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Fantasy सानिया (Repost)
#21
Video 
Update-21



मैंने अपने कलाकारी से संतुष्ट हो कर कहा- देख लो सानिया, यही है, लैंडिंग स्ट्रीप, दुनिया की सबसे ज्यादा मशहूर स्टाईल !
[Image: Jannat-Zubair-XXX-Nude-Sex-Photos-32-768x512.jpg]

रागिनी की भी नजरें मेरे कला की दाद दे रहीं थी।

मैंने कहा- रागिनी, जाओ एक बार फ़िर से चूत धो कर आओ।

वो तौलिए लेकर बाथरूम में चली गई। सानिया भी शेविंग किट रखने चली गई, तो मैंने अपने कपड़े उतार दिए, और पूरी तरह से नंगा होकर अपना लण्ड सहलाने लगा। मैं सोच रहा था कि कैसे अब सानिया मेरा लण्ड देखेगी।

सानिया पहले लौटी। मुझे नंगा देख थोड़ा हिचकी, पर मैं बेशर्म की तरह उससे नजरें मिला कर लण्ड से खेलते हुए बोला- बैठो, आराम से डेढ़-दो घन्टे तो  चोदुगा उसको। अगर तुम्हें बुरा लगे तो तुम चली जाना सोने के लिए। मुझे तो अपना पैसा भी वसूल करना है।

सानिया कुर्सी पर बैठ गई। रागिनी अब तौलिए से अपनी चूत को पौंछते हुए कमरे में आई और तौलिए को एक तरफ़ फ़ेंक दिया।

मैंने उसको कहा- आओ रागिनी, जरा लण्ड से खेलो, एक बार पहले निकाल दो, फ़िर तुम्हारी चूत चूस कर तुमको भी मजा दूँगा
[Image: Screenshot-20230601-130517-UC-Mini.jpg]


। कोई झिझक मत रखो। अब थोड़ी देर भूल जाओ कि तुम कालगर्ल हो और पैसे लेकर चुदाने आई हो। आराम से सेक्स करो, जैसे प्रेमी-प्रेमिका करते हैं। तुम्हें भी मजा आयेगा और मुझे ही।
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#22
Update-22

वो मेरे सामने घुटनों पर बैठ गई और प्यार से मेरे लण्ड को, जो अभी तक लगभग ढीला ही था, अपने कोमल हाथों में पकड़ लिया। मेरा लण्ड अभी कोई 5″ का था ढीला सा, काला। उसने दो चार बार अपने हाथ से पूरे लण्ड को हल्का-हल्का खींचा और फ़िर मेरे लण्ड के टॉप से चमड़े को पीछे करने लगी। पर चमड़ा तो पीछे टिकता तब जब लण्ड कड़ा होता, सो वो बार-बार आगे आ जा रहा था। मेरे हाथ उसके कंधों तक फ़ैले बालों के साथ खेल रहे थे।
[Image: Screenshot-20230601-131925-UC-Mini.jpg]

रागिनी ने फ़िर मेरे लण्ड को मुँह में ले लिया और चूसने लगी। धीरे-धीरे मेरे लण्ड में सुरूर आने लगा, वो अब थोड़ा खड़ा हो रहा था। करीब दो मिनट की चुसाई के बाद मेरा लण्ड ठीक से खड़ा हो गया। उसकी पूरी लम्बाई करीब 8″ थी। रागिनी भी मस्ती से लण्ड चूस रही थी, और मेरे अंडकोष और बालो से खेल रही थी। लड़की धंधे में नई जरूर थी, पर लण्ड चूसने में उस्ताद थी। मुझे खूब मजा दे रही थी।

मैंने रागिनी की तारीफ़ की- वाह रागिनी ! मजा आ गया ! तुम तो बहुत उस्ताद हो यार ! वाओ, मजा आ रहा है।

रागिनी ने एक नजर मेरे से मिलाई और फ़िर मेरे लण्ड को दोगुने जोश से चूसने लगी।

कोई 7-8 मिनट में मुझे लगा कि मैं झड़ जाऊँगा। मैं अभी 5-7 मिनट और रुक कर झड़ना चाहता था इसलिए रागिनी को कहा- आअह, अब रुको । मुझे जोर की बाथरूम जााना है

रागिनी ने लण्ड मुँह से बाहर कर दिया। मैं तो थोड़ा समय चाहता था कि लण्ड एक बार थोड़ा शान्त हो ले तो फ़िर चूसवाऊँ ! सो मैं बाथरूम की ओर नंगे ही चल दिया।
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#23
Update-23


बाथरूम में मैं सुन रहा था कि रागिनी और सानिया बात कर रही हैं। रागिनी ने उससे पूछा कि वो कब ज्वाईन करेगी?

