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Adultery प्यार या धोखा
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Intzar hai dr sahab
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First time I read your story
And I love it
Some would say I am the REVERSE 
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(07-06-2019, 03:50 AM)Theflash Wrote: First time I read your story
And I love it

Thanks the flash ..
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Wonderful update bayya
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Update please
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अध्याय 20
जब वासना का तूफान थम जाए तब ही  आसपास की कुछ  सुध आती है, गौरव और पूर्वी को भी अभी अभी सुध आया था ,पूर्वी बिजली की फुर्ती से खड़ी हुई और पास पड़े कपड़ो को उठाते हुए सीधे अपने कमरे में भागी,गौरव की भी नजर उसपर थी,वो भी अपने अंगों को छुपाने की असफल प्रयास करता रहा और जल्दी से नीचे पड़े कपड़ो को उठता हुआ अंदर भागा,उसके अंदर जाते तक पूर्वी जैसे तैसे अपने कपड़ो को पहन कर तुरंत ही बाहर आयी थी,
वो दौड़ते हुए दरवाजे के पास पहुची ..
“अरे मेडम रुकिए ना”
मालती में गेट तक जा चुकी थी,वो मुस्कुराते हुए पलटी
“मुझे माफ करना शायद मैं गलत समय में आ गई “
“नही नही ,हम ही बेरखबर हो गए थे,माफी तो हमे मांगनी चाहिए,आइए ना अंदर “
पूर्वी के आग्रह पर मालती फिर से पलट कर उसके ओर आने लगी तब तक गौरव भी अपने कपड़े पहन कर बाहर आ चुका था,असल में जब मालती आयी थी तो ये दोनों अपने प्रेम लीला में व्यस्त थे,और मालती की आंखे इन दोनों पर ही जम गई लेकिन जैसे ही उनका तूफान शांत हुआ और पूर्वी और मालती की नजर मिली पूर्वी के साथ साथ मालती भी हड़बड़ा गई ,वो तुरंत वंहा से जाने लगी लेकिन पूवी ने वापस आकर उस फिर से रोक लिया …
“कम से कम गेट तो बंद कर लिया करो “
मालती ने पूवी को छेड़ा जिसका जवाब पूर्वी ने केवल मुस्कुराते हुए शर्मा  कर रह गई ..
मालती कमरे में आ चुकी थी और सोफे में बैठ गई थी ,पूर्वी उसके लिए पानी लेने गई थी तभी  गौरव भी प्रगट हुए…
ना ही गौरव ने कुछ कहा ना ही मालती ने..बस मालती की आंखों में गौरव ने अपने लिए एक गुस्सा देखा
पूर्वी पानी लेकर आ चुकी थी और सभी शांत थे ,
“असल में गौरव तुम्हे ये फाइल देनी थी ,आज नही दे पाई सोचा की कल ऑफिस में दूंगी लेकिन फिर सोचा की घर ही चलु पूर्वी से मिले भी बहुत दिन हो चुके है …
मालती की बात से पूर्वी बहुत ही खुश हो गई लेकिन गौरव के चहरे में कोई भी एक्सप्रेसन नही आया
“अच्छा किया मेडम आप आ गई इसी बहाने हमारी मुलाकात तो हो गई …”पूर्वी ने आभार भरे शब्दो में कहा
“हा लेकिन समय गलत हो गया अगले बार काल करके आऊंगी “
मालती की बात से पूर्वी का चहरा लाल हो गया था वो अपना सर झुककर बैठ गई ,वही मालती ने फिर से गौरव को देखा,अभी अभी कुछ देर पहले आया हुआ मुस्कान अचानक से मालती के चहरे से हट चुका था और उसकी आंखों में एक नाराजगी और गुस्सा देखकर गौरव सहम गया ……….
*********
उसी रात
पूर्वी के पिता के घर रोहन ,पूर्वी के पिता कपूर साहब और सपना बैठे हुए ड्रिंक कर रहे थे,कपूर साहब अब नशे में थे…
“उस मादरचोद को मैं नही छोडूंगा …”
कपूर साहब ने कहा ,फिर अचानक से उसे सपना का ख्याल आया
“ओह सॉरी बेटा वो मुह से निकल गया “
“कोई बात नही अंकल ,लेकिन आखिर गौरव पर इतना गुस्सा क्यो ,माना की वो गरीब है लेकिन टैलेंटेड है ,पूर्वी को खुश रखेगा और आपकी इतनी प्रोपर्टी  है उसे सम्हालने बोलिये …”
कपूर साहब का चहरा और भी उतर गया
“बेटा सोचा था की पूर्वी की शादी धूमधाम से करवाऊंगा,रोहन से उसकी शादी करवाऊंगा,तेरे बाप को जलाऊंगा ,लेकिन ...लेकिन तेरा बाप अब मुझपर हंसता होगा की मेरा दामाद फटीचर है “
उन्होंने एक और घुट जल्दी से पी लिया
“नही अंकल असल में उन्हें भी बेहद दुख है इस बात का की पूर्वी इस हालत में है ,जैसे अपने कभी मुझमें और पूर्वी में कोई भेद नही किया वैसे ही मेरे पिता भी उसे मेरे जैसा ही प्यार करते है,शायद मुझसे भी ज्यादा,आखिर वो उनके सबसे बड़े दुशमन की बेटी जो है “
सपना की बात पर कपूर साहब खिलखिलाकर हँस पड़े,
“सही कहा बेटी ये तो मैं भी मानता हु की लखानी भी पूर्वी को बहुत  प्यार करता है ..”
लेकिन थोड़े देर बाद उनका चहरा फिर से दुख से घिर गया,और उनका रुख रोहन की ओर गया
“इस साले के कारण आज मेरी बेटी उस फटीचर से बंधी हुई है ,तूने ओबराय का नाम डूबा दिया ,एक तेरा बाप था जिस लड़की पर हाथ रख देता वो उसकी जिंदगी भर गुलाम बन जाती और एक तू है साले ..एक लड़की को सम्हाल नही पाया “
कपूर की बात सुनकर रोहन हल्के से मुस्कुराया
“अब छोड़िए भी अंकल जो हो गया वो हो गया लेकिन गौरव को अब आपका बिजनेस सम्हालने के लिए बोलिये ,कब तक उस फटीचर से जॉब में सड़ता रहेगा ,हमारी पूर्वी बेचारी को उस घर में इस हालत में देखा नही जाता ..”
कपूर भी उसकी बात में सर हिलाता है
“ये पता नही क्या आत्मसम्मान की बात करती है पूर्वी मुझे तो कुछ भी समझ नही आता ,उस साले को अपनी वो जॉब प्यारी है पता नही क्या कर लेगा इतने पैसों में ..”
कपूर साहब का मूड फिर से बिगड़ गया ,सपना उठकर उसके पास गई और उसके कंधे में अपना हाथ रखा
“अंकल फिक्र मत कीजिये मैं और रोहन पूर्वी को फिर से आपके पास लाएंगे इस घर में लाएंगे ,हम उसी काम में लगे हुए है “
सपना की बात सुनकर कपूर खुसी से मानो झूम गया..
“तुम दोनों पूर्वी के सच्चे दोस्त हो ,तुम्हे जो अच्छा लगता है वो करो बेटा,और अगर किसी चीज की जरूरत पड़े तो मुझसे बोलने में कोई भी हिचक नही रखना “
कपूर की आंखों में जैसे अभी अभी आशा के कुछ दिए जले थे
“हम्म अंकल एक बात पूछनी थी “
“हा बोलो “
“आप मालती को जानते हो ,वो जो केमेस्ट्री डिपार्टमेंट की HOD है ..”
