24-08-2024, 02:28 PM
Indian Private Cams | Porn Videos: Recently Featured XXXX | Most Popular Videos | Latest Videos | Indian porn sites Sex Stories: english sex stories | tamil sex stories | malayalam sex stories | telugu sex stories | hindi sex stories | punjabi sex stories | bengali sex stories
Fantasy प्रेम... आत्मा की भूख है..
|
24-08-2024, 02:30 PM
आपने साथ मैं लिपीसटिक ले गई थी उसे अपने होठों पे आछे से
लगाया ओर बाबूजी के लंड पे चारो तरफ किस के निशान छोड़ दिए और उठ खड़ी हुई तो शालु बोली भाभी इसे तो उपेर कर दो तो मैने कहा कि नही दीदी इसे ऐसे ही रहने दो तो वो बोली कि वो क्यो तो मैने कहा कि आप बस चुप चाप देखती रहो कि होता क्या है ओर हम वापिस आपने रूम मे आ गई लेकिन आग दोनो की चूत मैं भड़क रही थी सो दोनो ने एक दूजे की चूत मैं उंगली डाल के वो आग भुज़ाई. जब आग भुज गई तो शालु दीदी बोली कि भाभी अब मुझसे रहा नही जा रहा अब मैं और सस्पेंस मे नही रह सकती क्या आप मुझे मेरे कुछ सवालों के जवाब देंगी तो मैने कहा कि ठीक है बाबा अब मैं भी आप को सस्पेंस मैं नही रखूँगी सब कुछ बता दूँगी पूछो क्या पूछना है तो वो बोली की भाभी पहले तो ये बताओ कि बाबूजी उठे क्यो नही थे ये सब क्या चक्कर है. मैने कहा कि आप अभी भी नही समझी तो वो बोली की नही तो मैने कहा कि ठीक है दीदी मैं बताती हूँ आप को मैने जो दूध आप को दिया था बाबूजी को पिलाने के लिए उस्मै नींद की गोलिया घोली हुई थी मैने तभी तो हम 20-25 मिंट बाद गये थे बाबूजी के रूम मे तो वो मुझे हैरानी से देखती हुई बोली के भाभी आप तो कमाल की चीज़ हो यार ओरये बताओ कि आप ने बाबूजी के लोवर को उप्पेर क्यो नही किया ओर उसपे किस के निशान क्यो छोड़ दिए. मैने कहा कि वो इसलिए दीदी कि जब बाबूजी उठेंगे तब तक हम सो चुके होंगे अगर हम लोवर को उप्पेर कर देते तो उन्हे ये पता नही चलता कि उनके साथ क्या हुआ है लेकिन जब वो आपने लंड को लोवर के बाहर पाएँगे तो सोचेंगे कि ये बाहर कैसे आ गया अब रही किस के निशानो की बात तो वो इस लिए कि अगर बाबूजी लंड को बाहर देखते तो पहली बार तो सोचते कि ये बाहर कैसे आ गया फिर सोचते कि हो सकता है मैने ही इसे नींद मैं बाहर निकाल लिया होगा लेकिन अब जब वो आपने लंड पे किस के निशान देखेंगे तो ज़रूर सोचेंगे कि ये निशान कैसे आ गये ओर वो भी लिपीसटिक के ओर फिर वो सोचेंगे कि हम दोनो के सिवा तो घर मैं कोई भी लेडी नही है सो हो सकता है कि वो हमारे रूम की तरफ भी आएँ कि हम क्या कर रही हैं ये सब उनके मन मैं हमारे खिलाफ शक का बीज़ बोने के लिए है ताकि वो सोचें कि कहीं ये दोनो ही ऐसा तो नही कर रही. वो बोली भाभी आप तो बहुत ही गजब की चीज़ हो लगता है कि आप ने बहुत लंड खाए हैं
24-08-2024, 02:31 PM
पहले तो मैने कहा कि नही दीदी लेकिन
जितनी उतावली आप हो रही हैं आप ने ज़रूर लगता है कि बहुत खाए है तो वो बोली नही भाभी एक बाबूजी के लंड को पाने की तमन्ना की है ओर लगता है कि वो अब आप की वजह से पूरी हो जाएगी लेकिन भाभी एक बात पूछूँ मैने कहा कि पूछो तो वो बोली के भाभी जो तुम्हारा प्लान है उसे तो तुम अकेली भी पूरा कर सकती थी घर पे किसी और को तो क्या मुझे भी पता नही चलता कि आप ने क्या किया है फिर आप ने मुझे क्यो बुला लिया तो मैने कहा कि दीदी पहले मेरा इरादा भी अकेले मज़ा लेने का था लेकिन जब मैने पहले दिन बाबूजी का लंड देखा तो मैं सारी रात प्लान बनाती रही उसे पाने का ओर प्लान मैने बना भी लिया था अकेले ही मज़ा लेने का लेकिन फिर मैने सोचा कि जिसने मुझे उकसाया और ये बताया कि मेरे घर पे इतना बड़ा लंड है ओर मेरे मन मे उसके लिए लालसा भड़काई मैं उसे तो भूल ही रही हूँ.