Posts: 1,149
Threads: 36
Likes Received: 806 in 344 posts
Likes Given: 32
Joined: Apr 2023
Reputation:
41
16-05-2023, 11:52 AM
(This post was last modified: 24-11-2024, 11:36 PM by Fatimakhan. Edited 2 times in total. Edited 2 times in total.)
Mai hi arbaaz khan meri ammi ka nam hai fatima
Meri ammi ekdm gausual wali aurat thi.
Par sheetal aanti ke yaha aane ke baad se puri randi ban gayi hai
•
Posts: 548
Threads: 30
Likes Received: 374 in 168 posts
Likes Given: 0
Joined: Mar 2023
Reputation:
18
•
Posts: 98
Threads: 0
Likes Received: 30 in 28 posts
Likes Given: 18
Joined: Jan 2019
Reputation:
0
•
Posts: 84,383
Threads: 900
Likes Received: 11,320 in 9,384 posts
Likes Given: 20
Joined: Dec 2018
Reputation:
118
दोस्त की अम्मी और ख़ाला को चोदा
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
•
Posts: 84,383
Threads: 900
Likes Received: 11,320 in 9,384 posts
Likes Given: 20
Joined: Dec 2018
Reputation:
118
अशफाक़ नर्सरी से मेरा सहपाठी था. कक्षा बारह तक हम दोनों एक ही कॉलेज में थे लेकिन ग्रेजुएशन के समय हमारे कॉलेज अलग अलग हो गए.
हम दोनों बचपन से ही एक दूसरे के घर आते जाते थे.
मेरा घर भरा पूरा था लेकिन अशफाक़ के घर में दो ही लोग थे, अशफाक़ और उसकी अम्मी जेबा.
अशफाक़ के पापा का इन्तकाल पाँच साल पहले हो गया था.
ग्रेजुएशन में हम दोनों के कॉलेज भले ही अलग हो गए थे लेकिन हमारी दोस्ती और मुलाकातें बरकरार थीं.
एक इतवार के दिन मैं अशफाक़ के घर गया, सुबह लगभग ग्यारह बजे थे.
अशफाक़ की अम्मी ने दरवाजा खोला, वो हाथ में टॉवल लिये हुए थीं, शायद नहाने जा रही थीं.
उन्होंने मुझे सोफे पर बैठने के लिए कहा, हाथ में लिया हुआ टॉवल कुर्सी पर रखा और मेरे लिए पानी लेने चली गईं.
मुझे पानी का गिलास देते हुए उन्होंने बताया कि कल अशफाक़ के मामू की सालगिरह थी इसलिए वो नोयडा गया था. आज सुबह वापस चल पड़ा है, अभी आता होगा, तुम बैठो मैं तब तक नहाकर आती हूँ.
इतना कहकर आंटी नहाने चली गईं.
मैं इतने साल से मैं अशफाक़ के घर आ रहा था लेकिन आज पहली बार सेक्सी आंटी की चुदाई को लेकर मेरे ख्यालात गंदे हो रहे थे, वो बाथरूम में नंगी होंगी यह सोचकर ही मैं उत्तेजित होने लगा.
इतने में आंटी ने बाथरूम का दरवाजा थोड़ा सा खोला और बोलीं- अरे विजय, मैं तौलिया वहीं कुर्सी पर छोड़ आई हूँ, जरा पकड़ा देना.
मैंने टॉवल उठाया और आंटी को देने के लिए चला.
बाथरूम के पास पहुंचा तो आंटी ने थोड़ा सा दरवाजा खोलकर टॉवल पकड़ने के लिए हाथ बाहर निकाला तो मैंने आंटी का हाथ पकड़ लिया और दरवाजे को धक्का देकर बाथरूम में घुस गया.
आंटी अपने दोनों हाथों से अपनी चूचियां छिपाकर हलकी सी मुस्कुराती हुई मुझे बाहर निकल जाने को कहने लगीं.
मैंने हिम्मत करके आंटी को अपने आगोश में ले लिया और उनकी गर्दन के इर्द गिर्द चुम्बन करते हुए उनके चूतड़ दबाने लगा.
थोड़ी ही देर बाद आंटी बोलीं- छोड़ो विजय, ये सब गलत है, तुमको समझना चाहिए कि तुम मेरे बेटे जैसे हो.
अपनी जींस की चेन खोलकर अपना टन्नाया हुआ लण्ड मैंने बाहर निकाला और आंटी के हाथ में देते हुए कहा- आंटी, मैं तो आपकी बात समझ सकता हूँ लेकिन यह नहीं समझेगा.
मेरा टन्नाया हुआ लण्ड देखकर आंटी भी चुदासी हो गई थीं.
अपना एक पैर कमोड पर रखकर आंटी ने अपनी चूत खोल दी और मुझे अपनी ओर खींचकर मेरे लण्ड का सुपारा अपनी चूत पर रगड़ने लगीं.
मेरे जीवन का यह पहला अनुभव था. सेक्सी आंटी ने मेरे लण्ड का सुपारा अपनी चूत के मुखद्वार पर टिकाकर मुझे कमर से पकड़कर अपनी ओर खींचा तो मेरा लण्ड आंटी की चूत में समा गया.