सपना की बात सुनकर कपूर बहुत देर तक सोच में डूब गया …
“नही बेटा शायद एक बार मिला था उससे तुम लोगो ने जो फंक्सन किया था ना कालेज में वंहा तुमने उससे मिलवाया था,लेकिन क्यो??”
“कुछ नही बस ऐसे ही ,मुझे लगा की आप उसे जानते होंगे “
कपूर की आंखे थोड़ी बड़ी हो गई लेकिन रोहन को पता था की सपना ऐसा क्यो बोल रही है
“नही तो बेटा क्या बात है ..”
“असल में मैंने पापा और ओबेरॉय अंकल(रोहन के पापा) को भी पूछा लेकिन उन्हें कोई नही जानता सभी बस उसी दिन मालती से मिले थे लेकिन ….”
लेकिन क्या बेटा
“हमे उसके घर से ये तस्वीर मिली है “
सपना ने वो तस्वीर कपूर को दिखाई जो उसने उस दिन मालती के घर से खिंची थी …
कपूर की भी आंखे चौड़ी हो गई
“ये तो हमारी फैमली फ़ोटो है ,इसमें सभी है मैं लखानी और ओबेरॉय और तुम लोग और तुम्हारी मम्मी लोग भी है ...ये तो बहुत पुरानी फ़ोटो है बेटा जब ओबेरॉय ने गोवा में नया फॉर्महाउस खरीदा था,याद है हम सब वंहा गए थे ,”
“हा अंकल याद है इतनी पुरानी फ़ोटो मालती के पास क्या कर रही है वही मेरा पहला प्रश्न है जबकि कोई उसे पहले से नही जानता..”
“और वो फार्मूला”
अचानक से रोहन बोल उठा,जिससे कपूर चौक कर सपना को देखने लगा
“कौन सा फार्मूला बेटी “
“कुछ नही अंकल वो बस गौरव के रिसर्च की कुछ कॉपी थी ,वो मेरे टेंशन की वजह नही है लेकिन ये फोटो...मुझे समझ नही आ रहा है”
“मुझे भी कुछ समझ नही आ रहा है बेटी फिर भी मैं लखानी और ओबराय से एक बार इस बारे में बात जरूर करूंगा ,लेकिन तुम लोग ऐसा वैसा कुछ मत कर जाना जिससे कोई लफड़ा हो जाए,तुम इस लफड़े में मत पड़ो,तुम गौरव और पूर्वी पर ध्यान दो ओके “
“ओके अंकल अब हम चलते है “
सपना ने मुस्कुराते हुए कहा……..
****
कपूर के घर से निकल कर सपना और रोहन कार में बैठे ही थे की सपना बोल पड़ी
“जब तुझसे कहा गया था की अपना मुह मत खोलना तो फार्मूले की बात अंकल के सामने करने की क्या जरूरत थी”
रोहन को अपनी गलती का अहसास हुआ
“बस यार मुह से निकल गया ऐसे है क्या उनमें “
“वो जो भी है वो तेरे दिमाग के बाहर है ,अब तू अपना दिमाग मत लगाया कर,बस अब इन तीनो दोस्तो के ऊपर नजर रखना है उसका कुछ इंतजाम कर,पता नही मुझे ये जरूर लगता है की तीनो कुछ तो जानते है जो वो हमसे छुपा रहे है ,पहले तो कोई भी मालती को नही जानता लेकिन जैसे ही उनके सामने ये फ़ोटो आता है वो ऐसे चौक जाते है जैसे कोई बड़ी बात हो गई हो ,और फिर हमसे कहते है की कोई लफड़े में मत पड़ो पूर्वी और गौरव पर ध्यान दो ...आखिर क्यो..”
सपना सब कुछ एक ही सांस में बोल गई जैसे खुद से बात कर रही हो
“इसमें क्यो वाली क्या बात है यार “रोहन ने बेफिक्री से कहा
“अबे साले तीनो ने एक ही चीज कही …”
रोहन आश्चर्य से सपना को देखने लगा
“क्या ऐसा कह दिया की तू पैनिक हो रही है “
“तीनो ने कहा की इस लफड़े में मत पड़ो और ये भी कहा की वो एक दूसरे से बात करेंगे “
“तो इसमें क्या “रोहन को कुछ भी समझ नही आ रहा था..
सपना ने गुस्से से रोहन को घुरा
“अबे चूतिये यही की ये फ़ोटो एक लफड़ा है ...और ये तीनो को पता है ,हमारी फैमली फ़ोटो किसी के पास से मिलती है और तीनो हमे ये बोलते है की इसमें मत पड़ो ये एक लफड़ा है मतलब ये की कुछ तो लफड़ा है ,इस फ़ोटो से जुड़ा हुआ जो ये लोग नही बता रहे है..”
इस बार रोहन को कुछ समझ आया
“क्या करना चाहिए”
“ये फोन में तो बात नही करेंगे शायद कही मिलेंगे,एक आदमी इनके पीछे लगा पता कर की तीनो कहा मिलने वाले है ,और जंहा ये मिलने वाले है वंहा कोई रिकॉर्डर जैसी चीज लगवा ताकि हमे भी पता चले की आखिर इन तीनो दोस्तो ने जवानी में क्या ऐसा गुल खिला दिया की अब भी उससे डरे हुए है “
रोहन बस सहमति में सर हिलाता है ……….
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अध्याय 21
सुबह जिम में
“तो कैसी रही कल की रात “
रोहन पूर्वी को मुस्कुराते हुए देख रहा था,
पूर्वी के चहरे में हल्की सी शर्म और होठो में हल्की सी मुस्कान खिल गई .
“थैंक्स यार सच में उन्होंने भी मुझे सॉरी कहा”
“मैंने कहा था ना मेरा बात मानेगी तो फायदे में रहेगी “
रोहन की बात से दोनों ही मुस्कुरा उठे…
****
“तो कैसी रही कल रात “
सपना ने गौरव को मुस्कुराते हुए कहा ..
सपना की बात सुनकर गौरव के होठो में मुस्कान आ गई,
“ओहो आप मुझे देखकर मुस्कुरा रहे हो ,मतलब मेरी बात सच हो गई “
सपना ने चहकते हुए कहा ,गौरव की मुस्कान और भी बड़ी हो गई थी ..
“हा उसने भी मुझे सॉरी कहा,शायद मेरी ही गलती थी,anyway थैंक्स ...तुम्हारे सलाह के लिए “
गौरव आज सपना से इतने  प्यार से बात कर रहा था की सपना को जैसे यकीन ही नही हुआ ,उसने ऐसे ही मुह बनाया..
“वाओ अचानक से आपकी जुबान कितनी मीठी कैसे हो गई मेरे लिए ,क्या चूस लिया था कल रात …”
सपना खिलखिला कर हँस पड़ी,वही गौरव को जैसे ही उसकी बात का मतलब समझ आया उसकी मुस्कान फिर से गायब हो गई …
“तुम नही सुधार सकती ..आज क्या करना है “
वो इधर उधर देखने लगा …..
***********
“सारा जोर यही लगा दोगे तो पूर्वी के ऊपर क्या लगाओगे”
गौरव को बेंचप्रेस करते देखकर सपना ने एक कुटिल मुस्कान के साथ कहा ...गौरव ज्यादा वजन के साथ बेंचप्रेस करने की कोशिश कर रहा था…
“तुम कभी सीधी बात क्यो नही कर सकती “
गौरव उसपर झल्लाया
“अरे सीधी बात करने के लिए तो बीवी है ना,गर्लफ्रैंड से तो ऐसी ही बाते करते है “
सपना हँसने लगी
“तुम मेरी gf नही हो “
गौरव लेटा हुआ बेंचप्रेस कर रहा था और अब भी लेट हुआ था,सपना सीधे उसके जांघो में बैठ गई ..
