09-09-2023, 02:18 PM
बहुत कामूक और सेक्सी कहानी है पति को थोड़ा और जलील करों तब और मजा आएगा.....
Adultery मेरी बीबी और जिम ट्रेनर (With Pics)
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09-09-2023, 02:18 PM
बहुत कामूक और सेक्सी कहानी है पति को थोड़ा और जलील करों तब और मजा आएगा.....
09-09-2023, 02:33 PM
जावेद ने मिताली को खिंचा और ऊपर उठाके उसी रूम के अंदर के एक टेबल पर बिठा दिया। जावेद ने मिताली को फिर उस टेबल के ऊपर सुला दिया और खुद टेबल के बाजु में खड़े होकर सोयी हुई मिताली के नंगे बदन को निहारने लगा और मजे लेने लगा। उस पोसिशन में भी मिताली के मम्मे कड़क और निप्पल खड़े हुए दिख रहे थे। जावेद इस तरह खड़ा था जैसा कोई मसाज करनेवाला मसाज करने के लिए क्लायंट के पास खड़ा होता है।
जावेद मिताली के ऊपर झुका और उसने मिताली को किस करना शुरू किया। पहले माथे पर, फिर होठों पर उसके बाद गर्दन पर चूमते हुए जावेद निचे की तरफ जाने लगा। गर्दन के बाद चूचियों को चूमा उसके बाद मिताली के नाभि को और आखिर में मिताली के ट्रैक पैंट के ऊपर से मिताली की चूत चूमकर जावेद रुका। फिर जावेद के हाथों ने ट्रैक पैंट के ऊपर से ही मिताली की चूत को पकड़ा। जावेद : जानू, क्या ये मेरे लिए तैयार है ? मिताली : ह्म्म्म्.......... बहुत ज्यादा…… जावेद : दैट्स ग्रेट जानू। ये कहते हुए जावेद ने मिताली के पैंट को निचे की तरफ सरकाना शुरू किया। ये देखकर में भी मन निचे निचे जाने लगा। मैं गिर रहा था। मै अपने खुद के सामने ही मेरी बीवी को किसी दूसरे मर्द के हाथों खो रहा था। धोखेबाजी की वजह से जो दर्द मेरे दिल में उभरा था अब वो और भी ज्यादा तीव्र होते जा रहा था। लेकिन इसी वजह से जो भाव मेरे बीवी के चेहरे पर उभरके आ रहा था वो बिलकुल ही अलग था। इस पूर्व समय में मेरी बीवी बस जावेद के लंड को अपने हाथों से मसले जा रही थी। मिताली की आँखों में अब एक कामुक चमक थी। इतने समय में उसने एक बार भी अपनी नज़रे जावेद के उस हत्यार से नहीं हटाई थी। मेरी बीवी पूरी तरह जावेद के लंड से सम्मोहित हो चुकी थी। और वो जावेद के लंड की तुलना मेरे लैंड से कर रही थी। और कह रही थी की जावेद का लंड देखने के बाद अतुल के नुन्नी को लंड कहना भी योग्य नहीं है। जावेद ने पूरी तरह मेरी बीवी की ट्रैक पैंट निकल कर फेंक दी। मिताली की कामुक जांघे और बेहतरीन टाँगे अब दिखाई देने लगी थी। वो हर रोज़ एपिलेटर का इस्तेमाल करती और हमेशा अपनी टांगो को वैक्स करती थी। इसलिए वो काफी आकर्षक दिखाई दे रही थी। जावेद उसकी खरदूरी उंगलिया मिताली के टांगो पे फेरने लगा। उसके स्पर्श से होनेवाली गुदगुदी की वजह से मिताली अपनी टांगे खिंच लेती और उसका शरीर हिलने लगता था। जावेद ने मिताली के जांघो पर चूमना शुरू किया साथ ही साथ वो उसकी जांघो को हाथों से मसल भी रहा था। फिर जावेद अपने हाथ मिताली की चूत के आसपास फेरने लगा लेकिन जानबूझकर उसने मिताली की चूत को टच भी नहीं किया। मिताली अब पूरी तरह गर्म हो चुकी थी उसने जावेद का ये खेल कुछ देर सहन किया लेकिन अब और नहीं। उसने जावेद का हाथ खिंचा और जावेद की हथेली पैंटी के ऊपर से ही अपनी चूत पर रखी और उसने वहां और से दबाया। मिताली ने जावेद का हाथ तब तक दबाकर पकड़ा जब तक उसे पूरी तरह शांति न मिली हो। जावेद ने भी अब मिताली को चिढ़ाना छोड़ दिया। और उसका चेहरा मिताली की पैंटी के ऊपर ले गया। वहांपर उसने जोर की की सांस ली और वो मिताली के चूत की खुशबु सूंघने लगा। फिर वो उसके होठों से वहांपर चूमने लगा। जिससे मेरी बीवी का जिस्म बड़ी जोरो से धक्के खाने लगा। उसे फिर से उसका ओर्गास्म प्राप्त हो चूका था। मिताली ने जावेद के बाल पकड़कर उसे खिंचा था और वो अब जावेद का चेहरा चूत पर दबाकर जोरदार सिस्कारियां भर रही थी। अब जावेद के उँगलियों ने धीरे धीरे पैंटी को और खींचना शुरू किया। जिसकी वजह से शर्म और हवस के मारे मिताली का चेहरा गुलाबी हो चूका था। वैसे तो मिताली हमेशा उसकी चूत क्लीन शेव्ड रखती थी। लेकिन उसे ये पता नहीं था की आज ये मामला शायद यहाँ तक पहुंचेगा इसलिए उस दिन उसने चूत शेव नहीं की थी। उसकी चूत पर छोटे छोटे कटे हुए हलके से बाल नजर आ रहे थे। लेकिन ये देखकर जावेद और गर्म हो गया। जावेद ने कुछ देर हथेली पूरी चूत पर घुमायी। जिससे अब मिताली अपने आप पे का नियंत्रण खो चुकी थी उसका शरीर हिलने लगा था। जावेद की उंगलिया अब मिताली के चूत के दाने को रगड़ रही थी। मिताली ने अब उसकी पीठ थोडीसी उठाई और जावेद के हाथ को जोर से थामा ताकि जावेद को रोक जा सके. लेकिन जावेद फिर भी चालू रहा। मिताली : प्लिज्....... प्लिज…… रुक