अब मैं और आंटी एक दूसरे को चूमने चाटने में जुट गये.
मैंने अपना लण्ड अन्दर बाहर करना शुरू किया तो आंटी और उत्तेजित हो गईं.
बाथरूम में खड़े खड़े चुदाई का आनंद लेते हुए हम बेडरूम में आ गये, मैंने आंटी को बेड पर लिटा दिया और उन पर चढ़ गया.
अपने चूतड़ उचकाकर आंटी ने एक तकिया रख लिया और अपने चूतड़ उचका उचकाकर चुदवाने लगीं.
आंटी की चूचियां अपने हाथों में दबोचकर मैं धकाधक चोद रहा था.
तभी मेरे लण्ड से पिचकारी छूटी और आंटी की चूत मेरी वीर्य से भर गई.
कुछ देर तक पड़े रहने के बाद हम लोग नहाने चले गए.
फिर अशफाक़ आ गया, उसके साथ कुछ समय बिताने के बाद मैं अपने घर चला आया.
थोड़ी देर बाद आंटी का फोन आया- मुझे एक गोली ला द़ो, कहीं मैं प्रेगनेंट न हो जाऊं. यह गोली चुदवाने के 24 घंटे के अन्दर खानी होती है.
मैंने कहा कि कल सुबह दे दूंगा.
आंटी बोलीं- अशफाक़ साढ़े नौ बजे तक कॉलेज चला जाता है, तुम दस बजे दे देना.
अगले दिन सुबह उठकर मैंने अपने लण्ड की शेव की, नहाकर परफ्यूम लगाकर घर से निकला.
मेडिकल स्टोर से गोली और डॉटेड कॉण्डोम का बड़ा पैक लेकर आंटी के पास पहुंच गया.
सेक्सी आंटी भी आज नहा धोकर हरे रंग का शरारा कुर्ती पहनकर तैयार थीं.
मेरे घर में घुसते ही आंटी ने दरवाजा बंद किया और मुझसे लिपट गईं.
हम चूमाचाटी करने लगे.
तभी मैंने आंटी के शरारे का नाड़ा खोल दिया, शरारा झट से नीचे गिर गया.
आंटी ने पैंटी नहीं पहनी थी, मैंने उनकी चूत पर हाथ रखा तो समझ गया कि आंटी ने भी आज ही अपनी चूत शेव की है.
मैंने आंटी के होंठ चूसते चूसते अपनी जींस और जॉकी उतार दी और आंटी का हाथ अपने लण्ड पर रख दिया.
जैसे ही आंटी को अहसास हुआ कि मैंने भी अपने लण्ड की शेव की है तो कटीली निगाहों से देखकर मुस्कुराने लगीं.
आंटी की कुर्ती की डोरी खींचकर उनके शरीर से अलग कर दी और ब्रा के हुक खोलकर उनके कबूतर आजाद कर दिये.
मैं सोफे पर बैठ गया और आंटी को अपनी गोद में बिठाकर उनके कबूतरों से खेलने लगा.
मेरा लण्ड आंटी की चूत से सटा हुआ था जिसे आंटी अपनी चूत में लेने के लिए बावली हो रही थीं.
तभी रसोई में कुकर की सीटी बजी तो आंटी गैस बंद करने के लिए किचन में गईं.
तो मैं भी किचन में पहुंच गया और उन्हें पीछे से दबोच लिया.
आंटी के दोनों हाथ किचन टॉप पर टिकाकर उन्हें घोड़ी बना दिया.
किचन टॉप पर रखे घी के डिब्बे में से घी निकालकर मैंने अपने लण्ड पर मला और घोड़ी की चूत में पेल दिया.
घोड़ी की चूचियां अपने हाथों में दबोचकर मैंने अपना घोड़ा दौड़ा दिया.
सरपट दौड़ते घोड़े के जवाब में घोड़ी भी रिवर्स गेयर लगाकर धक्के मार रही थी.
मेरा घोड़ा जब मंजिल पर पहुंचा तो आंटी किचन टॉप पर लुढ़क गईं और मैं आंटी पर.
उस दिन आंटी को दो बार ठोका और जब जब मौका मिलता ठोक आता.
जेबा आंटी को चोदते हुए पांच छह महीने हो चुके थे. हम लोग अकसर एक दिन पहले प्रोग्राम बना लेते थे.
ऐसे ही एक दिन सुबह सुबह आंटी का फोन आया- विजय, आज मत आना क्योंकि आज मेरी कजिन सलमा आ रही है, अभी अभी उसका फोन आया था.
“कौन है यह सलमा? और काहे को कबाब में हड्डी बन रही है?”
“अरे कबाब में हड्डी नहीं है, बहुत दुखों की मारी हुई है, कभी साल छह महीने में आ जाती है, दो चार घंटे के लिए.”
“ऐसा कौन सा दुख है कि आप दुबली हुई जा रही हैं.”
“बहुत दुख हैं विजय!”