“तो बना लो ना “
गौरव को सपना के कूल्हों का अहसास अपने जांघो पर हो रहा था,वो उसके ऊपर झुक गई थी जिससे उसके स्पोर्ट इनर से उसके मम्मे साफ साफ बाहर झलकने लगे थे,गौरव की आंखे एक बार के लिए उसके उरोजों पर ही टिक गई ,फिर उसे आभास हुआ की वो कैसी स्तिथि में है ,उसने तुरंत ही आसपास देखा,पूर्वी दूर थी और नजरो से बाहर थी और बाकियों को उनके बर्ताव से कोई फर्क नही पड़ रहा था,
“ये क्या कर रही हो हटो यंहा से “
गौरव उठने को हुआ लेकिन सपना अभी भी उसके जांघो पर ही बैठी थी,उसके उठने का नतीजा ये था की दोनों के चहरे एक दूसरे के करीब आ चुके थे,गौरव का सीना सपना के उरोजों से सट गया था,उसके पसीने में भीगी हुई परफ्यूम की खुशबू से गौरव के नथुने भर गए..
अब सपना गौरव की गोदी में था और इस मादक माहौल से उत्तेजित हुआ उसका लिंग सपना के जांघो के बीच टकरा गया,गौरव के अंदर दहसत की एक लहर दौड़ गई ,क्योकि वो नही चाहता था की सपना को उसकी उत्तेजना की कोई भी भनक लगे,और दूसरा डर उसे पूर्वी का था अगर वो उसे इस हालत में देख लेती तो क्या होता…
“हटो यंहा से “
गौरव ने जोरो से कहने की कोशिश तो की थी लेकिन लोक लाज के कारण उसकी आवाज धीरे ही आयी,उसकी आवाज आदेशात्मक कम और प्रार्थनात्मक ज्यादा थी…
“मैं नही हटने वाली कर लो जो करना है “
सपना के इठलाते हुए कहा,उसकी सांस तक गौरव के चहरे से टकरा रही थी वही आसपास के लोगो का ध्यान भी अनायास ही उनकी तरफ जाने लगा था..
“प्लीज् “गौरव ने कांपते हुए स्वर में कहा
सपना खिलखिलाते हुए उसके ऊपर से उठ गई और गौरव ने चैन की सांस ली ,ना जाने उसे इतना डर क्यो लग रहा था जबकि गलती तो सपना की थी……..
क्या सच में ,उसने खुद से पूछा..
तेरे जांघो के बीच जो खड़ा हुआ था क्या वो भी सपना की गलती थी…
बस इसका जवाब गौरव के पास नही था और वही उसके डर का कारण भी था,उसे वो दिन याद आया जब वो सपना से सबसे ज्यादा डरा था,जब सपना ने अपने कपड़े उसके सामने खोल दिए थे….क्या सच में वो सपना से डरा था..??
नही ये डर था उसके अंदर उबलते हुए उत्तेजना का और वो डर था की कही वो सामने ना आ जाए,कही वो अपना आपा आ खो दे ..
गौरव की मनोदशा को मानो सपना समझ चुकी थी क्योकि उसे देखकर वो मुस्कुरा रही थी ,जिससे गौरव के शरीर में एक कंपन सी हो गई….
“इसीलिए मैं तुमसे नफरत करता हु,मैंने तो सोचा था की तुम मेरे और पूर्वी के रिश्ते के मजबूत करने में मेरी मदद कर रही  हो लेकिन …..लेकिन नही तुम आज भी वही सपना हो जो मुझे मेरी पूर्वी से दूर करना चाहती हो …”
गौरव ने नफरत से उसे देखा लेकिन सपना पर मानो इसका कोई प्रभाव नही पड़ा हो…
“सर आप ना तो कल मुझे समझे थे ना ही आज समझ पाए हो,मैं आपको पूर्वी से अलग नही करना चाहती मैं तो बस आपको अपने पास लाना चाहती हु ...कैसे मर्द हो घरवाली प्यार करने वाली मिल चुकी है ,बाहर वाली भी सबकुछ करने को तैयार है लेकिन फिर भी डरते हो …”
वो फिर से हँसी लेकिन उसकी हंसी से गौरव के चहरे में बस नफरत का भाव आकर रह गया और वो उठाकर दूसरी ओर जाने लगा….

**********
इधर
“बला की खूबसूरत है यार,यार रोहन हमे भी तो मिला इस बला से  “
पूर्वी का ध्यान अनायास ही उस ओर खिंच गया जिस ओर से ये आवाज आयी थी,रोहन के साथ खड़ा एक शख्स पूर्वी को ही घूरे जा रहा था,पूर्वी की नजर अचानक ही उससे मिल गई,वो कोई
6 फुट 5 इंच की हाइट वाला बिल्कुल बॉडी बिल्डर जैसा शख्स था, रोहन से भी लंबा था, रोहन उसके सामने बच्चा लग रहा था,वो जैसे कोई दानव हो पूर्वी तो उसे देखकर ही सहम सी गई ,फिर अचानक उसकी नजर उसके बाजू में बैठे शख्स पर गई जिसकी ओर रोहन देख रहा था,एक 6 फुट का लेकिन सामान्य शरीर का बेहद ही हेंडसम सा लड़का ,उम्र लगभग रोहन के उम्र जितनी थी थी,और ऐसा लग रहा था जैसे रोहन का अच्छा दोस्त है …
दिखने में जैसे रणवीर कपूर,चहरे से ही मासूमियत टपक रही थी,लेकिन एक शरारत भी ...पूर्वी अब कन्फ्यूज थी की आखिर ये आवाज थी किसी उस दनाव जैसे इंसान की या इस स्मार्ट छोकरे की …
तभी रोहन ने मुस्कुराते हुए उस स्मार्ट लड़के से कहा
“ये कोई बला नही है रफीक ये मेरी पुरानी दोस्त है पूर्वी “
“रफीक नही रफीक भाई “
एक गरजती हुई आवाज आयी और रोहन उस दानव को देखने लगा..
तभी रफीक बोल उठा
“अबे ये मेरे दोस्त है बे बल्ला तुझे कितनी बार समझाया है की दोस्तो के लिए मैं सिर्फ रफीक हु ,कम ऑन रोहन इसकी बातों का बुरा मत मानना”
रोहन भी रफीक की बात सुनकर मुस्करा उठा,
“इस मांस के टुकड़े में दिमाग होता तो शायद बुरा मानता..”रोहन की बात से दोनों ही हँस पड़े लेकिन बल्ला गुस्से से रोहन को देखा फिर भी चुप रहा ..
रोहन ,रफीक के साथ पूर्वी के पास पहुचा जो की उन्हें ही देख रही थी
“रफीक ये पूर्वी है मेरी बचपन की दोस्त और ये है …”
रोहन आगे कहता उससे पहले ही पूर्वी बोल पड़ी
“रफीक भाई ,अभी अभी सुना,क्यो अब तो ठीक है ना”
पूर्वी ने बल्ला को देखा जो की हल्क की तरह गुस्से से उनलोगों को देख रहा था..