जाओ न। मुझे चक्कर सा आने लगा है। जावेद : तुम्हे चक्कर नहीं आ रहा है जानू। वास्तव में तुम आनंद के परमोच्च शिखर पर पहुँच चुकी हो। पीछे हटो और बस एन्जॉय करो छिनाल रंडी। जावेद ने अब अपने हाथ मिताली की चूत से हटा दिए लेकिन अब वहां पर खुद के होंठ टेक दिए। मिताली उसे रोकने के लिए जोर से गांड को आगे पीछे करने लगी। मिताली को लग रहा था की वो अब नहीं सहन कर पायेगी और आखरी बार चूत का पानी छोड़ देगी। लेकिन जावेद ने मिताली को धकेला और अपने होंठ मिताली की चूत पर रख दिए। वो मिताली के चूत को चूसने लगा। उसके चूसने की आवाज़े सुनकर शायद किसीका जगह पर ही पानी निकल जाये। जावेद ने मिताली के चूत के दाने को दांतो के बीच पकड़ा और हलके से खींचा जिससे मिताली अब हिलने लगी थी। और इस तरह तड़पने लगी जैसे मछली को पानी से बाहर निकल दिया हो। मिताली : प्लिज्.......... प्लिज्.......... प्लिज……… प्लीज नहीं। जावेद ने इस सबकी परवा नहीं की उसने उसका काम जारी रखा। जावेद ने अब खुदका सर वहां से हटाया और मिताली की बायीं जांघ को अंदर से चूमने लगा। थोडासा घुटने के ऊपर। मिताली की जांघ की मखमली नरम कोमल चमड़ी को जावेद अब जबान से चाटने लगा। मिताली के घुटने से उसकी चूत तक जावेद चाटते हुए जाने लगा। जावेद को मुंह चूत के प्रवेशद्वार पर लगते ही मिताली एक बार फिर छटपटाई। मैंने मिताली के साथ कभी ऐसा नहीं किया था। जावेद का एहसास मिताली को पागल बना दे रहा था मिताली ऐसे थी जैसे मानो ये उसका सपना था जो पूरा हो रहा था। जावेद अभी तक मिताली के चूत के छेद तक नहीं पहुंचा था। लेकिन फिर अब तक मिताली जितनी गर्म हो चुकी थी उतनी इसके पहले जिंदगी में कभी नहीं हुई थी। और मैंने या मिताली ने कभी सोचा भी नहीं था उतना जिंदगी में पहली बार उसकी चूत गीली हो गई थी। अब जावेद ने मिताली के बाये जांघ को चाटना शुरू किया। और ऊपर सरकने लगा। पूरी जांघ पर जावेद अपने जबान की लौ फिराए जा रहा था। जैसे ही वो चूत के छेद की नजदीक पहुंचा वैसे ही उसने चाटने की गति काम कर दी। और फिर एक दम से ही दबाव बढ़ाके पुरे दात मिताली के जांघ में घुसाकर चाटने की गति बढाई। इसकी वजह से मिताली अब उसकी गांड ऊपर की तरफ हवा में उछलने लगी। जावेद ने अपनी जबान को थोड़ा फैलाया और वो उसके चूत के दाने पर जम के बरसाने लगा। जैसे दाने को फटकार लगा रहा हो। जावेद मिताली के चूत का रस पी रहा था उसकी आवाज़े ऐसी आ रही थी जैसा कोई कुत्ता पानी पी रहा हो। वैसे भी वो हरामी किसी कुत्ते से कम नहीं था। लेकिन इसका नतीजा ये हुआ की फिर से मिताली के चूत में पानी की बाढ़ आ गयी। मिताली ने फिर से परमोच्च ओर्गास्म को प्राप्त किया था। मिताली : ओह्ह्ह्ह ह…… आह्ह्ह्ह्ह………नहि…नहि… ओह्ह्ह्ह……मै………मै छूट रही हूँ.……… ओह्ह्ह्....... आह्ह्ह्ह्ह्....... आआआआअ……… आह्ह्ह्ह्ह्ह………
09-09-2023, 02:39 PM
मिताली को जैसे जिंदगी भर का क्लायमैक्स मिल चूका था। मिताली अब पूरी तरह ख़त्म हो चुकी थी। लेकिन उसकी आँखों की वासना ख़त्म नहीं हुई थी। जावेद के होंठ और जबान निचे की तरफ जाने लगे और आखिर में उसकी चूत के द्वार पर पहुँच गए। जावेद ने मिताली के चूत का पानी किसी प्यासे जानवर की तरह पिया। मिताली अब किसी अनोखी अवस्था में थी वो अब खुद का होश खो चुकी थी।
मिताली के होंठ हिल रहे थे जैसे की वो कुछ गुणगुणा रही हो। ये सब अब बहुत हो चूका था। अब उस चीज़ की बारी थी। जावेद ने अब उसके हाथ मिताली के जांघो पर अंदर की तरफ रखा। और उसके दोनों पैर जितने फ़ैल सकते थे उतना फैलाया। वो खड़ा हुआ और मिताली की चूत के ऊपर झुक गया। और जबान मिताली के चूत पर फिरने लगा। अब वो इतनी तेज़ी से जबान फिरने लगा जैसे जबान से वो मिताली की चूत चोद रहा था। मिताली : ओह गॉड …, यस। और चूसो … और चाटो…… तेज़ी से चाटो मिताली की आहे अब चीखो में बदल चुकी थी वो जोर जोर से चिल्लाने लगी। जावेद अपनी जबान मिताली के चूत के दाने पर ले गया। और बड़ी तेज़ गति में वो वहां चूसने लगा। वो बस तेज, तेज और तेज अपनी गति बढ़ा रहा था। मिताली ने जावेद का सर दोनों हाथों से चूत पर दबाकर रक्खा था। लेकिन मिताली की गांड टेबल पर कूद रही थी। हाल ऐसा था जैसा मिताली जावेद का चेहरा चोद रही हो। मिताली अपनी पूरी ताकत लगाकर गांड को धक्के दे रही थी। थोड़ी देर बाद मिताली ने टाँगे खींची और जोर से चिल्लाई, "येस्स्स्स्स्स्स……… यस !!! येस्स्स्स्सस……। ओह गॉड....... येस्स्स मिताली अब दिमाग की सोच से ऊपर निकल चुकी थी। वो बस धक्के पर धक्के मारती चली गयी। मिताली की चूत के दाने पर, उसकी नाभि पर, कमर पर और निप्पल पर बस पानी ही पानी था। सफ़ेद पानी। वो पूरी बॉडी का ओर्गास्म