आंटी बताने लगी:
सलमा और उससे छोटी आसमां, दो बहनें है. बाप बीवी और दोनों बेटियों को छोड़कर अपना घर कहीं और बसा चुका है, मां अंधी है, बेचारी को कुछ दिखाई नहीं देता. बत्तीस साल की उम्र तक शादी नहीं हुई, जब हुई तो महीने भर बाद ही शौहर को छोड़कर लौट आई. अब बूढ़ी मां और जवान बहन की जिम्मेदारी उठा रही है.
“शादी के महीने भर बाद ही तलाक हो जाये, बड़ी सोचने वाली बात है.”
“सोचने वाली कोई बात नहीं है, जब शौहर बेवकूफ हो तो कोई क्या करे? शादी होती है, खानदान को बढ़ाने के लिए, गांड मराने के लिए नहीं.”
“मतलब?”
“अरे इसकी शादी दुबई में किसी बड़े घराने के लड़के से हुई थी. उसने सुहागरात से लेकर तलाक के दिन तक इसकी गांड मार मारकर सुजा दी. जब सलमा ने मना किया तो मारने पीटने पर उतारू हो गया.”
“आ रही है तो उसको भी मेरे लण्ड का रस पिला दो, शायद उसके कुछ दुख कम हो जायें, कुछ अधूरी इच्छायें पूरी हो जायें.”
“धत्त …”
“मैं मजाक नहीं कर रहा, टटोल कर देखना, मान जायेगी तो उसका ही फायदा है.”
मैं निर्धारित समय पर पहुंचा तो जेबा और सलमा बतिया रही थीं.
करीब 30-32 साल की सलमा मंदाकिनी की ट्रू कॉपी थी. पांच फीट छह इंच कद, गोरा रंग, भरा बदन, बिल्ली जैसी भूरी आँखें, बड़े बड़े कबूतर और जेबा आंटी की टक्कर के ठुमकते चूतड़.
जैसे ही सलमा से मेरी नजर मिली, मुझे करंट सा लगा और ऐसा ही करंट शायद सलमा को भी लगा था.
जेबा आंटी ने सलमा से मेरा परिचय कराया और मुझसे बोलीं- विजय, बेडरूम का एसी ऑन करो और वहीं बैठो, मैं चाय लेकर आती हूँ.
मैंने बेडरूम का एसी ऑन किया और बेड पर लेटकर सलमा के बारे में सोचने लगा.
तभी दरवाजा खुला और चाय की ट्रे लेकर सलमा आ गई- बाजी ने कहा है कि तुम लोग चाय पियो, मैं आती हूँ.
इतना कहकर सलमा ने मुझे चाय का कप पकड़ा दिया.
हम दोनों ने चाय पी ली तो सलमा ट्रे लेकर चली गई.
थोड़ी देर में वह वापस लौटी और उसने दरवाजे की सिटकनी लगा दी.
अपना दुपट्टा कुर्सी पर फेंक कर उसने चूचियां तान दीं और बोली- बाजी कह रही थीं कि आपको दूध पीने का बड़ा शौक है.
मैं उछलकर उसके पास पहुंचा, उसका हाथ चूमकर बोला- जहेनसीब!
सलमा ने मुझे अपनी बांहों में भर लिया और बेतहाशा चूमने लगी. सलमा ने मेरी शर्ट व बनियान उतार दी और मेरी छाती को चूमने लगी.
तभी अचानक उसने अपना कुर्ता व ब्रा उतार दी. उसके बड़े बड़े, नुकीले और तने हुए कबूतर देखकर मैं दंग रह गया.
सलमा अपने कबूतर मेरी छाती पर रगड़ने लगी, वो पागल हुई जा रही थी.
तभी मैंने अपनी जींस उतार दी.
मैंने जैसे ही अपनी जींस उतारी, सलमा ने मेरे लण्ड पर हाथ रख दिया.
जॉकी के अन्दर से मेरा नाग फुफकारने लगा.
मैंने सलमा की सलवार का नाड़ा खोलकर उसके जिस्म से अलग कर दिया.
उसके चूतड़ों पर हाथ फेरते फेरते मैंने उसकी पैन्टी नीचे खिसका दी और उसकी बुर पर हाथ फेरने लगा.
घने बालों से ढकी बुर मेरे छूते ही कुलबुलाने लगी.
परिणामतः सलमा ने मेरा जॉकी नीचे खिसकाकर मेरे नागराज को पिटारे से बाहर कर दिया.
मेरा लण्ड हाथ में लेते ही वो बावली हो गई.
मैंने उससे कहा- इसे अपने मुँह में लेकर गीला कर दो ताकि आसानी से चला जाये.
सलमा नीचे बैठ गई और मेरा लण्ड चूसने लगी.
थोड़ी देर चूसने के बाद सलमा उठी और मेरे सीने पर चुम्बन करते हुए बोली- विजय अब डाल दो, अब न तड़पाओ, आओ राजा, मेरी बुर तुम्हारा लण्ड लेने को बेताब है.
इतना कहकर सलमा बेड पर लेट गई, उसने अपनी टांगें घुटनों से मोड़कर फैला दीं जिससे काले घुंघराले जंगल के बीच उसकी बुर के गुलाबी होंठ चमकने लगे.
ड्रेसिंग टेबल से कोल्ड क्रीम और कॉण्डोम लेकर मैं बेड पर आ गया.