रोहन और पूर्वी इस बात पे हँस पड़े
“अरे आप तो भाई मत बोलिये…”
“क्यो आखिर ??”पूर्वी ने इतराते हुए कहा
“फकत  यू रिश्तों के बोझ में न उलझा दो हमे,रिश्ता नही हम दोस्ती करने आये है “
रफीक बड़े ही शायराना अंदाज में कहा
“ओह लेकिन दोस्ती भी तो एक रिश्ता ही है ,ऐसे आप शायर भी है “
“मुझे लगता है की दोस्ती में रिश्तों वाली कोई बंदिश नही होती,ऐसे ये शायरी हमारे अब्बू के एक बिजनेस पार्टनर ने अम्मी के लिए कही थी जब अम्मी ने उन्हें भाई कहा था”
पूर्वी और रोहन  ने आश्चर्य से उसे देखा
“तो आपके अब्बू ने क्या जवाब दिया “पूर्वी ने उत्सुक होकर उससे पूछा…
“जवाब क्या देना बल्ला ने उसका गला काट दिया और क्या “
इस बार पूर्वी और रोहन दोनों के ही चाहे में अपार आश्चर्य था...दोनों कभी रफीक को देखते तो कभी बल्ला को तो कभी एक दूसरे को ..
“कोई शेख साहब के सामने अम्मी से बतमीजी करे तो अंजाम तो यही होना था..”
बल्ला बोल उठा
“शेख साहब ??”
पूर्वी ने फिर आश्चर्य से कहा
“जी हा हमारे अब्बू दुबई के शेख है ,और बल्ला हमारे परिवार का पुराना वफादार है …”
“लेकिन आप तो इतनी अच्छी हिंदी बोलते है “
रफीक का खिला हुआ चहरा थोड़ा मुरझा गया
“असल में मेरी अम्मी का परिवार मुम्बई  से ताल्लुक रखता है ,मैं तब 18 साल का था जब मेरे अब्बू की मौत हुई,अम्मी ने अब्बा के पुराने दोस्त शेख साहब से निकाह कर लिया और मेरे और बल्ला के साथ दुबई में जा बसी,मेरी अम्मी शेख साहब की तीसरी बीवी है लेकिन उन्होंने हमे बहुत प्यार दिया,अब मैं भारत फिर से आया हु अपने बिजनेस को सम्हालने और शेख साहब के बिजनेस को यंहा फैलाने के लिए और ये मेरा बचपन का दोस्त कम बॉडीगार्ड कम भाई बल्ला है …”
पूर्वी को रफीक की आंखों में बल्ला के लिए अपार स्नेह दिखा,वही बल्ला की आंखे ही बता रही थी की वो रफीक के लिए जान दे भी सकता है और जान ले भी सकता है ……..
“अब छोड़िए इन बातों को मैं यंहा नया हु तो आपलोगो की जिम्मेदारी है मुझे शहर दिखाने की “
रफीक की आवज में एक गजब का अपनत्व था ,लेकिन उसकी इस बात पर पूर्वी ने एक बार रोहन को देखा..जैसे कह रही हो ये कहा फंसा दिया ..
रोहन बस मुस्करा रहा था
“बिल्कुल रफीक ...भाई”
उसने बल्ला को देखते हुए कहा और तीनो फिर से हँस पड़े …

**************
“अरे ये कौन था ???”
रफीक को जाता हुआ देखकर गौरव ने पूर्वी से पूछा,वो अभी अभी सपना से चिढ़कर पूर्वी और रोहन की तरफ़ ही आया था..
“अभी अभी आया है दुबई से किसी बिजनेस के सिलसिले में ,रफीक नाम है इसका “
रोहन की बात से गौरव के चहरे में थोड़ी हैरानी आ गई
“क्या हुआ आप इतने हैरान क्यो लग रहे हो”पूर्वी गौरव के आये हुए भाव को समझ नही पा रही थी..
“कुछ नही ये आदमी मुझे कल केमेस्ट्री डिपार्टमेंट में दिखा था,सपना से बात करते हुए ..”
गौरव की बात सुनकर अब पूर्वी और रोहित दोनों ही चौके …
“सपना से ???”
पूर्वी के मुह से अनायास ही निकल गया
“क्या पता हो सकता है शेख साहब लखानी अंकल के दोस्त हो “
रोहन ने अपनी ओर से कहा
“शेख साहब ??अब ये कौन है “गौरव फिर से कन्फ्यूज था
“रफीक के अब्बू …”
रोहन की बात सुनकर अचानक ही गौरव का चहरा कुछ गंभीर हो गया..
“क्या हुआ आपको “पूर्वी भी उसकी ऐसी हालत देखकर थोड़ी सहम गई
“कुछ नही कुछ नही चलो घर चलते है “
गौरव जल्दी से वंहा से निकला,पूर्वी रोहन की तरफ घूमी और रोहन ने बस कंधा उचकया जैसे कह रहा हो की मुझे क्या पता…
लेकिन रोहन के दिमाग में अब भी कई सवाल चल रहे थे,आखिर रफीक को सपना कैसे जानती है और शेख का नाम सुनकर अचानक गौरव को क्या हो गया…??
**********
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Dr sahab.... Jawab ek bhi nahi milta.... Aur sawalo ki jhadi.... Sawan bhado ki tarah laga dete ho.....
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Wow very nice bhai
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अध्याय 22
“तुम रफीक को कैसे जानती हो ?? गौरव बोल रहा था की उसने कालेज में तुम्हे उससे बात करते देखा “
पूर्वी और गौरव के जाने के बाद रोहन सीधे सपना के पास पहुचा था जो अब भी एक्सरसाइज कर रही थी..
“रफीक ...तुम उसे कैसे जानते हो “
सपना ने सवाल के बदले सवाल किया
“अरे यार वो यही वर्कआउट करने आता है ..”
“ओह तो वो भी यंहा आता है “
“तुमने जवाब नही दिया सपना की तुम उसे कैसे जानती हो “
“यार वो एक केमिकल फेक्ट्री डाल रहा है ,और इसी सिलसिले में मैं उससे मिली थी,उसने मुझे जॉब आफर किया है “
सपना के चहरे पर मुस्कान थी और रोहन को उसकी बात पर यकीन नही हो रहा था ..
“सपना तुम मुझसे कुछ छिपा रही हो है ना,तुमने अभी तक मुझे उन फार्मूला के बारे में कुछ सही सही नही बताया,हर बार बात को घुमा देती हो ,और गौरव को जब पता चला की वो दुबई के किसी शेख का बेटा है तो उसका चहरा भी थोड़ा गंभीर हो गया था,आखिर साला चल क्या रहा है “
रोहन झुंझला गया,लेकिन सपना अब भी मुस्कुरा रही थी,वो रोहन के पास आयी और उसके गालों को अपने हाथो से खिंचने लगी
“ओ मेरा बच्चा..कितना क्यूट लगता है तू गुस्से में “
सपना की बात सुनकर रोहन और भी गुस्से में आ गया और पैर पटकता हुआ वंहा से निकल गया ,उसे देखकर सपना के होठो की मुस्कान और भी गहरा गई थी ………..

**************
“दुबई वाले शेख का बेटा हमारे डिपार्टमेंट में क्या कर रहा था वो भी सपना के साथ “
गौरव गुस्से में था और मालती के सामने खड़ा था..
“अरे मुझे क्या पता ??”