था। जावेद का पहला पानी। वो काफी गाढ़ा था। मिताली को कुछ मिनट लगे वापस जमीं पर लौटने के लिए। मिताली पूरी तरह ख़त्म हो चुकी थी और जावेद भी यह बात जानता था। इसलिए दोनों ने कुछ देर का ब्रेक लिया। कुछ देर तक के लिए दोनों बस एक दूसरे को सहला रहे थे। और चुम्माचाटी कर रहे थे। मिताली टेबल पर लेटी हुई थी और जावेद वहीँ टेबल के पास खड़ा था। दोनों मादरजात नंगे थे। मिताली की बॉडी पसीने में भीगी हुई थी। जावेद जरा भी नहीं हिचकिचा रहा था वो लगातार मिताली के अर्दन को नाभि को पेट को चूमते जा रहा था। मिताली ने हाथ में जावेद का लंड पकड़ा हुआ था जो अब किसी खम्बे की तरह खड़ा था। जावेद के अंडे पूरी तरह फूल चुके थे वो पूरा पानी से भरे हुए लग रहे थे। जावेद का एक हाथ अभी भी मिताली के जांघो के बीच था और वो मिताली के चूत के दाने को रगड़ रहा था। और दूसरा हाथ मिताली के चुचो पर था वो मिताली के निप्पल को पिंच कर रहा था। उस कमरे में अब गर्मी बढ़ती जा रही थी। जावेद : हे डॉल। क्या तुम्हे मेरा ये ट्रीटमेंट पसंद आया ? मिताली : येस्स्स्सस....... ये काफी इंटेंस था। इस तरह का आनंद मुझे पहली बार हुआ है। जावेद : क्या तुमने कभी तुम्हारे पति के साथ ये सब कुछ एन्जॉय किया है ? मिताली : नहीं, कभी नहीं। उसे जिंदगी का मजा नहीं लेने आता। उसे बस कुछ ही चीज़े पता है। और बाकि चीज़े करने के लिए उसमे ताकत ही नहीं है। जावेद : तो बताओ मेरे लंड के सामने उसका लंड कैसा है ? मिताली : मुझे तुम्हारा लंड बहुत पसंद है। मुझे ऐसा लग रहा है जैसा। …… ह्म्म्म्म्.......... जैसा मैंने कोई स्टील का रॉड पकड़ा है। मिताली : अतुल का लंड रबर की तरह है। वो बस पूरी तरह कचरा है। मुझे उसका लंड कभी पसंद नहीं आया। जावेद : व्वा जानू। तुम असल में एक रंडी छिनाल हो जो इस तरह की बाते कर रही हो। इसके वजह से मै और भी ज्यादा गर्म हो रहा हु। मिताली : ह्म्म्म्म्म……… थैंक्स। जावेद : वो चोदता कैसे है ? मिताली : उसकी नुन्नी कभी मुझे मेरे चूत के अंदर महसूस ही नहीं हुई। उसकी नुन्नी काफी ढीली थी चूत के अंदर भी वो कड़क नहीं हो पता था। मै बस लेटी रहती और उसके ख़त्म होने का इंतज़ार करती थी। जावेद : गुड.…… बेबी ……… जारी रखो……और बताओ उसके बारे में मिताली : (दोनों हाथों से जावेद का लंड मसलते हुए ) उसमे चोदने की शक्ति थी ही नहीं। बिस्तर पर वो पूरी तरह निरुपयोगी छक्का था। मुझे हमेशा से यही लगता था की मै उसके साथ सेक्स क्यों कर रही हूँ। मै उसके साथ हमेशा सेक्स वक्त मन ही मन में तुम्हारे जैसे जंगली मर्दो के बारे में सोचती थी। जावेद : ह्म्म्म्म……… सुपर…… गो बेबी मिताली : मुझे ये कभी एहसास ही नहीं हुआ की उसने कब पानी छोड़ दिया। वो पानी भी क्या था उसका वीर्य भी पेशाब की तरह पतला था। और बस १० - १२ बूंदो के बाद वो ठंडा जाता। पूरी तरह बगैर काम का पानी। वो पानी मुझे बच्चा भी न दे सका। जावेद : ओके जानू। मै काफी ओवरलोड हो चूका हूँ। तुम मेरी अब गर्मी नहीं समझ सकती। बस हुआ। अब मै ज्यादा सहन नहीं कर सकता। मै इस तरह की रंडीगिरी बाते सुनकर अपमानित हो गया था। अपमान की वजह से मेरी आँखों में आंसू आ गए थे। अगर मिताली मुझसे इससे पहले कह देती तो शायद मै अस्पताल में इलाज करवाता। हमारा भी बच्चा होता लेकिन ये सब उसने मुझसे नहीं कहा। मिताली की बातों में मेरे लिए नफरत थी।
10-09-2023, 07:57 AM
बहुत खूब...शानदार लिखे हो
10-09-2023, 09:21 AM
Very nice story Thoda rough tadka or lagaie like full pain with pleasure
11-09-2023, 04:42 PM
मै दिल पर बोझ लिए हुए अलग दुनिया में चला गया। मै ये सब कभी भूल नहीं सकता था। मैं ये सब कुछ भूल नहीं सकता था।
अंदर वो एक दूसरे को मसल रहे थे, चुम रहे थे, जोर जोर से सिस्कारियां भर रहे थे। तभी जावेद अपने अगले काम के लिए तैयार हो गया। जावेद ने मिताली को टेबल पर सुलाया और उसे एडजस्ट करने लगा ताकि उसकी गांड टेबल के कोने पर आ जाये। उसकी उंगलिया फिर से मिताली के चूत पर चली गयी और दाने को रगड़ने लगी। मिताली को जावेद का मकसद समझ में आ गया इसलिए उसने अपनी टांगे थोड़ी सी फैला दी। इससे जावेद को मिताली के जांघो के बीच खड़े होकर चूत मसलने में आसानी हुई। मिताली की चूत पूरी तरह से खुल चुकी थी। जोरदार ठुकाई की वजह से वो थोड़ा फ़ैल गयी थी और लाल हो गयी थी। जावेद ने अपनी दो उंगलिया मिताली के चूत में घुसा दी। मिताली ने एक जोर का धक्का लिया और अपने दोनों हाथों से टेबल के कोनो को कसकर पकडा। इस वजह से मिताली के मुंह से जोर की आह निकली। जावेद ने अब उँगलियाँ चूत के बाहर निकली उसकी दोनों उँगलियाँ अब मिताली के चूत के रस से भरी थी। उस