अपने लण्ड के सुपारे पर ढेर सी क्रीम लगाकर मैंने सुपारे को सलमा की बुर पर रगड़ना शुरू किया.
मेरे इस काम से सलमा चूतड़ उचकाने लगी तो मैंने उसकी बुर के लबों को फैला कर सुपारा रखा और एक धक्का मारा.
टप्प की आवाज हुई और सुपारा उसकी बुर के अन्दर!
दूसरे झटके में आधा और उसके बाद पूरा लण्ड सलमा की बुर में चला गया.
सलमा ने मुझे अपने ऊपर खींच लिया और बेतहाशा प्यार करने लगी.
मेरे नागराज सलमा की बिल में घुसकर फन पटक रहे थे और सलमा को डंक मार रहे थे.
सलमा भी चूतड़ उचका उचकाकर मजा ले रही थी- तुमने मुझे जन्नत दिखा दी विजय. जो सुख मुझे शादी के बाद मिलना चाहिए था वो आज मिला है.
“तो क्या शादी के बाद आपके शौहर ने आपके साथ ताल्लुकात नहीं बनाये?”
वो बताने लगी:
बनाये … लेकिन ऐसे बनाये कि बताने में शर्म आ जाये. हुआ ये हमारे निकाह के बाद रात को हमारे शौहर कमरे में आये, उन्होंने दरवाजे की सिटकनी बंद की तो हमारी बुर में खुजली होने लगी.
उन्होंने अपने कपड़े उतारने शुरू किये तो हमारी चूचियां फुदकने लगीं.
एक एक करके उन्होंने सारे कपड़े उतार दिये, हालांकि हमें थोड़ा अजीब सा लग रहा था.
तभी उन्होंने अलमारी खोली, उसमें से एक शीशी में तेल लेकर अपनी हथेली पर मला और अपने लण्ड की मालिश करने लगे.
उनका लण्ड बड़ा और कड़क होने लगा.
तभी वो बेड पर आये, हमने अपनी आँखें नीची कर लीं.
उन्होंने हमें लिटा दिया और हमारे शरारे का नाड़ा खोलकर उतार दिया, फिर हमारी पैन्टी उतार दी. हमें पलटाकर डॉगी स्टाइल में कर दिया.
हमने एक दो बार डॉगी स्टाइल के वीडियो देख रखे थे. तभी वो हमारे पीछे आये, हमें कमर से पकड़कर ऊंचा करके अपने हिसाब से सेट किया.
अब उन्होंने अपनी हथेली पर थूका और उसमें अपना अँगूठा भिगोकर हमारी गांड के छेद पर रगड़ने लगे.
हमने कहा कि ये क्या कर रहे हैं, आज हमारी सुहागरात है, आज ये क्या कर रहे हैं.
मेरे न न करते हुए भी वो बार बार अपनी हथेली पर थूककर अँगूठे से मेरी गांड रगड़ते रहे.
काफी देर तक रगड़ने के बाद एक बार फिर अपनी हथेली पर थूका और इस बार सारा थूक अपने लण्ड पर मला और लण्ड का सुपारा मेरी गांड के छेद पर रखकर मेरी कमर पकड़ ली और बोले, ढीली रखो, टाइट न करो, ढीली रखोगी तो आराम से जायेगा.
मैं क्या करती, मेरी गांड की हालत उस बकरी जैसी हो रही थी जिसके सामने शेर खड़ा हो और कोई कहे कि हिम्मत रखो, कुछ नहीं होगा.
खैर मेरी कमर पकड़कर उन्होंने जोर लगाया तो थूक की चिकनाई से उनका लण्ड फिसल गया और मेरी पीठ पर आ गया.
उन्होंने एक बार फिर से थूक लगाई और अपने लण्ड का सुपारा मेरी गांड के चुन्नटों पर रगड़ने लगे, रगड़ते रहे, रगड़ते रहे, मैं न जाने कहाँ खो गई.
तभी उन्होंने झटका मारा और धकेलते धकेलते पूरा लण्ड मेरी गांड में ठोक दिया.
मेरी जान निकल गई, मेरी गांड से खून रिसने लगा.
लेकिन उस आदमी पर कोई असर नहीं हुआ और गांड में धकापेल शुरू कर दी.
बाहर आंगन व बगल के कमरों से घर की औरतों की आवाजें आने लगीं ‘मुबारक हो, मुबारक हो.’
मेरी गांड मारकर वो सो गया और मैं रात भर दर्द के मारे जागती रही.
सबेरा हुआ तो भाभियां पूछने लगीं कि क्या हुआ, कैसे हुआ?
मैं करीब एक महीना वहां रही, एक महीने में उसनें सिर्फ मेरी कमर को छुआ और हर रोज गांड मारी.
अब मैं वहाँ वापस क्या करने जाऊं?
अब मैं बोला- कहानी तो तुम्हारी दर्द भरी है. लेकिन इस समय तो लण्ड का मजा लो, अब तो अच्छा लग रहा है ना?
“हाँ विजय, तुम जो कुछ भी कर रहे हो, अच्छा लग रहा है.”
काफी देर तक सलमा के संतरों का रस पीने से मेरा लण्ड एकदम मूसल जैसा हो गया था.