मालती ने बेतकलुफी के साथ जवाब दिया
“वो आपकी स्कोलर है ना,तो आपको नही पता होगा तो किसे पता होगा…”
“वो काम तुम्हारे साथ करती है गौरव ,और तुम इतनी छोटी सी बात पर इतना भड़क क्यो रहे हो...क्या हो गया अगर सपना किसी से बात कर रही थी,और यंहा कई लोग आते जाते रहते है “
मालती की नजर अब गौरव के ऊपर टिक गई थी..
“कही यह  वही शेख तो नही जिसने कविता को …”
मालती की नजर अचानक ही गौरव के ऊपर टिक गई
“तुम पागल हो गए क्या गौरव कुछ भी बोले जा रहे हो,अरे होगा कोई पूछ लो सपना से ,इतना सोचने की क्या जरूरत है …”
“लेकिन…..”
“लेकिन वेकिंन कुछ नही जाओ यंहा से मुझे और भी काम है,ज्यादा सोचकर अपना टेंसन मत बढ़ाओ वरना अपनी बीवी के साथ रंगरलियां कैसे मनाओगे…”
मालती की बातों में एक व्यंग था ,गौरव बिना कुछ बोले और मालती को देखे बिना ही वंहा से निकल गया…..

***********
गौरव सपना के पास पहुच कर इस बारे में बात करता है और सपना उसे वही स्टोरी सुना देती है जो उसने रोहन को सुनाई थी और रोहन की तरह उसे भी सपना की बात पर भरोसा नही होता…
लेकिन मानने के अलावा गौरव के पास कोई रास्ता भी तो नही था……..

************
“क्या हुआ जी इतने टेंशन में क्यो लग रहे हो…”
गौरव जब से कालेज से आया था वो थोड़े टेंसन में लग रहा था,सुबह जिम से आने के बाद वो ना जाने किन ख्याबो में खोया हुआ था,यही बात पूवी को सताए जा रही थी की आखिर उसे हो क्या गया है …..
“कुछ नही बस तबियत ठीक नही लग रही ,मैं आराम करना चाहता हु पूर्वी “
पूर्वी गौरव के चहरे को ध्यान से देखने लगी ..
“ऐसे क्या देख रही हो …”
“आप मुझसे कुछ छिपा रहे है..??”
“नही तो ..”
“मुझे क्या समझ कर रखा है आपने,इतनी बड़ी टेंशन से गुजर रहे हो कम से कम अब तो बता दो “
गौरव चौका ,उसके चौकाने की वजह थी पूर्वी द्वारा बोले गए शब्द ‘अब तो बता दो ‘
गौरव कोई समझ नही आया की आखिर पूर्वी ने ऐसा क्यो कहा था..
“मतलब क्या है तुम्हारा “
“क्या जो टेंशन हो वो मुझे बता सकते हो ना,मैं आपकी पत्नी हु ..”
“ये नही जो तुमने कहा ..तुमने कहा की अब तो बता दो ,इसका मतलब क्या है ??”
गौरव के चहरे में कन्फ्यूजन था,वही पूर्वी मुस्कुराने लगी थी..
“मतलब ये की आप कभी मुझे अपनी टेंशन नही बताते ,”
“तुमने कब मुझे टेंशन में देख लिया..”
पूर्वी मुस्कुराते हुए उसके गले से लग जाती है
“जानते हो आप मुझसे झूठ नही बोल सकते ,लेकिन आप कोशिश जरूर अच्छी कर लेते हो ,मैं जानती हु की कब आप मुझसे झूठ बोल रहे हो और कब सच लेकिन फिर भी मैं चुप रहती हु क्योकि मुझे आपपर भरोसा है …”
गौरव को समझ ही नही आ रहा था की कब उसने पूर्वी से कोई झूठ बोला था …
“क्या बोल रही हो पूर्वी मैंने कब तुमसे झूठ बोला “
जवाब में पूर्वी खिलखिला उठी….
“अरे कुछ तो बोलो ,मैंने सच में आज तक तुमसे कुछ भी छुपाया “
गौरव की बात सुनकर अचानक ही पूर्वी के चहरे में आयी हुई हंसी गायब हो गई वो थोड़ी सीरियस हो गई ..
“पहला झूठ ये था की आप और मालती मेडम के बीच में कोई जिस्मानी रिश्ता नही था,अपने मुझसे कहा था की आप एक वर्जिन है,ये जानते हुए भी की आप दोनों के बीच रिश्ता है मैंने आपसे शादी की क्योकि मुझे भरोसा था की आप मुझसे प्यार करने लगे हो,दूसरा झूठ की  अपने मुझसे कहा था की आप सपना से दूर ही रहना चाहते हो लेकिन आप ने जानबूझकर सपना को अपना पार्टनर बनाया,मालती के दिमाग में ये डाला की आप सपना से कितनी नफरत करते हो और सपना को मालती के और पास जाने में मदद की ताकि वो सपना को आपकी प्रोजेक्ट पार्टनर बनाने में मदद करे ...क्यो…”
“पागल हो गई हो क्या पूर्वी ये क्या बके जा रही हो ..”
गौरव झल्लाया लेकिन पूर्वी मुस्कुरा रही थी ..
“मैं जानती हु क्यो ,क्योकि वो फार्मूले जो कभी कविता ने लिखे थे वो मालती के पास थे जो मालती आपको नही दे रही थी लेकिन सपना दे सकती थी ,आप जानते थे की सपना के पास उसकी एक कापी है ..है ना…”
पूर्वी की बात सुनकर गौरव का चहरा पीला पड़ गया था,उसकी जैसे सांस ही रुक गई ..
“और आज ये तीसरा झूठ आप मुझसे बोल रहे हो की आपकी तबियत खराब है ...रफीक को देखकर जैसे आपकी सांस ही रुक गई थी ,आखिर क्यो ???वो शेख कौन था जिसने कविता को गायब कर दिया और क्यो ?? आखिर उस फार्मूले में ऐसा है क्या जिसने इतना बखेड़ा खड़ा कर दिया ??? और सबसे इम्पोर्टेन्ट बात इन सबसे रोहन ,सपना और मेरे परिवार का क्या रिश्ता है ???”
पूर्वी की बात सुनकर गौरव पास ही पड़े सोफे में धड़ाम से गिर पड़ा
“तुम्हे ये सब कैसे पता??? आखिर कैसे ?”
पूर्वी की मुस्कान एक हंसी में तब्दील हो गई थी ,वो हल्के से हंसी
“आप भूल गए की मैं किसकी शागिर्द हु ..”
गौरव ने पूर्वी के ध्यान से देखा ,और अचानक उसके दिमाग में एक नाम गुंजा जो धीरे से उसके होठो तक आ ही गया
“ओह डॉ चूतिया…तो उसने जासूसी की है हमारी “
गौरव पूर्वी के चहरे को ध्यान से देखने लगा ..पूर्वी उसे देखकर मुस्कुरा रही थी ..
“जब इतना कुछ पता है तो बाकी चीजे भी पता लगा लो,तुम्हारे साथ तुम्हारे गुरुदेव जो है “
इसबार वो खिलखिलाकर हँस पड़ी
“आप डॉ से इतना चिढ़ते क्यो है ?”
“उसने तुम्हे कभी नही बताया की मैं उससे क्यो चिढ़ता हु “
“बताया था लेकिन अब पुरानी बातों का कोई मलतब नही रह जाता ,वो आज भी आपको अपना सबसे अच्छा दोस्त मानते है “
पूर्वी की बात सुनकर अचानक से ही गौरव के चहरे का भाव बदलने लगा था,उसका सर झुक गया था ,वो अपने आंखों में आये हुए आंसुओ को छिपाने की कोशिश कर रहा था,पूर्वी उसके पास उसके बाजू में जाकर बैठ गई और उसका सर सहलाने लगी ..
