रमा बैठी होती है दिया भागते हुए रमा के बॉस जाती है और बोलती है I

दिया - माँ आपको पता है रवि मामू ने साड़ी चीजे की प्लानिंग कर ली है I

रमा- क्या प्लानिंग ?

दिया - अरे वो मेरे पार्टिसिपेशन का वो मेरे कलेक्शन का शूट करने वाले है जिसे मैं वह भेजूंगी I

रमा - अच्छा चलो रवि सही टाइम पर यहाँ आ गया तुम्हारा हेल्प भी हो जायेगा और शायद तुम्हारा सपना भी पूरा हो जायेगा I

दिया - हां रवि मामू एकदम सही टाइम पर एंट्री लिए है हमारे घर पर I

ऐसा कह कर दिया रवि को बोली चलो मैं आप आपको अपना स्टूडियो दिखती हु और अपना कलेक्शन भी I

दिया और रवि नीचे ग्राउंड फ्लोर में आते है वह ग्राउंड फ्लोर में में एक बड़ा हाल और साथ ही ३ बड़े रूम थे हाल बिलकुल खाली था और एक रूम में दिया ने अपना फैशन स्टूडियो बना रखा था और एक रूम में उसका डिजाइनिंग रूम जहा वो गारमेंट्स डिज़ाइन करती है स्टूडियो में एक लाइन में काफी कपड़े स्टैंड पर हैंग थे रवि स्टैंड में पास जा कर कपड़े देखने लगता है ..

रवि - वाह दिया तुमने इतनी काम उम्र में इतना कुछ डिज़ाइन कर लिआ वाकई में तुम काफी टैलेंट हो I

दिया - हां ये मेरा पैशन है और मुझे लाइफ में इसके अलावा कुछ नहीं करना I

रवि - मेरे ख्याल से अभी शूट के लिए ये काफी है इसको अच्छे से शूट करते है फिर जब आगे शॉर्टलिस्ट होने के बाद नेक्स्ट राउंड के लिए थीम आएगा तो उसके हिसाब से तैयारी करेंगे I

दिया - आप तो बड़े कॉंफिडेंट है की मैं शार्ट लिस्ट हो जाउंगी I

रवि - दिया तुम इतनी खूबसूरत हो तुम्हारा कलेक्शन इतना उम्दा है फोटोग्राफी मैं भी थोड़ी बहुत ठीक ठाक सा कर ही लेता हु तो मुझे लगता है शूट अच्छा होगा और तुम शार्ट लिस्ट हो जाएगी I

दिया ये सुनकर मुस्कुरा देती है और बोलती है फिर तो मेरी ख़ुशी का ठिकाना नहीं रहेगा ...
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#10
Next update please
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#11
(08-09-2025, 02:21 PM)jain.varsha Wrote: Next update please

I will very soon
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#12
Update -4 

दिया अपने कमरे में आकर शीशे के सामने खड़े हो कर खुद को निहारने लगती है और उसके कानो में रवि की कही गई बाते गूँज रही होती है "तुम शार्ट लिस्ट हो जाओगी " दिया मन ही मन सोचती है की रवि ने उसे ही मॉडल बनने को क्यों कहा क्या सच में वो इतनी खूबसूरत है क्या उसका फिगर भी एक मॉडल जैसा है काफी देर तक वो शीशे के आगे खड़े होकर अलग अलग पोज़ में अपने आप को निहारती रहती है और फिर मन ही मन ही बुदबुदाती है दिया तू  भी किसी मॉडल से काम नहीं है अब ये सब छोर काम पर ध्यान दे कल के शूट की तैयारी कर।  

दिया अपना फ़ोन उठाती है और अपने फ़ोन से एक नंबर डायल करती है वो फ़ोन एक मेकअप आर्टिस्ट का था उसे वो कल सुबह का टाइम देती है और साथ में एक हेयर स्टाइलिस्ट को भी लाने  के लिए बोलती हैं।  दिया अपने कमरे से बाहर निकलती है तो देखती है रवि कही जाने के लिए अपने कमरे से निकल रहा था तो दिया उससे पूछती है अरे आप अभी कहा जा रहे है तो रवि बोलता है की कल के शूट के लिए कुछ सामान लेना होगा स्टूडियो सेटअप का उसके पास तो सिर्फ कैमरा एंड लेन्सेस है बाकी कुछ लाइट्स एंड रोलर लाना होगा तभी प्रोफेशनल शूट हो पायेगा दिया के चेहरे पर एकदम से एक ख़ुशी का भाव आ जाता है अरे वाह तो आप पूरा स्टूडियो सेटअप कर के शूट करेंगे एकदम प्रोफेशनल फोटोग्राफर की तरह और रवि उसके नजदीक आ कर उसके गालो में हलके से हाथ रख कर बोलता है मैडम आपका सिलेक्शन करना है न तो काम भी प्रोफेशनल तरीके से होगा ओह मामू आपको पता नहीं मैं  कितना एक्ससिटेड और खुश हूँ ऐसा कह कर दिया अचानक से रवि को हग कर लेती है, रवि अचानक हुए इस हरकत से एकदम शॉक हो जाता है दिया के हग करते ही उसके पुरे शरीर में एक  करंट सा दौड़ जाता है बदले में रवि के दोनों हाथ दिया के पीठ पर चले जाते है और वो भी दिया को हग कर लेता है और धीरे धीरे से उसके कान में बोलता है दिया तुम मुझे रवि बुलाया करो मामू नहीं ऐसा कह कर वो दिया के पीठ पर अपने हाथो का हल्का सा दबाव बढ़ा देता है 