मैंने सलमा की बुर से लण्ड बाहर निकाल कर उस पर कॉण्डोम चढ़ाया, उसकी गांड के नीचे तकिया रखकर उस पर चढ़ गया.
डॉटेड कॉण्डोम के डॉट्स जब बुर से रगड़ने लगे तो सलमा की बुर ने पानी छोड़ दिया.
सलमा के चेहरे के भाव बताने लगे कि उसका काम हो गया है लेकिन मेरा तो नहीं हुआ था.
मैंने सलमा के निप्पलों को मसलते हुए पैसेंजर ट्रेन की रफ्तार से अपनी मंजिल की दिशा पकड़ी.
धीरे धीरे रफ्तार बढ़ाते हुए एक्सप्रेस और फिर राजधानी की रफ्तार पकड़ ली.
लण्ड के धकाधक अन्दर बाहर होने से फच्च फच्च की आवाज से कमरा गूंजने लगा.
सलमा भी अब जोश में आ गई थी. उसके निप्पलों को मसल मसलकर मैंने लाल कर दिया था.
मेरी मंजिल जैसे जैसे करीब आ रही थी, मेरे लण्ड का सुपारा फूलने लगा था. मैंने वहशियाना रफ्तार पकड़ ली थी, आखिर मेरी गाड़ी मंजिल पर पहुंची.
वीर्य की एक एक बूंद निचुड़ जाने के बाद भी हम एक दूसरे से लिपटे रहे.
काफी देर बाद जब मेरा लण्ड थोड़ा शिथिल हुआ तो मैंने बाहर निकाला तो पता चला कि हमने इतनी पहलवानी कर दी कि कॉण्डोम फट गया था.
“अब क्या होगा?” सलमा ने घबराते हुए पूछा.
“परेशान न हो, गोली ला दूँगा, खा लेना.”
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
Posts: 1,149
Threads: 36
Likes Received: 806 in 344 posts
Likes Given: 32
Joined: Apr 2023
Reputation:
41
17-01-2024, 07:19 AM
(This post was last modified: 24-11-2024, 11:35 PM by Fatimakhan. Edited 2 times in total. Edited 2 times in total.)
Part 1
Mai...ammi aap jab se sheetal aunty ke yaha se aayi ho aap bahut hi jayda bahar rhne lagi ho abbu kah rhe the
Ammi..ha to meri jindgi nhi hai ghumne ka
Mai..ha ammi par aap ek auarat ho
Ammi..auarat hu to kya hua
Fir ammi gusse se andar chali gayi
Mai arbaaz khan abhi 20 saal ka hu 12 me padta hu mai bs apne ghar ka eklauta ladka hu meri 3 bahane hai do ka nigah ho chuka hai bs choti bahan afuri baki hai 18 saal ki jawan ho gayi hai .
Abbu aur ammi me jhagda bhi khoob hota tha abbu ka ek shop tha kapdo ka
Kuch din baad hamare ilake me ek nai aaya baal katane wala
Abbu...ye pathan sahab bhi na btao kuch paise ke liye apna ghar kisi kafiro ko de dete hai
Ammi..ha to aap bhi kafiro ko kyun rakho ho apne shop par
Abbu..chup kar tu sali jab se apni seheli ke yaha gayi thi tab se bigad gayi hai
Ammi..ha to tum bhi koi dhondh ke dhule nahi ho wo rasida ko kaun choda tha
Ammi ke room se bahut tej aawaj aa rahi thi
Abbu...ha to wo jawani ki baat thi
Ammi...gusse se boli aacha jawani thi
Abbu gusse se bahar chale gaye
Fir aise hi kuch din beet gya wo nai wala ke yaha sab ladke ladkiya aate the wo wahi par rahta bhi tha
Hamare mohalle ke ladke ladkiya sab usi se baal katwate the wo accha bhi katata tha .
Ek din mai raat ko apni girlfriend roobu se baat karne mai bahar nikala dekha ek ladki andar ja rhi thi us nai ke dukan me karib 11 baj rahe the aur ek ladki veil pahan kar bahar khadi thi
Fir mai waise hi ruka rha chup kar dekhane laga apne diwar se
Wo ladki bahar nikali aur apna ruppta muh par rakhakr chal dee
Tabhi wo nai wala bahar aaya aur bola
Sali bahan ki laudi aage se time par aaya kar wrna ye teri bahan aur ammi chod dunga sali.