उसने गौरव के सर को अपने सीने से लगा लिया …
“अब समय आ गया है गौरव डॉ को आपकी जरूरत है ,आखिर कविता आपका पहला प्यार थी,कविता के लिए उनका साथ दो कब तक वो इस लड़ाई को अकेले लड़ेंगे ..”
गौरव पूर्वी के सीने में सुबकने लगा था..
“उसने मुझसे मेरा पहला प्यार छीना था,मेरी कविता को मुझसे छीना था,और आज मेरी पत्नी को भी अपनी ओर कर लिया ...साला चूतिया ..”
गौरव की बात से पूर्वी खिलखिलाकर हँस पड़ी,गौरव भी उसके सीने से अलग हुआ उसके चहरे में अब थोड़ी सी मुस्कान थी…
“मैंने कभी नही सोचा था की डॉ तुम्हे इन सब के बारे में बताएगा..अगर पता होता तो कभी तुम्हे उसकी क्लास अटेंड करने नही देता “
पूर्वी के चहरे में एक मुस्कान आ गई
“उन्होंने बताया क्योकि वो आज भी आपसे बहुत प्यार करते है ,और वो जानते है की कविता के गायब होने से आपको भी उतना ही दुख हुआ जितना की उन्हें और अब वो नही चाहते की पुरानी बातों के कारण अब आपपर या मुझपर फिर से कोई मुसीबत आ जाए .”
गौरव ने बड़े ही प्यार से पूर्वी के गालों को सहलाया
“तुम्हे ये सब कबसे पता है “
“कुछ चीजे शादी के पहले से और कुछ अभी अभी कुछ दिनों से “
“ओह तो मालती मेडम के बारे में आप शादी से पहले से ही जानती थी ??”
“हा बिल्कुल डॉ ने साफ साफ बता दिया था “
गौरव आश्चर्य से पूर्वी को देखता रहा
“तो फिर तुमने कुछ कहा क्यो “
पूर्वी हँसने लगी फिर सीरियस होकर कहा
“क्योकि डॉ ने मुझसे कहा था की कुछ भी डिसीजन लेने से पहले पता तो कर लो की आखिर वो तुमसे सच में प्यार करता है की वैसे ही धोखा दे रहा है जैसे मालती को इतने दिनों से दे रहा है,मैं जानती हु की अपने मालती से प्यार का नाटक क्यो किया था,अपने अपनी सालों की इच्छा को सिर्फ मेरे कारण कुर्बान कर दिया ,सालों की मेहनत को सिर्फ मेरे प्यार के लिए बर्बाद कर दिया,मुझसे शादी कर ली ,अपना पहला प्यार भूलकर मुझसे प्यार किया “
पूर्वी की आंखों में भी आंसू आ चुके थे ,गौरव ने पूरी ताकत से उसे अपने सीने से लगा लिया …
“तो क्या पता लगा तुम्हे ये प्यार था की धोखा ..”
गौरव ने हल्के से उसके कानो में कहा ,और पूर्वी ने कोई जवाब ना देते हुए अब उसके होठो में अपने होठो को डाल दिया …………...
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Ek k bad ek twist.yahi to pasand h mujhe
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Imarti badhiya bana rahe ho dr sahab.....

Jo sabse chutiya dikh rahi thi.... Wo mahachutiya dr ki cheli nikli... Use sab pata hai... Lekin sapna aur rohan ke bare me kitna bataya hai dr ne use.... Dekhte hain age
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(11-06-2019, 09:03 PM)Black boy Wrote: Ek k bad ek twist.yahi to pasand h mujhe

Dhanyawad black boy...
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(11-06-2019, 11:58 PM)kamdev99008 Wrote: Imarti badhiya bana rahe ho dr sahab.....

Jo sabse chutiya dikh rahi thi....  Wo mahachutiya dr ki cheli nikli...  Use sab pata hai...  Lekin sapna aur rohan ke bare me kitna bataya hai dr ne use....  Dekhte hain age

Imarti to ban rahi hai kamdev ji , lekin mithi hogi ki kadvi ye abhi nahi bol sakta...
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Bahut achha hi saab ji. Ab mujhe bahut pasand aaya ji.
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Dr. Sahab lagta h ye site bhi band hone wali h.agar ye band ho Jaye to aap www.//// pe aa Jana .
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Nahi sir ye site band nahi hota . Server badalne keliya sub pathakom much paisa donate kinige.
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(14-06-2019, 06:44 PM)Black boy Wrote: Dr. Sahab lagta h ye site bhi band hone wali h.agar ye band ho Jaye to aap www.//// pe aa Jana .

main wanha pahle se hu dost ,aur ye story wanha bhi chal rhi hai ,bas jo dost ynha hai unke liye ynha updet karta hu ,aise wahi aao waha mahol hai ,sabhi purane log bhi wahi hai
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अध्याय 23
“तो डॉ तूने फिर से मेरे प्यार को फंसा लिया “
गौरव और पूर्वी अभी डॉ चूतिया के केबिन में बैठे हुए थे,गौरव की बात सुनकर डॉ जोर से हँस पड़ा..
“भाई अब तो ये तेरा प्यार ही नही बल्कि तुम्हारी बीबी भी है ...मैं इसे क्या फ़साउंगा ..”
गौरव और पूर्वी के चहरे में एक मुस्कान आ गई ,लेकिन फिर गौरव गंभीर हो चुका था..
“देख यार सालों से हम दोनों ने एक दूसरे से अच्छे से बात नही की है ,हम दोनों ही एक दूसरे को कविता का गुनहगार मानते आ रहे है ,लेकिन तू भी जानता है और मैं भी उसका असली गुनहगार कोई और नही बल्कि वो शेख है ,और अब हमारे पास ये मौका है की हम उस शेख से बदला ले …”
गौरव की बात सुनकर डॉ के चहरे में मुस्कान आ गई ..
“शेख से बदला ???..वो मेरे ऊपर छोड़ दे ,और रफीक को पूर्वी और सपना के ऊपर ,बाकी उस फार्मूले का क्या हुआ ,उसपर कोई काम हुआ की नही “
गौरव ने एक बार डॉ को ऐसे देखा जैसे की डॉ उसका पुराना दुशमन हो …
“क्या मतलब है की रफीक को पूर्वी और सपना के ऊपर छोड़ दु,और सपना ,सपना भी तेरी शागिर्द है क्या..??”
गौरव लाल हो गया था जैसे उसे किसी बुरे का अंदेशा हो ,वो डॉ को सालों से जानता था और ये भी की वो कितना कमीना है ..
जवाब में डॉ ने मुस्कुराते हुए पूर्वी की ओर देखा
“तुमने बताया नही क्या की सपना भी मेरी शागिर्द है जैसे तुम हो ,भई क्लास तो मैंने दोनों की ही ली है ना..”
गौरव पूर्वी को देखने लगा..
“अरे आप गलत समझ रहे है,हा सपना भी इनकी शागिर्द है लेकिन सपना को नही पता की मैं भी डॉ से इस बारे में बात करती हु,या कोई सलाह लेती हु…आप उसकी फिक्र मत करो हम मिलकर कुछ कर लेंगे,आप तो उस फार्मूले पर ध्यान दो ..”
“क्या फार्मूला फार्मूला कर रहे हो तुम दोनों,साला अगर वो मेरे पास होता तो क्या मैं ऐसे …”
अचानक गौरव चुप हो गया और उसका चहरा गंभीर से भी गंभीर हो गया..