रस को जावेद ने अपने लंड के सुपाड़े पर लगाया और खुदका लंड मिताली के चूत पर सेट किया। मेरा दिल अब जोरो से धड़कने लगा था, "हे भगवन, मै अब मेरी बीवी को पूरी तरह से खो देने वाला था। एक बार वो जावेद के लंड को अंदर ले लेती तो मेरा चैप्टर ख़त्म होने वाला था। " पर ये सब तो अब होने ही वाला था। उसका लंड अब मिताली के चूत के पुरे नजदीक जा चूका था। ताकि वो दोनों एक दूसरे की गर्मी महसूस कर सके। फिर जावेद के लंड ने मिताली के चूत के दाने को स्पर्श किया और जावेद ने अपना लंड वहां जोर से दबाया। इससे मिताली की बॉडी जोर से धक्के देने लगी। फिर जावेद अपने लंड को मिताली के चूत पर ऊपर से निचे रगड़ने लगा। लेकिन अंदर घुसा नहीं रहा था। इससे मिताली चिढ गयी। मिताली : प्लीज…………… जावेद : जानू, मै सच में तुम्हे कसकर चोदना चाहता हूँ। मिताली : हम्म्म्म…………… जावेद : मै अपना कड़क खड़ा लंड तुम्हारी गर्म गीली चूत में डालना चाहता हूँ। क्या तुम इसके लिए तैयार हो जान? मिताली : हाँ…………… प्लीज…………… जावेद : तो फिर मुझे करेक्ट बताओ की तुम्हे क्या चाहिए? मिताली : हम्म्म्म…………… प्लीज…………… जावेद : जल्दी बता ना रांड। (जावेद अब तेज़ी से लंड चूत पे मसल रहा था) मिताली : आह्ह्ह्ह…………… ह्म्म्म्म्म…………… मुझे वो चाहिए…………… आह्ह्हह्ह…………… मेरे अंदर …………… जावेद : और …………… मिताली : प्लीज मुझे तड़पाना बंद करो …………… प्लीज…………… मुझे वो चाहिए …………… जावेद : तो फिर बताओ की तुम्हे क्या चाहिए ? मिताली : मुझे………मुझे …… हम्म्म………चाहिए……प्लीज। जावेद : क्या तुम चाहती को के मै ये अंदर घुसा दू ? मिताली : येस्स्स्स…………प्लीज…………करो ना …………मै चाहती हो की तुम मुझे तुम्हारे गर्म पानी से भर दो। जावेद : तुम्हारे लिए मेरे पास बहुत सारा पानी है। मै तुम्हे तब तक चोदूंगा जब तक ये पानी तुम्हारे पुरे शरीर से गलने ना लगे। मिताली : हाँ………प्लीज………मै अब और ज्यादा इंतज़ार नहीं कर सकती मिताली ने अपनी पीठ टाइट कर दी और अपनी गांड थोड़ा ऊपर उठाई। उसने खुद को उस जानवर के हवाले कर दिया। वो अभी भी अपना लंड उसकी सूजी हुई चूत के ऊपर निचे रगड़ रहा था। लेकिन अंदर घुसा नहीं रहा था। मिताली ने निराश होकर एक आह भर दी। मिताली : प्लीज मुझे इस तरह से ना तड़पाओ ………अंदर घुसा दो ………प्लीज …………… जावेद : तो फिर मुझे सही शब्दों में बताओ………छिनाल…………किसि रंडी की तरह बताओ मिताली : मुझे चाहिए की तुम मुझे तुम्हारे इस फौलादी लंड से चोद दो……… प्लीज………… जावेद : तुम्हे ये सभ्य प्रकार से चाहिए या किसी जंगली की तरह मिताली : मुझे ये काफी वहशी प्रकार से चाहिए। …………आह्ह्ह्ह……… मै चाहती हूँ की तुम मुझे किसी जानवर की तरह चोदो…… हम्म्म्म………… तुम मुझे तब तक चोदो जब तक चिल्ला चिल्ला कर मेरा बुरा हाल न हो जाये जावेद: बहुत अच्छा मेरी छीनाल जान। ………… क्या तुम मेरा गीला पानी निकलोगी मिताली : हाँ …………अभी प्लीज …………तुम्हारा लंड मेरे अंदर डालो ना ………… मै और ज्यादा नहीं रुकूँगी …………प्लीज ………… आह्ह्ह्ह ………… जावेद : ओके जान। जावेद ने अपना सर झुकाया। और मिताली के बॉडी के ऊपर झुक गया। अपने लंड का सुपाड़ा एक दम चूत के दरवाज़े पर रख दिया। धीरे से झुका और पूरी मोहब्बत से उसने मिताली के होठों को किस किया। मिताली ने भी उसी नजाकत और मोहब्बत से रिस्पॉन्स दिया। मिताली अब गांड ऊपर की तरफ उठाने लगी ताकि लंड उसकी चूत में घुस जाये। उसने और थोड़ा गांड ऊपर उठाई और वासना के नशे में सिस्कारियां लेने लगी। अब जावेद का लंड धीरे धीरे चूत के अंदर घुसने लगा था। मित्तली : आह्ह…… आग्ग्ग्ग्गह्ह्ह्ह …………आह…आह …… आह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह……… आंगगगग……यस……प्लीज ……स्लो…… अहह जावेद ने अपनी बॉडी को हाथों के ऊपर ठहरा किया था। वो और अब झुक गया। जावेद भी अब किसि जंगली जानवर की तरह गुर्राने लगा था। वो थोड़ा इंच इंच अपना लंड चूत के अंदर सरकाने लगा। मिताली ने जावेद के कंधो को कसकर लिपटा था। वो अब नाख़ून जावेद की पीठ के अंदर धंसने लगी थी। जावेद का अंदर घुंसना लेकिन जारी रहा। मिताली के चेहरे के भाव अब बदलने लगे थे। मैंने अब तक की जिंदगी में इससे पहले उसके चेहरे पर ऐसे भाव नहीं देखे थे। अब जावेद का लंड उस एरिये में जा रहा था जिस एरिये में अभी तक कोई लंड नहीं पहुंचा था। क्यूंकि मेरा लंड उस जानवर के लंड के आधा ही था इसलिए मेरा लंड कभी इतना अंदर तक नहीं पहुंचा था। मिताली जिंदगी में पहली बार डबल साइज़ का लंड अंदर ले रही थी।
12-09-2023, 11:36 AM
(This post was last modified: 12-09-2023, 11:37 AM by Princess Of Hearts. Edited 1 time in total. Edited 1 time in total.)