Fir wo ladki ghumi aur chal dee
Mai un ladkiyo ka thoda peecha kiya
To dekha wo to hamare malvi zakir ali khan sahab ke ghar ki thi
Fir mai waps aane lga aur sochne lga malvi sahab ki do betiya hai aur ek beta hai kahi dono betiya hi aayi thi ek ruk kar ek ko chudwa rahi thi
Etane bade ghar ki sarif paak ladkiya kaise fas gayi deepak se sali mai khoob try kiya mujhse nahi fasi kabhi
Malvi sahab ki beti ...noor ali khan age( 22
Malvi sahab ki badi beti
Dusri beti.....ayesha ali khan (age 20
[img]<br />://i.ibb.co/J2mXgfn/IMG-20240117-071302.jpg[/img]
Malvi sahab ki dusri beti
Ladka unka bahut chota hai
Wo malvi sahab ki dusri begam se hua tha
Malvi sahab ki dusri begam bahut mordan tarike se rahti hai kyun wo mumbai ki thi
Afreen ansari naam tha jawan thi 30 saal ki
Malvi sahab ki dusri bibi
wo jeens top sab pahan kar nikalti hai Fir
par bahut ghamdi aur gusse wali thi instrm par
khoob hot hot pic dalti rahti hai bahut se
ladko ke sath khule vichar ki thi par hamare mohalle me sab usko chodna chahte the par hath nhi lagi kisi ko bhi tabhi
Fir mai aage apne ghar ki trf pahucha ki
dekha ammi jaan bagal wale ghar se nikal kar andar chali gayi
Ye dekhakr mai sock ho gya aur smajh gya ammi chudwane gayi thi waise ammi bahut badal gayi thi
Ammi bagal wale jawad ke ghar se bahar nikali thi mtlb jawed se chudne gayi thi
Fir mai room me jakar so gya
Meri ammi fatima
Posts: 1,149
Threads: 36
Likes Received: 806 in 344 posts
Likes Given: 32
Joined: Apr 2023
Reputation:
41
Part 2
Fir mai jakar so gya shubah college chala gya
College jakar mera dost wasim bola ye aaj ki ammi jaan ko kya ho gya sab se chudwa leti hai
Mai..kya hua teri ammi kisi se chud gayi kya
Wasim...ha yaar arbaaz kal chachu jaan aaye the ammi ko chod kar raat bhar chale gye
Mai..accha tere chachu jaan teri ammi ko chodte hai
Wasim...ha ab mai bhi chachu jaan ki ladki ruksana ko pata rha hu par wo sali pahale se hi kisi se set hai
Mai..kisse bata na
Wasim..rahul se
Mai..to kya socha
Wasim...sali ruksana ko mai chodna chahta hu jaise uske abbu meri ammi jaan ko chodte hai waise hi
Tabhi rahul aaya aur wasim bola
Rahul tu meri bahan ruksana se dur rh wrna thik nhi hoga
Rahul. .wasim teri bahan ruksana sali randi hai khud mujhse chudne ke liye aati thi sali nangi ho hokar ab sali chinal kisi aur se set ho gayi hai wasim tumahri wo paak bahan na sali chinal paiso ke liye kisi se bhi chudwa skti hai
Kahakr rahul jane lga
Wasim...ab kisse set huyi hai
Rahul...wahi rahil ke sath
Rahul chala gya
Fir wasim rahil ke pass jakar usko bhi dhamkaya
Rahil...sali teri bahan ruksana ko mote mote land psnd hai sali chinal ko wo pahale khud rahul ke room me jakar kisi randi ke jaisi chudti rahti thi sali khud kutiya banakr chudi hai fir sali mujhse chudi aur ab mujhjo bhi chod diya dekhna sali kal kisi aur se chudegi
Fir mai bola..wasim teei bahan to randi nikali sali kutiya
Wasim...ha sali chinal ko chodunga ab mai bahut jald
Tabhi dekha ruksana aati dikhati dee apni frind ke sath ekdm chust kmeez pahani thi ekdm hot lag rhi thi
Wasim...sali kaise gaand hila kar chal rahi hai
Mai..ha to tuamhri chachu ki bahan hai na
Wasim..accha sun tumahre illake me ek nai wala aaya hai na
Mai..ha to
Wasim...wo bahut chodu ladka hai sala mai suna hu ki wo pathan sahab ki bahu ko chodta tha aur khoob paisa bhi leta tha khoob maza pani mara hai wo dekh sambhal kar kahi tere sath kuch na ho jaye
Mai..shant tha aur bola aur kya suna hai
Wasim...are uski bibi hai na koi acche jab par hai bahut paisa kamati hai usi ke kahane par usne apne sauahr ko divorce dekahkr uske sath shadi kari hai
Mai..kya naam hai ladki ka
Wasim...zeba khan tha ab pata nhi shadi ke baad change kar lee hai soch uske mote land ki diwani ho gayi thi sali ab uske do bachhe bhi hai
Mai...accha
Wasim...ha aur bahut se ladkyo aur aurto ko choda hai usko na mus.lim ladkiya jayda pasand aati hai
Fir ham.class liya aur wapas aane lga dekha
Nai par 3 ladke aur 1 ladki thi
Posts: 35
Threads: 0
Likes Received: 9 in 6 posts
Likes Given: 55
Joined: May 2023
Reputation:
0
•
Posts: 1,149
Threads: 36
Likes Received: 806 in 344 posts
Likes Given: 32
Joined: Apr 2023
Reputation:
41
(17-05-2023, 06:51 PM)Dgparmar Wrote: Waiting for update
Ok
•
Posts: 85
Threads: 0
Likes Received: 22 in 15 posts
Likes Given: 93
Joined: May 2019
Reputation:
1
Fantastic and stunning update
•
Posts: 223
Threads: 0
Likes Received: 78 in 58 posts
Likes Given: 269
Joined: Nov 2018
Reputation:
3
Superb,wonderful update,
Fantastic fabulous writings
•
Posts: 51
Threads: 0
Likes Received: 39 in 30 posts
Likes Given: 105
Joined: Jul 2022
Reputation:
0
behtareen update hai
bahut mast aur majedaar story
•
Posts: 1,149
Threads: 36
Likes Received: 806 in 344 posts
Likes Given: 32
Joined: Apr 2023
Reputation:
41
(28-01-2024, 12:45 PM)Shabnam Faria Wrote: behtareen update hai
bahut mast aur majedaar story
Thnks
•
Posts: 1,149
Threads: 36
Likes Received: 806 in 344 posts
Likes Given: 32
Joined: Apr 2023
Reputation:
41
Part 3
Mai ghar me gya apne dekha teen log andar the turnt nikal kar ja rhe the ammi meri apni kapda thik karti huyi bahar nikali
Ammi... Arbaaz beta ye sab tumhare abbu ke dost hai abbu se milane aaye the
Mai man me sochi ki ha pata hai kaisi nangi hokar chudwa rhi thi waah ammi ji .