अगर मैं अकेली ही मज़ा ले लूँगी तो ये ठीक नही होगा मैने सोचा कि ये आप का एहसान चुकाने का अच्छा मौका है वो बोली कि कौन सा एहेसान चुकाने का तो मैने कहा कि यही कि आप ने मुझे बाबूजी के लंड के बारे मैं जानकारी दी ओर मेरे मन मैं उसे पाने की ख्वाइश पैदा की अब मैं भी तसली पा सकूँगी और तुमसे कह सकूँगी कि सिर्फ़ आप ही नही हैं जिसने बड़े लंड से मज़ा लिया है बल्कि मैं भी आप के बराबर ही 11इंच के लंड से चुद चुकी हूँ. मेरी बातें सुन के वो बोली कि भाभी मैं आप को बहुत चाहती थी लेकिन आज वादा करती हूँ कि अगर आप मेरी जान भी माँगोगी तो मैं दे दूँगी आप मेरे बारे मैं इतना सोचती हैं.मैने उसे कहा कि दीदी आप कैसी बातें करती हो आप आख़िर ननद हो मेरी मैं आप के बारे मैं नही सोचूँगी तो किस के बारे मैं सोचूँगी. फिर वो बोली की वो तो ठीक है भाभी लेकिन ये बताओ कि अभी आगे प्लान क्या है बाबूजी को पटाना कैसे है अभी तो मैने उसके कान मे अपना सारा प्लान सुना दिया जिसे सुनकर वो मेरी गालो को चूमने लगी और बोली कि भाभी गजब की चीज़ हो आप मैने कहा की ठीक है अभी सो जाओ ओर वो सो गई.लेकिन मेरी आँखों मैं नींद नही थी ओर मैं अपने प्लान के मुताबिक वेट कर रही थी क्यो की मुझे यकीन था कि बाबूजी जब उठेंगे तो हमारे रूम की तरफ ज़रूर आएँगे और मैं ये देखना चाहती थी कि वो आते हैं या नही इस लिए मैं डोर के की होल मे आँखे लगा के बैठी थी और करीब 12.30 बजे बाबूजी उठे ओर मेरी सोच के मुताबिक वो हमारे रूम की तरफ आए और डोर से कान लगा कर कोई आहट सुनने की कोशिश करने लगी लेकिन दीदी सो गई थी और मैं कोई आहट करने वाली नही थी और 10 मिंट रुकने के बाद वो आपने रूम मैं वापिस चले गये ओर मैं भी सो गई लेकिन मन ही मन मैं बहुत खुश हो रही थी क्यो कि सब कुछ मेरे प्लान के मुताबिक ही हो रहा था.(आप सोच रहे होंगे के मैने अपनी ननद को साथ मे शामिल क्यो किया वो इस लिए क्यो कि मैं बाबूजी को ये शो करवाना चाहती थी कि उनकी बेटी मुझ से ज़यादा उतावली है किसी से सेक्स करने के लए मुझे तो वो इस्तेमाल कर रही है जब कि मैं अपनी ननद को इस्तेमाल कर रही थी)
24-08-2024, 02:33 PM
नेक्स्ट सुबह हम उठी और घर के काम मे लग गई जब मैं बाबूजी को
चाइ देने गई तो वो मुझे अजीब सी नज़रों से देख रहे थे मैं समझ गई कि ये सब रात की वजह से है और मैने ये बात दीदी को बता दी और जब वो बाबूजी के पास गई तो वो उसे भी उन्ही नज़रों से घूर रहे थे ये दीदी ने बताया मुझे मैं समझ गई कि उनके मन मे हमारे खिलाफ शंका का बीज जनम ले चुका है और ये ही हमारी सफलता के लिए ज़रूरी भी था. बाबूजी खाना खाने के बाद शॉप पे चले गये थे मैं और दीदी घर पे थी दीदी बहुत खुश नज़र आ रही थी मैने कारण पूछा तो बोली कि भाभी क्यो अंजान बन रही हो ये सब आप की ही वजह से है क्यो की आप के ही कारण मुझे बाबूजी के लंड के दर्शन हुए ओर उसे चूसने का सोभाग्य मिला है मैं तो ये सोच कर खुश हो रही थी की जब वो मेरे अंदर जाएगा तो मुझे कितना मज़ा आएगा. कुछ देर हम यू ही बातें करते रहे और फिर शाम हो गई तो मैने कोई 6 बजे के करीब शालु दीदी को बुलाया और आगे के प्लान पे काम करने को कहा तो उन्होने झट से मेरे बेडरूम के डोर का शीशा तोड़ दिया हमारे यहाँ डोर मे हाफ प्लाइ और हाफ शीशा लगा हुआ था जो हमने तोड़ दिया रात को अंदर कुछ ना दिखे इस लिए हर शीशे के आगे परदा लगा हुआ था. हमने काँच वहाँ से उठा दिया जब रात को बाबूजी आए तो दीदी ने सब से पहले बाबूजी से ये ही कहा कि कल एक शीशा लगाने वाले को भेज दीजिएगा वो मुझसे सफाई करते हुए शीशा टूट गया है बाबूजी बोले कि ठीक है फिर मैने उन्हे खाना दिया और फिर 10 बजे गोलिओं वाला दूध पिला दिया और फिर मैने और दीदी ने जी भर के बाबूजी के लंड को 20 मिंट तक चूसा और फिर मैने दीदी से कहा क्या आज आप को पता है ना कि हमने क्या करना है तो वो बोली कि याद है और फिर मैने बाबूजी के लंड पे अपनी लापिसटिक के किस के निशान छोड़ दिए और हम दोनो बाबूजी का लोवर नीचे ही छोड़ कर अपने रूम मे आ गई