Nice
13-09-2023, 04:42 AM
आखिर में जावेद ने अपना लंड अंदर सेट कर दिया। उसका पूरा जंगली लंड मेरे बीवी के चूत के अंदर पहुँच चूका था। उसने अपनी पूरी बॉडी मिताली के बॉडी पर डाल दी और अब वो किस करने लगा। मिताली उसके पुरे लंड की ताकत अपने अंदर फिल करने लगी। मिताली ने चूत पूरी तरह से अकड़ ली। कुछ देर तक वे वैसे ही वासना के पहाड़ में पड़े रहे। मेरी बीवी किसी जंगली जानवर की तरह सिस्कारियां भर रही थी। अचानक मिताली ने अपने एक हाथ से जावेद के चेहरे को अपनी और खिंचा और किसी रंडी की तरह उसे चूमने लगी।
जावेद अपने लंड को उसकी चूत पर गोल गोल घूमने लगा और फिर अचानक उसने अपना लंड मिताली की चूत में ठोक दिया। मिताली जावेद के धक्कों से मैच करने की कोशिश करने लगी उसी चक्कर में मिताली का शरीर धक्को के साथ साथ हिलने लगा। मिताली जोर से सिस्कारियां भर रही थी। जावेद के लंड मिताली की चूत अंदर के दीवारों को टच करने लगा इसकी वजह से मिताली के मुंह से आनंदित किलकारियाँ निकलने लगी। मिताली : हाँ ..................चोदो मुझे ................ अब और इंतज़ार नहीं होता .................. आह्ह्हह्ह .................. जावेद : ठीक है जान जैसा तुम कहो ..................हम्म्म्म................मुझे भी बहुत अच्छा लग रहा है ................ तुम्हारी चूत बहुत टाइट और फ्रेश है मिताली : येस्स्स्स................ मुझे भी ..................ये फिल हो रहा है .................. जावेद मिताली के शरीर पर से उठ गया और अपने दोनों पैरों पर खड़ा हो गया। मिताली का शरीर अभी भी किसि जंगली की तरह टेबल पर झटके मार रहा था। अब जावेद थोडासा पीछे हट गया जिसकी वजह से जावेद का आधा लंड मिताली के चूत से बाहर आ गया। और फिर से अचानक जावेद ने पूरा लंड जोर से अंदर घुसाया। इससे मिताली के शरीर को जोर का झटका लगा और मिताली जोर से चिल्लाई। उसने जोर से दोनों हाथों से टेबल के कोनों को पकड़ लिया और उसका सर वासना और दर्द में इस तरफ से उस तरफ डोलने लगा। जावेद यही सब बार बार करने लगा। वो लंड निकालकर कुछ देर रुकता और फिर से जोर से अंदर घुसेड़ देता। मिताली : आआईईई ................आग्ग्ग्ग्ग............... हम्म्म्म............... या................ और तेज प्लीज ................ हम्म्म्म............. आह्ह्हह्ह कुछ देर के बाद तो वो पूरा लंड बाहर निकाल कर जोर के झटके से अंदर डालने लगा इससे मिताली के चेहरे पे ख़ुशी भी दुगनी हो गयी। मिताली : आह्ह्ह्ह................ दैट्स गुड ............... याह.............. यु आर टू गुड ............... प्लीज.............. और करो ना ............... जावेद : हाँ जान। तुम्हारी चूत बहुत टाइट है। ............... वो बहुत गीली हो गयी है ............... वाव............... यस वो इसी तरह से धक्के मरकर चोदने लगा। जावेद उसका लंड इतना अंदर घुसाने लगा की उसकी गोटियां भी अब बाहर मिताली के चूत पर रगड़े जाने लगी। मिताली अब अपनी गांड को निचे की और धकेलने लगी ताकि वो भी जावेद के स्पीड को मैच कर सके। वो दोनों भी एक दूसरे को चोदने लगे थे। मिताली के रिएक्शन पर से ऐसे दिख रहा था की कोई भी लंड उसकी चूत के इतने अंदर तक नहीं चला गया था। फिर कुछ देर बाद दोनों ने भी अपनी अपनी स्पीड बढाई। हर एक धक्के के साथ उनकी स्पीड बढ़ती जा रही थी।
13-09-2023, 04:50 AM