Fir mai andar chala gaya
Meri ammi jaan un teeno uncle ko bahar chodne aayi san ne ammi ki boobs msale aur kiss karne ke baad chale gaye
Fir ammi andar aayi
Mai dekhane lga nai ke dukan par bahut bheed thi bahut se ladkiya aayi huyi thi
Aage dekho
Posts: 1,149
Threads: 36
Likes Received: 806 in 344 posts
Likes Given: 32
Joined: Apr 2023
Reputation:
41
(28-01-2024, 12:34 PM)Daredevil Wrote: Superb,wonderful update,
Fantastic fabulous writings
Thnks
•
Posts: 1,149
Threads: 36
Likes Received: 806 in 344 posts
Likes Given: 32
Joined: Apr 2023
Reputation:
41
Part 4
Fir mai aaram se socha baal katwane ke bahane se chala gya andar dekha ek se ek khoobsurat ladki aayi huyi thi koi burkha me koi veil me koi suit salwar me
Deepak...are wasim bhai ye farida madam ke baad aapki bari
Mai..are mera naam wasim nhi arbaaz hai
Nai...are ha ha mai bhool gya tumahri ammi btayi thi tumhara naam maaf karna
(Mai sochne lga meri ammi kab btayi ese )
Fir maine dekha wo ladkyo ka hair me pata nhi kya kya lagakar wo pani se chho rha tha aur unko ghoor ghoor ke dekh bhi rha tha teen ladke the sab ladkiyo ko hath lagakar chho rhe the
Mai socha ye kaisa hai hamare colony me pahla nai wala aaya hai wo bhi hi.ndu aur sab nawazi burkhe wali ladkiya bina shrm ke makeup karwane aa ja rhi hai
Tabhi meri bari aayi mera baal katkar bola
Arbaaz..bhai kisi din apni bahan ko lao acche se mekup kar dunga ek dam achhi khoobsurat lagengi
Mai..shrm se laal par bola thik hai
Deepka nai...aur arbaaz bhai apke elake me agar kahi shadi me make-up kar skta hu ekdm accha sa
Mai...thik hai btayinga apko
Deepak nai..ha arbaaz bhai aur ek shadi me makeup ke jitane paise milenge unka 20% paisa apko bhi de dunga
Mai ghar par aakr sochane lga baat to acchi hai esi bahane kamai bhi ho jayegi
Hamare dost ki appi ki nigah tha to maine deepak se bataya aur apne dost se baat kari ye kahakr ki wo bhi mus.lim hai hai to maan gya
Maine deepak ko bhi bataya
Deepak...dekho aise bhoot bolkar ham nhi jaye
Mai..are bahut paise wale hai 1 lakh de rahe hai
Deepak. .are mai 5 -5 lakh wale ke yaha bhi gya hu
Mai...chalo jao na wo log bahut kattar m.slim log hai na to
Deepak...kuch lafda to nhi hoga na
Mai..nhi nhi mera granty hai
Dost asif ki appi ka nigah ho gya fir maine bhi paisa liya 20000 hajar pakar bahut kush hua tha
Fir aise kuch din beet gya ammi meri wahi bahar jati rahti thi
Ek din mai gya deepak ka phone lakar call kiya dost ko fir whayssaap khola
Aur sabse pahale nmbr par likha tha dulhan maal
Maine khola to dekhakr dang rah gya ekdm nangi nangi pic wo bhi apne nigah wale din ki thi uske niche bahut massage bhi the ki tumse chud chudwa kar bahut maza aaya kash mai roz waise hi chud pati
Deepak...are arbaaz phone dena
Tabhi phone bhi aa gya dulhan maal
Deepak..kiska phone hai
Mai..dulhan maal likha hai
Deepak...de de sali badi mast maal hai
Mai aisa kaisi kar sakti hai nigah ke baad bhi deepak se set hai socho kaun hai wo
Posts: 1,149
Threads: 36
Likes Received: 806 in 344 posts
Likes Given: 32
Joined: Apr 2023
Reputation:
41
Pat 4
Fir uske baad maine phone de diya aur deepak phone udhaya wo ladki koi aur nahi asif ki appi kattar appi thi safiya
Maine bola deepak bhai phone ko loudspeaker par rakh do wo rakh diya
Deepak...ha jane man kaise chudwa rahi ho
Safiya ...ha sauahr bahut jaldi jhad jate hai .
