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Adultery संस्कारी लडकी (उम्दा_पंक्तियां )
#1
Heart 
Hi ..... Heart
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#2
Heart 
Hi  ..... Heart
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#3
HI ....... Heart
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#4
Welcome
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#5
(14-08-2024, 02:06 PM)nitya.bansal3 Wrote: Hi  ..... Heart

कुछ पोस्ट भी कीजिए Nitya ji
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#6
शादीशुदा होके भी किसी और से प्रेम कब होता है ..
जब जीवन में प्रेम का आभाव हो
जब पति या पत्नी का प्रेम महसूस ही न हो
जब वो आपके विचारों का सम्मान न दें
जब वो आपकी मानसिक और शारीरिक इच्छाओं का ध्यान न रख पाए।
ऐसे और भी कई परिस्थितियों के दैरान जब कोई नया शख्स दस्तक देता है और ऐसी तमाम परिस्थितियों को अलग दिशा देता है।
तब उस प्रेम में कोई सीमा नहीं रहती और मिलन के बाद मन और तन सब तृप्त हो जाता है।


[Image: FB-IMG-1585383089258.jpg]
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#7
साड़ी सब महिलाओं का एक ऐसा परिधान है तो संस्कारी भी है, सम्मोहक भी है, सादगी भी है,और कामुक भी।

आप जिस नजरिये से देखेंगे, आपको वो नजर आयएगी।

साडी मे हर अंग को व्यवस्थित रखने की गुंजाइस होती है। शरीर मुक्त महसूस करती है। कहीं किसी अंग- प्रत्यंग पर कोई दबाब नही...

[Image: 2570defae9e600d6bf48e61739439d48.jpg]
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#8
सभी स्त्री को समर्पित...!???
आपने भी गौर किया होगा, अचानक बारिश हो जाए तो लोग अक्सर दुकानों, गुमटियों या किसी छायादार जगह पर खुद को भीगने से बचाने के लिए खड़े हो जाते हैं। लेकिन इन पुरुषों की नजरें... वे नजरें, जो किसी भोली-भाली स्त्री के तन पर टिकी रहती हैं, उन्हें शर्मिंदा कर जाती हैं। उस वक्त, जब वह स्त्री पानी की बौछारों से बचने की कोशिश कर रही होती है, उसकी साड़ी या कपड़े उसके बदन से चिपक जाते हैं, और तभी इन पुरुषों की बेतरतीब निगाहें उसकी ओर उठ जाती हैं।

ये नजरें उस स्त्री की मर्यादा को तार-तार करने का काम करती हैं। यह वे नजरें हैं जो खुद की मां, बहन, और बेटी को भी उसी स्थिति में सोचने की जहमत नहीं उठातीं। ये नजरें, जो अपने संस्कारों को भूलकर केवल अपनी वासना की तृप्ति के लिए उठती हैं।

क्या इन पुरुषों ने कभी सोचा है कि उनकी भी मां, बहन, बेटियां ऐसी परिस्थितियों से गुजरती हैं? शायद नहीं। उनका मन इतना संवेदनहीन हो गया है कि वे इन बातों पर विचार करना ही नहीं चाहते।

लेकिन समय बदल गया है। अब, वे भोली और संस्कारी स्त्रियां, जो कभी शर्म से गड़ जाती थीं, आज फैशन के नाम पर खुद ही अपने अंगों का प्रदर्शन करने लगी हैं। यह नहीं कि वे चाहती हैं कि कोई उन्हें देखे, बल्कि उन्होंने अपनी स्वतंत्रता को उस मुकाम तक पहुंचा दिया है जहां वे अपनी पहचान को खुद तय करती हैं।

पहले, जब समाज ने पुरुषों को शराब पीने से रोकने की कोशिश की, तब भी उन्होंने समाज के नियमों की परवाह नहीं की। उन्होंने घर-परिवार की बर्बादी के बावजूद शराब को अपने जीवन का हिस्सा बनाए रखा। लेकिन अब, स्त्रियां भी उसी रास्ते पर चल पड़ी हैं। वे भी शराब का सेवन करने लगी हैं, और वह भी अपनी मर्जी से, बिना किसी डर के।

यहां तक कि जब कोई स्त्री अपने पति से या अपने प्रिय से यह कहती थी कि "किसी को अपनी रखैल मत बनाओ, ना ही मेरी सौतन बनाओ," तब वह इसे अपनी मर्दानगी और शान का प्रतीक मानता था। लेकिन अब, महिलाएं भी खुद ही रखैल बनने का फैसला कर रही हैं, और यह उनकी अपनी इच्छा है।

, क्या आपने कभी सोचा है कि आखिर ऐसा क्यों हो रहा है?