अब मिताली जावेद के लंड को चूत के अंदर लेकर अपनी गांड को गोल गोल घूमाने लगी। जावेद के लंड को मिताली की चूत निचोड़ रही थी। उसके लंड अंदर से मसल रही थी। जावेद ने फिर से एक बार जोरदार झटके से लंड इतने अंदर घुसाया जैसे की चूत के अंदर लंड को गाड़ दिया हो। मिताली ने अभी अपनी चूत को निचे धकेला जिससे उसकी मुंह से जोर की चीख निकल गयी। एक जोर के फव्वारे के साथ मिताली की चूत का पानी बाहर निकला।
मिताली की चूत से पानी बाहर निकलता जा रहा था और जावेद रुकने के बजाय तेजी से जोरदार झटके लगा रहा था। वो दोनों भी जोरो से सिस्कारियां भर रहे थे दोनों का शरीर अब थरथर्राने लगा था। वो कुछ पल के लिए उसी क्षण में खोये रहे। जावेद थोड़ा निचे झुका और मिताली के निप्पल चूसने लगा। मिताली भी दोनों हाथों से जावेद का सर खुद के मम्मो पर दबा रही थी। जावेद अब टॉप गियर में चला गया था। किसी मशीन की तरह जावेद का लंड चूत के अंदर बाहर होने लगा था। जावेद ने मिताली की दोनों जांघों को कसकर पकड़ा और इस तरह धक्के मारने लगा जैसे इसके बाद दुनिया ख़त्म होनेवाली हो। मिताली ने अपनी दोनों टाँगे जावेद के कंधो पर रख दी। इसकी वजह से उसकी गांड थोड़ा ऊपर उठ गयी और जावेद का लंड और ज्यादा अंदर जाने लगा। जावेद जोर से उसकी चूत बजा रहा था, उसका पूरा लंड चूत की अंदर डुबकी मार कर बाहर आ रहा था। उसके शरीर का हर एक हिस्सा जावेद से रुकने के लिए बोल रहा था। क्योंकि उन धक्को की तीव्रता उन्होंने कभी महसूस ही नहीं की थी। लेकिन वो रुका नहीं क्यूंकि उसे पता था की वो क्या कर रहा है। मिताली की सांसे शरीर के हिलने से तेज हो गयी थी। उस तीव्र उत्कटता की वजह से उसे बाजू हो जाना चाहिए था लेकिन अब मिताली का शरीर हिल भी नहीं पा रहा था। बस वो चिल्लाती रही और चिल्लाती रही। वो पूरी तरह जानवरो जैसी वासना थी। जावेद को लगा की मिताली को अब आराम की जरूरत है इसलिए वो थोड़ा रुक गया। जावेद ने अपना लंड अब बाहर निकल दिया। उसका लंड मिताली के चूत के पानी से पूरा भरा हुआ था और इसलिए वो चमक भी रहा था। लेकिन उसका लंड अभी भी खड़ा था। इतना चोदने के बाद भी जावेद के लंड पर कोई असर नहीं था। जावेद ने मिताली को टेबल पर से खिंचा और निचे उतारा। वो दोनों पूरी तरह से पसीने में नहा चुके थे। वो दोनों इसके बाद किसि प्रेमी जोड़े की तरह एक दूसरे को किस करने लगे। परमानन्द में एक दूसरे की पीठ सहलाने लगे। जावेद मिताली के कान में कुछ बोला। इसपर मिताली के चेहरे पर ख़ुशी झलकी और उसने हाँ में सर हिलाया। उसने अपना मोबाईल उठाया और किसी को कॉल करने लगी। और वो बदनसीब मै ही था। मैंने कॉल उठाया। मै : हेलो। कहाँ हो तुम ? मिताली : सॉरी जानू। मै मेरे फ्रेंड के घर पर हूँ। वो इस शहर में अभी अभी आई है। मै उससे आजही अपने जिम में मिली। मै : मै कब से तुम्हे कॉल करने की कोशिश कर रहा था। मिताली : आय एम सॉरी जानू। मेरा मोबाईल सायलेंट मोड़ पर था। मैंने तुम्हारे मिस कॉल्स अभी अभी देखे। मै : ओके। तुम वापस कब आ रही हो। मिताली : वो मुझे छोड़ ही नहीं रही है। मै एक घंटे में वापस आ जाउंगी। मै : क्या मै तुम्हे लेने के लिए वहांपर आउ ? मिताली : नहीं जानू, मई रिक्शा से चली आउंगी। तुम आराम करो। हम लंच के लिए बाहर जायेंगे। और तुम इतना धीरे से क्यों बात कर रहे हो। मै : कुछ नहीं गले में थोडीसी प्रॉब्लम हो रही है। ओके बाय।
13-09-2023, 09:56 AM
Update please
13-09-2023, 11:31 AM
Superb
16-09-2023, 12:25 AM
Waiting for new update
16-09-2023, 08:35 PM
Superb update
16-09-2023, 11:19 PM
Nice story
17-09-2023, 11:16 AM
उसका ये धोकेबाजी का तरीका देखकर मुझे पूरा शॉक लगा। वो भी उसकी पहली बार में वो इस तरह से झूट बोल रही थी। क्या ये सचमुच पहली बार था? ये बात कौन जाने ?