तभी दिया बोलती है क्यों ? तो रवि बोलता है अरे अब तुम और मैं  प्रोफेशनली इस प्रोजेक्ट पर काम कर रहे है तुम फैशन डिज़ाइनर के साथ साथ इस प्रोजेक्ट में एक मॉडल भी हो और मैं एक फोटोग्राफर अगर हम मामा भांजे के रिलेशनशिप पर रहेंगे तो एक दूसरे के साथ कही न कही हेजिटेट करेंगे इसलिए तभी दिया रवि से अलग होती है और उसके दोनों हाथो के अपने हाथो में लेकर बोलती है आप सिर्फ इस प्रोजेक्ट में फोटोग्राफर ही नहीं है आप मेरे मेंटर भी है आप मेरे गाइड भी है और आप मेरे हर तरीके से सपोर्ट भी है मैं आपको आपके नाम से नहीं बुला सकती हां मैं आपको सर कह कर बुला सकती हूँ तो रवि भी धीरे से उसके दोनों हाथो को अपने हाथो से हल्का सा दबाता है और बोलता है ठीक है जैसा तुम्हे ठीक लगे और ऐसा करके वो अपने दोनों हाथो से धीरे से दिया के सर को हौले से पकड़ता है और उसके फोरहेड पर किस करता है और बोलता है मैं बाजार जा कर आता हूँ फिर कल की तैयारी करते है और ऐसा कह कर रवि बाजार के लिए निकल जाता है।  दिए अपने कमरे में आकर अपने बिस्तर पर लेट जाती है उसके मन में एक अजीब सी फीलिंग हो रही थी एक अलग सा एहसास जो आज से पहले उसने कभी महसूस नहीं किआ उसकी आँखों के आगे बार बार रवि का चेहरा उसका उसे हग करना उसके हाथो को अपने हाथो में लेना उसके फोरहैड पर रवि का किस करना बार बार यही चल रहा था उसके अंदर एक अजीब सा एहसास हो रहा था उसे रवि का टच एक अलग ही फीलिंग दे रहा था उसके शरीर में एक अजीब सी सिहरन थी एक अलग रोमांच था यही सोचते सोचते उसकी आँख लग जाती है।  