27-08-2024, 06:30 PM
हम दोनो को आज नींद नही आ रही थी ओर हम लोग बाबूजी के उठने का
इंतज़ार कर रही थी और कोई 12.30 बजे के करीब बाबूजी उठे और हमने देखा कि वो हमारे रूम की तरफ ही आ रहे हैं आज हमने रूम मे नाइट बल्ब जलता हुआ छोड़ रखा था और हमे पता था कि बाबूजी परदा हटा के शीशा टूटा हुआ होने की वजह से अंदर ज़रूर देखेंगे जब बाबूजी हमारे रूम के नज़दीक आ गये तो मैने धीरे से कहा कि दीदी ये आप क्या कर रही हैं ये मैने बिल्कुल धीरे से कहा लेकिन इतनी आवाज़ ज़रूर थी कि बाबूजी के कानो तक पहुँच जाए. बाबूजी रूम मे झाक रहे थे पर्दे को थोड़ा सा सरका के हम दोनो ने डोर की तरफ देखना ही बंद कर दिया था ताकि बाबूजी आराम से खड़े हमारा तमाशा देखते रहें मैने कहा कि दीदी ये आप क्या कर रही हैं दीदी मेरी बूब्स को सहला रही थी वो बोली कुछ नही भाभी बस नींद नही आ रही है तो मैने कहा कि आप ने मेरी नींद को खराब कर दिया वो बोली मैने क्या किया और वो फिर मेरी बूब्स को सहलाने लगी तो मैं उठ के बैठ गई और बोली कि दीदी क्या बात है वो बोली भाभी एक बात पूछूँ सच सच बताना मैने कहा कि पूछो तो वो बोली भाभी भैया भी यहाँ पे नही हैं और तुम्हारे जीजा भी नही हैं क्या तुम्हारा मन नही करता कुछ करने को मैं तो मरी जा रही हूँ सो सोच रही हूँ कि तुम से ही दिल बहला लूँ तो मैने कहा कि दीदी ये आप कैसी बातें कर रही हैं तो वो बोली कि भाभी अगर अभी कोई मरद सामने आ जाए तो मैं तो उसी के आगे टाँगे फैला दूँ सच मैं मेरा तो इतना मन कर रहा है तो मैने कहा कि दीदी धीरे बोलो कहीं बाबूजी उठ गये और उन्होने तुम्हारी बातें सुन ली तो हमारी खैर नही.वो बोली की भाभी डरो मत पहली बात तो बाबूजी रात को उठते ही नही हैं क्यो कि मैं उनकी आदत जानती हूँ कि वो रात मे आपने रूम मे से बाहर नही निकलते और अगर निकल भी आए तो हम कोन सी कोई दूसरी दुनिया की बात कर रहे हैं जो बाबूजी सुन लेंगे. बाबूजी का कौन सा मन नही करता होगा पता नही मा के बिना वो भी कितना तड़पते होंगे उनका भी तो मन करता ही होगा मैने कहा कि दीदी ये आप कैसी बातें कर रही हैं आज तो वो बोली कि भाभी आज मेरा मन बहुत मचल रहा है आज प्लीज़्ज़ आप ही मुझे मसल दो मेरे बूब्स को सहलाओ ओर मेरे बूब्स को चूस्लो वरना मैं सारी रात तड़पती रहूंगी. बाबूजी वहीं पे खड़े हमारी बातें सुन रहे थे मैने कहा कि दीदी आप तो मेरा भी मूड खराब कर रही हैं मुझे भी आप उनकी याद दिला रही हैं तो वो बोली कि भाभी आओ आज मैं आप के बूब्स को मसलती हूँ आप मेरे बूब्स मस्लो और फिर उसने मेरी नाइटी उपर उठा दी और नीचे से मेरे 36 साइज़ के बूब्स बाहर निकल आए तो वो बोली कि हाई भाभी ये तो बहुत ही प्यारे लग रहे हैं तो मैने कहा कि इन्ही पे तो मरते हैं दीदी आप के भाई साहिब और वो मेरे बूब्स को मसलने और चूसने लगी तो मेरे मूह से सिसकियाँ सी निकलने लगी तो मैने भी उसकी नाइटी उपर करदी तो उसके भी 38साइज़ के बूब्स बाहर आ गये और मैने कहा कि दीदी आप के बूब्स देख के कई मनचले सीटी बजाते होंगे तो वो बोली कि दीदी इन्ही की वजह से तो तुम्हारे जीजू मुझे हर रोज 2 बार तो ज़रूर ही चोद्ते हैं तभी तो मुझे जल्दी भेजते नही हैं यहाँ पे. तो दोस्तो सोचिए इन दोनो प्यासी चूतो की बात सुनकर बिचारे बाबूजी पर क्या बीत रही होगी आगे क्या हुआ पढ़िए अगले पार्ट मे क्रमशः............