तब सानिया ने कहा कि वो सिर्फ़ देखेगी अभी सब।

रागिनी ने कहा- क्यों ? आ जाईए दीदी, आपको भी मजा आयेगा।

पर सानिया ने छोटा सा जवाब दिया- नहीं ऐसे ही ठीक है।

मैं समझ गया कि यह साली सानिया आसानी से नहीं चुदेगी, “साली कुतिया” मैं बड़बड़ाया।

अब तक पेशाब करने के बाद मैंने लण्ड को पानी से धोया और वो अब तक आधा ढ़ीला हो चुका था, जैसा मैं चाहता था।

मैं कमरे में आ गया, बिस्तर पर लेट कर कहा- यहाँ आ जाओ और चूसो, एक पानी निकाल दो मेरा। तुम भी तो नीचे बैठ कर थक गई होगी।

रागिनी ने फ़िर से मेरे लण्ड को मुँह में डाला और शुरू हो गई। मैं अब सानिया साली को उसके हाल पर छोड़ रागिनी से मजे लेने की मूड में आने लगा था।

मेरे मुँह से अनायास निकलने लगा- वाह स्वीटी, बहुत खूब… अच्छा चूसती हो लण्ड, मजा आ गया…
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#24
Update-24


मैं बोल रहा था- बहुत खूब, चूसो और खेलो इसके साथ… आज तुम्हें बहुत मजा दूँगा, तुम बहुत अच्छी हो.. थोड़ा हाथ से भी करो रानी…मैं तुम्हें सिखाऊँगा कि कैसे मर्द को खुश किया जाता है, वेरी गुड… ऐसे ही करो !

रागिनी ने हाथ से लण्ड सहलाना शुरु किया और अंडकोष चाटने लगी- अब ठीक है,

मैंने जवाब दिया- हाँ रागिनी, बहुत अच्छा… सही कर रही हो.. आआआह्ह्ह मजा आ रहा है, चूस अब और निकाल कर सारा माल चाट जा..!

रागिनी अब जोर जोर से लण्ड चूस रही थी। मैं झड़ने की स्थिति आने पर बिस्तर से उठा और रागिनी को कहा- मुँह खोलो, सब पी जाओ !

और उसके मुँह में झड़ गया। रागिनी भी सहयोग करते हुए सारा निगल गई, चूस-चाट कर लण्ड साफ़ कर दिया। लण्ड अब हल्के-हल्के ढीला होने लगा।

मेरा पूरा ध्यान अब रागिनी पर था, सानिया को मैंने उसके हाल पर छोड़ दिया था।

मैंने अब रागिनी को कहा कि अब वो आराम से लेटे और मैंने अपनी ऊँगलियाँ उसकी ताजा-ताजा साफ़ हुई चूत पर घुमाई
[Image: Screenshot-20230601-140522-UC-Mini.jpg]

उसकी चूत एक दम गीली हो गई थी, ऐसा लग रहा था कि पसीज रही हो। मैंने एक नजर सानिया पर डाली, वो एक टक हमें ही देख रही थी, उसकी नजर भी रागिनी की चूत पर थी।

मैं झुका और एक प्यारा सा चुम्मा उसके चूत की फ़ाँक की ऊपर की तरफ़ चिपका दिया- मजा आया रागिनी 

हल्के से काँपती आवाज में उसने कहा- हाँ बहुत ! आप बहुत अच्छे हैं।
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#25
Update-25

[Image: j5e3zh.gif]
मैं अब अपनी जीभ उसकी चूत की फ़ाँक पर घुमा रहा था और नमकीन पानी चाट रहा था। फ़िर मैंने उसके पैरों को फ़ैला कर उसकी चूत खोल ली और उसके चूत तो चाटने-चूसने लगा। रागिनी कभी आह भरती, कभी सिसकती, तो कभी एक हल्का सा उउम्म्म्म् आअह्ह्… उसे मजा आने लगा था।