मै फिरसे उन्हें फाइल्स के छेद में से देखने लगा वो एक दूसरे की और देखकर मुस्कुरा रहे थे। जावेद का लंड अब ढीला पड़ चूका था लेकिन उस में अभी भी जान थी। मिताली ने बड़े प्यार से अपना हाथ उस लंड पर रक्खा। जावेद : अब क्या जान ? उसका लंड मिताली के हाथ से सहलाने से फिर से खड़ा हो गया। जावेद ने मिताली के कान में कुछ कहा और मिताली ने हां में सर हिलाया। मिताली जावेद के सामने झुक गयी और उसने लंड के सुपाड़े को चूमना शुरू किया। साथ ही साथ उसकी जबान बाहर आती और लंड के टोंक को छूकर वापस चली जाती। मिताली ने ज्यादा देर तक चूमा नहीं। कुछ देर बाद मिताली ने हाथ हटा लिया और जावेद पीठ के बल जमीन पर सो गया। मिताली फ़ौरन जावेद के ऊपर चढ़ गयी और उसकी मजबूत गठीली बॉडी को मसलने लगी। मिताली ने जावेद के शरीर पर मसाज करना शुरू किया। पहले कंधे , फिर छाती उसके बाद एब्स अपने दोनों हाथों से मसलते हुए मिताली निचे जाने लगी। जावेद के सेक्स की ताकत जिसका प्रूफ मिताली कुछ देर पहले चुदवाकर जान चुकी थी। अब वो हवस मिताली के आँखों में झलकने लगी। वो जावेद की ताकत को महसूस करने लगी। मिताली फिर जावेद के ऊपर झुकी और उसने फिर से जावेद के होठों को चुना शुरू किया। उसने भी मिताली के मुंह को चूसना शुरू किया। मिताली के मम्मे जावेद के मजबूत छाती के ऊपर पीसे जा रहे थे। मिताली के मम्मो को जावेद चिरड डाल रहा था। मिताली की गांड जावेद के मांडी के ऊपर थी। मिताली की चूत जावेद के डंडे के निचले हिस्से पर रगड़ी जा रही थी। जिसके वजह से मिताली रॉकिंग मुड में थी। और हलके से अपनी गांड हिला रही थी। लेकिन उसके हाथ अभी भी जावेद की बॉडी को मसल रहे थे। आखिर उसी नशे तोल जाकर वो जावेद के बॉडी पर गीर पडी। उसके बाद उसने जावेद के होठों को चूमना जारी रखा। फिर उसने जावेद चेहरे को चूमना शुरू किया, उसके बाद गला, फिर छाती उसके बाद निप्पल इस तरह से वो हर तरफ चूमने लगी। जावेद ने अपने दोनों हाथ अपने सर के पीछे रखे थे इसलिए उसकी बगले साफ़ साफ़ दिखायी दे रही थी। मिताली ने अब चेहरा जावेद की बगल की और घुमाया और वो जावेद के बगलों की मर्दानी खुशबु को सूंघने लगी। और खुदकी नाक उस जगह पर रगड़ने लगी। ऐसे लग रहा था जैसे उसे उस खुशबु की वजह से नशा चढ़ चूका है। जिसकी वजह से वो और उत्तेजित हो गयी। फिर कुछ देर तक यही खेल चलता रहा। इस पुरे वक्त में मिताली के चूत का दाना जावेद के लंड के सुपाड़े के ऊपर मसला जा रहा था। और उसके एहसास से वो दोनों और ज्यादा गर्म हो गए। फिर वो उठकर बैठ गयी। और वो उसके शरीर को निचे की और सरकने लगी। ताकि वो उसकी चूत के पानी से भरा हुआ जावेद का चमकीला लंड देख सके। जावेद का लंड अब भी किसि स्टील रॉड की तरह कड़क था। मिताली के चेहरे पर रुकने के कोई भाव नजर नहीं आ रहे थे। वो कुछ देर तक यूँही ख़ुशी से जावेद के लंड को घूरती रही। वो फिर से थोड़ा निचे झुकी और फिर से मिताली जावेद के लंड को चूसने लगी। जावेद के लंड से निकलता हुआ प्री-कम वो निगल रही थी। वो जावेद का लंड धीरे धीरे मुंह में लेती ही जा रही थी। और आखिर में जावेद का लंड मिताली के गले के अंदर घुस गया जिससे मिताली कुछ थम सी गयी। मिताली अब हवा में साँसे लेने के लिए छटपट कर रही थी। लेकिन उसे ए चूसना पसंद आने लगा था इसलिए मिताली ने ये जारी रखा। मिताली जावेद के डंडे को पकड़ कर अपने होठों पर घूमाने लगी। और उस लंड को मुंह के अंदर एक जोरदार झटका देकर आखिर मिताली रुक गयी। और फिरसे बड़ी सावधानी के साथ उठकर बैठ गयी। मिताली ने अब उसकी चूत को जावेद के लंड के पोजीशन में सेट किया। ये सब किसी सॉफ्ट पोर्न मुव्ही का तरह लग रहा था जो समय के साथ जंगली होती जा रही थी। मिताली की चूत अब बहुत गीली हो चुकी थी। मितालीने अब खुदकी गांड उठाई। मिताली अब घुटनो के बल खड़ी थी। और धीरे से ऊपर सरकी और इस तरह की पोजीशन बनायीं की जावेद का लंड चूत के करेक्ट जगह पर सेट हो गया। मिताली ने थोडासा गांड को निचे दबाया इससे थोडासा लंड चूत में घुस गया। इसकी वजह से मिताली की चूत ने जावेद के लंड के सुपाड़े पर पानी छोड़ा। इसकी वजह से लंड का चूत में घुसना और आसान हो गया। मिताली धीरे धीरे एक एक इंच से निचे सरक रही थी। और किसी चुड़ैल की तरह चीखे निकाल रही थी। दर्द से मिताली की बॉडी हील रही थी। जब आधा लंड चूत में घुस गया तब मिताली रुकी फिर उसने थोडासा लंड बाहर निकालकर और तेज़ी से दबाया। उस धक्के की वजह से मिताली की चूत से पानी की एक और धार निकली उसे एन्जॉय करते हुए मिताली कुछ देर तक वैसे ही बैठी रही। फिर थोडासा उठकर वो जोरदार झटके के साथ बैठ गयी। अंदर मिताली की चूत ने जावेद के लंड को कसकर रखा हुआ था। लंड पूरी तरह चूत के अंदर जाने के बाद मिताली धीरे से ऊपर निचे होने लगी। मिताली की स्पीड अब थोड़ा बढ़ गयी। मिताली अब जावेद के ऊपर झुक गयी और उसने खुदके पैर पूरी तरह से सीधे कर दिए। जावेद ने मिताली के नरम मम्मो को और कड़क निप्पल को जमकर पकड़ा और उनके साथ खेलने लगा। मिताली ने अब थककर धक्के कम कर दिए। लेकिन जावेद अभी तक थका हुआ नहीं लग रहा था। उसने अब थोड़ीसी गांड उठकर निचे से मिताली के