29-08-2024, 11:15 PM
nice..... waiting for next update
30-08-2024, 12:23 PM
फिर दीदी ने मेरी चूत को चाटना शुरू कर दिया अब मेरी हालत अजीब सी
हो रही थी मेरे मुँह से किलकरियाँ सी चूत रही थी और दीदी पूरे ज़ोर से मेरी चूत को चाट रही थी और मेरी चूत मे अपनी जीब घुमा रही थी. ओर मैं सिसक रही थी हाईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईई दिदीईईइ यी आपप्प्प्प क्याआआआआआआ कर रायियैयियी हययेयैयिन्न्न. ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्हाआआईईईई म्म्म्ममाआआअ उउउउउईईईईईई म्म्माआआआआअ और दीदी पूरे मज़े से मेरी चूत चाट रही थी फिर दीदी ने मुझे कहा कि अब तुम मेरी चूत चॅटो और मैने उनकी चूत चाटनी शुरू कर दी और फिर दीदी सिसकने लगी वो बॉलीभाभी आप तो कमाल की चूत चाटती हो इतनी बढ़िया तो कभी तुम्हारे जीजू ने भी मेरी चूत नही चॅटी फिर तो तुम भैया का लंड भी बड़े मज़े से चुस्ती होगी तो मैने कहा कि हाँ दीदी वो तो मुझे कई बार कहते हैं कि कुसम मेरा दिल तो कई बार करता है की तुम्हे चोदु ना बस सारी रात तुम मेरा लंड ही चुस्ती रहो और कई बार तो मैं 3 3 घंटे भी उनका लंड चुस्ती हूँ ओर फिर दीदी ने दुबारा से मेरी चूत चाटनी शुरू कर दी मेरे मुख से सिसकियाँ निकलने लगी हाईईईईईईईईईईईईईईईईईईई मैईईईईईईईईईईईईईई मार्र गािईईईईईईईईईईई डीईईईईईईईययड्डिईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईई आआआअप्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प नीईएए कैसी आग लगा दी है प्ल्ज़ अब इसे शांत भी कर दीजिए चाहे अपनी उंगली से ही भुजा दीजिए वो बोली कि भाभी काश कि अभी भैया और तुम्हारे जीजू यहाँ आ जाए और हमे जी भर के चोदे तो मैने कहा कि दीदी अभी तो मैं मरी जा रही हूँ अभी तो यहाँ पे कोई भी मरद आ जाए और मुझे चोद कर मेरी प्यास भुजा दे तो मैं सारी रात उससे चुदवाने को तैयार हूँ अगर कोई आज या कल मैं भी मुझे चोद दे तो भी मैं सारी रात उससे चुद जाउन्गि हाईईईईईईईईईईईईईईईईईईई दडिईईयययद्ड्द्डिईइ माइईईईईईईईईईईईई मररर्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्ररर राहहीी हूओन्न मैं क्या करूँ और फिर हम दोनो 69 के पॉज़ मे आ गई ओर एक दूसरे के चूत चाटने लगी ओर फिर हम दोनो ही खलास हो गई तो मैने कहा की दीदी आप ने तो बहुत तंग किया है आज मुझे. है मेरी चूत तो अभी भी लंड को तरस रही है. वो बोली कि हाँ भाभी दो चूत हैं जो लंड को तरस रही हैं और इस घर मैं उनकी प्यास भुजाने वाला या उनकी फरियाद सुनने वाला कोई लंड नही है कैसी विडंबना है.मैने कहा कि काश मुझे कोई खड़ा हुआ लंड दिख जाए तो मैं तो चूम लूँ उसे और जी भर के चुदवाउ उससे. यू ही बातें करती हुई हम दोनो लेट गई और सोने का नाटक करने लगी तो मैने देखा कि बाबूजी अपने रूम की तरफ जा रहे हैं तो मैं और दीदी भी उठ गई ओर जल्दी से नंगी ही उनके पीछे उनके रूम की तरफ चल पड़ी.
30-08-2024, 12:25 PM
30-08-2024, 12:26 PM
हमने दिन मे ही बाबूजी के रूम की एक खिड़की खुली छोड़ कर उसका परदा
इस तारहे से कर दिया था ता कि हम अंदर का नज़ारा देख सके जब हमने अंदर देखा तो बाबूजी बेड पे बैठे हुए थे और उन्होने अपना 11इंच का तना हुआ लंड आपने हाथ मे पकड़ रखा था और उसे हिला रहे थे. दीदी ने मेरे कान मे कहा कि भाभी मैं अंदर जा रही हूँ मैं अब नही रह सकती बाबूजी से चुदे बिना मेरे मूह मे पानी आ रहा है उनका खड़ा हुआ लंड देख कर मैं नही रह सकती चुदे बिना भाभी देखो ना बाबूजी का लंड भी चूत के लिए तड़फ़ रहा है ओर उन्हे मूठ मारनी पड़ रही है लेकिन मैं उसे आपने रूम मे ले गई ओर उसे समझाया की अगर तुम अब बाबूजी के सामने गई तो बाबूजी समझ जाएँगे के ये हमारी चाल थी उन्हे फसाने की हमे खुद उनके पास नही जाना है बल्कि ये करना है कि वो हमे चोदने को तड़प उठें और तुम ये क्यू भूल रही हो कि वो मूठ भी तो हमारा नाम ले कर ही मार रहे होंगे ओर फिर मैने दीदी को समझा भुजा कर सुला दिया. मैने दीदी को करीब 4 बजे फिर उठा दिया कपड़े तो हम लोगों ने पहने हुए ही नही थे दीदी ने पूछा कि अब क्या करना है तो मैने उसके कान मे सारी बात समझा दी और खुद बाबूजी के रूम की तरफ गई और देखा कि वो सो रहे हैं मैने जान बूझ कर किचन मे से एक गिलास ले कर नीचे गिरा दिया और अपने रूम मे भाग कर आ गई मेरे अंदाज़े के मुताबिक बाबूजी उठे ओर किचॅन मे गये और वहाँ देखा कि एक गिलास नीचे गिरा हुआ है ओर सोचा कि कोई बिल्ली गिरा गई होगी ओर फिर वो हमारे रूम की तरफ आने लगे उन्हे आता हुआ देख कर मैं ओर दीदी फिर शुरू हो गई और एक दूसरे के बूब्स सहलाने लगी और चूत चाटने लगी एक दूसरी की.बाबूजी पर्दे के पीछे खड़े हुए सब देख ओर सुन रहे थे. दीदी बोली कि भाभी प्लीज़्ज़ज्ज्ज्ज्ज्ज या तो एक या दो दिन मे अपने जीजू को एक रात के लिए यहाँ बुला लो नही तो मैं किसी और लंड से चुद जाउन्गि अब मुझसे रहा नही जा रहा है मैं किसी को पकड़ के ही ले आउन्गि यहाँ दिन मे मुझे चोदने के लिए तो मैने कहा कि और किस लंड से चुदवाने का इरादा है दीदी तो वो बोली कि भाभी यही तो प्रॉबलूम है कि इस घर मे अभी कोई भी लंड मोजूद नही है और फिर मैं बोली कि हे भगवान सुबह मुझे किसी खड़े हुए लंड का दीदार करवा दे. और फिर हम दोनो एक दूसरे को चूमती ओर चाटती हुई सोने का नाटक करने लगी. सुबह जब मैं उठी और बाबूजी के लिए चाइ ले कर गई तो मैने देखा कि पहले के विपरीत आज बाबूजी नहा कर तैयार हुए नही बैठे थे बल्कि लूँगी पहने हुए बैठे थे. मैने टेबल पे चाइ रख दी ओर पूछा कि नाश्ते मे क्या लेंगे तो वो बोले कि जो भी हो बना लो. बाबूजी बैठे हुए न्यूसपेपर पढ़ रहे थे. मैने दीदी को नस्ता बनाने को कहा और खुद रोज की तारहे सफाई करने मे लग गई. जब मैं बाबूजी के रूम मे झाड़ू लगाने गई तो भी वो सोफे पे बैठे हुए न्यूसपेपर पढ़ रहे थे. जब मैं उनके सामने सफाई कर रही थी तो मैने देखा कि अचानक उन्होने आपनी टाँगें थोड़ी सी खोल दी और उनकी लूँगी थोड़ी सी सरक गई जिस की वजह से बाबूजी के तने हुए लंड का सूपड़ा दिख रहा था. मैने उसे देखा तो देखती ही रह गई और जल्दी से सफाई कर के किचॅन मे गई.