लड़की चोदते हुए मुझे करीब 25 साल हो गए थे और मैं अपने अनुभव से किसी भी रन्डी को मस्ती करा सकता था। रागिनी तो अभी भी नयी ही थी मेरे लिए, जब कि मैं एक साँड, जो शायद तब से चूत चोद रहा था जब से इसकी मम्मी ने चुदाना भी नहीं शुरु किया होगा। मैं अब रागिनी को सातों आसमान की सैर एक साथ करा रहा था।
[Image: dplt5a.gif]
थोड़ी देर बाद मैंने रागिनी की चूत से मुँह हटाया। वो बिल्कुल निढ़ाल दिख रही थी। मैंने उसको तकिये के सहारे बिठा दिया और अपने दाहिने हाथ की बीच वाली ऊँगली चूत में घुसा दी। फ़िर ऊपर की तरफ़ उँगली को चलाते हुए रागिनी के जी-स्पॉट को खोजना शुरु किया, और तभी रागिनी का बदन हल्के से काँपा। मुझे अपने खोज में सफ़लता मिल गई थी। मैंने अपनी उँगली से चूत के भीतर उस जगह कुरेदना शुरु किया तो रागिनी मचलने लगी- आआ अह्ह्ह्ह्ह अंकल ! उउईईईमाँ… इइइस्सस…

अचानक वो छटपटाई और फ़िर एकदम से ढीली हो गई।
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#26
Update-26

थोड़ी देर बाद मैंने रागिनी की चूत से मुँह हटाया। वो बिल्कुल निढ़ाल दिख रही थी। मैंने उसको तकिये के सहारे बिठा दिया और अपने दाहिने हाथ की बीच वाली ऊँगली चूत में घुसा दी। फ़िर ऊपर की तरफ़ उँगली को चलाते हुए रागिनी के जी-स्पॉट को खोजना शुरु किया, और तभी रागिनी का बदन हल्के से काँपा। मुझे अपने खोज में सफ़लता मिल गई थी। मैंने अपनी उँगली से चूत के भीतर उस जगह कुरेदना शुरु किया तो रागिनी मचलने लगी- आआआ आअह्ह अंकल! उउईईईमाँ… इइइस्सस…

अचानक वो छटपटाई और फ़िर एकदम से ढीली हो गई।
मैं समझ गया कि साली को पहला चरमसुख मिल गया। मैंने ऊँगली बाहर निकाल ली।

रागिनी एकदम से शांत हो गई थी। मैंने उसे पुकारा- रागिनी  कैसा लगा… कुछ बताओ तो !

वो उठी और मेरे से लिपट गई, मुझे जवाब मिल गया। हम दोनों एक-एक बार झड़ गए थे। मेरा लण्ड फ़िर से मस्त हो चुका था। मै बिस्तर से उठा और साईड-टेबल पर रखे जग से थोड़ा पानी पिया, और रागिनी की तरफ़ देखा तो उसने इशारे से पानी माँगा।

एक गिलास पानी पीने के बाद उसके मुँह से बोल निकले- ओह अंकल, आज तक ऐसा नहीं लगा था। बहुत अच्छा लगा अंकल, थैंक्स। अभी तक तो मेरा अनुभव था कि मर्द लोग धक्के लगा-लगा कर खुद मजा लेते, पर मेरे मजा आने के पहले ही, शांत हो जाते। आज पहली बार पता चला असल सेक्स क्या है।

मैंने सानिया की तरफ़ देखा। वो शांति से सब देख रही थी, पर अब उसकी टाँगें थोड़ी आपस में जोर से सटी हुई लगी। उसकी भी चूत गीली हो गई थी।

मैंने उसी को देखते हुए कहा- अभी कहाँ तुम्हें पता चला है कि सेक्स क्या होता है। वो तो अब पता चलेगा जब इस लण्ड को तुम्हारी चुत में पेल कर तुम्हारी चुदाई करुँगा। जल्दी से तैयार हो जाओ चुदवाने के लिए।
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#27
Update-27


मैं अपने लण्ड को सहला-सहला कर सांत्वना दे रहा था कि पप्पू जल्दी ना कर, अभी लाल मुनिया मिलेगी चोदने के लिए।

दो मिनट बाद रागिनी बोली- आ जाइए अंकल, मैं तैयार हूँ।
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वो तकिये पर सिर रख कर सीधा लेट गई। मैंने उसके पैरों को घुटने से हल्का मोड़ कर उपर उठा दिया जिससे उसके गीली गीली बुर एक दम से खुल गई। भीतर का नन्हा सा गुलाबी फ़ूल सामने दिख रहा था। मैं उसकी खुली टाँगों के बीच आ गया और अपने 72 किलो के बदन को उसके ऊपर ले आया। फ़िर अपने बाँए हाथ से थूक निकाला और अपने लण्ड की फ़ूले हुए सुपारे पर लगा कर लण्ड रागिनी की बुर पर टिका लिया, पूछा- पेल दूँ अब भीतर रागिनी?