इसका कारण समझना आसान नहीं है, लेकिन इसे साफ शब्दों में कहें तो यह पुरुषों द्वारा सदियों से किए गए मानसिक और शारीरिक उत्पीड़न का नतीजा है। यह चिंगारी, जो इनके सीने में सदियों से सुलग रही थी, अब उभर कर सामने आ रही है। यह आग, जिसे महिलावादी कानून की हवा ने और भी भड़का दिया है, अब समाज के लिए एक नई चुनौती बन गई है।

लेकिन समस्या यह है कि इन कानूनों का सही इस्तेमाल नहीं हो रहा है। जो कानून उनकी सुरक्षा के लिए बने थे, अब उनका दुरुपयोग हो रहा है। निर्दोष पुरुषों को झूठे आरोपों में फंसाकर उनका जीवन बर्बाद किया जा रहा है। और यह केवल उनके लिए ही नहीं, बल्कि उन महिलाओं के लिए भी घातक साबित हो रहा है, जो सच में इन कानूनों की हकदार हैं।

यह सच है कि हम केवल उन स्त्रियों का विरोध करते हैं जो बहकाव में आकर, मासूमियत में गलत राह पर चल पड़ी हैं। वे स्त्रियां, जो अपने दोषों को छुपाने के लिए झूठ पर झूठ बोलती हैं, और अपने ही परिवार, पिता, पति, सहकर्मियों, और परिचितों पर झूठे आरोप लगाती हैं। वे अपनी ही ज़िंदगी को और दूसरों की जिंदगी को भी बर्बाद कर रही हैं।

लेकिन मेरा दिल सिर्फ इस बात से चिंतित है कि कहीं इस बदले हुए माहौल में किसी सीधी-सादी, संस्कारी और सच्ची स्त्री के सच को भी झूठ समझा जाने लगे। यह सोचकर दिल कांप जाता है कि कहीं यह समाज सच को पहचानने में असफल न हो जाए।

[Image: 20240728-055919.jpg]
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#9
जो तराशता है उसे खूबी दिखेगी
जो तलाशता है उसे खामी दिखेगी

[Image: FB-IMG-1606381199641.jpg]
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#10
जरूरत से ज्यादा दिल का साफ होना भी गुनाह है साहब,
लोग बेवकूफ समझ कर फायदा उठाने लगते हैं!!

[Image: GU8b0-Fva4-AEAtum.jpg]
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#11
बड़ा अलग सा प्रेम है मेरा,
"जहाँ उसका किरदार मुझमे मुझसे ज्यादा बहुत ज्यादा हो,
"और...... जब वो मिले तो अनन्त तक
"प्रेम इतना हो, कि वो मुझे कभी हारने ना दे, और मैं उसे..
"इक ऐसा प्रेम.... जिसकी सर्वस्व कहीं व्याख्या ना हो,कही लिखा ना हो कोई बयाँ ना कर पाए
कोई सोच ना पाए..?

[Image: FB-IMG-1584899693732.jpg]
discrete math symbols
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#12
अब सिमटती नहीं... बिखरी चीज़ें मुझसे...

तेरा जब दिल करे ए-ज़िंदगी...बिखर जाना तू...

[Image: FB-IMG-1561508783637.jpg]
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#13
और तेरे बाद जो हुआ..वो हाल ये है..
मैं संवर भी जाऊं.. तो बिख़री सी लगतीं हूँ....??

[Image: FB-IMG-1561738249498.jpg]
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#14
समर्पण से बढ़कर कुछ भी नहीं। समर्पण मे जो आनंद है वो और किसी में नहीं।

जीवन में जब भी मौका मिले, अपना सब कुछ उन्हें अर्पित कर दीजिये। आप महसूस करेंगे की आप चरमसुख को प्राप्त किये।

आपके अनुभव क्या कहते हैं ?


[Image: FB-IMG-1606869537642.jpg]
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#15
हक वहीं दिखाना चाहिए जहां हमारे शब्दों और भावनाओं की कद्र हो....!
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#16
हक वहीं दिखाना चाहिए जहां हमारे शब्दों और भावनाओं की कद्र हो....!
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#17
#_जो_बदला_जा_सकता_है_उसे_बदलो,
#_जो_बदला_न_जा_सके_उसे_स्वीकारो,
#_और_जो_स्वीकारा_न_जा_सके_उससे
#_दूर_हो_जाओ,,
#_लेकिन_स्वयं_को_हमेशा_खुश_रखो ।