30-08-2024, 12:33 PM
मैं समझ गई थी कि बाबूजी हमे
अपना लंड दिखना चाह रहे हैं. मैने दीदी को जा के चूम लिया ओर कहा कि दीदी हम सफल हो रहे हैं आज बाबूजी ने मुझे आपने लंड के दर्शन खुद करवा दिए हैं तो वो बोली कि मुझे भी दर्शन करने हैं तो मैने कहा कि तुम नाश्ता ले कर जाओ मैं तुम्हे तरकीब बताती हूं तुम वैसे ही करना. दीदी नाश्ता ले कर बाबूजी के रूम मे गई ओर उन्हे कहा कि नाश्ता कर लें तो वो बोले कि टेबल पे रख दो दीदी ने खाना टेबल पे रखा ओर वापिस मुड़ते हुए पानी का गिलास नीचे गिरा दिया. और बोली कि बाबूजी मैं अभी पोंच्छा ले कर आती हूँ और पोंच्छा ले कर फ़राश साफ करने के लिए चली गई उन्होने देखा कि बाबूजी अभी भी पेपर पढ़ रहे हैं तो वो बाबूजी की तरफ मूह कर के पोंच्छा लगाने लगी तो बाबूजी ने फिर आपनी टाँगें थोड़ी सी खोल दी ता कि दीदी को भी उनके लंड के दर्शन हो जाएँ ओर दीदी ने भी उनके लंड का दीदार कर लिया और वो भी बाबूजी ने खुद करवाया था सो वो भी खुश होती हुई आई ओर बोली कि सच मे भाभी आप का प्लान काम कर रहा है और मुझे लगता है कि आज की रात हम दोनो की इच्छा पूरी हो जाएगी लेकिन उसे कैसे पूरी करना है ये रात को ही पता चलेगा. मैने कहा कि वो तो है ही. और फिर बाबूजी शॉप पे चले गये ओर हम दोनो रात का इंतज़ार करने लगी. करीब 8 बजे बाबूजी आ गये ओर हम ने उन्हे खाना खिला दिया ओर फिर वहीं पे बैठ के टीवी देखने लगी.दीदी बाबूजी के पास ही बैठी हुई थी बल्कि यू कहें कि उनकी टाँगो से टाँगे ज़ोड कर बैठी हुई थी और मैं सोफे पे बैठी हुई थी. दीदी की टाँगों के सपर्श की वजह से बाबूजी का लंड तना हुआ था और उनकी लोवर ने टेंट बना रखा था और बाबूजी जान बूझ कर उधर देख लेते थे ताकि दीदी का ध्यान भी उधर चला जाए और कभी कभी मेरी तरफ भी देख लेते थे लेकिन मैं तो अंजान बनी बैठी थी. ओर अब दीदी की धड़कने भी उनके खड़े हुए लंड को देख कर बढ़ने लगी थी कितभि दीदी ने मेरे प्लान के मुताबिक एक दम से हाई मैं मर गई हाई मैं क्या करूँ कर के चिल्लाना शुरू कर दिया. बाबूजी ने पूछा कि क्या हुआ तो मैने कहा कि कुछ नही बस दीदी को थोडा सा दर्द शुरू हो जाता है तो बाबूजी बोले कि कहाँ पे तो मैने कहा कि बाबूजी अब आप को मैं क्या बताउ तो वो बोले कि प्ल्ज़ बताओ कि क्या हुआ है दीदी अभी भी चिल्लाने का नाटक कर रही थी.