उसका सिर हाँ में हिला।

ठीक है फ़िर चुदो बेटा ! कहते हुए मैंने लण्ड भीतर ठाँसने लगा। रागिनी हल्के से कुनमुनाई। मैंने एक जोर का ध्क्का लगाया और पुरा ८” लण्ड भीतर पेल दिया। रागिनी की आँख बन्द थी, “आआअह” मुँह से निकली, और उसने आँख खोल कर भरपुर नजरों से मुझे देखा।

मैंने उसके कान में कहा- जब मैं चोदूँगा तो मुझे खूब गाली देना, मजा आएगा !

मैंने रागिनी से पूछा- बोलो मेरी बच्ची, चोदूँ तुम्हें?

और सानिया की देख उससे पूछा- दिखा साफ़-साफ़, नहीं तो एक बार फ़िर बाहर निकाल कर पेलूँ भीतर?

यह कहते हुए मैंने लण्ड बाहर खींचा और दुबारा से रागिनी की चुुत में पेल दिया। रागिनी के मुँह से दुबारा आऽऽ आऽऽ आह निकली। सानिया इस बार खड़ी हो गई ताकि सब साफ़ देख सके।

रागिनी ने सानिया को देख बोला- आईए न दीदी आप भी।  बहुत मजा आ है

आगे कुछ कहने से पहले ही मैंने लण्ड को चुत के बाहर भीतर करके लौण्डिया की चुदाई शुरु कर दी। सानिया का चेहरा चुदाई देख एकदम लाल हो गया था, पर वो सिर्फ़ खड़े-खड़े देख रही थी। रागिनी को पहली बार मेरे जैसे मर्द से वास्ता पड़ा था जो लड़की को खूब मजे लेकर चोदता है और लड़की को भी साथ में मजे देता है।

मेरी आदत है कि मैं रन्डी भी चोदता तो प्रेमिका बना कर। जब भी किसी को चोदा तो उसको अपने लिए भगवान का उपहार माना और उसके शरीर को पूरे मन से भोगा।
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#28
Update-28


मैंने रागिनी से कहा- मजा आया रागिनी?

उसकी आँख बंद थी, होठ से कांपती आवाज आई- हाँ अंकल बहुत। आप बहुत अच्छे हैं। आऽऽ अह अंकल अब थोड़ा जोर से धक्का लगा कर चोदिए ना ! जैसा धक्का लण्ड पेलते समय लगाया था। असल में अभी खूब प्यार से धीरे-धीरे लण्ड अंदर-बाहर करके उसको चोद रहा था। पूरा पैसा वसूल हो इसके लिए जरूरी था कि उसकी चुत कम से कम आध घंटा मेरे लण्ड से चुदे।

उसके जोर का धक्का लगाने की फ़रमाईश पर मैंने आठ-दस दमदार धक्के लगाए और धक्के पर रागिनी के मुँह से आह की आवाज आई।
[Image: HLaCem.gif]मैंने रागिनी से कहा- आँख खोल और देख ना कौन चोद रहा है तुझे ! मुझसे आँख मिला, कुछ बात कर ना। रन्डी हो तो थोड़ा रन्डीपना दिखा।

उसे मेरी बात से ठेस पहुँची शायद ! पर वो आँख खोल कर बोली- हाँ साले बेटीचोद, लूट मजा मेरी चूत का साले। मेरे बाप की उमर का होकर साले, मुझे चोद रहा है?