______________________________
~~~~~~~~~~~~~~~~

[Image: 20240817-212519.jpg]
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#18
शुरुआत तो अच्छी लग रही है...अब कहानी भी आगे बढ़ाइए
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#19
प्रेम की भी अपनी एक श्रेष्ठता है,
जिससे होता है उसकी
अनुमति की भी आवश्यकता
नहीं होती है,,
और ये एहसास मन को
धीरे- धीरे सिंदूरी रंग में
रंगता जाता है.."!!

[Image: 20240817-230533.jpg]
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#20
सभी स्त्री को समर्पित????
22 साल की उम्र में जब शरीर का यौवन उफान मारता है
तो इस उम्र में सभी लड़कियों का मन होता है शादी करने का अपने पति के साथ आलिंगन होने का क्यों की शरीर के हार्मोन हमे संकेत देते हैं की हमारा शरीर अब शारीरिक संभोग के लिए तैयार है
ऐसा ही कुछ मेरे साथ भी होता था, हर एक नए लड़के में अपना जीवनसाथी तलाशती अपने सुहागरात के सपने दिन में देखती इसका ये मतलब कभी नहीं होता की मैं कैरेक्टर less हूं हर महिला उमर के इस पड़ाव पर अपने शरीर में ये बदलाव महसूस करती है
लेकिन ऑफिस के काम की वजह से शादी नही हो रही थी या यूं बोले तो मुझे नशा था की पहले करियर सेट करना है उसके बाद कुछ और
23 साल में मेरी दादी मां मेरे ऊपर जोर डालने लगी की बिट्टी की शादी जल्दी करो नही तो मैं मर जाऊंगी मरने से पहले मैं चाहती हूं की अपने दामाद को देख लूं
लेकिन मैं करियर को लेके ज्यादा सीरियस थी ऐसे करते करते उम्र कब 28 साल पहुंच गई पता ही नहीं चला
अब मेरी मां भी शादी के लिए जोर डालती, और बोलती बुढ़ापे में घर बसाओगी क्या, तो मैं उनसे झगड़ती की अभी मेरी उम्र क्या है 28 साल कोई उम्र होती है
असल में इसका कारण एक था आए दिन बड़ी बड़ी हीरोइन की रील देखती सोशल मीडिया पे एक नई वीडियो देखती जिसमे वो बोलती की शादी तभी करो जब तुम मानसिक तौर पर तैयार हो और ये बातें इतनी ज्यादा दिमाग में घुसी की मुझे भी यही लगा की पहले करियर बाद में सब कुछ
ऐसे ही मेरी उम्र 31 साल हुई, और मुझे पीरियड्स में काफी दिक्कत आने लगी जैसे ब्लीडिंग में दर्द होना, फ्लो ज्यादा होना
जब डॉक्टर के पास गई तो उन्होंने ने भी दवाई दी और बोला शादी सही उम्र में करो नही तो बच्चे पैदा होने में दिक्कत होगी
जब घर आई और इसके बारे में इंटरनेट पर देखा तो तो पाया की बड़ी बड़ी एक्ट्रेस egg freez कराती हैं
जिसमे मेरे भ्रुड से अंडा निकाल कर उसे कई सालो के लिए फ्रिज कर दिया जाएगा, और जब भी मैं मां बनना चाहूं तो इस egg ka इस्तेमाल कर सकती हूं
एक बार फिर फिल्मी और इंटरनेट का अधूरा ज्ञान प्राप्त कर के मैं खुश थी
लेकिन अब मुझे भी लग रहा था या तो #eggfreez Kara लिया जाए या शादी की जाए
तो मुंबई के एक बड़े अस्पताल गई dr से बात किया तो पता चला egg की क्वालिटी 25 से 27 तक सबसे अच्छी होती है, आप खुद अभी 31 की है जिसमे egg ki quality गिर चुकी है
जिसे सुनकर बुरा लगा लेकिन उससे भी बुरा ये जानकर लगा की egg freez करने के लिए हर महीने मुझे 30000 देने होंगे ये सुनकर मेरी हालत खराब
मुझे एहसास हुआ की शादी और परिवार बसाने की उम्र अब निकल चुकी है
मैने लड़का देखना शुरू किया और 33 साल की उम्र में एक 36 साल के आदमी से मेरी शादी हुई
लेकिन आज शादी को 4 साल हो गए हैं लेकिन मां बाप बनने का सुख अभी तक प्राप्त नहीं हुआ है
अब मुझे दादी की वो बात याद आती है जब वो बोला करती थी की शादी कर लो नही तो बहुत देर हो जाएगी
जिस करियर को सेटअप करने के लिए इतने साल का इंतजार किया और पैसे कमाए वो अब हमारी ट्रीटमेंट और हजार तरह के टेस्ट में जा रहे है
मैं उन सभी लड़के और लड़कियों को ये बोलना चाहती हूं। करियर बाद में भी बनता है
आप किसी इंसान के साथ हैं तो प्यार उनसे भी हो जाता है
हमारा शरीर के लिए हर चीज का समय डिसाइड है जैसे पहली महावारी 12 साल में आना और 50 में खत्म होना
वैसे ही बच्चे पैदा करने का भी एक समय है सारी चीज समय के साथ फिर प्राप्त की जा सकती है लेकिन समय दुबारा प्राप्त नहीं किया जा सकता
और ना आप की उम्र दुबारा कम की जा सकती है
एक्ट्रेस हीरोइन और टीवी पे आने वाली 55 साल की अदाकारा को देख कर अपने जीवन का फैसला कभी ना लें क्यों की ये पैसे के दम पर जवान दिखते हैं
पैसे के दम पर दूसरे की कोख किराए पर लेके अपने बच्चे उनके कोख में पैदा करवाते हैं
ये साधारण लोगो के लिए एक #ब्रेनवाश का काम करते हैं जिसे हमारी जैसी लड़किया देख कर अपना शरीर और समय दोनों बर्बाद करती है,
समय से शादी कीजिए बच्चा पैदा कीजिए, क्योंकि समय रहते आप नही सचेत होंगे तो सारी जिंदगी सिर्फ पछतावा होगा और कुछ नहीं..।।
,,

[Image: f1-1017.jpg]
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