07-09-2024, 02:42 PM
मैने कहा कि दीदी की छातियो मे दरद
होने लगता है आप मेरे रूम मे से क्रीम वाली शीशी उठा कर ले आइए मैं तब तक दीदी की छातियों पे मालिश करती हूँ बाबूजी उठे ओर भाग कर मेरे रूम की तरफ गये लेकिन उन्हे वहाँ पे कोई क्रीम मिलनी ही नही थी क्यो कि ऐसा कुछ है ही नही था और दिन मे हम लोगों ने एक फालतू क्रीम की शीशी ला कर छुपा कर रख दी थी. बाबूजी वापिस आ गये ओर बोले कि मुझे वहाँ पे कोई शीशी नही मिली है मैं तब तक बैठी हुई दीदी की बूब्स को मसल रही थी तो मैने कहा कि आप दीदी को गोद मैं ले लीजिए और इनकी छातियों को मालिश कीजिए मैं तब तक क्रीम ढूंड के लाती हूँ और मैं बाहर चली गई और क्रीम की शीशी ले कर आ कर रूम के बाहर खड़ी हो गई और तमाशा देखने लगी. बाबूजी ने दीदी को गोद मैने लिटा रखा था और उसकी बूब्स को मसल रहे थे इस वजह से दीदी ने चिल्लाना थोड़ा कम कर दिया था लेकिन जैसे ही बाबूजी रुकने लगते तो वो चिल्लाना तेज कर देती थी बाबूजी का लंड दीदी की बूब्स को सहलाने की वजह से तन चुका था ओर वो दीदी की पीठ को टच कर रह था. बाबूजी ने मुझे आवाज़ लगाई तो मैं रूम मे आ गई और कहा कि बाबूजी ये रही क्रीम आप इसे लगा कर मालिश कीजिए एक छाती की मालिश मैं करती हूँ और फिर बाबूजी के सामने बैठ कर मैं दूसरे बूब्स को मसलने लगी बाबूजी का लंड दीदी की पीठ को टच कर रहा था इसलिए दीदी उसपे दबाव डाल रही थी और फिर धीरे धीरे दीदी को मज़ा आने लगा और वो बाबूजी से लिपटने लगी. और फिर बाबूजी ने आपना हाथ दीदी की शर्ट के अंदर डाल कर उनके बूब्स को सहलाना शुरू कर दिया मैं समझ गई कि अब बाबूजी का मूड भी बन रहा है और फिर बाबूजी ने दीदी के बूब्स को ज़ोर से मसलना शुरू कर दिया और दीदी सिसकने लगी. मैं जान बुझ कर उठ कर बाहर आने लगी तो बाबूजी बोले कि तुम कहाँ जा रही हो कुसम मैने कहा कि अपने रूम मे तो वो बोले कि आज तुम दोनो यहीं पे सो जाओ मेरे पास.मैने कहा कि वो क्यो तो वो बोले कि अगर रात को कोई ज़रूरत पड़ी तो मैं हेल्प कर दूँगा. हम तो चाहती यही थी सो मैने कहा कि ठीक है मैं आप के लिए दूध ले कर आती हूँ तो बाबूजी ने कहा कि रूको तो मैं रुक गई तो बाबूजी ने दीदी को एक तरफ लिटा दिया और मुझे बाजू से पकड़ लिया और कहने लगे कि आज मुझे वो दूध नही पीना है बहू आज तो मुझे तुम दोनो का दूध पीना है और इतना कह कर उन्होने मुझे बाहों मे भर लिया और मेरे होंठ चूसने लगे तो मैने कहा कि बाबूजी आप ये क्या कर रहे हैं तो वो बोले की मैं तुम दोनो से प्यार करना चाहता हूँ. मैने कहा कि मैं तो आपकी बहू हूँ तो वो बोले कि हाँ मैं आज अपनी बेटी और बहू दोनो से प्यार करना और दोनो को पाना चाहता हूँ और दोनो को चोदना चाहता हूं
07-09-2024, 02:46 PM
मैने कहा कि कहीं आप पागल
तो नही हो गये हैं तो वो बोले हाँ मैं पागल हो गया हूँ दीदी ने कहा कि बाबूजी कुछ तो शरम कीजिए तो वो बोले कि शरम कैसी बेटी मुझे तुम दोनो बहुत अच्छी लगती हो जब से तुम दोनो को नंगा देखा है तब से मैं पागल हो गया हू. हम दोनो ने सकपकाने की ज़बरदस्त आक्टिंग की के आप ने हमे कब नंगा देखा है तो उन्हो ने रात वाली सारी बात बता दी ओर फिर मेरे बूब्स सहलाने लगे दीदी और मैने थोड़ी देर और विरोध किया और फिर आख़िर हमे मानना ही था सो हम मान गई फिर बाबूजी मेरे बूब्स को सहलाने और उनसे खेलने लगे फिर मैने और दीदी ने बाबूजी को बिल्कुल नंगा कर लिया और जब उनका तना हुआ लंड देखा तो हैरान होने का नाटक करने लगी ओर कहने लगी कि हे भगवान इतना बड़ा है आप का तो तो बाबूजी बोले कि हाँ बहू मैं जानता हूँ कि अब तक तुमने सिरफ़ मेरे बेटे का लंड ही देखा है इसी लिए तो मैने आज तुम्हे आपने लॉड के दर्शन करवाए हैं ता कि मेरी बहू और बेटी भी ये सोच कर गर्व महसूस करें कि उन्होने सिर्फ़ लंड ही नही लॉडा भी खाया है.मैने कहा कि बाबूजी ये तो बहुत मोटा भी है और लंबा भी ये ये तो मेरी चूत मे आएगा ही नही उसे फाड़ ही देगा तो वो बोले की डरो मत कुछ नही होगा बॅस दम देखती रहो आज हम कैसे मज़ा करते हैं. मैने कहा कि अगर मेरी चूत फट गई तो वो बोले कि वो तो मैं आज फड़ुँगा ही. मैने कहा कि मैं सहन नही कर पाउन्गि तो बोले की जब लॉडा मज़ा देगा तो सब कुछ सहन कर जाओगी और फिर उनके एक तरफ दीदी लेट गई दूसरी तरफ मैं.अब बाबूजी ने भी हम दोनो के कपड़े उतार दिए थे और वो भी एक एक हाथ से हम दोनो के बूब्स को मसल रहे थे. ओर हम दोनो उनके लंड से खेल रही थी. फिर बाबूजी ने मुझे बेड पे लिटा दिया और बोले कि रोज तुम मेरे बेटे का लंड चूस्ति हो आज मुझे भी दिखाओ कि तुम लंड कितने मज़े से चुस्ती हो मैने जान भुज कर कहा कि बाबूजी आप ने क्या हमारी सारी बातें सुनी थी तो वो बोले कि हाँ और फिर मैं सारी रात सो नही पाया और तुम दोनो को चोदने का प्लान बनाता रहा. फिर बाबूजी ने अपना लॉडा मेरे मूह मे डाल दिया ओर मैं लोलीपोप की तरह उसे चूसने लगी तो बाबूजी बोले कि कुसम सच मे ही तुम बहुत गजब का लॉडा चूस्ति हो. अब बाबूजी का लौंडा मैं चूस रही थी और मेरी चूत को दीदी चाट रही थी दीदी ने आपनी टाँगे बाबूजी के कंधो पे रखी हुई थी बाबूजी दीदी की चूत चाट रहे थे हम दोनो की सिसकियाँ फुट रही थी. करीब 30 मिंट हम दोनो यू ही एक दूसरे की चूत चाटते और बाबूजी के लंड को चूस्ते रहे. तो दोस्तो आख़िर इन दोनो रांडो ने बिचारे बुड्ढे को फँसा ही लिया क्रमशः...............................