Deepak...ha to sab land mere jaisa nhi rhta darling
Safiya..ha ha aur kya kar rahe ho
Deepak...wahi baal kat rha hu
Safiya ..mera bhi baal cat do
Deepak...ha aa jao tumahre chut ka baal kaat du
Safiya ..has dee
Deepak...waise abhi tak batai nhi honeymoon ke raat kaise kaise chod the tere saauhr .safiya....garm mat karo mujhjo tum
Deepak....btao na darling ki kaise kaise chudi aur kitne land se
Safiya...are bs apne sauahr se chudi
Deepak....accha tujhse accha chode the
Safiya..nhi nhi wo bs 5 minat me hi jhad gaye the kaha tum 1 ghante tak ragad ragd kar chode the
Deepak...has kar bola aur mujhse pahale tu kisse chudwati thi
Safiya...nhi nhi mai sirf tumhi se chudi thi
(Mai ye socha ki deepak ne kab choda safiya ko wo to bs nigah par hi gya tha to choda kab )
Deepak...nhi sahi bta na safiya
Safiya...kisi se btaouge nhi na
Deepak...nhi btao kisse kisse chudi thi
Safiya...do log se chudi thi bs
Deepak...do logo se chudi thi waah safiya waise kaun the wo
Safiya ....shrma kar boli nahi batani
Deepak....are btao na mai kisi se nhi batane wala
Safiya ...ek bhai asif aur dusra kirayedar Abhishek panday se
Deepak...kirayedar to thik hai tumhe dekahkr jabarjasti chod diya hota par ye bhai se kaise chud gayi .
Safiya ....bhai asif ne mujhjo na abhishek se chudte huye dekh liya tha fir khud bhi choda tha
Deepak....kitne baar chudi ho bhai aur kirayedar se
Safiya ..kirayedar se 6-7 bar aur bhai asif se sirf do baar
Tabhi piche se aawaj aayi bhabhi kisse baat kar rahi ho
Safiya phone caat dee
Mai bs deepak ko dekhakr bola ye kaun thi
Deepak...are jane do yaar meri maal hai bs
Fir mai waha se aakr ghar par taiyar hokar college gya aur college se aate wkt maine dekha ek ladki college ke kapdo me thi aur kisi se chudwa rahi thi mai pass jakar dekha bs land chut me jakar dikhayi de rha tha bs fir ladki ghumi aur aaram se cycle lekar chal dee merr illake ki trf
Mai samjh gya kyunki wo ladki english meadim ke college me jati thi mtlb ki wo sayed family abdula sayed ki ghar ki ladki thi
Fir mai ghar par pahucha aur dekha ek caar khadi thi mai andar gya aaram se aur dekhakr sock ho gya andar 5 admi the aur meri ammi jaan ekdm nangi thi ek admi land chut me dale the aur ek muh me aur ek boobs par thappad maar rha tha aur do land ammi jaan hath me le thi
Ammi..jaldi karo sab beta aata hoga
Sab log ammi ki gaand par thappd maar kar kapde pahan kar chale gaye ammi ki halat aisi thi jaise ki bahut chudi ho
Mai shrm ke bare bahar aa gya
Tabhi deepak aawaj dee are arbaaz bhai
Mai..pass gya ha bolo deepak
Deepak..kaun log the ye tumahre ghar me tumahre abbu aur tumahri bahan nhi thi to ye log kya karne aaye the
Mai..shrma kar bola are abbu ke dost hai sab
Deepak...accha par ye log shubah 10 baje se hi aaye the abhi ko 3 baje gaye hai tuamhre aane se pahale
Mai socha mtlb ammi jaan shubah se chudwa rahi thi
Deepak....maaf karna arbaaz bhai par tumahri ammi ki chaal thik nhi hai mujhe lagta hai wo sab tumahri nawazi paak ammi ki chut paak karne aaye the
Mai.gusse se bola control your lauganage
Deepak...maaf karna arbaaz bhai waise kal ka ek shadi me jane ka card mila hai chaloge es baar 10% dunga kyunki card khud aaya hai
Mai..soch ke btayinga
Tabhi mai andar gya ammi ekdm sarif paak jaise sofe par baithi thi jaise kuch hua hi nahi hai
Posts: 1,149
Threads: 36
Likes Received: 806 in 344 posts
Likes Given: 32
Joined: Apr 2023
Reputation:
41
(28-01-2024, 12:34 PM)Daredevil Wrote: Superb,wonderful update,
Fantastic fabulous writings
Thnks
•
Posts: 1,149
Threads: 36
Likes Received: 806 in 344 posts
Likes Given: 32
Joined: Apr 2023
Reputation:
41
(28-01-2024, 10:59 AM)CIS17 Wrote: Fantastic and stunning update
Thnks
•
Posts: 12,352
Threads: 0
Likes Received: 6,813 in 5,172 posts
Likes Given: 70,112
Joined: Feb 2022
Reputation:
87
•
|