शाम को लगभग ५ बजे दिया की आँख खुलती है तो वो कमरे से बाहर आकर रवि के कमरे में नॉक करती है लेकिन उसे कोई जवाब नहीं मिलता तो वो अपने फ़ोन से रवि को फ़ोन लगाती है तो उधर से रवि की आवाज आती हैं तो वो बोलती है अरे आप अभी तक बाजार में ही हैं आये नहीं तो उधर से रवि बोलता है अरे मैं आ चूका हूँ नीचे तुम्हारे स्टूडियो में सेटअप कर रहा हूँ।  दिया एकदम से नीचे की तरफ दौड़ते हुए जाती है और नीचे का नज़ारा देख कर उसकी आँखे खुली रह जाती है।  रवि ने नीचे एक फैशन फोटोग्राफी का पूरा सेटअप लगा दिए था एक वाइट रोलर फ्लोर से वाल तक का उसके चारो तरफ शूटिंग लाइट्स और कुछ प्रॉप्स।  दिया रवि की और देख कर मुस्कुराती है और उसके करीब जा कर एक बार फिर से उसको हग कर लेती है रवि भी शायद इस हग के लिए तैयार था वो भी दिया को अपने बाहों में भर लेता है और उसके चेहरे को अपने हाथो से धीरे से उठा कर उसकी आँखों में आँखें दाल कर पूछता है पसंद आया दिया धीरे से अपनी गर्दन हिला कर हां बोलती है और अचना उसकी आँखों से एक आंसू टपक कर रवि के हांथो में गिरता है अरे ये क्या क्या हुआ तुम्हे "पता नहीं " ऐसा बोल कर दिया फिर से रवि के गले लग जाती है और रवि एक दम से अपना हाथ दिया के पीठ पर ले जा कर हल्का सा दबाव बनता है और बोलता है तुम्हारी खूबसूरत आंखे में ये आंसू अच्छे नहीं लगते।  तभी दिया धीरे से रवि के कानो में बोलती है जो सपना इतने सालो से देखा है और जब वो धीरे धीरे पूरा होने के रास्ते पर हो तो ये ख़ुशी के आंसू आ ही जाते है तो रवि अपने दोनों हाथो को दिया की पीठ पर फिरते हुए बोलता है अगर सच्चे मन से मेहनत करोगी तो सपना जरूर पूरा होगा तो दिया बोलती है मैं अपनी पूरी जान लगा दूंगी और ऐसा कह वो रवि से अलग होती है और उसकी आँखों में आँखे मिलकर बोलती है और बिना आपके सपोर्ट के मेरा ये सपना कभी पूरा नहीं होगा तभी रवि दिया के दोनों हाथो को अपने हाथो में लेता है और बोलता है मेरा सपोर्ट हमेशा तुम्हारे साथ है तो दिया बोलती है आप मेरे गुरु जी है आजसे तो रवि उसके हाथो को हौले से दबाते हुए बोलता है तो तुम मेरी शिष्य हो तो तुम्हे गुरु दक्षिणा भी देनी होगी तो दिया बोलती है आप जान भी मांगेंगे तो दे दूंगी तो रवि उसके होंठो पर अपनी ऊँगली रखता है और बोलता है पगली जान देने की बात कभी नहीं करना ऐसा कह कर वो दिया को दुबारा से हग कर लेता है और अपने दोनों हाथ दिया की पीठ पर रख कर हल्का सा दबाव बना देता है।  दिया को यूँ इस तरह रवि का हग करना एक अलग सा ही एहसास दे रहा था एक अलग ही रोमांच उसके रोम रोम में दौर रहा था उधर रवि के पुरे शरीर में एक करंट सा दौड़ रहा था उसने दिया की पीठ पर अपने हाथो से थोड़ा और दबाव बढ़ाया और अपने हाथो की धीरे से दिया की कमर पर ले गया दिया ने क्रॉप टॉप और शॉर्ट्स पहना था तो शॉर्ट्स और टॉप के बीच में उसकी कमर का हिस्सा खुला था और जैसे ही रवि ने अपने दोनों हाथो से उसके कमर के खुले हिस्से को छुआ तो उसके पुरे शरीर में एक करंट सा दौड़ गया अचानक से उसने आपको रवि से अलग किआ और बोलै तो गुरु जी कल की तैयारी करे।  रवि बोला हां तो कल 9  बजे मेकअप स्टार्ट करना और दस  बजे से शूट शुरू करेंगे अभी कल के लिए कास्टूम  सेलेक्ट कर लेते है और उसको आयरन करके तुम कल के लिए रेडी कर लो।  ऐसा कह कर दिया एक एक करके रवि को अपने सारे  ड्रेसेस दिखाती है और रवि और दिया दोनों मिल कर फर्स्ट शूट की ड्रेसेस सेलेक्ट कर के ऊपर आ जाते है डिनर करने।  डिनर कर के दोनों अपने रूम में चले जाते है और दिया फिर बिस्तर पर लेट जाती है और उसकी आँखों एक आगे फिर से वही सब घूमने लगता है रवि का हग करना उसका हाथो का दबाव पीठ पर और फिर उसका हाथ अपने कमर पर वो उस एहसास में डूब जाती है उसके अंदर एक अजीब सी फीलिंग चल रही थी एक मीठा सा एहसास उसे महसूस हो रहा था बार बार उसे रवि की वो छुअन की फीलिंग उसके दिमाग में आ रही थी वो कभी इस करवट और कभी उस करवट लेट कर बार बार रवि के टच के बारे में ही सोच रही थी ऐसा सोचते सोचते वो नींद के आगोश में चली जाती है।  इधर रवि भी अपने बिस्तर पर लेट कर बस दिया के बारे में ही सोच रहा था उसके आगे बार दिया का मासूम  चेहरा आ जाता बार दिया के बदन को छूने की फीलिंग उसके दिमाग में दौड़ रही थी आज पहली बार उसने दिया के जिस्म को अपने हाथो से छुआ था उसकी छुअन वो अभी भी अपने हाथो में फील कर रहा था उसका मन कर रहा था की वो अभी जाये और दिया को अपनी बाहों में भर ले और उसे जी भर के प्यार करे लेकिन ये नामुमकिन था फिर उसने अपने मन को समझाया और बगल में परे एक तकिये को अपने बाहों में भर कर उसे ही दिया समझ कर सो गया।
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Nice update
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Nice Update
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waiting for the next update
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