16-09-2024, 11:56 AM
गतान्क से आगे.............
दीदी ने बाबूजी से कहा कि बाबूजी आप तो बहुत प्यार से चूत को चाटते हैं तो बाबूजी बोले की सिर्फ़ चाटते ही नही चोद्ता भी बहुत प्यार से हूँ और सुनो तुम्हारी भी 10 या 11 इंच का लॉडा खाने की तमन्ना आज पूरी कर दूँगा.तो दीदी बोली कि बाबूजी आप को मेरी तमन्ना का कैसे पता तो वो बोले कि मैने रात सब कुछ सुन लिया था.अब बाबूजी बोले कि ये बताओ कि पहले मैं किसे चोदु तो मैने कहा कि जिसे आप ठीक समझे तो बाबूजी बोले कि तुम बताओ शालु. तो दीदी बोली कि बाबूजी वैसे तो मैं आप से चुदवाने को मरी जा रही हूँ अब मुझ से सहन नही हो रहा है लेकिन फिर भी आप भाभी को पहले चोदिए तो बाबूजी बोले कि तुमने बिल्कुल सही कहा है बेटी बेटी तो होती ही पराई है लेकिन बहू यहाँ आ के बेटी ही बन जाती है इस लिए पहला हक़ उसी का बनता है सो आज मैं पहले कुसम को ही चोदुन्गा और फिर तुम्हे चोदुन्गा आज मैं तुम दोनो को चोद चोद कर तुम्हारी चूत की धज़ियाँ उड़ा दूँगा. मैं तो चाहती यही थी लेकिन मैं कह नही सकती थी. अब बाबूजी और शालु दोनो ही मुझे कचोट रहे थे शालु मेरी चुचिओ को मसल और चूस रही थी बाबूजी मेरी चूत चाट रहे थे. मेरे मूह से सिसकियाँ निकल रही थी मैं चिल्ला रही थी हाई बाबूजीइइईईईईईईईईईईईईईईईईई हाईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईई प्पल्ल्ल्ल्ल्ल्लज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़ कककककककचूऊऊऊद्द्द्द्ददडिईईईईईईईईईईए मुझहीईईई हहाइी म्माआईयईईन्न म्माररररर गािईईईईईईईईईईईईईईई प्ल्ज़ आब आअप्प्प्प्पंे ल्ल्ल्लाओंडीई क्का ज्जलवा द्दिखा दीजिीए मीयर्र्रईयियी कक्च्छूुूत्त्त ककूऊ प्प्प्ल्ल्लज़्ज़्ज़. हहााईयइ कचछूड्दडिईईईएन्न्नाअ म्मम्मूउुझहही हहाइईइ प्पल्ल्लज़्ज़ ज्जाअल्ल्लद्ददडिईई सस्स्सीए आआप्प्पंन्न्नाआ ल्ल्ल्लाआओउउद्दााअ द्ददडााल्ल्ल द्ददडियईीजज्ज़ििईइईए न्न्नाअ म्म्मीईरररिइ कक्चहूुूत्त्त म्म्माईिईन्न हहाऐईइ प्प्प्ल्लज़्ज़्ज़ फफफफफ़ाआद्दद्ड द्ददडियईीजज्ज़ििीइ आआप्प्पंनननी ब्ब्ब्बाअहहुउऊ क्क्कीिई कक्चहूुउट कूओ आअज्जजज ओर बाबूजी बोले कि तुम तो कह रही थी कि लॉडा से नही पओगि और अब लॉडा खाने को मरी जा रही हो तो मैने कहा कि हहाआंन्न ब्ब्बाअब्ब्बुउउज्ज्जीइ म्म्म्माऐईन्न्न्न म्म्माअर्र्रीइ ज्ज्जाअ र्र्र्राअह्ह्हीई हहूओंन्न आआप्प्प ककक्कीए ल्ल्लओउउद्दीई सस्सीए कक्चहुूद्दड़नन्नईए ककककूऊ उउउन्न्ंककूऊ ब्ब्ब्बाअहहाअरररर ग्ग्गाआययईए आआज्जजज टत्त्तीईएन्णन्न् ददडिईईईन्न्न्न् हहूऊ गग्ग्गाआययईए हहाऐईिईन्न्न्न् ऊऊररर म्म्मईएरररीि कक्चहूुूत्त्त प्प्पाआय्यासस्सिईई हहाऐईयइ ऊओररर ज्ज्ज्जाअब्ब्ब्ब सस्सीई ईीइसस्सन्न्नईए आअप्प्प्प कक्क़ीए ल्ल्लाओउउद्ददीए कककूऊ द्डडीएककखाअ हहाऐईइ ययईए म्म्माअरर्रीि ज्ज्जाअ र्र्राअह्ह्हीइ ह्ह्ह्हाआईइ उउउस्स्सीए आआप्प्प्न्न्नीए आअन्न्न्द्द्दाअर्र्र ल्ल्लीएन्न्नईए कककू और बाबूजी ने चाट चाट के मेरी चूत का पानी निकाल दिया था.