मुझे उसकी गालियों से जोश आ गया- चुप साली ! फाड़ दूँगा तेरी चूत आज ! साली कुतिया ! मुझे बेटी-चोद बोलती है ! बाप से चुदा-चुदा के जवान हुई है साली और मुझे बोल रही है बेटी चोद… ? ले साली चुद, और चुद, और चुद, रन्डी साली।

और मैंने कई जोरदार धक्के लगा दिए।
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8-10 मिनट चोदने के बाद मैं थोड़ा थक गया तो लण्ड बाहर निकाल लिया और बोला-“अब बेटा तुम मेरे ऊपर बैठ कर चोदो, मुझे थोड़ा आराम से लेटने दो, फ़िर मैं चोदूँगा।

उसने कहा- ठीक है 
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और मेरे ऊपर चढ़ कर बैठ गई। सानिया बार-बार अपने पैर सिकोड़ रही थी, उसकी चूत भी गीली थी, पर उसमें गजब का धैर्य था। खड़े-खड़े ही वो हम दोनों की चुदाई देख रही थी- चुपचाप !

रागिनी के मुँह से हुम्म्म हुम्म्म की अवाज निकल रही थी पर वो मेरे लण्ड पर उछल उछल कर खुद ही अपनी बुर चुदा रही थी। मैं ऐसी मस्त लौन्डिया को पाकर धन्य हो गया।

कुछ देर बाद मैंने कहा- चल साली, अब घोड़ी बन। घुड़सवारी करने का मन है।

वो बोली- जरूर अंकल, आपके लिए तो आप जो बोलो करुँगी। आपने मुझे सच्ची मजा दिया है और मुझे पहली बार रन्डीपन का मजा मिल रहा है।
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#29
Update-29


और वो बड़े प्यार मेरे ऊपर से उठी और फिर बिस्तर पर हाथ-घुटनों के सहारे झुक गई। वो अब सानिया के बिल्कुल पास झुकी हुई थी। उसकी खुली हुई चुत अपने भीतर की गुलाबी कली के दर्शन करा रही थी।
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मैं भी बिस्तर से उठ कर पास आ गया और सानिया से पूछा- मस्ती तो आ रही होगी, कम से कम अपनी उंगली से ही कर लो 

मैंने प्यार से उसके गाल सहला दिए।

फिर रागिनी पर सवार हो गया। मेरा लण्ड अब मजे से उसकी गीली चूत के भीतर की दुनिया का मजा ले रहा था। करीब 40 मिनट हो गए थे, हम दोनों को खेलते हुए। रागिनी एक बार और परम आनन्द प्राप्त कर चुकी थी।
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मेरा भी अब झड़ने वाला था तो मैंने उससे पूछा- कहाँ निकालूँ रागिनी?

वो तपाक से बोली- मेरे मुँह में ! मेरे मुँह में अंकल ! आपका एक बूंद भी बेकार नहीं करुँगी।

मैंने अपना लण्ड बाहर निकाल और उसके मुँह की तरफ़ आया। उसने अपना मुँह खोला और मैं उसके मुँह को अब चोदने लगा। दस-बारह धक्के के बाद मेरे लण्ड से पिचकारी निकलने लगी, जिसे रागिनी अपने होंठ दबा कर मुँह में लेने लगी और फ़िर मैंने लण्ड बाहर खींच लिया तब उसने मुँह खोल कर मेरे माल को अपने मुँह में दिखाया और फिर मुँह बन्द करके निगल गई।
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मैंने उसको जमीन से उठाया और फ़िर अपने गले लगा लिया और कहा- तुम बहुत अच्छी हो रागिनी, मैंने जो गालियाँ तुम्हें दी, उसके लिए माफ़ करना। चोदते समय यह सब तो होता ही है।

वो भावुक हो गई, उसकी आँखों में आँसू तैर गए, भरी आवाज में बोली- नहीं सर, आप बहुत अच्छे हैं। मैं रन्डी हूँ, पर आपने इतनी इज्ज्त दी, वरना बाकी लोग तो मेरे बदन से सिर्फ़ पैसा वसूल करते हैं। थैंक्यू सर।

उसकी यह बात दिल से निकली थी, मैंने उसकी पीठ थपथपाई- सर नहीं अंकल। अब मैं तुम्हारा अंकल हीं हूँ। जब भी परेशानी में रहो, मुझे बताना। मैं पूरी मदद करुँगा।
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#30
[Image: Screenshot-20230601-154333-UC-Mini.jpg]
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#31
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#32
(02-06-2023, 11:38 AM)Wilson Wrote:
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#33
Good story
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#34
Update Please
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#35
nice story.... waiting for next update
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#36
good one 

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