चूत में धक्के मारने शुरू किये। उस कमरे में अब मिताली की चीखों और जावेद की आहों के अलावा कोई और आवाज़ नहीं थी। मिताली की बॉडी पूरी तरह से रॉक हो चुकी थी। मिताली अब धीरे से उसके अगले ओर्गास्म की और जा रही थी। मिताली ये पोजीशन हमेशा से पसंद थी। वो जब भी मेरे साथ सेक्स करती तो ईसि पोजीशन में करती। उसे कंट्रोल खुद के हाथों में रखना अच्छा लगता था। लेकिन मिताली को पता था उस दिन उस काउ गर्ल पोजीशन में उसके जिंदगी का सबसे अच्छा ओर्गास्म उसे मिलनेवाला था। क्यूंकि वो उसका फेवरेट पोजीशन था और उसके साथ जिस मजबूत लंड वाले मर्द का सपना वो हमेशा देखती थी। वो अब आगे पीछे हिल रही थी और जावेद का लंड चूत के अंदर चूत के दीवारों को सहला रहा था। उसका जंगली मुसल जैसा लंड मिताली के चूत के दाने की मालिश कर रहा था। मिताली फिर से झुकी और उसने जावेद के होठों को फिर से जोश में चूमना शुरू किया। मुझे ऐसा महसूस हुआ की उसका ओर्गास्म अब नजदीक है। मिताली ने अब अपने आप को जावेद के ऊपर से थोड़ा उठाया अपने घुटने फिर से मोड़े और फिर इक बार काउगर्ल पोजीशन में चली गयी। ये उसका हमेशा का फेवरेट पोजीशन होता था जब वो पानी छोड़ रही होती थी। और फिर उसने जावेद को तेजी से चोदना शुरू किया। वो तेजी से ऊपर निचे हो रही थी और आगे पीछे झुक रही थी। उसका स्पीड इतना बढ़ गया की हर धक्के पर अब जावेद का जंगली लंड मिताली के बच्चेदानी को छू रहा था। मुझे उसकी यह टेक्निक पता थी। मुझे ये एहसास होने लगा था की जावेद का राक्षसी लंड मिताली को कितना आनंद दे रहा था। फिरसे उसकी आहें अब चीखों में बदल चुकी थी। मिताली : आह्ह्ह्ह…………याआआअ …………हम्म्म्म…………आंग्गग्ग्ग्ग्ग्ग…………
17-09-2023, 11:23 AM
जावेद भी अब ख़त्म होनेवाला था। ये उसकी तेज सांसे और गुर्राहट की वजह से पता चल रहा था। मिताली की चूत का अब तक भोसड़ा बन चूका था। लेकिन मिताली फ़ौरन होश में आई और उसने जल्दी से जावेद का लंड चूत से बाहर निकला। और वहां से उठकर जावेद के बाजु में लेट गयी। जावेद फ़ौरन समझ गया की मिताली को क्या चाहिए। और वो अपने घुटनो के बल खड़ा हुआ और खुद को पोजीशन कर लिया। उसके बाद उसने चूत में जोर से धक्के लगाने शुरू किये। धक्के लगाते समय वो किसी जानवर की तरह गुर्रा रहा था।
जावेद : जान.… मै छूटनेवाला हूँ ……… आह्ह्ह्ह…………यह…… तुम्हारी चूत काफी टाइट है ……… छिनाल रंडी……… ये सब …… ये सब तुम्हारे लिए……… है……… आह्ह्ह्ह ……… एक आखरी जोरदार धक्के के साथ जावेद के लंड आने ढेर सारा वीर्य मिताली के चूत में छोड़ दिया। चूत से निकलते हुए उसने वो ज्यूस मिताली के बॉडी पर मम्मो पर, गले पर, उसकी कमर से उसके चेहरे पर हर तरफ फैला दिया। मेरे ज्यूस से कही ज्यादा चार गुना ज्यूस उसके लंड से निकल रहा था। मिताली के चेहरे पर उसके होठों के पास गिरा हुआ पानी मिताली ने बड़े हवस के अंदाज़ में चाट कर निगल लिया। जितना पानी जावेद ने छोड़ा था उससे मिताली बहुत इम्प्रेस हुई थी। उस वक्त मै अपनी बीवी को पूरी तरह खो चूका था। मिताली अब जावेद की गुलाम बन चुकी थी। उस जबरदस्त चुदाई के बाद दोनों संतुष्ट होकर थककर जमीं पर लेट गए। इस तरह की चुदाई के लिए वो दोनों के दूसरे के परफेक्ट मैच थे। दोनों का स्टैमिना एक दूसरे से मिलता जुलता था। ये सब देखकर मुझे पता चला की मै मिताली की प्यास बुझाने के लिए काबिल ही नहीं था। जावेद : जान अब तुम कैसा महसूस कर रही हो ? मिताली : आज.............आज पहली बार............ मैंने असली सेक्स किया है ............ इन सब दिनों में मैंने अपना पूरा टाइम अपने............ नामर्द पति के साथ बेकार गँवा दिए............ जावेद : क्या तुम ये सब हमेशा करना चाहोगी ? मिताली : मै नहीं जानती। लेकिन मै तुम्हारा हथियार मिस नहीं कर सकती............. मुझे यही लंड चाहिए जावेद : अगर ऐसी बात है तो, हम कोई प्लान बनाकर तुम्हारे घर चुदाई करते है। क्या कहती हो ? मिताली : हाँ जरूर। मै ट्राय करुँगी। जावेद : और तुम्हारे पति का क्या ? मिताली : अब मै उसके बारे में नहीं सोचती। छोड़ दो उस नामर्द को। अगर उसे ये सब पता भी चल जाये तो मुझे उसकी पर्वा नहीं। मै जब ये सब बाते सुन रहा था तब मै पूरी तरह यातना से पीड़ित हो गया। ये भगवान मेरे साथ क्या हो गया। मेरे अंदर गुस्से की एक आगा जल रही थी। मेरा अपमान हो गया था। ये सब होने के बाद वो खड़े हो गए और टिश्यू पेपर से एक दूसरे को साफ़ करने लगे। मेरे लिए यही सही वक्त था मई धीरे से बाहर निकल गया। जिम के बाहर आकर बाइक शुरू की और जड़ अंतकरण के साथ घर की तरफ निकल गया। !! समाप्त !! मित्रो आइ होप आपको ये कहानी पसंद आई होगी
17-09-2023, 01:06 PM
Nice story
But yha pr end krna sahi nhi hai abhi toh shuru hui thi story, Ghr pr plan krne ka scene , or gym mai abhi story baki hai I think ye long story ban sakti hai agar aap chate hai toh rough wild dirty kinks ke sath banaie Baaki apki wish
17-09-2023, 02:16 PM
इसे और आगे ले कर जाओ बहुत मजेदार कहानी है इसे यहाँ मत छोड़ो .......।
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