बाबूजी मेरी चूत को चाट भी रहे थे और कह रहे थे तड़पो बहू और तड़पो जितना तड़पो गी उतने ही चुदवाने मे मज़ा आएगा ओर बाबूजी अभी भी लगातार मेरी चूत को चाट रहे थे और आपनी जीब अंदर घुमा रहे थे जिस की वजह से मेरी सीस्कियाँ बढ़ती जा रही थी मेरे होंठ कांप रहे थे ह्ह्हाआईई ब्ब्बाअब्ब्बुउउज्जीइ प्प्प्ल्ल्लज़्ज़ दददाअल्ल्ल द्द्दीइज्ज्जीइईए न्न्नाअ आअप्प्पन्न्नाअ ल्ल्लाओउउद्ददाअ आआब्ब्बब तत्तूओ म्म्मीर्ररीि कचहूुूत्त्त म्म्माईिईन्न्न ददडिययड्ड्डिईई प्प्प्ल्ल्लज़्ज़ आआप्प्प्प हहिईिइ कककाअहहिईिईए न्न्नाअ ब्बबाआबब्बुऊुज्ज्जिि ससीए किी आअब्ब्ब ऊओररर न्नाआ त्टाअदफफफाआईएँन्न मंमुज़्ज़झहहीए प्प्प्ल्ल्लज़्ज़्ज़्ज़ ब्ब्बब्ाौउुज्ज्जिि हहाऐईइ प्प्प्ल्ल्लज़्ज़्ज़ ओर मेरी आँखो से पानी निकल रहा था क्यो कि मैं बहुत तड़फ़ रही थी लॉडा पाने के लिए और फिर बाबूजी ने भी देर नही की बेड पे मेरे कंधे नीचे लगा दिए ओर मुझे मेरे घुटनो पे खड़ा कर लिया और पीछे से मेरी चूत के मुख थोड़ा से आयिल लगायआ फिर आपने लंड का सूपड़ा मेरी चूत के मुख पे रख दिया मुझे एक लोहे की रोड अपनी चूत को टच करती हुई महसूस हुई. दीदी मेरे सामने लेटी हुई थी मैं उसकी चूत को चाट रही थी अब दीदी भी सिसकने लगी थी कीबबूजी बोले कि कुसम आज तक तुमने सिरफ़ लंड का स्वाद चखा है आज तुम्हे लॉड का स्वाद चखा रहा हूँ बस तुम आपना वादा याद रखना तो मैने कहा कि कोन सा वादा तो बोले कि वही जो तुम रात कह रही थी कि अगर आज या कल मैं मुझे कोई लंड चोदे तो उस से सारी रात चुदोगि लेकिन तुम्हारी किस्मत देखो कि तुम कितनी सोभाग्य शाली हो कि तुम्हे लंड की जगह लॉडा चोदेगा सारी रात.
16-09-2024, 11:57 AM
16-09-2024, 11:58 AM
मैने कहा कि ठीक है बाबूजी मैं आपना वादा नही तोड़ूँगी पर आप भी
मुझे पूर जोश से चोदिए वो बोले कि ठीक है फिर तभी बाबूजी ने एक धक्का मारा और 11 मे से 4इंच लॉडा मेरी चूत मे समा गया मेरे मूह से एक चीख निकल गई मुझे यू लगा कि जैसे कोई लोहे की रोड मेरी चूत मे घुस रही हो मैने चिल्ला कर कहा कि बाबूजी प्ल्ज़ इसे निकाल लीजिए ना तो वो बोले की अभी तो कह रही थी कि मेरी चूत फाड़ दीजिए ओर अभी निकालने को कह रही हो बेटी ये कोई लंड नही है जो बीच मे ही निकल जाएगा ये तो लॉडा है ये तो अब आपना काम कर के वापिस निकलेगा ये तो अब तुम्हारी चूत की प्यास भुजा कर ही निकलेगा फिर उन्होने मेरे बूब्स को सहलाना शुरू कर दिया तो मुझे कुछ सकुन मिला लेकिन तभी उन्होने एक और धक्का मारा लॉडा 8इंच तक अंदर घुस गया लॉडा मोटा होने की वजह से मुझे दरद भी हो रहा था लेकिन अब दरद तो सहना ही पड़ना था क्यो कि बाबूजी के लॉड का स्वाद भी तो चखना था. फिर बाबूजी ने एक और धक्का मारा ओर लॉडा पूरे का पूरा मेरी चूत मे समा गया और मेरे मूह से निकला हाई बाबूजी मैं मर गई तो वो बोले कि नही मरोगी मेरी प्यारी बहू अभी तो तुम्हे इससे मज़ा लेना है मैने कहा कि हाई बाबूजी आपने तो मेरी चूत का कचूमर ही निकाल दिया तो बोले कि अभी तो जब ये अंदर बाहर होगा तब तुम्हे स्वाद देगा ये मेरी जान और मुझे यू लग रहा था जैसे कि वो मेरे बूब्स को अंदर से टच कर रहा है. |
« Next Oldest | Next Newest »
|
Users browsing this thread: 3 Guest(s)