“डॉ तू क्या करना चाहता है मुझे नही पता लेकिन एक बात बता देता हु की वो फार्मूला सपना के पास है लेकिन आधा.. उतना ही पार्ट जितना की मालती के पास था,आधा फार्मूला अब भी शेख के पास ही है और हो ना हो रफीक को उसने इसी लिए भेजा है ,वो अब भी उस फार्मूले के खोज में है जिससे असीम पवार मिल सकती है ,शाररिक और मानसिक पावर जिससे दुनिया जीती जा सकती है ,जो दिमाग को 100% तक एक्टिव कर सकती है ,सोचो अगर किसी को वो फार्मूला मिल गया और वो दवाई बना ली गई तो फिर क्या होगा,हम अपने दिमाग का बस 5% ही यूज़ कर पाते है वो भी जो लोग जीनियस होते है ,अगर कोई दिमाग का 100% यूज़ करने लगे तो ???”
“वो वो फ़िल्म है ना लिमिटलेस वैसे ही हो जाएगा,या फिर लूसिया मूवी की तरह पावरफुल हो जाएगा,तो क्या ऐसा हो सकता है की कोई NZT जैसी दवाई बनाई जा सके..?? “अचानक से ही पूर्वी बोल पड़ी..
“बिल्कुल ..”डॉ ने बोलना शुरू किया
“बना सकता नही बना चुकी है ,कविता ने ऐसी दवाई बनाई थी ,जिसके गवाह हम दोनों है ,”डॉ ने बोलते हुए गौरव को देखा
“याद है गौरव उसकी दवाई का क्या असर हुआ था हमारे ऊपर “
डॉ जोरो से हँसने लगा,और पूर्वी आश्चर्य से डॉ और गौरव को देखने लगी..
“आखिर क्या हुआ था उसे खाकर ..”
पूर्वी की उत्सुकता बढ़ रही थी
“छोड़ ना यार क्यो याद दिला रहा है “गौरव थोड़ा नर्वस हो गया
“अरे बताओ ना क्या हुआ था “पूर्वी ने जोर डाला और गौरव बोलने लगा..
“ये बात तब की है जब हम एक स्कोलरशिप के लिए एग्जाम दिला रहे थे,डॉ मैं और कविता...कविता तो पढ़ने में ऑलरेडी इतनी तेज थी की उसे कोई फर्क नही पड़ता था की एग्जाम कितना टफ होने वाला है ,लेकिन मेरी और डॉ की हालत खराब थी ,तो हमने कविता से मदद मांगी और उसने हमे वो टेबलेट दिया...असल में उसने हमारे ऊपर ही उसका पहला एक्सपेरिमेंट किया था.कविता ने पहली बात इसे तैयार किया था और इसमें कई सारी कमियां थी ,लेकिन हमने फिर भी उसे खा लिया ..”
गौरव इतना ही बोलकर चुप हो गया ,लेकिन पूर्वी की उत्सुकता और ही बढ़ गई थी ..
“फिर ,फिर क्या हुआ “
“फिर क्या उस एग्जाम में इंडिया लेवल के तीन टॉपर थे,पहला कविता दूसरा मैं और तीसरा डॉ .”
गौरव इतना ही बोलकर चुप हो गया..
“अरे यार पूरी बात तो बताई ही नही तूने,हमने इंडिया में टॉप किया और तगड़ी स्कोलरशिप भी हासिल की लेकिन सिर्फ 3 दिन की पढ़ाई करके …”डॉ ने आगे बात जोड़ी
“वाओ वो मेडिसिन इतनी पावरफुल है ??”पूर्वी का मुह आश्चर्य से खुल गया था…
“नही पूर्वी उससे भी कही ज्यादा,क्योकि उस समय कविता ने बस एक सेम्पल तैयार किया था जिसमे कई कमियां थी ,उसने बाद में उन कमियों को भी दूर किया और एक नया फार्मूला बनाया कई साल उसने इसपर काम किया था और वही ……..और वही फार्मूला उसका सबसे बड़ा दुशनम साबित हुआ...इस फार्मूले के बारे में कुछ बड़े ही पावरफुल लोगो को पता चल गया और कविता अचानक से ही गायब हो गई,लेकिन फार्मूला के दो हिस्से हो गए थे जिसमे से एक मालती मेडम के हाथो में लगा और दूसरा ..”
“दूसरा कहा गया डॉ”पूर्वी ने पूछा
“दूसरा शेख के पास अभी तो बताया ना गौरव ने “डॉ ने चहरे में एक अजीब सी मुस्कान आ गई जिसे देखकर पूर्वी भी मुस्कुराने लगी..लेकिन गौरव को इसकी कोई भी खबर नही थी ..
“डॉ सपना से बोल की वो फार्मूला मुझे दे दे ,शायद मैं कुछ कर सकता हु …”
“सपना मेरे किसी बात को टालेगी नही लेकिन ..जंहा फार्मूले की बात आएगी वो मुकर जाएगी ,मैं उसे जानता हु लेकिन तू उससे निकलवा सकता है ..”
“मैं कैसे ??”
गौरव चौका ,डॉ ने पूर्वी की ओर देखा
“डॉ मेरे पति को बिगाड़ो मत,”पूर्वी ने लगभग डांटते हुए कहा और जवाब में डॉ हँस पड़ा
“अरे बिगड़ नही रहा हु बस थोड़ा मोड़ा ..तुम बाहर घूम कर क्यो नही आती इससे मुझे अकेले में कुछ बात करनी है ..”
डॉ की बात सुनकर पूर्वी ने गुस्सा वाला मुह बनाया
“अरे रहने दो मैं जानता हु ये क्या कहने वाला है ,तुम यंही बैठो,साले मेरी शादी तुड़वायेगा क्या “
गौरव बोल उठा...लेकिन फिर डॉ ने पूर्वी को बाहर जाने का इशारा किया
“कोई बात नही मुझे डॉ पर भरोसा है ये जो भी करेंगे हमारे भले के लिए ही करेंगे .आप आराम से इनसे बात करिए मैं बाहर घूमकर आती हु…”
पूर्वी ने गौरव के कंधे पर अपना हाथ रखा और बाहर चली गई ..
“तुम्हारी इस हरकत से अब पूर्वी हमेशा मुझपर शक करेगी”
गौरव डॉ के ऊपर भड़क गया ..
“नही करेगी ,और तू भी जानता है की मुझे तुम्हे कुछ भी
समझना नही है ,तू वो कर ही लेगा जो मैं तुझे बोलने वाला हु ,”
“तो पूर्वी को बाहर क्यो भेजा”
“ताकि वो तुझपर यकीन करे,तू समझ नही सकता,अगर मैं उसे बाहर नही भेजता तो शायद वो तुझपर शक करती लेकिन अब हम उसे अपने हिसाब से एक स्टोरी सुना देंगे”
“कैसी स्टोरी “
“बोल देना की तू मुझपर बहुत गुस्सा हुआ की मैंने तुझे सपना को पटाने के लिए कहा और उससे शाररिक संबंध बनाने के लिए कहा ,और तू ऐसा कुछ भी नही करने वाला,और इधर मैं तेरी तारीफ कर दूंगा की तेरा पति तो पत्नीव्रता है उसने मेरी बात को साफ मना कर दिया,वो खुश हो जाएगी और क्या ..”
डॉ ने मुस्कुराकर गौरव से कहा
“लेकिन मैं ऐसा कुछ भी नही करने वाला,मैं सपना से ..”
गौरव आगे और भी कुछ बोलता उससे पहले ही डॉ ने उसे चुप करवा दिया
“बेटा तेरे रग रग से मैं वाकिफ हु ,भूल मत की तेरा बचपन का दोस्त हु मैं ,और ये तो तुझे भी पता है की वो फार्मूला कितना जरूरी है ,गलत हाथो में लगा तो तबाही ही तबाही निश्चित है..”
गौरव सोच में पड़ गया
“लेकिन ..”
गौरव फिर से कुछ बोलने वाला था की डॉ ने उसे चुप करवा दिया
“मैंने पिछले साल तेरा एक आर्टिकल पढा था,जो नेचर मैगजीन में पब्लिश हुआ था”
“तो ..”
“तो तुझे उसी आर्टिकल की वजह से ये फंड मिला जिससे तू अभी रिसर्च कर रहा है ..”
“हा तो क्या ..”
गौरव आशंकित होकर डॉ को देख रहा था..
“तो ये की मैं जानता हु की तू कितना दिमाग वाला है ,तू ऐसा आर्टिकल कभी नही लिख सकता,”
डॉ की बात सुनकर गौरव हड़बड़ा गया
“क्या बक रहा है “
“मैं जानता हु गौरव की कविता की बनाई पहली 50 गोलियों में कुछ तेरे पास अभी भी है ,याद है जो उसने मुझे दिए थे,और जिसे तूने चुराया था “
डॉ की बात सुनकर गौरव बौखला गया
“तुझे क्या लगता है की मैंने वो गोलियां चुराई है ,मेरे पास इतना टेलेंट नही है की मैं ऐसा आर्टिकल लिखूं..”
“मैं तुझपर शक नही करता अगर वो आर्टिकल लिखने के बाद तू 10 दिन के लिए हॉस्पिटल में एडमिट ना हो जाता,तू उल्टियां हो रही थी राइट,दस्त ,उल्टियां और सर में बेहद दर्द ..यही हुआ था जब हम एग्जाम दिलाकर वापस आये थे..”
गौरव का चहरा एकदम पिला पड़ चुका था,
“तूने फिर से वो गोली खाई अपना आर्टिकल खत्म किया और फिर से तुझे वही प्रॉब्लम हो गए जो उसके साइड इफेक्ट थे...मैं तभी समझ गया था की आखिर मेरे पास की गोलियां गई कहा...चल छोड़ मैं इस बारे में पूर्वी को कुछ भी नही बताऊंगा..पूर्वी को क्या किसी को भी नही बताऊंगा,लेकिन …..मुझे वो फार्मूला चाहिए”
डॉ ने बड़े ही दम से कहा
“और आखिर मैं तुझे वो फार्मूला लाकर क्यो दु “
“क्योकि हम तीनो कभी पार्टनर थे..और अब हम दोनों ही बचे है तो हम 50-50 के पार्टनर हुए ना”
गौरव के चहरे में अब शांति थी
“मैं सपना से वो फार्मूला निकलवाऊंगा ओके..लेकिन तू क्या करेगा जो तू पार्टनरशिप मांग रहा है ??”
डॉ हँसने लगा..
“भूल गया की फार्मूला अभी भी कम्प्लीट नही है ,मालती ने सालों कोशिश की लेकिन उसे भी कुछ नही मिला,जरूर शेख ने भी कोशिश की होगी और उसे भी जब कुछ समझ नही आया होगा तो उसने रफीक को भेज दिया,तो मैं रफीक को सम्हालूँगा वो अभी जवान है और हुस्न का कदरदान है ,पूर्वी और सपना उसे आराम से सम्हाल लेंगी ..”
डॉ की बात सुनकर गौरव बौखला गया
“तुम मेरी बीवी को ..”डॉ ने उसे चुप करवा दिया
“याद रख शेख तक पहुचने का ये ही एक रास्ता है ,और तुझे क्या करना है बे,तू अपने लेब में ध्यान दे ना,ऐसे भी मैं पूर्वी और सपना को मना लूंगा,तुझे जो करना है वो ये की तुझे अपनी आंखे और कान पूर्वी के ऊपर से हटा लेने है,वो क्या कर रही है उसपर ध्यान मत देना बस और क्या ..”
गौरव सोच में पड़ गया था..
“तू उससे क्या करवाने वाला है “
“वो मैं देख लूंगा,फार्मूला तेरे लिए कितना जरूरी है ये तू भी जानता है और मैं भी तो …….तो अपना काम करना शुरू कर मेरे काम में दखल मत दे,और फिक्र मत कर मैं ये याद रखूंगा की पूर्वी मेरे दोस्त की पत्नी है …”
इतना बोलकर डॉ थोड़ी देर चुप रहा और फिर बोल उठा
“ऐसे तू दोस्त तो है ना मेरा??”
दोनों की आंखे मिल गई और गौरव ने अपना हाथ आगे किया,दोनों ने हाथ मिलाया और गौरव बाहर चला गया..
********
“आखिर क्या कहा डॉ ने “
बाहर गौरव को पूर्वी मिल गई थी जैसा उसे यकीन था पूर्वी ने वही सवाल किया जो गौरव को अंदाजा था और गौरव ने भी वही उत्तर दिया जो डॉ ने उससे कहा था...गौरव के उत्तर से पूर्वी खुश दिख रही थी ,उसने उसे सीने से लगा लिया
“ये डॉ ना कभी कभी मुझे सही आदमी नही लगते”
गौरव को लगा जैसे पूर्वी ने उसके दिल की बात बोल दी हो
“ह्म्म्म तुम भी बच कर रहना उससे ,साला हमेशा से कमीना है ,जैसे उसने कविता को मुझसे अलग किया कही तुझे भी मुझसे अलग न कर दे “
गौरव ने पूर्वी को बहुत ही जोर से पकड़ लिया..
“फिक्र मत कीजिये हमे कोई भी अलग नही कर सकता,और जब वो इतना ही कमीना है तो हम उसकी मदद क्यो ले ,क्यो ना हम ये सब छोड़ दे “
पूर्वी की बात से गौरव थोड़े देर सोच में पड़ गया
“पूर्वी आखिर छोड़ कर जायेगे कहा,यही हमारी दुनिया है और इसे हमे फेस करना सीखना ही होगा...ऐसे भी मुझे शेख तक पहुचना है जिसने कविता को मुझसे छीना था..”
“ह्म्म्म मैं आपके साथ हु गौरव ..”
गौरव के चहरे में मुस्कान आ गई
“पूर्वी इस चूतिया डॉ से सम्हाल कर रहना ये बस नाम का चूतिया है”
पूर्वी खिलखिला उठी
“आप फिक्र मत करो मेरा नाम पूर्वी है ,पूर्वी कपूर ,कपूर साहब की बेटी हु मैं ऐसे चुतियो को चूतिया बनाना मैंने बचपन में ही सिख लिया था…अब मैं जरा उससे अकेले मिलकर आती हु देखु तो आखिर कैसे मेरे कान भरता है ..”
पूर्वी की बात सुनकर गौरव ने चैन की सांस ली और उसे गले लगा कर अपने ऑफिस की ओर चल पड़ा और पूर्वी डॉ की केबिन की ओर…
********
“तो डॉ गौरव तो अपना काम करेंगे लेकिन अब हमे क्या करना है “
“अब हमारा टारगेट है रफीक ,जाकर मिलो उससे ,बाकी तुम समझदार हो की तुम्हे क्या करना है …”
डॉ की बात सुनकर पूर्वी बस मुस्कुराती रह गई …..
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